चेक से लेता हूं, चेक से देता हूं, जन सुराज के चंदे का हिसाब देंगें प्रशांत किशोर, बोले- सारा पैसा व्हाइट
बिहार: दिग्गज चुनाव राजनीति कार और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दावा किया हैं कि जन सुराज के दो साल से चल रहे अभियान पर खर्च हुआ सारा पैसा सफ़ेद धन हैं क्योंकि वे सिर्फ चेक से चंदा लेते हैं और चेक से ही बिल और सैलरी का भुगतान करते हैं उन्होंने एलान किया कि अभियान के बाद के बाद सारे चंदे का हिसाब जारी करेंगें जिससे पता चल जाएगा कि किसने कितना दिया और कहां खर्च हुआ. प्रशांत ने कहा कि पिछले 10 साल में उन्होंने जिन लोगों के साथ काम किया, और जिन लोगों ने उनके साथ काम किया, देश भर में फैले उन सारे लोगों से वे चंदा मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि जन सुराज के उम्मीदवारों को दूसरे दलों से प्रचार, संगठन और पैसा में कमजोर नहीं पड़ने देंगें.
प्रशांत किशोर ने लाइव सिटीज के साथ एक इंटरव्यू में जन सुराज की फंडिंग के सवाल पर कहा, प्रशांत किशोर के पास सरस्वती की कृपा है. लक्ष्मी सरस्वती से आती हैं. प्रशांत किशोर के पास सरस्वती का वरदान हैं. बाप-दादा उद्योगपति नहीं हैं, जमींदार नहीं हैं,हम कोई धंधा, बिजनेस या ठेकेदारी भी नहीं करते. बिहार में कोई नहीं कह सकता कि मैंने एक रूपया लिया हो." प्रशांत ने कहा- पैसा आता हैं उन लोगों से, पूरे देश से, जिन्होंने मुझे पिछले 10 साल से काम करते हुए देखा है. जो मेरे अनुभव को, मेरी समझ को, मेरी विद्वता को, मेरे पराक्रम को, मेरे प्रयास को माना हैं कि ये आदमी कुछ कर सकता हैं. उसी अनुभव, उसी प्रयास, उसी विद्वता से मैनें एक-दो नहीं, सदियों राज्यों में लोगों की मदद की, उनको सरकार बनाने में मदद की.
प्रशांत किशोर ने कहा कि जितने लोगों ने उन्हें काम करते देखा, जिनके साथ उन्होंने काम किया हैं या जिन्होंने उनके साथ काम किया वो एक बहुत बड़ा समूह है. उन्होंने बताया कि वो उन सबके सामने हाथ फैला रहे हैं कि सबसे गरीब से गरीब का लड़का भी अगर काबिल हैं तो उसको चुनाव लड़ाया जाय.पीके ने कहा कि- ' उसके सामने बालू माफिया हैं, शराब माफिया हैं, विधायक का बेटा हैं, सांसद का बेटा हैं, लेकिन उसे लड़ाने के लिए प्रशांत किशोर हैं. तुम पैसा दो ताकि वो पैसे के कारण न हारें. पूरे हिन्दुस्तान से पैसा मांग के ला रहा हूं.
जन सुराज के चंदे में काला धन होने की संभावना को खारिज करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिल्कुल व्हाइट में जा रहा हैं. उन्होंने कहा-' किसी को एक रूपया कैश में नहीं दिया हैं. किसी को सैलरी का बिल का भुगतान कैश में नहीं किया. कोई खड़ा होकर कह दें तो कैमरे पर माफी मांग लूंगा. चेक से ही पैसा लेता हूं और चेक से ही पैसा खर्च करता हूं. हर महीने को किसने दिया, और कहां खर्च हुआ, हिसाब दूंगा. अभियान खत्म होने के बाद.
राष्ट्रीय पार्टियों और उनके संसाधन के मुकाबले जन सुराज की तैयारियों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि सब बिल्कुल व्हाइट में आ रहा हैं. किसी को सैलरी या बिल का भुगतान कैश में वो सोच-समझकर और कितना पैसा बहाना पड़ेगा, कितनी मेहनत करनी पड़ेगी, कैसी व्यवस्था बनानी पड़ेगी, कितना चंदा जमा करना होगा. उन्होंने न कहा कि जन सुराज के कैंडिडेट को पैसे की कमी नहीं होने देंगें. प्रशांत ने कहा- प- गरीब घर के लोग पैसा और जाति की चिंता न करें. इन सभी चीजों में तुमको बाकी दलों से आगे कर दूंगा. तुम बस समाज का वोट जीतकर लाओ.
Aug 22 2024, 10:06