सभी सामाजिक बोर्ड युवाओं के रोजगार सृजन में अपनी महती भूमिका निभायें: मंत्री टेटवाल

सामाजिक बोर्ड के अध्यक्षों के साथ की बैठक

कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड अन्तर्गत गठित विभिन्न बोर्डों के अध्यक्षों के साथ बैठक की एवं कौशल विकास तथा रोज़गार से संबंधित विभिन्न विषयों पर संवाद कर भविष्य की रूपरेखा तय की। मंत्री टेटवाल ने कहा कि सभी बोर्ड लघु अवधि कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार एवं स्व-रोजगार से जोड़ने के लिये कारगर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सभी सामाजिक बोर्ड युवाओं के रोजगार सृजन में अपनी महती भूमिका सुनिश्चित करें।

बैठक में नारायण सिंह कुशवाहा अध्यक्ष मध्यप्रदेश कुशवाहा समाज कल्याण बोर्ड, रविकरण साहू अध्यक्ष मध्यप्रदेश तेलघानी बोर्ड, लालाराम मीना अध्यक्ष मध्यप्रदेश जय मीनेश कल्याण बोर्ड, दुर्गेश सोनी अध्यक्ष मध्यप्रदेश स्वर्णकला बोर्ड, गयाप्रसाद कीर अध्यक्ष मां पूरी बाई कीर कल्याण बोर्ड, प्रेमनारायण विश्वकर्मा अध्यक्ष मध्यप्रदेश विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड, लक्ष्मीनारायण गोरा अध्यक्ष मध्यप्रदेश वीर तेजाजी बोर्ड, महेश ढालिया अध्यक्ष मध्यप्रदेश रजक कल्याण बोर्ड, एवं कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के सचिव रघुराज राजेन्द्रन एवं सीईओ गौतम सिंह उपस्थित रहे।

नरेला रक्षाबंधन महोत्सव का चौथा दिन- 36 हज़ार 344 बहनों ने बांधी राखी


दिव्यांग बहनों ने भी बांधी राखी

क्रेन पर 151 फिट की माला के साथ हुआ मंत्री सारंग का स्वागत

सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 77, 71, एवं 37 में आयोजित विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव में नरेला विधानसभा की बहनों से रक्षासूत्र बंधवाने पहुंचे। चतुर्थ दिवस की शुरुआत में मंत्री सारंग ने सबसे पहले दिव्यांग बहन से राखी बंधवाई। चौथे दिन 36 हज़ार 344 बहनों मंत्री सारंग ने रक्षा सूत्र बांधे। कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने पर विशेष कर बहनों ने मंत्री सारंग का पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। वार्ड 37 खुशीपुरा में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने क्रेन पर 151 फिट की माला से मंत्री सारंग का स्वागत किया। यहाँ सभी बहनों में भारी उत्साह देखने को मिला।

 सारंग ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2008 के बाद से नरेला विधानसभा में हर घर नर्मदा जल, सड़क, बिजली मूलभूत सुविधाओं सहित निरंतर हो रहे विभिन्न विकास कार्य से नरेलला को एक आदर्श विधानसभा विधानसभा के रूप में स्थापित करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि नरेला क्षेत्र को उन्होंने कभी भी राजनैतिक नजरिये से नहीं देखा बल्कि हमेशा अपना परिवार माना है।

नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 77 में आयोजित कार्यक्रम में हाउसिंग बोर्ड निवासी छवि वर्मा की माता मंत्री सारंग को रक्षासूत्र बांधने आयी थी। इस दौरान उन्होंने मंत्री सारंग को बेटी के दिल में छेद होने की समस्या से अवगत कराते हुए मदद की गुहार लगाई। इसपर मंत्री सारंग ने बेटी का इलाज करवाने का आश्वासन दिया।

वार्ड 71 अंतर्गत दशहरा में आयोजित रक्षाबंधन महोत्सव कार्यक्रम में मंत्री सारंग को राखी बांधने आयी शंकराचार्य नगर निवासी सुश्री गरिमा भार्गव ने कविता सुनाई। अपनी कविता में उन्होंने मंत्री सारंग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न सेवा प्रकल्प एवं विकास कार्यों को इंगित किया। जिसपर उपस्थित सभी ने ज़ोरदार तालियां बजाई।

