Delhincr

Sep 04 2024, 15:29

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस आज, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस आज 4 सितंबर को मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस वन्यजीवों और उनके आवासों को संरक्षित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है. 

इसका उद्देश्य इस ग्रह पर लुप्तप्राय जानवरों को बचाने और उन्हें विलुप्त होने से बचाने के महत्व को सामने लाना है. यह दिन आम जनता को हमारे प्यारे जानवरों की रक्षा करने और बच्चों को उनके बारे में सिखाने में पशु अभयारण्यों और चिड़ियाघरों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी सिखाता है।

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस का इतिहास क्या है ?

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस की स्थापना 2005 में कोलीन पैगे ने की थी, जो एक पशु व्यवहार विशेषज्ञ और परोपकारी व्यक्ति हैं. यह दिन मूल रूप से 4 सितंबर को मनाया जाना तय किया गया था. 

2006 में उनकी मृत्यु के बाद वन्यजीव संरक्षणवादी स्टीव इरविन की स्मृति को सम्मानित करने के लिए भी इसे चुना गया था. हालांकि, जागरूकता बढ़ाने और आगे की कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिए, 22 फरवरी को भी उत्सव के दिन के रूप में नामित किया गया था. 

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस का प्राथमिक लक्ष्य वैश्विक स्तर पर वन्यजीवों के सामने आने वाले दबावपूर्ण मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. इनमें मानवीय गतिविधियों और पर्यावरणीय परिवर्तनों के कारण कई प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा शामिल है. 

यह वन्यजीवों के संरक्षण के लिए स्थानीय और वैश्विक प्रयासों का समर्थन करने के लिए कार्रवाई का आह्वान करता है, जैव विविधता के महत्व और प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए स्थायी प्रथाओं की आवश्यकता पर जोर देता है.

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस का महत्व क्या है?

राष्ट्रीय वन्यजीव दिवस वन्यजीवों और उनके आवासों को संरक्षित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है. यह दिन व्यक्तियों, सरकारों और संगठनों को कार्रवाई करने और वन्यजीवों की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

पृथ्वी पर मौजूद 4 बिलियन प्रजातियों में से 99% से अधिक अब विलुप्त हो चुकी हैं. यह विचार करने के लिए एक बड़ा मुद्दा बन जाता है क्योंकि इससे हमारे पारिस्थितिक संतुलन में गड़बड़ी हो सकती है.

दुनिया के एक-चौथाई स्तनधारी, 6 में से 1 पक्षी प्रजाति और 40% उभयचर विलुप्त होने के खतरे में हैं, कुल मिलाकर 35,000 प्रजातियाँ हैं. यह दुखद है कि हमारी आने वाली पीढ़ी कभी भी उनका आनंद नहीं ले पाएगी या उनके बारे में नहीं जान पाएगी.

संरक्षण का क्या अर्थ है?

संरक्षण प्राकृतिक संसाधन की रक्षा के लिए एक योजनाबद्ध प्रयास है. यह प्रयास पौधों, वन्यजीवों, आवास और पानी की रक्षा करता है, ताकि अत्यधिक उपयोग, विनाश और उपेक्षा को रोका जा सके.

एवियरी क्या है?

एवियरी एक बड़ा बाड़ा है जिसका उपयोग पक्षियों को रखने के लिए किया जाता है. ये मजबूत बाड़े पक्षियों को रहने के लिए एक बड़ा स्थान और उड़ने के लिए जगह देने के लिए बनाए गए हैं. वे इतने बड़े भी हैं कि कोई भी व्यक्ति बाड़े में प्रवेश कर सकता है, देखभाल कर सकता है, भोजन दे सकता है, पानी दे सकता है और बाड़े को साफ कर सकता है।

Delhincr

Sep 04 2024, 15:28

एटलस साइकिल के पूर्व अध्यक्ष सलिल कपूर ने गोली मारकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट भी बरामद


नई दिल्ली: मशहूर साइकिल निर्माता कंपनी एटलस के पूर्व अध्यक्ष सलिल कपूर ने दिल्ली में कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सलील कपूर अपने तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर मृत पाए गए.

परिवार के सदस्यों ने कपूर का शव उनके घर के अंदर पूजा कक्ष के पास खून से लथपथ पाया. उन्हें एम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ घटना स्थल पर मौजूद है.

