मुंबई में शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और NCP (शरद चंद्र पवार) के चीफ शरद पवार से मिली ममता बनर्जी, कहा, खेला शुरू हो गया

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीजेपी पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं और शुक्रवार को मुंबई पहुंचने के बाद भी उन्होंने ऐसा ही किया. मुंबई पहुंचकर ममता बनर्जी ने शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और NCP (शरद चंद्र पवार) के चीफ शरद पवार से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा, 'खेला शुरू हो गया है और मोदी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी.' लोकसभा चुनाव 2024 के बाद ममता बनर्जी की उद्धव ठाकरे और शरद पवार से ये पहली मुलाकात थी. 

दरअसल, अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी में शिरकत करने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुंबई पहुंची थीं. मुंबई दौरे के दौरान ही ममता बनर्जी ने उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में उनसे मुलाकात की. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर राजनीतिक चर्चा हुई. 

सीएम ममता बनर्जी ने मुलाकात के बाद बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. ममता ने कहा, 'मौजूदा केंद्र सरकार स्थिर नहीं है और ये ज्यादा दिन नहीं टिकेगी. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे दिखा रहे हैं कि विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया है. खेला शुरू हो गया है और अब ये जारी रहेगा.'

25 जून को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाने के केंद्र के फैसले की भी CM ममता ने आलोचना की. उन्होंने कहा, 'आपातकाल की स्थिति तो सबसे ज्यादा पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान देखी जा रही है क्योंकि उनके पीएम रहते हुए सबसे ज्यादा इमरजेंसी जैसे हालात बने. जब तीन नए कानूनों - भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) से जुड़ा बिल संसद में पेश किया था तो उस समय किसी से भी सलाह नहीं ली गई. ये तीन आपराधिक कानून संशोधन विधेयक तब पारित किए गए जब बड़ी संख्या में सांसदों को सदन से निलंबित किया हुआ था.'

ममता बनर्जी ने मुलाकात के बाद कहा कि वो इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के लिए प्रचार करेंगी. मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम दोनों के बीच भाई-बहन का रिश्ता है. शिवसेना (यूबीटी) ने ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे की इस मुलाकात की फोटो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर की है.

देश को ऑक्सीजन देने का काम करता है मध्यप्रदेश...इंदौर में बोले अमित शाह, कहा- इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के लिए इंदौर की तारीफ करते हुए दिल से धन्यवाद किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैंपेन का नारा एक आंदोलन बन गया है। देशभर में हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक वृक्ष लगा रहा है। भारत को ऑक्सीजन देने का काम मध्य प्रदेश करता है, 31 प्रतिशत फॉरेस्ट वन विभाग है। पूरे देश में कुल वन विभाग का 12% एमपी में है, राज्य के अंदर पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन का भी बढ़ावा हुआ है। इसके लिए मध्य प्रदेश को बधाई देता हूं।

इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान कार्यक्रम आयोजित किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम डॉ मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गी सहित तमाम मंत्री और विधायकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इंदौरवासियों को हृदय से धन्यवाद, एक पेड़ मां के नाम अभियान को चलाया है। इंदौर अपनी मां को और धरती माता को दोनों को एक प्रकार से प्रणाम करने का काम कर रहा है। इंदौर पूरे देश में स्वच्छता और स्वाद के लिए जाना जाता है, सुशासन, सहयोग, सहभागिता के लिए भी जाना जाता है। आज से इंदौर ‘एक पेड़ मां के नाम’ के नाम से भी जाना जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज जो आप विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं, मां अहिल्याबाई की नगरी को नया कीर्तिमान विश्व में प्रसिद्ध करेगा। इंदौर स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मार्डियन एजुकेशन का हब बना हैं, अब ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा या हम सबके लिए आनंद की बात है। यह कार्यक्रम शासन का नहीं है, शासन कार्यक्रम को सफल नहीं कर सकता, आंदोलन को सफल नहीं कर सकता। पूरी इंदौर की जनता को जोड़ा है। महापौर अलग-अलग वन बनाने की शुरुआत की। अमरुद, बरमुंडा, बेलपत्र, सीताफल वाला जैसे ऐसे वृक्षों को भी स्थान दिया है। 11 लाख पौधे लगाने के स्थान पर तीन तालाब बनाकर उनके सिंचाई की भी व्यवस्था की गई है। बीएसएफ के जवानों को भी मन से सलूट करना चाहता हूं। कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक बंगाल से लेकर गुजरात तक 5 करोड़ पेड़ CISF ने लगाए हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि इस साल 5 करोड़ और पौधे लगाएंगे। आने वाले समय में एक करोड़ पौधे लगाएंगे। 6 करोड़ पौधे लगाने का हमारा काम पूरा हो जाएगा। वृक्ष का हमारे ग्रथों में जिक्र है, मत्स्य पुराण में लिखा गया है कि 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब होता है। 10 तालाब के बराबर एक पुत्र होता है। 10 पुत्र के बराबर एक वृक्ष होता है. तब जाकर एक वृक्ष का पूर्ण हमको मिलता है। जिस तरह से विकास हो रहा है हमारी सुविधा हम बढ़ा रहे हैं। एक समय है पीएम मोदी ने पीछे मुड़कर आने वाली पीढ़ी के लिए देखिए पर्यावरण की चिंता देश नहीं पूरी दुनिया को करने की आवश्यकता है।

46 सालों के बाद खोला गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, की गईं विशेष तैयारियां

डेस्क: ओडिशा के पुरी में मौजूद जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को आज खोल दिया गया है। राज्य सरकार के द्वारा किए गए तमाम प्रयासों के बाद आज रत्न भंडार को खोला गया। वहीं बता दें कि रत्न भंडार के दोबारा खुलने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में विशेष बक्से लाए गए। रत्न भंडार खुलने से पहले मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके साथ ही तमाम तरह की तैयारियां की गई हैं।

निरीक्षण समित के अध्यक्ष ने दी जानकारी

इसे लेकर निरीक्षण समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ ने कहा, "जैसा कि तय किया गया था, और जैसा कि सभी को पता था, सरकार पहले ही तीन भागों में आवश्यक एसओपी लेकर आ चुकी है। एक रत्न भंडार खोलने के लिए, फिर आभूषणों और कीमती सामानों को अपने कब्जे में लेने के लिए।" दोनों 'भंडारों' में गर्भ गृह के अंदर पूर्व-आवंटित कमरों के लिए आज हमने एक बैठक बुलाई जिसमें हमने उद्घाटन और आभूषणों की देखभाल के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। बैठक में हुई चर्चा के अनुसार और 'पुरोहितों' और 'मुक्ति मंडप' के सुझावों के अनुसार, रत्न भंडार खोलने का सही समय दोपहर 1:28 बजे है। यह प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्डिंग के दो सेटों के साथ की जाएगी और दो प्रमाणीकरण होंगे। यह एक चुनौती होगी क्योंकि 1985 में इसके आखिरी बार खुलने के बाद से हमें अंदर की स्थिति का पता नहीं है।''

सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने कहा, "हमने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के उचित प्रबंध किए हैं। सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर QRT की तैनाती की गई है। इसके अलावा, हमने आकस्मिक व्यवस्था भी की है और सभी योजनाएं तैयार हैं। मंदिर में होने वाले दैनिक अनुष्ठान हमेशा की तरह होंगे। केवल पहचाने गए सेवकों को ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी, जिनकी आज ड्यूटी है।"

सीएमओ ने एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी

ओडिशा सीएमओ ने भी रत्न भंडार खोले जाने की जानकारी दी है। सीएमओ की तरफ से जारी एक पत्र में लिखा गया, 'जय जगन्नाथ, हे प्रभो! आप लयबद्ध हैं। तेरी चाह से सारा संसार त्रस्त है। आप रूढ़िवादी राष्ट्र की धड़कन हैं। ऑर्डेयन जाति की अस्मिता और स्वविमान का सर्वोत्तम परिचय। आपकी इच्छानुसार आज ओडोनिया समुदाय ने अपनी अस्मिता पहचान को लेकर आगे बढ़ने का प्रयास शुरू कर दिया है। आपकी इच्छा से सबसे पहले मंदिर के चारों दरवाजे खोले गए। आज आपकी वसीयत के 46 वर्ष बाद वह रत्न एक महान उद्देश्य से खोला गया। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह महान कार्य सफल होगा। आपके आशीर्वाद से, सभी रूढ़िवादी जाति, वर्ण, वर्ण, रंग और सर्वोपरि राजनीति के मतभेदों को भूलकर आध्यात्मिक और भौतिक जगत में ओडिशा की एक नई पहचान बनाने के लिए आगे बढ़ें, ऐसी मेरी प्रार्थना है।'

क्या ट्रंप पर हमले की पुलिस को पहले ही मिली थी खबर, फिर भी नहीं लिया एक्शन? चश्मदीद का बड़ा दावा

डेस्क: अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद कई खुलासे हो रहे हैं. हमलावर की पहचान एफबीआई ने थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के तौर पर की है, जो बटलर काउंटी क्षेत्र का रहने वाला था. उसकी उम्र 20 साल थी. पूर्व राष्ट्रपति पर हमला करते ही उनके सीक्रेट एजेंट ने हमलावर को तत्काल मार गिराया. गोलीबारी में ट्रंप घायल हुए हैं, उनके अलावा रैली में शामिल दो अन्य लोग भी जख्मी हुए. इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है.

वहीं, गोलीबारी के दौरान वहां मौजूद के एक चश्मदीद ने कई चौंकाने वाला खुलासे किए हैं. उसने बताया कि हमले से पहले उसने पुलिस और सीक्रेट सर्विस को छत पर हो रही संदिग्ध के गतिविधि को लेकर चेतावनी दी थी. उसने पुलिस को वहां राइफल होने के बारे में भी बताया था.

ट्रंप पर हमले के चश्मदीद ने क्या बताया?

चश्मदीद शख्स ने BBC को दिए एक इंटरव्यू में बताया, "मैंने देखा कि हमारे सामने वाली बिल्डिंग की छत पर एक संदिग्ध नीचे लेटकर निशाना लगा रहा था, जो हमसे लगभग 50 फीट की दूरी पर था. हम वहां छत पर लेटकर निशाना लगा रहे संदिग्ध की ओर इशारा कर रहे थे." उसने आगे बताया, "उसके पास एक राइफल थी, जिसे हम साफ तौर पर देख सकते थे. पुलिस नीचे जमीन पर इधर-उधर गश्त लगा रही थी और हम लगातार उनसे कह रहे थे कि छत पर एक आदमी राइफल के साथ है. हालांकि, पुलिस ने हमारी बातों को नजरअंदाज कर दिया."

सीक्रेट सर्विस ने हमें देखकर किया नजरअंदाज: चश्मदीद

चश्मदीद ने आगे बताया, "जब हम संदिग्ध की ओर इशारा कर रहे थे, तो सीक्रेट सर्विस हमारी तरफ देख रही थी और आगे जो मुझे याद है कि वहां गोलियां चलने लगी." इंटरव्यू के दौरान जब उससे पूछा गया कि, क्या आपको यकीन है कि छत पर मौजूद संदिग्ध ने ही ट्रंप पर गोली चलाई है? इस पर उसने कहा, "एक सौ प्रतिशत, क्योंकि वह व्यक्ति कम से कम 4 मिनट से छत पर था और इस दौरान वह लगातार ट्रंप की ओर निशाना साध रहा था."

120 मीटर की दूरी से चली गोली

बता दें कि इस जानलेवा हमले के दौरान 78 वर्षीय रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए. हमलावर ने रैली में मौजूद एक ट्रंप समर्थक को भी मार डाला है. इसके साथ ही 2 अन्य समर्थक गंभीर रूप से घायल हो गए. ट्रंप जिस मंच से भाषण दे रहे थे, वहां से करीब 120 मीटर की दूरी पर एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के छत से हमला हुआ था. चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप पर हुए इस हमले की सभी नेताओं ने निंदा भी की है.

कौन है डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाला शख्स? सामने आई हमलावर की पहली तस्वीर

डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले शख्स की पहली तस्वीरें सामने आ गई हैं. इन तस्वीरों में हमलावर को खुले बालों में देखा जा सकता है. हालांकि, ये तस्वीरें पेनसिल्वेनिया के बटलर शहर में हो रही चुनावी रैली पर हमले के वक्त की नहीं हैं, जब हमला किया गया था. पूर्व राष्ट्रपति पर गोली चलाने वाले हमलावर की पहचान 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के तौर पर हुई है, जो बेथल पार्क नाम की जगह का रहने वाला है. 

बेथल पार्क एक गांव है, जो पेनसिल्वेनिया राज्य में ही स्थित है. घटनास्थल ये से गांव 40 मील दक्षिण में है. डोनाल्ड ट्रंप पर उस वक्त हमला हुआ, जब वह राज्य के बटलर शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. ट्रंप की तरफ गोली चलाई गई, जो उनके कान को छूते हुए निकल गई. इस हमले के बाद सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर्स ने तुरंत हमलावर को ढेर कर दिया. हमलावर के पास से एआर-स्टाइल राइफल भी बरामद हुई है. 

ट्रंप पर हमले की वजह अभी तक नहीं आई सामने

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, अभी तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आ पाई है कि मैथ्यू ने किस वजह से ट्रंप पर हमला किया. इस हमले में रैली में शामिल एक शख्स की मौत हुई है, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के स्पेशल एजेंट केविन रोजेक ने कहा कि हमें इस बात को लेकर सबसे ज्यादा हैरानी है कि शूटर ने कई राउंड गोलियां चलाईं. एफबीआई भी ट्रंप पर हुए हमले की जांच कर रही है. 

मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट से मंच पर खड़े ट्रंप पर चलाईं गोलियां

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, बटलर शहर में खुले में चुनावी रैली चल रही थी, जिस पर क्रूक्स ने गोलियां चलाईं. एक गोली ट्रंप के कान को छूकर निकल गई. क्रूक्स एक मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट की छत पर तैनात था, जहां से बटलर फार्म शो मैदान में बनाया गया मंच 130 गज से ज्यादा दूरी पर मौजूद था. उसने पहले तीन राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली ट्रंप को लगी. इसके बाद जब सब लोग नीचे बैठ गए तो फिर से हमलावर ने चार से पांच राउंड गोलियां चलाईं.

भारत इन पेरिस' ओलंपिक मैराथन को दिखाई गई हरी झंडी, इस बार भारतीय एथलीट रच सकते हैं इतिहास
डेस्क: पिछले महीने भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इतिहास रचा। अब एथलीट्स के पास इस महीने के आखिर में होने वाले पेरिस ओलंपिक में दम दिखाने का मौका है। इस महीने 2024 ओलंपित 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेगा, जो पेरिस में आयोजित किया जाएगा। इस साल 113 भारतीय एथलीट्स ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली में 'भारत इन पेरिस' ओलंपिक जागरूकता दौड़ को हरी झंडी दिखाई। भारत के लिए पिछला यानी टोक्यो ओलंपिक भी सफल रहा था। तब देश को कुल 7 मेडल मिले थे। इस बार भी ओलंपिक में भारतीय एथलीट्स के पास पुराने सारे रिकॉर्ड्स ध्वस्त करने का मौका है। इस बार भारत को डबल अंक में मेडल मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अलग ऐसा होता है तो ओलंपिक में भी भारत इतिहास रचने में कामयाब रहेगा। पिछली बार कैसा रहा था प्रदर्शन? ओलंपिक इतिहास में भारत का सबसे दमदार प्रदर्शन पिछली बार टोक्यो गेम्स में रहा था। भारत ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर, 4 ब्रॉन्ज समेत कुछ 7 मेडल जीते थे। इनमें से नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो यानी भाला फेंक में गोल्ड दिलाया था। 2 सिल्वर मेडल मीराबाई चानू ने 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग और रवि दहिया ने पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा रेसलिंग में दिलाया था। इसके अलावा 4 ब्रॉन्ज मेडल लवलीना बोरगोहेन ने विमेंस वेल्टरवेट बॉक्सिंग, पीवी सिंधु ने विमेंस सिंगल्स बैडमिंटन, बजरंग पुनिया ने मेंस 65 किग्रा रेसलिंग और भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने दिलाए थे।

डेस्क: पिछले महीने भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इतिहास रचा। अब एथलीट्स के पास इस महीने के आखिर में होने वाले पेरिस ओलंपिक में दम दिखाने का मौका है। इस महीने 2024 ओलंपित 26 जुलाई से 11

डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले पर सामने आया अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान, जानें अन्य नेताओं ने इस घटना पर क्या कहा

डेस्क: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में शनिवार को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में गोलीबारी हुई है। घटना में गोली चलाने वाले शख्स को मार गिराया गया है। हालांकि, ट्रंप पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ट्रंप पेंसिल्वेनिया के बटलर में मंच पर बोल रहे थे, तभी गोली चलने की आवाज सुनाई दी। धमाकों के शोर से ट्रंप मंच पर गिर पड़े। उनकी सुरक्षा में तैनात सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने तुरंत ट्रंप को संभाला और उनको मंच से उतारकर ले गए। 

इस दौरान ट्रंप के चेहरे और कान पर खून नजर आया। बटलर काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रिचर्ड गोल्डिंगर ने कहा है कि ट्रंप की सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। रैली में हुई गोलीबारी को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई नेताओं के रिएक्शन भी सामने आए हैं।

राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्या कहा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "संघीय सरकार की सभी एजेंसियों ने मुझे स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी है...मैंने डोनाल्ड से संपर्क करने की कोशिश की है, वो अपने डॉक्टरों के साथ हैं और ठीक हैं...अमेरिका में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है...हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते। मैं सीक्रेट सर्विस और राज्य एजेंसियों सहित सभी एजेंसियों को धन्यवाद देना चाहता हूं। मूल बात यह है कि ट्रंप की रैली बिना किसी समस्या के शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की जानी चाहिए थी...सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए..."

'हिंसा की देश में कोई जगह नहीं'

गोलीबारी की घटना को लेकर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा, "मुझे पेंसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यक्रम में हुई गोलीबारी के बारे में जानकारी दी गई है। डग और मैं राहत महसूस कर रहे हैं कि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है। हम उनके, उनके परिवार और उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं जो इस मूर्खतापूर्ण गोलीबारी से घायल हुए हैं और प्रभावित हुए हैं। हम यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस और स्थानीय अधिकारियों की तत्काल कार्रवाई के लिए आभारी हैं। इस तरह की हिंसा के लिए हमारे देश में कोई जगह नहीं है। हम सभी को इस घृणित कृत्य की निंदा करनी चाहिए।"

क्या बोले बराक ओबामा

ट्रंप की रैली में हुई गोलीबारी को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्वीट कर कहा, "हमारे लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हालांकि, हमें अभी तक ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन हम सभी को राहत महसूस करनी चाहिए कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को गंभीर चोट नहीं आई है। मिशेल और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।"

ट्रंप खुद क्या बोले

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी घटना को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "यह अविश्वसनीय है कि हमारे देश में ऐसा हो सकता है। इस समय शूटर के बारे में कुछ भी पता नहीं है, जो अब मर चुका है। मुझे एक गोली लगी थी जो मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी थी। मुझे तुरंत पता चल गया कि कुछ गड़बड़ है क्योंकि मैंने एक तेज आवाज सुनी, गोलियां चलीं, और तुरंत महसूस किया कि गोली स्किन को चीरती हुई निकल गई।

हिंसा की निंदा

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ट्वीट किया, "पूरा रक्षा विभाग इस हिंसा की निंदा करता है, जिसका हमारे लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। यह वह तरीका नहीं है जिससे हम अमेरिका में अपने मतभेदों को सुलझाते हैं - और ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। मुझे राहत है कि रिपोर्ट्स से पता चलता है कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप सुरक्षित हैं, और मैं उनके और उनके परिवार और इस भयावह घटना से प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।"

एलन मस्क ने क्या कहा

ट्रंप की रैली में हुई गोलीबारी को लेकर अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने कहा, 'मैं ट्रंप का पूर्ण समर्थन करता हूं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं'

डोनाल्ड ट्रंप पर हुई फायरिंग का वीडियो आया सामने, देखें कैसे छिपकर बचाई अपनी जान*
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऊपर हुई फायरिंग का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रंप चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान उन पर हमला हुआ।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले पर पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा

डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया। वहीं हमले में डोनाल्ड ट्रंप बाल-बाल बच गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां से बाद में उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया गया। वहीं ट्रंप पर हमले के बाद दुनिया भर के तमाम लीडर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम मोदी ने ट्रंप पर हुए हमले की निंदा की है। इसके साथ ही उन्होंने ट्रंप के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

पीएम मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है, 'मेरे मित्र, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले से बेहद चिंतित हूं। घटना की कड़ी निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवार, घायलों और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।' 

चुनाव प्रचार के दौरान हुआ हमला

बता दें कि अमेरिका में दिनों चुनावी माहौल चल रहा है। इस बीच यहां के प्रमुख नेता अपने-अपने चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान राष्ट्रपति चुनाव से पहले बड़ी हिंसक वारदात को अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया। ये फायरिंग की घटना पेंसिल्वेनिया के बटलर में हुई है। घटना के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट तुरंत मंच से बाहर ले गए।

डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला, कान को छेदते निकली गोली

#shooting_at_a_donald_trump_rally_in_pennsylvania

अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट खेमे के नेता प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया।पेंसिलवेनिया में चुनावी रैली के दौरान उन पर गोली चली। गोलीबारी की इस घटना में ट्रंप घायल हो गए हैं। गोली चलने के बाद मची अफरा-तफरी के बीच पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को एक काफिले में ले जाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में ट्रंप के कान से खून बहता देखा जा सकता है।फिलहाल ट्रंप खतरे से बाहर हैं। उनकी हालत ठीक है। सीक्रेट सर्विस ने दोनों शूटरों को मार गिराया।

पेन्सिलवेनिया के बटलर में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में गोलीबारी के मामले में सीबीएस न्यूज ने बताया कि गोली चलने के तुरंत बाद यूएस सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने ट्रंप को मंच से नीचे उतार दिया। यूएस सीक्रेट सर्विस अधिकारियों के मुताबिक स्थानीय समयानुसार शाम करीब 6.15 बजे एक संदिग्ध शूटर ने पेंसिलवेनिया के बटलर में रैली स्थल के बाहर एक ऊंचे स्थान से मंच की तरफ निशाना साधकर कई गोलियां चलाईं। बताया जाता है कि एक शूटर भीड़ में था जबकि दूसरा शूटर वहां मौजूद किसी बिल्डिंग की छत पर मौजूद था। ट्रंप से 100 की दूरी पर स्थित बिल्डिंग की छट पर शूटर था। वहीं से उसने ट्रंप पर निशाना लगाया था. सीक्रेट सर्विस ने दोनों शूटरों को ढेर कर दिया।

हमले के बाद ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, ‘मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी. कान के ऊपरी हिस्से को छेदते हुए गोली निकल गई। बहुत ज्याद खून बह रहा था। भगवान अमेरिका को आशीर्वाद दें।

सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से जारी बयान के मुताबिक ट्रंप सुरक्षित हैं।रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सीक्रेट सर्विस विभाग के संचार प्रमुख एंथनी गुग्लिल्मी ने एक्स पर जारी बयान में कहा, 13 जुलाई की शाम को पेन्सिलवेनिया में ट्रंप की रैली में एक घटना घटी। उन्होंने कहा कि एक दर्शक की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सीक्रेट सर्विस ने देश की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) को वारदात के संबंध में सूचित कर दिया है।