सीबीआई की गिरफ्तारी से बचने के लिए नामी दिल के डॉक्टर ने गवाएं 4 करोड़ 40 लाख रुपये, 6 दिनों में साइबर ठगों के खाते में ट्रांसफर किए रुपये
गया। गया शहर के नामी हार्ट स्पेशलिस्ट और बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉ. एएन राय 4 करोड़ 40 लाख रुपए ठगी का शिकार हो गए। डॉ. एएन राय खुद की गिरफ्तारी से बचने के लिए 4 करोड़ 40 लाख रुपए साइबर ठगों के खाते में ट्रांसफर कर किए। यह रूपए एक दिन में नहीं बल्कि 6 दिनों में ट्रांसफर किए।

छह दिनों तक दिल के डॉक्टर का दिमाग भी काम नहीं किया। उन्होंने इस बात की थोड़ी सी भी भनक तक किसी को नहीं लगने दी। सारे रुपए ट्रांसफर किए जाने के बाद दिल के डॉक्टर को अहसास हुआ कि वह तो ठगी का शिकार हो गए। जिसके बाद डॉ. एएन राय तब साइबर थाने पहुंच कर केस को दर्ज करावाया। पूरी घटना 31 जुलाई से लेकर 6 अगस्त के बीच की है। ठगों ने क्रिमिनल केस का नाम लेकर डराया था।

29 जुलाई को आया था फोन
साइबर थाने में दर्ज रिपोर्ट में डॉ. एएन राय (अभय नारायण) का कहना है कि मेरे मोबाइल नंबर पर 29 जुलाई को 7337066781 नम्बर से एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि आपके विरुद्ध सीबीआई ने क्रिमिनल केस दर्ज किया है। आपके नाम से एक मोबाइल नंबर है और आपके नाम से एचडीएफसी बैंक मुंबई में खाता खोला गया है। उस खाते में मनी लॉन्ड्रिंग और इनलीगल पैसा जमा होता है। अगर क्रिमिनल प्रोसिडिंग से आप बचाना चाहते हैं तो साइबर कोर्ट ने कहा है कि आपके बैंक खाता में जितना पैसा है उसको तत्काल हमारे भेजे जा रहे बैंक खाता में जमा कर दीजिए। नहीं तो हम लोग तुरंत वारंट लेकर आपको गिरफ्तार कर जायेगा।

ठगी का अहसास होने पर शिकायत दर्ज कराई रिपोर्ट में डॉक्टर ने कहा कि इसके अलावा साइबर ठगों ने 3 करोड़ सिक्योरिटी मनी जमा करने की बात भी कही। इस प्रकार मैं उनकी बातों से बहुत डर गया और उनके विभिन्न खातों में 31 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक कुल 4 करोड़ 40 लख रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब उस नंबर पर फोन किया तो वह नंबर बंद मिलने लगा। जबकि उस नंबर पर 31 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक लगातार बातचीत हो रही थी। काफी प्रयास करने के बाद भी जब नंबर नहीं मिला तो मुझे अहसास हो गया कि हमारे साथ साइबर ठगी की घटना हो गई है। हमने एनसीआर पोर्टल और गया साइबर थाना में अपनी शिकायत दर्ज कराई। अनुसंधान के लिए एसआईटी बनाई गई है।

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि वादी के आवेदन के आधार पर गया साइबर थाना कांड संख्या- 106/24, धारा- 319(2)/318(4) BNS एवं 66 (C) / 66 (D) IT Act कांड दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया है। गया साइबर थाना की ओर से आवेदक के खाता से निकासी होने के बाद जमा (प्राप्त कर्ता) का खाता जो करीब 123 के संख्या में है, सभी का KYC संबंधित बैंक से प्राप्त किया जा रहा है। KYC प्राप्त होने पर सम्बन्धित खाता धारक का सत्यापन किया जा रहा है। गया साइबर थाना के द्वारा NCRP पोर्टल के माध्यम से अब तक इस कांड में करीब 61 लाख रुपया होल्ड कराया गया है और विधिक प्रक्रिया पूर्ण कर उसे वादी को वापस दिलाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। वरीय पुलिस अधीक्षक गया ने इस मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी और त्वरित अनुसंधान के लिए SP City गया के नेतृत्व में एसआईटी का गठन की गई है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।
पितृपक्ष मेला को लेकर डीएम ने जिले के विभिन्न बैंकों, सोशल वर्कर्स, एनसीसी के अधिकारी और सभी राजनैतिक दलों के साथ किए बैठक
गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में ज़िले के विभिन्न बैंकों एवं सोशल वर्कर्स, एनसीसी के अधिकारी, सभी राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्ष, ज़िले के गण्यमान्य नागरिकों के साथ बैठक करते हुए कहा कि हर वर्ष लाखों-लाख तीर्थयात्री पितृपक्ष मेला के दौरान गया जिला पधारते हैं तथा हर वर्ष आप सभी बैंकों एवं स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा पितृपक्ष मेला में यात्रियों की सेवा समर्पण भाव से करते हैं।

