मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट को झारखंड के सीएम हेमन्त सोरेन ने पूरी तरह पोलिटिकल बजट बताया


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा केंद्रीय बजट संसद में पेश किया गया। इस बजट को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा देश के बजट को जिस प्रकार से पेश किया गया उसे झारखंड की दृष्टि कौन से कहा जाए तो केंद्र सरकार को झारखंड पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि जितना झारखंड देश को देता है उसके अपेक्षा हमें क्या मिल पाया है यह सबके सामने है। मुझे लगता है इस बार का बजट पूरी तरह से पॉलिटिकल बजट बनाया गया है।

दूसरी तरफ आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी दिल्ली के चुनाव आयोग के पास झारखंड में हो रहे घुसपैठ को लेकर पूरी लिस्ट के साथ पहुंचे। वहीं विपक्ष के द्वारा चुनाव आयोग जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है तो चुनाव आयोग राजभवन, ED, सीबीआई,कोर्ट कचहरी, सब इनको लगता है अपना है। और जहां इनका अपना लगता है वहां जाकर अपनी बातों को रखते हैं।

मुख्यमंत्री ने बचपन में पड़े निबंध का जिक्र करते हुए कहा कि हम लोगो ने बचपन में निबंध पढ़ा था, भारत एक विविधताओं का देश है विविधताओं से भरा पड़ा है अनेकता में एकता है। इनको यह सारे पसंद नहीं है।

कमरे को बंद कर स्पोर्ट्स टीचर का थर्ड डिग्री सामने आया

लोकेशन रांची 

कमरे के सीसीटीवी पर कपड़ा डाल बेरहमी से बच्चो को पीटा, बच्चों ने बताई आप बीती

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : रांची के कांके रोड स्थित डीएवी गांधीनगर के स्पोर्ट्स टीचर करतूत सामने आया। स्पोर्ट्स टीचर के द्वारा एक दर्जन बच्चों की बेरहमी से पिटाई की गई है। मामले को लेकर परिजनों ने स्पोर्ट्स टीचर के खिलाफ गोंदा थाने में शिकायत दर्ज करवाया है।

दरअसल मामला यह है कि डीएवी गांधीनगर में पढ़ने वाले बच्चे के अभिभावक ने बताया कि 22 जुलाई को बोकारो में आयोजित अंतर विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में उनके बच्चे सहित एक दर्जन से ज्यादा बच्चे भाग लेने के लिए गए हुए थे। खेल में कई बच्चे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए जब बच्चे रात में वापस लौटे तब स्पोर्ट्स टीचर आयुष ने स्कूल में ही बच्चों को बेरहमी से पीटा। 

पिटाई इतनी ज्यादा हुई कि बच्चों के पैर और पीठ में काफी जख्म उभर आए। कैमरे में कैद ना हो इसलिए शिक्षक ने स्कूल के सीसीटीवी कैमरे पर कपड़ा डालकर बच्चों की पिटाई की गई है। 

बच्चों ने अपने पिटाई की दास्तान अभिभावक को बताया तो वे एकजुट होकर बुधवार को स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल के सामने पूरी बात रखी। प्रिंसिपल ने मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है लेकिन उससे परिजन संतुष्ट नहीं हुए। परिजनों स्कूल में भी जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मामला थाना पहुचा। 

स्कूल में हंगामा करने के बाद सभी परिजन एक साथ रांची के गोंदा थाना पहुंचे और बच्चों के साथ हुई बर्बरता पूर्वक पिटाई के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दी है। गोंदा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कमरे को बंद कर स्पोर्ट्स टीचर का थर्ड डिग्री सामने आया

लोकेशन रांची 

कमरे के सीसीटीवी पर कपड़ा डाल बेरहमी से बच्चो को पीटा, बच्चों ने बताई आप बीती

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : रांची के कांके रोड स्थित डीएवी गांधीनगर के स्पोर्ट्स टीचर करतूत सामने आया। स्पोर्ट्स टीचर के द्वारा एक दर्जन बच्चों की बेरहमी से पिटाई की गई है। मामले को लेकर परिजनों ने स्पोर्ट्स टीचर के खिलाफ गोंदा थाने में शिकायत दर्ज करवाया है।

