बाबा कीनाराम की छठ्ठी धूमधाम पूर्वक मनाई गयी

चंदौली / अघोराचार्य संत बाबा कीनाराम जी की छठी पर्व पर सोमवार को रामगढ़ स्थित मठ में धूमधाम पूर्वक बनाया गया ।जिसमे सैकड़ो भक्त जन उपस्थित रहे,

इस अवसर पर बाबा कीनाराम परिवार के लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रबन्धक धनञ्जय सिंह व बाबा कीनाराम इंटर कालेज रामगढ़ के प्रवंधक प्रभुनारायण सिंह द्वारा पूजन अर्चन विधिवत किया गया । लोगो मे प्रसाद का वितरण हुआ ।

रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम मठ में 1 से 3 सितम्बर तक बाबा कीनाराम का जन्मोत्सव समारोह धूमधाम से मनाये जाने के दिन बाद लोलार्क षष्टि के दिन अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी की छठी महोत्सव का आयोजन किया जाता है । बाबा कीनाराम महोत्सव को बड़ा रूप देने वाले धनंजय सिंह व प्रभुनारायण सिंह लल्ला ने सुबह बाबा की आरती के बाद हवन पूजन व आरती द्वारा अखंड धूनी और बाबा कीनाराम जी के समाधि का विधिवत हवन पूजन अर्चन किया । पूज्य बाबा कीनाराम जी का श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन पूजन व तदुपरांत भक्तों में प्रसाद वितरण हुआ ।

छठ्ठी कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिवाजी सिंह, प्रभुनारायण पाण्डेय ,रितेश पाण्डेय,राजकुमार सिंह, अनुराग पाण्डेय, दीना दादा,पियूष कुमार, संतोष पटेल,अशोक कुशवाहा,मुकेश साहनी,दिनेश सोनकर,मुलायम यादव,किशन चौरसिया,मुकेश साहनी पुरोहित देवदत्त पाण्डेय अमृत पाठक,समेत इत्यादि लोग उपस्थित थे ।

अंबेडकर ने अभाव में जीकर प्रभाव को बदला -अर्जुन आर्या
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली/ धानापुर कस्बा स्थित डॉ. अंबेडकर पार्क के सभागार हाल में रविवार को "भारतीय संविधान में हमारा दायित्व क्या है" विषय पर लॉर्ड बुद्धा डॉ अंबेडकर सेवा समिति के बैनर तले एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि एवं संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन प्रसाद आर्या व अन्य द्वारा सर्व प्रथम डॉ.अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर किया गया। तत्पश्चात गायक पप्पू राजा ने "भीम जैसा न कोई मेरा रहनुमा"मिशन गीत गाकर कार्यक्रम में समा बांध दिया। अंत में लगभग पांच दर्जन से अधिक लोगों ने सदस्यता लिया और संगठन के दायित्वों की मिली जिम्मेवारी को निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करने का संकल्प लिया।

श्री आर्या ने कहा कि डॉ अंबेडकर को प्रारंभिक जीवन में ही जातिगत भेदभाव की कठोर वास्तविकताओं का सामना करना पड़ा। बचपन में सामाजिक बहिष्कार और अपमान का सामना करने के उनके अनुभव ने उनमें जाति व्यवस्था के अन्याय के खिलाफ लड़ने का गहरा संकल्प पैदा कर दिया और उसे पटल पर लाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर हम सबको अमन चैन का जीवन दिया। उन्होंने वर्तमान में समाज में बांचितो पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे प्रतिकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर की बनाई विरासत पर राज करने वाले भी उन्हीं पर आज अंगूली उठाने लगे हैं । देश को धन्नासेठों के हाथों में सौंपकर मनमाने ढंग से संविधान को बर्बाद करने पर तुले हैं। आज डॉ अंबेडकर को जिन्दा रखने के लिए हम सबको एक बैनर तले एकत्रित होकर संविधान को बचाने में अहम सहभागी बनना होगा। तभी उनके कीर्तिमान को स्थाई रखा जा सकता है।