जिसका परिणाम है कि हर वर्ष तीर्थ यात्री पितृपक्ष के बाद जब वह अपने घर लौटते हैं तो एक बेहतर सकारात्मक विचार के साथ घर लौटते हैं। पिछले वर्ष भी काफी उत्कृष्ट कार्य किए गए थे। इस वर्ष भी आप सभी से अपेक्षाएं हैं कि और बेहतर तरीके से मिला को संपन्न करवाये। उन्होंने कहा कि इस बार पितृपक्ष मेला का माहौल कुछ अलग है, क्योंकि गयाजी डैम बनने एवं घाट का विस्तार होने के कारण अधिक संख्या में तीर्थयात्री आने की पूरी संभावना है। इसलिए आप सभी बैंक एवं स्वयंसेवी संस्थान अपनी सक्रियता तथा भागीदारी को और अधिक प्रभावी रूप से यात्रियों की सेवा में समर्पित रहने का कार्य करें।
सभी पिंडदान की सेवा अतिथि देवो भवः के तर्ज पर करें। मुख्यमंत्री बिहार के निर्देश के आलोक में पितृपक्ष मेला के साथ-साथ गया जिले में आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं के लिए व्यवस्थाओं का हर बार एक नया आयाम दिया जा रहा है हर वर्ष आने को प्रकार की इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने फल्गु नदी में सालों भर पानी उपलब्ध रहने के लिए गया जी डैम का निर्माण करवाया है इसके पश्चात सीता पाठ का निर्माण करवाए हैं इस वर्ष विष्णु पथ का निर्माण किया जा रहा है जो इस वर्ष पितृपक्ष के पहले उद्घाटन होगा एवं आने वाले तीर्थ यात्री इसका भरपूर प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह विष्णु पथ के निर्माण होने से मंदिर एवं देवघाट पहुंचने के लिए और एक अतिरिक्त रास्ता बन जाएगा जिससे तीर्थ यात्रियों को काफी हद तक सहूलियत मिलेगा और वह में सड़क से सीधे तौर पर देवघाट या मंदिर जा सकेंगे पूरे शहरों का चक्कर नहीं काटना होगा।

बैठक में एलडीएम गया ने बताया कि जिले के विभिन्न बैंकों द्वारा पितृपक्ष मेला के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर पेयजल हेतु आरो प्लांट, हेल्थ चेक अप कैंप, अद्भुत टिमटिमाती आकर्षक लाइट, वाटर एटीएम, मोबाइल भान एटीएम, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। *इसके अलावा एलडीएम गया ने बताया कि सभी बैंको से समन्वय कर अगले 3 दिनों में प्रतिवेदन उपलब्ध करवाएंगे की किस बैंक द्वारा किन स्थानों पर क्या क्या सहयोग प्रदान करेंगे पितृपक्ष मेला के दौरान, ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार का कोई कठिनाई ना हो जिसके कारण गया जिला पूरे अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में एक अलग पहचान बनेगा। जिले के प्रतिष्ठित स्वयंसेवी संस्थानो द्वारा विभिन्न प्रकार की हर वर्ष कार्य किए जाते हैं। इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाले टेंट सिटी में लगातार 15 दिनो तक संस्कृति कार्यक्रम करवाया जाएगा। इसके अलावा टेंट सिटी में सुबह के समय निशुल्क चाय बिस्किट का वितरण रहेगा।

