नीरज चोपड़ा ने किया एक बड़ा ऐलान,उठाने जा रहे ये जोखिम

पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. वहीं, गोल्ड मेडल पाकिस्तान के अरशद नदीम के नाम रहा. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो किया था और नीरज 89.45 मीटर का ब्रेस्ट थ्रो कर पाए थे. इस इवेंट के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वह चोट से जूझ रहे हैं. इसके बाद वह भारत भी नहीं लौटे. चोट को देखते हुए उन्होंने जर्मनी जाने का फैसला किया था. इन सब के बीच नीरज चोपड़ा ने एक बड़ा ऐलान किया है.

नीरज चोपड़ा उठाने जा रहे ये जोखिम

पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वो ग्रोइन इंजरी के साथ मुकाबले में हिस्सा ले रहे थे और अब उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.लेकिन नीरज चोपड़ा ने अब अपडेट दिया है कि वह फिलहाल सर्जरी नहीं करवा रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने ऐलान किया कि वो 22 अगस्त को लुसाने में होने वाली डाइमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे. नीरज ने वर्चुअल बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने 22 अगस्त को होने वाली लुसाने डाइमंड लीग में हिस्सा लेने का फैसला किया है.’ नीरज ने स्विटजरलैंड में ट्रेनिंग शुरू कर दी है और चोट के बावजूद सीजन को बेहतर तरीके से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

नीरज चोपड़ा ने साल 2022 में डायमंड लीग के फाइनल में जीत हासिल की थी. वहीं इस बार ये फाइनल 13 और 14 सितंबर को होगा. नीरज ने अपनी चोट पर अपडेट देते हुए कहा कि पेरिस के बाद अच्छी बात ये रही कि मेरी चोट ज्यादा गंभीर नहीं हुई. मेरे फीजियो ने पेरिस ओलंपिक के दौरान इस इंजरी को लेकर ट्रीटमेंट किया था जिससे पहले से अब स्थिति बेहतर है. पहले मैने सोचा था कि ज्यूरिख डायमंड लीग में हिस्सा लूंगा कि लेकिन अब इंजरी बेहतर तो मैंने लुसाने में हिस्सा लेने का फैसला लिया है.

चोट के चलते छोड़ चुके हैं कई टूर्नामेंट

नीरज चोपड़ा पिछले कई समय से चोट से जूझ रहे हैं. पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में परेशानी महसूस कर रहे थे. उसी समय ग्रोइन में खिंचाव आता है. चोट के चलते उन्होंने ओलंपिक से पहले होने वाली पेरिस डायमंड लीग से नाम वापस ले लिया था. उस समय नीरज चोपड़ा ने कहा था कि वह ट्रेनिंग और थ्रो करते समय ब्लॉकिंग करने वाले अपने पैर को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ओस्ट्रावा टूर्नामेंट से भी नाम वापस लिया था. तब उन्हें एबडक्टर (जांघ का ऊपरी हिस्सा) में कुछ गलत महसूस हुआ था.

साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों में की सीरीज अपने नाम,40 रनों से हराया

साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट में 40 रन से हरा दिया. इसी के साथ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज भी उसने 1-0 से जीत ली. दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा था. वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथ अफ्रीका की ये लगातार 10वीं टेस्ट सीरीज जीत है, जिसमें उसके स्पिनर केशव महाराज के रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन की अहम भूमिका रही है. आसान नहीं होता एक मैच में 7 बल्लेबाजों के बिना खाता खोले ही आउट हो जाने के बाद किसी टीम के लिए जीत दर्ज करना. लेकिन, साउथ अफ्रीका ने अपनी मेजबानी में ये काम खूब किया. और, इसमें केशव महाराज के अलावा थोड़ी -थोड़ी भूमिका कैगिसो रबाडा और वियान मुल्डर की भी रही.

