यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा: अफ़वाह के आरोप में पूर्व मंत्री यासर शाह समेत सात पर एफआईआर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा लीक को लेकर अफ़वाह फैलाने के आरोप में सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह समेत सात लोगों के खिलाफ पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाना में एफआईआर दर्ज कराया है।भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र कुमार के मुताबिक, तहरीर में शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म,

मनु कुमार, कपिल जनगिड, सिद्धार्थ गुप्ता और सपा के पूर्व मंत्री याशर शाह को नामजद किया गया है। ये लोग अलग—अलग ग्रुप, अकाउंट, बैंक डिटेल और यूपीआईडी—क्यूआर बनाकर उनके माध्यम से धन उगाही करने के प्रयास में है। इससे उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धुमिल हो। इनके ऐसा करने से अभ्यर्थियों के मध्य आक्रोश उत्पन्न होने से कानून व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है।
पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के दृष्टिगत पुलिस को दिये गये दिशा निर्देश, जानिये क्या
लखनऊ ।पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक यातायात एवं सड़क सुरक्षा, अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे एवं समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक ,पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद यूपी को आगामी त्यौहारों यथा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आदि के दृष्टिगत मुख्यालय स्तर से समय-समय पर दिये गये निर्देशों के कम में प्रभावी पुलिस प्रबन्ध हेतु पुनः महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर निम्नांकित दिशा निर्देश दिये गये है।

किसी नई परम्परा की अनुमति कदापि न दी जाय

डीजीपी का निर्देश है कि प्रत्येक थाने पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर तथा रजिस्टर नंबर-8 में उपलब्ध प्रविष्टियों का अध्ययन कर लिया जाय तथा किसी नई परम्परा की अनुमति कदापि न दी जाय। असामाजिक व अवॉछनीय तत्वों की सूचियों को अद्यावधिक कर लिया जाय तथा आवश्यकतानुसार उनके विरूद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से सम्बन्धित समस्त आयोजन, लीला स्थल, पंडाल, मंदिर एवं जुलूसों को सूचीबद्ध कर योजनाबद्ध तरीके से पुलिस व्यवस्थापन किया जाये। समस्त आयोजनों व कार्यक्रमों में आने वाले श्रद्धालुओं की सम्भावित संख्या का आंकलन करते हुये तद्नुसार सुदृढ़ सुरक्षा एवं यातायात प्रबन्धन किया जाये।

प्रबन्धकों तथा धर्मगुरूओं के साथ गोष्ठी कर ली जाये

जनपदों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के विभिन्न कार्यक्रमों, आयोजकों व प्रबन्धकों तथा धर्मगुरूओं के साथ गोष्ठी कर ली जाये तथा संज्ञान में लायी गयी समस्याओं का सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित कर समय से निस्तारण कराया जाये।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व से सम्बन्धित जिन-जिन स्थानों पर विगत वर्षों में अथवा इस वर्ष किसी प्रकार का विवाद परिलक्षित हुआ हो, वहाँ पुलिस एवं राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारियों द्वारा स्थिति का अध्ययन कर विवाद को सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने के लिये कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

सघन रूप से चेकिंग कराना सुनिश्चित किया जाय

बीट भ्रमण के दौरान द्वारा सभी प्रकार के विवाद आदि की गहनता से जाँच कर ली जाय एवं बीट सूचना प्राप्त होते ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर समय रहते विवाद का निस्तारण कराया जाय तथा आवश्यकतानुसार विवाद स्थलों, मार्गों का भ्रमण जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी द्वारा भी कर लिया जाये।समस्त जनपदों में गश्त चेकिंग हेतु पुलिस पार्टी नियमित रूप से निकाली जाये। प्रातःकालीन गश्त चेकिंग पार्टी (पोस्टर पार्टी) द्वारा सघन रूप से चेकिंग कराना सुनिश्चित किया जाय।

