पदभार ग्रहण करते ही एक्शन में दिख रहे बिहार के नये डीजीपी आलोक राज, अधिकारियों को दिए कई सख्त निर्देश

डेस्क : बिहार के नये डीजीपी आलोक राज पूरे एक्शन में दिख रहे है। पदभार ग्रहण करने के अगले ही दिन बीते शनिवार की दोपहर नये डीजीपी आलोक राज पटना पुलिस कार्यालय पहुंचे और तकरीबन ढाई घंटे तक रहकर पुलिस के कार्यकलापों की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपराधिक मामलों का खुलासा करने के साथ ही पुलिस निरोधात्मक कार्रवाई भी करे। साथ ही सुबह की सैर वाली जगहों पर गश्ती जरूर करें ।

वहीं डीजीपी ने पटना पुलिस के आई ट्रिपल सी भवन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां के कार्यकलापों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में बिहार पुलिस को इसका और लाभ मिलेगा। इसके बाद डीजीपी रेंज आईजी के दफ्तर में गये। वहां एडीजी विधि व्यवस्था संजय सिंह, रेंज आईजी गरिमा मलिक, डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा, तीनों सिटी व ग्रामीण एसपी के साथ अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

सूत्रों की मानें तो डीजीपी ने क्राइम कंट्रोल, वारंट का निष्पादन, लंबित मामलों का निपटारा, फरार अपराधियों की गिरफ्तारी, गश्ती व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने सहित अन्य निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए वे यहां आये हैं। इससे पहले डीजीपी के सामने सम्मान परेड किया गया। डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जिस जगह सुबह के वक्त लोग टहलने जाते हैं, वहां गश्ती की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से बैंकों की चेकिंग हो। पुलिस समय-समय पर आपराधिक दृष्टिकोण से वाहनों की जांच भी करे।

डीजीपी आलोक राज के साथ अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र सिंह गंगवार और अपर पुलिस महानिदेशक, विधि-व्यवस्था संजय सिंह भी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार डीजीपी आलोक राज ने स्पेशल ब्रांच, अपराध एवं अनुसंधान विभाग, डीजीपी कंट्रोल रूम, पुलिस मुख्यालय स्थित मीडिया सेंटर, फॉरेसिंग साइंस सेल सहित अन्य कार्यालयों में गए। इसके बाद वे राजधानी के विभिन्न पुलिस कार्यालयों के निरीक्षण के लिए प्रस्थान कर गए।

अमृत लाल मीणा बने बिहार के नये मुख्य सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा का कार्यकाल आज 31 अगस्त को समाप्त गया। वहीं 1989 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अमृत लाल मीणा बिहार के मुख्य सचिव बनाए गए हैं। बीते शनिवार को सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी।

मुख्य सचिव बनने के बाद अमृत लाल मीणा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके सरकारी आवास एक अणे मार्ग जाकर मुलाकात की। इस दौरान निवर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा भी मौजूद थे।

इसके पहले ब्रजेश मेहरोत्रा ने शनिवार को नवनियुक्त मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा को कार्यभार सौंप दिया। मुख्य सचिवालय में श्री मेहरोत्रा को भावभीनी विदाई भी दी गयी।

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को ही भारत सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बिहार सरकार के अनुरोध पर कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीणा को उनके मूल कैडर बिहार में वापस भेजने की मंजूरी दे दी थी। इनका कार्यकाल अगस्त 2025 तक है। इसके पहले श्री मीणा बिहार में पदस्थापना के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं।

राजधानी पटना में विस्फोटक रुप ले रहा डेंगू, ये दो इलाके बने हॉटस्पॉट

डेस्क : राजधानी पटना में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। खासकर राजधानी के कंकड़बाग व अजीमाबाद इलाके में डेंगू विस्फोटक रूप लेता जा रहा है। ये दोनो इलाके हॉटस्पॉट बन गए है।

