Veer Gupta

Sep 03 2024, 17:49

कोलकाता मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष गिरफ्तार, 8 दिन के लिए भेजे गए सीबीआई हिरासत में ,10 सितंबर को होगी पेशी

कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष सवालों के घेरे में हैं. सीबीआई ने बीते दिन सोमवार को उन्हें गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश गया. जहां से पूर्व प्रिंसीपल को 8 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है.

हालांकि सीबीआई ने उनकी 10 दिन की हरिसात मांगी थी लेकिन कोर्ट ने 8 दिन की मंजूरी दी.

वहीं 3 अन्य आरोपियों को भी सीबीआई हिरासत में भेजा गया है. जिसके बाद अब 10 सितंबर को अगली पेशी होगी.

कड़ी सुरक्षा के बीच संदीप घोष को कोर्ट पहुंचाया गया था. घोष की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के मामले में की गई है. 15 दिनों से ज्यादा समय तक पूछताछ के बाद सीबीआई ने ये कार्रवाई की. वहीं कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी अफसर अली खान की जमानत याचिका भी खारिज कर दी है.

कोर्ट में पेश हुए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष

बीती रात पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और 3 अन्य आरोपियों को सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने गिरफ्तार किया था. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अलीपुर जज कोर्ट में लाया गया था. संदीप घोष के CBI दफ्तर से निकलते ही मौके पर जुटी भीड़ ने संदीप घोष को चोर-चोर चिल्लाना शुरू कर दिया. कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला गया और कोर्ट में पेश किया गया.

अबतक 4 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार

ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और रेप के मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें कोलकाता के आरजी कर मेडिकल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष के अलावा घोष का सुरक्षाकर्मी अफसर अली, अस्पताल के विक्रेता बिप्लव सिंघा और सुमन हजारा शामिल हैं. 24 अगस्त को सीबीआई ने संदीप घोष और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद जांच शुरू की थी. अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने घोष के प्रिंसिपल रहने के दौरान अस्पताल में वित्तीय अनियमितताएं होने की शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद जांच शुरू की गई थी.

Veer Gupta

Sep 03 2024, 17:27

मणिपुर में ड्रोन हमला, राज्य और देश के लिए चिंता की बात

मणिपुर फिर सुलगने लगा है. दो महीने की अस्थायी शांति के बाद सितंबर की पहली तारीख को जिस तरह का घातक हमला हुआ वह हिला देने वाला है. इस अटैक में दो लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए. इनमें एक 12 साल की किशोरी, दो पुलिसकर्मी और एक मीडियाकर्मी शामिल है.

सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस हमले में ड्रोन का प्रयोग किया गया. यह पहली बार है जब मैतेइ और कुकी समुदायों के बीच हुई हिंसा के बीच धमाका करने के लिए ड्रोन को अपनाया गया हो. यह सिर्फ राज्य के लिए ही नहीं बल्कि देश के भी बेहद चिंता की बात है. आखिर क्यों मणिपुर में ड्रोन बमों के इस्तेमाल से भारत को चिंतित होना चाहिए? आइए समझते हैं.

यह ड्रोन हमला क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

ड्रोन आधुनिक युद्ध का एक सस्ता लेकिन घातक तत्व बन गया है, जिसका उपयोग 2020 में नगोर्नो-काराबाख युद्ध और रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे संघर्षों में देखा गया है. भारत के मणिपुर में इसका प्रयोग होना खतरनाक बढ़ोतरी का संकेत देता है. इसकी मदद से हमलावर पारंपरिक हथियारों की बजाय दूर से ही हमला कर सकते हैं. यदि ऐसा होने लगता है तो न तो ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमला कब और कहां होगा और न ही उसे रोका जा सकता है. हमले में ड्रोन के प्रयोग से टारगेटेड हत्याएं बढ़ सकती है और कोई भी इलाका अस्थिर हो सकता है. यह डर है कि ये हमले बड़े पैमाने पर हिंसा भड़का सकते हैं.

