अघोषित बिजली कटौती व ट्रिपिंग से लोग त्रस्त, भीषण गर्मी व उमस में बच्चों व बुजुर्गों के लिये बिजली की बड़ी कटौती बनी आफत
वजीरगंज (गोण्डा)। इस समय पड़ रही भीषण गर्मी व उमस के चलते भारी बिजली की कटौती से सामान्य जन जीवन तो प्रभावित हो ही रहा है,लेकिन उसमें सबसे ज्यादा मार झेल रहे हैं बुजुर्ग, बीमार व बच्चे। लेकिन विद्युत विभाग के जिम्मेदारों के ऊपर मानो कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।पड़े भी क्यों साहब और उनके सिपहसालार तो ऐसी और कूलर के आगे चैन की बंशी जो बजा रहे हैं। जिन पर यह पुरानी कहावत चरितार्थ हो रही है कि,"मस्त राम मस्ती में ,आग लगे बस्ती में"।आम जन इस जानलेवा गर्मी से परेशान हो जब इन साहबों से बिजली देने के लिये फोन घुमाते हैं लेकिन मजाल है कि,इन साहबों का फोन उठ जाये। यदि कभी गलती से उठ भी जाता है तो बहानों के साथ फोन काट दिया जाता है। अब ऐसे में लोग अपनी समस्या लेकर किधर जायें ।
वजीरगंज क्षेत्र में समस्या तो और भी खराब है,जहां बिजली विभाग के मनमाने रोस्टिंग से इन दोनो कस्बों के लोग त्रस्त व आक्रोशित हैं । कहने को तो वजीरगंज कस्बे में रोस्टिंग का समय सुबह 06:30 से 09:30 व 11:30 से 02:30 बजे दोपहर की है,जो कुल 24 घंटे की सप्लाई में महज 06 घंटे ही है,लेकिन विजली कर्मियों के द्वारा लगभग दस से ग्यारह घंटे की भारी कटौती की जा रही है।जिसके चलते कस्बाई लोग इस भीषण गर्मी व उमस में बिलबिलाते हुये बिजली विभाग व सरकार को कोसते हुये देखे जा सकते हैं।
चर्चा यह भी है कि कस्बे के हिस्से की बिजली अन्य रसूख व सत्ताधारी लोगों के इलाके में दे दिया जाता है।जिसके चलते इन इलाकों में बिजली की बराबर सप्लाई नहीं रहती।इस संबंध में जब डुमरियाडीह उपकेन्द्र पर तैनात एसडीओ विकास यादव से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन उठा ही नहीं। अब सवाल यह है कि,अधिकारियों का फोन उठता नहीं तो अपनी पीड़ा बयां करें तो कहां करें।लोग बिजली अफसरों,कर्मियों व सरकार को कोसते हुये सब सहने को मजबूर हैं।
Jul 23 2024, 17:12