SanatanDharm

Aug 07 2024, 08:59

हिंदू धर्म में शिव के दिव्य ज्योति से स्थापित 12 ज्योतिर्लिंग का है सावन में विशेष महत्व,जानिए इन 12 ज्योतिर्लिंग को और उसके महामात्य

हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग का विशेष महत्व माना गया है. यह भगवान शिव के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक हैं. ज्योतिर्लिंग का शाब्दिक अर्थ 'ज्योति का लिंग' होता है, जो भगवान शिव की दिव्य ज्योति को प्रतिष्ठित करता है.

भारत में 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं जिनका संबंध महाकाल शिव जी से है. कहा जाता है कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से भक्तों के समस्त प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं.

सोमनाथ


इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर के सारे पाप मिट जाते हैं. भारत के सभी पवित्र स्थलों में 12 ज्योतिर्लिंगों का महत्वपूर्ण स्थान है. यहां हर ज्योतिर्लिंग की एक पौराणिक कथा है जो भगवान शिव से किसी न किसी रूप में जुड़ी हुई है. जानते हैं इनके बारे में.

2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग


श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल पर्वत पर स्थित है. इस ज्योर्तिलिंग को दक्षिण का कैलाश कहा जाता है. हिन्दू धर्म ग्रंथो में इस ज्योतिर्लिंग की महिमा का वर्णन किया गया है. यह एक बहुत पुराना मंदिर है जो एक ऊंचे पत्थर से निर्मित चारदीवारी के मध्य में स्थित है.

3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग


महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है. यहां पर कुंभ मेले का आयोजन भी होता है. 12 ज्योतिर्लिंगों में से महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का एक विशेष महत्व है. महाकाल के बारे में कहा जाता है कि यह पृथ्वी का एक मात्र मान्य शिवलिंग है.

4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग


ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. ओंकारेश्वर या ॐकारेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है. माना जाता है कि इसी मंदिर में शिव के परम भक्त कुबेर ने तपस्या की थी और शिवलिंग की स्थापना की थी. सभी 12 ज्योतिर्लिंगों में से यह एक मात्र ज्योतिर्लिंग है जहां शिव भगवान शयन करने आते हैं.

5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग


केदारनाथ मंदिर, हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है. केदारनाथ मंदिर के कपाट अप्रैल माह में खुलते हैं और नवंबर माह में मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं. धार्मिक मान्यता के साथ-साथ यह मंदिर अपने आप में अद्भुत है.

6. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग


12 प्रमुख ज्योतिर्लिगों में भीमाशंकर छठे स्थान पर आता है. यह ज्योतिर्लिंग मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है. इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने मात्र से व्यक्ति को समस्त दुखों से छुटकारा मिल जाता है. यहीं से भीमा नदी भी निकलती है.

7. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग


काशी विश्वनाथ मंदिर शिव जी के सभी 12 ज्योर्तिर्लिंगों में से एक महत्वपूर्ण मंदिर है. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित है. इसे विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग के नाम से भी जाना जाता है. काशी विश्वनाथ हिन्दू आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र है.

8. त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग


त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है. यह मंदिर पूर्णतः भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर महाराष्ट्र के त्र्यम्बक गांव में स्थित है. 12 ज्योतिर्लिंगों में से त्र्यम्बकेश्वर को आठवां ज्योतिर्लिंग माना जाता है. यह मंदिर पवित्र गोदावरी नदी के निकट है.

9. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग


बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र वैद्यनाथ शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है. इस जगह को लोग बाबा बैजनाथ धाम के नाम से भी जानते हैं. कहते हैं कि भोलेनाथ यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इसलिए इस शिवलिंग को 'कामना लिंग' भी कहते हैं.

10. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग


नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका में स्थित है. सावन के महीने में इस प्राचीन नागेश्वर शिव मंदिर में स्थापित शिवलिंगों की एक साथ पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. मंदिर में इन अद्भुत शिवलिंगों के दर्शन व पूजन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. सावन के सोमवार को यहां खासी भीड़ रहती है.

11. रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग


तमिलनाडु के रामनाथपुरम में स्थित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का विशेष स्थान है. यहां स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है. उत्तर में जितना महत्व काशी का है, उतना ही महत्व दक्षिण में रामेश्वरम का भी है. यह सनातन धर्म के चार धामों में से एक है. मान्यता है कि यहां ज्योतिर्लिग पर गंगाजल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

12. घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग


महाराष्ट्र के वेरुल नामक गांव में घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग है. यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में आखिरी माना जाता है. पुराणों के अनुसार घुश्मेश्वर महादेव के दर्शन कर लेने से मनुष्य को जीवन का हर सुख मिलता है. इस ज्योतिर्लिंग को घृष्णेश्वर भी कहा जाता है.