रात्रि में निशुल्क भोजन की भी व्यवस्था टेंट सिटी में डालमिया जी की ओर से की जा रही है। इसके अलावा विभिन्न वेदियों की रंगाई पुताई भी डालमिया जी द्वारा करवाई जा रही है। विष्णुपद में अन्नपूर्णा रसोई मैं सुबह 10:00 से संध्या 4:00 तक तिर्थ यात्रियों के लिए निशुल्क नाश्ता एवं भोजन की व्यवस्था लगातार 15 दिन रखी जाएगी। एनसीसी, एन०वाई०के० के वालंटियर तथा स्कॉट एंड गाइड के वालंटियर को भी यहां भोजन की व्यवस्था रहेगी। जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि विष्णुपद, रेलवे स्टेशन सहित अन्य विभिन्न स्थलों पर बड़े पैमाने पर स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा निशुल्क व्यवस्थाएं यात्रियों को दी जाती है।

इसके लिए अभी से ही लिस्ट तैयार कर इनके द्वारा क्या व्यवस्था रहेगी तथा किस स्थान पर व्यवस्था रहेगी, उसकी सूची तैयार करें साथ ही उसी के अनुरूप टेंट पंडाल द्वारा बनाए जा रहे स्टॉल की संख्या का आकलन करते हुए उन्हें एलॉट करें। अंत में जिला पदाधिकारी ने यह निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करें कि किसी भी तीर्थ यात्रियों को किसी स्वयं सेवी संस्थान द्वारा वासी या पुराना खाना ना परोसा जाए, जिससे उनकी सेहत पर असर पड़े। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि रैंडमली फूड इंस्पेक्टर के माध्यम से खान की जांच करवाते रहें क्वालिटी के साथ कोई कंप्रोमाइज ना करें।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।
जगदेव बाबू के शहादत दिवस समारोह में गया से हजारों लोग पहुंचेंगे : विनय कुशवाहा
गया। पटना के राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में अमर शहीद जगदेव जी का‌ 50वां शहादत दिवस समारोह मनाया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश सचिव के जिला गया के कार्यक्रम संयोजक विनय कुशवाहा ने किया। बैठक में जिला गया के कार्यक्रम प्रभारी डेहरी के माननीय विधायक फते बहादुर सिंह ने कहा कि अमर शहीद जगदेव प्रसाद 90% गरीब पिछड़े कमजोर वर्गों की आवाज थे।

जगदेव बाबू के मिशन को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव ने आगे बढ़ाया आज सभी पिछड़ी दलित एवं कमजोर वर्ग को लोगों को जगदेव प्रसाद और लालू प्रसाद ने आवाज दिया है सारे लोगों को राष्ट्रीय जनता दल से जोड़कर सामाजिक न्याय की धारा को मजबूत करना चाहिए। विनय कुशवाहा ने कहा कि पटना के राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय में गया से हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे।शहादत दिवस समारोह का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव करेंगे एवं मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव होंगे।

गया जिला के सभी लोगों से आह्वान है कि 5 सितंबर 2024 को भारी से भारी संख्या में लोग पटना चलें। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने कहा कि 5 सितंबर को गया से बारिश से भारी संख्या में लोग पटना चले। इस मौके पर युवा राष्ट्रीय जनता दल के नव मनोनीत टेकारी संगठन जिला के जिला अध्यक्ष पवन कुमार वर्मा, जिला अध्यक्ष नवमनोनित जिला अध्यक्ष प्रभात रंजन पासवान के नेतृत्व में दर्जनों युवाओं ने राष्ट्रीय जनता दल का सदस्यता ग्रहण किया।

