यूक्रेन के हमलों से बौखलाया रूस, जवाब में पुतिन ने की ड्रोन और मिसाइलों से की हमलों बौछार

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रूस और यूक्रेन के बीच दो साल से ज्यादा समय से जंग जारी है। हाल के दिनों में यूक्रेन की ओर से रूस पर घातक हमले किए गए हैं। यूक्रेन सेना के रूस के कुर्स्क इलाके में कब्जा करने के बाद से आज सोमवार सुबह रूस ने यूक्रेन के अंदर एक बड़ा हमला किया है। सोमवार सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों में धमाकों की आवाज सुनाई दी और धुआं उठता हुआ देखा गया है। यूक्रेनी वायु सेना ने बताया कि रूसी बलों ने कीव पर बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइल दागे और देशभर के कई क्षेत्रों को निशाना बनाया। यूक्रेनी सेना ने बताया कि कई हफ्तों बाद इतने बड़े पैमाने पर हमला किया गया है और देश के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा रहा है।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने टेलीग्राम पर बताया कि यूक्रेन ने रूस के रोस्तोव, सरातोव, कुर्स्क और बेलगोरोड इलाकों को निशाना बनाते हुए एक बड़ा हमला किया। रूसी रक्षा बलों ने रोस्तोव इलाके में कम से कम 44 ड्रोनों को मार गिराने का दावा किया। रोस्तोव में ही वह एयर बेस स्थित है, जहां पर हमला किया गया था। रूस ने इस घटना का कोई और विवरण नहीं जारी किया है।

बता दें कि यूक्रेन सेना ने हाल ही में रूस पर कई हमले किए हैं, जिसमें ताजा हमला सारातोव की 38 मंजिला इमारत पर हुआ है। रूस के सरातोव में 38 मंजिला वोल्गा स्काई आवासीय परिसर में यूक्रेन का एक ड्रोन टकरा गया, जो शहर की सबसे ऊंची इमारत है। यूक्रेन ने रूस सीमा से 2300 किलोमीटर अंदर सारातोव में 38 मंजिला इमारत पर ड्रोन से हमला किया है। इस हमले के बाद पूरे शहर में डर का माहौल है और इस हमले को अमेरिका के 9/11 हमले जैसा बताया जा रहा है।

जम्मू-कश्मीर चुनाव: बीजेपी ने नए सिरे से जारी की प्रत्याशियों की लिस्ट, जानें क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

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भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए जारी 44 उम्मीदवारों की पहली सूची वापस ले ली है।बीजेपी ने पुरानी लिस्ट में संशोधन के बाद नई लिस्ट जारी की है। पहले बीजेपी ने 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी लेकिन कुछ ही देर बाद इसे वापस ले लिया गया। इसमें बदलाव करके बीजेपी ने पहली लिस्ट में सिर्फ 15 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है।

इससे पहले, सोमवार को भाजपा ने 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। संशोधन से पहले जारी लिस्ट में पहले चरण के 15, दूसरे चरण के दस और तीसरे चरण के 19 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई थी। हालांकि कुछ समय बाद ही इस लिस्ट को वापस ले लिया गया। 

पार्टी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर तीन चरणों के लिए 44 उम्मीदवारों की सूची अपलोड भी कर दिया था। अब इस लिस्ट को वहां से हटा लिया गया है। सिर्फ पहले चरण के 15 उम्मीदवारों के नाम वेबसाइट पर दिख रहे हैं। बाकी उम्मीदवारों के नाम वापस कर लिए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि दूसरे और तीसरे चरण के प्रत्याशियों के नाम गलती से सूची में शामिल कर लिए गए थे। सूत्रों की मानी जाय तो दूसरे और तीसरे चरण के उम्मीदवारों पर चर्चा हुई हैं और संभावित उम्मीदवारों के नाम भी तय किए गए हैं लेकिन अभी उसे जारी नहीं किया जाना था।