4 दिनों में रिकॉर्ड 1 लाख 13 हज़ार 022 बहनों ने बांधी राखी, इस बार डेढ़ लाख का आंकड़ा होगा पार

पिछले 15 वर्षों से नरेला विधानसभा में आयोजित हो रहे विश्व के सबसे बड़े रक्षाबंधन महोत्सव मंन पिछले 4 दिनों में ही 1 लाख 13 हज़ार 022 बहनों ने मंत्री सारंग को राखी बांधी है। वहीं इस बार माना जा रहा है कि पिछली बार का रिकॉर्ड तोड़ते हुए संख्या डेढ़ लाख के पार पहुँचने जा रही है।

बुधवार को वार्ड 44,39,40 व 75 होंगे कार्यक्रम

बुधवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 44 खेल मैदान में दोपहर 12 बजे, वार्ड 39-40 चाणक्यपुरी मैदान में दोपहर 2 बजे और वार्ड 75 कनक मैरिज गार्डन में शाम 4 बजे रक्षाबंधन महोत्सव के कार्यक्रम होंगे।

जन्माष्टमी का पावन पर्व है उत्साह का पर्व : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जन्माष्टमी का पावन पर्व उत्साह का पर्व है। सौभाग्य की बात है कि इस वर्ष धूमधाम से जन्माष्टमी पूरे प्रदेश में मनाई गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव करोंद में आयोजित मटकी फोड़ कार्यक्रम में शामिल हुए और "गोविंदा आला रे" भजन गाया। इस अवसर पर सांसद वी.डी. शर्मा, खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, विधायक भगवानदास सबनानी तथा कृष्ण भक्त जन उपस्थित थे। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव समिति, करोंद के अध्यक्ष सुमित पचौरी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया।

तीन साल में 1200 से अधिक किसान दीदियां लखपति बनीं


लखपति दीदी संगीता ने प्रधानमंत्री मोदी को सुनाई अपनी कंपनी के मुनाफे की कहानी 

जो कभी सोचा भी न हो, जीवन में कभी-कभी ऐसे अवसर भी आ जाते हैं। लखपति दीदी संगीता के साथ भी यही हुआ। संगीता को 25 अगस्त को जलगांव (महाराष्ट्र) में हुए लखपति दीदी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रू-ब-रू संवाद करने का अवसर मिला। यह उनके जीवन का वह अविस्मरणीय पल था, जिसे वह कभी नहीं भूलेंगी।

 प्रधानमंत्री मोदी से हुई प्रत्यक्ष चर्चा से सीहोर जिले के इछावर ब्लाक के बिछोली गांव की रहने वाली लखपति दीदी संगीता बेहद उत्साहित हैं। वे बताती है कि प्रधानमंत्री ने हमारे काम के बारे में जाना, समझा और शाबाशी दी। प्रधानमंत्री को संगीता ने बताया कि भारत सरकार ने वर्ष 2021 में 10 हजार किसान उत्पादक संघ (एफपीओ) तैयार करने की योजना शुरू की थी। इसी योजना में हमने 2021 में ही आत्मनिर्भर महिला फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया। पहले ही साल में हमारी कंपनी से एक हजार से अधिक किसान महिलाएं जुड़ गईं। सबकी मेहनत रंग लाई। कंपनी ने पहले ही साल 2 करोड़ 48 लाख रूपये का बिजनेस कर लिया। हमारी कंपनी से अब तक दो हजार से अधिक किसान दीदियां जुड़ चुकी हैं। इनमें से 1200 से अधिक दीदियां लखपति दीदी बन चुकी हैं। प्रधानमंत्री ने संगीता और उनकी फार्मर कंपनी की सराहना कर शाबाशी दी। अपनी फार्मर कंपनी की सफलता से संगीता और अन्य सभी किसान दीदियां बेहद खुश हैं। उनकी कंपनी फसल बीज संग्रहण और आऊटपुट बिजनेस के रूप में गेहूं, सोयाबीन, मक्का व अन्य अनाजों की खरीदी पर काम कर रही है। कंपनी अब तक 5 करोड़ 43 लाख रूपये का बिजनेस (एन्युअल टर्नओवर वेल्यू) कर चुकी है। उनके किसान समूह की प्रगतिशीलता से ही कंपनी प्रतिनिधि के रूप में संगीता को लखपति दीदी सम्मेलन में जलगांव बुलाया गया था। एक साधारण गृहणी से फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी का बिजनेस संभालने वाली संगीता अब पूरी तरह बिजनेस वुमन बन चुकी हैं। वे प्रधानमंत्री से संवाद का अवसर उन्हें देने के लिये महिला एवं किसान हितैषी मध्यप्रदेश सरकार और आजीविका मिशन का हृदय से आभार जताती है।