सुदामा यादव ग्राम, पथरा मोहनपुर प्रिंस कुमार,ग्राम, शपनी बोधगया अभिषेक यादव ग्राम, गणेशचक मोहनपुर रोहित कुमार ग्राम, सरू बीघा मोहनपुर कमलेश पासवान ग्राम, कोशिला बोधगया बबलू चौधरी ग्राम, कोशिला बोधगया अभिषेक यादव ग्राम, हरिदासपुर बोधगयाधर्मेंद्र कुमार यादव ग्राम, बारा बोधगया पंकज कुमार ग्राम, योगिया सिमरा (बेलागंज राहुल कुमार ग्राम, योगियां सिमरा (बेलागंज) पंकज कुमार यादव ग्राम, कोच ओंकार कुमार गया अखिलेश कुशवाहा ग्राम, गुरारू अर्जुन प्रसाद ग्राम, गुरारू अमित कुमार कंचन ग्राम, गुरारू जमालपुर रामप्रवेश प्रसाद ग्राम,गुरारू (दानापुर)दिनेश पासवान ग्राम, गुरारू दानापुर योगेंद्र प्रसाद ग्राम, गुरारू तिनेरी ईश्वर डायल ग्राम, कुशवाह लखनपुर अर्जुन प्रसाद ग्राम, गुरारू तिनेरी रामानुज प्रसाद ग्राम, गुरारू गोपाल कुमार ग्राम, घटेरा रंजीत, बोधगया बैठक में विश्वनाथ यादव, राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, विक्रमादित्य सिंह कुशवाहा, जोगेंदर कुशवाहा, जितेंद्र कुमार वर्मा, राकेश कुशवाहा, राजेन्द्र यादव, सुशील कुशवाहा, अखिलेश कुशवाहा, सहित सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।
गया एसएसपी कार्यालय में एसएसपी का लगा जनता दरबार, 30 आम जनों की सुनी गई समस्या
गया। बिहार के गया में गया एसएसपी कार्यालय में गुरुवार को एसएसपी आशीष भारती के द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया। आयोजित जनता दरबार में जिले के दूर दराज से 30 आमजनों अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे।

आम जनों ने अपनी-अपनी समस्याओं को एसएसपी के समक्ष रखा। इस दौरान एसएसपी ने सभी मामले को गंभीरता पूर्वक सुने और संबंधित पुलिस अधिकारी को जांच कर कर कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिए। जनता दरबार में सीटी एसपी प्रेरणा कुमार भी मौजूद रही। गया के एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि आम जनों की आज समस्या सुनी गई और समस्याओं का निष्पादन के लिए संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार
आरक्षण वर्गीकरण को लेकर प्रदर्शन,आमस में भारत बंद का रहा व्यापक असर
गया/आमस। आरक्षण वर्गीकरण का आदेश एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा आते ही विभिन्न दल के पार्टी एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोगो ने विरोध करना शुरू कर दिया।जिसको लेकर बुधवार को भारत बंद का आमस प्रखंड क्षेत्र में व्यापक असर देखने को मिला।

भीम आर्मी संगठन सहित अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा सुबह से ही एनएच दो पर पहुंच सरकार के खिलाफ नारे बाजी करते हुए चक्का जाम कर दिया। जिसे दिन भर एनएच दो पर वाहनों का लम्बी कतार लगी रही।एवं सभी दुकान भी बंद रहा।वहीं एएसपी के रामदास एवं आमस थाना के पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल का तैनात किया गया।।

प्रदर्शनकारियों का कहना है की सुप्रीम कोर्ट अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आरक्षण वर्गीकरण का फैसला वापस लेना होगा। इस दौरान उनलोगो ने कहा अगर केंद्र सरकार आरक्षण के साथ छेद छाड़ करती है तो हम सभी एससी एसटी के लोगो को मजबूरन रोड पर उतरकर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा।जिसमे किसी तरह के जान माल की क्षति होती है उसका पूरा जिम्मेवार सरकार होगी।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।
शेरघाटी में भारत बंद का दिखा असर, एससी-एसटी के आरक्षण के विरोध में जोरदार किया प्रदर्शन

गया/शेरघाटी। आज पूरे शेरघाटी अनुमंडल में भारत बंद के समर्थन में सभी रोड़ को जाम रखा गया। शेरघाटी जीटी रोड को करीब 4 घंटा बंद रखा गया। अंबेडकर संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर कृष्ण नंदन कुमार ने कहा कि हम लोग संविधान को मानने वाले हैं। बाबा साहब को मानने वाले हैं इसलिए किसी तरह के सरकारी या प्राइवेट नुकसान नहीं किया गया।

शांतिपूर्ण से बंद का समर्थन किया गया, जिसमें सैकड़ो लोग शामिल हुए और एससी एसटी के आरक्षण के विरोध में जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया है उसके खिलाफ नारा लगाया और लोगों ने कहा यह तो अभी अंगड़ाई है बाकी की लड़ाई बाकी है।

इसमें अंबेडकर संघर्ष समिति के साथी एवं सभी अंबेडकरवादियों ने साथ दिया। शामिल लोगो में डॉक्टर कृष्ण नंदन कुमार, फेकू दास, प्रेम प्रकाश, बीरबल दास, अर्जुन दास, रामप्रसाद, एडं वोकेट अनिल दास, विजय दास, छोटू दास सहित काफी संख्या में लोग भाग लिया।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

