केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पत्नी ने किया दर्शन
अयोध्या।गृहमंत्री अमित शाह की पत्नी पहुंची अयोध्या, हनुमानगढ़ी और राम जन्म भूमि में किया दर्शन पूजन, अयोध्या पहुंची अमित शाह की पत्नी सोनल शाह ने हनुमान जी की उतारी आरती,हनुमानगढ़ी के पुजारी हेमंत दास ने किया स्वागत।
सोशल मीडिया पर चल रहे कि अयोध्या में विकास के दौरान तोड़े गए दुकानों व मकान के कारण अयोध्या में हारी भाजपा, इस पर जिला प्रशासन ने दिया जवाब
अयोध्या।जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम की ऐतिहासिक एवं पौराणिक विरासतों को संजोते एवं संवारते हुये एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुये अयोध्या में यातायात एवं आवागमन की सुविधा को आधुनिक एवं सुगम बनाने के लिए विभिन्न प्रमुख मार्गो/पथों का उनके किनारे स्थित दुकानदारों, भवन स्वामियों एवं भू-स्वामियों से समन्वय स्थापित कर तथा उन्हें नियमानुसार पुर्नस्थापित कर अनुग्रह धनराशि व मुआवजा प्रदान करते हुये सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण किया गया है।
उन्होंने बताया कि रामपथ, भक्तिपथ, रामजन्मभूमि पथ एवं पंचकोसी एवं चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग के सौन्दर्यीकरण एवं चैड़ीकरण से कुल 4616 दुकानदार प्रभावित हुये, जिसमें से 4215 दुकानदार/व्यापारी जिनकी दुकानें आंशिक रूप से चैड़ीकरण में प्रभावित हुई, इन सभी को कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार (आंशिक रूप से तोड़ी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया। साथ ही प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का व्यापक सौन्दर्यीकरण भी कराया गया और ये सभी दुकानदार उसी स्थान/दुकान पर अपने-अपने व्यापार/दुकान का संचालन कर रहे है और वर्तमान समय में उनका व्यापार कई गुना बढ़कर सुचार रूप से चल रहा है।
इसी के साथ ही उक्त मार्गों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण में कुल 401 दुकानदार पूर्ण रूप से स्थानान्तरित हुये जिनमें से 339 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा दुकान आवंटित किया गया है तथा इनका व्यापार अन्य स्थल पर स्थानान्तरित होने पर कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार एक से 10 लाख रूपये तक (हटायी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान उनके खाते में अलग से किया गया है। उक्त मार्गो/पथों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण से पूर्ण रूप से स्थानान्तरित कुल 79 परिवारों को बसा दिया गया है। इस कार्य से कुल 1845 भू-स्वामी/भवन स्वामी प्रभावित हुये, जिन्हें नियमानुसार रू0 300.67 करोड़ की धनराशि मुआवजे एवं अनुग्रह धनराशि के रूप में उनके खाते में प्रदान किया जा चुका है।
इसी प्रकार अयोध्या धाम तक हवाई आवागमन की सुविधा को सुगम बनाने हेतु नवनिर्मित महर्षि बाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए प्रभावित समस्त परिवारों को नियमानुसार पुर्नवासित कराया गया है तथा प्रभावित खातेदारों से समन्वय स्थापित कर उनके सहमति के आधार पर भूमि अर्जन का कार्य किया गया, जिसमें कुल 952.39 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामियों/भवन स्वामियों के खाते में किया गया।
रामजन्म भूमि पथ:-*
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-14
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-07
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर0 एण्ड आर0 का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 14 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. पूर्ण विस्थापित 07 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकाने आवष्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया।
05. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त 11 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया।
06. रामजन्म भूमि पथ में कुल 14.12 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
भक्ति पथ
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-397
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-88
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 397 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर 309 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है।
05. विस्थापित होने वाले 88 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया। यह भी स्पष्ट करना है कि भक्ति पथ से विस्थापित सभी दुकानदार हनुमानगढ़ी के परिधि में विभिन्न पटिटयों में सम्मानित महन्थों से सम्पर्क स्थापित कर पूर्व के भांति किराये पर दुकान लेकर व्यवसाय कर रहे हैं।
06. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त कुल 09 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया।
07. भक्ति पथ में कुल 23.66 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
राम पथ:
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-2338
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-306
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 2338 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर 2038 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त व्यापार पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है।
05. विस्थापित होने वाले 306 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया।
06. ऐसे परिवार जो पूर्ण रूप से विस्थापित हुए हैं उनको चक्रतीर्थ के मां० काशीराम कालोनी में बसाया गया।
07. रामपथ पर 2173 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
08. राम पथ में कुल 114.69 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
पंचकोसी परिक्रमा मार्ग
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-510
02. पूर्ण विस्थापित परिवार-25
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहो था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 510 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैडाई के क्रम में पी०डब्लूडी द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर ऐसे दुकानदार जिनका विस्थापित नहीं हो रहा है। वह अपने बचे हुए भू-भाग पर दुकान बना करके व्यवसाय कर रहे हैं। प्रभावित भू-भाग का मूल्यांकन के अनुसार व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया।
05. विस्थापित होने वाले 25 परिवारों को उनके निकट स्थान पर पुर्नवासित कराया गया है तथा इनके मकान का मूल्यांकन कराते हुए मकान का सहमति के आधार पर रजिस्ट्री कराया गया और उनके मुआवजे का भुगतान किया गया।
06. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले कुल 153 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
07. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 29.00 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
14 कोसी परिक्रमा मार्ग:
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-1357
02. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 1357 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी०डब्लू०डी० द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
03. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले 826 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
04. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 119.20 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
एयरपोर्ट
01. कुल भूमि 823.21 एकड़
02. खातेदारों की निजी भूमि-499.6846 एकड
03. सहमति के आधार पर क्रय (रजिस्ट्री) की गयी भूमि 478.774 एकड़ (95.82 प्रतिशत)
04. अर्जन के माध्यम से प्राप्त भूमि-20.910 एकड़ (4.18 प्रतिशत)
05. कुल परिसम्पत्तियों की संख्या जिन्हें क्रयध् रजिस्ट्री कराया गया-668
06. ग्राम-जनौरा के मजरे राजाबोध पुरवा, भुजवा की बगिया, शंकर का पुरवा, त्रिभवन नगर, बल्दी पाण्डेय का पुरवा ग्राम-गंजा, ग्राम-धरमपुर सहादत तथा ग्राम-कुशमाहा के ऐसे परिवार जो एयरपोर्ट विस्तारीकरण में विस्थापित हुए उनको मलिकपुर, अचारी सगरा, सरेठी, पूरा हुसैन खां, हांसापुर, शमसुद्दीनपुर आदि उपलब्ध स्थानों पर परिवारों की संख्या को देखते हुए पुर्नवासित कराया गया।
07. परियोजना में कुल 952.39 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी को किया गया।
चोरों ने तीन घरों को बनाया निशाना, 1.15 लाख नगदी और 40 लाख कीमत के आभूषण किए पार
अयोध्या।खण्डासा क्षेत्र के इछोई गांव में बीती रात अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने तीन घरों को निशाना बनाया जिसमें नीरज शुक्ला, ओम प्रकाश शुक्ला, अनूप कुमार शुक्ला के घर से करीब 40 लाख के आभूषण और एक लाख 15 हजार रुपए की नगदी समेत कीमती सामान उठा ले गए। पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खण्डासा थाना क्षेत्र के ग्राम इछोई पूरे पण्डित गांव निवासी नीरज शुक्ला ने बताया कि बीती रात अज्ञात चोर घर में घुसकर लूट किया। कमरे के भीतर पेटी में रखा हार, अंगूठी, चैन, अंगूठी 25000 रूपए नगद आदि सामान लूटकर ले गए रात 3 बजे घटना की जानकारी हुई।