दरअसल मामला यह है कि डीएवी गांधीनगर में पढ़ने वाले बच्चे के अभिभावक ने बताया कि 22 जुलाई को बोकारो में आयोजित अंतर विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में उनके बच्चे सहित एक दर्जन से ज्यादा बच्चे भाग लेने के लिए गए हुए थे। खेल में कई बच्चे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए जब बच्चे रात में वापस लौटे तब स्पोर्ट्स टीचर आयुष ने स्कूल में ही बच्चों को बेरहमी से पीटा। 

पिटाई इतनी ज्यादा हुई कि बच्चों के पैर और पीठ में काफी जख्म उभर आए। कैमरे में कैद ना हो इसलिए शिक्षक ने स्कूल के सीसीटीवी कैमरे पर कपड़ा डालकर बच्चों की पिटाई की गई है। 

बच्चों ने अपने पिटाई की दास्तान अभिभावक को बताया तो वे एकजुट होकर बुधवार को स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल के सामने पूरी बात रखी। प्रिंसिपल ने मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है लेकिन उससे परिजन संतुष्ट नहीं हुए। परिजनों स्कूल में भी जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मामला थाना पहुचा। 

स्कूल में हंगामा करने के बाद सभी परिजन एक साथ रांची के गोंदा थाना पहुंचे और बच्चों के साथ हुई बर्बरता पूर्वक पिटाई के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दी है। गोंदा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी रांची में मुंबई के तर्ज पर खुलेगा ताज होटल मुख्यमंत्री और टाटा ग्रुप के बीच हुआ MOU

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड सरकार और टाटा ग्रुप के बीच एमओयू साइन किया गया। जिसके तहत झारखंड के रांची में ताज होटल का निर्माण किया जाएगा। रांची के स्मार्ट सिटी में 6 एकड़ जमीन पर यह होटल चार सालों में बनकर तैयार होगा। 200 करोड़ की लागत से आधुनिक सुविधाओं के साथ बनेगा होटल ताज। इस ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के साथ आईएचसीएल ने रांची में अपना पहला कदम रखा है। 

 राजधानी के कोर कैपिटल एरिया में स्थित होने की वजह से यह होटल रांची शहर के बीचो-बीच, विधानसभा, सरकारी कार्यालयों और कॉर्पोरेट मुख्यालयों के बहुत नजदीक होगा। झारखंड मंत्रालय सभागार में आयोजित इस MOU कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की उपस्थिति में नगर विकास एवं आवास विभाग तथा द टाटा इंटरप्राइजेज की अनुषंगी इकाई " द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड " के बीच ताज होटल निर्माण हेतू एमओयू पर संपन्न हुआ। 

रांची के धुर्वा में प्राइम लोकेशन पर यह होटल बनेगा, जहां से कनेक्टिविटी और विजिबिलिटी दोनों बहुत बेहतरीन मिलेंगे। 200 कमरों के ताज, रांची में मेहमान काफी बड़े बैंक्वेट एरिया सहित कई आधुनिक सुविधाओं, एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट व्यंजनों और सुसज्जित वेलनेस सेंटर का आनंद लेंगे।

वहीं इस मौके पर मुख्यमन्त्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज इस सभागार से हम एक नए कदम बढ़ा रहे है। एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि इस राज्य में लग्जरी होटल की स्थापना हो रही है

सरकार और टाटा समूह के साथ हस्ताक्षर कार्यक्रम हुआ। एकरारनामा अपने आप मे सुखद है यह और सुखद तब होगा जब होटल बनकर तैयार होगा। 

वहीं टाटा समूह के सीईओ टीवी नरेंद्रन ने कहा कि आज बहुत खुशी का दिन है। इसको लेकर हेमन्त सोरेन ने हमसे काफी चर्चा किया था। पिछले कुछ सालों में और ताज ग्रुप्स की तरफ से बहुत सपोर्ट मिला है। हम लोग भी चाहते थे कि रांची जो एक स्टेट कैपिटल है वहां एक इस टाइप का एक होटल हो।

विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने मानसून सत्र को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा के आगामी 26 जुलाई से होने वाली मानसून सत्र को लेकर आज, झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई,.