SanatanDharm

Aug 07 2024, 08:44

आज का पंचांग- 7 अगस्त 2024: जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत- 2081, पिंगल

शक सम्वत- 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत- श्रावण

अमांत- श्रावण

तिथि

शुक्ल पक्ष तृतीया - अगस्त 06 07:52 PM- अगस्त 07 10:06 PM

शुक्ल पक्ष चतुर्थी - अगस्त 07 10:06 PM- अगस्त 09 12:37 AM

नक्षत्र

पूर्व फाल्गुनी- अगस्त 06 05:44 PM- अगस्त 07 08:30 PM

उत्तर फाल्गुनी- अगस्त 07 08:30 PM- अगस्त 08 11:34 PM

योग

परिघ- अगस्त 06 10:59 AM- अगस्त 07 11:41 AM

शिव- अगस्त 07 11:41 AM- अगस्त 08 12:38 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 6:04 AM

सूर्यास्त- 7:01 PM

चन्द्रोदय- अगस्त 07 8:16 AM

चन्द्रास्त- अगस्त 07 8:58 PM

अशुभ काल

राहू- 12:32 PM- 2:09 PM

यम गण्ड- 7:41 AM- 9:18 AM

कुलिक- 10:55 AM- 12:32 PM

दुर्मुहूर्त- 12:06 PM- 12:58 PM

वर्ज्यम्- 04:37 AM- 06:25 AM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- Nil

अमृत काल- 01:21 PM- 03:08 PM

ब्रह्म मुहूर्त- 04:28 AM- 05:16 AM 

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SanatanDharm

Aug 07 2024, 08:42

आज का राशिफल 7 अगस्त 2024 :मेष मिथुन और वृश्चिक राशि के जातक पाएंगे अमला योग से लाभ,


​​मेष राशि के जातक मांगलिक कार्य में भाग लेंगे

आज का दिन मेष राशि के जातकों के लिए आर्थिक मामलों में अनुकूल रहेगा। आज राशि स्वामी मंगल का चंद्रमा के साथ बनने वाला चतुर्थ दशम योग इन्हें लाभ दिलाएगा। कार्यक्षेत्र में आज आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे और सम्मान पाएंगे। कारोबार व्यापार में आज लाभ की स्थिति बनी रहेगी। किसी शुभ मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का मौका मिलेगा। और आपके घर मित्र और मेहमान का आगमन हो सकता है। छात्रों का प्रदर्शन आज शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर होगा।

आज भाग्य 78% आपके पक्ष में रहेगा। मूंग की दाल का दान देना शुभ रहेगा।

​वृषभ राशि वालों के विचारों को सम्मान मिलेगा

वृषभ राशि के लिए आज बुधवार का दिन शुक्र बुध की युति से लाभकारी रहेगा। आपकी कोई चली आ रही समस्या आज दूर होगी जिससे आप राहत महसूस करेंगे। किसी जरूरी काम से आपको आज यात्रा भी करनी पड़ सकती है। कला और साहित्य में आपकी आज रुचि रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपके विचारों और सलाह को मान-सम्मान देंगे। कारोबार में किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से प्रगति होगी। आज आपको किसी शुभ कार्य में भाग लेने का अवसर मिलेगा और आपके हाथों दान पुण्य का कार्य होगा। आज आप अपने बच्चे के लिए कोई उपहार खरीद सकते हैं।

आज भाग्य 91 % आपके पक्ष में रहेगा। भगवान गणेश का पूजन करें और 11 दूर्वा अर्पित करें।

​मिथुन राशि वालों को बुद्धि कुशलता का लाभ मिलेगा

मिथुन राशि पर आज राशि स्वामी बुध मेहरबान रहेंगे। ऐसे में आपके सितारे बताते हैं कि आप बुद्धि और दक्षता से जिन क्षेत्रों में भी प्रयास करेंगे उसमें आपको आज निश्चित सफलता मिलेगी। आपको आज किसी सगे संबंधी से मिलने का भी मौका मिलेगा। बच्चों के साथ आपका तालमेल आज अच्छा रहेगा। वैवाहिक जीवन में आप जीवनसाथी के प्रति सहयोग की भावना रखेंगे जिससे आपका रिश्ता और गहरा होगा। आर्थिक मामलों में आज कुछ जरूरी चीजों की खरीदारी में आप धन खर्च कर सकते हैं। सरकारी क्षेत्र में आज आपको सफलता मिलेगी।