जुलूस मार्ग के सीसीसीटीवी कैमरों को सक्रिय होना जरूरी

शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत समुचित वीडियोग्राफी करायी जाये। समस्त कार्यकम के आसपास तथा जुलूसों के मार्ग पर स्थित सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय व कियाशील करा लिया जाये। महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरों से भी चेकिंग करायी जाये।शोभायात्रा जुलूसों में सुरक्षा के लिये योजनाबद्ध रूप से पर्याप्त पुलिस प्रवन्ध किया जाये। समस्त महत्वपूर्ण आयोजनों में राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस व्यवस्थापन किया जाये। थानाध्यक्षों / क्षेत्राधिकारियों द्वारा प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवाद को हल करने हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित किया जाये।

मोबाइल व फुट पेट्रालिंग बहुत जरूरी

आवश्यकतानुसार समस्त सार्वजनिक स्थल यथा बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थानों व धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुये नियमित रूप से मोबाइल व फुट पेट्रालिंग करायी जाये।
महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम हेतु पर्याप्त संख्या में सादी वर्दी में पुरूष एवं महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूिटी लगायी जाये।जनपद में पूर्व में गठित शान्ति समितियों की बैठक आयोजित कर सम्भ्रान्त नागरिकों, शान्ति समितियों के सदस्यों का सक्रिय सहयोग लिया जाये तथा आवश्यकतानुसार नागरिक सुरक्षा समितियों के पदाधिकारियों व  सदस्यों आदि का सकिय सहयोग लिया जाय।

अवॉछनीय तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय

उक्त अवसर पर भीड़ प्रबन्धन एवं भीड़ नियत्रंण के सिद्धान्तों पर अमल करते हुये पूर्व से ही प्लानिंग एवं तकनीक का प्रयोग कर व्यापक इन्तजाम किये जाये।स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों  व  कर्मचारियों को सतर्क रखते हुये असामाजिक एवं अवॉछनीय तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय एवं अभिसूचना इकाईयों के माध्यम से प्राप्त होने वाली लाभप्रद सूचनाओं के आधार पर प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। ताकि कहीं किसी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाये।

सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाए

सोशल मीडिया की राउण्ड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जाये। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्टों का तत्काल संज्ञान लेकर उनका प्रभावी खण्डन करते हुये वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।सुरक्षा योजना के दृष्टिगत समस्त आवश्यक प्रबन्ध यथा एक्सेस कन्ट्रोल, एन्टी सेबोटाज चेक तथा क्यूआरटी०टीम का व्यवस्थापन आदि के सम्बन्ध में समुचित कार्रवाई की जाये। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तथा चेहल्लुम के कार्यकम जिन स्थानों पर एक साथ आयोजित हों, इसकी अलग से योजनाबद्ध तैयारी कर ली जाय। इस सम्बन्ध में दोनों आयोजकों से स्थानीय मजिस्ट्रेट के साथ वार्ता व गोष्ठी कर ली जाय। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वयं अपने पर्यवेक्षण में पुलिस प्रबन्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।
लगातार तीसरी बार देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ,  'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में योगी को मिला 33 फीसदी से अधिक लोगों का समर्थन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर उभरे हैं। प्रतिष्ठित मीडिया समूह के 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में योगी को नंबर वन सीएम के तौर पर जनता ने चुना है। देशभर में 1.36 लाख से अधिक लोगों के बीच हुए सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी को बेस्ट चीफ मिनिस्टर माना है। योगी इस सर्वे में लगातार तीसरी बार देश के बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुने गये हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, तमिलनाडु के एमके स्टालिन और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री योगी से बहुत पीछे हैं।