आकांक्षा योजना की नि:शुल्क कोचिंग जल्द से जल्द प्रारंभ करायें : जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह


जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक में दिये निर्देश 

जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन एवं भोपाल गैस त्रासदी एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि जनजातीय वर्ग के बच्चों को उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश कराने की तैयारी के लिये आकांक्षा योजना की नि:शुल्क कोचिंग जल्द से जल्द प्रारंभ करें। इससे बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा और वे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के गुर सीखेंगे। मंत्री डॉ. शाह मंगलवार को गैस राहत संचालनालय के सभाकक्ष में जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि जनजातीय कार्य विभाग का खुद का ओवरऑल डेटाबेस और एप तैयार करें। विभाग की पूरी संरचना और मानव संसाधन की पूरी जानकारी उसमें समाहित हों।

बैठक में प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग डॉ. ई. रमेश कुमार, उप सचिव श्रीमती मीनाक्षी सिंह, उप सचिव श्रीमती दिशा प्रणय नागवंशी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि विभाग के अधीन सभी श्रेणी के शिक्षक संवर्गों के सीधी भर्ती के पदों पर भर्ती करें। पदोन्नति के पदों पर उच्च पद का प्रभार देने की कार्यवाही हर हाल में 30 सितम्बर तक पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर और आदर्श आवासीय विद्यालयों के प्राचायों को सप्ताह में एक या एक से अधिक दिन एक घण्टा बच्चों को पढ़ाना होगा और उन्हें पढ़ाई व खेल के प्रति अभिप्रेरित करना होगा। छात्रावास में पढ़ने वाले बच्चों को भी सप्ताह में एक दिन एक घण्टे तक खेलने के लिये प्रेरित किया जायें। डॉ. शाह ने कहा कि विभाग के अधीन सभी शिक्षा संस्थानों में अगले शैक्षणिक सत्र के लिये शिक्षकों व अन्य पदों की भर्ती, जरूरी संसाधनों की आपूर्ति के लिये अभी से तैयारी कर लें। प्रत्येक संभागस्तर पर एक पुरूष व एक महिला मण्डल संयोजक को शासकीय वाहन दिया जायेगा। यह दोनों मण्डल संयोजक एक ही वाहन में अपने क्षेत्र के सभी छात्रावासों व कन्या परिसरों का निरीक्षण करेंगे। पुरूष मण्डल संयोजक बालक छात्रावासों का निरीक्षण कर एक दिन रात्रि विश्राम बालक छात्रावास में ही करेंगे। महिला मण्डल संयोजक कन्या छात्रावासों का निरीक्षण कर किसी एक दिन रात्रि विश्राम कन्या छात्रावास में ही करेंगी। उन्होंने कहा कि हर छात्रावास में एक कॉमन फोन (सीयूजी नम्बर) होगा। इससे छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थी बारी-बारी से अपने परिजनों से बात कर उनके सम्पर्क में रह सकेंगे।

