विधानसभा सत्र के अंतिम दिन पहुंची पूर्व सदस्य विजय सिंह के निधन की सूचना, विस अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, शासन को दिए कार्रवाई के निर्देश…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को पूर्व सदस्य विजय सिंह के निधन पर सदस्यों ने शोक जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. सत्र के अंतिम दिन सूचना पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नाराजगी जताते हुए शासन को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. 

विधानसभा के अंतिम दिन की कार्रवाई शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक कांग्रेस नेता विजय सिंह के निधन की सूचना दी. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, उप मुख्यमंत्री और सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रशासनिक त्रुटि का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि विजय सिंह का निधन 17 जुलाई को हुआ और सत्र के अंतिम दिन सूचना मिलना गंभीर त्रुटि है.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी इसे गंभीर चूक बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष से निर्देश देने का अनुरोध किया. देर से निधन सूचना मिलने पर विस अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए शासन को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए. इसके साथ कहा कि सामान्य प्रशासन का निर्देश पहले से जारी है. कलेक्टर को अविलंब सूचना भेजना चाहिए था. काफी विलंब से विधानसभा को सूचना दी गई, यह अत्यंत चिंताजनक है.

पंच के तौर पर शुरू की थी राजनीतिक करियर

बता दें कि दिवंगत विधायक विजय सिंह 1980 से 90 तक मध्यप्रदेश विधानसभा के कांग्रेस सदस्य रहे. विजय सिंह ने पंच से राजनीति करियर की शुरुआत की थी, और फिर सरपंच बने. बाद में जनपद अध्यक्ष निर्वाचित हुए. विजय सिंह दिग्गज कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह और मोतीलाल वोरा के करीबी रहे.

भारी बारिश में स्कूल जाना हुआ जोखिम का काम : शालेय शिक्षक संघ ने की मुख्यमंत्री से प्रदेश के स्कूलों में अवकाश की मांग

रायपुर-   प्रदेश में सप्ताह भर से हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और मौसम विभाग द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ के लिए दिए जा रहै ऑरेंज एलर्ट को देखते हुए छग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रदेश में आई बाढ़, जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए स्कूल के संचालन को बड़ा जोखिम बताया है और मुख्यमंत्री तथा शिक्षामंत्री से अनुरोध किया है कि किसी तरह की अप्रिय स्थिति न हो इसके पूर्व संवेदनशीलता और सावधानी बरतते हुए प्रदेश के स्कूलों में आवश्यकतानुसार कुछ दिनों के लिए अवकाश प्रदान कर देना चाहिए,क्योंकि ग्रामीण व बनांचलो में पुल पुलियों में खतरनाक जलभराव, कच्चे व कीचड़ भरे रास्ते ,व पेड़पौधों से भरी जगहों पर लगातार बिजली गिरने की घटनाये देखने को मिल रही है, कई जर्जर स्कूल भवन, छत,व अहाता गिरने के समाचार आये दिन प्रकाशित हो रहे है कई स्कूलों में पानी भर जा रहा है ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए जान का जोखिम बना हुआ है,अतः अतिवृष्टि के चलते स्कूलों में अवकाश की घोषणा की जानी चाहिए, तथा आदेश में स्पष्ट उल्लेखित होना चाहिए कि खतरे के मद्देनजर स्कूल पूर्णरूपेण अवकाश के दिनों में बंद रहे अर्थात यह सावधानी हेतु अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिये हो क्योंकि प्रत्येक जान की कीमत है।

शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी, सहसचिव सत्येंद्र सिंह व प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बेमेतरा कलेक्टर द्वारा अतिवृष्टि को देखते हुए 3 दिनों के अवकाश की घोषणा का स्वागत किया है परंतु शिक्षकों को स्कूल आने हेतु बाध्य करने को दुर्भाग्यजनक बताते हुए कलेक्टर बेमेतरा से मांग किया है कि प्रत्येक जान की एक ही कीमत होती है, दुश्वारियाँ विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिए बराबर है और प्रदेश में इस मौसम में शिक्षकों दुर्घटनाग्रस्त होने के समाचार भी मिल रहे है ऐसे भी यह अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो पर लागू होना चाहिए।

छत्तीसगढ़ के सुप्रस‍िद्ध फिल्‍म कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन, सीएम साय ने जताया शोक, ‘कहि देबे संदेस’ से की थी अभिनय की शुरुआत

रायपुर- छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ सुप्रस‍िद्ध फिल्‍म कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन हो गया. उनके निधन की खबर से कला जगत और प्रदेश में शोक की लहर फैल गई है. उनकी अंतिम यात्रा आज गृह ग्राम पोटिया कला, जिला दुर्ग से निकाली जाएगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार दीपक के निधन पर शोक जताया है. बता दें कि शिवकुमार दीपक ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी कलात्मक प्रतिभा की शानदार छाप छोड़ी थी और कॉमेडियन कलाकारों की सूची में शामिल थे.

सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पोस्ट में लिखा है, छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म “कहि देबे संदेस” से अपने अभिनय की शुरुआत करने वाले, वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार दीपक जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. उनका निधन छत्तीसगढ़ी फिल्म और कला जगत की अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.

शिवकुमार दीपक ने अपने अभिनय से छोड़ी थी उम्दा छाप

कलाकार शिवकुमार दीपक की उम्र करीब 90 वर्ष थी लेकिन उनका अभिनय उनकी सांसों में था. उनका हर कदम अभिनय को समर्पित रहा. शिवकुमार ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अपने अभिनय करियर की शुरुआत फिल्म ‘कही देबे संदेश’ से की और उन्होंने घर द्वार में भी अभिनय किया. छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये दोनों फिल्में मील का पत्थर मानी जाती हैं. शिवकुमार दीपक चंदैनी गोंदा से लेकर छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते थे. नाटकों और फिल्मों में वे ज्यादातर महिला का किरदार अदा किया करते थे. वे ऐसा अभिनय करते थे जैसा एक महिला कलाकार भी नहीं कर पाती थी.

उन्होंने छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने निर्माता निर्देशक प्रेम चंद्राकर, सतीश जैन, संतोष जैन के साथ दूरदर्शन से लेकर बीबीसी के कार्यक्रमों में अपने अभिनय की उम्दा छाप छोड़ी थी.

विधानसभा में डायरिया-मलेरिया पर पक्ष-विपक्ष हुए आमने-सामने

रायपुर-    विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष मलेरिया और डायरिया पर आमने-सामने थे. चर्चा के दौरान मंत्री केदार कश्यप ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा- पिछली सरकार में अगर तब के मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग की ओर ध्यान दे दिए रहते तो आज ये हालात नहीं होती. केदार कश्यप के बयान से नाराज विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया. विपक्ष के वॉकआउट पर बीजेपी सदस्यों ने ‘घड़ियाली आंसू मत बहाओ’ के नारे लगाए.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मलेरिया और डायरिया भयावह है. यही वजह है कि हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. रतनपुर इलाके में एक बैड पर तीन-तीन मरीजों को रखा गया. सभी जिलों में स्थिति खराब है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री फिर भी इंकार कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा मलेरिया से 15 लोगों की मौत हुई है, लेकिन डायरिया से मृत्यु किसी की नहीं हुई है. मैं मानता हूँ कि अभी कोविड जैसी स्थिति डायरिया के लिए व्यवस्था नहीं हो सकती है.

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि एक ध्यानाकर्षण में कितने सवाल किए जा सकते थे? और क्या अकेले भूपेश बघेल ही सवाल करते रहेंगे. इस पर व्यवस्था दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप भूपेश बघेल के लिए कुछ ज्यादा ही उदार नजर आ रहे हैं. इस उदारता का क्या कारण है ?

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि क्या यह भी सही नहीं है कि मलेरिया-डायरिया से मौत हो रही है. उस पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था ? क्या यह भी सही नहीं है कि हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव से लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस दिया है ? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया यह सही है, और हम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रहे हैं.

महंत ने कहा कि 12 करोड़ की दवाई को एक्सपायरी बताकर फेंक दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 12 करोड़ की नहीं 87 लाख की दवाइयाँ एक्सपायरी हुई है. मच्छरदानी हमनें नहीं खरीदी है, भारत सरकार ने जो भेजी है उसका वितरण किया है. स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असतुंष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन किया.

इसके पहले विधानसभा में भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ध्यानाकर्षण के जरिए मुद्दा उठाते हुए प्रदेश के कई जिलों में मलेरिया और डायरिया के प्रकोप की बात कही. मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि सभी जिलों में लगातार जांच की जा रही है. मंत्री ने बताया कि बस्तर संभाग में मलेरिया नियंत्रण में है. वहीं दो बच्चों की मौत का कारण देर से अस्पताल लाया जाना है. इसके साथ ही मच्छरदानी का वितरण लगातार किया जा रहा है. दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है.