7 बल्लेबाज 0 पर आउट, 92 साल बाद ऐसे हालात

दूसरे टेस्ट मैच को जीतने के लिए साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के सामने 263 रन का लक्ष्य रखा था. टेस्ट मैच में बचे हुए वक्त को देखते हुए ये लक्ष्य बड़ा नहीं था. और, इसके पीछे की वजह थी, साउथ अफ्रीका के 7 बल्लेबाजों का जीरो पर आउट हो जाना. उसके सामने 92 साल पुराने भयानक हालात का उपजकर सामने आना. दरअसल, साउथ अफ्रीका के साथ 1932 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी एक टेस्ट मैच में उसके 7 बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके हैं. इसमें पहली इनिंग साउथ अफ्रीका के 4 बल्लेबाज- बाउमा, मुल्डर, महाराज और रबाडा- जबकि दूसरी इनिंग में 3 बल्लेबाज- डेविड, महाराज और बर्गर- डक हुए.

मुल्डर, रबाडा और महाराज का कहर

7 बल्लेबाजों के डक होने का सीधा असर साउथ अफ्रीका के स्कोर बोर्ड पर दिखा जो पहली पारी में सिर्फ 160 रन और दूसरी इनिंग में 246 रन बना सका. ऐसे में साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों के किए कमाल ने बल्लेबाजों की नाकामी की भरपाई की. मुल्डर, रबाडा और महाराज ने ऐसा कहर ढाया कि वेस्टइंडीज की टीम जीत के लक्ष्य से तो 40 रन दूर रही ही. पहली पारी में भी वो बस 144 रन ही बना सकी.

वियान मुल्डर बने प्लेयर ऑफ द मैच

साउथ अफ्रीका की ओर से वियान मुल्डर पहली पारी में सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 9 ओवर में 32 रन देकर 4 विकेट लिए. वहीं वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में 263 रन चेज नहीं कर पाई और सिर्फ 222 रन पर ही ऑलआउट हो गई तो इसमें 3-3 विकेट लेने वाले केशव महाराज और कैगिसो रबाडा की भूमिका अहम रही. दूसरी पारी में 2 विकेट लेते हुए वियान मुल्डर ने मैच में कुल 6 विकेट झटके, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

केशव महाराज बने प्लेयर ऑफ द सीरीज

उधर दूसरे टेस्ट में कुल 5 विकेट लेते हुए केशव महाराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 13 विकेट झटके. इसके लिए वो प्लेयर ऑफ द सीरीज तो चुने ही गए. साथ ही साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट में सर्वाधिक 171 विकेट लेने वाले स्पिनर भी बन गए.

विनेश फोगाट को मिली बड़ी खुशखबरी,कोर्ट ने उनके पक्ष में सुनाया फैसला

महिला पहलवान विनेश फोगाट पेरिस से भारत लौट आई हैं. उनके लिए पिछले कुछ दिन काफी दर्द भरे रहे हैं. पेरिस ओलंपिक में मेडल पक्का करने के बाद भी वह खाली हाथ अपने देश लौटी हैं. लेकिन भारत आते ही उन्हें एक बड़ी खुशखबरी मिली है. विनेश फोगाट के साथ-साथ ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान को भी अच्छी खबर मिली है. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (CAS) में हारने के बाद वह दिल्ली उच्च न्यायालय में जीत गई हैं.

दिल्ली उच्च न्यायालय ने विनेश फोगाट की याचिका को आखिरकार स्वीकार कर लिया गया. दरअसल कोट ने चारों पहलवानों द्वारा दायर याचिका को स्वीकार कर लिया और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की एक एड हॉक समिति के भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के कामकाज को चलाने के अधिकार को बहाल कर दिया है. अदालत ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए WFI चुनाव सही नहीं थे और खेल मंत्रालय ने भी इस पर रोक लगा दी है. यह आवश्यक है कि आदेश हटने तक इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की एड हॉक समिति डब्लयूएफआई के दिन-प्रतिदिन के कामकाज को चलाए.

विनेश, बजरंग और साक्षी मलिक ने बीते साल रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना किया था. इसके बाद बीते साल दिसंबर में हुए चुनावों के बाद संजय सिंह फेडरेशन के अध्यक्ष चुने गए थे. हालांकि चुनावों के तीन बाद ही खेल मंत्रालय ने इस समिति पर बैन लगा दिया था.