'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में देश के 30 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की जनता से सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के बारे में पूछे गये सवालों में आदित्यनाथ को सर्वाधिक मत मिले हैं। जनता से पूछा गया कि वो किसे सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री मानते हैं, इसपर 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नाम पर अपनी मुहर लगाई। इस सर्वे में केजरीवाल को मात्र 13.8 प्रतिशत लोगों ने लोकप्रिय माना है, जबकि ममता बनर्जी चीफ मिनिस्टर लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। उन्हें 9.1 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। वहीं चौथे नंबर पर एमके स्टालिन हैं, जिन्हें 4.7 प्रतिशत मत मिला। इसी तरह पांचवें नंबर पर चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्हें 4.6 फीसदी लोगों ने समर्थन दिया। इस लिस्ट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, कर्नाटक के सिद्दारमैया, असम के हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कुछ हद तक समर्थन मिला है।

गौरतलब है कि आदित्यनाथ ने बीते साढ़े सात साल में कानून-व्यवस्था से लेकर रोड कनेक्टिविटी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मिशन मोड में कार्य किया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने में जुटे योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करके नया कीर्तिमान रचा है। इसके अलावा दो करोड़ युवाओं को रोजगार और साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी देकर भी आदित्यनाथ ने अपनी लोकप्रियता में इजाफा किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने नई दिल्ली में उप राष्ट्रपति से की मुलाकात



लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री योगी ने सुबह उप राष्ट्रपति के आवास पर पहुंचकर उनका हालचाल जाना। उप राष्ट्रपति धनखड़ ने योगी की सराहना की। उप राष्ट्रपति ने आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के विकास मॉडल की प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा कि उप राष्ट्रपति से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए उनका हार्दिक आभार। दूसरी तरफ उप राष्ट्रपति के 'एक्स' हैंडल पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की फोटो शेयर की गई है।

गौरतलब है कि पिछले साल भी उप राष्ट्रपति ने योगी के नेतृत्व में सुदृढ़ हुई उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि कानून व्यवस्था में उत्तर प्रदेश दुनिया में रोल मॉडल बन गया है। उप राष्ट्रपति ने योगी को पर्सन ऑफ एक्शन का सिंबल भी बताया था।
मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर केंद्र को घेरा, कांग्रेस-सपा की चुप्पी पर भी उठाए सवाल
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण एवं क्रीमीलेयर के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने इसको लेकर कांग्रेस और सपा की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है।

मायावती ने शुक्रवार को एक्स पोस्ट में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 01 अगस्त को एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर को लेकर नया नियम लागू किया है। इस निर्णय के विरुद्ध जन अपेक्षाओं के अनुसार पुरानी व्यवस्था बहाल रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अभी तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना चिंताजनक है। इसको लेकर 21 अगस्त को भारत बंद किया गया, बावजूद अगर केंद्र सरकार इसमें जरूरी सुधार के लिए गंभीर नहीं तो यह सोचने वाली बात है। पहले कोर्ट में लचर पैरवी और अब उसको लेकर संविधान संशोधन विधेयक नहीं लाने से यह साबित होता है कि भाजपा का एससी-एसटी आरक्षण को लेकर पुराना रवैया बरकरार है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में आईएनडीआईए के घटक दलों की चुप्पी उतनी ही घातक है। इससे यह फिर से साबित हो रहा है कि एससी-एसटी वर्गों के कल्याण के मामले में सपा और कांग्रेस समेत आईएनडीआईए के अन्य घटक दल एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।
पुलिस भर्ती परीक्षा शुरू होने से पहले ही पुलिस ने गोरखपुर से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा शुक्रवार से प्रारंभ हो रही है। परीक्षा को सुचितापूर्ण कराना प्रदेश सरकार के लिए चुनौती है। इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। परीक्षा को सकुशल निपटाने के लिए एसटीएफ के साथ खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं। इसी क्रम में पुलिस ने गोरखपुर में परीक्षा शुरू होने से पूर्व एक महिला के समेत चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। इनके मोबाइल से दूसरे अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। पुलिस गहनता से इन लोगों से पूछताछ कर रही है।