विशिष्ट अतिथि आनन्द कुमार व लल्लन कुमार ने कहा कि डॉ अंबेडकर ने लंदन में गोलमेज सम्मेलनों में दलितों के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया, और दलितों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए उनके लिए अलग निर्वाचन क्षेत्रों की वकालत की। बाबासाहेब के प्रयासों का परिणाम 1932 के पूना पैक्ट के रूप में सामने आया, जिसने आम निर्वाचन क्षेत्रों में दलितों के लिए आरक्षित सीटों का प्रावधान किया।भारत के सभी नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित करने वाले डॉ.अंबेडकर का यह पिढ़िया और राष्ट्र सदैव आभारी रहेगा।वक्ता लालमनि पाल, रामजन्म, और श्रीमान भारती ने कहा कि बुद्ध और डॉ.अंबेडकर को जान लेना पुनर्जन्म के बराबर है। जिन्होंने मानवता के मौलिक अधिकार से परिचय कराया। उन्होंने अर्थव्यवस्था, शिक्षा पर हो रहे भावनात्मक शोषण को जड़ से मिटाया। जिसके प्रतिफल से आज पिछड़ा समाज को बोलने, रहने जैसी तमाम आजादी मिली है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता रामअवतार और संचालन गुल्लू गौतम(कवि) व विजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम को सुचारू रूप देने में सियाराम व अन्य ने भूमिका निभाया। इस दौरान महेंद्र राम, श्यामलाल, लक्ष्मण प्रसाद, महंगू राम, नंद कुमार, श्याम कार्तिक, जियुत पाल, कन्हैया बिंद, मंगल राजभर सहित सैकड़ों ग्रामीण महिलाऐं ,पुरुष व उपस्थित रहे।
भाजपा नेता सूर्यमुनी तिवारी प्रकरण में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने किया पोस्ट, बीजेपी पर कसा तंज

श्रीप्रकाश यादव 

चंदौली। भाजपा नेता सूर्यमुनी तिवारी के समर्थकों की ओर से विजिलेंस कर्मियों के साथ मारपीट और बंधक बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में बीजेपी नेता समेत 22 पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। अब इस मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने इसके जरिये भाजपा सरकार पर तंज कसा है। ऐसे में बीजेपी नेता की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।

अखिलेश ने लिखा है कि भाजपा सरकार का पुलिस के प्रति जीरो टालरेंस का कारनामा : पुलिस का भाजपाइयों ने किया अपहरण। अब क्या पुलिसवालों को एफआईआर लिखवाने भाजपा के मुख्यालय जाना पड़ेगा। बस यही दिन देखना बाकी था। अखिलेश ने अपने पोस्ट के साथ उस घटना का वीडियो भी शेयर किया है।

दरअसल, अवैध वसूली की शिकायत पर कुछ लोगों ने विजिलेंस कर्मियों की पिटाई कर दी। इसमें विजिलेंस का संविदा चालक और एक वदीर्धारी कर्मी शामिल था। पिटाई करने वाले बीजेपी नेता के समर्थक बताए जा रहे हैं। मारपीटकर दोनों कर्मियों को बीजेपी नेता की गाड़ी में बैठाकर अलीनगर थाने ले जाया गया। वहां विजिलेंस के अधिकारी भी पहुंच गए। दोनों पक्षों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी गई। इसमें पुलिस ने सूर्यमुनी तिवारी समेत 22 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बीजेपी नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से उनके समर्थकों में खासा आक्रोश है।

यातायात नियमों का उलंघन पर 125 वाहनों का चालान,1.42 लाख जुर्माना
श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। यातायात पुलिस व जनपदीय थाना पुलिस टीम ने विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाकर शनिवार को यातायात नियमों का उलंघन करने वाले 125 वाहनों का चालान करते हुए 1,42,500 रूपये का जुर्माना अधिरोपित किया। पुलिस टीम द्वारा वाराणसी से बिना परमिट व बिना फिटनेस पर आ रहे ऑटो का भी चालान किया जा रहा।

यातायात पुलिस व जनपदीय थाना पुलिस टीम द्वारा लगातार बिना साइलेंसर या मोडिफाइड साइलेंसर, बिना हेलमेट, बिना शीटबेल्ट, तीन सवारी व यातायात नियमों के उल्ल्घन करने वालो पर लगातार कार्रवाई जारी है जिसके क्रम में जनपद के प्रमुख चौराहों तिराहों, सार्वजनिक मार्गों पर यातायात अपराधों के विरूद्ध विशेष सघन चेकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों के पालन के लिये जागरुक किया गया।