दिल्ली में हुआ विनेश का स्वागत

पेरिस ओलंपिक 2024 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. मेडल पक्का करने के बाद विनेश फोगाट को फाइनल मैच से पहले ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ खेल की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. लेकिन उनकी अपील खारीज कर दी गई. शनिवार 17 अगस्त की सुबह करीब 10:45 बजे विनेश नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची. जब स्टार रेसलर विनेश फोगाट एयरपोर्ट से बाहर आईं तो पूरा माहौल भावुक हो गया. उनका शानदार स्वागत करने के लिए भारी भीड़ मौजूद थी.

मां और दोस्तों से मिलकर रो पड़ीं विनेश

पेरिस से वापस लौटने पर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट पर जबरदस्त स्वागत हुआ. 

शायद ही विनेश ने भी ऐसी उम्मीद की होगी लेकिन उनका परिवार, उनके दोस्त, उनके गांववाले और उनके चाहने वालों की भारी भीड़ एयरपोर्ट के बाहर थी.

 साथ ही रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी पहुंचे हुए थे, जो विनेश को एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए. पहले से ही विनेश फोगाट के नाम के नारे लग रहे थे और ढोल बज रहे थे लेकिन विनेश के बाहर आते ही ये आवाज और तेज हो गई.

फिर जैसे ही विनेश को उनके संघर्ष के साथी बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक दिखे, जो पहले से ही उनके स्वागत के लिए मौजूद थे, वो उनसे लिपट गईं और फूट-फूटकर रोने लगीं. साथ में विनेश की मां भी थीं और उन्होंने अपनी लाडली बेटी का चेहरा हाथों में लेकर उसे चूमा और वो भी रोने लगीं. यही पल था जब ढोल और नारों के जश्न और शोर के बीच भी एक खामोशी महसूस होने लगी क्योंकि पूरा माहौल एकदम भावुक हो गया था. साक्षी की आंखें भी आंसुओं से भर आईं, जबकि बजरंग ने अपने जज्बातों को किसी तरह काबू किया.

गांव के लिए निकला काफिला

विनेश काफी देर तक रोती रहीं और फिर उन्हें मर्सिडीज जी-वैगन में बैठाया गया और यहां उनके आंसू पूरे देश ने देखे. कुछ देर में ही हवा में विनेश के नाम का नारा गूंज उठा और स्टार रेसलर ने भी हाथ जोड़कर सबको धन्यवाद दिया.

विनेश से हाथ मिलाने, उन्हें फूलमाला पहनाने के लिए हर कोई बेकरार था. कुछ इसमें सफल भी हुए और फिर धीरे-धीरे ये कार आगे बढ़ने लगी, जिसमें उनके साथ साक्षी, बजरंग और हुड्डा भी थे और गावं की ओर उनका काफिला निकल पड़ा.

विनेश फोगाट पहुंची भारत,स्वागत में बने 8 क्विंटल लड्डू

पेरिस ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली विनेश फोगाट भारत पहुंच गई हैं. उन्होंने सुबह 10.52 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड किया. जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. बता दें विनेश के स्वागत के लिए एक कार्यक्रम बनाया गया है, जिसके तहत वो द्वारका एक्सप्रेसवे से लेकर हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव तक रोड शो करेंगी. 

उनके भाई हरविंद्र फोगाट ने बताया है कि इस कार्यक्रम के लिए एक रूट मैप तैयार कर लिया गया है. वो शाम तक अपने गांव पहुंचेंगी, जहां उनके लिए सम्मान समारोह रखा गया है. विनेश के स्वागत में बलाली में लड्डू समेत कई मिठाइयां तैयार की गई हैं. वहीं खराब मौसम को देखते हुए गांव में बारिश से बचने के लिए टेंट लगाए गए हैं.

विनेश के स्वागत में 8 क्विंटल लड्डू बनाए गए हैं

विनेश फोगाट के स्वागत में खाप पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद होंगे. वहीं हरियाणा की खाप उन्हें गोल्ड मेडल देने वाली है. खाप ने राष्ट्रपति को पत्र लिख कर विनेश के लिये मेडलिस्ट जैसे सम्मान की मांग की है.