पत्नी और तीन बच्चे रहते थे

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कपूर का शव उनके मैनेजर ने दोपहर करीब 1 बजे डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम रोड स्थित उनके घर के पूजा कक्ष के पास खून से लथपथ पाया. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, कपूर ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मारी.

घटनास्थल से बरामद एक नोट में उन्होंने कथित तौर पर अपने ऊपर "वित्तीय बोझ" का उल्लेख किया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनकी पत्नी और तीन बच्चे अलग रह रहे थे. कपूर के मैनेजर और उनका परिवार तीन मंजिला इमारत में उनके साथ रहता था. उन्होंने बताया कि कपूर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

उनकी भाभी ने भी की थी आत्महत्याः 

पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र करने के लिए फोरेंसिक और अपराध टीमों को बुलाया गया है. कपूर को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 2015 में 9 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था.

उन पर धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे. जनवरी 2020 में उनकी भाभी नताशा कपूर ने भी इसी घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.

Delhincr

Sep 03 2024, 15:29

आज का इतिहास:1998 में आज ही के दिन शिखर सम्मेलन में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी


नयी दिल्ली : 3 सितंबर का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1984 में 3 सितंबर के दिन ही दक्षिण अफ्रीका ने संविधान को अंगीकार किया था। 

1971 में आज ही के दिन कतर स्वतंत्र राष्ट्र बना था।

1964 में 3 सितंबर के दिन ही अमेरिकी अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट केनेडी ने इस्तीफा दिया था। 

1992 में आज ही के दिन भारत की प्रसिद्ध महिला पहलवान साक्षी मलिक का जन्म हुआ था।

2008 में आज ही के दिन राजेन्द्र कुमार पचौरी को संयुक्त राष्ट्र की संस्था जलवायु परिवर्तन के अन्तर सरकारी पैनल (आईपीसीसी) का दोबारा प्रमुख चुना गया।

1998 में 3 सितंबर के दिन ही नेल्सन मंडेला द्वारा गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी।

1984 में 3 सितंबर के दिन ही दक्षिण अफ्रीका ने संविधान को अंगीकार किया था।

1971 में आज ही के दिन कतर स्वतंत्र राष्ट्र बना था।

1964 में 3 सितंबर के दिन ही अमेरिकी अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट केनेडी ने इस्तीफा दिया था।

1950 में आज ही के दिन एमीलियो नीनो फरिना पहले F1 वर्ल्‍ड चैपिंयन बने थे।

1943 में 3 सितंबर के दिन ही द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के घटक देश इटली ने हथियार डालने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

1943 में आज ही के दिन दूसरे विश्व युद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों ने इटली पर हमला किया था।

1924 में 3 सितंबर के दिन ही चीन में गृह युद्ध की शुरुआत हुई थी।

1921 में आज ही के दिन बेल्जियम में कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना हुई थी।

1900 में 3 सितंबर के दिन ही रूसी सेना ने रूस और मंचूरियाई सीमा के दोनों तरफ आमूर नदी पर नियंत्रण स्थापित किया था।

1833 में आज ही के दिन अमेरिका में पहला सफल समाचार पत्र ‘न्यूयार्क सन’ बेंजामिन एच डे के द्वारा शुरू किया गया था।

1783 में 3 सितंबर के दिन ही अमेरिका और ब्रिटेन के बीच पेरिस की संधि के साथ क्रांतिकारी युद्ध समाप्त हुआ था।

1791 में आज ही के दिन फ्रांस की नेशनल असेंबली ने फ्रांसीसी संविधान को पारित किया था।

3 सितंबर को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1992 में आज ही के दिन भारत की प्रसिद्ध महिला पहलवान साक्षी मलिक का जन्म हुआ था।

1976 में 3 सितंबर के दिन ही भारतीय फिल्म अभिनेता विवेक ओबेराय का जन्म हुआ था।

1926 में आज ही के दिन भारतीय सिनेमा में हिंदी और बांग्ला फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता उत्तम कुमार का जन्म हुआ था।

1923 में 3 सितंबर के दिन ही सुप्रसिद्ध तबला वादक किशन महाराज का जन्म हुआ था। 

1905 में आज ही के दिन भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक और स्वतंत्रता सेनानी कमलापति त्रिपाठी का जन्म हुआ था।

Delhincr

Sep 03 2024, 15:27

जाति जनगणना पर आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला,अब केंद्र सरकार के पाले में गेंद