साइबर थाना का एसएसपी ने किया औचक निरीक्षण, दिए यह निर्देश

गया। बिहार के गया में गया एसएसपी आशीष भारती ने साइबर थाना का औचक निरीक्षण किया। एसएसपी आशीष भारती ने साइबर थाना के निरीक्षण कर हरेक गतिविधियों को अपने स्तर से देखा।

इस दौरान साइबर थाना में पदस्थापित सभी पदाधिकारियों को कांडो का निष्पादन त्वरित गति से करने को निर्देश दिए। वहीं, फरार अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, साइबर अपराधियों के संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने एवं साइबर पेट्रोलिंग करने से संबंधित एवं अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार

गया में अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के खिलाफ लगाये नारे, नारेबाजी कर जताया विरोध

गया. आरक्षण के फैसले को लेकर आज भारत बंदी का आह्वान विभिन्न संगठनों के द्वारा किया गया है. इसके बीच गया के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बंदी का मिला-जुला देखा गया. हालांकि बंदी शांतिपूर्ण रही. गया में अर्द्ध नग्न होकर भी लोगों ने प्रदर्शन किया. एससी- एसटी से जुड़े लोगों ने कहा, कि हमें इसी स्थिति पर फिर से पहुंचाया जा रहा है, इसीलिए हम लोग अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को लेकर भी विरोध जताया.

गया में अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन 

आरक्षण के फैसले को लेकर भारत बंद के तहत गया में भी बंदी का मिला-जुला असर रहा. कुछ जगहों पर सड़क भी जाम किए गए. आगजनी कर भी नारेबाजी की गई. हालांकि, बंदी शांतिपूर्ण रही. गया में अंबेडकर चौक के समीप एससी- एसटी से जुड़े लोगों ने सड़क को जाम किया और अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. घंटों तक सड़क जाम रहा. वहीं, गया शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण इलाकों में भी बंदी का असर देखा गया. इमामगंज में लोगों ने आगजनी कर प्रदर्शन किया.

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान का भी विरोध 

वहीं, प्रदर्शन कर रहे लोगों ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान का भी विरोध जताया है. प्रदर्शन कर रहे मनोज रविदास ने कहा कि आरक्षण को लेकर वर्गीकरण का जो फैसला आया है, उसके विरोध में हम लोग अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोगों को फिर उसी पुरानी स्थिति में लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसलिए हम लोग इस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी मांग है, कि जो आदेश लागू कराया जा रहा है, वह वापस लिया जाए. एससी- एसटी के जीतन राम मांझी है, लेकिन उन्होंने अपने जाति के बारे में नहीं सोचा. वह दुसाध रविदास की बात करते हैं, तो उन्होंने क्यों नहीं अपने समाज के लिए सोचा. दुसाध रविदास से बराबरी की क्यों बात कर रहे हैं. वही, रविदास रंजन ने कहा कि जीतन राम मांझी से शिकायत है कि वह इस तरह के फैसले के साथ हैं. प्रदर्शन में शामिल विकास कुमार पासवान ने कहा कि अगली बार जीतन राम मांझी को वोट की चोट से हराएंगे. 30 साल से अधिक समय तक सत्ता में रहने के बावजूद भी उन्होंने कुछ नहीं किया.

वर्गीकरण के फैसला वापस हो: विधायक 

वही, गया शहर में बंदी कर रहे मखदुमपुर के राजद विधायक सतीश कुमार दास ने कहा कि एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति में वर्गीकरण का फैसला आया है. क्रीमी लेयर का फैसला दिया गया है. उसके खिलाफ हम लोगों ने भारत बंद का आह्वान किया है. इस फैसले को लेेकर हम मांग करते हैं, कि इसे वापस लिया जाए. नरेंद्र मोदी की सरकार, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान हम लोगों का हित नहीं चाहते. यदि हम लोगों के बारे में नहीं सोचा गया, तो इस तरह का आंदोलन जारी रहेगा.