साथ ही साथ आमजन व वाहन चालकों को नशे की हालत में वाहन न चलाने, निर्धारित मानक से अधिक सवारी न बैठाने, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करने, अवयस्क को वाहन न चलाने देने, सीट बेल्ट का प्रयोग करने, दो पहिया वाहनों पर हेलमेट का प्रयोग करने, वाहनों को ओवर लोड न चलाने आदि के संबन्ध में जागरूक किया गया

यातायात प्रभारी सुरेन्द्र यादव ने बताया कि मोटरसाइकिल पर तीन सवारी-07, बिना इंश्योरेन्स के वाहन चलाना-02, बिना हेलमेट-54, नो पार्किंग-47, गलत दिशा में वाहन चलाना-07, गलत नंबर प्लेट- 04, बिना फिटनेस वाहन चलाना- 03, और अन्य- 01 कुल 125 वाहन को यातायात नियमों का उलंघन करते पाया गया है जिनकी चालान की गई है और 1,42,500रूपये का राजस्व कारित किया गया है।
कौमी एकता का प्रतीक ऐतिहासिक लतीफशाह मेला ,मेले की परंपरा पूर्व काशी नरेश उदित नारायण ने ही डाली थी

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हरितालिका तीज के तीसरे दिन चकिया में लगने वाले चार दिवसीय मेले को लेकर चारों तरफ चहल-पहल देखने को मिल रही है, और नगर पंचायत चकिया की ओर से हरितालिका तीज के तीसरे दिन लतीफशाह में बाबा लतीफ शाह व‌ बाबा बनवारी दास की याद में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। उसी क्रम में 8 सितंबर को मेले का शुभारंभ किया जाएगा। जिसमें पूर्वांचल के विभिन्न जिलों समेत बिहार प्रांत के भी कई जनपदों के लोग यहां पहुंचेंगे और आनंद उठाएंगे। उसके अगले दिन चकिया नगर पंचायत द्वारा नगर के उप जिलाधिकारी आवास में विराट कजरी महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जिसमें तमाम जनपदों के कलाकार शिरकत करते हैं। वही उसी के अगले दिन चकिया नगर के मां काली मंदिर पोखरा परिसर में विराट कुश्ती दंगल का आयोजन किया जाता है जिसमें की कई जनपदों के पहलवान पहुंचकर जोर आजमाइश भी करते हैं।

वही चार दिवसीय मेले को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी पूरी तरीके से चुस्त व दुरुस्त है,और लगातार चप्पे-चप्पे पर पुलिस प्रशासन तैनात रहती है। सैदूपुर चौकी प्रभारी परमानंद त्रिपाठी ने लतीफ शाह जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बता दें कि कर्मनाशा नदी के तट पर स्थित बाबा लतीफशाह की पवित्र मजार जनपद की सांस्कृतिक व एतिहासिक धरोहरो में से एक है। कौमी एकता के प्रतीक बाबा लतीफशाह का एतिहासिक तीन दिवसीय मेला 8 सितंबर दिन रविवार से प्रारम्भ होगा। मेले की एतिहासिकता सैकड़ों वर्ष पुरानी है। मेले को लेकर पूर्व संध्या पर तैयारियां जोरों पर है।

जीवन पर्यंत रूढि़वादी परंपरा के विरूद्ध संघर्ष करने वाले बाबा जहां हिंदू मुस्लिम सछ्वावना की बीज बोए। वही दोनों संप्रदायों की कुरीतियों पर कुठाराघात किया। सूफीमत के प्रर्वतक बाबा की चर्चाएं आज भी दूरदराज तक फैली हुई है। काशी नरेश के दस्तावेजों के अनुसार बाबा का पूरा नाम सैयद अब्दुल लतीफशाह बर्री था। ईरानी देश (तत्कालीन) के बर्री नामक शहर के किसी गांव में उनका जन्म हुआ था। बचपन में ही साकार ब्रह्म के तत्व ज्ञान को ढूढ़ने के लिए वह सन्यासी बन गये। अकबर के शासन काल में कट्टर पंथ से परहेज किए जाने की बात सुनकर वे भारत आए थे। अजमेर शरीफ में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के तत्कालीन गद्दीनशी की सलाह पर वे काशी चले आए। प्रेम, सौहार्द, समरसता तथा धार्मिक पाखंड के प्रति उनके विचारों ने शिष्यों की एक बड़ी जमात खड़ी कर दी। बाद में वे कर्मनाशा नदी के किनारे आकर रहने लगे।