नई दिल्ली:- जातिगत गणना मामले में हस्तक्षेप करने से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि यह मामला सरकार के दायरे में आता है और नीतिगत मामला है।

सुप्रीम कोर्ट ने सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना कराने की मांग करने वाली याचिका पर विचार करने से मना कर दिया। इसके बाद याचिकाकर्ता ने याचिका वापस लेने की अनुमति मांगी।

Delhincr

Sep 03 2024, 15:24

दुबई जेल में बंद बांदा की रहने वाली शहजादी को 21 सितंबर को दी जाएगी फांसी


उत्तर प्रदेश में बांदा की रहने वाली लड़की ‘शहजादी’ को दुबई में फांसी की सजा हो गई है. यूएई की कोर्ट ने उसे एक बच्चे की हत्या के मामले में 21 सितंबर को फांसी देने की सजा सुनाई है. यह खबर आते ही शहजादी के घर में कोहराम मच गया है. उसके बूढ़े माता-पिता ने पीएम मोदी से मामले में हस्तक्षेप करने और बेटी को बचाने की गुहार लगाई है. बताया कि उनकी बेटी खुद मानव तस्करी की शिकार हुई थी. उसे आगरा के रहने वाले एक फेसबुक फ्रेंड ने बेच दिया था. तब से वह बेइंतिहा जुल्म का शिकार हो रही थी.

परिजनों के मुताबिक शहजादी का चेहरा जला हुआ था. वह इलाज कराना चाहती थी, लेकिन घर में पैसों की तंगी थी. इसी बीच वह फेसबुक के माध्यम से आगरा में रहने वाले एक युवक उजैर के संपर्क में आई और उसने शहजादी का इलाज कराने के लिए आगरा बुला लिया. यहां उजैर ने शहजादी को मूल रूप से आगरा के ही रहने वाले दंपति फैज और नादिया को बेच दिया. यह दोनों दुबई में रहते हैं और उसे लेकर दुबई चले गए. वहां फैज और नादिया ने उसे घरेलू नौकर की तरह रखा और बुरी तरह से टार्चर किया.

शहजादी पर है हत्या का आरोप

इसी बीच फैज के 4 साल के बेटे की बीमारी से मौत हो गई, लेकिन फैज ने इसके लिए भी शहजादी पर इलजाम डाल दिया. इस मामले में दुबई की कोर्ट ने चार महीने पहले शहजादी को फांसी की सजा सुनाई थी. इसके बाद शहजादी के परिजनों ने बांदा की कोर्ट में उजैर, फैज और नादिया के खिलाफ मुकदमा किया और इसके बाद कोर्ट ने तीनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए थे

पीएम मोदी से लगाई गुहार

इसी के साथ परिजनों को अबू धाबी की जेल में बंद शहजादी से बात करने की छूट मिल गई थी. लेकिन अब वहां की कोर्ट से शहजादी की फांसी के लिए 21 सितंबर डेट मुकर्रर कर दी है. इससे परिजनों में हड़कंप मच गया है. परिजनों ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द मामले में हस्तक्षेप कर उनकी निर्दोष बेटी को मुक्त कराएं. इस संबंध में परिजनों ने पीएम को पत्र भी लिखा है.

Delhincr

Sep 02 2024, 14:31

राजधानी दिल्ली के द्वारका में 5 साल की स्कूली छात्रा के साथ कैब चालक ने किया रेप, आरोपी गिरफ्तार


नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में 5 साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत का मामला सामने आया था. 

वारदात को निजी स्कूल के कैब चालक ने अंजाम दिया है हालांकि, इस घटना में पुलिस ने शनिवार देर एफआईआर दर्ज कर आरोपी कैब ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है.

द्वारका पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 5 साल की बच्ची द्वारका इलाके के ही एक स्कूल में पढ़ती थी. बच्ची कैब से ही स्कूल जाती थी. काउंसलिंग के दौरान पीड़ित बच्ची ने बताया कि कैब चालक ने कई बार इस घिनौनी वारदात की है।

हालांकि, घटना का पता शनिवार को तब चला जब बच्ची छुट्टी के बाद घर आई और उसकी तबीयत खराब हो गई. बच्ची ने मां से बातचीत के दौरान ही ये सारी बात बताई. इसके बाद बच्ची की मां ने स्कूल प्रशासन को इस घटना की जानकारी देने के साथ-साथ पुलिस को भी घटना के बारे में बताया.

