उच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में बेसिक शिक्षा विभाग करे कार्यवाही : मुख्यमंत्री याेगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार काे अपने सरकारी आवास पांच कालीदास पर बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह एवं अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। जिसमें मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में उच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में बेसिक शिक्षा विभाग कार्यवाही करे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आबजर्वेशन व उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ बेंच के निर्णय के आलोक में विभाग द्वारा कार्यवाही की जाये। सरकार का स्पष्ट मत है कि संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण की सुविधा का लाभ आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को प्राप्त होना ही चाहिए। किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने 16 अगस्त, 2024 को सहायक शिक्षक भर्ती-2019 में चयनित 69 हजार अभ्यर्थियों की सूची को रद्द कर नई सूची बनाने का निर्देश दिया है। सरकार व अन्य संबंधितों को यह भी आदेश दिया है कि तीन माह में नई सूची जारी कर दी जाए।

यह निर्णय न्यायमूर्ति एआर मसूदी व न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की दो सदस्यीय पीठ ने महेंद्र पाल व अन्य द्वारा एकल पीठ के आदेश के खिलाफ दाखिल 90 विशेष अपीलों को एक साथ निस्तारित करते हुए पारित किया है।

मुख्यमंत्री योगी के साथ हुई बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रकरण में न्यायालय के निर्णय के सभी तथ्यों से उन्हें अवगत कराया। इसके बाद उन्होंने कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण की सुविधा का लाभ आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को प्राप्त होना चाहिए तथा किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने रक्षाबंधन पर्व पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं एवं बधाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन पर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपनी बधाई संदेश में कहा है कि रक्षाबंधन भाई बहन के पारस्परिक प्रेम, स्नेह, विश्वास का त्यौहार है। यह पर्व कर्तव्य, आत्मीयता, त्याग, सामाजिक एकता, सद्भाव की भावना का प्रतीक है। रक्षाबंधन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व तो है ही यह भारत की गुरु शिष्य परंपरा का भी त्यौहार है।

रक्षाबंधन का त्यौहार सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण मास में आश्रम परंपरा में अध्ययन और यज्ञ आदि कर्म के उपरांत यजमानों एवं शिष्यों को रक्षा सूत्र बांधने की प्रथा थी। जिसका पालन रक्षाबंधन के रूप में भी किया जाता है। रक्षाबंधन का त्यौहार समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ाने का कार्य भी करता है। यह दान के महत्व को प्रतिष्ठित करने वाला पावन त्यौहार है।

भाई बहन की असीम प्रेम एवं अटूट विश्वास के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व: केशव प्रसाद माैर्य

रक्षाबंधन के पावन पर्व पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाई बहन की असीम प्रेम एवं अटूट विश्वास के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व की उत्तर प्रदेश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं हैं। यह पावन एवं पुनीत पर्व सभी के जीवन में प्रेम सद्भाव और खुशियों की वृद्धि करें, ऐसी कामना करता हूं। वही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व पर तमाम शुभचिंतकों एवं प्रदेश के नागरिकों को ढेर सारी शुभकामनाएं है। भाई बहन के अटूट प्रेम वाले इस पर्व पर एक दूसरे को खुशियां बांट कर त्यौहार मनाएं।

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने रक्षाबन्धन पर्व पर प्रदेशवासियों खासतौर से बहनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। एक शुभकामना संदेश में पर्यटन मंत्री ने कहा है कि हमारी सनातन संस्कृति में नारियों को देवी का स्वरूप माना जाता है। उनकी पूजा की जाती है। रक्षाबन्धन के अवसर पर बहनें अपने भाई की कलायी पर रक्षासूत्र बांध कर उनके दीर्घायु जीवन और अपने मान-सम्मान और सुरक्षा की कामना करती है।
69 हजार शिक्षकों के भर्ती प्रकरण में कोर्ट के फैसले ने भाजपा के सामने खड़ी की मुश्किलें, अब इस प्रकरण को लेकर विपक्ष ने अपनाया आक्रामक रूक