आज भाग्य 91% आपके पक्ष में रहेगा। जरूरतमंदों को वस्त्र एवं भोजन दान करें।

​कर्क राशि वालों के शौक पर खर्च होंगे

कर्क राशि के सितारे बताते हैं कि आज राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में प्रगति होगी। राशि स्वामी चंद्रमा शुक्र और बुध के साथ गोचर कर रहे है जिससे शौक श्रृंगार के प्रति आपका रुझान बढ़ेगा जिससे आपके खर्चे बढेंगे। आपके लिए बेहतर होगा कि आज खुद को संयमित रखें और अपनी सफलता योजना के बारे में किसी को कुछ न कहें नहीं तो विरोधी आपसे जलेंगे और नुकसान पहुंचाएंगे। पारिवारिक जीवन में आपका जीवनसाथी से प्रेम बना रहेगा और आज आप अपने लाइफ पार्टनर के लिए कोई सरप्राइज प्लान कर सकते हैं।

आज भाग्य 82% आपके पक्ष में रहेगा। आज गणेश स्तोत्र का पाठ करना शुभ लाभदायक रहेगा।

​सिंह राशि के लिए दिन का दूसरा भाग लाभदायक

आज सिंह राशि के लिए सितारे बताते हैं कि, आपके कार्यक्षेत्र में भी कुछ सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं। पारिवारिक जीवन में कुछ भाई-बहनों से जुड़े मामलों को लेकर परेशानी हो सकती है। बेहतर होगा कि आज आवेश में आकर कोई भी निर्णय नहीं लें, नुकसान हो सकता है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए आज दिन का दूसरा भाग अधिक लाभदायक रहेगा। जो लोग रेडीमेड वस्त्रों के कारोबार से जुड़े हुए हैं उनके कारोबार में आज तेजी रहेगी। अटका हुआ धन वापस मिलने की प्रबल संभावना हैं। शाम के समय निकट अथवा दूर की यात्रा पर जाने का संयोग बन रहा है। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ती हुई नजर आएगी। पुरानी यादें आज मन को गुदगुदाएगी।

आज भाग्य 82% आपके पक्ष में रहेगा। श्री शिव चालीसा का पाठ करें।

​कन्या राशि के जातकों का दिन उलझन भरा रहेगा

कन्या राशि के जातकों के लिए आज बुधवार का दिन खर्चीला और मानसिक उलझन भरा रह सकता है। आपकी राशि से आज बारहवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति बनी हुई है ऐसे में कोई भी बड़ा फैसला सोच समझकर लें नहीं तो भविष्य में इसकी वजह से नुकसान हो सकता है। आज पारिवारिक जीवन में भी आपके किसी बात को लेकर तनाव हो सकता है। जोखिम वाले निवेश से आपको आज बचना चाहिए। बिजली के उपकरण का प्रयोग सावधानी से करें नहीं तो नुकसान हो सकता है। आज कन्या राशि के छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना होगा नहीं तो आपके प्रतिद्वंद्वी आपको मात दे सकते है।

आज भाग्य 78% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान विष्णु को बेसन के लड्डू का प्रसाद चढ़ाएं।

​तुला राशि के जातकों को आज सफलता मिलेगी

तुला राशि के सितारे बताते हैं कि आज आपके प्रभाव और पराक्रम में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में आप आज सफलता के शिखर पर पहुंचेंगे और आपका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर रहेगा। रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़े जातकों के लिए दिन लाभदायक रहेगा। मार्केटिंग सेल्स से जुड़े लोगों को आज परिश्रम से बड़ी डील मिल जाएगी। यदि आप किसी नई योजना पर काम शुरू करना चाह रहे हैं तो इसके लिए भी दिन अच्छा रहेगा। आपको आज सगे संबंधियों से मिलने का मौका मिलेगा और रुचिकर खानपान का आनंद ले सकते है।

आज भाग्य 79% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु चालीसा का पाठ करें।

​वृश्चिक राशि के जातक शुभ सूचना से रोमांचित होंगे

वृश्चिक राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि आपकी राशि से दसवें भाव में हो रहा चंद्रमा का संचार आपको आज कोई अच्छी खबर से रोमांचित करेगा। आपको आज बच्चों की ओर से खुशी मिलेगी। जो लोग संतान की शिक्षा और करियर को लेकर चिंतित है उनकी चिंता आज दूर होगी। आज आपके प्रभाव और प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। किसी पुरानी समस्या का आज समाधान हो सकता है। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में आपका सम्मान और प्रभाव बढेगा। सेहत के मामले में आपको आज अपना ध्यान रखना होगा।

आज भाग्य 86% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान शिव को तांबे के लोटे से जल दें।

​धनु राशि वालो को कार्यक्षेत्र में सतर्क रहना होगा

धनु राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि, आपको आज नौकरी और कार्यक्षेत्र में सतर्क होकर काम करना होगा क्योंकि विरोधी आपको नुकसान पहुंचाने के लिए झूठे आरोप लगा सकते है। वैसे आपको अधिकारी वर्ग से सहयोग समर्थन प्राप्त होता रहेगा। कारोबारी जातकों को आज बिजनेस में लाभ मिलने वाला है। पारिवारिक जीवन में आपको आज संतान पक्ष से अच्छी खबर मिलेगी। जीवनसाथी के साथ तालमेल बनाकर रखे नहीं तो किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है।