बीते शनिवार को डेंगू के 33 नए मरीज मिले हैं। इनमें सबसे अधिक कंकड़बाग से आठ, अजीमाबाद से छह, एनसीसी अंचल से पांच, पटना सिटी से 4, बांकीपुर अंचल से दो और पाटलिपुत्र अंचल से एक मिले हैं। बाकी की पहचान नहीं हो पाई है। अब कुल डेंगू संक्रमितों की संख्या बढ़कर 280 पर पहुंच गयी है।

पटना में इस वर्ष अबतक कंकड़बाग, अजीमाबाद और बांकीपुर अंचल सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बनकर उभरे हैं। अबतक मिले कुल डेंगू पीड़ितों में आधे से ज्यादा इन्हीं तीन अंचलों से मिले हैं। इन अंचलों के दर्जन भर से ज्यादा मोहल्ले जलजमाव, खुले सीवर और ध्वस्त मैनहोल से त्रस्त है।

कंकड़बाग अंचल में अबतक 70 संक्रमित मिले

कंकड़बाग अंचल के योगीपुर, चित्रगुप्तनगर, बैंकमेन्स कॉलोनी, काली मंदिर रोड, हनुमाननगर, भूतनाथ रोड, अगमकुआं थाने के आसपास के मोहल्ले अब डेंगू के हॉट स्पॉट बन गए हैं। शहर का पहला डेंगू पीड़ित इस बार योगीपुर मोहल्ले से ही मिला था। योगीपुर, चित्रगुप्तनगर इलाके में जर्जर सड़क, गड्ढ़े, ध्वस्त नालियां और खाली प्लॉट में जमा पानी डेंगू मच्छरों के लिए अनुकूल माहौल बना रहा है।

मोहल्ले में निजी क्लीनिक चलानेवाले एक डॉक्टर ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से आ रहे बुखार पीड़ितों में लगभग 20 प्रतिशत डेंगू पीड़ित मिल रहे हैं। बताया कि दो दिन पहले उन्होंने लक्षण के आधार पर पांच लोंगों की जांच कराई थी, उनमें से तीन को डेंगू से ग्रसित पाया गया।

आरक्षण के मुद्दे को लेकर तेजस्वी के धरना पर बैठने के एलान पर गरमाई बिहार की सियासत, एनडीए के कई नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष कसा यह तंज

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के धरने को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। दरअसल बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 1 सितंबर को आरक्षण के मुद्दे को लेकर धरना पर बैठने वाले हैं। तेजस्वी यादव ने कहा है कि 'हमारी सरकार ने पिछड़े, अति पिछड़े, दलित और आदिवासियों का जो 65 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाया था उसे नवमी अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया। बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट में अपना पक्ष अच्छे से नहीं रख रही है। हम (RJD) सुप्रीम कोर्ट गए हैं। सुप्रीम कोर्ट में आरजेडी अपने पक्ष को पिछड़े, अति पिछड़ें, आदिवासी समाज के लिए मजबूती से रखने का काम करेगी। हम लोगों ने एक सितंबर को धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। खुद इसके तहत पार्टी कार्यालय में मौजूद रहूंगा।

इधर तेजस्वी के इस एलान के बाद बिहार की सत्तासीन एनडीए नेता प्रतिपक्ष पर हमलावर हो गई है। एनडीए के कई नेताओं ने इसे लेकर तेजस्वी यादव पर तीखा तंज कसा है। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन, बिहार सरकार के मंत्री और हम पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन और लोजपा(रा) सांसद वीणा देवी ने तेजस्वी यादव के धरना प्रदर्शन को लेकर उनपर निशाना साधा है। साथ ही कहा है कि तेजस्वी नौटंकी कर रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के नेता शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव के धरना प्रदर्शन को लेकर कहा कि अब वह एक्टिव हो गए। लोकसभा चुनाव के बाद कहां थे। पता ही नहीं चल रहा था। ठीक हैं उनके पार्टी को एक्टिव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देर से दुरुस्त हुए हैं करें धरना प्रदर्शन कोई बात नहीं है।