किसने कराए हमले?

मणिपुर पुलिस ने ड्रोन हमलों के लिए ‘कथित कुकी उग्रवादियों’ को जिम्मेदार ठहराया है. राज्य पुलिस और गृह विभाग के अनुसार, हमला ‘संदिग्ध कुकी आतंकवादियों’ द्वारा किया गया था, जिन्होंने कथित तौर पर रॉकेट चालित ग्रेनेड और अन्य विस्फोटक लॉन्च करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया था. जवाब में, मणिपुर के राज्य और केंद्रीय बलों ने उग्रवादियों को बाहर निकालने और आगे की हिंसा को रोकने के लिए अपने अभियान तेज कर दिए हैं. राज्य सरकार ने जनता से शांत रहने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि अपराधियों की पहचान करने और उन्हें मार गिराने के लिए तलाशी अभियान जारी है.

भारत के लिए ड्रोन हमले का क्या है मतलब?

घरेलू संघर्षों में ड्रोन युद्ध की शुरूआत एक खतरनाक मिसाल कायम कर सकती है, जिससे अधिक परिष्कृत और पता लगाने में कठिन हमले हो सकते हैं. यह कानून प्रवर्तन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है, जिन्हें अब ड्रोन के खतरे का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार करना होगा. इसके अलावा, ड्रोन का उपयोग भारत के भीतर अन्य आतंकवादी समूहों को प्रोत्साहित कर सकता है, जिससे संभावित रूप से अन्य अशांत क्षेत्रों में भी इसी तरह की रणनीति अपनाई जा सकती है. मणिपुर में तनाव बढ़ने से केंद्र सरकार के साथ राज्य के रिश्ते भी तनावपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि अधिक मजबूत हस्तक्षेप और संघर्ष समाधान रणनीतियों की मांग बढ़ रही है.

Veer Gupta

Sep 03 2024, 14:12

पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन जारी

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या हुई. इसके बाद से ही वहां धरना प्रदर्शन जारी है. कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को हटाने को लेकर जूनियर डॉक्टर अभी भी धरना प्रदर्शन कर रहे है. उनकी मांग है कि पुलिस कमिश्नर अपना इस्तीफा दें

डॉक्टर ऐसा आरोप लगा रहे हैं कि सीबीआई जांच से पहले सबूतों के साथ पुलिस की मौजूदगी में छेड़छाड़ हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि जब तक पुलिस कमिश्नर इस्तीफा नहीं देते तब तक उनका धरना प्रदर्शन चलता रहेगा. आज सुबह जब भाजपा संसद अभिजीत गांगुली धरना स्थल पर पहुंचे तो छात्रों ने उनके विरोध में नारे लगाए.

क्या मांग कर रहे हैं डॉक्टर

जूनियर डॉक्टर का आरोप है कि शुरुवाती जांच में पुलिस ने लापरवाही बरती जिसके वजह से सबूतों के साथ छेड़छाड़ हुई है. डेड बॅाडी के पास भीड़ की वजह से काफी सबूत खराब हो गए और पुलिस ने घरवालों को झूठ क्यों बोला कि इनकी लड़की ने आत्महत्या की है. पुलिस पर ये भी आरोप है कि जब प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर भीड़ ने हमला किया तब भी उसने कुछ नहीं किया. इन सब बातों को लेकर डॅाक्टर कोलकाता पुलिस कमिश्नर का स्पष्टीकरण और इस्तीफा चाहते हैं.

क्या है अब तक का घटनाक्रम

आज बंगाल विधानसभा में ममता बनर्जी रेप को लेकर एक नया कानून अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून एवं संशोधन) 2024 पेश किया है, जिसमें दोषिओं को फांसी की सजा का प्रावधान है.