आज भाग्य 73% आपके पक्ष में रहेगा। गणपतिजी को 11 दूर्वा चढ़ाएं।

​मकर राशि वालों को ससुराल से लाभ मिलेगा

मकर राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि आज का दिन आपके लिए मानसिक उलझन वाला रहेगा। आपको आज अपने काम पर ध्यान देना होगा क्योंकि छोटी सी चूक से बनता काम आज खराब हो सकता है। वैसा आज का दिन मकर राशि के छात्रों के लिए अच्छा रहेगा, शिक्षा के क्षेत्र में आज आपका प्रदर्शन बेहतर होगा। राजनीति से जुड़े जातकों को जन सहयोग और जनसमर्थन मिलेगा। वैवाहिक जीवन में आज आपको ससुराल पक्ष से लाभ और सम्मान मिलेगा। संतान की सेहत को लेकर आज आपको चिंता हो सकती है।

आज भाग्य 78% आपके पक्ष में रहेगा। गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

​कुंभ राशि के जातकों का सामाजिक दायरा बढ़ेगा

कुंभ राशि के जातकों को आज आर्थिक मामलों में समझदारी से चलना होगा। दूसरों की सलाह और बातों में आकर धन का निवेश करने से बचें नहीं तो नुकसान हो सकता है। वैसे आपके सितारे कहते हैं कि आज आपकी जान पहचान का दायरा बढेगा। आपको आज कुछ नए लोगों से मिलने का मौका मिलेगा जो आपके लिए लाभ का सृजन करेगे। नौकरी में आज आपको सहयोगियों और सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा। किसी शुभ और मांगलिक कार्य में शामिल होने का मौका लगेगा। वैवाहिक जीवन में आपकी प्रेम बढेगा।

आज भाग्य 95% आपके पक्ष में रहेगा। शनिदेव के दर्शन करें और तेल चढ़ाएं।

​मीन राशि वालों को अनुभवी व्यक्ति से लाभ मिलेगा

मीन राशि से आज छठे भाव में चंद्रमा का गोचर हो रहा है ऐसे में आज कामकाज और कारोबार में आपको विरोधियों और शत्रुओं से सतर्क रहना होगा। आपकी राशि में बैठा राशि आपको मानसिक उलझन भी आज देगा लेकिन मन आपका धर्म अध्यात्म की ओर आज जाएगा जो आपके लिए सकारात्मक परिणाम देने वाला रहेगा। दूर रह रहे भाई-बहनों से आज आपका संपर्क हो सकता है। आपको आज भाई बहनों की ओर से कोई उपहार भी मिल सकता है। किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह सहयोग से आपको आज फायदा होगा। जो लोग आयात-निर्यात के काम से जुड़े हुए हैं उनको आज लाभ मिलेगा।

आज भाग्य 80% आपके पक्ष में रहेगा। श्रीदुर्गा द्वात्रिंशन्नाममाला का पाठ करें, यानी देवी दुर्गा के 32 नाम स्तोत्र का पाठ।

SanatanDharm

Aug 06 2024, 08:03

तीसरी सवारी पर शिवमय हुई शिव की नगरी उज्जैन, बाबा महाकाल के दिखाई दिए तीन स्वरूप

उज्जैन : बाबा महाकाल की तीसरी सवारी आस्था, उत्साह और उमंग के साथ निकाली गई। भगवान श्री महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी में हाथी पर श्री मनमहेश के रूप में व गरुड़ रथ पर श्री शिव-तांडव स्वरूप में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले और अपनी प्रजा का हाल जाना।

भगवान की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में भगवान का उप-मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन जगदीश देवड़ा और खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विधिवत पूजन-अर्चन किया और सवारी में शामिल हुए। इसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। भगवान श्री महाकाल की पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवारी श्री चंद्रमौलेश्वर को सलामी दी गई। सवारी मार्ग में जगह-जगह खड़े श्रद्धालुओं ने भोलेशंभु-भोलेनाथ और अवंतिकानाथ की जय के घोष के साथ भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।

बाबा महाकाल की सवारी में डमरू वादन की मंगल ध्वनि से भगवान शिव की स्तुति की गई। डमरू वादकों द्वारा एकसाथ लयबद्ध रूप में आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोहा। बाबा श्री महाकाल के भक्तों ने हर्षोल्लास और उमंग से सवारी में भाग लिया और डमरू वादकों का स्वागत किया। इसके साथ ही बाबा महाकाल की सवारी में निमाड़ अंचल के लोकनृत्य काठी की मनमोहक प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र रही। भगवान शंकर और माता गौरा से जुड़ी इस प्रस्तुति ने सभी श्रद्धालुओं का मन मोहा। लोक कलाकारों ने मोरपंख से सजी आकर्षक रंग-बिरंगी वेशभूषा में प्रमुख ढाक वाद्ययंत्र से आकर्षक प्रस्तुति दी।