पहले चरण के प्रत्याशी

इंजीनियर सैयद शौकत गयूर पांपोर से, अर्शीद भट राजपोरा से, जावेद अहमद कादरी शोपियां से, मोहम्मद रफीक वानी अनंतनाग पश्चिम से चुनाव लड़ेंगे। एडवोकेट सैयद वजाहत अनंतनाग से, शगुन परिहार किश्तवाड़ और गजय सिंह राणा डोडा से चुनाव लड़ेंगे। श्रीगुफवाड़ा बिजबेहरा से सोफी यूसुफ, शानगुस अनंतनाग से वीर सराफ चुनाव मैदान में होंगे। इंदरवल से तारिक कीन, पाडेर नागसेनी सीट से सुनील शर्मा, भदरवाह से दिलीप सिंह परिवार चुनाव मैदान में होंगे। बनिहाल से सलीम भट्ट, रामबन से राकेश ठाकुर और डोडा पश्चिम से शक्ति राज परिहार शामिल हैं। 

पहले फेज में इन 24 सीटों पर वोटिंग

पहले फेज में जिन सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डी.एच. पोरा, कुलगाम, देवसर, दूरू, कोकेरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवाड़ा, बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैड डेर, नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं।

जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में वोटिंग

90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने है। पहले चरण के लिए वोटिंग 18 सितंबर को 24 सीटों पर होगी। पहले फेज के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है ऐसे में आज जम्मू-कश्मीर पर बीजेपी की पहली लिस्ट आ सकती है। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को है, उस दिन 26 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और तीसरे और आखिरी चरण की वोटिंग एक अक्टूबर को होगी। तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सिंगापुर पहुंचीं, आईएसएमआर के दूसरे राउंड की बैठक में होंगी शामिल

भारत और सिंगापुर के बीच दूसरे राउंड की मंत्री स्तरीय बैठक 26 अगस्त यानी आज सिंगापुर में होगी। बैठक में शाम‍िल होने के ल‍िए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को सिंगापुर पहुंचीं। भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग ने चांगी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निर्मला सीतारमण का स्वागत किया। इस दौरान सिंगापुर में भारत की उप उच्चायुक्त पूजा टिल्लू भी मौजूद रहीं।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि "यह बैठक दोनों पक्षों को अपनी रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने और इसे आगे बढ़ाने व व्यापक बनाने के लिए नए रास्तों की पहचान करने में सक्षम बनाएगी।"

बता दें कि आईएसएमआर भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक नया एजेंडा निर्धारित करने के लिए स्थापित एक उच्च स्तरीय व्यवस्था है। आईएसएमआर की दूसरे राउंड बैठक में भारत और सिंगापुर अपने रिश्तों को और मजबूत बनाने और नए आयाम तलाशने पर चर्चा करेंगे।

दोनों देश कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एक जैसे विचार रखते हैं और कई मंचों जैसे, ईस्ट एशिया समिट, जी-20, कॉमनवेल्थ, इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन और इंडियन ओशन नेवल सिंपोजियम के सदस्य हैं। सिंगापुर भारत के लिए एफडीआई का एक प्रमुख स्रोत रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में, सिंगापुर भारतीय बाजारों में 11.77 अरब डॉलर के निवेश के साथ एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत था। अप्रैल 2000 से मार्च 2024 तक सिंगापुर से एफडीआई का कुल प्रवाह 159.94 अरब डॉलर था।

भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव शामिल भी होंगे। इस दौरान, भारतीय मंत्री अपने समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे। भारत और सिंगापुर के बीच आईएसएमआर की पहली बैठक सितंबर 2022 में नई दिल्ली में हुई थी।

कोलकाता रेप-मर्डर केस छोटी घटना..! कपिल सिब्बल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के पूर्व अध्यक्ष आदिश सी. अग्रवाल ने मौजूदा SCBA अध्यक्ष कपिल सिब्बल से कहा है कि या तो वे 21 अगस्त, 2024 को पारित विवादास्पद प्रस्ताव को वापस लें या फिर सभी SCBA सदस्यों से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगें। इन मांगों को पूरा न करने पर सिब्बल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। सिब्बल को लिखे अपने पत्र में अग्रवाल ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए दुखद बलात्कार और हत्या से संबंधित प्रस्ताव पर गंभीर चिंता व्यक्त की। प्रस्ताव में इस घटना को "लक्षणात्मक अस्वस्थता" बताया गया है और सुझाव दिया गया है कि ऐसी घटनाएं आम बात हैं, अग्रवाल ने मामले की गंभीरता को कम करने के लिए इसकी आलोचना की है।