लोजपा(आर) की सांसद वीणा देवी ने भी तेजस्वी यादव के धरने को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि, नेता का काम है धरना देना, धरना पर बैठने दीजिए। अगर धरना पर बैठेंगे नहीं तो पब्लिसिटी कैसे मिलेगा। बता दें कि, कल यानी 1 सितंबर को तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद बिहार में जाती अधारित जनगणना के बाद 65 प्रतिशत बढ़ाए गए आरक्षण को नवमी अनुसूची में शामिल में नहीं करने के विरोध में प्रदर्शन करने वाली है।

वहीं तेजस्वी यादव के के धरने को लेकर मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि, तेजस्वी सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलितों और पिछड़ों के लिए लगातार काम कर रहे हैं। तेजस्वी यादव सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं। इतना ही दलितों से प्रेम है तो अपने पार्टी मे किसी दलित को सीएम उमीदवार घोषित कर दें। पूरी पार्टी पर सिर्फ परिवार के लोग ही बने हुए हैं। वहीं चिराग की पार्टी में टूट की खबरों पर संतोष सुमन ने कहा सिर्फ भ्र्म फैलाया जा रहा है कोई सच्चाई नही हैं।

डीजीपी का पदभार ग्रहण करते ही आलोक राज ने राज्य के सभी पुलिस पदाधिकारियों को दिए ‘स’ शब्द से जुड़े छह मूल मंत्र

डेस्क : आईपीएस अधिकारी आलोक राज ने बीते शुक्रवार को बिहार के नये डीजीपी का पदभार ग्रहण किया। वहीं पदभार ग्रहण करने के बाद आईपीएस अधिकारी आलोक राज ने राज्य के सभी पुलिस पदाधिकारियों को ‘स’ शब्द से जुड़े छह मूल मंत्र दिए। पहला, समय अर्थात रिस्पांश टाइम जितना अच्छा होगा, पुलिसिंग उतनी अच्छी होगी। दूसरा, स से सार्थक अर्थात कार्रवाई करें वो सार्थक हो, वो नजर आए कि कार्रवाई हुई है, अपराधियों में खौफ आए कि पुलिस ने कार्रवाई की है। तीसरा, स से संवेदनशीलता।

उन्होंने कहा कि मेरी अपेक्षा होगी पुलिस पदाधिकारी व कर्मी संवेदनशील हों, पीड़ितों के प्रति उनकी संवेदनशीलता दिखनी चाहिए, पीड़ित व्यक्ति पुरुष हो या महिला, कंप्लेन लेकर आता है तो हमारा दायित्व बनता है कि उनकी बातों को सुनें और संवेदनशीलता बरतें।

चौथा, स से सख्ती, अगर हम सख्ती नहीं रखेंगे, तो अपराधी हम पर भारी होंगे। उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि वे अपनी कार्रवाई में सख्ती लाएं ताकि हम अपने आप को इतना मजबूत करें कि अपराधी खौफ खाएं। पांचवा, स से सत्यनिष्ठा, अगर हम सत्यनिष्ठ और अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार नहीं होंगे तो बिहार की जनता की जो अपेक्षा है, उसे हम पूरा नहीं कर पाएंगे। इसके बाद, छठा, स से स्पीडी ट्रायल हमारा उद्देश्य होना चाहिए। समय से कांडों का अनुसंधान कर समय पर आरोप पत्र समर्पित करें और उसके पश्चात स्पीडी ट्रायल के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाएं।

उन्होंने कहा कि हमारा फोकस क्षेत्र होगा निरोधात्मक पुलिसिंग की कार्रवाई, अपराध की रोकथाम और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई, अपराधियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलाना। आलोक राज ने बताया कि इसके पूर्व निगरानी ब्यूरो में उन्होंने इसका पालन कराया है।

उन्होंने पदाधिकारियों से फोकस एरिया में प्रीवेंशन एवं डिटेक्शन ऑफ क्राइम पर फोकस करने का अनुरोध किया। बिहारवासियों से पुलिस को सहयोग करने की अपील की और कहा कि बिहार की जनता व पुलिस साथ-साथ काम करेगी।

