पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के दृष्टिगत पुलिस को दिये गये दिशा निर्देश, जानिये क्या
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लखनऊ ।पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक यातायात एवं सड़क सुरक्षा, अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे एवं समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक ,पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद यूपी को आगामी त्यौहारों यथा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आदि के दृष्टिगत मुख्यालय स्तर से समय-समय पर दिये गये निर्देशों के कम में प्रभावी पुलिस प्रबन्ध हेतु पुनः महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर निम्नांकित दिशा निर्देश दिये गये है।
किसी नई परम्परा की अनुमति कदापि न दी जाय
डीजीपी का निर्देश है कि प्रत्येक थाने पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर तथा रजिस्टर नंबर-8 में उपलब्ध प्रविष्टियों का अध्ययन कर लिया जाय तथा किसी नई परम्परा की अनुमति कदापि न दी जाय। असामाजिक व अवॉछनीय तत्वों की सूचियों को अद्यावधिक कर लिया जाय तथा आवश्यकतानुसार उनके विरूद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से सम्बन्धित समस्त आयोजन, लीला स्थल, पंडाल, मंदिर एवं जुलूसों को सूचीबद्ध कर योजनाबद्ध तरीके से पुलिस व्यवस्थापन किया जाये। समस्त आयोजनों व कार्यक्रमों में आने वाले श्रद्धालुओं की सम्भावित संख्या का आंकलन करते हुये तद्नुसार सुदृढ़ सुरक्षा एवं यातायात प्रबन्धन किया जाये।
प्रबन्धकों तथा धर्मगुरूओं के साथ गोष्ठी कर ली जाये
जनपदों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के विभिन्न कार्यक्रमों, आयोजकों व प्रबन्धकों तथा धर्मगुरूओं के साथ गोष्ठी कर ली जाये तथा संज्ञान में लायी गयी समस्याओं का सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित कर समय से निस्तारण कराया जाये।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व से सम्बन्धित जिन-जिन स्थानों पर विगत वर्षों में अथवा इस वर्ष किसी प्रकार का विवाद परिलक्षित हुआ हो, वहाँ पुलिस एवं राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारियों द्वारा स्थिति का अध्ययन कर विवाद को सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने के लिये कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
सघन रूप से चेकिंग कराना सुनिश्चित किया जाय
बीट भ्रमण के दौरान द्वारा सभी प्रकार के विवाद आदि की गहनता से जाँच कर ली जाय एवं बीट सूचना प्राप्त होते ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर समय रहते विवाद का निस्तारण कराया जाय तथा आवश्यकतानुसार विवाद स्थलों, मार्गों का भ्रमण जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी द्वारा भी कर लिया जाये।समस्त जनपदों में गश्त चेकिंग हेतु पुलिस पार्टी नियमित रूप से निकाली जाये। प्रातःकालीन गश्त चेकिंग पार्टी (पोस्टर पार्टी) द्वारा सघन रूप से चेकिंग कराना सुनिश्चित किया जाय।
जुलूस मार्ग के सीसीसीटीवी कैमरों को सक्रिय होना जरूरी
शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के दृष्टिगत समुचित वीडियोग्राफी करायी जाये। समस्त कार्यकम के आसपास तथा जुलूसों के मार्ग पर स्थित सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय व कियाशील करा लिया जाये। महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरों से भी चेकिंग करायी जाये।शोभायात्रा जुलूसों में सुरक्षा के लिये योजनाबद्ध रूप से पर्याप्त पुलिस प्रवन्ध किया जाये। समस्त महत्वपूर्ण आयोजनों में राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस व्यवस्थापन किया जाये। थानाध्यक्षों / क्षेत्राधिकारियों द्वारा प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवाद को हल करने हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित किया जाये।
मोबाइल व फुट पेट्रालिंग बहुत जरूरी
आवश्यकतानुसार समस्त सार्वजनिक स्थल यथा बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थानों व धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुये नियमित रूप से मोबाइल व फुट पेट्रालिंग करायी जाये।
महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम हेतु पर्याप्त संख्या में सादी वर्दी में पुरूष एवं महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूिटी लगायी जाये।जनपद में पूर्व में गठित शान्ति समितियों की बैठक आयोजित कर सम्भ्रान्त नागरिकों, शान्ति समितियों के सदस्यों का सक्रिय सहयोग लिया जाये तथा आवश्यकतानुसार नागरिक सुरक्षा समितियों के पदाधिकारियों व सदस्यों आदि का सकिय सहयोग लिया जाय।
अवॉछनीय तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय
उक्त अवसर पर भीड़ प्रबन्धन एवं भीड़ नियत्रंण के सिद्धान्तों पर अमल करते हुये पूर्व से ही प्लानिंग एवं तकनीक का प्रयोग कर व्यापक इन्तजाम किये जाये।स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों व कर्मचारियों को सतर्क रखते हुये असामाजिक एवं अवॉछनीय तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय एवं अभिसूचना इकाईयों के माध्यम से प्राप्त होने वाली लाभप्रद सूचनाओं के आधार पर प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। ताकि कहीं किसी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाये।
सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाए
सोशल मीडिया की राउण्ड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जाये। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्टों का तत्काल संज्ञान लेकर उनका प्रभावी खण्डन करते हुये वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।सुरक्षा योजना के दृष्टिगत समस्त आवश्यक प्रबन्ध यथा एक्सेस कन्ट्रोल, एन्टी सेबोटाज चेक तथा क्यूआरटी०टीम का व्यवस्थापन आदि के सम्बन्ध में समुचित कार्रवाई की जाये। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तथा चेहल्लुम के कार्यकम जिन स्थानों पर एक साथ आयोजित हों, इसकी अलग से योजनाबद्ध तैयारी कर ली जाय। इस सम्बन्ध में दोनों आयोजकों से स्थानीय मजिस्ट्रेट के साथ वार्ता व गोष्ठी कर ली जाय। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वयं अपने पर्यवेक्षण में पुलिस प्रबन्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।


लखनऊ ।पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक यातायात एवं सड़क सुरक्षा, अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे एवं समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक ,पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक,पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद यूपी को आगामी त्यौहारों यथा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आदि के दृष्टिगत मुख्यालय स्तर से समय-समय पर दिये गये निर्देशों के कम में प्रभावी पुलिस प्रबन्ध हेतु पुनः महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर निम्नांकित दिशा निर्देश दिये गये है।




लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर उभरे हैं। प्रतिष्ठित मीडिया समूह के 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे में योगी को नंबर वन सीएम के तौर पर जनता ने चुना है। देशभर में 1.36 लाख से अधिक लोगों के बीच हुए सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी को बेस्ट चीफ मिनिस्टर माना है। योगी इस सर्वे में लगातार तीसरी बार देश के बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुने गये हैं। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, तमिलनाडु के एमके स्टालिन और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री योगी से बहुत पीछे हैं।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण एवं क्रीमीलेयर के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने इसको लेकर कांग्रेस और सपा की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा शुक्रवार से प्रारंभ हो रही है। परीक्षा को सुचितापूर्ण कराना प्रदेश सरकार के लिए चुनौती है। इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। परीक्षा को सकुशल निपटाने के लिए एसटीएफ के साथ खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं। इसी क्रम में पुलिस ने गोरखपुर में परीक्षा शुरू होने से पूर्व एक महिला के समेत चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। इनके मोबाइल से दूसरे अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। पुलिस गहनता से इन लोगों से पूछताछ कर रही है।
लखनऊ । सोशल मीडिया पर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। टेलीग्राम चैनल पर इस तरह के मैसेज प्रसारित करने वालों पर पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।वहीं, भर्ती को लेकर एक्स पर असत्य और अपमानजनक पोस्ट पर सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया है। साइबर सेल की टीम व एसटीएफ को जांच में लगाया गया है। भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर दर्ज केस में बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं। अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं।
लखनऊ। कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में जांच के लिए गठित सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड (एसएजी) की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। टीम ने पनकी इंडिस्ट्रयल एरिया पुलिस चौकी पहुंचकर रेलवे ट्रैक के पास मिले पटरी के टुकड़े और क्लैंप की जांच पड़ताल की। इसके बाद लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, गार्ड समेत अन्य 80 लोगों को बयान के लिए बुलाया।
Aug 23 2024, 17:19
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