सुबह से विनेश के इंतजार में द्वारका एक्सप्रेसवे, बसई गांव चौराहे पर कई खाप के प्रधान मौजूद हैं. उनके स्वागत के लिये ट्रक भर कर फूल रखा गया है.

गुड़गांव पहुंचा विनेश फोगाट का काफिला.

विनेश के गांव बलाली में मौजूद स्टेडियम में सम्मान समारोह के लिए स्टेज तैयार कर दिया गया है. उन्हें वहां सम्मानित किया जाएगा.

विनेश फोगाट अपने समर्थकों के साथ रोड शो के लिए निकल चुकी हैं. उनके साथ एक बड़ा काफिला है. अपने गांव बलाली जाने के रास्ते में वो लोगों से मिलते हुए जाएंगी.

भीड़ के कारण विनेश की गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. हर चौक-चौराहों पर उनकी तस्वीरें लगाई गई हैं.

विनेश के स्वागत में सैकड़ों लोग उमड़े हुए हैं. फूलमाला और मिठाइयों से स्वागत कर रहे हैं. विनेश ने पूरे देश को हाथ जोड़कर धन्यवाद कहा और खुद को भाग्यशाली बताया.

कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा भी विनेश के स्वागत के लिए पहुंचे हुए हैं.विनेश के साथ बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक भी मौजूद हैं.

दिल्ली एयरपोर्ट पर सैकड़ों समर्थक विनेश फोगाट के स्वागत में जुटे हुए हैं. उनका ये प्यार देखकर भारतीय पहलवान भावुक हो गईं.समर्थकों ने विनेश का भव्य स्वागत किया है.विनेश फोगाट दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कर चुकी हैं.

भारतीय रेसलर साक्षी मलिक भी विनेश के स्वागत के लिए पहुंच गई हैं.

विनेश फोगाट की मां भी दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच गई हैं और अपनी बेटी का इंतजार कर रही हैं.

दिल्ली एयरपोर्ट पर विनेश फोगाट के स्वागत के लिए ढोल बज रहे हैं और वहां मौजूद लोग जमकर नाच रहे हैं.

विनेश के गांव बलाली में कई तरह के पकवान बनाए जा रहे हैं.

भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया भी दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं.

दिल्ली एयरपोर्ट पर समर्थक ढोल बजाकर विनेश के स्वागत के लिए इंतजार कर रहे हैं.

स्वागत के लिए विनेश फोगाट के समर्थक दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए हैं.

चैंपियन की तरह होगा सम्मान

पेरिस ओलंपिक में डिस्क्वालिफाई किए जाने के बाद विनेश फोगाट कोई मेडल नहीं जीत सकी थीं. इसके बावजूद उनका स्वागत गोल्ड मेडलिस्ट की तरह होगा. उनके गांव बलाली के खेल स्टेडियम में सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां चल रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओलंपिक में मेडल नहीं मिलने के बावजूद पूरे गांव में विनेश के स्वागत को लेकर उत्साह है. खाप पंचायतों और आसपास के ग्रामीणों को इसके लिए न्यौता दिया गया है.

एमएस धोनी क्या खेलेंगे IPL 2025?BCCI धोनी के लिए IPL में लाएगी ये नियम

आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले रिटेंशन पॉलिसी को लेकर लगातार चर्चा जारी है. बीसीसीआई ने हाल ही में लीग की फ्रेंचाइजी मालिकों के साथ बैठक की थी. इस दौरान मेगा ऑक्शन खत्म करने, इम्पैक्ट प्लेयर और रिटेंशन पॉलिसी को लेकर बातचीत हुई थी. चेन्नई सुपर किंग्स ने मीटिंग में बीसीसीआई से एक नियम लाने की मांग की थी, जिससे वो धोनी को आने वाले सीजन में भी रिटेन कर सके. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने सीएसके की मांग को मान ली है. बोर्ड धोनी को आईपीएल में खिलाने के लिए बड़ा कदम उठा सकता है. बोर्ड अगर ऐसा करता है, तो सीएसके को मेगा ऑक्शन से पहले एक बड़ी खुशखबरी मिल जाएगी

क्या है वो नियम और कब होगा ऐलान?