बड़ी खबर : IAS अधिकारी अमृत लाल मीणा का बिहार का मुख्य सचिव बनना लगभग तय, आज जारी हो सकती है अधिसूचना

डेस्क : बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा का कार्यकाल आज 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है। उनके सेवा विस्तार के लिए केंद्र सरकार को कोई प्रस्ताव बिहार सरकार ने नहीं भेजा है। ऐसे में अगले मुख्य सचिव को लेकर कई नाम चर्चा में हैं। लेकिन अगले मुख्य सचिव 1989 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अमृत लाल मीणा का बनना अब लगभग तय हो गया हैं।

दरअसल बीते शुक्रवार की देर शाम केंद्र सरकार ने उन्हें बिहार कैडर में वापस करने की मंजूरी दे दी। इसके साथ ही श्री मीणा का बिहार का मुख्य सचिव बनना तय माना जा रहा है। राज्य सरकार शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी कर सकती है।

भारत सरकार की कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बिहार सरकार के अनुरोध पर कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीना को उनके मूल कैडर बिहार में वापस भेजने की मंजूरी शुक्रवार को दी।

बताते चले कि अमृतलाल मीणा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रह चुके हैं। साथ ही ग्रामीण विकास , कृषि और पथ निर्माण जैसे अहम विभागों में प्रधान सचिव और अपर मुख्य सचिव की जिम्मेवारी निभा चुके हैं। श्री मीणा अगस्त 2025 में सेवानिवृत्त होंगे।

बिहार विप से निष्कासित राजद के पूर्व MLC सुनील सिंह को सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली राहत, कोर्ट ने EC और अन्य पक्षकारों से मांगा जवाब

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए बिहार विधान परिषद् से निष्कासित राजद के पूर्व एमएलसी सुनील कुमार सिंह को सुप्रीम कोर्ट से भी फिलहाल राहत नहीं मिली है।

बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनील कुमार सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनकी सदस्यता बहाल करने को लेकर कोई भी अंतरिम आदेश पारित नहीं किया। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने बिहार विधान परिषद और अन्य पक्षकारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

जस्टिस सूर्यकांत और के.वी. विश्वनाथन की पीठ ने सिंह की सदस्यता बहाल करने की मांग वाली याचिका ठुकरा दी। राजद नेता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हम मामले में फिलहाल कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं कर रहे।

हालांकि उन्होंने कहा कि अदालत मामले में प्रतिवादियों के नोटिस जारी कर जवाब रखने का निर्देश दे रही है। इसके साथ ही, शीर्ष अदालत ने बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष कार्यालय, भारतीय निर्वाचन आयोग और अन्य पक्षकारों को 4 सप्ताह में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।

पटना नगर निगम शहर में तीन जगहों पर खोलेगा अस्पताल, निगम कर्मियों के साथ-साथ आमलोगों का होगा इलाज

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए एक खबर है। उन्हें जल्द ही उनके इलाके के आसपास ही इलाज की सुविधा मिलेगी। पटना नगर निगम शहर में तीन जगहों पर स्वास्थ्य केंद्र खोलेगा। इन अस्पतालों में नगर निगम कर्मियों के साथ आसपास के लोगों का भी उपचार होगा। यहां ओपीडी चलेगा और दवा की भी व्यवस्था रहेगी। शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए नगर निगम ने यह निर्णय लिया है।

बीते शुक्रवार को महापौर सीता साहू की अध्यक्षता में आयोजित सशक्त स्थायी समिति की बैठक हुई। इस बैठक में उप महापौर रेशमी चंद्रबंशी, सदस्य डॉ. आशीष कुमार सिन्हा, इंद्रदीप चंद्रवंशी समेत कई सदस्य और अधिकारी शामिल थे। बैठक में अस्पताल खोलने के साथ-साथ कई अन्य प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया।

नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि निगम के कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की सुविधा के लिए पाटलिपुत्र, बांकीपुर और पटना सिटी अंचल कार्यालय परिसर में स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा। अंचल कार्यालय परिसर में संचालन करने से संबंधित प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर की आबादी लगभग 20 लाख हो गई है। निगम की जिम्मेदारी है कि वह स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध कराए।