 बैठक में मुख्य रूप से राज्य के डीजीपी मुख्य सचिव समेत कई अन्य राज्य और सभा सचिवालय के पदाधिकारी उपस्थित रहे.

 मानसून सत्र में कैसे विधि व्यवस्था बनी रहे ,सभी चीज सुचारू रूप से चल सके..... ज्यादा से ज्यादा मानसून सत्र का लाभ जनता को मिल सके इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष में पक्ष विपक्ष दोनों से आग्रह किया है वहीं बैठक के संदर्भ में बताया कि ऊर्जा विभाग के भी पदाधिकारी यहां पर उपस्थित थे.

तो कई बार ऐसा देखा जाता है कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण कार्य भी बाधित होते हैं तो ऐसे में इस तरह की परेशानी ना आए वहीं पर जल की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो चिकित्सा व्यवस्था को लेकर अच्छे चिकित्सा की उपस्थिति यहां पर रहे इन तमाम विषयों पर आज उच्च स्तरीय बैठक रखी गई थी।

कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने गो प्रसंस्करण की महिला प्रशिक्षणार्थियों को दिया प्रमाण पत्र

लोकेशन रांची

महिला प्रशिक्षणार्थि प्रशिक्षण प्राप्त करें काफी खुश हैं कहा रोजगार का नया आयाम मिलेगा

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची ; विधानसभा चुनाव से पहले बचे हुए कृषि विभाग के कार्यों में तेजी लाते हुए आज झारखंड सरकार की कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने पशुपालन निदेशालय हटिया में गो प्रसंस्करण की महिला प्रशिक्षणार्थियों के बीच प्रमाण पत्र वितरण किया। साथ ही हमारी गो माता हमारा दायित्व कार्यक्रम का ऑनलाइन शुभारंभ किया। इस मौके पर विधायक राजेश कच्छप, गो सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन, निदेशक किरण पासी विशेष रूप से उपस्थित रहे। 

इस प्रशिक्षण में महिलाओं को गाय के गोबर की उपयोगिता बताई गई और उसे विभिन्न प्रकार की सामग्रियां तैयार करने का त्रिकोण के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। अपने संबोधन के दौरान विधायक राजेश कच्छप ने कहा किसान को कोई नहीं देता है परन्तु किसान सब को देता है। आज के समय में गोबर की बहुत उपयोगिता है। 

इस दौरान उन्होंने एक नए सुझाव देते हुए कहा कि चीनीमिट्टी के मूर्ति के बजाए गोबर से बनी मिट्टी का निर्माण कर सकते है जिससे आस्था भी रहेगी और पर्यावरण बचा रहेगा।

वही मंत्री दीपिका पांडे ने कहा कि हम सभी जानते हैं गाय के गोबर की उपयोगिता कितना ज्यादा है। इस औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है। आज यह महिलाएं प्रशिक्षण पा कर गाय के गोबर से निर्मित विभिन्न प्रकार की सामग्रियां बनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बना पाएंगी।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओ ने बताया कि 5 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त कर हम गोबर से विभिन्न प्रकार की सामग्रियां बनाने सीखे हैं जैसे भूत अगरबत्ती घर की सजावटी सामान। प्रशिक्षण के उपरांत हमें अपने स्वरोजगार में स्वावलंबी हो जाएंगे। जिससे हमारे घर की आर्थिक स्थिति भी सुधर पाएगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नगर विकास विभाग समेत अन्य विभागों के 183 चयनित तकनीकी अभ्यर्थियों दिया नियुक्ति पत्र


नियुक्ति पाकर अभ्यर्थियों के चेहरे खिले सभी ने कहा पूरी ईमानदारी और लगन के साथ काम करेंगे

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नगर विकास विभाग और अन्य विभाग के चयनित तकनीकी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया। प्रोजेक्ट भवन सभागार में विभिन्न विभागों के चयनित कुल 183 तकनीकी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सोपा गया। 

जिसमें 28 सहायक नगर निदेशक, 95 कनीय अभियंता, 9 कनीय अभियंता विद्युत, परिवहन विभाग के लिए 40MVI स्ट्रीट लाइट इंस्पेक्टर, पाइपलाइन इंस्पेक्टर, खान निरीक्षक अभ्यर्थी इस नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हुए।

