आयुष्मान आरोग्य मंदिर में आयोजित विशेष स्वास्थ्य शिविर दो सौ से अधिक वृद्धजनों की हुई जांच

वृद्धजनों की स्वास्थ्य जांच, परामर्श एवं उपचार के लिए विशेष शिविर का आयोजन फंदा विकासखंड स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर मुगलिया छाप में किया गया। 13 सितंबर को आयोजित शिविर में 208 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके पूर्व कालापानी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में तीन सौ से अधिक बुजुर्गों की जांच कर स्वास्थ्य परामर्श एवं उपचार दिया गया था। 

शिविर में 165 की उच्च रक्तचाप जांच एवं 151 की मधुमेह जांच की गई। 19 लोगों की मोतियाबिंद जांच, 12 लोगों की टी बी जांच एवं 8 की कुष्ठ रोग जांच की गई। तंबाखू का सेवन करने वाले 48 लोगों की जांच कर प्रत्येक माह फ़ॉलोअप की सलाह दी गई। नाक कान गला के 24 एवं दंत रोगों के लिए 28 लोगों की जांच कर उपचार दिया गया। शिविर में 21 आभा आई डी बनाई गई।

शिविर में हकीम सैयद जिया उल हसन शासकीय यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल द्वारा बुजुर्गों में ओस्टियोआर्थराइटिस , मस्कुलर स्केलेटल इत्यादि बीमारियों की रोकथाम एवं प्रबंधन के लिए जांच कर जानकारी दी गई। इसके साथ ही श्री अन्न्न एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थों की प्रदर्शनी के माध्यम से इनसे होने वाले फायदों के बारे में बताया गया। उपचार के साथ साथ दिनचर्या में परिवर्तन की सलाह दी गई है। सभी जांचें एवं दवाइयां निशुल्क उपलब्ध करवाई गईं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि वृद्धावस्था में विशेष स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता होती है। इसे देखते हुए जिले में वृद्धजनों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं । पूर्व में ओल्ड एज होम में वृद्धजनों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए थे । स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए सर्वे भी करवाया जा रहा है ।

स्वास्थ्य शिविर में शासकीय यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय से डॉ हिना कौसर, डॉ नसीम खान, डॉ एहसान अहमद , स्वास्थ्य विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सोनल धोटे, डॉ ममता शर्मा, सुश्री उमा प्रजापति, सीमा कुशवाहा, भारती परिहार एवं स्थानीय आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सेवाएं दी गईं।

टीकमगढ़ में धसान नदी के टापू पर 24 घंटे से फंसे दो लोगों का किया गया सफलतापूर्वक रेस्क्यू मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एनडीआरएफ के जवानों को दी बधाई


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य तथा अन्य व्यवस्थाओं पर सतत नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज उज्जैन के दताना हवाई पट्टी से टीकमगढ़ जिले के कलेक्टर अवधेश शर्मा से वीडियो कॉलिंग पर चर्चा कर बाढ़ आपदा में फंसे 2 प्रभावितों के रेस्क्यू कार्य की जानकारी ली। कलेक्टर टीकमगढ़ शर्मा ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को अवगत कराया कि टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लॉक के चंदेरीखास ग्राम पंचायत के महोबिया घाट गांव में धसान नदी के टापू पर 24 घंटे से राममिलन यादव और रामचरण रैकवार फंसे हुए थे। दोनों को बचाने के लिए पहले हेलीकॉप्टर से लिफ्ट करने के प्रयास किए गए। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम द्वारा दोनों ग्रामीणों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुरक्षित निकाले गए राममिलन यादव और रामचरण रैकवार से चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम जानी। दोनों ने अपनी जान बचाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ के जवानों को बधाई दी और एसपी टीकमगढ़ को बाढ़ राहत बचाव कार्य में सक्रिय भूमिका के लिए इन जवानों को सम्मानित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों से भी चर्चा कर उन्हें अतिवर्षा की स्थिति में निरंतर सजग और सर्तक रहने की समझाइश भी दी।