मोतीलाल साहू ने कहा कि पिछली सरकार ने भुगतान नहीं किया इसलिए दवाओं की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. मंत्री ने स्पष्ट किया कि कहीं भी पेमेंट नहीं होने की वजह से दवाओं की आपूर्ति नहीं रोकी गई है. दवाओं और जांच किट की पर्याप्त आपूर्ति की गई है. विभाग की टीम बस्तर में नाव से दूरस्थ गांवों तक पहुंचकर जांच कर रही है, कहीं भी कोई कमी नहीं है, पिछली सरकार से अधिक जांच की गई है.

भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने सुझाव दिया है जिले के उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों को निर्देशित किया जाए. मलेरिया पीड़ितों की जानकारी सही समय पर स्वास्थ्य विभाग तक पहुँच जाए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 6 विभागों में समन्वय के जरिए काम कर रहे हैं.

कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो लोगों की मृत्यु मलेरिया से हुई है. मैंने मंत्री से आग्रह किया था कि बेलगहना के आस-पास कैंप लगवा दिया जाए. लेकिन अभी तक कैंप नहीं लग पाया है. अंदरुनी इलाकों में जो जरूरी तैयारियां वो पूरी हुई चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रभावित इलाके में टीम गई थी. कोटा के आस-पास 385 मरीज भर्ती थे, लेकिन मलेरिया से किसी की मृत्यु नहीं हुई है.

अकलतरा विधायक राघवेंद्र सिंह ने कहा मेरे विधानसभा क्षेत्र में डेंगू-मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी. कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. अस्पतालों में व्यवस्था पर्याप्त रूप से की जाए. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि जांजगीर जिले में किसी की मृत्यु डायरिया से नहीं हुई है. व्यवस्थाओं में जो कमी उसे दूर कर लिया जाएगा.

भिलाई नगर विधायक देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सही जानकारी नहीं दे रहे हैं. बिलासपुर, कवर्धा, बीजापुर में कई लोगों की मलेरिया और डायरिया से मृत्यु हुई है. ऐसे में व्यवस्था दुरस्त करने की मांग कर रहा हूं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी सदस्य मौत पर राजनीति न करें. कांग्रेस सरकार में हर साल दर्जनों लोगों की मौत मलेरिया से हुई है. हम लोग साय सरकार में व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतर कर रहे हैं, और कमी आई है.

सदन में पूर्व मंत्री का आरोप- गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा है गर्म खाना, मंत्री ने कहा- 

रायपुर-   विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन गर्भवती महिलाओं को गर्म खाना मिलना बंद होने का उठा मुद्दा. मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने बताया कि योजना बंद नहीं हुई. जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने बहिर्गमन किया. 

पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया ने गर्भवती महिला को मिलने वाला गर्म भोजन बंद करने का सदन में मामला उठाया. इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि योजना बंद नहीं हुई है. डीएमएफ, सीएसआर फंड से गर्म भोजन दिया जा रहा है.

इस पर अनिला भेड़िया ने कहा कि कांग्रेस काल में 126 करोड़ का बजट दिया गया था, आज 25 करोड़ का बजट है. फिर से गर्भवती, किशोरी को गर्म भोजन दिया जाए, नहीं तो कुपोषण स्तर बढ़ेगा. मंत्री ने बताया कि 6 महीने में कुपोषण में 12 फीसदी कमी आई है.

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि 0 से 3 साल के बच्चों को सुपोषण नहीं दे पा रहे हैं, तो किस बात का सुशासन. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मंत्री का जवाब असंतुष्ट करने वाला है. इसलिए हम सदन की कार्यवाही से वॉकआउट करते हैं.

नक्सलियों को चावल देने बदले दुकान?

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने 16 भवन विहीन दुकानों के संबंध में सवाल किया. उन्होंने कहा कि सवाल लगने के बाद दुकानों को अलग जगह बदला गया है. कई दुकानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है. आमापल्ली, जगरगुंडा के दुकानों को बदल दिया गया है.

इसके साथ कवासी लखमा ने सवाल उठाया कि क्या नक्सलियों को चावल देने के लिए दुकान बदले गए हैं. इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि दुकान बदलने के संबंध में जानकारी देंगे तो परीक्षण कराएंगे. इस पर कवासी लखमा ने कहा कि अगर कार्रवाई करेंगे तो जानकारी देंगे.

मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय रजक महासंघ की छत्तीसगढ़ इकाई के सदस्यों ने की मुलाकात

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर स्थित समिति कक्ष में राष्ट्रीय रजक महासंघ की छत्तीसगढ़ इकाई के प्रदेश-भर से आए सदस्यों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय का राष्ट्रीय रजक महासंघ के सदस्यों ने पुष्पगुच्छ व शॉल भेंटकर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उन्होंने विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के सशक्तिकरण से ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। मुख्यमंत्री श्री साय को सदस्यों ने सामाजिक मांगों से सम्बंधित ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा विधायक धरमलाल कौशिक सहित राष्ट्रीय रजक महासंघ से प्रदेश अध्यक्ष विश्राम निर्मलकर, सुरेश निर्मलकर, चूड़ामणि निर्मलकर, महेश कुमार कर्ष, दिनेश निर्मलकर, डॉ लेखराम निर्मलकर, दयालुराम निर्मलकर, राकेश रजक, लोकेश रजक सहित प्रदेश भर से आए सदस्य उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने कारगिल विजय दिवस पर शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई पर भारतीय जवानों की वीरता को नमन करते हुए कारगिल युद्ध के शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कारगिल विजय दिवस के दिन हम देश के उन वीर जवानों की बहादुरी को याद करते है, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी प्राणों की परवाह न करते हुए कारगिल को मुक्त कराया। उनकी बहादुरी और शौर्य की गाथा हमें सदैव प्रेरणा देती रहेगी। यह देश के वीर सपूतों, कारगिल योद्धाओं की बहादुरी का स्मरण करने, उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रगट करने का दिन है।

कारगिल दिवस के 25 साल पूरे होने पर भाजयुमो ने निकाली मशाल रैली, रिटायर्ड फौजी हुए शामिल, वीर जवानों को किया नमन

रायपुर- कारगिल दिवस के 25 साल पूरे होने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने मशाल रैली निकाली। रैली विवेकानंद आश्रम से अनुपम गार्डन स्थित आर्मी टैंक तक निकाली गई। रैली में रिटायर्ड फौजी समेत संगठन के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। मोर्चा के कार्यकर्ता ने वीर जवानों को नमन किया।

भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता ने बताया कि कारगिल विजय दिवस बहुत ऐतिहासिक दिवस है। इस दिन पूरे विश्व ने भारत की एकता और ताकत को देखा था। इसका पूरा श्रेय हमारे भारत के वीर जवानों को जाता है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के लिए सुखद पल देश के रिटायर्ड फौजी हमारे साथ कार्यक्रम में सम्मलित हुए है।

भाजपा वरिष्ठ प्रवक्ता केदार गुप्ता ने बताया कि बड़ी कुर्बानी हमारे देश के सैनिकों ने दी थी. कारगिल अति दुर्गम क्षेत्र था, लेकिन हमारे सैनिकों ने भारत माता की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दी थी. हमारे वीर सैनिक अमर रहे, हम उनकी याद में मशाल रैली निकालकर नमन करते हैं।

12 पुलिसकर्मियों को अवार्ड, एक कांस्टेबल सस्पेंड: 12 पुलिसकर्मी बने कॉप ऑफ द मंथ

रायपुर- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष सिंह द्वारा पुलिसिंग के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे अधिकारी कर्मचारी को प्रोत्साहित करने हेतु प्रति माह ‘‘कॉप ऑफ द मंथ’’ पुरस्कार देने की शुरुआत की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा कॉप ऑफ द मंथ सम्मान से रायपुर ए.सी.सी.यू. के प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय को तेलीबांधा अंतर्गत फायरिंग में 07 आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार करने में योगदान के लिए, निरीक्षक भुनेश्वर साहू को शराब सेवन कर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु, उपनिरी. सोमन लाल सिन्हा थाना अभनपुर को गांजा परिवहन करते आरोपी को गिरफ्तार करने हेतु, सउनि. नागेन्द्र सिंह थाना सिविल लाईन को चिटफण्ड के 11 वर्षो से फरार एवं करोड़ो रूपये कीमत की भूमि की धोखाधड़ी के आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु, सउनि. सुरेश मिश्रा थाना आमानाका को एम्स अस्पताल में लोगों पर चाकू से हमला कर रहे विक्षिप्त व्यक्ति को काबू करने हेतु, प्र.आर. टीकेमणी कुमार थाना सिविल लाईन को चिटफण्ड के 11 वर्षो से फरार एवं करोड़ो रूपये कीमत की भूमि की धोखाधड़ी के आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु, म.प्र.आर. बसंती मौर्य ए.सी.सी.यू. को चैन स्नेचिंग के आरोपियों को गिरफ्तार करने में योगदान हेतु, प्र.आर. मोह. सुल्तान ए.सी.सी.यू. को फर्जी कॉल सेंटर के आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु, आर. विजय पटेल ए.सी.सी.यू. को निजात अभियान के तहत प्रतिबंधित नशीली टेबलेट जप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु, आर. देवचंद सिन्हा थाना टिकरापारा को सौंपे गए कार्यों का उत्कृष्ट तरीके से निर्वहन करने हेतु, आर. भारतेन्दु साहू थाना आमानाका को एम्स अस्पताल में लोगों पर चाकू से हमला कर रहे विक्षिप्त व्यक्ति को काबू करने हेतु तथा आर. छोटू राम देवांगन थाना विधानसभा को डकैती की तैयारी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने के सराहनीय कार्य के लिए एसपी कार्यालय में प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अन्य कार्यालयीन अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