आईपीएल के पहले सीजन में एक नियम लाया गया था. इसके तहत कोई भी फ्रेंचाइजी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को अनकैप्ड प्लेयर की कैटगरी में कम पैसे में खरीद सकती थी. इसके लिए केवल एक शर्त ये थी कि उनके संन्यास को 5 साल हो गए हो. इस नियम का कभी भी इस्तेमाल नहीं होने के कारण BCCI ने 2021 में हटा दिया था. न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक 31 जुलाई को हुए मीटिंग में चेन्नई ने अपने सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी धोनी को खिलाने के लिए इस नियम को वापस लाने की मांग की थी.हालांकि, बहुत कम ही फ्रेंचाइजी ने इसमें सीएसके का साथ दिया. अब सूत्रों के हवाले से इस नियम के वापस आने की उम्मीद जताई गई है. बोर्ड खिलाड़ियों के रेगुलेशन की घोषणा के समय इसका ऐलान कर सकता है.

IPL 2025 में क्या होगी रिटेंशन पॉलिसी?

आईपीएल की कुछ टीमें मेगा ऑक्शन को हटाना चाहती हैं. लेकिन क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई फिलहाल इस खत्म नहीं करेगा. हालांकि, इस पर चर्चा जारी है. इसके अलावा बोर्ड मेगा ऑक्शन से पहले टीमों को अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दे सकता है. इसके अलावा राइट टू मैच कार्ड नियम की भी वापसी हो सकती है.

धोनी खेलेंगे IPL 2025?

धोनी ने आईपीएल 2025 में खेलने को लेकर हाल ही में बयान दिया था. उन्होंने कहा था उनके हाथ में कुछ नहीं है, सब नए रिटेंशन के नियमों पर निर्भर करेगा. फिलहाल, मेगा ऑक्शन से पहले 4 खिलाड़ी रिटेन करने का ही नियम है. लेकिन ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अनकैप्ड कैटेगरी और रिटेंशन के नियमों में बदलाव की खबरें सामने आ रही हैं. इससे उनके खेलने की उम्मीद बढ़ गई है.

कल भारत लौट रहे हैं विनेश फोगाट, होगा चैंपियन की तरह स्वागत

भारतीय रेसलर विनेश फोगाट जल्द ही भारत लौटने वाली हैं. उनके लिए पेरिस ओलंपिक 2024 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा.

 मेडल पक्का करने के बाद विनेश फोगाट को फाइनल मैच से पहले ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ खेल की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. लेकिन उनकी अपील खारीज कर दी गई. ऐसे में वह अब खाली हाथ देश लौट रही हैं. लेकिन भारत में उनके शानदार स्वागत की पूरी तैयारी हो गई हैं.

विनेश फोगाट 17 अगस्त को सुबह 10 बजे दिल्ली एयरपोर्ट आएंगी. जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा. बता दें, फोगाट के भारत पहुंचने के बारे में पहलवान बजरंग पूनिया ने एक पोस्ट जरिए जानकारी दी है. बजरंग पूनिया की ओर से बताए गए कार्यक्रम के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद द्वारका एक्सप्रेसवे से लेकर हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव तक रोड शो किया जाएगा.

 हालांकि विनेश मीडिया से बात करेंगी या नहीं, फिलहाल ये तय नहीं है. हरियाणा सरकार भी विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन करेगी. बता दें, विनेश के भाई हरविंद्र फोगाट ने इस कार्यक्रम का पूरा रूट मेप तैयार किया है.

हारने के बाद भी करोड़ों का ऐलान

हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को छह करोड़ रुपए, सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ रुपए और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ रुपए दिए जाएंगे. 

विनेश फोगाट ने इन खेलों में सिल्वर मेडल तो पक्का कर लिया था. ऐसे में सरकार विनेश फोगाट को 4 करोड़ रुपए देगी. इसके अलावा विनेश फोगाट को पानीपत के अजय पहलवान ग्रुप के युवकों ने विनेश फोगाट को दो एकड़ जमीन और 11 लाख नकद देने की घोषणा की है.