अतिवर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अधिकारी-कर्मचारी अवकाश पर नहीं जाए - मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में 30 सितम्बर तक वर्षा की संभावना है। अतिवर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी पर नहीं जाएं। अतिवर्षा के बावजूद भी जनजीवन सामान्य रहे, इसके लिए समय रहते आवश्यक सावधानियां बरतते हुए बचाव के कार्य किए जाएं। लोगों के जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, जनहानि के लिए संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा। अतिवर्षा और बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षा व सुविधा प्रदान करने के लिए राहत शिविर लगाएं और इसमें सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी सहयोग लिया जाएं।

बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आँकलन और पशु हानि की जानकारी भी यथाशीघ्र लेना आरंभ किया जाए। राहत राशि के वितरण में विलंब न हो, बाढ़ और अतिवृष्टि से पीड़ितों को राहत के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध है। राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल, दवाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में अति वर्षा से निर्मित स्थिति और बचाव के लिए समत्व भवन में ली गई आपात बैठक में उक्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जिलों की स्थिति की समीक्षा की। वी.सी. में समस्त संभागीय आयुक्त, आईजी, कमिश्नर आफ पुलिस, जिला कलेक्टर, एसपी जुडें।

निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि वर्षा का चक्र बदलने के कारण सितंबर माह में जितनी वर्ष होनी चाहिए उससे अधिक हो रही है। निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए और आवश्यकता अनुसार उन्हें राहत शिविरों में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन रपटों और पुलों पर पानी है, वहाँ तत्काल आवश्यक सावधानी व सतर्कता बढ़ाई जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अति वर्षा के प्रभाव से हुई जनहानि और पशु हानि की स्थिति में राहत उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी कलेक्टरों को जनहानि की स्थिति में चार-चार लाख रुपए की सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा कर कलेक्टरों को तत्काल राशि परिजन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट करने की तत्काल व्यवस्था की जाए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जहां पर भी बाढ़ के पानी में लोग फंसे हैं उन्हें हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट करने की तत्काल व्यवस्था की जाए। पुराने जीर्ण-शीर्ण भवनों को चिन्हित कर सुरक्षात्मक व्यवस्था की जाए और आवश्यकता होने पर निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए। समत्व भवन में हुई बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना सहित, प्रमुख सचिव, जल संसाधन, गृह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक निर्माण विभाग, नगरीय विकास एवं आवास, राजस्व, लोक स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा उपस्थित थे।

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में सक्रिय

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुना, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, राजगढ़, टीकमगढ़ के कलेक्टर से जिले में अति वर्षा और बाढ़ संबंधी जानकारी प्राप्त की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अवगत कराया गया कि दतिया जिले के भांडेर के निकट पोहुच नदी में 18 लोग फंसे हैं, डबरा में भी लोगों के पानी में फंसे होने की सूचना है। मुरैना में पेड़ के नीचे दबने से एक व्यक्ति की मृत्यु और तीन लोगों के घायल होने का समाचार है। बैठक में बताया गया कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए झांसी, बरेली और गोरखपुर से हेलीकॉप्टरों को रवाना किया जा रहा है। टीकमगढ़ में बचाव व राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम बुला ली गई है। ग्वालियर चंबल क्षेत्र में एसडीआरएफ की टीम बोट व अन्य बचाव सामग्री के साथ सक्रिय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में आगामी दिनों में वर्षा की संभावनाओं को देखते हुए बाढ़ की पूर्व सूचना और प्रचार-प्रसार की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं के पर्याप्त भंडारण के निर्देश दिए।