चुने गए अधिकारियों/कर्मचारियों को नगद ईनाम एवं गुड सर्विस एंट्री व प्रशंसा-पत्र के साथ ही उनका फोटो समस्त पुलिस कार्यालयों और जिले के सभी थाना व चौकी के नोटिस बोर्ड पर पूरे माह के लिए लगा रहेगा। इससे दूसरे पुलिसकर्मी भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जनता से अच्छा व्यवहार जिम्मेदारी एवं निष्ठापूर्वक कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को हमेशा सम्मानित किया जाएगा, वहीं अवैध काम में लिप्त व अनुशासनहीनता व पदीय कर्तव्य निर्वहन में लापरवाहीपूर्ण आचरण करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।इसके साथ ही अनुशासनहीनता बरतने और अशोभनीय आचरण पर आरक्षक रामचरण ध्रुव को सस्पेंड कर लाईन अटैच किया गया।

विधानसभा मानसून सत्र : कोरोना काल के समय इस्तेमाल होने वाले मद में भ्रष्टाचार का आरोप, विधायक अनुज शर्मा ने उठाया मुद्दा

रायपुर- भाजपा विधायक अनुज शर्मा ने सदन में कोरोना काल के समय इस्तेमाल होने वाले मद में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में जिलों को जो मद भेजा जाता था, वह कोरोना खत्म होने के बाद भी जारी है. यह बहुत बड़े स्केल में भ्रष्टाचार का प्रमाण है. सिर्फ कोटेशन के आधार पर करोड़ों की खरीदी की जा रही है.

विधायक अनुज शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा, राज्य में कोविड महामारी के समय में राज्य शासन द्वारा संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के माध्यम से राज्य के प्रत्येक जिलों में आवश्यकतानुसार बजट का आबंटन औषधि-25007, कच्चा भार व्यावसायिक मद 10-009, मशीन उपकरण-28003, अनुरक्षण-24002 आदि मदों में किया गया था. उक्त बजट में से कुछ विशेष मदों का उपयोग कोविड महामारी में मांग/आश्यकतानुसार करने के लिए दिया गया था. इसके लिए कुछ विशिष्ट निर्धारित मदों के अंतर्गत बजट का आबंटन कर आवश्कतानुसार सामाग्री क्रय किया जाना था, किंतु संचालनालय के बजट आबंटन शाखा में पदस्थ कुछ अधिकारी/कर्मचारी ने नियमों को अनदेखा करते हुए जिलों में अपने चहेते फर्मों को लाभ दिलाने के उद्देश्य से अपनी मर्जी से उसे बजट का आवंटन करते थे, जो वर्तमान समय तक विद्यमान है.

विधायक शर्मा ने कहा, वर्तमान में भी इन्ही मदों द्वारा फर्म विशेष को लाभ दिलाने के लिए बजट का आबंटन किया जा रहा है. यह भी ज्ञात हुआ है कि बजट का लाभ पाने वाले उक्त विशेष फर्मों में संचालनालय के कर्मचारी/अधिकारियों के करीबी रिश्तेदारों एवं जिले में पदस्थ फार्मासिस्ट के करीबियों की हिस्सेदारी है. इस मामले में समय-समय पर लगभग सभी विधायकों ने सवाल उठाए थे पर भी इस प्रकरण पर कठोर कार्रवाई नहीं होने से आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों में रोष व्याप्त है.