इस दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य के विकास को गति देने के लक्ष्य से कई विभागों के विभिन्न पदों पर नवनियुक्त हुए सभी अभ्यर्थियों को बधाई। इसी नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कई लोगों को पहले नियुक्ति पत्र दिया गया है और कई लोगों को आज दिया गया हैं। झारखंड के साथ देश के कोने-कोने से भी यहां राज्य की विकास की कड़ी में योगदान देने के लिए नौजवान सेलेक्ट हुए हैं। सभी का मैं स्वागत करता हूं।

वही नवनियुक्त अभ्यर्थियों से कहा कि यहां देश के कोने-कोने से आए आप लोग राज्य के विकास मैं अपना सर्वांगिक योगदान देंगे। आप सबों से यही आशा है कि झारखंड राज्य को देश के अग्रिम राज्य के समक्ष पहुंचने का प्रयास करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार लगातार युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है लेकिन हमारे विपक्षी इसको रोकने में लगे हैं फिर भी हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। 

चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा जल संसाधन विभाग उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री चम्पाई सोरेन, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, नगर विकास मंत्री हाफिजुल हसन, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री दीपक बुरुआ सहित विभागीय सचिव भी उपस्थित रहे।

वही नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों के चेहरे नियुक्ति पत्र पाकर खिल उठा। उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत रंग लाई और सफलता उनके हाथ लगी। साथ ही उनका कहना था कि हम जहां भी कम करें मन लगाकर और पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करें।

आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मी और सरकार के बीच वार्ता बाद बनी सहमति के बाद फिर आंदोलनकारी ने लिया यू टर्न

कहा सरकार करे पुनर्विचार, वार्ता से नहीं है संतुष्ट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : लंबे समय से आंदोलनरत रहे सहायक पुलिसकर्मी सोमवार 22 जुलाई को रांची के सर्किट हाउस में सत्तारूढ़ गठबंधन के छह विधायकों संग इनकी छह घंटे की लंबी बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर सहमति बन गई थी। 

सहायक पुलिसकर्मियों ने सोमवार को अपना आंदोलन समाप्त करने को भी कहा था। लेकिन रात भर में ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने उस वार्ता को पुनर्विचार के लिए कहा। 

दरअसल सहायक पुलिस कर्मियों की मुख्य मांगे थी सहायक पुलिसकर्मी को झारखंड पुलिसकर्मी में समायोजन करना। जिस पर सरकार ने कहा समायोजन नियम अनुसार मुमकिन नहीं है इसीलिए आरक्षण के माध्यम से रास्ता खोला जाएगा और वनरक्षी सिपाही और होमगार्ड में 10 फ़ीसदी आरक्षण के साथ 10 वर्ष की उम्र सीमा में छूट दी जाएगी। 

वेतन में 30 फ़ीसदी की वृद्धि की बात कमेटी ने स्वीकारी है तो वही मेडिक्लेम में 50000 की जगह ₹1 लाख के प्रावधान किया गया था।

 वहीं मृतकों के आश्रितों को 2 लाख की जगह अब चार लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी है। साथ ही 1 साल का सेवा विस्तार किया जा रहा है। इस पर मुख्य रूप से समायोजन और वेतन वृद्धि को लेकर सहायक पुलिस कर्मियों में असहमति दिखी। 

हालांकि कल भी सहायक पुलिसकर्मी का दर्द उसे वक्त छलकता जब मीडिया को अपनी बाते बता रहे थे। वह हाथ जोड़कर सरकार से विनती करते दिखे कि इस बार उम्मीद करते हैं कि उनके साथ गलत नहीं होगा। चुकी पिछले 2020 और 2021 में भी कुछ ऐसा ही घटना हुआ था। इसी को लेकर उन्होंने वार्ता पर पुनर्विचार करने को कहा। 

जब तक पुनर्विचार नहीं होगा तब तक सहायक पुलिस अपनी आंदोलन को शांतिपूर्वक जारी रखेंगे।

सहायक पुलिस कर्मियों के साथ 6 सदस्य विधायकों के साथ वार्ता के बाद धरना हुआ समाप्त, जाने वार्ता में क्या निकला निष्कर्ष