बाबा महाकाल की सवारी के साथ भजन मंडलियां भी उत्साह और उमंग के साथ शिव भजनों की मधुर प्रस्तुति देते हुए चली।

रामघाट पर भगवान महाकाल का इन्द्रदेव ने भी किया जलाभिषेक

भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से प्रस्थान कर जैसे ही रामघाट पर पहुंची, वैसे ही चहुंओर आस्था और श्रद्धा का जन-सैलाब उमड़ पड़ा। श्रावण में अपने सौंदर्य की छटा बिखेरते हुए स्वयं प्रकृति भगवान श्री महाकाल का स्वागत करने के लिए आतुर दिखाई दी। पुजारियों के साथ भगवान का जलाभिषेक वर्षा कर इन्द्रदेव ने भी किया। भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन और जलाभिषेक पं. आशीष पुजारी द्वारा विधिवत पूजन-अर्चन कराया गया। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी रामघाट पर भगवान का पूजन किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद उमेशनाथ महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

सुगमता से हुए श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन

श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी में हजारों की संख्या में भक्त झांझ, मजीरे, ढोल और भगवान का प्रिय वाद्य डमरू बजाते हुए पालकी के साथ उत्साहपूर्वक आराधना करते हुए चले। श्रद्धालुओं ने सुगमतापूर्वक भगवान के दर्शन लाभ लिए। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची, जहॉ शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।

सवारी की प्रमुख झलकियां

दत्त अखाडा पर माधव संगीत महाविद्यालय के दल ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी।

श्रद्धालुगण आकर्षक स्वरूप धारण कर भगवान महाकाल की आराधना करते हुए चले।

सवारी मार्ग पर आकर्षक रंगोलियों से जगह-जगह बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत किया गया।

प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का सतत निरीक्षण करते हुए सवारी का सफल संचालन सुनिश्चित किया।

संभागायुक्त संजय गुप्ता, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने सवारी की व्यवस्थाओं की सतत निगरानी की।

दो चलित रथ के माध्यम से श्रृद्धालुओं ने भगवान महाकाल की सवारी के सुगमतापूर्वक दर्शन किए।

महाकाल घाटी, रामघाट, दत्त अखाड़ा, गोपाल मन्दिर आदि प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी के माध्यम से भी श्रद्धालुओं ने सवारी का सजीव प्रसारण देखा।

SanatanDharm

Aug 06 2024, 07:54

आज का रशिफल,6 अगस्त 2024: जानिए रशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा ..?

राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है। 

आज के राशिफल में आपके लिए नौकरी, व्यापार, लेन-देन, परिवार और मित्रों के साथ संबंध, सेहत और दिनभर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं का भविष्यफल होता है।

 इस राशिफल को पढ़कर आप अपनी दैनिक योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब रहेंगे। जैसे दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल के आधार पर आपको यह बताएगा कि आज के दिन आपके सितारे आपके अनुकूल हैं या नहीं। आज आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है या फिर किस तरह के अवसर आपको प्राप्त हो सकते हैं। दैनिक राशिफल को पढ़कर आप दोनों ही परिस्थितियों के लिए तैयार हो सकते हैं।

मेष दैनिक राशिफल

आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आप अपने धन संबंधित मामलों में किसी अजनबी पर भरोसा ना करें। आपके सरकारी काम के पूरे होने की संभावना है। आपका कोई काम पूरा होने से अपने घर किसी मागंलिक कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं। आपको अपने किसी दूर रहे परिजन की याद सता सकती हैं। संतान को किसी नई नौकरी के मिलने से घर से दूर जाना पड़ सकता है। विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए गुरुजनों से बातचीत करनी होगी।

 

वृषभ दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए सुखमय रहने वाला है। आपको अपने भाई बहनों का पूरा साथ मिलेगा। आपको अपने जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करना होगा। घर परिवार में आपको कुछ नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपके सहयोगी आपकी किसी बात को लेकर नाराज रहेंगे, इसलिए आप बहुत ही तोलमोल कर बोले। यदि आप किसी महत्वपूर्ण चर्चा में सम्मिलित हो, तो उसमें अपनी बात लोगों के सामने अवश्य रखें। आपको किसी अजनबी पर भरोसा करना नुकसान देगा।

