देश को ऑक्सीजन देने का काम करता है मध्यप्रदेश...इंदौर में बोले अमित शाह, कहा- इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के लिए इंदौर की तारीफ करते हुए दिल से धन्यवाद किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैंपेन का नारा एक आंदोलन बन गया है। देशभर में हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक वृक्ष लगा रहा है। भारत को ऑक्सीजन देने का काम मध्य प्रदेश करता है, 31 प्रतिशत फॉरेस्ट वन विभाग है। पूरे देश में कुल वन विभाग का 12% एमपी में है, राज्य के अंदर पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन का भी बढ़ावा हुआ है। इसके लिए मध्य प्रदेश को बधाई देता हूं।
इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान कार्यक्रम आयोजित किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम डॉ मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गी सहित तमाम मंत्री और विधायकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद, एक पेड़ मां के नाम अभियान को चलाया है। इंदौर अपनी मां को और धरती माता को दोनों को एक प्रकार से प्रणाम करने का काम कर रहा है। इंदौर पूरे देश में स्वच्छता और स्वाद के लिए जाना जाता है, सुशासन, सहयोग, सहभागिता के लिए भी जाना जाता है। आज से इंदौर ‘एक पेड़ मां के नाम’ के नाम से भी जाना जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज जो आप विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं, मां अहिल्याबाई की नगरी को नया कीर्तिमान विश्व में प्रसिद्ध करेगा। इंदौर स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मार्डियन एजुकेशन का हब बना हैं, अब ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा या हम सबके लिए आनंद की बात है। यह कार्यक्रम शासन का नहीं है, शासन कार्यक्रम को सफल नहीं कर सकता, आंदोलन को सफल नहीं कर सकता। पूरी इंदौर की जनता को जोड़ा है। महापौर अलग-अलग वन बनाने की शुरुआत की। अमरुद, बरमुंडा, बेलपत्र, सीताफल वाला जैसे ऐसे वृक्षों को भी स्थान दिया है। 11 लाख पौधे लगाने के स्थान पर तीन तालाब बनाकर उनके सिंचाई की भी व्यवस्था की गई है। बीएसएफ के जवानों को भी मन से सलूट करना चाहता हूं। कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक बंगाल से लेकर गुजरात तक 5 करोड़ पेड़ CISF ने लगाए हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि इस साल 5 करोड़ और पौधे लगाएंगे। आने वाले समय में एक करोड़ पौधे लगाएंगे। 6 करोड़ पौधे लगाने का हमारा काम पूरा हो जाएगा। वृक्ष का हमारे ग्रथों में जिक्र है, मत्स्य पुराण में लिखा गया है कि 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब होता है। 10 तालाब के बराबर एक पुत्र होता है। 10 पुत्र के बराबर एक वृक्ष होता है. तब जाकर एक वृक्ष का पूर्ण हमको मिलता है। जिस तरह से विकास हो रहा है हमारी सुविधा हम बढ़ा रहे हैं। एक समय है पीएम मोदी ने पीछे मुड़कर आने वाली पीढ़ी के लिए देखिए पर्यावरण की चिंता देश नहीं पूरी दुनिया को करने की आवश्यकता है।
Jul 14 2024, 16:07