बिहार के शिक्षकों को जल्द मिलेगा वेतन, शिक्षा विभाग ने जारी किए 1384 करोड़ रूपये.
बिहार:   राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को 1384 करोड़ 23 लाख 23 हजार 854 रूपये सभी जिलों को जारी किया गया हैं. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक बी. कार्तिकेय धनजी द्वारा शिक्षकों को वेतन भुगतान में पूर्व से निर्गत गाइडलाइन पालन का निर्देश दिया हैं. निर्देश के मुताबिक, समग्र शिक्षा अंतर्गत कार्यरत प्रारंभिक शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए विभाग द्वारा राशि जारी की गयी हैं.इससे समग्र शिक्षा अंतर्गत पूर्व से कार्यरत प्रारंभिक शिक्षकों को ही वेतन भुगतान किया जाना हैं.
           साथ ही अगले सप्ताह तक प्रारंभिक शिक्षकों को वेतन भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया हैं.जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं  जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ( प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान) को  निर्देश दिया गया है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी जिले में पूर्व से उपलब्ध राशि की समीक्षा करते हुए वेतन भुगतान कर राज्य कार्यालय को सूचित करें. इसमें किसी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर इसकी पूर्ण जवाबदेही संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ( प्रारंभिक शिक्षा एवं एसएसए) की होगी
कार्यक्रम के लिए की गई बैठक: जन सुराज पार्टी
लालगंज: 02 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में जन सुराज पार्टी की घोषणा कार्यक्रम में ज्यादा लोग शामिल हो, इसके लिए लालगंज में जन सुराज संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं की एक बैठक की गई.बैठक में  संगठन के जिलाध्यक्ष पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मुखिया अलका देवी सहित संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. पूरे बिहार में संगठन का विस्तार किया जा रहा हैं.
संगठन को मजबूती देने को लेकर पुराने  कार्यकर्ता जो कार्य नहीं कर रहे थे उनकी जगह पर नए कार्यकर्ता को मनोनीत किया गया और प्रखंड स्तर पर पार्टी का विस्तार भी किया गया.
           नए कार्यकर्ताओं में राजीव कुमार पाण्डेय को लालगंज प्रखंड अध्यक्ष, मिंता देवी महिला प्रखंड अध्यक्ष, राजेश्वर सिंह को किसान प्रकोष्ठ का प्रखंड अध्यक्ष मनोनीत किया गया. साथ ही युवा प्रखंड अध्यक्ष पद पर अनीश कुमार सिंह, कार्यालय प्रभारी सुंदर चौधरी, उपाध्यक्ष शशिभूषण सिंह, अलाउद्दीन अहमद खान उर्फ नन्हें खान, विनय राय एवं जवाहर राम, प्रवक्ता मनोज साहू और माधव सिंह समेत कई नए लोगों को अलग-अलग पदभार सौंपा गया.
           इस मौके पर जिलाध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी ने कहा कि बिहार में जन सुराज पार्टी का जो उद्देश्य हैं पार्टी को एक-एक गांव तक ले जाया जा सके और लोगों को बदलाव के प्रेरित किया जा सके. साथ ही जनता को सचेत और सजग किया जा सके. बिहार में  शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, उद्योग, बेरोजगारी में सुधार की आवश्यकता हैं. जन सुराज की आगामी दो अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर के नेतृत्व में एक विशाल जनसभा आयोजित होनी हैं और इस सभा में पार्टी की विधिवत घोषणा होनी हैं.
                      बैठक में  पूर्व प्रमुख अरूण बैठा, समाज सेवी नीरज सिंह, सुधीर कुमार सिंह आदि सैकड़ों लोग शामिल हुए.
पितृपक्ष में पर्यटन विभाग का टूर पैकेज, 5 कैटेगरी में प्लान, 13450 रूपये से शुरूआत
बिहार: बिहार राज्य पर्यटन निगम ने 17 सितंबर से शुरू हो रहे पितृपक्ष मेला को लेकर अलग-अलग  टूर पैकेज जारी किया हैं. पैकेज में ठहरने से लेकर आने-जाने, भोजन और पूजा के लिए पंडित और पूजन सामग्री समेत सभी सुविधाएं शामिल हैं. पिंडदानियों को गया में पिंडदान कराने के बाद बोधगया, राजगीर, और नालंदा का भ्रमण भी कराया जाएगा. पितृपक्ष मेला प्रत्येक साल सितंबर महीने में गयाजी और पटना जिले के पुनपुन में लगता हैं.
      
