मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने किया ध्वजारोहण*
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*प्रदेश कार्यालय में संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित कई नेता मौजूद रहे* भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने स्वतंत्रता दिवस पर गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने प्रदेशवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री ने एक दूसरे को मिष्ठान्न खिलाकर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं बधाई दी। 29वीं बटालियन दतिया की ‘बी’ कंपनी के एएसआई उदयवीर सिंह, आरक्षक कल्याण सिंह, राणा सिंह, नीतिन जाटव, अखिलेश गिरी ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। *हमारे पूर्वजों के बलिदान के बाद मिली आजादी - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव* मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक लंबी लड़ाई और क्रांतिकारियों के बलिदान से हमें आजादी मिली है। आज का यह पावन पर्व सबसे बड़ा त्योहार है। मुझे इस बात का गर्व है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मजबूत हाथों में है। दुनिया में भारत का डंका बज रहा और दुनिया नए भारत का नया रुप देख रही है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस था। हमारे पूर्वजों ने इसकी कीमत चुकाई है। हमारी आजादी के एक दिन पहले जो देश का बंटवारा हुआ था, अगर नहीं हुआ होता तो भारत की स्थिती आज और बेहतर होती। हम प्रदेश को विकसित मध्यप्रदेश बनाने की दिशा में हर आवश्यक कदम उठा रहे हैं, ताकि प्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनाया जा सके। *विकसित भारत और स्वर्णीम प्रदेश के सकल्प के साथ आगे बढ रहे - विष्णुदत्त शर्मा* भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सासंद विष्णुदत्त शर्मा ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों और पार्टी कार्यकताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरे देश ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाकर लाखों बलिदान देने वाले शहिदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनने के संकल्प के साथ हम निरंतर आगे बढ़ रहे है। आज इस पावन पर्व पर देश की आजादी को अक्षुण बनाए रखने का पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर सभी प्रदेशवासियों ने सकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 में भारत माता परम वैभव पर पहुचेगी और भारत दुनिया का सिरमोर बनेगा। ध्वजारोहण समारोह में भूल सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी, पार्टी के वरिष्ठ नेता माखन सिंह चौहान, पूर्व सांसद रधुनंदन शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, वरिष्ठ नेता तपन भौमिक, विजय दुबे, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज जोशी, श्रीमती सीमा सिंह जादौन, प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत, सांसद महेन्द्र सिंह सोलकी, प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पाराशर, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल, अजजा मोर्चा अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटवा, भोपाल जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी, सुश्री नेहा बग्गा, कैलाश मिश्रा, राजेन्द्र सिंह, हिरेन्द्र बहादुर सिंह, भगत सिंह कुशवाह, एस एस उप्पल, पेनालिस्ट शिवम शुक्ला, सुश्री सरीता देशपाण्डे, कामेश्वर सिंह, सुरजीत सिंह चौहान, श्री अजय यादव, पवन दुबे, सतीश विश्वकर्मा, सुनील पाण्डे, अनिल अग्रवाल, प्रयाग रधुवशी, उमंकात दीक्षित, श्रीमती वृजला सचान, सुश्री बिलकीस जहां, श्रीमती भावना सिंह, सुरज खरे सहित प्रदेश कार्यालय परिवार के सदस्य एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ज्ञान ही 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का है आधार : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शोध, अनुसंधान और नवाचार को मिल रहा है प्रोत्साहन राज्य सरकार उच्च शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में निजी भागीदारी को भी कर रही है प्रोत्साहित वर्ष 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य: केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल का 11 वाँ दीक्षांत समारोह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संपूर्ण विश्व तेजी से ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित हो रहा है। पेट्रोल, औद्योगिक क्रांति की धुरी रहा है, परंतु नॉलेज अर्थात ज्ञान ही 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का आधार है। ऐतिहासिक रूप से भारतीय ज्ञान परंपरा बहुत समृद्ध रही है। इसी का परिणाम रहा कि आक्रांताओं ने हमेशा हमारे ज्ञान के केन्द्रों को निशाना बनाया और उन्हें नष्ट करने की कोशिश की। भारत अपनी ज्ञान परंपरा का अनुसरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु बनने के मार्ग पर अग्रसर है। विज्ञान शिक्षा के प्रसार के साथ-साथ शोध, अनुसंधान और नवाचार को भी देश में बहुत महत्व दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अकादमिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, आईसर, ट्रिपल आईटी, एनआईटी और आईआईएफएम जैसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान विद्यमान है। भोपाल में स्थापित हो रहा राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का परिसर राष्ट्रीय महत्व का है। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की भोपाल में उपस्थिति प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। राज्य सरकार उच्च शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में अपने स्तर पर प्रयास करने के साथ-साथ निजी भागीदारी को भी प्रोत्साहित कर रही है। प्रदेश में आरंभ हुए पीएम कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस निश्चित ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइसर) भोपाल के 11वें दीक्षांत समारोह के शुभारंभ अवसर पर यह विचार व्यक्त किए। युवा शिक्षा और प्रशिक्षण का अधिक से अधिक उपयोग देश और समाज हित में करें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत के पास टेलेंट, टेक्नालॉजी, प्रबंधन और नेतृत्व का अनूठा संगम है। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान जैसे केंद्रों के माध्यम से देश युवा शक्ति को श्रेष्ठतम शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। इन संस्थानों से मिलने वाली डिग्री युवाओं की प्रतिभाओं का बड़ा सम्मान है। इससे समाज में उनकी विशेष पहचान स्थापित होती है। युवाओं का यह कर्तव्य है कि प्राप्त शिक्षा और प्रशिक्षण का अधिक से अधिक उपयोग देश और समाज के हित में हो। मध्यप्रदेश ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में देश के लक्ष्य के अनुरूप कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के युवाओं को इंडस्ट्री रेडी बनाने के लिए 6 ग्लोबल स्किल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। आईआईटी गांधी नगर के साथ मिलकर विज्ञान के लोकव्यापीकरण के लिए नवीन कार्यक्रम आरंभ किया गया है। आईआईटी इंदौर के माध्यम से उज्जैन में भी सेटेलाइट टाऊन की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति कर रहा है और यह विश्वास है कि हम विश्व के विकसित देश के रूप में अपना स्थान स्थापित करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की पहचान : केंद्रीय मंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में पदक और उपाधियां प्राप्त करने के लिए बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि भारत में जिज्ञासा, शोध और सीखने की संस्कृति और प्रवृति के परिणाम स्वरूप ही देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी इस प्रतिष्ठित संस्थान में अध्ययनरत हैं। संस्थान ने विज्ञान शिक्षा में देश ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि विद्यार्थियों के अध्ययन, शोध और अनुसंधान का अधिकतम लाभ देश के लोगों के कल्याण में हो। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन हाइड्रोजन, सेमी-कंडक्टर और स्पेस सेक्टर को दिया जा रहा है प्रोत्साहन केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने फॉसिल फ्यूल के उपयोग को घटाकर नवकरणीय ऊर्जा के उत्पादन और उसके भांडाण के लिए शोध को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भारत सरकार इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि विज्ञान को विभिन्न भागों में बांट कर देखने की बजाए समग्र मानव कल्याण की दृष्टि से देखना आवश्यक है। भारत को-2047 तक विकसित भारत के रूप में स्थापित करने के लिए नवाचार करने होंगे। हमारी सरकार शोध और अनुसंधान के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सरकार ने इंडिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन को अनुमोदन प्रदान किया है और इसके लिए 10 हजार 300 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान भी किया गया है। भारत को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के हब के रूप में भी विकसित किए जाने की योजना है। देश को वर्ष 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य है। भारत का सेमी-कंडक्टर मिशन-2021 में आरंभ किया गया था। भारत में इस क्षेत्र में तीन इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं। स्पेस सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोलना बड़ी पहल है। उन्होंने कहा कि नवाचार,शोध और विकास को प्रोत्साहित करने केन्द्र सरकार अपना दायित्व मानती है। छात्रों को किया सम्मानित मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान परिसर में