विभाग के अधीन चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा में डॉ. शाह ने कहा कि अगले एक माह के भीतर निर्माण एजेंसी के सभी रिक्त पदों पर आउटसोर्स एजेंसी से तय शासकीय मापदण्डों पर जरुरी संख्या में अधिकारियों की भर्ती कर लें। उन्होंने कहा हर संभाग में एक-एक वृहद प्रशिक्षण केन्द्र भी तैयार किये जायें। जो मध्यप्रदेश रोजगार एवं प्रशिक्षण परिषद (मैपसेट) की तर्ज पर कार्य कर जनजातीय वर्ग के युवाओं को रोजगार, कौशल उन्नयन, संस्कृति संरक्षण का भी प्रशिक्षण व संसाधन मुहैया करायें।

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के विभिन्न पक्षों पर शोध कार्य को प्रोत्साहित किया जाएगा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में भगवान श्रीराम ने 11 वर्ष निवास किया, वहीं भगवान श्रीकृष्ण ने प्रदेश में आचार्य सांदिपनि आश्रम, उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की। इस नाते मध्यप्रदेश गौरवशाली प्रदेश है। मध्यप्रदेश सरकार ने भारतीय समाज के इन दोनों प्रमुख आराध्यों की प्रदेश से जुड़ी स्मृतियों को चिरस्थाई बनाने के लिए उन स्थानों के विकास का निर्णय लिया है, जहां इन आराध्यों के चरण पड़े। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व एवं मध्यप्रदेश में शिक्षा प्राप्ति से जुड़े विभिन्न पक्षों पर शोध को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता प्रेरणा देती है। मध्यप्रदेश के परिप्रेक्ष्य में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अध्ययन के लिए मध्यप्रदेश आने के साथ ही जगत गुरू के रूप में स्थापित होना ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन्माष्टमी कार्यक्रम में पधारे जनप्रतिनिधियों, विशिष्टजन और नागरिकों का हृदय से स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण और पूजन से हुआ।

खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में एक बरसाना गांव विकसित कर गौ-पालन, जैविक खेती को बढ़ावा देने और ग्राम में मानवता, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जन-जागरण की गतिविधियों से आदर्श समाज बनाने की पहल की जा रही है। इसके साथ ही नगरों में बुजुर्गों की सेवा और उनके लिए अध्ययन की व्यवस्था के उद्देश्य से गीता भवन बनाने की कल्पना को भी साकार किया जाएगा। प्रदेश में भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े स्थानों को विकसित करने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में अनेक स्थानों पर श्रीकृष्ण पर्व सम्पन्न हुए। श्रीकृष्ण मंदिरों की स्वच्छता और सुंदरता से कार्यक्रमों के आयोजन अनूठे बने। आम नगारिकों ने कार्यक्रमों में उत्साह से भागीदारी की।

 मलखम्भ प्रदर्शन में किशोरों ने दिखाया कमाल

मुख्यमंत्री निवास में जन्माष्टमी कार्यक्रम में आज उज्जैन के डॉ. आशीष मेहता के निर्देशन में 10 किशोरों ने शानदार मलखम्भ प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मलखम्भ प्रदर्शन में शामिल किशोरों के प्रदर्शन की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए उन्हें अंगवस्त्र से सम्मानित किया। सभी उपस्थितों ने एक स्वर से मलखम्भ प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि यह कमाल की प्रस्तुति थी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जन्माष्टमी पर्व बना विशेष

संस्कृति विभाग के सौजन्य से नृत्य, नृत्य नाटिका, गायन और वादन के अनेक कार्यक्रम हुए। बुंदेलखण्ड के आंचलिक लोक नृत्य बधाई के साथ ही मयूर नृत्य, मथुरा की फूलों की होली और माखन मटकी फोड़ कार्यक्रम हुए। कोलकाता के राज पारिक ने भक्ति गायन, मथुरा की सुश्री जया सक्सेना ने मयूर नृत्य एवं फूलों की होली कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नृत्य नाटिका की प्रस्तुति इंदौर की सुश्री हर्षिता शर्मा ने दी। बधाई नृत्य का निर्देशन अभिलाष चौबे ने किया। कार्यक्रम का संचालन कृतिका गुप्ता और विजय मनवाणी ने किया।