     बिहार राज्य पर्यटन निगम ने ये पैकेज एक रात और दो दिन का स्पेशल टूर पैकेज बनाया हैं जिसमें राजगीर और नालंदा भी घूम सकते हैं. जो प्रथम कैटेगरी में एक व्यक्ति का शुल्क 21 हजार 100 रूपये, दो व्यक्तियों का शुल्क 21 हजार 700 रूपये और चार व्यक्तियों का शुल्क 40 हजार 700 रूपये होगा.
      
     कैटेगरी टू में एक व्यक्ति का  शुल्क 19 हजार 500, दो व्यक्तियों का शुल्क 20 हजार 600 रूपये रूपये और चार व्यक्तियों का शुल्क 38 हजार 500 रूपए हैं.
     
     कैटेगरी थ्री में एक व्यक्ति का 18,500 रूपये, दो व्यक्तियों का 19,500 रूपये और चार व्यक्तियों का 36,500 रूपये शुल्क हैं
     
     पटना- पुनपुन और गया-पटना एक दिन का पैकेज के तीन कैटेगरी हैं. कैटेगरी वन में एक व्यक्ति का शुल्क 16 हजार 600 रूपये हैं. दो व्यक्ति का 17 हजार 300 रूपये और चार व्यक्तियों का 30 हजार 650 रूपये हैं.
    
     कैटेगरी टू में एक व्यक्ति का शुल्क 15 हजार 550 रूपये, दो व्यक्तियों का 16 हजार 200 रूपये और चार व्यक्तियों का 28 हजार 450 रूपये हैं.
   
      कैटेगरी थ्री में एक व्यक्ति का शुल्क 14 हजार 450 रूपये और दो व्यक्तियों का शुल्क 15 हजार 100 रूपये व चार व्यक्तियों का शुल्क 26 हजार 250 रूपये निर्धारित हैं.
     
    एक दिन का गया के लिए पैकेज कैटेगरी वन में एक व्यक्ति का शुल्क 13 हजार 450 रूपए, दो व्यक्तियों का शुल्क 14 हजार 150 रूपए और चार व्यक्तियों का शुल्क 23 हजार 50 रूपए हैं.
     
     दूसरी कैटेगरी में एक व्यक्ति का 12 हजार 400 रूपए, दो व्यक्तियों का 13 हजार 50 रूपये और चार व्यक्तियों का 23 हजार 50 रूपये हैं.
   
     कैटेगरी थ्री में एक व्यक्ति का शुल्क 11 हजार 250 रूपए, दो व्यक्तियों का शुल्क 11 हजार 950 रूपये और चार व्यक्तियों का 20 हजार 850 रूपया हैं.
    
       गया का एक रात और दो दिन वाले पैकेज के कैटेगरी वन में एक व्यक्ति का शुल्क 20 हजार 400 रूपये, दो व्यक्तियों का शुल्क 21 हजार 750 रूपए और चार व्यक्तियों का शुल्क 39 हजार 500 हैं.
   
       दूसरे कैटेगरी में एक व्यक्ति के लिए 18 हज़ार 200 रूपये और दो व्यक्तियों के लिए 19 हजार 550 रूपए चार व्यक्तियों के लिए 35 हजार 100 रूपए हैं.
   