परीक्षा को निष्पक्ष कराने के लिए पुलिस -प्रशासन ने झोंकी पूरी ताकत

बता दें कि उप्र पुलिस सिपाही भर्ती देश की सबसे बड़ी परीक्षा आज से दो पालियों में शुरू हो गई है। परीक्षा पूरी तरह से निष्पक्षता और बिना किसी समस्या के सम्पन्न हो इसको लेकर प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन से केन्द्रों पर जहां फुल प्रुफ प्लानिंग कर परीक्षा कराने की तैयारी की है तो वहीं पुलिस व अन्य जांच एजेंसियों ने परीक्षा में बाधा बनने वाले माफिया व मुन्ना भाईयों को दबोचने की पूरी रणनीति बना रखी है। इसी कड़ी में परीक्षा में सेंध लगाने से पूर्व उप्र के गोरखपुर से परीक्षा से पहले पांच लोगों को संदिग्ध गतिविधियों के चलते हिरासत में लिया गया है।

महिला सिपाही से बरामद मोबाइल से पांच के एडमिट कार्ड मिले

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोरखपुर में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने गोरखपुर के बांसगांव थाना में एक महिला सिपाही को संदिग्धता के आधार पर पकड़ा गया है। उसके साथ से तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। महिला सिपाही से बरामद मोबाइल में पांच लोगों के पुलिस परीक्षा भर्ती अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। महिला सिपाही सभी को अपना रिश्तेदार बता रही है। हिरासत में लिया गया एक आरोपी दिल्ली का बताया जा रहा है। पूछताछ में उसके द्वारा दिल्ली से गोरखपुर रुपये लेने के लिए आने की बात बताई जा रही है। वहीं युवक की महिला सिपाही से सोशल मीडिया से दोस्ती हुई थी। महिला सिपाही गोरखपुर के बांसगांव की रहने वाली बताई जा रही है और उसकी इन दिनों श्रावस्ती में तैनाती है। आरोपियों से एसटीएफ और पुलिस बांसगांव थाने पर पूछताछ जारी है।

परीक्षा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी

पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा आज से दो पालियों में प्रारंभ हो रही है। परीक्षा पूरी तरह से सुचितापूर्ण सम्पन्न कराए जाने और अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। प्रदेश मुख्यालय ने 0522—2611117 और 2611118 और 2611119 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अभ्यर्थियों से हेल्पलाइन नंबर के जरिए किसी भी समस्या को लेकर सूचना देने की अपील की गई। पुलिस परीक्षा 23 अगस्त शुक्रवार से प्रारंभ होकर 24, 25 और 30, 31 तारीखों में दो पाली में पूर्ण कराई जाएगी। इसमें 27 राज्यों के साथ आठ केन्द्र शासित प्रदेशों के 48 लाख 17 हजार 441 अभ्यर्थी शामिल होंगे। उप्र के के अलावा, अन्य राज्यों के करीब 6,30,481 अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हैं। परीक्षा कराने के लिए उप्र में 67 जिलों में 1174 केन्द्र बनाए गए हैं। पहले दिन करीब नौ लाख 60 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। केन्द्रों पर सीसीटीवी समेत अन्य नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए वैधानिक कदम उठाए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय से भी मानीटरिंग की जा रही है। पुलिस के साथ एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां पैनी नजर बनाए हुए हैं।
सात लाख रुपये लेकर छोड़ दिया दो स्मैक तस्कर, एसपी ने थाने में मारा छापा से इंस्पेक्टर दीवार फांदकर एक दलाल के साथ भाग निकला, निलंबित

लखनऊ । बरेली के फरीदपुर थाना प्रभारी रामसेवक ने तीन स्मैक तस्कर पकड़ने के बाद उनमें से दो को सात लाख रुपये लेकर छोड़ दिया। तीसरे के थाने में बंद रहने के दौरान उसके करीबियों की आवाजाही से मामला चर्चा में आ गया। इसकी खबर एसएसपी अनुराग आर्य तक पहुंची तो उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह-सुबह एसपी दक्षिणी और सीओ को जांच करने थाने भेजा। छापा पड़ते ही इंस्पेक्टर दीवार फांदकर एक दलाल के साथ भाग निकला। तलाशी के दौरान उसके आवास से 9.96 लाख रुपये बरामद किए गए। इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।