कार्यक्रम में हितानंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री लखन सिंह पटेल, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री कृष्णा गौर, भोपाल महापौर मालती राय, सांसद आलोक शर्मा, सांसद दर्शन सिंह चौधरी, सांसद संध्या राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, सुमित पचौरी, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रारंभ में प्रमुख सचिव संस्कृति शुक्ला और संचालक संस्कृति एन पी नामदेव ने अतिथियों का स्वागत किया।

भगवान श्रीकृष्ण की मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सांदीपनी आश्रम में की सपत्निक पूजा-अर्चना


श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षास्थली सांदीपनी पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की सपत्निक पूजा-अर्चना कर अभिषेक किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर आयोजित महाआरती में भी शामिल हुए। पूजा अर्चना आश्रम के पुजारी पंडित रूपम व्यास द्वारा कराई गई। सांदीपनी आश्रम में पुलिस बैंड द्वारा सुमधुर कृष्ण भजनों की प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने भी भक्ति में डूब कर "छोटी-छोटी गईया - छोटे छोटे ग्वाल" भजन गया उन्होंने पुलिस बैंड की सुमधुर प्रस्तुति पर प्रोत्साहन स्वरूप प्रत्येक जवान को 10 हजार रुपए देने की घोषणा की।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।

उज्जैन में हर्षोल्लास से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप पूरे प्रदेश के साथ उज्जैन में भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पूरे धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उज्जैन के प्रमुख गोपाल मंदिर, इस्कॉन मंदिर, श्रीकृष्ण मित्रविंदा मंदिर, सांदीपनी आश्रम सहित अन्य भगवान कृष्ण के प्रमुख मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। प्रमुख मंदिरों में मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा श्रीकृष्ण पर्व के तहत "श्रीकृष्ण कला की अभिव्यक्तियां" थीम पर लोकप्रिय कलाकरों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उज्जैन के सभी शासकीय अशासकीय विद्यालयों और महाविद्यालयों में भी भगवान श्रीकृष्ण की जीवन से जुड़े प्रसंग और दर्शन पर परिसंवाद के कार्यक्रम आयोजित हुए। सांदीपनी आश्रम में आयोजित श्रीकृष्ण पर्व में सुप्रसिद्ध भजन गायिका इशिता विश्वकर्मा और साथी कलाकारों द्वारा एक बढ़कर एक सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी।

मुख्यमंत्री ने इंदौर में बारिश में सड़कों पर जल निकासी प्रबंधन के लिए दिये निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार शाम को इंदौर एयरपोर्ट पहुँचते ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से इंदौर में शुक्रवार को हुई तेज बारिश के बाद जल भराव की स्थिति संबंधी जानकारी ली। कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें अवगत कराया कि अचानक हुई तेज बारिश के बाद कई स्थानों पर जल निकासी बाधित हो गई थी तथा प्रमुख चौराहों पर यातायात जाम की स्थिति निर्मित हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हो इसके लिए नगर निगम इंदौर और इंदौर विकास प्राधिकरण उचित एवं स्थायी प्रबंध सुनिश्चित करें। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, स्थानीय सांसद शंकर लालवानी सहित सभी विधायक, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, आयुक्त नगर निगम शिवम वर्मा भी उपस्थित थे।

आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग कर लाएंगे सुशासन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश में सभी वर्गों के उत्थान और विकास कार्य जारी

मुख्यमंत्री संवाद कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों के उत्थान और विकास कार्य जारी हैं। युवाओं के कौशल विकास के लिए राज्य सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उद्योगों में महिलाओं को रोजगार देने के लिए अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। गरीबों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कुशाभाऊ ठाकरे इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेन्टर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में नदी जोड़ो अभियान से किसानों को सिंचाई के क्षेत्र में बहुत अधिक लाभ होगा। उत्पादन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आने वाले समय में पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देगा। उन्होंने कहा कि खेती के अलावा पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। प्रदेश में आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग करते हुए सुशासन के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करना हम सभी का दायित्व है। सेनेटरी पेड और स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए यूनीसेफ ने मध्यप्रदेश की पहल की सराहना की है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश से भगवान श्रीकृष्ण का गहरा संबंध है। भगवान श्रीकृष्ण यहां उज्जैन के सांदीपनी आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने आए थे। इंदौर के पास जानापाव में भगवान श्रीकृष्ण को परशुराम जी ने सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। जन्माष्टमी हमारे लिए सौभाग्य का पर्व है। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का पर्व नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर चलने वाला संस्कृति का पर्व है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से उज्जैन का अत्यधिक महत्व है। काल की गणना में उज्जैन अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उज्जैन में सिंहस्थ की तैयारी अभी से प्रारंभ कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में निवेश बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश के सभी संभागों में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित कर रहे हैं। देश-विदेश के निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को तेजी से बढ़ाया है। प्रदेश के बजट को आने वाले पांच साल में दोगुना कर दिया जाएगा। रोजगार के लिए कई बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उद्योगों को दक्ष मानव संसाधन मुहैया करवाने की प्रमुख संस्था बने क्रिस्प : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