      तीसरे कैटेगरी में एक व्यक्ति का शुल्क 16 हजार 500 रूपए, दो व्यक्तियों के लिए 17 हजार 300 रूपए और चार व्यक्तियों के लिए 30 हजार 650 रूपये हैं.
भू- सर्वेक्षण को लेकर वैशाली में आमसभा का हुआ आयोजन
वैशालीा: बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य अभी पूरी रफ्तार से चल रहा हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को वैशाली प्रखंड के वैशाली पंचायत के कचहरी बाजार पर भूमि सर्वेक्षण को लेकर मुखिया सुशीला देवी एवं पूर्व मुखिया रामाशीष राय की अध्यक्षता में आम सभा का आयोजन किया गया. आम सभा में अमीन, कानूनगो, बंदोबस्त पदाधिकारी आदि के साथ भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया.
     
           आयोजित आम सभा में मौजूद कर्मियों ने बताया कि भूमि सर्वेक्षण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा हैं. आगे बताया गया कि सभी रैयतों को अपने-अपने भूमि के कागजात की छायाप्रति के साथ स्व हस्ताक्षरित वंशावली का सत्यापन स्थानीय मुखिया, सरपंच से कराना अनिवार्य होगा या कोर्ट द्वारा भी बनवाकर दिया जा सकता हैं. वहीं जिनके नाम से भूमि हैं, एवं उनकी मृत्यु हो गई हैं तो उनके स्वजन को मृत्यु प्रमाण पत्र या वंशावली पर मृत्यु की अनुमानित दिनांक अंकित करना होगा.
खेल विश्वविद्यालय और खेल अकादमी का लोकार्पण
बिहार:  राजगीर में गुरूवार को राष्ट्रीय खेल दिवस पर  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के राज्य खेल अकादमी और  और बिहार खेल विश्वविद्यालय का लोकार्पण किया. यह देश का ऐसा परिसर होगा, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के 24 खेलों के आयोजन की व्यवस्था के साथ ही खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय एक साथ स्थित हैं. यहां देश का दूसरा सबसे बड़ा पुस्तकालय भी होगा. अब यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैचों का भी आयोजन कराया जा सकेगा
       मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर द्वापर काल से ही दंगलों का स्थल के लिए जाना-पहचाना जाता हैं. खेलों के महादंगल के लिए 90 एकड़ में 750 करोड़ से बना यह परिसर द्वापरकाल में महायोद्धा भीम और मगध सम्राट जरासंध के बीच हुए एतिहासिक दंगल स्थल जरासंघ के अखाड़ा से महज तीन-चार किलोमीटर दूर हैं. कार्यक्रम शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री ने हॉकी के जादूगर पद्मभूषण मेजर ध्यानचंद की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित
किए. उद्घाटन अवसर पर भवन निर्माण व खेल विभागों द्वारा लघु वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया.

         इस अवसर पर जमुई के विधायक श्रेयसी सिंह समेत नौ खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया. मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा हैं
       
लालगंज रेफरल अस्पताल में डिजिटल सेवा शुरू
लालगंज:  डिजिटल इलाज अब पेपर लेश होगा,नंबर का रसीद से लेकर दवा देने तक सब कुछ डिजिटल होगा यानी मोबाइल से हो जाएगा. गुरूवार से रेफरल अस्पताल लालगंज में मरीजों का पेपर लेश इलाज शुरू हो गया. पहले निबंधन कराने के बाद रसीद लेकर इलाज के लिए चिकित्सक के पास जाना होता था. पर अब उनका रजिस्ट्रेशन नंबर उनके मोबाइल और चिकित्सक के मोबाइल, लैपटॉप पर चला जाएगा.

      
    इसके लिए रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर नवीन कुमार बताया कि  मरीज अब रसीद काटने वाले काउंटर पर जाएंगे. वहां उनका रजिस्ट्रेशन हो जायगा. रजिस्ट्रेशन के समय उनके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा उसे बताना जरूरी होगा. तत्काल मरीजों को एक टोकन दिया जा रहा हैं. जिसे लेकर वे बीपी, सुगर टेस्ट करने वाले एएनएम के पास जाएंगे. जहां बीपी, सुगर टेस्ट कर उसका रिपोर्ट चिकित्सक के लैपटॉप पर भेजा जाएगा. फिर  चिकित्सक के पास जानें पर चिकित्सक आवश्यकता अनुसार ब्लड, यूरिन टेस्ट या एक्स-रे के लिए भेजेंगे. इसकी जरूरत न होने पर  दवा काउंटर पर भेज देंगें.