अग्रवाल का कहना है कि प्रस्ताव को एससीबीए की कार्यकारी समिति ने आधिकारिक रूप से मंजूरी नहीं दी थी, जिससे यह अवैध हो गया। उन्होंने सिब्बल पर घटना की गंभीरता को कम करने के लिए अपने पद का इस्तेमाल करने और संबंधित मामलों में पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व करने के कारण हितों के टकराव को प्रदर्शित करने का आरोप लगाया। पत्र में मांग की गई है कि सिब्बल प्रस्ताव वापस लें और 72 घंटे के भीतर सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगें। अगर ये मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो अग्रवाल ने चेतावनी दी है कि सिब्बल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है।

अग्रवाल ने आगे सिब्बल की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने प्रस्ताव जारी करके सुप्रीम कोर्ट और आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में चल रही जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया है। उनका तर्क है कि इस कार्रवाई ने एससीबीए अध्यक्ष की भूमिका की विश्वसनीयता और अखंडता को नुकसान पहुंचाया है और चिकित्सा और कानूनी समुदायों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। एससीबीए कार्यकारी समिति के कई सदस्यों ने भी सिब्बल द्वारा जारी प्रस्ताव पर चिंता व्यक्त की है। उनका आरोप है कि 21 अगस्त, 2024 की तारीख वाला प्रस्ताव एससीबीए के लेटरहेड पर कार्यकारी समिति के समक्ष उचित मंजूरी या प्रस्तुति के बिना प्रसारित किया गया।

इसमें शैतान है, पीट-पीटकर निकाल दूंगा..', पादरी ने बेरहमी से इतना पीटा कि सैमुअल की चली गई जान

 पंजाब के गुरदासपुर जिले में एक 30 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर की बेरहमी से पिटाई के बाद मौत हो गई। इस घटना की जानकारी पुलिस ने 25 अगस्त को दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें जैकब मसीह नाम के एक पादरी का नाम भी शामिल है। आरोप है कि पादरी ने "शरीर से बुरी आत्मा निकालने" के नाम पर युवक को पीटा था। इस दौरान उसके साथ 8 और लोग भी शामिल थे।

पीड़ित की पहचान सैमुअल मसीह के रूप में हुई, जो गुरदासपुर के सिंहपुरा गाँव का निवासी था। पुलिस के अनुसार, सैमुअल को दौरे पड़ते थे और वह अक्सर चिल्लाता था। इसी वजह से उसके परिवार ने पादरी जैकब मसीह से संपर्क किया और उनसे घर में आकर प्रार्थना कराने का अनुरोध किया। जैकब मसीह ने परिवार की बात मानी और बुधवार को प्रार्थना कराने का दिन तय किया। उन्होंने परिवार के मन में यह बात डाल दी कि सैमुअल के अंदर शैतान की आत्मा है और उसे पीट-पीटकर बाहर निकालना होगा। पादरी ने इस तरह से परिवार का ब्रेनवॉश किया कि वे भी यह मान गए कि पिटाई से सैमुअल को कुछ नहीं होगा।

इसके बाद जैकब और उसके 8 साथियों ने मिलकर सैमुअल को इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। परिवार को अगले दिन उसका अंतिम संस्कार करना पड़ा। घटना के बाद सैमुअल की माँ और पत्नी ने जैकब मसीह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया और फिर पादरी व 8 अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। इस तरह की घटनाएँ अन्य देशों में भी देखने को मिली हैं। हाल ही में, 9 जनवरी को यूएसए के अटलांटा में भी एक मामला सामने आया था, जहाँ एक साउथ कोरियन महिला का शव एक ट्रंक में मिला था। जांच में पता चला कि एक संगठन ने उसे ईश्वर से मिलाने का वादा किया था, लेकिन बाद में "राक्षस की आत्मा निकालने" के नाम पर उसकी पिटाई कर हत्या कर दी गई।

लद्दाख को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार का बड़ा फैसला, पांच नए जिलों का एलान