वृहद स्तर पर प्रशिक्षण के समयबद्ध कार्यक्रम किए जाएं निर्धारित

मुख्यमंत्री ने क्रिस्प की साधारण सभा की बैठक में दिए निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉरमेंस (क्रिस्प) द्वारा प्रदेश में स्थापित हो रही नई औद्योगिक इकाइयों की आवश्यकता के अनुसार बहुमुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम रोजगार परक हों। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ इंजीनियरिंग कॉलेज और आई.टी.आई के विद्यार्थियों को भी मिले। क्रिस्प, उद्योगों को दक्ष मानव संसाधन मुहैया करवाने की प्रमुख संस्था बने। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में क्रिस्प संस्था की साधारण सभा की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्योग मंत्री चेतन्य काश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, कौशल विकास और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल एवं संचालक अमोल वैद्य भी बैठक में उपस्थित थे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान बैठक से वर्चुअल जुड़े।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चयनित विधाओं में क्रिस्प द्वारा ट्रेनिंग दी जाए। ऐसे कोर्स डिजाइन करें जो युवाओं के लिए उपयोगी हों। क्रिस्प एक महत्वपूर्ण संस्था है, जिसने केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के अमले को दक्ष बनाने में योगदान दिया है। क्रिस्प द्वारा राज्य के हित में रोजगारमूलक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संचालन का कार्य किया जाए। फार्मास्युटिकल, मोबाइल रिपेयरिंग सहित अनेक क्षेत्रों में आज प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता है, इसकी पूर्ति क्रिस्प के माध्यम से की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वृहद स्तर पर प्रशिक्षण का समयबद्ध कार्यक्रम तैयार किया जाए। बैठक में सचिव तकनीकी शिक्षा एम.रघुराज ने प्रेजेंटेशन में बताया कि वर्ष 1997 में भारत सरकार एवं जर्मन शासन के सहयोग से तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के अंतर्गत यह स्वायत संस्थान प्रारंभ हुआ। संस्थान द्वारा प्रशिक्षण, कौशल विकास, कंसलटेंसी, ट्रेनिंग कम प्रोडक्शन सेंटर, आईसीटी/सॉफ्टवेयर विकास और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में कार्य किए गए हैं। शासकीय संस्थानों के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण के साथ ही भोपाल में श्रमोदय आदर्श आई.टी.आई की स्थापना एवं संचालन में सहयोग दिया गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। देश के प्रमुख औद्योगिक संस्थानों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रगति पर है संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क के कार्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को संत शिरोमणि रविदासग्लोबल स्किल्स पार्क, भोपाल से संबन्धित कार्यों की प्रगति की जानकारी प्रेजेंटेशन द्वारा दी गई। प्रजेंटेशन में बताया गया कि सिविल निर्माण कार्य शत-प्रतिशत से अधिक हो चुके हैं। आवश्यक नियुक्तियां एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूर्ण की गई है। इंस्टालेशन कार्य पूर्ण हो गए हैं। मशीनों से संबंधित प्रशिक्षण प्रक्रियाधीन है। इसी तरह 10 संभागीय आई.टी.आई. में विभिन्न सुविधाओं का विकास किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को इन सभी कार्यों की अद्यतन प्रगति से अवगत करवाया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।