लखनऊ । लोकसभा चुनाव होने के बाद अब यूपी में दस सीटों पर उप चुनाव होने वाले है। जिसकी तैयारियों में भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस जुटी है।ऐसे में 69 हजार शिक्षकों के भर्ती प्रकरण में कोर्ट के फैसले ने भाजपा के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी है। चूंकि इस प्रकरण को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है। राजनीतिक जानकारों की माने तो यह मुद्दा अब सिर्फ विधानसभा उपचुनाव तक ही नहीं, बल्कि 2027 के चुनाव पर भी प्रभाव डालेगा। इसीलिए भाजपा अब इसकी काट को तलाशना शुरू कर दिया है।

उपचुनाव के लिए विपक्ष को मिला सियासी मुद़दा

जानकारी के लिए बता दें कि कोर्ट के फैसले के पहले अयोध्या और कन्नौज में हुई दो प्रमुख घटनाओं को लेकर भाजपा सपा के खिलाफ जमकर हमला बोल रही थी लेकिन अचानक 69 हजार शिक्षकों के भर्ती प्रकरण में कोर्ट के फैसले ने विपक्ष के हाथ में एक बड़ा और प्रभावी सियासी मुद्दा थमा दिया है। इस घटना को लेकर जिस तरह से पूरे विपक्ष ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। चूंकि आरक्षण के मुददे को लेकर विपक्ष पहले से ही बीजेपी पर हमला कर रहा है। अब ऐसे समय जब दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं, नौकरी और आरक्षण जैसे विषयों पर सरकार किसी एक तरफ झुकने से बचना चाह रही है। यदि सूची रद्द होती है तो पहले से नौकरी कर रहे युवाओं के सामने एक बड़ा संकट आएगा। यह एक ऐसा ज्वलंत मुद्दा होगा जिससे सरकार हर हाल में बचना चाहेगी। सरकार यह जानती है कि नौकरी और आरक्षण ऐसे दो मुद्दे हैं जिन पर विपक्ष लोकसभा चुनाव में पूरी तरह से हमलावर रहा है। सपा के 37 सीटें जीतने में इन दो मुद्दों ने बड़ी भूमिका निभाई है। निश्चित ही इस मुद्दे को विपक्ष हाथों-हाथ लपकने में देर नहीं करेगा। विपक्षी पार्टियों के नेताओं को सुर यह बताते हैं कि यह फैसला भले ही कोर्ट का हो, लेकिन इस मसले पर वह सरकार को कटघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश करेंगे।

सपा इस मुद्दे को धार देने के लिए रणनीति भी तैयार कर रही

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  अखिलेश यादव ने इस मामले में भाजपा सरकार पर तीखी हमला करके यह जता दिया है कि वह अब इस मुद्दे को खत्म नहीं होने देंगे। इसे लंबे समय तक जिंदा रखकर भाजपा के लिए मुश्किल खड़ा रखने की कोशिश करेंगें। सपा इस मुद्दे को धार देने के लिए रणनीति भी तैयार कर रही है, जिसका असर आने वाले उपचुनाव पर भी पड़ेगा। सपा अध्यक्ष ने यह भी साफ कर दिया है कि अभ्यर्थियों की मांग के साथ नाइंसाफी नहीं होगी। सपा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंत तक खड़ी रहेगी। अखिलेश ही नहीं राहुल गांधी और प्रियंका ने भी इस मुददे को लेकर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दी है। अब सरकार उनके हमलों से बचने के लिए इसकी काट खोजने में जुट गई है।  सत्ता पक्ष की ओर से इसकी ऐसी काट तैयार की जा रही है कि यह मुद्दा अधिक दिनों तक जिंदा ही न रहे। कोशिश है कि उपचुनाव की घोषणा होने से पहले इस मुद्दे की धार को कुंद कर दी जाए।

शिक्षक भर्ती के मामले को लेकर सरकार ने स्पष्ट किया अपना रुख

69000 शिक्षक भर्ती के मामले में सरकार ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मामले न तो सुप्रीम कोर्ट में कोई चुनौती देगी और न ही किसी अभ्यर्थी के साथ अन्याय होने देगी। सरकार ने यह भी तय किया है कि कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए जहां शिक्षकों की भर्ती की नई सूची तैयार की जाएगी। वहीं, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा आरक्षण के पात्र सभी अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ मिले और अन्य अभ्यर्थियों के साथ भी अन्याय न होने पाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर रविवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों बुलाकर पूरे प्रकरण को समझा। इसके बाद निर्देश दिया कि हाईकोर्ट के फैसले की पारदर्शिता से पालन किया जाए।