    
     काउंटर पर दवा के साथ रसीद भी मिल जायेगा. जिस पर दवा का नाम, दवा खाने का समय सब टाईप किया रहता हैं. बाद में टोकन और पूर्जा मिलने की व्यवस्था भी समाप्त हो जाएगी. सब जानकारी मरीज के मोबाइल पर ही उपलब्ध होगा.
पहले से जो मरीज पूर्जा पर दवा लिखवा कर इलाज करा रहे हैं उनका महीना लगने तक उसी पूर्जा पर इलाज होगा.
      
बलात्कारियों को सजा देने के लिए निकाला जुलूस
लालगंज : संयुक्त किसान मार्चा प्रखंड कमेटी लालगंज द्वारा बलात्कारियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर जुलूस निकाला गया. जुलूस घाघरा चौक से तीनपुलवा चौक पर पहुंचकर सभा मे तब्दील हो गया.      
         अॉल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बिहार राज्य कमेटी  सदस्य डॉक्टर राजेंद्र शर्मा ने कहा कि आज देश के अंदर मणिपुर, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों में छात्राएं, महिला, और आम लोगों के अंदर भय का माहौल बनता जा रहा हैं.     
       कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के ट्रेनी डॉक्टर मोमिता देवदान, मणिपुर में महिलाओं को नंगा घुमाया गया, बिहार के मुजफ्फरपुर के पारु में रूपा कुमारी के साथ रेप और हत्या, महाराष्ट्र में साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ रेप की घटना  ने देश के लोगों को झकझोर दिया हैं.   
     देश में रेप और हत्या करनेवाले वाले रेपिस्ट और हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर 3 महीने के अंदर फांसी की सजा देनी चाहिए. स्थानीय स्तर पर चोरी, छिंतई, रेप व हत्या जैसी संगीन घटनाएं, प्रतिबंधित नशीली उत्पादों की ब्रिक्री, लालगंज के होटलों में फल फूल रहे अवैध कारोबार, सरकारी कार्यालय में बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए बीडीओ, सीओ, स्पेशल अॉफिसर, रजिस्टार, थानाध्यक्ष, एसडीपीओ-2 आवश्यक कार्रवाई करें. मांगों का आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया.
राज्य के सभी पंचायतों में खुलेगा खेल क्लब
बिहार: राज्य के सभी नगर और पंचायतों में खेल क्लब का गठन सितंबर से किया जाएगा. एक ओर जहां खेल क्लब का गठन होगा तो दूसरी ओर पुराने क्लब को पंजीकरण कराने की सुविधा सरकार देगी. इसके लिए पोर्टल लाया जाएगा.
 
    बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने खेल क्लब के गठन की नियमावली तैयार की हैं. इस नियमावली के तहत 154 नगर और आठ हजार ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्रकार की खेलों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएगी. स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों की मांग, भोगौलिक परिस्थिति, जमीन की उपलब्धता को देखते हुए तय किया जाएगा कि किस पंचायत में कौन से खेल की सुविधा विशेष विशेष रूप से बहाल की जाएगी.  
    खेलों के विकास के लिए राज्य सरकार आवश्यक सामाग्रियों के अलावा नकद राशि भी देगी. क्लब गठन के साथ ही पंचायतों में मैदान की सुविधा भी उपलब्ध होगी.   
         इस संबंध में खेल पदाधिकारी कहते हैं कि किसी पंचायत में फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, खेलने वालों की संख्या अधिक होगी, वहां बड़ा खेल का मैदान उपलब्ध कराया जाएगा. खेलने वाले अधिक है तथा बड़ा मैदान उपलब्ध हैं, वहां पर इस खेल को भी बढ़ावा दिया जाएगा. इसी तरह जिन पंचायतों में मैदान छोटे होंगें. वहां बॉलीबॉल, बैडमिंटन आदि खेल विकसित की जाएगी.इंडोर गेम और एथलेटिक्स के लिए व्यवस्था की जाएगी. पंचायतों में खेल के मैदान के लिए जमीन उपलब्धता की कार्रवाई भी शीध्र शुरू की जाएगी.   
      पिछले एक दो वर्षों में खेल के विकास के लिए राज्य सरकार  ने कई फैसले लिए हैं. खेल क्लब के अलावा मेडल लाओ और नौकरी पाओ योजना, जिसमें एसडीओ और डीएसपी स्तर की नौकरी खिलाड़ी को देने का प्रावधान हैं. इस साल जनवरी में खेल का अलग विभाग बना. खेल अकादमी बनकर तैयार हैं जिसका उद्घाटन गुरूवार मुख्यमंत्री करेंगे.
समय प्रबंधन से आसानी से भेद सकते हैं बड़े लक्ष्य
हाजीपुर: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी 2024  के 17 वें ओलंपियाड में रजत पदक जीतकर हाजीपुर का नाम विदेशों में रोशन करने वाले पाणिनी के पिता बेटे की इस उपलब्धि पर उत्साहित हैं. उन्होंने कहां कि टाईम मैंनजमेंट के जरिए बड़े से बड़ा लक्ष्य भेदा जा सकता हैं.

     
     पिता संजय कुमार राय माध्यमिक विद्यालय मीनापुर राई के प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं. उन्होंने बताया कि ब्राजील जाने के बेटे की तबीयत खराब हो गई.  उसे वहां के चिकित्सक दिखवाया और दवा दी. दवा खाकर बेटे ने परीक्षा दी. हमलोग  उससे गोल्ड पदक की उम्मीद कर रहे थे लेकिन बीमार होने के बाद भी रजत पदक जीतना बड़ी उपलब्धि हैं.
    
       उन्होंने कहा कि उसमें लक्ष्य के प्रति जुनून दिखता हैं. फीजिक्स ओलंपियाड में पिछली बार वह चेक रिपब्लिक गया था, जहां पांचवीं रैंक हासिल किया था. उन्होंने ने बताया कि पाणिनी की मां निभा कुमारी हाईस्कूल की शिक्षिका हैं. वर्तमान में वे भगवानपुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रतापटांड में पढ़ा रही हैं. पाणिनी से बड़ी बेटी हैं, जो इंजीनियरिंग कर रही है.
एक क्लिक पर फटाफट कर्ज मिलेगा
बिजनेस: आरबीआई ने यूपीआई की तर्ज पर यूएलआई ( यूनिफाइड लोडिंग इंटरफेस) लाने का ऐलान किया हैं. इसके जरिए लोगों को बेहद कम समय में लोगों को कर्ज दिया जा सकेगा. इसका सबसे बड़ा फायदा छोटे रकम के कर्ज लेने वालों को होगा, खासकर छोटे कारोबारियों और उद्यमों को. आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
        
     उन्होंने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में बताया कि आरबीआई ने अपनी नवीनतम तकनीक पहल यूएलआई पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया हैं. इसे जल्द ही पूरे देश में लागू किया जाएगा. यह पहल केंद्रीय बैंक की ओर से ऋण उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को अधिक सुगम और तेज बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई हैं.  
   छोटे गांवों और कस्बों को होगा फायदा:
    
      यूएलआई का सबसे ज्यादा फायदा देश के छोटे गांवों, कस्बों और छोट - मंझोले उद्यमों को होगा. इसे यूपीआई की तर्ज पर विकसित किया गया हैं. इसकी मदद से बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां कर्ज देने में आसानी महसूस करेंगी. जैसे यूपीआई ने भुगतान के तरीके को बदल दिया, वैसे यूएलआई भी कर्ज़ देने में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता हैं