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की वारदात से देश के अलग-अलग इलाके में लोगों का विरोध प्रदर्शन शांत नहीं हुआ है. लोग छोटी बच्चियों, लड़कियों और महिलाओं के साथ होने वाली इस घिनौनी वारदात को रोकने के लिए सरकार से कड़े कानून की मांग कर रहे हैं।

इस बीच राजधानी में इस तरह की घटना से साफ पता चलता है कि ऐसी मानसिकता वाले अपराधियों में इस बात का कोई खौफ फिलहाल नहीं है. गिरफ्तार आरोपी कैब चालक से पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है, ताकि इस बात का पता चल सके कि कैब चालक ने और किसी बच्ची को तो अपना शिकार नहीं बनाया. साथ ही उसके अपराधिक बैकग्राउंड के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है।

गाजियाबाद में भी हैवानियत: गाजियाबाद के मोदीनगर थाने पर एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि 30 अगस्त की मध्य रात्रि में उनके पड़ोस में रहने वाले युवक ने उनकी पुत्री के साथ दुष्कर्म किया. महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. 

इस मामले पर बात करते हुए मोदीनगर के सहायक पुलिस आयुक्त ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है, और जल्द ही अन्य कानूनी प्रक्रियाएँ पूरी की जाएंगी।

Delhincr

Sep 02 2024, 14:30

GST संग्रह अगस्त में 10 प्रतिशत बढ़कर 1.75 लाख करोड़ रुपये हुआ

नई दिल्ली : रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में सकल रूप से माल और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 1.74 लाख करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 10 फीसदी की बढ़ोतरी है. 

अगस्त 2023 में कुल संग्रह 1.59 लाख करोड़ रुपये था. आज उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में सीजीएसटी, एसजीएसटी, आईजीएसटी और उपकर सभी में साल-दर-साल वृद्धि हुई है।

2024 में अब तक कुल जीएसटी संग्रह 10.1 प्रतिशत बढ़कर 9.13 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 2023 की इसी अवधि में 8.29 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे. अप्रैल में कुल जीएसटी संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया. जुलाई में माल और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 1.82 लाख करोड़ रुपये था।

मई और जून में संग्रह क्रमशः 1.73 लाख करोड़ रुपये और 1.74 लाख करोड़ रुपये था. वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान, कुल सकल जीएसटी संग्रह 20.18 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 11.7 प्रतिशत अधिक है।

मार्च 2024 में समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए औसत मासिक संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष के औसत 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक था।

हालिया जीएसटी संग्रह में वृद्धि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक प्रक्षेपवक्र को दर्शाती है, जो मजबूत घरेलू खपत और उछाल वाली आयात गतिविधि को रेखांकित करती है. ये आंकड़े देश के राजकोषीय स्वास्थ्य और आर्थिक सुधार के प्रयासों के लिए अच्छे संकेत हैं, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच लचीलेपन का संकेत देते हैं. 

देश में 1 जुलाई, 2017 से वस्तु एवं सेवा कर लागू किया गया था, और राज्यों को जीएसटी (राज्यों को मुआवजा) अधिनियम, 2017 के प्रावधानों के अनुसार जीएसटी के कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी राजस्व के नुकसान के लिए पांच साल के लिए मुआवजे का आश्वासन दिया गया था.

हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, साबुन; डिटर्जेंट और वाशिंग पाउडर; गेहूं; चावल; दही, लस्सी, छाछ; कलाई घड़ी; 32 इंच तक का टीवी; रेफ्रिजरेटर; वाशिंग मशीन, मोबाइल फोन, उन प्रमुख वस्तुओं में से हैं जिन पर जीएसटी दरों में काफी कटौती की गई है, या कुछ के लिए शून्य रखा गया है, जिससे इस देश के लोगों को लाभ हुआ है।

वित्त मंत्रालय के एक अध्ययन ने सुझाव दिया कि इस प्रकार, उपभोक्ता अब अनाज, खाद्य तेल, चीनी, मिठाई और स्नैक्स जैसी दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर कम खर्च करते हैं. जीएसटी व्यवस्था ने पिछली पुरानी कर प्रणाली की अक्षमताओं और जटिलताओं को दूर किया है.