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केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में पांच नए जिले बनाने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी जानकारी दी।इनके नाम जांस्कर, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग होंगे। जांस्कार और द्रास कारगिल रीजन में हैं, जबकि शाम, नुब्रा और चांगथांग लेह रीजन में हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, 'एक विकसित और समृद्ध लद्दाख के निर्माण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने केंद्र शासित प्रदेश में पांच नए जिले बनाने का फैसला किया है। नए जिले जांस्कर, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग होंगे। हम हर नुक्कड़ और गली में शासन को मजबूत करके लोगों के लिए लाभ को उनके दरवाजे तक ले जाएंगे। मोदी सरकार लद्दाख के लोगों के लिए हरसंभव अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने फैसले के बाद लद्दाख के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन जिलों पर अब अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे सेवाओं और अवसरों को लोगों के और करीब लाया जा सकेगा।

दरअसल, मौजूदा समय में लद्दाख रीजन में दो जिले हैं- लेह और कारगिल. गृह मंत्रालय के फैसले के बाद अब लद्दाख में कुल 7 हो गए. लद्दाख रीजन में अतिरिक्त जिलों की मांग काफी समय से हो रही थी. लेह, लद्दाख और कारगिल डिवीजन के सामाजिक और राजनीतिक संगठन बार-बार जिलों की मांग कर रहे थे. इसी के मद्देनजर आज भारत सरकार गृह मंत्रालय का यह अहम फैसला आया है. आजादी के बाद पहली बार लद्दाख रीजन में जिलों की संख्या बढ़ाई गई है. शासकीय व्यवस्था बेहतर हो इसके मद्देनजर यह बड़ा फैसला लिया गया है

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बड़ा हमला, हाईवे पर बस रोक 23 लोगों को उतारा मौत के घाट

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पाकिस्तान में एक और बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में पंजाब के कम से कम 23 लोगों की हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि कुछ बंदूकधारियों ने हाईवे पर बसों को रोककर उनमें सवार यात्रियों के पहचान पत्र की जांच करने के बाद 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।

पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन ने एक अधिकारी ने के हवाले से बताया गया कि आतंकियों ने बसों औरअन्य वाहनों से यात्रियों को उतारा और फिर उनकी पहचान जांचने के बाद उन्हें गोली मार दी। रिपोर्ट में सहायक आयुक्त मूसाखेल नजीब काकर के हवाले से बताया गया कि पहले हथियारबंद लोगों ने मूसाखेल के राराशाम जिले में अंतर-प्रांतीय राजमार्ग को अवरुद्ध किया। इसके बाद वहां से गुजरने वाली बसों को रोक कर यात्रियों को नीचे उतार दिया। उनकी पहचान पूछने के बाद यात्रियों को गोली मार दी गई। सभी मृतक पंजाब प्रांत के बताए जा रहे हैं।

काकर के हवाले से बताया गया कि हथियारबंद लोगों ने 10 वाहनों में आग भी लगा दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अस्पताल ले जाना शुरू किया। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने आतंकी घटना की कड़ी निंदा की। उनके कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, उन्होंने आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आतंकी और उनके मददगारों को बख्शा नहीं जाएगा। बलूचिस्तान सरकार दोषियों को सजा देकर ही रहेगी। 

इससे पहले अप्रैल में ऐसे ही कुछ लोगों को गोली मारी गई थी। अप्रैल से पहले पिछले साल अक्टूबर में बलूचिस्तान के केच जिले के पंजाब के 6 मजदूरों की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस पर कहा था कि ये सभी हत्याएं टारगेट करके की गई थीं। सभी मरने लोग पंजाब के अलग-अलग इलाकों से थे, जिससे पता चलता है कि उन्हें उनके जातीय बैकग्राउंड की वजह चुना गया था। इसके अलावा इसी साल अप्रैल और पिछले साल अक्टूबर में ही ये घटना नहीं हुई। साल 2015 में भी ऐसी ही घटना हुई थी। जब हथियारबंद लोगों ने 20 मजदूरों की हत्या कर दी थी। ये लोग भी पंजाब के ही रहने वाले थे।

जम्मू-कश्मीर चुनावःबीजेपी ने जारी की 44 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, जानें कहां से किसे मिला टिकट?