एक दंत कथा के अनुसार कौडिहार गांव के पास कर्मनाशा नदी के किनारे आने के समय ही उसी स्थान पर बाबा बनवारी दास नामक हिंदू संत भी रहा करते थे, वे भी बड़े तपस्वी तथा विद्वान थे। दोनों संत साथ-साथ हिन्दू मुस्लिम एकता का संदेश देते थे। परंतु ईश्वर की इच्छा अनुसार एक दिन बाबा बनवारी दास के मस्तिष्क में श्रेष्ठता की भावना ने जन्म लिया, वे कहने लगे कि मैं बाबा लतीफशाह से श्रेष्ठ संत हूं। कर्मनाशा की तीव्र धारा को पानी के उपर से चलकर पार करने की उन्होने पेशकश रख दी। बाबा बनवारी दास नदी पार करने गये तो वे पानी के अंदर चले गये। जबकि बाबा लतीफशाह ने पानी पर चलकर नदी पार कर ली। बाबा लतीफशाह को श्रेष्ठ संत होने का दर्जा मिल गया।

मजार का हुआ निर्माण

पूर्ववर्ती काशी नरेश उदित नारायण सन 1793 वें में चकिया काली जी का मंदिर बनवाना आरंभ किया तो उसी समय बाबा लतीफशाह के पक्की मजार का भी निर्माण कराया। हूबहू मां काली मंदिर की तरह दिखने वाला मजार आज भी मौजूद है। कहा जाता हैं कि किसी नदी के किनारे यह पहली पक्की मजार है। किदवंतियों के अनुसार मजार निर्माण के साथ ही लतीफशाह मेले की परंपरा पूर्व काशी नरेश उदित नारायण ने ही डाली थी। जो आज तक चली आ रही है।

हिंदूओं की श्रद्धा मुस्लिमों से कम नहीं

विंध्य पर्वत माला की सुरंग वादियों में स्थित बाबा लतीफशाह की दरगाह गंगा-जमुनी तरजीब की जीती जागती मिशाल है। रामरहिम की भांति परंपरा की जीवंत उदाहरण को अपने आगोश में समेटे बाबा की मजार पर हिंदुओं की श्रद्धा मुसलमानों से कम नहीं है। इस तीन दिवसीय के प्रथम दिन लतीफशाह में मेले का आयोजन किया जाता है। दूसरे दिन मेला चकिया में चला आता है। जहां नगर पंचायत की ओर से उपजिलाधिकारी आवास परिसर में भव्य कजरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। अंतिम दिन नगर स्थित मां काली जी पोखरे पर विराट कुश्ती दंगल का आयोजन होता है।
*छेड़खानी के आरोपों को यथार्थ नर्सिंग कालेज के डायरेक्टर ने बताया निराधार*

श्रीप्रकाश यादव

चंदौली- यथार्थ नर्सिंग कालेज की पूर्व वार्डेन की ओर से लगाए गए छेड़खानी के आरोपों को कालेज के डायरेक्टर डा. धनंजय सिंह ने सिरे से खारिज करते हुए मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा है। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए महिला पर गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने बताया कि महिला पिछले 10 वर्षों से उनके संस्थान के साथ जुड़ी थी। शुरू में वार्डेन का काम देखती थी, जबकि बाद में उसे रिसेप्शन और अकांउंट के काम में लगा दिया गया था।एक माह पूर्व फीस जमा करने में गड़बड़ी की बात पता चली तो सीए के जरिये आडिट करवाई, जिसमें पता चला कि लगभग 40 से 45 लाख का घोटाला हुआ है। आरोपी महिला रितु कुमारी से जब पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि अपने निजी कार्य के लिए उसने फीस के पैसों में गड़बड़ी की है। महिला ने पैसे लौटाने की बात कही।