पिछले कुछ वर्षों में, जीएसटी ने अन्य बातों के अलावा, अनुपालन को सरल बनाया है और कर के व्यापक प्रभाव को कम किया है. 1 जुलाई, 2017 से पहले, अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था अत्यधिक खंडित थी. केंद्र और राज्य अलग-अलग वस्तुओं और सेवाओं पर कर लगा रहे थे. जीएसटी परिषद, एक संघीय निकाय जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री इसके अध्यक्ष और सभी राज्यों के वित्त मंत्री सदस्य हैं, ने मंच में अपनी भूमिका निभाई है।

Delhincr

Sep 02 2024, 14:28

मॉब लिंचिंग मामले पर राहुल गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना बोले ‘भाजपा सरकार में उपद्रवियों को मिली खुली छूट

नई दिल्ली : नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र की मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर एक्स पर पोस्ट करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. 

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में इस तरह के उपद्रवियों को खुली छूट मिली हुई है.उन्होंने कहा कि नफ़रत को राजनीतिक हथियार बनाकर सत्ता की सीढ़ी चढ़ने वाले देश भर में लगातार भय का राज स्थापित कर रहे हैं. भीड़ की शक्ल में छिपे हुए नफरती तत्व कानून के राज को चुनौती देते हुए खुलेआम हिंसा फैला रहे हैं.भाजपा सरकार से इन उपद्रवियों को खुली छूट मिली हुई है, इसीलिए उनमें ऐसा कर पाने का साहस पैदा हो गया है.

इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि अल्पसंख्यकों खास कर मुसलमानों पर लगातार हमले जारी हैं और सरकारी तंत्र मूक दर्शक बना देख रहा है. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कर कानून का इकबाल क़ायम किया जाना चाहिए.

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत की सांप्रदायिक एकता और भारतवासियों के अधिकारों पर किसी भी तरह का हमला संविधान पर हमला है जो हम बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. भाजपा कितनी भी कोशिश कर ले - नफरत के खिलाफ भारत जोड़ने की इस ऐतिहासिक लड़ाई को हम हर हाल में जीतेंगे।

बता दें कि हरियाणा और महाराष्ट्र में मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुईं. इसमें हरियाणा के चरखी दादरी जिले में गौरक्षक समूह के लोगों ने 27 अगस्त को बीफ खाने के शक में पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर साबिर मलिक को पीट-पीटकर मार डाला था. 

वहीं, महाराष्ट्र में कुछ लोगों ने बीफ ले जाने के शक में धुले एक्सप्रेस ट्रेन में बुजुर्ग अशरफ अली सय्यद हुसैन के साथ मारपीट की थी. हालांकि दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

Delhincr

Sep 02 2024, 14:27

आज ही चांद पर जाने के लिए नासा ने कैंसिल किए थे 2 अपोलो मिशन, जानें आज का इतिहास


 

देश और दुनिया में 2 सितंबर यानी आज का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई हैं। 

1970 में आज ही के दिन चांद पर जाने के लिए नासा ने अपने 2 अपोलो मिशन को कैंसिल कर दिया था। 1970 में 2 सितंबर को कन्याकुमारी में विवेकानन्द स्मारक का उद्घाटन हुआ था। 

2 सितंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1999 में आज ही के दिन भारतीय तैराक बुला चौधरी इंग्लिश चैनल 2 बार पार करने वाली प्रथम एशियाई महिला बनीं थीं।

2007 में 2 सितंबर को ही अल्बानिया विश्व का पहला रासायनिक हथियार युक्त राष्ट्र बना था। हम 2 सितंबर की कुछ महत्त्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जानेंगे।

2008 में आज ही के दिन कानपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. बीएन अस्थाना को उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सरस्वती सम्मान देने की घोषणा की गई थी।

2007 में 2 सितंबर के दिन ही अल्बानिया विश्व का पहला रासायनिक हथियार युक्त राष्ट्र बना था।

2005 में आज ही के दिन अमेरिका में आए कैटरीना तूफान ने भारी तबाही मचाई थी।

1999 में 2 सितंबर के दिन ही भारतीय तैराक बुला चौधरी इंग्लिश चैनल दो बार पार करने वाली प्रथम एशियाई महिला बनीं थीं।

1998 में आज ही के दिन डरबन में 12वें गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन का अफ्रीकी राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने उद्घाटन किया था।

1992 में 2 सितंबर को ही अमेरिका और रूस अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण के लिए संयुक्त उपक्रम बनाने के लिए सहमत हुए थे।