अब तक प्रदेश में औसत से 14 प्रतिशत अधिक हुई वर्षा

बैठक में बताया कि प्रदेश में 11 सितम्बर तक 991.9 मिली मीटर वर्षा हो चुकी है यह औसत से 14 प्रतिशत अधिक है। प्रदेश के 12 जिलों राजगढ़, खरगोन, भोपाल, सिवनी, मंडला, भिंड, श्योपुर, छिंदवाड़ा, बड़वानी, शिवपुरी, सिंगरौली, नीमच, अलीराजपुर, ग्वालियर और गुना में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। आगामी 2 दिनों में भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून सक्रिय रहने का अनुमान है। इसके बाद वर्षा में कमी की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा भिंड, दतिया, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर कला, आगर-मालवा, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी और राजगढ़ में भारी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया गया है। वर्तमान में प्रदेश के 54 में से 31 बांधों के गेट खुले हैं। विभिन्न जिलों में राहत शिविर संचालित हैं।

भीड़ भरे आयोजनों में इलेक्ट्रिक सेफ्टी सहित सावधानी बनाए रखने के लिए दिए निर्देश

बैठक में नदियों, बांधों और जलाशयों के जल स्तर पर लगातार नजर रखने, बचाव के लिए आवश्यक सामग्री, राहत शिविरों की उचित व्यवस्था, जिन शालाओं के भवन जीर्ण-शीर्ण हैं, उन्हें चिन्हित करते हुए बच्चों की पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था करने, गणेश पंडालों तथा अन्य सामाजिक, धार्मिक और भीड़ भरे आयोजनों में इलेक्ट्रिक सेफ्टी सुनिश्चित करने, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, पर्याप्त दवाओं की आपूर्ति बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए। आगामी दिनों में भी वर्षा की संभावना को देखते हुए अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन स्थलों पर प्रकाश, नाव, गोताखोरों, चिकित्सा दल, साफ-सफाई, बचाव दल की व्यवस्था करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखने के लिए भी जिले के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने "सेल्फ मैनेजमेंट थ्रू सेल्फ इवेलुएशन" पुस्तक का किया विमोचन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुस्तक "सेल्फ मैनेजमेंट थ्रू सेल्फ इवेलुएशन" का समत्व भवन में विमोचन किया। डॉ. विक्रांत सिंह तोमर की "आत्मबोध" पर केंद्रित इस पुस्तक का आमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने लिखा है। डॉ. भागवत ने पुस्तक को नई पीढ़ी के युवाओं के स्व-मूल्यांकन के लिए उपयोगी साधन निरूपित किया है।

भारतीय आध्यात्मिक अवधारणाओं पर अंग्रेजी में प्रकाशित इस पुस्तक के 7 अध्याय हैं। प्रश्नावली के स्वरूप में यह पुस्तक त्रिगुण अर्थात्सत्वगुण, रजोगुण व तमोगुण तथा कर्ताभाव के आधार पर स्वयं के व्यक्तित्व को जानने, स्थितप्रज्ञ की अवधारणा के आधार पर अपने मस्तिष्क और विचारों के परीक्षण तथा विक्षेप-पंचक्लेश विकार के आधार पर स्वयं के संघर्षों से अवगत होने का अवसर प्रदान करती है। इसी प्रकार आध्यात्मिक अभ्यास, अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिगृह, संतोष, तप, स्वाध्याय और ईश्वर परिधान पर केन्द्रित अध्यायों में भी सरल व रूचिकर तरीके से प्रस्तुत प्रश्नों के माध्यम से स्व से अवगत होने का मौका यह पुस्तक देती है।

साथ ही यह पुस्तक कर्म व ज्ञान योग तथा भक्ति के माध्यम से स्वयं के उत्थान और कुंडलिनी द्वारा अपनी क्षमताओं के परीक्षण का भी अवसर प्रदान करती है। पुस्तक प्रभात प्रकाशन दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गई है। पुस्तक के विमोचन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लेखक डॉ. तोमर ने अंगवस्त्रम भेंट कर अभिवादन किया।

अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल ने त्वरित और प्रभावी कार्यवाही के लिए टी.आई. नागर का सम्मान


भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल पुराना भोपाल जिला टोली ने त्वरित और प्रभावी कार्यवाही को लेकर छोला मंदिर थाना प्रभारी का सम्मान किया। संगठन के महानगर अध्यक्ष राजा भैया के अनुसार लव जिहाद के एक मामले को लेकर कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी सुरेश नागर को जानकारी दी थी। उक्त मामले की गंभीरता को समझते हुए टीआई सुरेश चंद्र नागर ने तत्काल जांच पड़ताल शुरू की। राजा भैया के अनुसार पुलिस की तत्परता से हिन्दू महिला की घर वापसी सुनिश्चित हुई, जिसके चलते संगठन द्वारा छोला थाना प्रभारी सुरेश चंद्र नागर का नागरिक अभिनंदन किया गया। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारियों के अनुसार गौ रक्षा जैसे मामलों में भी छोला मंदिर थाना पुलिस का रवैया हमेशा सकारात्मक और निष्पक्ष रहता है, जिसके कारण गौ संबंधी अपराधों में खासी कमी आई है। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष कैलाश गौर, उपाध्यक्ष द्वय नारायण सिंह चंदेल एवं अशोक उपाध्याय, कोषाध्यक्ष पंडित राजीव द्विवेदी अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद महामंत्री अमन श्रीवास्तव पातीराम प्रजापति राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष राजा भैया कार्यकारी अध्यक्ष मनोज अहिरवार उपाध्यक्ष सूरज यादव उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह ठाकुर महामंत्री विवेक पांडे मंत्री गोलू गोस्वामी सह मंत्री सीताराम साहू सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत अन्न एवं फल किये दान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रीय पोषण माह अन्तर्गत सागर जिले के बीना में "पोषण मटके" में रंगीन रोटी के लिए अन्न (मोटे अनाज) एवं फलों का दान किया। उन्होंने जन सामान्य से आंगनवाड़ी से जुड़कर वहाँ पौष्टिक अन्न, फल, सब्जी के सहयोग के लिये स्व-प्रेरणा से आगे आने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के पोषण के लिए सामुदायिक सहभागिता खुद भी करें एवं औरों को भी प्रेरित करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को लाड़ली लक्ष्मी छात्रवृति की लाभार्थी बेटियों ने "लाड़़ली पाती" भेंट कर आभार व्यक्त किया।

महिला मेकेनिकों को जल जीवन मिशन में टूल कीट प्रदान किये

जल जीवन मिशन अन्तर्गत महिला हेंडपम्प सह इलेक्ट्रीशियन, मेकेनिकों को टूल किट का भी वितरण किया गया‌। हर ग्राम पंचायत में उर्जावान, योग्य स्थानीय महिलाओं को नल से जल की उपलब्धता में मरम्मत की आवश्यकता पूर्ति के लिये प्रशिक्षित किया जायेगा। इससे उन्हें ग्राम में ही स्वरोजगार मिल जायेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. चैन सिंह चौहान के निवास पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के चाचा स्व.चैन सिंह चौहान के कुंजन नगर स्थित निवास पहुंचकर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. चैन सिंह चौहान के पुत्र सुरजीत सिंह चौहान, नगर निगम भोपाल के पूर्व अध्यक्ष और परिजन को शोक संवेदना व्यक्त की। खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद दर्शन सिंह चौधरी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई नरेंद्र सिंह चौहान उपस्थित थे।

माध्यमिक शिक्षा मण्डल, भोपाल से सेवानिवृत्त चैन सिंह चौहान का 4 सितम्बर 2024 को निधन हो गया था।

आयुष औषधियों के लिए "औषधि उत्पादन नीति" और मूल्य निर्धारण लिए "औषधि क्रय-विक्रय नीति" बनाई जाए : आयुष मंत्री परमार

उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने सोमवार को मंत्रालय में आयुष विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय गतिविधियों एवं कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। मंत्री परमार ने विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। परमार ने शासकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मेसी के सुदृढ़ीकरण के लिए कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। परमार ने शासकीय आयुष फार्मेसी में वांछित मांगों की पूर्ति के अनुरूप औषधियों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने एवं नियमित मॉनिटरिंग के लिए " औषधि उत्पादन नीति" बनाने को कहा।

आयुष मंत्री परमार ने निजी एवं शासकीय फार्मेसी की औषधियों की गुणवत्ता जांच और विश्वसनीयता के लिए शासकीय औषध प्रयोगशाला (ड्रग टेस्टिंग लैब) के उन्नयन करने के निर्देश दिए। आयुष औषधियों के मूल्य निर्धारण के लिए "औषधि क्रय-विक्रय नीति" बनाने को कहा। श्री परमार ने औषधियों की क्रय प्रक्रिया के लिए "ई-औषधि" ऑनलाइन पोर्टल विकसित करने के लिए भी निर्देशित किया। प्रत्येक चिकित्सालय में एक सलाहकार समिति के गठन के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। परमार ने मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति संबंधी प्रक्रिया नियम अनुरूप शीघ्र किए जाने के निर्देश भी दिए। आयुष महाविद्यालय के प्राध्यापकों को नियम अनुरूप समयमान/वेतनमान और उच्च पद प्रभार दिए जाने को लेकर कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन करने को भी कहा।

आयुष महाविद्यालयों में शैक्षणिक एवं अकादमिक व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग, शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने और नवाचारों के दस्तावेजीकरण को लेकर, व्यापक आंकलन पद्धति के रूप में "रिसर्च एवं एकेडमिक काउंसिल" विकसित करने के भी निर्देश दिए। विद्यार्थियों के समग्र मूल्यांकन के लिए "स्टूडेंट परफॉर्मेंस इंडेक्स" बनाने के लिए कार्ययोजना बनाने को भी कहा। परमार ने राज्य सलाहकार बोर्ड को लेकर भी चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक में आयुक्त आयुष डॉ. सलोनी सिडाना सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

रीवा में शीघ्र होगी अंग प्रत्यारोपण की सुविधा - उप मुख्यमंत्री शुक्ल अंगदान करने वालों को दिया जाएगा गार्ड ऑफ़ ऑनर


उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि अंग प्रत्यारोपण से गंभीर मरीज की जान बचायी जा सकती है। आपात स्थिति में मरीज़ों को नया जीवन प्रदान किया जा सकता है। इसलिए अंग प्रत्यारोपण के लिए आमजन में जागरूकता लाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अंगदान करने वाले नागरिकों के परिजन का गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मान किया जाए। ऐसे व्यक्तियों का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ आनर देकर हो। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में 39वें नेत्रदान पखवाड़ा के समापन कार्यक्रम में नेत्रदान दाताओं के परिजनों का सम्मान किया।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि खुशी फाउण्डेशन द्वारा नेत्रदान के लिए लोगों को समझाकर प्रेरित किया जा रहा है। यह संस्था सेतु का काम कर रही है, जिसका परिणाम है कि रीवा में स्थापित आईबैंक में इस वर्ष अभी तक 19 नेत्रदान हुए और वर्ष 2015 से स्थापित आईबैंक के माध्यम से अब तक 36 मरीज नेत्र ज्योति प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही रीवा में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा भी होगी जिससे मानव शरीर के आठ अंगों का ट्रांसप्लांट जरूरतमंद मरीजों में किया जा सके।

नेत्रदान दाताओं के परिजन का किया सम्मान

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि इस प्रकार के सम्मान समारोह से समाज में जागरूकता आती है और लोग नेत्रदान के लिए स्वेच्छा से आगे भी आएंगे। उप मुख्यमंत्री ने रामनरेश द्विवेदी की प्रसंशा की जिन्होंने अपने सम्पूर्ण अंग को दान करने की शपथ ली है। उन्होंने कहा कि रीवा मेडिकल हब बनने की ओर अग्रसर है।

चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के साथ ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व संजय गांधी चिकित्सालय में रिक्त पदों की पूर्ति प्राथमिकता से की जा रही है। उप मुख्यमंत्री ने रीवा को हर क्षेत्र में बेहतर बनाने के लिए सभी की सहभागिता का आह्वान किया। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने खुशी फाउण्डेशन के सदस्यों सहित दानदाताओं के परिजनों का सम्मान किया। उन्होंने नेत्रदान पखवाड़ा में आयोजित विभिन्न गतिविधियों में सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।

उल्लेखनीय है कि अब तक रीवा में 127 नेत्रदान हो चुके हैं तथा 60 लोगों ने नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा है। डीन रीवा मेडिकल कॉलेज डॉ सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल डॉ अक्षय श्रीवास्तव, खुशी फाउण्डेशन के कमलेश सचदेवा सहित चिकित्सक, नेत्रदाताओं के परिजन, छात्र-छात्राएं व खुशी फाउण्डेशन के सदस्य उपस्थित रहे।

कैंसर इलाज मशीन के स्थापना कार्य का किया निरीक्षण

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने संजय गांधी अस्पताल परिसर में कैंसर के इलाज के लिए स्थापित की जाने वाली लीनियर एक्सीलेटर मशीन के लिये बनाए जा रहे बंकर कार्य का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिए कि तीव्र गति से कार्य को पूरा कराएं जिससे शीघ्र आमजन को कैंसर के इलाज की सुविधा उपलब्ध हो।

शासकीय विद्यालयों में रिक्त पदों के विरूद्ध शाला विकल्प चयन के संबंध में निर्देश


शासकीय विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन के लिये रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षक व्यवस्था की जा रही है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षक व्यवस्था के लिये स्कूल शिक्षा विभाग ने समय सारणी जारी की है। इस व्यवस्था के संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये हैं।

समय सारणी

आवदेक द्वारा जीएफएमएस पोर्टल में शाला विकल्प चयन 4 सितम्बर से शुरू हो गया है। विकल्प चयन की कार्यवाही 9 सितम्बर तक अनिवार्य रूप से पूरी की जायेगी। शाला विकल्प चयन के बाद मेरिट के आधार पर आवेदकों को विद्यालय का आवंटन 10 सितम्बर को किया जायेगा। इसके बाद आवेदकों द्वारा आवंटित विद्यालय में उपस्थिति में 11 सितम्बर से शुरू हो जायेगी। शाला प्रभारी जीएफएमएस पोर्टल पर ज्वाइन किये गये अतिथि शिक्षक का प्रमाणीकरण अनिवार्य रूप से 14 सितम्बर 2024 तक पूरा करेंगे। इस संबंध में जारी परिपत्र में समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्य हाई-हायर सेकेण्डरी स्कूल में भेजा गया है। दिशा-निर्देश की प्रति स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल पर भी प्रदर्शित की गई है।

शासकीय केन्द्रीय पुस्तकाल रीवा

छात्रों के साथ नागरिकों को समाचार पत्र एवं पुस्तकों के अध्ययन की सुविधा के लिये स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय केन्द्रीय पुस्तकालय रीवा में संचालित किया जा रहा है। पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या एवं स्थान की कमी को देखते हुए एक कॉरिडोर को वाचनालय कक्ष क्रमांक-2 के रूप में विकसित किया गया है। पुस्तकालय परिसर में फ्री वाई-फाई जोन की सुविधा उपलब्ध है।

केन्द्रीय पुस्तकालय रीवा के परिसर में रिक्त स्थान में 3 मंजिला नया भवन पुर्नघनत्वीकरण योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है। नवीन भवन का प्रथम तल पूर्णत: की ओर है। तैयार हो रहा संपूर्ण भवन केन्द्रीय पुस्तकालय रीवा को हस्तांतरित किया जाएगा।