इसके बाद चोरों ने पड़ोस के ओम प्रकाश शुक्ला के घर को निशाना बनाया ओम प्रकाश ने बताया कि रात करीब तीन बजे जगने पर देखा कि कमरों में लगे ताले टूटे पड़े हुए थे। पेटी में रखी सोने का झुमकी, सीकड़, अंगूठी, हार, चैन, जिसकी कीमत लगभग 35 लाख थी। घर के अन्य सामान को भी कर उठा ले गए हैं।इसके अलावा चोरों ने गांव के ही अनूप कुमार शुक्ला के घर को भी निशाना बनाया अनूप कुमार शुक्ला ने बताया कि रात में अज्ञात चोरों ने घर में घुसकर कमरों में लगे तालों को तोड़कर पेटी में रखें 90000 रुपए नगद तथा जेवरात में झुमकी, सीकड़ ,अंगूठी समेत अन्य सामान गायब मिला।
पीड़िता ने घटना की जानकारी डायल 112 पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए। चोरी की घटना की जानकारी थानाध्यक्ष खण्डासा को दी। मौके पर पहुंची थाना पलिस ने घटनास्थल का बारीकी से जांच पड़ताल किया जांच में निकाल कर सामने आया कि अज्ञात चोर घरों में बल्ली के सहारे घुसे थे। तीनों पेड़ों ने खण्डासा पुलिस को कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। पीड़ितो का कहना है कि पुलिस चौकी खण्डासा प्रभारी सुधीर त्रिपाठी पुलिस टीम के साथ मौके पर आए थे गांव से भी एक लोग को पड़कर पूछताछ के लिए ले गए हैं।
भाकियू ने शारदा सहायक नहर की दोनों पटरियों पर दो-दो लेन सड़क बनवाने की मांग,सौंपा मांगपत्र
अयोध्या : भारतीय किसान यूनियन का प्रतिनिधि मंडल, सचिव अयोध्या प्राधिकरण से मिलकर चौक से इलाहाबाद रोड पर मसौधा तक लग रहे जाम से निदान हेतु ज्ञापन सौंपकर शारदा सहायक नहर की दोनों पटरियों पर दो-दो लेन सड़क बनवाने की मांग की।भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम वर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सत्येंद्र सिंह सचिव विकास प्राधिकरण से मिला और ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि डाभासेमर स्थित शारदा सहायक नहर की दोनों पटरियों पर दो-दो लेन की सड़क बनाकर इलाहाबाद रोड से रायबरेली रोड तक जाने के लिए बाईपास बनाया जाए जिससे जाम की समस्या से छुटकारा पाया जा सके और यह भी मांग किया कि प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित उसरू माइनर की सड़क की चौड़ाई 31 मीटर के बजाय 21 मीटर की जाए 31 मीटर की चौड़ाई में सड़क बनाई जाने से बहुत से लोगों के मकान ध्वस्त हो जाएंगे, घनश्याम वर्मा नेकहा कि यदि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग फोरलेन 21 मीटर चौड़ाई में बनाई जा रही है तो उसरू माइनर पर प्रस्तावित सड़क को 21 मीटर की चौड़ाई में बनाकर इलाहाबाद रोड से रायबरेली रोड को जोड़ा जाए।प्रतिनिधिमंडल में देवी प्रसाद वर्मा, रंजीत कोरी, भूपेंद्र कुमार दुबे, संतोष वर्मा शामिल रहे।
पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती पर अधिवक्ताओं ने किया नमन क्रांतिकारी और बलिदानियों के वंशजों को मिले बुनियादी सुविधाएं, सम्मान, और आर्थिक सह
अयोध्या : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी कवि नाटककार लेखक साहित्यकार व इतिहासकार पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की 131 वीं जयंती के अवसर पर शहीद उद्यान जनपद अयोध्या में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण अधिवक्ताओं ने कर नमन किया गया।
इस अवसर पर अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि काकोरी कांड के योजनाकार, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की अमर रचना सरफरोशी की तमन्ना को गाकर न जाने कितने क्रांतिकारी फांसी के फंदे पर झूल गए, श्री पांडेय ने यह भी कहा कि पंडित राम प्रसाद बिस्मिल एवं अन्य क्रांतिकारियों के वंशजों की बुनियादी सुविधाएं, देने के साथ-साथ दयनीय आर्थिक स्थिति की ओर सरकारों को ध्यान देना चाहिए, क्रांतिकारी और बलिदानियों का सम्मान ही राष्ट्र का असली सम्मान है।
अधिवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा कि महान क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को नमन आज ऐसे क्रांतिकारियों की वजह से ही हम सांसे ले पा रहे हैं, प्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण का नमन करने वाले अधिवक्ताओं के प्रमुख रूप से अधिवक्ता अजय वर्मा, अधिवक्ता योगेंद्र प्रताप सिंह अधिवक्ता राकेश वैघ, अधिवक्ता ओम गुप्ता अधिवक्ता माता प्रसाद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
प्रशासनिक अकर्मणता, उदासीनता ने डुबोई बीजेपी की लुटिया : डॉ रजनीश सिंह
अयोध्या।लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) सीट की हार भाजपा को बहुत गहरे तक चोट दे गई है। इसे एक सामान्य सीट की हार के रूप में नहीं देखा जा रहा है। इसे भाजपा के प्रतीकों के प्रयोग की विफलता के रूप में देखा जा रहा है। हार के और भी कई कारण गिनाए जा रहे हैं ऐसे में बीजेपी के युवा नेता प्रवक्ता डॉ रजनीश सिंह ने अयोध्या हार का कारण तो सिर्फ और सिर्फ यहां की प्रशासनिक अकर्मणता, उदासीनता को मानते है।