पिछले एक महीने से पैसे देने में टालमटोल कर रही थी, जब दबाव बनाया गया तो उसने गबन किए पैसे लौटाने से साफ तौर पर इनकार कर दिया और जबर्दस्ती करने पर छेड़खानी सहित अन्य मामलों में फंसाने की धमकी दी। उसी दिन देर रात गार्ड के साथ मिलीभगत कर अपना सामान लेकर कालेज से चली गई। अगले दिन पांच सितंबर को संस्था के मैनेजर प्रवीण मिश्रा के जरिये डायरेक्टर ने महिला के खिलाफ सदर कोतवाली में तहरीर दिलाई। इस कार्रवाई की जानकारी मिलने के अगले ही दिन महिला कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ एडीजी कार्यालय पहुंची और फर्जी आरोप लगाते हुए डायरेक्टर पर मुकदमा दर्ज करवाया। डायरेक्टर डा. धनंजय सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच और गबन किया गया धन वापस दिलाने की मांग की है।

*राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 118 वर्षगांठ, लोगों को जागरूक करने की अपील*

श्रीप्राक्ष यादव

चंदौली- राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 118 वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रगीत वंदे मातरम तथा तिरंगा प्रेम के चलते राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक व कम्पोजीट विद्यालय ह्रदयपुर विकास खंड चहनियाँ जनपद चंदौली के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह यादव ने भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा जनप्रतिनिधियों की बेरुखी पर रोष व्याप्त करते हुए कहा कि भ्रष्ट राजनीति के चलते राजनीतिक लोग राष्ट्र नीति भूल गए हैं।

श्री यादव ने कहा की 6 सितंबर को बंदे मातरम की वर्षगांठ होने के कारण वंदे मातरम दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकार जनप्रतिनिधियों समाज सेवियों सामाजिक संगठनों तथा आम जनता को स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस गांधी जयंती याद रहते हैं, लेकिन वंदे मातरम दिवस पर लोगों की बेरुखी उचित नहीं है। वंदे मातरम दिवस पर लोगों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाना चाहिए तथा भारत माता की प्रतिमा पर माला अर्पण करना चाहिए। जिससे लोग जागरुक हो सके।

उन्होंने जानकारी के बावजूद भी ब्लॉक स्थित शहीदस्मारक की भारत माता की प्रतिमा पर साफ सफाई भी नहीं कराई गई है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने भारत माता की प्रतिमा पर माला अर्पण किया है, यही नहीं प्रतिमा के अनावरण के दौरान लगाई गई पट्टिका पर लिखे हुए नाम में से भी किसी व्यक्ति ने माला अर्पण नहीं किया है। ऐसे लोग सिर्फ दिखावा करते हैं राष्ट्र नीति उनके दिल और दिमाग में कतई नहीं होती जो की चिंता का विषय है।

*राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 118 वर्षगांठ, लोगों को जागरूक करने की अपील*

श्रीप्राक्ष यादव

चंदौली- राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 118 वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रगीत वंदे मातरम तथा तिरंगा प्रेम के चलते राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक व कम्पोजीट विद्यालय ह्रदयपुर विकास खंड चहनियाँ जनपद चंदौली के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह यादव ने भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा जनप्रतिनिधियों की बेरुखी पर रोष व्याप्त करते हुए कहा कि भ्रष्ट राजनीति के चलते राजनीतिक लोग राष्ट्र नीति भूल गए हैं।

श्री यादव ने कहा की 6 सितंबर को बंदे मातरम की वर्षगांठ होने के कारण वंदे मातरम दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकार जनप्रतिनिधियों समाज सेवियों सामाजिक संगठनों तथा आम जनता को स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस गांधी जयंती याद रहते हैं, लेकिन वंदे मातरम दिवस पर लोगों की बेरुखी उचित नहीं है। वंदे मातरम दिवस पर लोगों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाना चाहिए तथा भारत माता की प्रतिमा पर माला अर्पण करना चाहिए। जिससे लोग जागरुक हो सके।