सरकार ने कहा किसी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होगा

बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों के भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट के पर्यवेक्षण और इलाहाबाद की लखनऊ बेंच के निर्णय के आलोक में ही शिक्षक भर्ती की कार्यवाही को पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सरकार का स्पष्ट मत है कि संविधान में दी गई आरक्षण की सुविधा का लाभ आरक्षित श्रेणी के सभी पात्र अभ्यर्थियों को मिलना ही चाहिए। साथ ही किसी भी अभयर्थी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए।बैठक में हाई कोर्ट के आदेश के क्रम में यह भी चर्चा हुई की इस पर महाधिवक्ता से भी राय ली जाए। इसके साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग आगे की कार्यवाही करेगा। वहीं विभाग नई सूची तैयार करेगा और इससे जो लोग प्रभावित होंगे, उनके लिए क्या किया जाएगा, विभाग इसका भी प्रस्ताव तैयार करेगा। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएगी या नहीं। इस पर विभाग का कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।

69000 शिक्षक भर्ती मामले में कब क्या हुआ, जानिये पूरा ब्योरा

1. पांच दिसंबर 2018 को 69000 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया
2. परीक्षा छह जनवरी 2019 को आयोजित की गई, जिसमें 4.10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए।
3. 12 मई 2020 को परिणाम घोषित। 1,46,060 अभ्यर्थी चयनित हुए।
4. अनारक्षित श्रेणी का कटआफ 67.11 प्रतशित, पिछड़ा वर्ग श्रेणी का कटऑफ 66.73 प्रतिशत रहा
5. सात जनवरी 2019 को राज्य सरकार के भर्ती प्रक्रिया में किए गए बदलाव के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी।
6. 29 मार्च 2019 को कोर्ट ने राज्य सरकार के बदलाव के आदेश को निरस्त किया। मामले की अपील छह मई 2020 को हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच में की गई।
7. 18 नवंबर 2020 को मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के छह मई 2020 के आदेश को सही माना।
8. आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
9. हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने माना कि आरक्षण एक्ट 1994 का सही ढंग से पालन नहीं किया गया, जिससे आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थी प्रभावित हुए।
10. सरकार ने पांच जनवरी 2022 को आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशित की।
11. 13 अगस्त 2024 को हाईकोर्ट ने चयनित अभ्यर्थियों की सभी सूचियों को रद्द कर नए सिरे से सूची बनाकर भर्ती करने का आदेश दिया।
सवर्ण समाज के साथ अन्याय सवर्ण आर्मी बर्दाश्त नहीं करेगी : सूरज प्रसाद चौबे
लखनऊ । सवर्ण आर्मी के प्रदेश महासचिव सूरज प्रसाद चौबे अपने आवश पर आये समान्य वर्ग के शिक्षक से बात करते हुए कहा की 69000 शिक्षक भर्ती पर  ओबीसी एससी एस टी वर्ग के नेता मंत्री सांसद विधायक  सत्ता पक्ष विपक्ष सभी एक स्वर मे बोल रहे है। लेकिन सवर्ण सांसद विधायक मंत्री का कोई बयान नहीं आया,जिन समान्य वर्ग के बच्चों का आज से चार साल पहले सरकार ने खुद चयन किया था।

अगर नयी चयन प्रकिया के अंतर्गत वह बाहर होते है तो उनका भविष्य अंधकार मे चला जायेगा मेरी हिसाब से नई मेरिट लिस्ट तैयार की जाति है तो कम से कम 6000 से8000 समान्य वर्ग के बच्चे बाहर हो जायेगे । हम समान्य वर्ग के बच्चों के साथ इतना बड़ा अन्याय नहीं होने देंगे,उत्तर प्रदेश सरकार हाईकोर्ट के इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाए,अगर सरकार नहीं जाति है तो हमारे बच्चे सुप्रीम कोर्ट जायेगे ।

