शरद पवार को जेड प्लस क्यों दी गई, क्या महाराष्ट्र की सियासत लेने वाली है करवट?
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महाराष्ट्र में अगले महीनों में चुनाव होने जा रहे हैं । इससे पहले केन्द्र की मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने राकांपा-एसपी के प्रमुख शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया। बुधवार अचानक खबर आई कि केंद्र सरकार ने शरद पवार को जेड प्लस सिक्योरिटी देने का फैसला ले लिया है। यह अतिविशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) को दी जाने वाली सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा है। इस खबर ने सबको चौंकाया। जाहिर है कि ये सवाल बनता था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के ऐन पहले केंद्र ने ऐसा फैसला क्यों किया?
भले ही केंद्रीय एजेंसियों की ओर से खतरे के आकलन की समीक्षा के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से शरद पवार को जेड प्लस सिक्योरिटी कवर देने को कहा है। हालांकि, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।उससे ठीक पहले केन्द्र की ओर से उठाए गए इस कदम के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
अब जेड-प्लस सुरक्षा मिलने पर शरद पवार ने खुद ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि ‘मुझे कुछ नहीं पता, मुझे क्यों सुरक्षा दी गई। इसी के साथ उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि आखिर सरकार को उनकी अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत क्यों पड़ी? हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव सामने है इसलिए सुरक्षा मिलनी भी चाहिए। शरद पवार ने इसी के साथ अतिरिक्त सुरक्षा देने के फैसले पर निशाना भी साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव होने वाला है, हो सकता है मेरे बारे में आधिकारिक सूचना प्राप्त करना चाहते होंगे इसलिए मेरी सुरक्षा बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि यह मेरे बारे में प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का प्रमुख जरिया हो सकता है।
बता दें कि पांच साल पहले 2019 में बीजेपी से अलग महाविकास आघाड़ी की सरकार बनवा कर शरद पवार ने साबित कर दिया था कि महाराष्ट्र की राजनीति में तो उनकी ही चलती है। यही नहीं, लोकसभा चुनाव के नतीजे भी तो यही बता रहे हैं कि सब कुछ गंवा देने के बावजूद महाराष्ट्र की राजनीति के असली रिंग-मास्टर वही हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में बीजेपी 9 सीटों पर जीती। गठबंधन की सहयोगी एनसीपी (अजित पवार गुट) ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली। इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस ने 13 और शिवसेना (उद्धव गुट) ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की। एनसीपी शरद चंद्र पवार ने 8 सीटों पर जीत हासिल की। सांगली सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीता।
शरद पवार विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं, इसमें राकांपा-एसपी के अलावा शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल हैं। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा, शिवसेना और राकांपा एकसाथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में इस साल अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाला है। 2019 की तरफ इस बार भी शरद पवार महाविकास आघाड़ी में शरद पवार किंगमेकर की भूमिका में बने हुए हैं। अगर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे भी लोकसभा जैसे आये, फिर तो शरद पवार ही तय करेंगे कि किसे किंग बनाना है, और किसे नहीं।
Aug 23 2024, 18:51