पेरिस ओलंपिक में क्या था पूरा मामला?

विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल से पहले ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था क्योंकि गुरुवार 7 अगस्त को होने वाले फाइनल की सुबह वजन नापने के दौरान उनका वेट तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था. विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल से पहले ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था क्योंकि गुरुवार 7 अगस्त को होने वाले फाइनल की सुबह वजन नापने के दौरान उनका वेट तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था.

ईशान ने अपनी शतकीय पारी के दौरान लगाए 10 छक्के

जिस ईशान किशन को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया, जिस ईशान किशन का बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट छीन लिया अब उसी ईशान किशन ने अपने बल्ले से आलोचकों को जवाब दिया है. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने तमिलनाडु में चल रहे बुची बाबू टूर्नामेंट के पहले ही मैच में धमाकेदार सेंचुरी ठोक दी. ईशान ने खबर लिखे जाने तक 88 गेंदों में 105 रन बना लिए थे और उनके बल्ले से 10 छक्के निकल चुके थे.

ईशान का शतकीय प्रहार

ईशान किशन बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं. ईशान छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने आते ही गेंदबाजों की लाइन-लेंग्थ बिगाड़ दी.ईशान ने मध्य प्रदेश के हर गेंदबाज को जमकर पीटा. इस खिलाड़ी ने रामवीर गुर्जर, अधीर प्रताप सिंह और आकाश राजावत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बटोरे. इन तीनों गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने 8 छक्के लगाए. इसके अलावा एक छक्का उन्होंने पारुष मंडल की गेंद पर लगाया. ईशान की पारी कितनी बेहतरीन रही इसका अंदाजा आप इस बात से लगाइए की उन्होंने अपने शतक के 71 फीसदी रन छक्के-चौके से बनाए.

ईशान किशन के पास वापसी का मौका

ईशान किशन को पिछले साल दिसंबर से ही टीम इंडिया से बाहर हैं. वो साउथ अफ्रीका दौरा बीच में ही छोड़कर लौट आए थे. इसके बाद आईपीएल से पहले वो इसलिए विवादों में आ गए क्योंकि उन्होंने एनसीए की बजाए हार्दिक पंड्या के साथ वडोदरा में ट्रेनिंग की. ईशान ने इसके बाद आईपीएल में मिलाजुला प्रदर्शन किया. ईशान को टी20 वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया. कहा गया कि ईशान तभी टीम इंडिया में लौट पाएंगे जब वो घरेलू क्रिकेट खेलेंगे. अब ईशान ने बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने का फैसला किया. उन्हें झारखंड ने टीम का कप्तान बनाया और देखिए पहले ही मैच में इस खिलाड़ी ने शानदार सेंचुरी लगाकर अपनी वापसी का राह पर एक कदम आगे बढ़ा दिया है.

कोच वूलर एकॉस ने विनेश फोगाट पर चौंकाने वाला किया खुलासा, कहा, ऐसा लगा की कहीं विनेश फोगाट अपनी जान ना गंवा दे

पेरिस ओलंपिक में एक भी मैच नहीं हारने के बावजूद विनेश फोगाट को कोई मेडल नसीब नहीं हुआ. इसकी वजह थी उनका नियम से 100 ग्राम वजन होना. यही वो वजह थी जिसके बाद उन्हें फाइनल मैच से ठीक पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया और उन्हें कोई मेडल नहीं मिला. इसके बाद विनेश खेल पंचाट के पास गईं जहां उनकी अपील को खारिज कर दिया गया. विनेश फोगाट के इस संघर्ष की दास्तान तो अब लगभग हर फैन जानता है लेकिन इस बीच उनके कोच वूलर एकॉस ने एक ऐसा खुलासा कर दिया है जो बेहद चौंकाने वाला है. वूलर एकॉस ने बताया कि पेरिस ओलंपिक के दौरान एक पल उन्हें ऐसा लगा कि कहीं विनेश फोगाट अपनी जान ना गंवा दे.