1991 में आज ही के दिन अमेरिका ने औपचारिक रूप से लिथुआनिया, लातीविया और एस्टोनिया की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी।

1990 में 2 सितंबर के दिन ही काला सागर में सोवियत यात्री जहाज के डूबने से 79 यात्री मारे गए थे।

1970 में आज ही के दिन नासा ने चांद पर जाने के लिए अपने 2 अपोलो मिशन को कैंसिल कर दिया था।

1970 में 2 सितंबर को ही कन्याकुमारी में विवेकानन्द स्मारक का उद्घाटन हुआ था।

1962 में 2 सितंबर के दिन ही सोवियत संघ क्यूबा को हथियार देने पर तैयार हुआ था।

1798 में आज ही के दिन अंग्रेजो ने हैदराबाद के निजाम के साथ समझौता किया था।

1789 में 2 सितंबर को ही अमेरिका में राजस्व विभाग बनाया गया था।

2 सितंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1841 में आज ही के दिन जापान के युवराज हिराबुमि इतो का जन्म हुआ था।

1885 में 2 सितंबर को ही केरल के प्रसिद्ध समाज सुधारक टी. के. माधवन का जन्म हुआ था।

1941 में आज ही के दिन प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री साधना का जन्म हुआ था।

1965 में 2 सिंतबर के दिन ही भारतीय फ़िल्म निर्माता पार्थो सेन गुप्ता का जन्म हुआ था।

1971 में आज ही के दिन भारतीय अभिनेता पवन कल्याण का जन्म हुआ था।

1984 को 2 सितंबर को ही भारतीय मॉडल और अभिनेत्री उदिता गोस्वामी का जन्म हुआ था।

2 सितंबर को हुए निधन

1955 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध विद्वान, साहित्यकार और शिक्षा शास्त्री अमरनाथ झा का निधन हुआ था।

1976 में 2 सितंबर के दिन ही मराठी भाषा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार विष्णु सखाराम खांडेकर का निधन हुआ था।

2000 में आज ही के दिन मैनहट्टन परियोजना में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वैज्ञानिक जॉन सिम्पसन का निधन हुआ था।

Delhincr

Sep 02 2024, 13:34

आज विश्व नारियल दिवस पर जानें क्या है इस दिन का इतिहास


नयी दिल्ली : आज 2 सितंबर 2024 को विश्व नारियल दिवस मनाया जा रहा है. यहां जानें क्या है इस दिन का महत्व, इसका इतिहास और इस साल की थीम।

भारत समेत दुनिया के सबसे बड़े नारियल उत्पादक देश 2 सितंबर को नारियल दिवस के रूप में मनाते हैं. यह दिन पहली बार 1969 में मनाया गया था, जब एशियाई प्रशांत नारियल समुदाय (APCC) की स्थापना हुई थी.

विश्व नारियल दिवस का महत्व

यह दिन नारियल के कई लाभों पर प्रकाश डालता है, खाना पकाने में उनके उपयोग से लेकर विभिन्न उद्योगों में उनकी भूमिका तक. यह उत्सव नारियल के पोषण मूल्य और आर्थिक महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है. 

यह उन किसानों और उत्पादकों का भी सम्मान करता है जो इस बहुमुखी फल को हमारी मेज तक लाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।

विश्व नारियल दिवस मनाकर, हम वैश्विक स्वास्थ्य और कृषि में नारियल की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हैं.

विश्व नारियल दिवस 2024 की थीम क्या है ?

विश्व नारियल दिवस 2024 की थीम है “एक परिपत्र अर्थव्यवस्था के लिए नारियल: अधिकतम मूल्य के लिए साझेदारी का निर्माण.” यह थीम नारियल का उपयोग इस तरह से करने के महत्व पर जोर देती है जो स्थिरता को बढ़ावा देता है और अपशिष्ट को कम करता है. एक परिपत्र अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करके, लक्ष्य नारियल के हर हिस्से का अधिकतम उपयोग करना है, यह सुनिश्चित करना कि कुछ भी बर्बाद न हो.

विश्व नारियल दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व नारियल दिवस हमारे दैनिक जीवन में नारियल के महत्व और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर उनके प्रभाव को पहचानने और बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. 2 सितंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला यह दिवस नारियल के पोषण, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालता है, खासकर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में जहां वे लाखों किसानों के लिए आय और आजीविका का एक प्रमुख स्रोत हैं.