सोमवार को सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को वित्तीय अनियमितता के केस में गिरफ्तार कर लिया था. उनके खिलाफ पूर्व डिप्टी सुपेरिटेंडेंट डॉक्टर अख्तर अली ने शिकायत की थी.

9 अगस्त को जब से ये घटना घटित हुई है तब से ही विरोध प्रदर्शन चल रहा है. शुरू में इसकी जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी, बाद में इस केस को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था. अभी इसकी जांच सीबीआई ही कर रही है.

इस मामले में राजनीति भी बहुत हो रही है. बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी ने इस केस को गंभीरता से नहीं लिया जबकि ममता आरोप लगा रही हैं कि बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है और इसी बहाने बंगाल में अराजकता फैला रही है.

Veer Gupta

Sep 03 2024, 09:40

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्रुनेई और सिंगापुर यात्रा पर हुए रवाना, दौरे से पहले क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रुनेई दारुस्सलाम और सिंगापुर की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं. उन्होंने दोनों देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले एक्स पर पोस्ट करके कहा कि दोनों देशों से रिश्ते और बेहतर करने पर बात होगी. पीएम मोदी सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर ब्रुनेई दारुस्सलाम पहुंचेंगे.

प्रधानमंत्री भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 40 साल पूरे होने पर पीएम ये यात्रा कर रहे हैं. किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की ये पहली ब्रुनेई यात्रा है. इसके बाद वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर सिंगापुर जाएंगे. ये यात्रा 4-5 सितंबर के बीच निर्धारित है.

ब्रुनेई और सिंगापुर यात्रा को लेकर क्या बोले पीएम

पीएम मोदी ने विदेश ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा से पहले ट्वीट करते हुए कहा, ‘अगले दो दिनों में मैं ब्रुनेई दारुस्सलाम और सिंगापुर का दौरा करूंगा. इन देशों में तमाम कार्यक्रमों के दौरान भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. भारत-ब्रुनेई दारुस्सलाम राजनयिक संबंधों ने 40 शानदार वर्ष पूरे कर लिए हैं. मैं महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मिलने के लिए उत्सुक हूं.’

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘सिंगापुर में मैं राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली ह्सियन लूंग और एमेरिटस वरिष्ठ मंत्री गोह चोक टोंग के साथ बातचीत करूंगा. हम प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं.’ ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और भारत-प्रशांत के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण भागीदार है. पीएम मोदी की यह यात्रा रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के आदान-प्रदान को मजबूत करेगी

पीएम के ब्रुनेई दौरे पर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

पीएम मोदी की ब्रुनेई यात्रा पर विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने कहा, ‘पीएम ब्रुनेई के साथ संबंधों और सहयोग के सभी पहलुओं पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे. ब्रुनेई के साथ हमारे बहुत ही मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. ब्रुनेई में भारतीय प्रवासियों की संख्या लगभग 14,000 है और इनमें ब्रुनेई के डॉक्टर और शिक्षक भी शामिल हैं, जिन्होंने ब्रुनेई की अर्थव्यवस्था और समाज में अपने योगदान के लिए सद्भावना और सम्मान अर्जित किया है. ब्रुनेई 2012 से 2015 तक आसियान में हमारा कंट्री कोऑर्डिनेटर रहा है और आसियान के साथ हमारे आगे के जुड़ाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज भी निभा रहा है.’

Veer Gupta

Sep 02 2024, 20:34

अमित शाह ने बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी बताया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 के शुभारंभ के अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी न केवल दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, बल्कि सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी भी है. कोई भी अन्य पार्टी अपने सदस्यता अभियान को बीजेपी जितनी पारदर्शिता और ईमानदारी से नहीं चलाती है.

बीजेपी के अभियान के बारे में अमित शाह ने आज सोमवार को कहा कि हमारी पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी तो है ही, साथ ही सभी राजनीतिक दलों में एक प्रकार से अनूठी पार्टी भी है. आज भारत के 1,500 से अधिक राजनीतिक दलों में कोई भी दल लोकतांत्रिक तरीके से विश्वास और खुलेपन के साथ हर 6 साल के बाद अपने सदस्यता अभियान को नहीं करता है. ऐसा केवल और केवल बीजेपी ही करती है.

