हाई कोर्ट ने माना विधवा बहू अपने ससुर से भरण-पोषण की हकदार, परिवार न्यायालय का आदेश रखा बरकरार…
बिलासपुर- बेटे की मौत के बाद बेवा बहू व पोती के भरण पोषण को लेकर ससुर द्वारा लगाई गई अपील को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. मामले में परिवार न्यायालय ने 1500 सौ रुपये पेंशन देने कहा था, आदेश के खिलाफ 40 हजार रु पेंशन पाने वाले ससुर ने हाई कोर्ट में अपील की थी. मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने परिवार न्यायालय के आदेश को यथावत रखते हुए अपील खारिज कर दी है. मामले की सुनवाई जस्टिस रजनी दुबे व जस्टिस संजय जायसवाल की डिवीजन बेंच में हुई।
बंगलापारा, रायपुर जिले के तुमगांव निवासी जनकराम साहू के बेटे अमित साहू की वर्ष 2022 में मौत हो गई थी. इसके बाद उसकी पत्नी मनीषा साहू, 29 वर्ष और पुत्री कु. टोकेश्वरी साहू उम्र लगभग 9 वर्ष के सामने अपना जीवन चलाने का संकट हो गया. मनीषा ने पारिवारिक न्यायालय महासमुंद में अपनी बेटी के लिए जीवन निर्वाह भत्ता दिलाने की मांग अपने ससुर से की. जिसे मंजूर कर फेमिली कोर्ट ने माँ को 1,500 रुपये प्रति माह और प्रतिवादी संख्या 2 बेटी को 500 रुपये प्रति माह देने का आदेश दिया. इसके खिलाफ जनकराम ने हाईकोर्ट में अपील की.
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि अमित साहू की मृत्यु 2 जनवरी 2022 को हो गई थी. अपने जीवनकाल के दौरान वह पत्नी और बच्ची को 2 हजार रुपये का रखरखाव भुगतान करते थे. उनके पिता जनकराम साहू वर्ष 2013 में बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे. सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें 40,000 रुपए प्रति माह पेंशन मिलती है. इसके अलावा मकान किराये के रूप में प्रति माह 10,000 रुपये मिलते हैं. मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने कहा कि हिंदू दत्तक ग्रहण और भरण-पोषण अधिनियम 1956 के तहत विधवा बहू अपने ससुर से भरण-पोषण की हकदार है. कोर्ट ने फैमिली कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा है.

बिलासपुर- बेटे की मौत के बाद बेवा बहू व पोती के भरण पोषण को लेकर ससुर द्वारा लगाई गई अपील को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. मामले में परिवार न्यायालय ने 1500 सौ रुपये पेंशन देने कहा था, आदेश के खिलाफ 40 हजार रु पेंशन पाने वाले ससुर ने हाई कोर्ट में अपील की थी. मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने परिवार न्यायालय के आदेश को यथावत रखते हुए अपील खारिज कर दी है. मामले की सुनवाई जस्टिस रजनी दुबे व जस्टिस संजय जायसवाल की डिवीजन बेंच में हुई।

रायपुर- जिलों में राज्यपाल की समीक्षा बैठक पर सियासत तेज हो गई है. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर तंज कसा है. बघेल ने कहा कि यह बहुत गम्भीर बात है. ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ. मैं तो यह देखकर हैरान हूँ कि राज्यपाल दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद अन्य जिलों में जाकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं, करेंगे. यह तो मुख्यमंत्री साय के लिये निश्चित तौर पर सोचनीय होगा. समझ नहीं रहा है कि सरकार कौन चला रहा है ? सरकार के समान्तर सरकार वाली बात हो गई.
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल पर राज्य के वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों के लिए आवागमन की कठिनाइयों का समाधान किया जा रहा है। इसी क्रम में कबीरधाम जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत पंडरिया विकासखंड के कांदावनी ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम रूखमीदादर में मिट्टी सड़क सह घाट कटिंग का कार्य किया गया है। इस कार्य से विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के लोगों को रोजगार के साथ-साथ आवागमन की सुविधा भी प्राप्त हो रही है।

रायपुर- कोरबा जिले के लिए जिला खनिज संस्थान न्यास मद से प्राप्त राशि वरदान साबित होने लगी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ से जिले में लगातार स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा व्यवस्था एवं जनहित संबंधित आवश्यक कार्य को कराने पहल की जा रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तथा आसपास मौजूद जर्जर स्कूल भवनों का चिन्हांकन कर नए भवनों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है।


दुर्ग- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है. आज दुर्ग के मड़ियापार में आयोजित पोला महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री साय ने सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल को आड़े हाथों लिया. छत्तीसगढ़ सरकार को फेलियर बताने वाले लोगों को करारा जवाब देते हुए सीएम ने कहा, ऐसे लोगों को अब हम लोगों को प्रमाण पत्र देने का कोई हक नहीं है.
रायपुर- मॉस्को से लाइट मेट्रो के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर कर लौटे रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने मीडिया के सामने दस्तावेज पेश किया है। मॉस्को सरकार की तरफ से मेयर को भेजे गए इनविटेशन और टिकट भी दिखाया। उन्होंने कहा कि, राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने रायपुर नगर निगम और मॉस्को सरकार के बीच 22 अगस्त को ज्वाइंट MoU किया गया।
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दुर्ग जिले के ग्राम मड़ियापर में आयोजित पोला महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। उन्होंने बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और शास्त्री नवयुवक मंडल मड़ियापार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति एवं पारम्परिक खेलों का संगम प्रदर्शित किया गया।




रायपुर- छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आयोजित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का जश्न धूमधाम से मनाया गया। 2 सितंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में साक्षरता सप्ताह एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के दूसरे दिन विभिन्न जिलों में कई रंगारंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें पेंटिंग, मेंहदी, रंगोली, पोस्टर, चित्रकला और दीवार पेंटिंग जैसी कला विधाओं को केंद्रित किया गया।



रायपुर- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की उपस्थिति में उप मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में आज राजनांदगांव जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान सांसद संतोष पाण्डेय उपस्थित थे।
Sep 03 2024, 13:37
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