मिथुन दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आपके दिए गए सुझावों का स्वागत होगा, जिसे देखकर आपको खुशी होगी। आप अपनी बुद्धि से काफी कुछ पा सकते हैं। आप किसी अपरिचित व्यक्ति के सामने कोई जरूरी जानकारी शेयर ना करें। आपका धन यदि कहीं फंसा हुआ था, तो वह भी आपको मिल सकता है। जो लोग सिंगल हैं, उनकी अपने साथी से मुलाकात हो सकती है। आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा।

कर्क दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए व्यस्तता से भरा रहने वाला है। आप यदि किसी उलझन को लेकर परेशान चल रहे हैं, तो उसके लिए आप जीवनसाथी से बातचीत कर सकते हैं। आपकी कोई प्रिय वस्तु यदि खो गई थी, तो वह भी आपको मिल सकती है। आपको किसी सेहत संबंधित समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना है। आपको अपने किसी मित्र से लंबे समय बाद मिलने का मौका मिलेगा, जिसमें आप पुराने गिले शिकवे ना उखाड़ें। आप अपनी वाणी व व्यवहार पर नियंत्रण बनाए रखें।

सिंह दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके कुछ शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश करेंगे, जिन्हें आप अपनी चतुर बुद्धि से आसानी से मात देंगे। आपका कोई लेन देन से संबंधित मामला आपको परेशानी देगा। आपकी अपने जीवनसाथी से किसी बात को लेकर खटपट हो सकती है। आप अपने परिजनों के साथ कहीं घूमने फिरने जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। आपको अपने पिताजी से कुछ जरूरी कामों को लेकर बातचीत करनी होगी। आपको बिजनेस में किसी बड़ी डील को फाइनल करने का मौका मिलेगा।

कन्या दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए धन संबंधित मामलों में अच्छा रहने वाला है। रचनात्मक कार्य में आपकी खूब रुचि रहेगी। आपको किसी अपरिचित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखना बेहतर रहेगा। आप अपनी सुख सुविधाओं पर अच्छा खासा धन खर्च करेंगे। कारोबार कर रहे लोगों को अपने कामों को लेकर प्लानिंग करके आगे बढ़ना होगा। आपकी कोई डील यदि लंबे समय से अटक रही थी, तो वह भी पूरी हो सकती है। माता-पिता के आशीर्वाद से आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा। आपको परिवार के सदस्यों की जरूरतों पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है।

तुला दैनिक राशिफल 

आज के दिन व्यवसाय कर रहे लोगों किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करनी पड़ सकती है। आपको किसी सरकारी योजना का पूरा लाभ मिलेगा। आपका कोई रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। यदि आपने किसी घर या मकान आदि की खरीदारी करने का सोचा था, तो वह भी आप आसानी से कर सकते हैं। आपको करियर को लेकर कोई महत्वपूर्ण डिसीजन लेना पड़ सकता है।

 

वृश्चिक दैनिक राशिफल 

आज का दिन किसी नए काम की शुरुआत के लिए अच्छा रहने वाला है। नौकरी में कार्यरत लोग किसी समस्या में आ सकते हैं। आपको कामों को पूरा करने के लिए मेहनत अधिक करनी होगी। आपकी माताजी आपको कोई जिम्मेदारी दे सकते हैं, जिसमे आप ढील बिल्कुल ना दें। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आपको मिलने का मौका मिलेगा। आप कोई ऐसी बात ना बोले, जिससे कि आपको कोई बात बुरी न लगे, इसलिए आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।

धनु दैनिक राशिफल 

नौकरी में कार्यरत लोगों के ऊपर काम अधिक रहने के कारण परेशान रहेंगे। आपको अपने पारिवारिक समस्याओं को धैर्य रखकर सुलझाने की आवश्यकता है। आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा। यदि आपको कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिले, तो आप उसमें भी धैर्य बनाए रखें। जीवनसाथी की सेहत कुछ कमजोर रहेगी, जिस कारण तनाव आपके ऊपर हावी रहेगा।

मकर दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको किसी कानूनी मामले में अपनी आंख व कान खुले रखने होंगे। यदि कार्यक्षेत्र में कोई लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो, तो आप उसमें चुप लगाएं। आपको अपने लंबे समय से रुके हुए कामों को लेकर बातचीत करनी होगी। आपकी तरक्की की राह में आ रही बाधाएं दूर होंगी। आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। विद्यार्थियों को उनकी मेहनत का पूरा फल मिलेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल  

आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। आपको एक दूसरे के साथ समय बिताना पसंद आएगा। आप किसी से प्रलोभन में ना आएं, नहीं तो बाद में आपको कोई नुकसान उठाना पड़ सकता है। परिवार में किसी सदस्य के विवाह में यदि कोई समस्या आ रही थी, तो आपको उसे दूर करने के लिए उनके मन में चल रही उलझनों को जानने की कोशिश करनी होगी। विदेश में रह रहे किसी परिजन को आपकी याद सता सकती है।