हम समान्य वर्ग को लड़ाई कोर्ट मे भी लड़ेंगे ,अगर जरूरत पड़ी तो सडको पर भी लड़ेंगे,सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय पूरे मामले पर नजर बनाये हुए है सोशियल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा सवर्ण समाज के साथ अन्याय सवर्ण आर्मी बर्दास्त नहीं करेगी मांग करते है की सवर्ण समाज के शिक्षक के हितो की रक्षा हो ये हजारो परिवार से जुड़ा बहुत हि संवेदनशील मुद्दा है।
रक्षाबंधन पर्व को लेकर बस स्टेशनों पर खास इंतजाम,बहनों का नहीं लगेगा किराया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रक्षाबंधन पर्व का उत्सव सोमवार को मनाया जायेगा। रक्षाबंधन पर बस स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने की सम्भावना को देखते हुए उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने खास इंतजाम किये हैं। भाई बहन के पर्व पर महानगरों के बस अड्डों से विभिन्न रुटों के लिए अतिरिक्त बसें लगायी गयी है। जनपदों के रोडवेज बस स्टॉप या बस स्टेशनों तक बसों को पहुंचाने एवं तय समय तक रोकने के निर्देश बस चालकों को दिये गये हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने रक्षाबंधन को लेकर प्रदेश स्तर पर सूचना जारी की है कि रोडवेज एवं अनुबंधित बसों में महिला यात्री से टिकट का शुल्क नहीं लिया जायेगा। 18 अगस्त रविवार की रात्रि बारह बजे से 19 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक यह आदेश जारी रहेगा। इस दौरान महिलाएं अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए बसों में नि: शुल्क यात्रा कर सकती है। वहीं बस में सीट उपलब्ध होने पर महिला यात्री को तत्काल सीट भी देना होगा।

इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न डिपो में कार्यरत महिला कर्मचारियों को रक्षाबंधन पर कार्य करने का अनुरोध किया गया है। जिससे बसों एवं अन्य गतिविधियों का संचालन सुचारु रुप से हो सके। इसके साथ ही छुट्टी चल रहे बस चालकों एवं परिचालकों को भी काम पर वापस बुलाया गया है। इसके अलावा क्षेत्रीय प्रबंधक, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को भी रक्षाबंधन के अवसर पर कार्य क्षेत्र में रहने के निर्देशित दिये गये हैं।

आगरा, गोरखपुर, वाराणसी रुट की विशेष ध्यान

रक्षाबंधन पर दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश में आने वाले यात्रियों के मद्देनजर आगरा, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, झांसी, प्रयागराज और गाजियाबाद के बस स्टेशनों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये गये हैं। डिपो से बसों के ससमय संचालन के लिए सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों की जिम्मेदारी तय की गयी है। जिससे बस स्टेशन पर यात्रियों को बसों के लिए परेशान ना होना पड़े।
बुलंदशहर में पिकअप को बस ने मारी टक्कर, 12 लोगों की मौत, रक्षाबंधन मनाने सभी जा रहे थे घर

लखनऊ । यूपी के बुलंदशहर जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। रक्षाबंधन मनाने घर जा रहे मजदूरों की पिकअप को बस ने टक्कर मार दी। हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई बच्चों समेत 18 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पिकअप में 35, जबकि बस में 60 लोग सवार थे। इस घटना पर सीएम योगी ने शोक संवदेना व्यक्त की।


गाजियाबाद की एक ब्रेड कंपनी में मजदूरी करने वाले करीब 35 से अधिक मजदूर पिकअप में गाजियाबाद से अलीगढ़ जनपद की तहसील अतरौली के गांव रायपुर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के लिए जा रहे थे। जैसे ही सलेमपुर थाने के पास पहुंचे तो यहां एक डग्गामार बस ने पिकअप को टक्कर मार दी। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कई घायलों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सभी गाजियाबाद की एक बिस्कुल फैक्ट्री में नौकरी थे।



