शिक्षा-चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनेंगी एमपी शिक्षा परिषद की संस्थाएं
गोरखपुर, 20 जून। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अंगीकार करने में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाएं अग्रणी रही हैं। अब इस शिक्षा नीति के आलोक में परिषद की संस्थाओं को शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनाने के लिए परिषद के संरक्षक, गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 सूत्रीय मार्गदर्शक बिंदु तय किए हैं। इन मार्गदर्शक बिंदुओं पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से अपनी संस्थाओं के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सीएम योगी की तरफ से जारी मार्गदर्शक बिंदुओं के अनुसार गोरक्षपीठ द्वारा स्थापित तथा महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से संचालित संस्थाओं को अपनी विशिष्ट पहचान बनानी है। संस्थाध्यक्ष, प्राचार्य, निदेशक, प्रभारी को निष्पक्ष एवं पारदर्शी कार्यप्रणाली अपनाते हुए, संस्था को प्राथमिकता देते हुए स्वयं प्रतिमान बनना है। सीएम योगी का मानना है कि अनुशासन किसी भी संस्था की आत्मा है इसलिए सभी संस्थाओं में स्व अनुशासित परिसर संस्कृति का विकास होना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने टीम भावना से कार्य करने, विस्तृत कार्ययोजना एवं शैक्षिक पंचांग बनाकर इसके शत प्रतिशत क्रियान्वयन, महापुरुषों की जयंतियों पर अवकाश न कर कार्यक्रम करने, पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाने, पठन पाठन में नवाचार व अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करने, स्वच्छता उपासना, व्यक्तित्व विकास, सामाजिक जागरूकता बढ़ाने, सत्रांत से पूर्व बीते सत्र की समीक्षा करने तथा हर दिन कुछ नया करने व सीखने को लेकर मार्गदर्शन जारी किया है।
इन सभी मार्गदर्शक बिंदुओं को लेकर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 16 से 20 जून तक परिषद की सभी संस्थाओं प्रमुखों, पदाधिकारियों व सदस्यों के लिए शैक्षिक कार्यशाला का आयोजन किया।
16 जून को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के बीज वक्तव्य के बाद गुरु श्री गोरखनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज), गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग और गुरु गोरखनाथ कृषिविज्ञान केंद्र की तरफ से दिए गए प्रस्तुतिकरण पर चर्चा हुई। 17 जून को दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज, एमपी पॉलिटेक्निक, एमपी पीजी कॉलेज जंगल धूसढ़, एमपी कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़ एवं कृषि संकाय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तरफ से प्रस्तुतिकरण दिया गया।
18 जून को गोरखनाथ संस्कृत विद्यापीठ, एमपी बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक माफी, एमपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बेतियाहाता, एमपी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, 19 जून को गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय चौक बाजार महराजगंज, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक बाजार महराजगंज, दिग्विजयनाथ कन्या इंटर कॉलेज चौक बाजार, दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी विद्यापीठ देवीपाटन, की प्रस्तुतियों पर चर्चा की गई। कार्यशाला के अंतिम दिन 20 जून को एमपी कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर, एमपी महिला पीजी कॉलेज रमदत्तपुर, दुलहिन जगरनाथ कुंवरी इंटर कॉलेज टेकुआटार कुशीनगर की प्रस्तुतियों के बाद संस्थाओं की मूल्यांकन प्रविधि पर चर्चा हुई। परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह के अध्यक्षीय उद्बोधन से कार्यशाला का समापन हुआ।
Jun 21 2024, 11:52