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची: मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियो का बीते 20 दिनों से आंदोलन लगातार जारी था। आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों का समायोजित सहित विभिन्न मांगों को लेकर आज सत्ताधारी दल के 6 सदस्य विधायकों के साथ हाई लेवल मीटिंग किया गया। इसमें विधायकों के दल में मथुरा प्रसाद महतो, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कश्यप, सुदिव्य कुमार सोनू, विनोद सिंह और सुखराम उरांव शामिल थे। साथ ही रांची एसएसपी चंदन कुमार सिंह, सिटी एसपी राजकुमार मेहता भी शामिल थे। सर्किट हाऊस में हुए इस बैठक में विधायकों ने सहायक पुलिसकर्मियों के प्रतिनिधियों के मांगों को सुना। 6 घंटे लंबी बैठक के बाद दोनों के बीच कई बिंदु पर सहमति बनी।

सबसे पहले राज्य सरकार के वरीय पदाधिकारी के साथ विधायकों की बैठक हुई जिसमें सहायक पुलिस कर्मियों के मांग से अवगत कराया गया उसके बाद फिर विधायकों के साथ सहायक पुलिस कर्मियों की बैठक शुरू हुई। सहायक पुलिस कर्मियों की मुख्य मांगे थी सहायक पुलिसकर्मी को झारखंड पुलिसकर्मी में समायोजन करना। 6 घंटे लंबी बैठक के बाद विधायक मथुरा महतो ने कहा कि सरकार की तरफ से सकारात्मक बातें हुई हैं। इस पर निर्णय लिया गया कि समायोजन नियम अनुसार मुमकिन नहीं है इसीलिए आरक्षण के माध्यम से रास्ता खोला जाएगा और वनरक्षी सिपाही और होमगार्ड में 10 फ़ीसदी आरक्षण के साथ 10 वर्ष की उम्र सीमा में छूट दी जाएगी। अब सहायक पुलिस कर्मियों का आंदोलन समाप्त हो रहा है।

सहायक पुलिसकर्मी विवेकानंद दुबे ने बताया कि वेतन में 30 फ़ीसदी की वृद्धि की बात कमेटी ने स्वीकारी है तो वही मेडिक्लेम नियमावली के मुताबिक मिलेगा और 50000 की जगह ₹1 लाख के प्रावधान पर सहमति बनी है। वहीं उन्होंने बताया कि मृतकों के आशिकों को 2 लाख की जगह अब चार लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी है। साथ ही 1 साल का सेवा विस्तार किया जा रहा है। हालांकि सहायक पुलिसकर्मी का दर्द भी उसे वक्त छलकता दिखा जब वह हाथ जोड़कर सरकार से विनती करते दिखे कि इस बार उम्मीद करते हैं कि उनके साथ गलत नहीं होगा और उनकी मांगों का निदान होगा। सहायक पुलिस कर्मियों ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी।

रांची में फिर एक सैक्स रैकेट का हुआ खुलासा, पुलिस ने सेक्स रैकेट से जुड़ी 6 लड़कियों समेत 10 लोगो को पकड़ा

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : रांची के होटल में चल रहे देह व्यापार के धंधे को पुलिस ने किया पर्दाफाश। राजधानी राँची में एक गेस्ट हाउस में सेक्स रैकेट चल रहा था।सेक्स रैकेट की सूचना पर राँची के एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर सिटी एसपी राज कुमार मेहता ने सिटी डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित किया।

रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित कांटाटोली के पास एक गेस्ट हाउस में रेड कर सेक्स रैकेट में शामिल छह लड़कियों सहित 10 को हिरासत में लिया है। गेस्ट हाउस में रेड करने के लिए पुलिस की टीम देर रात तक रेकी करती रही। इस दौरान गेस्ट हाउस में लगातार लड़कियों का आना जाना लगा हुआ था। पुख्ता सूचना के बाद सिटी डीएसपी ने रेड किया और मौके से ही सभी लडकियां पकड़ी गईं। 

हिरासत में ली गई अधिकांश लड़कियां बंगाल की रहने वाली हैं। होटल संचालकों की मदद से उन्हें होटल में ही रख कर वही पर ग्राहक बुला कर देह व्यापार करवाया जा रहा था।