कार्यकर्ता सरकार और संगठन के बीच कड़ीः अमित शाह

उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी में कार्यकर्ता महज सदस्यता का एक अंक नहीं, बल्कि हमारे यहां कार्यकर्ता एक जीवंत इकाई, विचारधारा का वाहक, कार्य-संस्कृति का पोषक और हमारे कार्यकर्ता सरकार और संगठन के बीच में कड़ी का भी काम करते हैं, जो सरकार को हमेशा जनता के साथ जोड़कर रखता है.

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के सदस्यता लेते ही बीजेपी का अभियान शुरू होगा और अपने गंतव्य तक पहुंचेगा.

नेताओं पर जनता का विश्वास कम हुआः राजनाथ

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस सच्चाई को आज कोई नकार नहीं सकता कि नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होने के कारण देश की राजनीति और देश के नेताओं पर से जनता का विश्वास कम हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि देश की राजनीति में इससे पहले नेताओं की कथनी और करनी में जो विश्वास का संकट पैदा हुआ था, उस विश्वसनीयता के संकट को किसी ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है, तो वो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है.

राजनाथ सिंह ने साल 2014 का वाकया याद करते हुए कहा, “2014 में जब मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, उस समय मैं पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था. जब हमारा चुनावी घोषणा पत्र बन रहा था, तो उस समय भी हमारे प्रधानमंत्री ने बार-बार ये कहा कि अध्यक्ष इस बात की सावधानी बरतिएगा कि चुनावी घोषणा पत्र में जो कुछ भी कहा जाए, उसका अक्षरशः पालन हम कर सकें.”

पार्टी को आगे बढ़ाने की चिंता करते हैं PM: जेपी नड्डा

इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि जब अमित भाई शाह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुआ करते थे, तो उस समय उन्होंने सदस्यता अभियान को प्राथमिकता दी थी. तब उन्होंने कहा था कि हम संगठन के रास्ते बदलेंगे, संगठन के तरीके बदलेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जो कमल के निशान के साथ चलना चाहते हैं, उनका हम पार्टी में समावेश कर सकें.

नड्डा ने कहा, “हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री (मोदी) देश का प्रधानसेवक होने के नाते, 140 करोड़ देशवासियों के नेतृत्व करने के नाते प्रशासन की बारीकियों में दिन-रात व्यस्त रहते हैं. लेकिन उसके बावजूद भी हम सबके लिए वो आदर्श हैं.” उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने हमेशा इस बात को अपने आप में जीया है कि संगठन सर्वोपरि है और संगठन प्रथम है. संगठन को जब भी आवश्यकता पड़ी है, व्यस्ततम समय में भी वो पार्टी को आगे बढ़ाने की चिंता करते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय कार्यायल में पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे.

Veer Gupta

Sep 02 2024, 17:29

शाहरुख खान के थप्पड़ की बात पर हनी सिंह ने दिया बड़ा बयान

हनी सिंह रैप इंडस्ट्री का एक जाना माना चेहरा हैं. एक वक्त था जब उन्होंने अपने गानों पर हर किसी को नचाया. आज भी कोई पार्टी हनी सिंह के गानों के बिना अधूरी है. हालांकि, बढ़ रही शोहरत के बीच में अचानक से हनी सिंह इंडस्ट्री से पूरी तरह गायब हो गए थे, लेकिन एक बार फिर अपने नए एल्बम ‘ग्लोरी’ से हनी ने अपनी वापसी कर दी है. हनी अपने नए गाने के प्रमोशन के लिए लगातार मीडिया से बातचीत कर रहे हैं. ऐसी ही एक बातचीत में हनी से शाहरुख खान के थप्पड़ की बात भी की पूछी गई, जिसका जवाब उन्होंने दिया है.