साथ ही वह यह बताना भी नही भूलते है कि ये तो पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महराज ने चुनावी सभा करके हार के अंतर को कम कर दिया अन्यथा और बुरी हार पक्की थी।
डॉ सिंह का कहना है कि श्रीराम मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद जो भी अधिकारी अयोध्या आया है उसने जनता के कार्यों को छोड़कर सिर्फ और सिर्फ जमीनों की लूट करी। सुंदरीकरण के नाम पर करोड़ों के वारे न्यारे नगर निगम ने किए। चौड़ीकरण के नाम पर अधिकारियों ने लोगो को भड़काया,सफाई के नाम पर करोड़ों का वारा न्यारा किया गया। जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य की हैसियत से डॉ रजनीश कहते है कि अयोध्या की स्वास्थय सेवा बदहाल है।
अयोध्याधाम के 120 साल पुराने श्रीराम अस्पताल की हालत यहां के अधिकारियों व डॉक्टरों की कमीशनखोरी के चलते बदहाल हो चुकी है। अयोध्या आने वाले लाखों श्रद्धालु श्रीराम अस्पताल की बदतर व्यवस्था व भ्रष्टाचार से पीड़ित है लेकिन सुनने वाला कोई नही। बिजली के नाम पर भी सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जिले की प्रभारी मंत्री की उदासीनता और भ्रष्ट अधिकारियों को खुलेआम भ्रष्टाचार का संरक्षण देना हार के प्रमुख कारणों में से एक रहा है।
यूपी कैटेट परीक्षा में 90 फीसद अभ्यर्थी उपस्थित
कुमारगंज अयोध्या।उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि प्रवेश परीक्षा (यूपी कैटेट) 2024 के पहले दिन कुल 11158 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या में बने दो केंद्रों पर कुल 1025 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने अयोध्या के सभी दो केंद्रों पर चल रही परीक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने नकलविहीन परीक्षा कराए जाने को लेकर अधिकारियों को सख्त हिदायत दी।अयोध्या में राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) और गुरुनानक इंटर कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे तक हुई। परीक्षा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों को जांच-पड़ताल के बाद प्रवेश दिया गया। कृषि विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया कि कृषि स्नातक में प्रवेश परीक्षा के लिए कुल 12390 छात्रों को पंजीकृत किया गया था जबकि अयोध्या में कुल 1105 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परास्नातक एवं पीएचडी की परीक्षाएं आज प्रथम पाली में नौ से 12 बजे तक एवं एमबीए की परीक्षा द्वीतीय पाली में तीन से पांच बजे तक आयोजित की जाएंगी। दूसरे दिन की परीक्षा के लिए 4882 छात्र छात्राओं को पंजीकृत किया गया है। परास्नातक एवं पीएचडी की परीक्षाओं के लिए वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, बांदा, कानपुर व मेरठ जिलों में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने दिया जानकारी
अयोध्या : जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम की ऐतिहासिक एवं पौराणिक विरासतों को संजोते एवं संवारते हुये एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुये अयोध्या में यातायात एवं आवागमन की सुविधा को आधुनिक एवं सुगम बनाने के लिए विभिन्न प्रमुख मार्गो/पथों का उनके किनारे स्थित दुकानदारों, भवन स्वामियों एवं भू-स्वामियों से समन्वय स्थापित कर तथा उन्हें नियमानुसार पुर्नस्थापित कर अनुग्रह धनराशि व मुआवजा प्रदान करते हुये सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण किया गया है।
उन्होंने बताया कि रामपथ, भक्तिपथ, रामजन्मभूमि पथ एवं पंचकोसी एवं चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग के सौन्दर्यीकरण एवं चैड़ीकरण से कुल 4616 दुकानदार प्रभावित हुये, जिसमें से 4215 दुकानदार/व्यापारी जिनकी दुकानें आंशिक रूप से चैड़ीकरण में प्रभावित हुई, इन सभी को कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार (आंशिक रूप से तोड़ी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया। साथ ही प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का व्यापक सौन्दर्यीकरण भी कराया गया और ये सभी दुकानदार उसी स्थान/दुकान पर अपने-अपने व्यापार/दुकान का संचालन कर रहे है और वर्तमान समय में उनका व्यापार कई गुना बढ़कर सुचार रूप से चल रहा है। इसी के साथ ही उक्त मार्गों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण में कुल 401 दुकानदार पूर्ण रूप से स्थानान्तरित हुये जिनमें से 339 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा दुकान आवंटित किया गया है तथा इनका व्यापार अन्य स्थल पर स्थानान्तरित होने पर कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार एक से 10 लाख रूपये तक (हटायी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान उनके खाते में अलग से किया गया है। उक्त मार्गो/पथों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण से पूर्ण रूप से स्थानान्तरित कुल 79 परिवारों को बसा दिया गया है। इस कार्य से कुल 1845 भू-स्वामी/भवन स्वामी प्रभावित हुये, जिन्हें नियमानुसार रू0 300.67 करोड़ की धनराशि मुआवजे एवं अनुग्रह धनराशि के रूप में उनके खाते में प्रदान किया जा चुका है।
इसी प्रकार अयोध्या धाम तक हवाई आवागमन की सुविधा को सुगम बनाने हेतु नवनिर्मित महर्षि बाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए प्रभावित समस्त परिवारों को नियमानुसार पुर्नवासित कराया गया है तथा प्रभावित खातेदारों से समन्वय स्थापित कर उनके सहमति के आधार पर भूमि अर्जन का कार्य किया गया, जिसमें कुल 952.39 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामियों/भवन स्वामियों के खाते में किया गया।
रामजन्म भूमि पथ:-
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-14
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-07
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर0 एण्ड आर0 का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 14 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. पूर्ण विस्थापित 07 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकाने आवष्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया।
05. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त 11 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया।
06. रामजन्म भूमि पथ में कुल 14.12 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
भक्ति पथ:-
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-397
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-88
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 397 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर 309 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है।
05. विस्थापित होने वाले 88 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया। यह भी स्पष्ट करना है कि भक्ति पथ से विस्थापित सभी दुकानदार हनुमानगढ़ी के परिधि में विभिन्न पटिटयों में सम्मानित महन्थों से सम्पर्क स्थापित कर पूर्व के भांति किराये पर दुकान लेकर व्यवसाय कर रहे हैं।
06. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त कुल 09 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया।
07. भक्ति पथ में कुल 23.66 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
राम पथ:-
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-2338
02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-306
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 2338 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर 2038 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त व्यापार पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है।
05. विस्थापित होने वाले 306 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया।
06. ऐसे परिवार जो पूर्ण रूप से विस्थापित हुए हैं उनको चक्रतीर्थ के मां० काशीराम कालोनी में बसाया गया।
07. रामपथ पर 2173 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
08. राम पथ में कुल 114.69 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
पंचकोसी परिक्रमा मार्ग
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-510
02. पूर्ण विस्थापित परिवार-25
03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहो था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 510 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैडाई के क्रम में पी०डब्लूडी द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
04. उक्त पथ पर ऐसे दुकानदार जिनका विस्थापित नहीं हो रहा है। वह अपने बचे हुए भू-भाग पर दुकान बना करके व्यवसाय कर रहे हैं। प्रभावित भू-भाग का मूल्यांकन के अनुसार व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया।
05. विस्थापित होने वाले 25 परिवारों को उनके निकट स्थान पर पुर्नवासित कराया गया है तथा इनके मकान का मूल्यांकन कराते हुए मकान का सहमति के आधार पर रजिस्ट्री कराया गया और उनके मुआवजे का भुगतान किया गया।
06. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले कुल 153 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
07. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 29.00 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
14 कोसी परिक्रमा मार्ग
01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-1357
02. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 1357 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी०डब्लू०डी० द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।
03. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले 826 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया।
04. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 119.20 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।
एयरपोर्ट:
01. कुल भूमि 823.21 एकड़
02. खातेदारों की निजी भूमि-499.6846 एकड
03. सहमति के आधार पर क्रय (रजिस्ट्री) की गयी भूमि 478.774 एकड़ (95.82 प्रतिशत)
04. अर्जन के माध्यम से प्राप्त भूमि-20.910 एकड़ (4.18 प्रतिशत)
05. कुल परिसम्पत्तियों की संख्या जिन्हें क्रयध् रजिस्ट्री कराया गया-668
06. ग्राम-जनौरा के मजरे राजाबोध पुरवा, भुजवा की बगिया, शंकर का पुरवा, त्रिभवन नगर, बल्दी पाण्डेय का पुरवा ग्राम-गंजा, ग्राम-धरमपुर सहादत तथा ग्राम-कुशमाहा के ऐसे परिवार जो एयरपोर्ट विस्तारीकरण में विस्थापित हुए उनको मलिकपुर, अचारी सगरा, सरेठी, पूरा हुसैन खां, हांसापुर, शमसुद्दीनपुर आदि उपलब्ध स्थानों पर परिवारों की संख्या को देखते हुए पुर्नवासित कराया गया।
07. परियोजना में कुल 952.39 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी को किया गया।
हनुमानगढ़ी में उमड़ा आस्था का सैलाब, प्रशासन ने किए हैं खास इंतजाम
अयोध्या : सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह का खास महत्व होता है। आज ज्येष्ठ माह का तीसरा मंगलवार है।आज के दिन सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में आज तड़के से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।सरयू में स्नान करने के बाद श्रद्धालु बजरंगबली का आशीर्वाद लेने के लिए लगभग 2 किलोमीटर लाइनों में लगकर जय श्री राम और पवन पुत्र हनुमान के जय घोष के साथ हनुमानगढ़ी में बजरंगबली का दर्शन पूजन कर रहे हैं। ज्येष्ठ माह के तीसरे बड़े मंगलवार के दिन लाखों की संख्या में हनुमानगढ़ी में हनुमान भक्त पहुंचे हैं।
धार्मिक मान्यता के मुताबिक ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है और इस दिन विधि विधान पूर्वक बजरंगबली की पूजा आराधना की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन ऐसा करने से जीवन में चल रही तमाम तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलती है।प्रभु श्रीराम राम की नगरी अयोध्या में ज्येष्ठ के तीसरे मंगल के दिन श्रद्धालुओं का बड़ा सैलाब उमड़ पड़ा है,जिसको लेकर प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं।
हनुमानगढ़ी के बाहर अस्थायी छाव की व्यवस्था की गई है।इसके अलावा श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन के लिए बैरिकेड लगाए गए हैं।कम संख्या में श्रद्धालुओं को हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए छोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही ज्येष्ठ माह के मंगल पर बजरंगबली के दर्शन को लेकर आसपास के जिले के साथ श्रद्धालु रामनगरी पहुंच रहे हैं।ऐसे में ज्येष्ठ माह के तीसरे मंगल को लेकर प्रशासन ने हनुमानगढ़ी समेत राम जन्मभूमि पर विशेष व्यवस्थाएं कर रखी हैं। रामनगरी में प्याऊ की व्यवस्था की गई है।चिलचिलाती गर्मी में श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए छाजन की व्यवस्था की गई है।
दूर दराज से रामनगरी पहुंचने वाले श्रद्धालु प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर प्रफुल्लित नजर आ रहे हैं।श्रद्धालुओं ने कहा कि दर्शन पूजन को लेकर की गई व्यवस्थाएं बेहतर हैं। इसको लेकर श्रध्दालुओं ने जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
बता दें कि ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल की धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ माह के मंगल को प्रभु श्रीराम की मुलाकात बजरंगबली से हुई थी। ज्येष्ठ माह के मंगल के दर्शन पूजन, दान पुण्य का विशेष महत्व है और यह प्रथा अति प्राचीन है।रामनगरी में जगह-जगह प्याऊ भंडारे का भी आयोजन ज्येष्ठ माह के मंगल पर किया गया है ।
ज्येष्ठ माह के तीसरे बड़े मंगल के मौके पर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक भंडारे की धूम, शहर में लगभग सभी चौराहा पर आयोजित किया गया भंडारा, कई भंडारों में शामिल हुए महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, हनुमान भक्तों को दिया प्रसाद ।
शहर के रिकाबगंज चौराहे पर सपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे ने परंपरागत रूप से आयोजित किया भंडारा, भंडारे में संत महंत भी हुए शामिल, पवन पांडे व सपा जिला अध्यक्ष पारस नाथ यादव ने हनुमान भक्तों को वितरित किया प्रसाद।
Jun 12 2024, 18:37