उन्होंने जानकारी के बावजूद भी ब्लॉक स्थित शहीदस्मारक की भारत माता की प्रतिमा पर साफ सफाई भी नहीं कराई गई है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने भारत माता की प्रतिमा पर माला अर्पण किया है, यही नहीं प्रतिमा के अनावरण के दौरान लगाई गई पट्टिका पर लिखे हुए नाम में से भी किसी व्यक्ति ने माला अर्पण नहीं किया है। ऐसे लोग सिर्फ दिखावा करते हैं राष्ट्र नीति उनके दिल और दिमाग में कतई नहीं होती जो की चिंता का विषय है।

*सकलडीहा में नवागत न्यायिक एसडीएम ने ग्रहण किया पदभार*

श्रीप्रकाश यादव

चन्दौली- जनपद के तहसील सकलडीहा में न्यायिक एसडीएम के पद पर विकास मित्तल ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा अनुसार कार्य करते हुए सरकार की योजनाओं को समय पर पूर्ण करना तथा पुरानी पत्रावलियों का निस्तारण करना पहली प्राथमिकता होगी। इस दौरान उन्होंने तहसील परिसर व कार्यालय का निरीक्षण किया।वहीं बार के अधिवक्ताओं ने नवागत न्यायिक एसडीएम को स्मृति चिन्ह देकर ज़ोरदार स्वागत किया।

नवागत न्यायिक एसडीएम मूलरूप से हरियाणा के जिन्द जनपद के रहने वाले हैं। वर्ष 2023 में बतौर बीडीओ अमरोहा में अपनी सेवाएं दी। इस दौरान अमरोहा में छुइया नदियो के जीर्णोधार का कार्य बड़े पैमाने पर किया गया। शासन एवं जनपद के प्रमुख कार्यों में से यह कार्य आज भी जारी है। वहीं न्यायिक एसडीएम के रूप में तहसील सकलडीहा में नवीन तैनाती के रूप में दी गयी है।

इस दौरान पूर्व शासकीय अधिवक्ता जगदीश यादव, कन्हैया लाल गोंड, श्याम जी प्रसाद सहित अन्य अधिवक्ता गण मौजूद रहे।

पानी मिलाकर बेची जा रही थी शराब, दुकान सील, सेल्समैन गिरफ्तार
*श्रीप्रकाश यादव*

चंदौली- आबकारी निरीक्षक ने नईबाजार स्थित देशी शराब की दुकान में छापेमारी की। इस दौरान दुकान में मिलावटखोरी सामने आई। इस पर दुकान को सील कर दिया। वहीं सेल्समैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। कार्रवाई से शराब के दुकानदारों में खलबली मची रही।

सकलडीहा कोतवाली के नई बाजार चौकी के समीप स्थित देशी शराब की दुकान से सेल्स मैन द्वारा शराब में पानी मिलाकर  आम लोगो को बेचा जा रहा था। इसकी शिकायत मिलने पर आबकारी विभाग की टीम ने दुकान में छापेमारी की। इस दौरान 86 शीशी मिलावटी देशी शराब पकड़ी गई। जांच के बाद तत्काल मिलावटी शराब को सील करते हुए सेल्समैन में को गिरफ्तार कर लिया गया है। आबकारी विभाग की टीम ने दुकान को सील कर दिया। कार्रवाई से शराब का अवैध कारोबार करने वालो में हड़कंप मचा हुआ है। जिले में कई देशी शराब के दुकानों से पानी मिलाकर अवैध शराब का कारोबार किया जाता है। बिहार बार्डर से सटा जिला होने के कारण शराब का अवैध कारोबार जोरो पर हो रहा है।

बिहार में शराब बंदी होने के कारण चंदौली जनपद से शराब की तस्करी जोरों पर हो रही है। इस संबंध में आबकारी निरीक्षक दिनेश झा ने बताया कि नई बाजार देश शराब की दुकान से पानी मिलाकर शराब बेचने की शिकायत मिल रही थी, जिसपर छापेमारी की गई तो 86 शीशी मिलावटी शराब पाई गई। तत्काल सेल्समैन नंदलाल गुप्ता को हिरासत में लेकर निहित धाराओं में जेल भेज दिया गया है। इसके बाद दुकान को भी सील करते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह दुकान उर्मिला यादव के नाम से आवंटित थी, जो फिलहाल उत्तराखंड में रहती हैं। नए दुकान आवंटन तक दैनिक बिक्री के लिए दुकान के आवंटन की प्रक्रिया की जाएगी।