18 से ज्यादा घायलों का जिला अस्पताल और जेपी अस्पताल में इलाज चल रहा है। 12 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों में एक ही परिवार के सात लोग शामिल हैं। दो लोग संभल के बताए जा रहे हैं। जबकि एक की शिनाख्त नहीं हुई है। पिकअप  सवार में दस और बस में सवार दो लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सात महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्चा शामिल है। दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। सीएम योगी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है साथ ही अधिकारियों को पीड़ितों को जल्द इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।


पिकअप सवार अलीगढ़ के रायपुर खास अहिर नगला गांव के रहने वाले थे। गाजियाबाद की एक बिस्कुल फैक्ट्री में नौकरी करते थे। रक्षाबंधन पर घर जा रहे थे। सलेमपुर के पास पहुंचे थे, तभी सामने से बस ने टक्कर मार दी। घटना के बाद बस ड्राइवर फरार हो गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिकअप का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। लोग छिटककर सड़क पर गिरे। थोड़ी देर में भारी संख्या में आसपास के लोग जुट गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को अस्पताल भर्ती कराया।

मरने वालों में इनकी हो पायी हैं पहचान

मरने वालों में जिनकी पहचान हो पायी है उनके नाम मुकुट सिंह पुत्र बच्चू यादव निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, सुगरपाल पुत्र गंगाशरण निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, दीनानाथ पुत्र जय सिंह निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, बृजेश पुत्र भोली सिंह यादव निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, शिशुपाल पुत्र राम खिलाड़ी यादव निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, बाबू सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, गिरिराज पुत्र भगवान सिंह निवासी रायपुर खास अहेरिया नगला अतरौली अलीगढ़, ओमकार पुत्र  निवासी ऊंचागांव बुलंदशहर बाकी अज्ञात हैं।

पुलिस भर्ती परीक्षा में पुख्ता इंतजाम करने में जुटा पुलिस-प्रशासन
लखनऊ।  यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की दोबारा आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए भर्ती बोर्ड और जिला व पुलिस प्रशासन तैयारियों को पुख्ता करने में जुटा हुआ है। गुरुवार को डीएम ने बताया कि लखनऊ में बनाए गए सभी 81 केंद्रों पर 1-1 सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। बोर्ड ने अभ्यर्थियों को जिले आवंटित कर दिए हैं और एक्जाम डेट भी जारी कर दी गई है।जिलाधिकारी  सूर्यपाल गंगवार ने गुरुवार को 23 से 31 अगस्त तक होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा के मद्देनजर अहम बैठक की। डीएम ने बताया कि लखनऊ में कुल 81 केन्द्र बनाए गए हैं. परीक्षा 23 अगस्त, 24 अगस्त, 25 अगस्त, 30 अगस्त और 31 अगस्त को दो-दो पालियों में होनी है।

प्रत्येक केंद्र पर 1 सेक्टर मैजिस्ट्रेट और 1 स्टैटिक मैजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।केंद्र में कर्मचारी भी नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल फोन: डीएम ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी जिनकी ड्यूटी परीक्षा में लगी है, वह परीक्षा के समय से 2 घंटा पूर्व अपने अपने केंद्र पर पहुंचेंगे. किसी भी तरह की शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. नकलविहीन परीक्षा कराने के उद्देश्य से 81 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 81 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक केंद्र पर पुलिस विभाग की तरफ से एक केंद्र प्रभारी, 1 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 1 स्टैटिक मजिस्ट्रेट, प्रधानाचार्य स्तर के केंद्र व्यवस्थापक की नियुक्ति की गई है. केंद्र में किसी भी कर्मचारी को मोबाइल फोन ले जाने को अनुमति नहीं होगी।

अभ्यर्थियों को केंद्र का पता जानने में नहीं होगी समस्या: डीएम ने कहा है कि लखनऊ में 81 केंद्र बनाए गए है, इन केंद्रों में परीक्षा देने अलग-अलग जिलों से अभ्यर्थी ट्रेन और बस से आएंगे, जिन्हें अपने आवंटित केंद्र का पता ठीक से नहीं ज्ञात होगा। ऐसे में रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के बाहर सभी परीक्षा केंद्रों के गूगल मैप टैग किए हुए क्यूआर कोड चस्पा किए जाएंगे. इससे कोई भी अभ्यर्थी उसे स्कैन कर आसानी से अपने केंद्र का पता जान सकेगा।