फरीदपुर पुलिस ने बुधवार रात गांव नवदिया अशोक निवासी आलम व नियाज अहमद सहित तीन लोगों को स्मैक तस्करी के आरोप में पकड़ा था। उनके पकड़ते ही गिरोह सरगना व अन्य साथी सक्रिय हो गए।
उन्होंने रात में ही इंस्पेक्टर रामसेवक से उन्हें छोड़ने की बात की। दो लोगों को छोड़ने का सौदा सात लाख रुपये में तय हुआ। तीसरा व्यक्ति रुपये नहीं दे पाया तो उसे इंस्पेक्टर ने नहीं छोड़ा। सात लाख रुपये लेने के बाद आलम और नियाज को रात में ही छोड़ दिया।

सूत्रों के मुताबिक इंस्पेक्टर की कारस्तानी की जानकारी थाने के ही किसी कर्मचारी ने एसएसपी अनुराग आर्य को दे दी। उन्होंने गुरुवार सुबह पहले सीओ गौरव सिंह और फिर एसपी दक्षिणी मानुष पारीक को थाने भेजा। इंस्पेक्टर के कार्यालय पर अधिकारी अपनी टीम के साथ तलाशी लेने लगे तो वह मौका पाकर एक दलाल के साथ थाने से फरार हो गया। एसपी दक्षिणी ने इंस्पेक्टर कार्यालय के ठीक पीछे बने आवास की तलाशी ली। यहां एक जगह सात लाख तो दूसरी जगह से करीब 2.96 लाख रुपये बरामद किए गए। सीओ ने भ्रष्टाचार संबंधी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताते हैं कि इंस्पेक्टर सरकारी मोबाइल फोन भी अपने साथ ले गया।एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि शिकायत पर तलाशी ली गई तो फरीदपुर इंस्पेक्टर के कमरे से करीब 9,96,000 रुपये बरामद किए गए हैं। इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई है। इसके अलावा भी इस घटनाक्रम में थाने के किसी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए परीक्षा शुरू, ई-केवाईसी और बॉयोमैट्रिक सत्यापन के बाद दिया गया प्रवेश

लखनऊ । यूपी पुलिस में सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए आज से लिखित परीक्षा शुरू हो गई है। आज से 5 दिनों तक दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया है। लखनऊ सहित अलग-अलग जिलों में आज सुबह से ही परीक्षा देने आए अभ्यिर्थियों की लाइन केंद्रों के बाहर लग गई। करीब सवा आठ बजे चेकिंग करने के बाद उन्हें अंदर प्रवेश करने की अनुमति दे दी गई। ई-केवाईसी और बॉयोमैट्रिक सत्यापन के बिना किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया गया। करीब साढ़े नौ बजे प्रवेश रोक दिया गया और 10 बजे परीक्षा शुरू हो गई।

उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्णा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और निर्देश पर शुक्रवार से भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। सुरक्षा की समीक्षा मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं। सभी 67 जिलों में प्रश्न पत्र आ चुके हैं, जिन्हें ईवीएम की तर्ज पर पुख्ता सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में रखा गया है। अभ्यर्थियों के आवागमन के लिए प्रदेश सरकार ने बसों में मुफ्त यात्रा का इंतजाम किया है तो रेलवे की मदद से ट्रेनों में अभ्यर्थियों के लिए अतिरिक्त बोगियां लगाई गयी हैं।
सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू,पुलिस ने सतर्क रहने की अपील की
लखनऊ । सोशल मीडिया पर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। टेलीग्राम चैनल पर इस तरह के मैसेज प्रसारित करने वालों पर पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।वहीं, भर्ती को लेकर एक्स पर असत्य और अपमानजनक पोस्ट पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया है। साइबर सेल की टीम व एसटीएफ को जांच में लगाया गया है। भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर दर्ज केस में बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं। अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं।