शैक्षणिक भवन और व्याख्यान कक्ष का शिलान्यास किया तथा संस्थान की शैक्षणिक शोभा यात्रा में शामिल हुए। संस्थान का 11वां दीक्षांत समारोह सरस्वती वंदना के साथ आरंभ हुआ। संस्थान के निदेशक प्रो. गोवर्धन दास ने अतिथियों का स्वागत एवं अभिवादन अंग वस्त्रम और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। संस्थान के निदेशक डॉ. गोवर्धन दास ने संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने राष्ट्रपति स्वर्ण पदक, निदेशक स्वर्ण पदक, प्रवीणता पदक और सर्वश्रेष्ठ थीसिस के लिए छात्रों को सम्मानित किया। भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए विद्यार्थी अपनी उपाधियों का उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश विज्ञान, शिक्षा सहित विकास और जनकल्याण के क्षेत्र में तेजी से अग्रसर है।
भगवान श्रीराम का व्यक्तित्व विराट और मर्यादाओं से परिपूर्ण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मंदाकिनी दीदी ने अपने प्रवचनों से बनाई अलग पहचान

पद्मभूषण युगतुलसी पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय, राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 का अलंकरण समारोह हुआ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीराम के विराट व्यक्तित्व और उनके जीवन ने मर्यादाओं का पालन करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति: 2020 लागू की गई है। इसमें प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अध्यात्म एवं संस्कृति से जुड़े पाठ्यक्रमों का संचालन प्रारंभ किया गया है। उन्होंने दीदी मंदाकिनी को साधना के 25 वर्ष पूर्ण करने के लिए बधाई दी। उन्होंने भगवान श्रीराम के कृतित्व और व्यक्तित्व की व्याख्या की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तुलसी मानस प्रतिष्ठान एवं संस्कृति विभाग द्वारा मानस भवन में आयोजित पद्मभूषण युगतुलसी पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय, राष्ट्रीय पुरस्कार-2024 अलंकरण समारोह को संबांधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शॉल, श्रीफल, सम्मान पट्टिका और दो लाख रुपए की राशि का चेक प्रदान कर दीदी मंदाकिनी को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने तुलसी मानस भारती पुस्तिका का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रामायण के हनुमान, सुग्रीव, माता कैकयी, राजा दशरथ सहित विभिन्न पात्रों से संबंधित प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि दीदी मंदाकिनी को सम्मानित करने से राज्य सरकार का मान बढ़ा है। मंदाकिनी दीदी ने अपने प्रवचनों से अलग पहचान बनाई है। मेरी ओर से उनको बहुत बहुत बधाई।

दीदी मंदाकिनी ने कहा कि पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय महाराजश्री ने अध्यात्म के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया। वे ब्रह्मलीन होकर भी मानस के माध्यम से हमेशा हमारे बीच बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रदेश में निरंतर संस्कृति एवं अध्यात्म के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं। दीदी मंदाकिनी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से प्रदेश में अध्यात्म विश्वविद्यालय की स्थापना करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आध्यात्मिकता की बहुत जरूरत है।

संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेद्र सिंह लोधी ने कहा कि पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय ने सनातन संस्कृति में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने 49 वर्षों तक रामचरित मानस पर प्रवचन दिए हैं। वे मानस मर्मज्ञ, कथावाचक एवं हिन्दी के श्रेष्ठ साहित्यकार थे। उन्होंने जो उपदेश दिए वे सदियों तक मार्गदर्शन देते रहेगें। उनकी स्मृति में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कर-कमलों द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाना सराहनीय है।

तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि तुलसी मानस प्रतिष्ठान लगातार विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करता रहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का प्रयास अतुलनीय है। संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने प्रशस्ति-पत्र का वाचन किया। प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सांची विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. वैद्यनाथ लाभ, प्राचार्य नूतन महाविद्यालय प्रो. सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी, पत्रकार, छात्र-छात्राएं तथा अध्यात्म और संस्कृति से जुड़े नागरिक उपस्थित थे।

नागपंचमी पर उज्जैन में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, सालभर में सिर्फ 24 घंटे ही खुलते हैं पट