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जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। रविवार को दिल्ली में हुई बीजेपी के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद 44 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। इस लिस्ट में पहले चरण के लिए 15 दूसरे चरण के लिए 10 तो तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने हैं।

पूर्व डिप्टी सीएम का कटा पत्ता

बीजेपी की पहली लिस्ट में हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल सिंह को टिकट नहीं मिला है। निर्मल सिंह ने साल 2014 में बिलावर विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। वहीं, कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं मिला है। हालांकि, अटकलें हैं कि कविंद्र गुप्ता के नाम का ऐलान अगली लिस्ट में किया जा सकता है।

10 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे

लोकसभा चुनावों में जहां बीजेपी के पास कश्मीर में कोई उम्मीदवार नहीं था, वहीं बीजेपी ने घाटी की 10 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार देकर खेल रोचक बना दिया है। बीजेपी ने पम्पोर से इंजीनियर सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, राजपोरा से अर्शीद भट्ट, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी, अनंतनाग से अधिवक्ता सैयद वजाहत, श्रीगुफवाड़ा-बिजबेहरा से सोफी युसूफ, इंदरवल से तारिक कीन, बनिहाल से सलीम भट्ट, अनुसूचित जनजाति की सीट गुलाबगढ़ से मोहम्मद अकरम चौधरी, बुधल (अनुसूचित जनजाति) से चौधरी जुल्फिकार अली, थन्नामंडी (अनुसूचित जनजाति) से मोहम्मद इकबाल मलिक, सूरनकोटे (अनुसूचित जनजाति) से सैयद मुश्ताक अहमद बुखारी, पुंछ हवेली से चौधरी अब्दुल गनी, मेंढर (अनुसूचित जनजाति) से मुर्तजा खान को टिकट दिया है।

लिस्ट में एकमात्र महिला उम्मीदवार

वहीं बीजेपी की लिस्ट में एकमात्र महिला उम्मीदवार किश्तवाड़ से शगुन परिहार हैं, जबकि श्रीमाता वैष्णो देवी सीट से रोहित दुबे को बीजेपी ने मैदान में उतारा है। बीजेपी ने नगरोटा से डॉ देविंदर सिंह राणा को टिकट दिया है। राणा, फारुख अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे।

कश्मीर घाटी में 2 कश्मीरी पंडितों को टिकट

बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में 2 कश्मीरी पंडितों को भी टिकट दिया है और इस चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने शंगस-अनंतनाग पूर्व सीट से वीर सराफ को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि हब्बाकदल से अशोक भट्ट को उम्मीदवार बनाया है।

रजनीकांत ने ऐसा क्या कहा, जिससे तमिलनाडु की सियासत में मचा बवाल

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सुपरस्‍टार रजनीकांत के एक भाषण से तमिलनाडु की सियासत में बवाल मच गया है। रजनीकांत ने एक किताब के विमोचन के मौके पर वरिष्ठ नेताओं के राजनीति में कुर्सी से चिपके रहने को लेकर एक बयान दिया था। इतना ही सुपरस्टार ने इसके लिए सीएम एमके स्टालिन की तारीफ भी की थी। रजनीकांत ने ऐसे विषय को छेड़ा है, जो बहस का मुद्दा तो है। जाहिर है, ऐसे में विवाद तो बढ़ेगा ही।

दरअसल 24 अगस्‍त को एक पुस्‍तक विमोचन समारोह में रजनीकांत ने इशारों में कहा कि डीएमके में कुछ ऐसा नेता हैं जो अपनी जगह छोड़ने को तैयार नहीं हैं। नए नेताओं के लिए रास्‍ता देने को तैयार नहीं है। रजनीकांत ने कहा, मुझे एक चीज बहुत हैरान करती है। स्‍कूल में नए स्‍टूडेंट्स को हैंडल करना कोई मुश्किल का काम नहीं होता लेकिन पुराने छात्रों (वरिष्‍ठ नेताओं) को संभालना बहुत कठिन है। यहां (डीएमके में) बहुत पुराने छात्र हैं। ये आम छात्र नहीं हैं। ये सभी असाधारण हैं। ये सभी रैंक होल्‍डर हैं और और कह रहे हैं कि क्‍लास नहीं छोड़ेंगे। खासकर दुरई मुरुगन को केस ले लीजिए। यदि हम उनसे कुछ कहेंगे तो वो जवाब देंगे कि गुड। लेकिन हम समझ नहीं पाएंगे कि ये उन्‍होंने ये बात प्रसन्‍नता में कही है या फ्रस्‍ट्रेशन में बोली है। 