मीन दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आप शीघ्रता में कोई निर्णय न लें, नहीं तो बाद में आपको उसके लिए पछतावा होगा। आपको अपने कामों को धैर्य रखकर सुलझाने की आवश्यकता है। प्रेम जीवन जी रहे लोगों की साथी से कोई खटपट हो सकती है। आपके सुख साधनों में वृद्धि होगी। आप अपने बिजनेस के कामों को लेकर किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। जीवनसाथी से पूछकर आपको संतान के करियर को लेकर निर्णय लेना अच्छा रहेगा।

SanatanDharm

Aug 06 2024, 07:53

आज का पंचांग- 06 अगस्त 2024:जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2081 पिङ्गल

शक सम्वत - 1946 क्रोधी

श्रावण - पूर्णिमान्त

श्रावण- अमान्त

तिथि

द्वितीया - 07:52 पी एम तक

नक्षत्र

मघा - 05:44 पी एम तक

योग

वरीयान् - 11:00 ए एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 05:45 ए एम

सूर्यास्त - 07:08 पी एम

चन्द्रोदय - 07:12 ए एम

चन्द्रास्त - 08:28 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:54 पी एम

अमृत काल - 03:06 पी एम से 04:51 पी एम

बह्म मुहूर्त - 04:21 ए एम से 05:03 ए एम

अशुभ काल

राहूकाल- 03:47 पी एम से 05:28 पी एम

यम गण्ड - 09:06 ए एम से 10:46 ए एम

गुलिक - 12:27 पी एम से 02:07 पी एम

दुर्मुहूर्त - 08:26 ए एम से 09:19 ए एम, 11:23 पी एम से 12:06 ए एम, अगस्त 07

वर्ज्य - 02:39 ए एम, अगस्त 07 से 04:26 ए एम, अगस्त 07

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Aug 05 2024, 08:47

सावन का तीसरा सोमवार आज, इस विधि से करें शिव जी की पूजा, भोलेनाथ होंगे प्रसन्न


 प्रतिपदा तिथि शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा.

शिव जी का प्रिय महीना सावन भोलेनाथ के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में डूबे होते हैं. सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. यह व्रत लड़कियों व महिलाओं के बीच बहुत प्रचलित है. ऐसी मान्यता है कि जो कुंआरी लड़कियां सावन के सोमवार का उपवास करती हैं उनको मनचाहा वर प्राप्त होता है जबकि विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है. ऐसे में सावन का तीसरा सोमवार कब है, पूजा विधि, भोग और मंत्र क्या होगा, आगे आपको आर्टिकल में बताने वाले हैं. 

सावन सोमवार व्रत और मुहूर्त

सावन के तीसरे सोमवार को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. जो शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. 

सावन सोमवार पूजा विधि :

 

सावन के तीसरे सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े धारण करें.

फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लीजिए. 

पूजा की शुरूआत शिवजी के अभिषेक के साथ करें. इसके बाद भगवान को सफेद चंदन का तिलक लगाएं.

इसके बाद फूल, फल और मिष्ठान का भोग लगाकर धूप-दीप जलाएं और फिर शिव मंत्रों का जाप करें.

शिव जी की पूजा में धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर अर्पित करें. यह भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं. 

अंत में सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और आखिर में भगवान शिव की आरती करें.

सावन सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन करें. 

सावन में शिव मंत्र :

ॐ नमः शिवाय॥

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

ॐ नमो भगवते रूद्राय।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

शिव को क्या भोग लगाएं :

हलवा, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, खीर, मालपुआ और ठंडाई आदि का भोग लगा सकते हैं.

SanatanDharm

Aug 05 2024, 08:47

सावन का तीसरा सोमवार आज, इस विधि से करें शिव जी की पूजा, भोलेनाथ होंगे प्रसन्न*

प्रतिपदा तिथि शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. शिव जी का प्रिय महीना सावन भोलेनाथ के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में डूबे होते हैं. सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. यह व्रत लड़कियों व महिलाओं के बीच बहुत प्रचलित है. ऐसी मान्यता है कि जो कुंआरी लड़कियां सावन के सोमवार का उपवास करती हैं उनको मनचाहा वर प्राप्त होता है जबकि विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है. ऐसे में सावन का तीसरा सोमवार कब है, पूजा विधि, भोग और मंत्र क्या होगा, आगे आपको आर्टिकल में बताने वाले हैं. *सावन सोमवार व्रत और मुहूर्त* सावन के तीसरे सोमवार को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. जो शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. *सावन सोमवार पूजा विधि :* सावन के तीसरे सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े धारण करें. फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लीजिए. पूजा की शुरूआत शिवजी के अभिषेक के साथ करें. इसके बाद भगवान को सफेद चंदन का तिलक लगाएं. इसके बाद फूल, फल और मिष्ठान का भोग लगाकर धूप-दीप जलाएं और फिर शिव मंत्रों का जाप करें. शिव जी की पूजा में धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर अर्पित करें. यह भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं. अंत में सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और आखिर में भगवान शिव की आरती करें. सावन सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन करें. सावन में शिव मंत्र : ॐ नमः शिवाय॥ ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ ॐ नमो भगवते रूद्राय। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ *शिव को क्या भोग लगाएं :* हलवा, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, खीर, मालपुआ और ठंडाई आदि का भोग लगा सकते हैं.