श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्ववर मंदिर के पट आज रात्रि 12:00 बजे साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन ही खुलते है। महाकाल मंदिर के गर्भगृह के उपर ओंकरेश्वर मंदिर और उसके भी शीर्ष पर श्री नागचन्द्रेश्वर का मंदिर प्रतिष्ठापित है। श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर में ११ वीं शताब्दीं की एक अद्भुत प्रतिमा स्थापित है, प्रतिमा में नागचन्द्रेश्वर स्वयं अपने सात फनों से सुशोभित हो रहे है। साथ में शिव पार्वती के दोनों वाहन नंदी एवं सिंह भी विराजित है। मूर्ति में श्री गणेश की ललितासन मूर्ति, उमा के दांयी ओर श्री कार्तिकेय की मूर्ति व उपर की ओर सूर्य-चन्द्रमां भी अंकित है। इस प्रकार श्री नागचन्द्रेश्वर की मूर्ति अपने आप में भव्य एवं कलात्मकता का उदहारण है। भगवान के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए है। कहते हैं कि यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। ऐसी मान्यता है कि, उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है। इस प्रतिमा के दर्शन के उपरांत अंदर प्रवेश करने पर श्री नागचन्द्रेश्वर की मुख्य प्रतिमा (शिवलिंग) के दर्शन होते है। 08 अगस्त गुरुवार की रात्रि 12 बजे श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट खुलेंगे। पट खुलने के बाद विशेष पूजा -अर्चना होगी। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा... नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। गुरुवार 08 अगस्त की रात्रि १२ बजे पट खुलने के पश्चात श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाडे के महंत विनीत गिरी जी एवं कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया‍ जावेगा। शुक्रवार 09 अगस्त को अपरान्ह्: १२ बजे अखाडे द्वारा पूजन होगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 09 अगस्त को श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती के पश्चात श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की पूजन आरती श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों द्वारा की जावेगी। पूजन के बाद मंदिर के पट रात्रि 12 बजे बंद होंगे। इस प्रकार 08अगस्त की रात्रि 01से 09 अगस्त‍ की रात्रि 12 बजे तक श्री नागचन्द्रेश्वर के पट 24 घण्टे खुले रहेंगे।
देश के सभी प्रमुख शहरों में मृगनयनी एम्पोरियम की शाखाएं स्थापित की जाएं : राज्यमंत्री जायसवाल*

*कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री ने विभागीय उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिये* कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा है कि प्रदेश की स्थानीय कलाकृतियों, हस्तशिल्प एवं हाथकरघा उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिये देश के सभी प्रमुख शहरों में मृगनयनी एम्पोरियम की शाखाएं स्थापित की जाएं‍। इसके लिये हर स्तर पर प्रभावी कार्यवाही की जाये‍‍। राज्यमंत्री जायसवाल गुरूवार को मंत्रालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विभाग के सभी उत्पादों का उत्पादन एवं उनकी गुणवत्ता बढ़ाने और इन्हें आकर्षक तरीके से पैकेजिंग कर बेचने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कारीगरों के कौशल उन्नयन कार्य में भी और प्रगति लाई जाये और अधिकाधिक कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव, कुटीर एवं ग्रामोद्योग अमित राठौर, सचिव, खादी व ग्रामोद्योग विकास बोर्ड माल सिंह, आयुक्त रेशम मदन विभीषण नागरगोजे, मप्र संत रविदास हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के प्रबंध संचालक तथा आयुक्त, हस्तशिल्प एवं हाथकरघा मोहित बुंदस, उप सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग ऋषि गर्ग, अवर सचिव जी.एस. आर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। *हम रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें* बैठक में राज्यमंत्री जायसवाल ने कहा कि कुटीर एवं ग्रामोद्योग जरूरतमंदों की आजीविका चलाने वाला विभाग है। इसलिये विभागीय उत्पादन गतिविधियों में और तेजी लाएं। हम रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनें। उन्होंने सिंहस्थ-2028 में विभागीय उत्पादों के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं विक्रय के लिये अधिकारियों को अभी से कार्ययोजना बनाकर तैयारी प्रारंभ करने के निर्देश दिये। यह भी कहा कि महाकाल लोक परिसर में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग का स्थायी स्टाल (आउटलेट) किया जाए। प्रमुख शहरों में मृगनयनी एम्पोरियम की शाखाएं खोलने के संबंध में बताया गया कि इसके लिये दूसरे प्रदेशों से समन्वय कर मृगनयनी की ब्रांच स्थापित करने के लिये ढोस चर्चा की जा रही है। बताया गया कि हर जिले में *वन भारत साड़ी वॉकथान* आयोजित किया गया था। इसमें प्रदेश की करीब एक लाख से अधिक महिलाओं ने भागीदारी की। *प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विगत 