लल्लनटॉप के इंटरव्यू के दौरान उनसे उनकी अब तक की सबसे बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में सवाल किया गया, जो कि शाहरुख खान से जुड़ी हुई थी. दरअसल, बीच में खबर आ रही थी कि शाहरुख खान की फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ के बाद हनी सिंह शाहरुख के साथ स्लैम टूर पर गए थे, जहां किसी बात की नाराजगी की वजह से शाहरुख ने हनी सिंह को थप्पड़ जड़ दिया था.

बन रही है हनी सिंह की डॉक्यूमेंट्री

अपनी कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में बात करते हुए हनी ने कहा, “मतलब ही नहीं, ऐसा कुछ हुआ भी नहीं था, हालांकि इस बारे में आपको मेरी डॉक्यूमेंट्री में सुनने को मिलेगा, इसका जवाब मैंने वहां दिया है. ये डॉक्यूमेंट्री का एक बहुत इंपॉर्टेंट पार्ट है.” नेटफ्लिक्स ने हनी सिंह पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है, जिसका टाइटल ‘फेमस’ दिया गया है. हनी ने बताया कि नेटफ्लिक्स की तरफ से उन्हें इन टॉपिक पर बात करने से मना किया गया है, जिससे जब डॉक्यूमेंट्री रिलीज हो तो लोग उससे कनेक्ट कर पाएं.

पीआर गेम के लिए उड़ाई थी खबर?

कई लोगों का ये भी कहना था कि ये खबरें पीआर गेम के चलते उड़ाई गई थी, जिसको खारिज करते हुए हनी ने कहा, “मैंने आजतक पीआर कंपनी ही हायर नहीं की, फेमस होने के बाद मीडिया के साथ मेरी मुलाकात शो के दौरान हो जाती थी. क्योंकि शो के अलावा न मैं किसी पार्टी में दिखता था और न ही इंवेंट में जाता था. सबसे बड़ी बात ये भी थी कि मैं मुंबई में ही नहीं रहता था. जब मेरे बारे में खबर फैली तो मीडिया ने अपने मन से कुछ भी छाप दिया और मैंने भी किसी भी बात को लेकर कभी सफाई नहीं दी. मैं अपनी बात के लिए एक प्लेटफार्म ढूंढ रहा था, जिसके लिए एक माइक, कैमरा और कुछ पैसों की जरूरत थी.”

एल्बम में पाकिस्तानी कलाकार हैं शामिल

26 अगस्त को रिलीज हुए हनी सिंह के एल्बम ‘ग्लोरी’ में पाकिस्तानी कलाकारों का भी तड़का है. इस एल्बम में पाकिस्तानी कलाकार वहाब बुगती और साहिबान शामिल हैं. बुगती इटली के सिंगर लायोंग के साथ ‘बीबा’ सॉन्ग में नजर आ चुके हैं, वहीं साहिबान हैंडल्स के साथ ‘रैप गॉड’ में दिखी हैं.

Veer Gupta

Sep 02 2024, 16:05

मोदी सरकार ने किसानों के लिए किए 7 बड़े एलान, जानें डिटेल्स

मोदी सरकार ने किसानों के लिए 7 बड़े फैसले लिए हैं. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि सरकार गठन के अभी 100 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. पहले 85 दिनों के अंदर किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इनसे किसानों की आय बढ़ेगी.

उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2 हजार 817 करोड़ रुपये के डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी दी है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने खाद्य, पोषण के फसल विज्ञान के लिए समर्पित 3 हजार 979 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी है. टिकाऊ पशुधन स्वास्थ्य के लिए 1 हजार 702 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है. सरकार ने कुछ अच्छे पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं. इनमें हमें सफलता मिली है.

डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उसी के आधार पर डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना की जाएगी. बागवानी के विकास के लिए 860 करोड़ रुपये और कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए 1 हजार 202 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी . आइए जानते हैं डिजिटल कृषि मिशन से किसानों का क्या सहूलियत मिलनी वाली है

एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री फसल बोई रजिस्ट्री

कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली भू स्थानिक डेटा सूखा/बाढ़ निगरानी मौसम/उपग्रह डेटा भूजल/जल उपलब्धता डेटा फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग

मृदा प्रोफाइल डिजिटल फसल अनुमान डिजिटल उपज मॉडलिंग फसल ऋण से जुड़े एआई, बिग जैसी आधुनिक तकनीकें

डेटा खरीदारों से जुड़े मोबाइल पर अपडेट कृषि के लिए डीपीआई. जो कि किसानों के जीवन में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी पर बल देता है मोबाइल पर जानकारी मिलने से किसानों के जिंदगी में बदलाव आएगा खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए फसल विज्ञान अनुसंधान और शिक्षा पादप आनुवंशिक संसाधन प्रबंधन भोजन और चारे की फसल के लिए आनुवंशिक सुधार

दलहनी एवं तिलहनी फसल में सुधार

वाणिज्यिक फसलों में सुधार

कीड़ों, रोगाणुओं, परागणकों आदि पर अनुसंधान.

2047 के लिए जलवायु को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा के लिए किसानों को तैयार करना.

Veer Gupta

Sep 02 2024, 13:30

बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज, भड़काऊ भाषण देने का आरोप

महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. राणे पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है

. बीजेपी विधायक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 302, 153 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. नितेश राणे ने एक कार्यक्रम में मुसलमानों को खुली धमकी दी और कहा चुन-चुन कर मारेंगे. उनके खिलाफ दो FIR की गई है. एक श्रीरामपुर और दूसरा तोपखाना थाने में मामला दर्ज किया गया है.

BJP विधायक ने मुसलमानों को दी खुली धमकी

दरअसल, अहमदनगर में रामगिरी महाराज के समर्थन में मोर्चा निकाला गया. इस मोर्चे में बड़े पैमाने पर हिंदू समाज के लोक मौजूद थे.

मोर्चे के बाद नितेश राणे की एक सभा हुई, इसमें उन्होंने मुसलमानों को खुली धमकी दी. राणे ने कहा, ‘हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों मे आकर चुन चुन कर मारेंगे.’

महंत रामगिरी महाराज ने मुस्लिम समाज के पैगंबर पर टिप्पणी करणे बाद राज्य के अलग-अलग जिले में महाराज के खिलाफ मोर्चे निकाले गए थे. उसके बाद अब अहमदनगर में सकल हिंदू समाज की ओर से रामगिरी महाराज के समर्थन में बीजेपी नेता नितेश राणे के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया था.

चुनाव से पहले हिंसा कराना चाहती है BJP- AIMIM

AIMIM नेता वारिश पठान ने नितेश राणे का वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहती है. नीतेश राणे का भाषण भड़काऊ है और नितेश पर FIR हो और कानूनी कार्रवाई की जाए.

Veer Gupta

Sep 02 2024, 12:25

शादी के 5 साल बाद तीन बच्चों की मां बनी महिला, घर में खुशियों का माहौल

कहते हैं न जब ईश्वर की कृपा बरसती है तो हर वो मुराद पूरी हो जाती है, जिसका इंतजार लंबा और कष्टदायक होता है. आंध्र प्रदेश के कोनसीमा से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला को शादी के 5 तक कोई बच्चा नहीं हुआ, लेकिन अब वो तीन बच्चों की मां बन गई है. महिला ने डिलीवरी में 3 बच्चों को जन्म दिया है. महिला की डिलीवरी रामचंद्रपुरम सारदा नर्सिंग होम में हुई है. घर में तीन बच्चों की किलकारियां गूंजने से पूरा परिवार इस खास पर पल का आनंद ले रहा है.