SanatanDharm

Aug 05 2024, 08:37

बिल्वपत्र की माला पहनकर हरियाली अमावस्या पर सजे बाबा महाकाल, की भस्मारती का श्रृंगार देखते रह गए कल भक्त

उज्जैन :विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे आज हरियाली अमावस्या पर बाबा महाकाल का बिल्व पत्र की माला पहनकर विशेष श्रृंगार किया गया। वैसे तो प्रतिदिन ही बाबा महाकाल का विभिन्न स्वरूपों में श्रृंगार किया जाता है, लेकिन आज भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का भांग और डॉयफ्रूट से श्रृंगार किया गया और उन्हें बिल्व पत्र की माला भी पहनाई गई।

जिससे चारों और जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गई.विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या (हरियाली अमावस्या) पर आज रविवार को सुबह 3 बजे भगवान वीरभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। जिसके बाद सबसे पहले भगवान का शुद्ध जल से स्नान, पंचामृत स्नान करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया।

आज के श्रृंगार की विशेषता यह रही कि अमावस्या पर आज बाबा महाकाल का भांग और चंदन से श्रृंगार किया गया और उन्हें बिल्व पत्र की माला से सजाया गया। श्रृंगार के दौरान उनके मस्तक पर बिल्व पत्र लगाया गया और नवीन मुकुट भी पहनाया गया। जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भस्म अर्पित की गई इसके बाद पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गया।

SanatanDharm

Aug 05 2024, 08:31

उत्तर भारत और महाराष्ट्र में अलग-अलग तरह से क्यों मनाया जाता है सावन

वाराणसी :सावन महीना भगवान शिव को समर्पित भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान भगवान शिव का देवी पार्वती से पुनर्मिलन हुआ था। हालांकि, श्रावण की शुरुआत की तारीखें भारत के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर उत्तरी भारत और महाराष्ट्र के बीच अलग-अलग हैं।

श्रावण का महत्व

श्रावण हिंदू चंद्र कैलेंडर का पांचवां महीना है और इसे सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है, खासकर भगवान शिव के भक्तों के लिए। इस महीने के दौरान कई हिंदू सोमवार (भगवान शिव को समर्पित) और शनिवार (देवी पार्वती को समर्पित) को व्रत रखते हैं। यह महीना विभिन्न धार्मिक गतिविधियों, अनुष्ठानों और त्योहारों से भरा हुआ है जो परिवारों और समुदायों को भक्ति और उत्सव में एक साथ लाते हैं।

कैलेंडर में अंतर

उत्तरी भारत और महाराष्ट्र के बीच श्रावण की शुरुआत की अलग-अलग तारीखों का प्राथमिक कारण प्रत्येक क्षेत्र में अपनाए जाने वाले चंद्र कैलेंडर के प्रकार में निहित है।

पूर्णिमांत कैलेंडर (उत्तर भारत)

-चंद्र मास पूर्णिमा (पूर्णिमा) पर समाप्त होता है।

श्रावण 2024 प्रारंभ तिथि: 21 जुलाई।

-श्रावण सोमवार व्रत तिथियां: 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त।

अमांत कैलेंडर (महाराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र)

-चंद्र मास अमावस्या (अमावस्या) पर समाप्त होता है। 

-श्रावण 2024 प्रारंभ तिथि: 5 अगस्त।

-श्रावण सोमवार व्रत तिथियां: 5 अगस्त, 12 अगस्त, 19 अगस्त, 26 अगस्त और 2 सितंबर।

-चंद्र कैलेंडर प्रणालियों में इस अंतर के कारण इन क्षेत्रों के बीच श्रावण माह के पालन में लगभग 15 दिनों का अंतर आ जाता है।

समारोहों में क्षेत्रीय विविधताएं

श्रावण के दौरान त्यौहार अद्वितीय क्षेत्रीय विविधताओं के साथ मनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में नारली पूर्णिमा एक प्रमुख कार्यक्रम है, खासकर मुंबई जैसे तटीय क्षेत्रों में जहां इसे समुद्र के किनारे पारंपरिक गीतों, नृत्यों और अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है। दूसरी ओर, उत्तर भारत में रक्षा बंधन विस्तृत पारिवारिक समारोहों और समारोहों के साथ केंद्रीय स्थान लेता है।