17 सितम्बर 2023 को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना प्रारंभ की गई। योजना में अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों एवं शिल्पकारों को हर प्रकार की सहायता दी जाएगी। योजना में 18 प्रकार के परंपरागत व्यवसायों जैसे बढ़ई, नाव निर्माता, कवच निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार (मूर्तिकार व पत्थर तराशने वाले), पत्थर तोड़ने वाले, मोची (चर्मकार)/जूते बनाने वाले, राज-मिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौने निर्माता (पारम्परिक), नाई, माला निर्माता, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने के जाल बनाने वाले कारीगरों को शामिल किया गया है। बैठक में बताया गया कि मूलत: सू्क्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) विभाग की इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग *“ट्रेनिंग पार्टनर”* के रूप में कार्य करेगा। पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र एवं आईडी कार्ड के जरिये कारीगरों और शिल्पकारों का पात्रता पंजीयन कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग करेगा। पात्र कारीगरों को 5 से 7 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिन या इससे अधिक दिनों का उन्नत प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान 500 रूपये प्रतिदिन की दर से शिष्यवृत्ति (Styfund) भी दी जाएगी। बुनियादी कौशल प्रशिक्षण में ई-वाऊचर के रूप में 15 हजार रूपये तक का टूलकिट प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। कारीगरों एवं शिल्पकारों को व्यवसाय/दुकान/आऊटलेट स्थापित करने के लिये बैंक लिंकेज व पात्रतानुसार लोन लिंकेज भी दिया जाएगा। योजना में 18 प्रकार के परम्परागत कामों में लगे कारीगरों एवं शिल्पकारों को विधिवत् प्रशिक्षण दे कर इनके उत्पादों को बाजार तक पहुँचाने के लिये मार्केटिंग की जिम्मेदारी भी कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग निभायेगा। बैठक में राज्यमंत्री जायसवाल ने योजना में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के दायित्वों का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की लक्ष्यपूर्ति (प्रशिक्षण आदि) पर तेजी से काम किया जाए। योजना को लक्षित वर्ग के हितग्राहियों तक पहुँचाने तथा कारीगरों एवं शिल्पकारों के उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के लिये हर स्तर पर इनकी मार्केटिंग भी की जाये। रेशम व खादी वस्त्रों का उत्पादन बढ़ाने के लिये भी हर जरूरी कदम उठाये जायें। बैठक में खादी ग्रामोद्योग विकास बोर्ड के सचिव द्वारा बताया गया कि रेशम संचालनालय द्वारा बुरहानपुर जिले के शासकीय रेशम केन्द्र जैनाबाद में उच्च कोटि के रेशम कीट (मलबरी) का उत्पादन किया जा रहा है। यहां खादी उत्पादन केन्द्र भी प्रारंभ करने के लिये बोर्ड द्वारा ठोस कार्यवाही की जा रही है। आयुक्त हाथकरघा ने बताया कि हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा ग्रामीण हाट उज्जैन में 30 महिलाओं को भगवान के वस्त्र निर्माण करने के लिये एक माह का प्रशिक्षण दिया गया है। उज्जैन में ही पत्थर शिल्प के शिल्पियों का प्रशिक्षण सत्र 5 अगस्त से प्रारंभ कर दिया गया है। प्रदेश के अन्य क्राफ्ट क्लस्टर में धातु, पत्थर एवं लकड़ी की मूर्ति निर्माताओं को प्रशिक्षण एवं विपणन सहायता दी जा रही है। विभाग द्वारा गुणवत्ता प्रमाणन, ब्राडिंग, विज्ञापन, प्रचार-प्रसार और अन्य गतिविधियों के रूप में बुनकरों एवं कारीगरों को मार्केट सपोर्ट भी दिया जा रहा है।
सुसंस्कृत समाज देश को विश्व-गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में अखिल भारतीय विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी में हुए शामिल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि सुसंस्कृत समाज देश को विश्व-गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। आज वह बात साकार हो रही है। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि 21वीं सदी के मध्य में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे और भारत आर्थिक महाशक्ति बनकर विश्वगुरू का स्थान हासिल कर लेगा। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में दो दिवसीय अखिल भारतीय विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक विस्तार भवन का किया लोकार्पण उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय परिसर में 25 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित प्रशासनिक विस्तार भवन का लोकार्पण किया। आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए अनुकूल वातावरण उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि संस्कार-युक्त शिक्षा से संवेदनशीलता आती है और संस्कृति के बिना शिक्षा उसी प्रकार अधूरी है जैसे सुगंध के बिना फूल। शुक्ल ने कहा कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुनहरा है। उनके लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश भर के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों में आपस में परिचर्चा होगी और उससे जो परिणाम निकलेगा वह विश्वविद्यालय के विकास में सहयोगी होगा। उन्होंने कहा कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को देश में उत्कृष्ट संस्थान के रूप में स्थापित करने के संकल्प लेने का आह्वान किया। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने पत्रिका दर्पण का विमोचन किया। नशा-मुक्ति के लिए युवाओं का जागरूक होना ज़रूरी उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने विद्यार्थियों से एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण कर उसे संरक्षित करने के संकल्प लेने का आह्वान किया। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा एवं विन्ध्य को मेडिकल नशे से मुक्त करने के लिए पुलिस की कार्यवाही के साथ ही युवाओं की जागरूकता आवश्यक है। जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल, विधायक मनगवां इंजी. नरेन्द्र प्रजापति, कुलगुरू प्रो. राजकुमार आचार्य, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बुद्धसेन पटेल सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी तथा प्राध्यापक, सदस्य एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
भिंड के गोरमी में प्राकृतिक आपदा से दो लोगों की मौत मंत्री राकेश शुक्ला पहुंचे घटनास्थल

भिंड/भोपाल। भिंड जिले के गोरमी कस्बे में प्राकृतिक आपदा के चलते दो अलग-अलग स्थानो पर मकान का छज्जा और दीवाल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला अपनी गृह विधानसभा के गोरमी पहुंचे। मंत्री राकेश शुक्ला ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो।संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश देते हुए मृत परिवारों के परिजनों से मिलकर उन को सांत्वना दी। मंत्री शुक्ला ने कहा कि घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है दुख की इस घड़ी में मैं और मेरी पूरी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी हुई है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।*तत्पश्चात मंत्री राकेश शुक्ला ने मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के मृत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। गौरतलब है कि इस दुखद घटना में अभिषेक सिंह पुत्र सरदार सिंह उम्र 18 वर्ष, वार्ड क्रमांक 3 और कलावती पत्नी रामवीर यादव उम्र 55 वर्ष, वार्ड क्रमांक 7 की मृत्यु हो गई थी।
भिंड के गोरमी में प्राकृतिक आपदा से दो लोगों की मौत मंत्री राकेश शुक्ला पहुंचे घटनास्थल

भिंड/भोपाल। भिंड जिले के गोरमी कस्बे में प्राकृतिक आपदा के चलते दो अलग-अलग स्थानो पर मकान का छज्जा और दीवाल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला अपनी गृह विधानसभा के गोरमी पहुंचे। मंत्री राकेश शुक्ला ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो।संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश देते हुए मृत परिवारों के परिजनों से मिलकर उन को सांत्वना दी। मंत्री शुक्ला ने कहा कि घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है दुख की इस घड़ी में मैं और मेरी पूरी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी हुई है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।*तत्पश्चात मंत्री राकेश शुक्ला ने मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के मृत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। गौरतलब है कि इस दुखद घटना में अभिषेक सिंह पुत्र सरदार सिंह उम्र 18 वर्ष, वार्ड क्रमांक 3 और कलावती पत्नी रामवीर यादव उम्र 55 वर्ष, वार्ड क्रमांक 7 की मृत्यु हो गई थी।
शोध कार्य को बढ़ावा दें, शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को उत्कृष्ट करें: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की सामान्य सभा की बैठक में हुए शामिल उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज में शोध कार्यों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जायें। शोध कार्य के लिए आवश्यक फंड की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और स्वास्थ्य संबंधी नवीन चुनौतियों का सामना करने के लिए शोध कार्य अहम है। उन्होंने विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदाय के लिए सदैव प्रयासरत रहने के निर्देश दिये। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज से शिक्षा प्राप्त चिकित्सक ऐसे हों कि उनकी प्रतिभा देश-विदेश में स्थापित हो। उप-मुख्यमंत्री गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए। सहजता से एवं समय पर जाँच सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने गाँधी मेडिकल कॉलेज स्वशासी समिति भोपाल के विगत वित्तीय वर्ष (2023-24) के आय-व्यय की समीक्षा की। उन्होंने छात्रावासों के उन्नयन और आवश्यकतानुसार नवनिर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अत्याधुनिक जाँच सुविधाओं के लिए बजट में आवश्यक प्रावधान किए गये हैं। नागरिकों को सहजता से एवं समय पर जाँच सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। कैथलैब शिफ्टिंग कार्य में हुए विलंब पर नाराज़गी उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने हमीदिया चिकित्सालय में कैथलैब शिफ्टिंग कार्य में हुए विलंब पर नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि अविलंब शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण किया जाये तथा मरीज़ों को असुविधा न हो यह सुनिश्चित करें। संबंधित विभागीय अधिकारी ने बताया कि समस्त औपचारिकताएँ एवं सक्षम अनुमतियाँ (जिनमें एईआरबी की अनुमति भी शामिल है) प्राप्त कर ली गई हैं, शिफ्टिंग कार्य 3 माह के अंदर पूर्ण कर लिया जायेगा। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने परिसर में प्रगतिरत एवं प्रस्तावित नवीन ओपीडी ब्लॉक, मल्टी लेवल पार्किंग, गर्ल्स हॉस्टल निर्माण आदि की प्रगति की समीक्षा की। कैंसर उपचार के लिए अत्याधुनिक लायनैक मशीन हमीदिया में शीघ्र होगी स्थापित उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि हमीदिया हॉस्पिटल प्रदेश का महत्वपूर्ण चिकित्सालय है यहाँ पर पूरे प्रदेश से मरीज़ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आते हैं, इसलिए आवश्यक है कि यहाँ अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि हमीदिया हॉस्पिटल में कैंसर के उपचार के लिए अत्याधुनिक लायनैक मशीन स्वीकृत की गयी है। इस मशीन के समयबद्ध इंस्टालेशन के लिए आवश्यक कार्य समय से पूर्ण कर लिए जायें। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने हमीदिया चिकित्सालय में सहायक चिकित्सकीय एवं अन्य सहयोगी स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। समस्त उपस्थितों ने अंगदान करने और अन्य लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। उल्लेखनीय है विगत वित्तीय वर्ष (2023-24) में गाँधी मेडिकल कॉलेज स्वशासी समिति को 28 करोड़ 30 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई और 28 करोड़ 97 लाख रुपये का व्यय किया गया है। समिति द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष (2024-25) में 29 करोड़ 7 लाख की प्राप्तियों का आंकलन किया गया है और 30 करोड़ 65 लाख के व्यय के प्रावधान का प्रस्ताव किया गया है। विधायक भगवान दास सबनानी, महापौर भोपाल मालती राय, कमिश्नर भोपाल पवन कुमार शर्मा, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ पंकज जैन, डीन गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल डॉ कविता सिंह, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ अरुण श्रीवास्तव, अधीक्षक हमीदिया हॉस्पिटल डॉ सुनीत टंडन सहित स्वशासी समिति के सदस्य, मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, विभागीय अधिकारी निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स को स्थापित एवं विकसित करने मिलेगी हर संभव मदद और सुविधा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने इन्वेस्ट मध्यप्रदेश रोड-शो में जीसीसी पर राउंडटेबल मीटिंग में उद्योगपतियों से किया संवाद जीसीसी के लिए संवाद का क्रम लगातार रहेगा जारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) को स्थापित एवं विकसित करने के लिए हर संभव मदद और सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेंगलुरु में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश रोड-शो के दौरान जीसीसी पर राउंडटेबल मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों और इन्वेस्टर्स को आश्वस्त किया कि बेंगलूरू जैसे टियर-1 शहर की सभी आवश्यकताएं एवं अनुकूलता प्रदेश के विभिन्न शहरों में विकसित की जाएगी। जीसीसी एवं उसके लिए आवश्यक सभी क्षेत्रों में समान रूप में अधोसंरचना और सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे कि प्रदेश के जीसीसी को स्थापित होने के लिए अनुकूल इको-सिस्टम मिल सकें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जीसीसी को प्रदेश में स्थापित करने के लिए उद्योगपतियों से लगातार संवाद का क्रम जारी रहेगा। राउंडटेबल मीटिंग में जीसीसी की स्थापना, अनुकूलता, संभावना और निवेश पर विस्तृत चर्चा की गई। बेंगलुरु एवं देशभर से प्रसिद्ध जीसीसी कंपनी के प्रतिनिधियों ने जीसीसी के लिए आवश्यक टैलेंट बिल्डिंग, अधोसंरचना, निवेश, इको सिस्टम, कोलेब्रशन, कनेक्टिविटी, रोजगार के अवसर विकसित करने संबंधी विचार रखे और आवश्यक सुझाव दिए। मीटिंग में विभिन्न उद्योगपतियों सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।