बड़े वाहनो का परिचालन नहीं हुआ

बंदी का मिला-जुला असर गया जिले दिखा. बड़े वाहनों का परिचालन नहीं रहा. यात्री वाहन एकदम से नहीं चले. वही, जगह-जगह सड़के जाम रखी गई. लोगों ने अपने-अपने तरीके से प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस प्रशासन के द्वारा बंदी के मद्देनजर तमाम व्यवस्थाएं की गई थी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की गई थी. हालांकि किसी तरह की अप्रिय खबर की सूचना नहीं है. गया जिले में बंद शांतिपूर्ण रहा. 

रिपोर्ट : मनीष कुमार।

पितृपक्ष मेला की सुरक्षा को लेकर तैयार है जिला आपदा विभाग, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए SDRF टीम समेत स्थानीय तैराक भी रहेंगे तैनात

गया। 17 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले को लेकर जिला आपदा विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा नीति तैयार कर ली है। पितृपक्ष मेला के अवसर पर लाखों लाख की संख्या में पिंडदानी गया जी आते हैं। चुकी यहां कर्मकांड पिंडदानी द्वारा फल्गु नदी/ विभिन्न तालाबो/ सरोवरों में किया जाता है। उनसभी सरोवरों एव नदी में उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है ताकि कोई अनहोनी या छोटी समस्या भी नही हो सके। आपदा विभाग के अनुसार मेला के सुरक्षा के लिए मोटर बोट्स, स्थानीय तैराक और मास्टर ट्रेनर्स, लाइफ गार्ड्स और लाइफ बॉय की व्यवस्था की गई है। पिछले वर्ष पितृपक्ष मेला के दौरान अनेको तीर्थयात्रियों की मदद की गई थी। 

 SDRF की टीम रहेगी तैनात

जिला आपदा विभाग के अंतर्गत कार्यरत SDRF टीम अपने 22 जवानों के साथ घाटों पर उपस्थित रहेगी। SDRF टीम की मौजूदगी से श्रद्धालुओं के द्वारा पिण्ड दान की क्रिया सुरक्षापूर्वक की जा सकेगी। 

 Motor Boats की भी व्यवस्था

साथ ही श्रद्धालुओं के सुरक्षा हेतु 7 motor boats का प्रावधान किया गया है जिन्हें श्रद्धालुओं के पिण्ड दान करने के दौरान डूबने जैसे मामलों में ससमय सुरक्षा और जान बचाने में प्रयोग किया जाएगा। मोटर बोट्स का संचालन भी SDRF टीम द्वारा ही किया जाएगा।

आपदा प्रबंधन हेतु पर्याप्त संख्या में स्थानीय तैराक और मास्टर ट्रेनर्स भी रहेंगे सक्रिय

आपदा विभाग के अनुसार SDRF टीम और मोटर बोट्स के अलावा डूबने जैसे छोटे बड़े मामलों में उनके साथ स्थानीय तैराक और मास्टर ट्रेनर्स भी किए जायेंगे तैनात। 

तैराकों को विभिन्न घाटों पर दो पाली में प्रतिदिन रहना होगा उपस्थित जिसकी पुष्टि पितृपक्ष मेला के नोडल पदाधिकारी द्वारा की जाएगी। तैराकों की नियुक्ति देव घाट, सूर्य कुण्ड, सीता कुण्ड, बैतरणी सरोवर, ब्रह्मसत्त सरोवर, रुक्मिणी सरोवर, पिता महेश्वर सरोवर, रामशिला एवं प्रेतशिला पर की जाएगी। SDRF टीम के निदेशन में स्थानीय तैराकों एवं अन्य सुरक्षा सामग्री के द्वारा पितृपक्ष मेला के आपदा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है।

कोशिश है की जिलाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा की गई बैठक के निर्देशानुसार इस विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला, जिसमें लाखों की संख्या में तीर्थयात्री गया जी आते हैं, उनके लिए आपदा प्रबंधन की कड़ी एवं क्विक रिस्पॉन्स टीम सक्रिय रहेगी एवं सेवा भाव से उनकी सुरक्षा का प्रावधान किया जाएगा। डीएम गया डा० त्यागराजन एसएम ने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान आपदा विभाग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि सभी प्रमुख सरोवरों यथा सूर्यकुंड, अक्षयवट, राम कुंड, गया जी डैम जैसे गहरे पानी वाले स्थलों पर पर्याप्त नाव सहित टीम रख कर पूरी निगरानी रखे। कही कोई घटना होने पर तुरंत रेस्पांस दे। डीएम ने अपर समाहर्ता आपदा एव वरीय उप समाहर्ता आपदा को निर्देश दिया है कि मेला के दौरान लगातार निगरानी रखे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