बता दें कि, यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 60244 की परीक्षा 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दो-दो पालियों में आयोजित होगी। पहली पाली सुबह 10 बजे से 12 तक और दूसरी पाली दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। यह परीक्षा 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी. यदि किसी उम्मीदवार को आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 के लिए परीक्षा शहर सूचना को डाउनलोड करने / जांचने में कठिनाई होती है, तो वह हेल्पलाइन नम्बर-8867786192/9773700762 पर सम्पर्क कर सकता है।
अटल जी के मूल्य व सिद्धांत सदैव प्रेरणा देते रहेंगे : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर लोकभवन में अटल जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में अजातशत्रु के रूप में एक सर्वमान्य चेहरे के

रूप में अटल जी की पहचान थी। उन्होंने भारतीय राजनीति को एक नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने का काम किया। योगी ने कहा कि अटल जी की कविताएं उनकी स्मृतियां भारतीय राजनीति के लिए उनके मूल्य व सिद्धांत सदैव एक नई प्रेरणा देती रहेंगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता की ओर से उत्तर प्रदेश शासन की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी का पैतृक गांव वह बटेश्वर है। उन्होंने उच्च शिक्षा कानपुर में रहकर पूरी की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वह उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा लेने के बाद राष्ट्रधर्म और अन्य विचार परिवार के साथ जुड़कर एक लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाई। डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सानिध्य में उन्होंने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत की। लखनऊ संसदीय क्षेत्र का उन्होंने लगातार पांच बार संसद में प्रतिनिधित्व किया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण का माडल कैसा होना चाहिए। ग्रामीण भारत में विकास का माडल क्या होना चाहिए। अन्त्योदय की योजना को उन्होंने गरीबों तक पहुंचाने का काम किया।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि अटल एक व्यक्ति नहीं विचार हैं,अटल एक जीवन नहीं संस्कार हैं। राष्ट्र निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान के लिए हमेशा स्मरण किया जायेगा।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डा. दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री डा. महेन्द्र सिंह, एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल, मुकेश शर्मा, विधायक डा.नीरज बोरा व महानगर भाजपा अध्यक्ष आनंद द्विवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कला किसी भाषा या क्षेत्र की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है : योगी आदित्यनाथ


लखनऊ। कला किसी व्यक्ति, जाति, मत-मजहब, भाषा या क्षेत्र की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है। कला हमारे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परम्परा का प्रतिनिधित्व भी करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से हर वर्ष देश के अलग-अलग राज्यों के कलाकारों को हम स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस आदि आयोजनों पर उत्तर प्रदेश में आमंत्रित करते हैं तो उत्तर प्रदेश के कलाकार भी अन्य राज्यों में जाते हैं। सांस्कृतिक दलों के माध्यम से संस्कृति का आदान-प्रदान कैसे हो सकता है, यह उसका छोटा सा प्रयास है। हम सभी एक-दूसरे की भाषा, परम्पराओं को सम्मान देकर आगे बढ़ेंगे तो वही एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक बनेगी।

उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर विधान भवन के समक्ष प्रस्तुति देने वाले देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों के साथ ही उत्तर प्रदेश के कलाकारों का भी सम्मान किया। गुरुवार को यह समारोह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर आयोजित किया गया। सीएम ने देश के अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर उप्र की राजधानी लखनऊ में देखकर अच्छा लगा। कलाकारों की आज की प्रस्तुति बहुत शानदार रही।