विनेश फोगाट की जान को खतरा था!

विनेश फोगाट के कोच वूलर एकॉस ने एक इंटरव्यू में बताया कि विनेश फोगाट ने जिस अंदाज में अपना वेट गिराने की कोशिश की उसे देखकर तो एक समय ऐसा लगा कि कहीं उनकी जान ही ना चली जाए. वूलर एकॉस ने कहा, ‘सेमीफाइनल के बाद 2.7 किलो वजन बढ़ा हुआ था. एक घंटा, 20 मिनट तक वर्कआउट करने के बावजूद डेढ़ किलो बचा हुआ था. 50 मिनट तक सौना सेशन किया गया जिसमें कोई पसीना ही नहीं निकला. इसके बावजूद विनेश ने बहुत सारी कार्डियो मशीन पर वर्कआउट किया. आधी रात से सुबह 5.30 बदे तक वो रेसलिंग और कार्डियो करती रहीं. कई बार वो थकान के मारे गिर गईं. मुझे सच में उनकी जान को खतरा महसूस हुआ.’

विनेश फोगाट ने मेडल गंवाने के बाद क्या कहा?

इतनी मेहनत करने के बावजूद जब विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा आ गया तो उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया. हालांकि इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी थी. कोच वूलर एकॉस ने बताया कि विनेश ने उस दौरान उनसे क्या कहा? वूलर एकॉस बोले, ‘कोच निराश ना हों. मैंने दुनिया की बेस्ट पहलवान को हराया है. मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया. मैंने साबित कर दिया है कि मैं बेस्ट पहलवानों में से एक हूं. हमारे गेम प्लान ने काम किया है. मेडल तो सिर्फ एक चीज है, प्रदर्शन मायने रखता है.’

वीवीएस लक्ष्मण का कार्यकाल का इस साल सितंबर में खत्म,अब कौन संभालेगा ये पद

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से ही भारतीय क्रिकेट में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. टीम इंडिया को नया हेड कोच मिल चुका है और सूर्यकुमार यादव टी20 टीम की कमान संभाल रहे हैं.

 इसी बीच नेशनल क्रिकेट एकेडमी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत के पूर्व क्रिकेटर और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के मौजूदा निदेशक वीवीएस लक्ष्मण का कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा है. ऐसे में सितंबर के बाद ये पद कौन संभालेगा ये साफ हो गया है.

कौन संभालेगा NCA की जिम्मेदारी?

ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, वीवीएस लक्ष्मण बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड के रूप में अपना कार्यकाल कम से कम एक साल के लिए बढ़ाने वाले हैं.

 उनका शुरुआती तीन साल का अनुबंध इस सितंबर तक था. इससे पहले खबरें सामने आ रही थीं कि लक्ष्मण आईपीएल की किसी फ्रेंचाइजी के हेड कोच बन सकते हैं, लेकिन अब एनसीए में उनकी ड्यूटी के कारण यह पद संभव नहीं है. 

उन्हें कोचों की अपनी टीम से सहायता मिलने की संभावना है, जिसमें शितांशु कोटक, साईराज बहुतुले और ऋषिकेश कानिटकर शामिल हैं, जो सभी भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज हैं.

कैसा रहा लक्ष्मण का 3 साल का कार्यकाल?

एनसीए में अपने पहले तीन साल के कार्यकाल के दौरान लक्ष्मण ने चोट मैनेजमेंट, खिलाड़ी रिहैबिलिटेशन, कोचिंग कार्यक्रम और वरिष्ठ टीमों, आयु-समूह और महिला क्रिकेट के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए अपने राहुल द्रविड़ द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया. 

बता दें, वीवीएस लक्ष्मण से पहले राहुल द्रविड़ की नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड थे. लक्ष्मण की चुनौतियों में से एक भारत ए के दौरा कार्यक्रम को फिर से शुरू करना है, जो पिछले दो सालों से रुक-रुक कर चल रहा है, जबकि द्रविड़ के समय दौरे लगातार हो रहे थे.