डेंगू को लेकर डीएम की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की अंतर विभागीय बैठक,इस साल डेंगू के 33 मामले आये सामने आये,सबसे अधिक शहरी क्षेत्र में मामला

-डेंगू रोग को लेकर कंट्रोल रूम नंबर 8294235135 से ले सकते हैं जानकारी 


गया। गया जिले में डेंगू और चिकनगुनिया रोग के संभावित प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी तैयारी कर ली है। डेंगू रोग की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों द्वारा समाहरणालय सभाकक्ष में अंतर विभागीय बैठक की गयी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह, डीपीएम नीलेश कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल अफसर डॉ कुणाल, डीआईओ डॉ राजीव अं​बष्ट, यूनिसेफ से संजय कुमार, जिला शिक्षा विभाग, जिला पंचायती राज विभाग, विभिन्न प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, आइसीडीएस तथा अन्य विभागों से पदाधिकारी शामिल हुए। 

इस वर्ष डेंगू के 33 मामले सामने आये

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने पावर प्रिजेंटशन के माध्यम से बताया कि वर्ष 2024 में डेंगू के 33 मामले प्रति​वेदित हुए हैं। डेंगू का सबसे अधिक मामला गया शहरी क्षेत्र में मिला। यहां ग्यारह मामले डेंगू के प्रतिवेदित हुए। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 22 मरीज प्रतिवेदित हुए हैं। सभी मरीज पूरी तरह सुरक्षित हैं। जिला के विभिन्न प्रखंडों के तीस गांव—टोलों को डेंगू प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है। डेंगू प्रति​वेदित मरीज के घर के आसपास फॉगिंग शहरी क्षेत्र में नगर निगम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा किया जा रहा है।

डीएम ने निर्देश दिया है सितंबर एव अक्टूबर माह में डेंगू के मामले आने की पूरी संभवना रहती है। स्लम एरिया में जहां भी सुअर पालन या जल जमाव है, वहां विशेष रूप से दवाओं का छिड़काव एव फोगिंग करवाये। नियमित जांच की व्यवस्था दुरुस्त रखे। जांच किट की कोई कमी नही है, किट का भरपूर प्रयोग करे। प्लेटलेट्स की पूरी व्यवस्था एव उपलब्धता रखे। ब्लीचिंग पाउडर, एन्टी लार्वा, एन्टी फोगिंग का पूरा इस्तेमाल करे। बाजार एरिया में भी नियमित फोगिंग करवाये।

जागरूकता के लिए लगाये गये हैं बैनर

डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए जागरूकता लायी जा रही है। इसके लिए शहर के प्रमुख जगहों पर जागरूकता बैनर लगाए गए हैं। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के परिसर तथा प्रमुख स्थानों पर बैनर लगाया गया है। स्कूलों में विद्यार्थियों को डेंगू क प्रति जागरूकता लाने के लिए वेक्टर जनित नियंत्रण पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी जा रही है। डेंगू लार्वा की खोज के लिए जिले में डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर के रूप में प्रत्येक प्रखंड में पांच आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आशा फैसिलिटेटर घर—घर जाकर डेंगू लार्वा की खोज करेंगी एंव निरोधात्मक उपाय करेंगी। जिला अंतर्गत सदर अस्पताल में एलिसा एनएस1 से जांच की जा रही है। डेंगू एंव चिकनगुनिया नियंत्रणार्थ कार्यक्रमों के संचालन एवं अनुश्रवण के लिए एक नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इसके साथ ही डेंगू कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम का नंबर 8294235135 है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण दाधिकारी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय रैपिड रिस्पांस टीम तैयार किया गया है। जयप्रकाश नाराण अस्पताल के दो लैब टेक्नीशियन को डेंगू का एलिसा रीडर से जांच के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। डेंगू मरीजों के उपचार के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 116 डेडीकेटेड बेड एवं मेडिकल कॉलेज में 96 बेड उपलब्ध हैं। जयप्रकाश नारायण अस्पताल और जयप्रभा अस्पताल में डेंगू मरीज के बेड के लिए 10—10 मेडिकेटेड मच्छरदानी दिया गया है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।