डॉक्टरों के मुताबकि, महिला के एकसाथ तीन बच्चों की डिलीवरी करना आसान नहीं था. यह एक क्रिटिकल केस था. डॉ. गिरिबाला और डॉ. श्रव्या की टीम की निगरानी में सीजेरियन सेक्शन के जरिए तीन बच्चों की डिलीवरी की गई.

सालों-साल बच्चे की करते रहे मिन्नतें

गपाडु गांव में रहने वाले वीरबाबू और संध्या कुमारी की शादी 5 साल पहले हुई थी. शादी के बाद 5 सालों तक उन्हें कोई संतान नहीं हुई. बच्चे की चाह में उन्होंने दुआ और दवा दोनों ही तरीके से कोशिश करते रहे. वीरबाबू और संध्या कुमारी ने सभी प्रचलित मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किए और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना भी की.

उन्होंने कई अस्पतालों के भी चक्कर काटे और डॉक्टरों से भी इसके बारे में राय ली. आखिर इतने सालों के इंतजार के बाद उनके घर में तीन बच्चों की किलकारी गूंजी है. पहले डॉक्टरों ने संध्या की नॉर्मल डिलीवरी करने की कोशिश की, लेकिन बाद में सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए तीनों बच्चों को बाहर निकाला है. संध्या अब दो लड़के और एक लड़की मां बन चुकी हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, मां और बच्चे तीनों ही पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं.

Veer Gupta

Sep 02 2024, 10:18

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ के कारण रेल और सड़क यातायात ठप

भारत के दो राज्यों तेलंगाना और आंध्र-प्रदेश में बाढ़ से हालात खराब हैं. जहां तेलंगाना में कई जगहों पर पटरियों पर पानी भर जाने की वजह से 21 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. वहीं 10 का रास्ता बदला गया है. भारी बारिश के चलते तेलंगाना में केसामुद्रम और महबुबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है.

इसके साथ ही बताया जा रहा है कि रायनपाडु में भारी जल प्रवाह की वजह से दक्षिणमध्य रेलवे ने भी दो ट्रेनों को डायवर्ट किया है. बारिश वाली ट्रेनों के यात्रियों को सड़क मार्ग से काजीपेट जंक्शन ले जाया गया.

अधिकारियों ने बताया कि NDRFकी जोटीमेंतैनात की गई हैं. वो कई डिवाइस से लैस हैं. भारी बारिश और बाढ़ की वजह से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच रेल मार्ग और सड़क मार्ग दोनों कट गए है. दोनों तेलुगू राज्यों की सीमा पर पुल को नुकसान पहुंचने पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी हुई है और लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर फंसे हुए हैं. रेलवे ट्रैक डूबने और बह जाने की वजह की से वारंगल और विजयवाड़ा रुट में पहले से ही करीब 130 ट्रेनों को रद्द किया गया है

20 से ज्यादा ट्रेनें रद्द

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने विजयवाड़ा सिंह नगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इससे पहले, दक्षिण मध्य रेलवे ने 20 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई थीं और 30 से ज्यादा का मार्ग बदल दिया गया था. इसके अलावा रेलवे ने लोगों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर दोनों राज्यों के हालात के बारे में जानकारी ली.

हर संभव मदद का आश्वासन

रविवार को अपनी बातचीत के दौरान पीएम ने इस मुश्किल वक्त से निकलने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. साथ ही तेलंगाना के परिवहन और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पूनम प्रभाकर ने भी रविवार को हनुमाकोंडा के काजीपेट जंक्शन पर फंसे यात्रियों से बातचीत की और उनकी परेशानियों के बारे में जानकारी ली. उनके साथ विधायक नैनी राजेंद्र रेड्डी, कव्वमपल्ली सत्यनारायण और हनुमाकोंडा कलेक्टर प्रवीण्य समेत कई और अधिकारी भी थे. मंत्री ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही रेलवे ट्रैक बहाल कर दिया जाएगा और ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी.