*हादसा या हत्या, क्या है गुठिल्ले की मौत का राज?*
गोण्डा- बीते बुधवार को थाना क्षेत्र के नवाबगंज गिर्द गांव के हतवा मजरे का रहने वाला आनंद निषाद उर्फ गुठिल्ले पुत्र हरिराम मछली पकड़ने घर से निकला था लेकिन लापता हो गया। टेढ़ी नदी के किनारे उसकी चप्पल और मछली पकड़ने का जाल मिला था जिसके बाद पानी में डूबने की आशंका में आनंद की पत्नी गीता देवी ने थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से घंटों तक चले सर्च आप्रेशन के बाद गुरुवार को रात 10:30 बजे घटना स्थल से करीब 01 किलोमीटर दूर गुठिल्ले का शव खोज निकाला। शव के मिलने के बाद मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए रात में ही हंगामा शुरू कर दिया था। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय और मनकापुर विधायक प्रतिनिधि वेदप्रकाश दूबे के लाख समझाने के बाद परिजन शांत हुए और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। शुक्रवार को मृतक के परिजनों के साथ भारी संख्या में ग्रामीण महिलाओं और पुरूषों ने थाने के पास स्थित चौराहे पर शव रख कर घंटो तक प्रदर्शन किया और गांव के ही व्यक्तियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते रहे लेकिन पुलिस के तहरीर मांगने पर नहीं दी। स्थानीय लोगों और पुलिस की मान-मनौव्वल के बाद कड़ी सुरक्षा में मृतक को परिजनों ने मिट्टी दे दी थी।
शनिवार को मृतक की पत्नी गीता देवी ने दुबारा थाने पर तहरीर देते हुए बताया कि गांव के ही रमई, सोमई, दद्दन और भोला पुत्रगण मोहनलाल से उनका पुराना विवाद चल रहा था जिसके चलते बीते बुधवार की शाम करीब 04 बजे विपक्षियों ने जबरदस्ती मेरे पति को बुलाया नदी के किनारे ले जाकर मारने-पीटने लगे। इस घटना को मेरे बेटे आशीष उम्र 16 वर्ष ने देखा। विपक्षियों ने मेरे पति को मारपीट कर नदी में फेंक दिया जिससे उनकी मौत हो गई।
प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि मृतक गुठिल्ले की पत्नी की तहरीर पर बीएनएस की धारा 103(1) और 238 (ए) के तहत चारों आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
Jul 13 2024, 18:39