टेलीग्राम पर चल रहे चैनल paper leak 2024, व PROOF OF STUDENT के अलावा आदित्य तोमर के टेलीग्राम अकाउंट के जरिये फर्जी प्रश्नों को वायरल कर क्यूआर कोड भेजकर रुपयों की मांग की जा रही है। कई अन्य टेलीग्राम अकाउंट से भी यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज कर टीमों को मामले की तफ्तीश में लगाया है।फर्जी पेपर लीक भेजकर जिनकी यूपीआई आईडी रुपये लेने के लिए भेजी गई है, उनको भी केस में आरोपी बनाया गया है। इसमें शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल और सिद्घार्थ गुप्ता शामिल हैं। डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का भी क्यूआर कोड शेयर किया गया है। बैंक डिटेल की मदद से पुलिस इन सभी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

एफआईआर के मुताबिक सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह ने अपने एक्स अकाउंट से भर्ती पेपर लीक होने का असत्य व अपमानजनक पोस्ट किया है। एफआईआर में ये भी दावा किया गया है कि अन्य आरोपियों की तरह यासर शाह ने भी अलग-अलग ग्रुप व अकाउंट बनाए हैं। क्यूआर कोड भेजकर धन उगाही करने व शासन की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।पुलिस अफसरों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। बिना किसी संदेह के परीक्षा में शामिल हों। अगर कोई भी शख्स उनसे पेपर लीक आदि की बात कहकर संपर्क कर रकम मांगे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस, एसटीएफ समेत कई एजेंसियां लगाई गई हैं। सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है जिससे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में जांच के लिए गठित टीम ने  घटनास्थल का किया निरीक्षण
लखनऊ। कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में जांच के लिए गठित सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड (एसएजी) की टीम ने  घटनास्थल का निरीक्षण किया। टीम ने पनकी इंडिस्ट्रयल एरिया पुलिस चौकी पहुंचकर रेलवे ट्रैक के पास मिले पटरी के टुकड़े और क्लैंप की जांच पड़ताल की। इसके बाद लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, गार्ड समेत अन्य 80 लोगों को बयान के लिए बुलाया।

प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी आॅफिसर की अध्यक्षता वाली एसएजी की जांच समिति ने सुबह सेंट्रल स्टेशन के कांफ्रेंस रूम में लोको पायलट एपी सिंह बुंदेला, चेतराम मीणा, दिनेश कुमार, सुबोध तिवारी, रोशनलाल, आरपी सिंह, संजय कुरील, संजेश कुमार, धर्मवीर, एके भसीन, रोशनलाल, एमपीएस सिसोदिया, अमित कुमार से पूछताछ की।

इसके अलावा आरपीएफ, जीआरपी, टीटीई, कैरेज एंड वैगन विभाग के स्टॉफ को भी बुलाया गया। जानकारी जुटाने के बाद एसएजी की टीम पनकी और पुराना कानपुर स्टेशन गई। उन्होंने पटरी के टुकड़े को वहां की लाइन पर रखकर जांच की। इसके बाद जूही लोकोशेड में खड़े साबरमती एक्सप्रेस के इंजन की जांच की। यहां अधिकारियों ने स्पीडो मीटर और अन्य कार्ड का परीक्षण किया।

स्पीडो मीटर से स्पीड के साथ ही मौजूदा हालात के बारे में सुराग हासिल करने के बाद जांच अधिकारी शाम को फिर साबरमती एक्सप्रेस के स्टाफ से मिले और कुछ बिंदुओं पर अतिरिक्त बयान लेकर चले गए। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को भी टीम कुछ कर्मचारियों से पूछताछ करेगी। बता दें, टीम में चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर, चीफ टैक इंजीनियर, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ के डीआईजी शामिल हैं।