वहीं तय हुआ कि इस वर्ष छठ पूजा में कई घाटों पर दीपोत्सव का आयोजन होगा। 180 घाटों पर छठ पूजा होगी। नगर आयुक्त ने कहा कि छठ की तैयारी के लिए एजेंसियों का चयन 20 सितंबर तक कर दिया जाएगा। बैठक में कई और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिसमें प्रत्येक वार्ड में पौधरोपण किया जाएगा। इसके अलावा निगम के जो वाहन बैटरी से संचालित किए जा रहे हैं उसमें भी जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा। कर्मचारियों का आवास भत्ता 16 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया गया। निगम के सभी छह अंचलों में कचरा रखने के लिए सेकेंड्री प्वाइंट बनाया जाएगा। सभी वार्ड में मैनहोल का काम 30 सितंबर पर पूरा कर लिया जाएगा। निगम के पास 10 प्रतिशत मैनहोल के ढक्कन और कैचमेंट सुरक्षित रहेगा ताकि टूटने के बाद उसे लगाया जा सके।

बड़ी खबर : बिहार के नये डीजीपी बने वरिष्ठ आईपीएस आलोक राज, गृह विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी के सीआईएसएफ में जाने के बाद बिहार का अगला डीजीपी कौन होगा इस कयास पर विराम लग गया है। 1989 बैच के आईपीएस आलोक राज को बिहार के नये डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है। आईपीएस आलोक राज, शोभा अहोतकर और विनय कुमार नाम डीजीपी की रेस में थे और कई नामों को लेकर कयास लगाया जा रहा था। लेकिन अब तमाम कयासो पर विराम लग गया है। अगले आदेश तक आलोक राज बिहार के डीजीपी रहेंगे। इस संबंध में गृह विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।

बता दें कि आज आलोक राज को मुख्यमंत्री आवास से मिलने को बुलाया था। सीएम हाउस से बुलावे के बाद आलोक राज सीएम नीतीश से मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद गृह विभाग की ओर से इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी गयी।

1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक राज विजिलेंस ब्यूरो बिहार के डीजी हैं और अगले आदेश तक उन्हें डीजीपी का प्रभार दिया गया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस महानिदेश आलोक राज को अपने दायित्वों के अतिरिक्त अगले आदेश तक पुलिस महानिदेशक बिहार पटना के प्रभार में भी रहेंगे।

बता दें कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की मांग कर रहे बिहार के डीजीपी आर एस भट्टी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के महानिदेशक आरएस भट्टी बनाये गये हैं। उनके बिहार छोड़कर जाने के बाद बिहार के डीजीपी का पद रिक्त हो गया था।

गौरतलब है कि डीजीपी आलोक राज बिहार के पूर्व डीजीपी व छतीसगढ़ के राज्यपाल रहे डीएन सहाय के दामाद है। आलोक राज एक अच्छे सिंगर भी हैं कई कार्यक्रमों में वो गाना गाते भी नजर आए थे।

बड़ी में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का हुआ प्रमोशन, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

 

डेस्क : बिहार में बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद 20 आईएएस अधिकारियों को प्रमोशन मिला है। बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे लेकर अधिसूचना जारी की है। 

राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि राज्य असैनिक सेवा से प्रोन्नति द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा (बिहार संवर्ग) में 2024 में नियुक्त निम्नांकित पदाधिकारियों जिन्हें भारत सरकार द्वारा 2014 का बैच आवंटित है।

उन्हें कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के पत्रांक-20011/02/2022-ए आई एस-।। दिनांक 07.10.2023 में निहित मार्गदर्शन के तहत भा०प्र०से० में प्रभार ग्रहण की तिथि (14.08.2024 का अपराह्न) के आलोक में दिनांक 15.08.2024 के प्रभाव से कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड (अपर सचिव स्तर, वेतनमान - लेवल-12-रु.78,800-2,09,200/-) में प्रोन्नति प्रदान की जाती है।