रजनीकांत ने की स्‍टालिन की तारीफ

लगे हाथों रजनीकांत ने स्‍टालिन की तारीफ भी कर दी। उन्होंने कहा कि स्‍टालिन सर की यहां पर तारीफ करूंगा क्‍योंकि पता नहीं कैसे वो सारी चीजों को हैंडल करते हैं? रजनीकांत ने एम करुणानिधि पर लिखी पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि एमके स्टालिन ने अपनी पिता की विरासत को बहुत ही अच्छे से संभाला है। उन्होंने कहा कि मेरे प्रिय मित्र स्टालिन मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही लगातार सभी चुनाव जीत रहे हैं। अभिनेता ने कहा कि किसी भी पार्टी के बड़े नेता या पार्टी के सरंक्षक के दिवंगत हो जाने के बाद पार्टी में बगावत हो जाती है। इस दौरान कई पार्टियां टूट भी जाती है, लेकिन स्टालिन इतनी आसानी से इसे आगे बढ़ा रहे हैं, ये वाकई काबिले तारीफ है।

दुरई मुरुगन ने रजनीकांत को घेरा

रजनीकांत का यह कमेंट डीएमके के सीनियर नेता दुरई मुरुगन को नागवार गुजरा। दुरई मुरुगन ने रविवार को कहा कि युवा कलाकारों को फिल्म जगत में कोई स्थान नहीं मिल रहा है। क्योंकि बूढ़े अभिनेता दाढ़ी बढ़ाने और सभी दांत टूटने के बाद भी अपनी सीट खाली नहीं कर रहे हैं।

उदयनिधि की बात को संभालने की कोशिश

तमिलनाडु में बढ़ते विवाद के बीच सीएम स्‍टालिन के बेटे और राज्‍य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्‍टालिन बात को संभालते दिखे। उदयनिधि ने कहा कि युवा हमारे साथ आने को तैयार हैं। बस उनको स्‍पेस देने और गाइड करने की जरूरत है। सुपरस्‍टार रजनीकांत की स्‍पीच की हर जगह सराहना हो रही है। आप सबने टीवी पर उसको देखा है। जो उन्‍होंने कहा है वो मैं नहीं दोहराना चाहता क्‍योंकि यदि कुछ कहूंगा तो उसके अलग मायने निकाले जा सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर चुनाव: बीजेपी ने 50 सीटों पर तय किए नाम, आज हो सकता है ऐलान*
#bjp_cec_meeting_discusses_jammu_and_kashmir_election_candidates *
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रविवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए करीब 50 उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया। रविवार को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की अहम बैठक हुई। पीएम मोदी की अगुवाई में हुई इस बैठक में जम्मू और कश्मीर की लगभग 50 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किए गए। बैठक में जम्मू क्षेत्र की 43 मे से ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगी। बताया जा रहा है कि आज यानी सोमवार को इसकी घोषणा की जा सकती है। रविवार को भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, रविवार की इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के कुछ पुराने सिटिंग विधायकों के टिकट काटने का फैसला किया गया है। इनमें वो विधायक हैं जिनकी सीटें परिसीमन के बाद या तो खत्म हो गई हैं या बदल गई है। साथ ही बीजेपी की बैठक में कुछ नए चेहरों को भी विधानसभा चुनाव में उतारने पर मुहर लगी। बीजेपी सीईसी की बैठक खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ अलग से बैठक की। इस बैठक जम्मू-कश्मीर की चुनावी रणनीति और राज्य में पीएम की संभावित रैलियों पर चर्चा हुई। चुनावी मुद्दों और कैंपेन स्ट्रेटजी पर बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी की कश्मीर में एक से दो रैली और जम्मू क्षेत्र में 8-10 रैलियां हो सकती हैं। सूत्रों ने बताया कि भाजपा केंद्र शासित प्रदेश की सभी 90 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। कुछ सीटें सहयोगी दलों के लिए भी छोड़ सकती है। हालांकि, औपचारिक तौर पर अभी भाजपा का जम्मू-कश्मीर में किसी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं हुआ है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा होने हैं। पहले चरण के लिए 18 सितंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। चुनाव आयोग ने एक अक्टूबर को हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव कराने का फैसला किया है। दोनों राज्यों के नतीजे एक साथ 4 अक्टूबर को सामने आएंगे।