पुरातन वाद्ययंत्रों को सुरक्षित व संरक्षित करें कलाकार

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज के परिवेश में आधुनिक वाद्ययंत्रों का प्रयोग हो रहा है। पुरातन वाद्ययंत्र भूल से गए हैं। कलाकारों को चाहिए कि उन प्राचीन वाद्ययंत्रों को सुरक्षित व संरक्षित करें। अपने यहां उसका संग्रहालय बनाएं। वह कला का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई देंगे। प्राचीन काल से भारत में अलग-अलग जगहों पर लोगों ने अलग-अलग तरीके से अपनी परम्परा व बातों को काव्यात्मक, गायन के रूप से व्यक्त करने का माध्यम बनाया था। बहुत ऐसी चीजें हैं, जिसे केवल वाद्ययंत्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं। इसलिए हमें उन्हें सुरक्षित करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। बहुत सारे लोगों ने प्राचीन वाद्ययंत्रों को सुरक्षित व संरक्षित रखा है। सीएम ने उपस्थित कलाकारों से उम्मीद जताई कि यदि आप भी ऐसा करेंगे तो उसके अच्छे परिणाम आएंगे।

एक मंच पर इतने कलाकारों का एकजुट होना अभिभूत करने वाला क्षण

मुख्यमंत्री ने अतिथि व उत्तर प्रदेश के कलाकारों के प्रति आभार जताया। कहा कि बाहर से आए कलाकारों ने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को देखा है। मैंने अतिथि कलाकारों को उत्तर प्रदेश के कलाकारों संग आमंत्रित किया है। हम लोग पूरे देश की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई दें, यही हमारा ध्येय होना चाहिए। इतनी बड़ी संख्या में एक मंच पर इतने कलाकारों का एकजुट होना अभिभूत करने वाला क्षण होता है। इस अवसर पर पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने किया सम्मान, आतिथ्य पाकर अभिभूत हुए कलाकार

मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर सिक्किम से आए कलाकार ग्रुप लीडर दिल कुमारी तमांग व उनकी टीम, जम्मू-कश्मीर दल प्रमुख मो. यासीन व टीम, संजीव गुप्ता व टीम, गुजरात के गोपाल भाई व टीम, डॉ. हेमंग व्यास व टीम, महाराष्ट्र के अमोल महादेव जाधव व टीम, असम के दल प्रमुख मृदुल व टीम, मध्य प्रदेश के दल प्रमुख मनीष सिसौदिया व टीम, उमेश नामदेव व टीम, भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की टीम मोहित कपूर व टीम, ललितपुर की मोहिनी व टीम, महोबा के दल प्रमुख जितेंद्र कुमार चौरसिया व टीम, अयोध्या के दल प्रमुख विजय वीर विक्रम बहादुर व टीम, आराधना गौतम व टीम, ब्रज की जया सक्सेना व टीम, प्रयागराज की दल प्रमुख सुप्रिया सिंह रावत व टीम का सम्मान किया। मुख्यमंत्री का आतिथ्य पाकर विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों के साथ ही उत्तर प्रदेश के कलाकार भी अभिभूत दिखे।
हैलो तुम्हारी बेटियों का अपहरण किया है, पैसों की व्यवस्था करों नहीं तो हत्या कर दूंगा
लखनऊ । हैलो... स्कूल में पढ़ रहीं तुम्हारी बेटियों का मैंने अपहरण किया है। अगर उन्हें सुरक्षित देखना चाहते हो तो रुपयों की व्यवस्था करो। नहीं तो उनकी हत्या कर दूंगा...। यह व्हाट्सएप कॉल पाकिस्तान के नंबर से मंगलवार को जालसाज ने निगोहां के एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के अभिभावकों की।

अभिभावक जब स्कूल गए तो बेटियां सुरक्षित मिलीं। मामले में अभिभावकों ने तहरीर दी है। निगोहां गांव निवासी शैलेंद्र कुमार की बेटी गंगा देवी महिला डिग्री कॉलेज में पढ़ती है। मंगलवार को वह स्कूल गई थी।शैलेंद्र के मुताबिक सुबह 11:30 बजे व्हाट्सएप पर +923410274115 नंबर से कॉल आई। उस पर किसी पुलिस अधिकारी का फोटो लगा था। कॉल उठाने पर ठग ने कहा कि मैंने तुम्हारी बेटी का अपहरण करवाया है।तुम्हें स्कैनर भेज रहा हू्ं। पैसों की व्यवस्था करो नहीं तो बेटी की हत्या कर दूंगा। इसी तरह अन्य अभिभावकों के पास भी कॉल आई। एसो अनुज तिवारी ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस जांच कर रही है।