*कलयुगी पिता की क्रूरता को देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे,हाथ पांव बांधकर देता है करंट*
सुल्तानपुर,कलुयगी पिता ने बेटी पर क्रूरता की सारी हदें पार। मासूम को इतना मारा-पीटा की उसने घर छोड़कर दूसरे गांव में पनाह ली। ग्रामीणों ने 112 नंबर डायल कर बुलाया और सारी जानकारी दी। गांव वालों ने लड़की के ननिहाल वालों को बुलवा कर बच्ची को सौंप दिया।
दरअसल मामला जिले के थाना धम्मौर के भाईं बाजार निवासी धर्मेंद्र साहू ने अपनी पुत्री आंशी को छोटी छोटी बातों को लेकर आए दिन मारता पीटता रहता है। आँशी की माता का निधन संदिग्ध परिस्थितियों में लगभग 8 वर्ष पूर्व हो गया था। गांव वाले उक्त मौत पर जबान नही खोलकर शक की तरफ इशारा करते हैं। नाबालिक बेटी के ऊपर हुए अत्याचार का वीडियो वायरल हो रहा है। नौनिहाल व बिन मां की बच्ची पर आए दिन इसकी क्रूरता की सारी सीमाएं पार होती गई। वीडियो वायरल होने पर जब गांव वालों से जानकारी ली गई तो मामला 01जून का बताया जा रहा है। लड़की किसी तरह अपनी जान बचा कर लौहर भागकर किसी के यहां गई। तो सारी जानकारी मिली। बिन मां की बच्ची को धर्मेंद्र साहू मारता तो है ही उसके बाद बिजली के नंगे तार से टार्चर करता है। गरम तवे से शरीर को दाग देता है। बच्ची को उल्टा टांग देता है। आए दिन इस प्रकार की प्रताड़ना देना इसकी आदत में शुमार हो गया। कई बार गांव के लोगों ने मना किया तो कहता है की मेरी बेटी है चाहे जो करूं। फिलहाल अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाही करती है। इस समय बच्ची अपने ननिहाल में नानी के पास है। उक्त घटना के बारे में बिन मां की बच्ची ने लोगों को रो रो कर बताया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
*KNIT में सफल फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का परीक्षण: प्रशासनिक कार्यों में आयेगा बड़ा बदलाव
आज के युग में, किसी भी संस्थान या संगठन के लिए दस्तावेज़ प्रबंधन की सुरक्षा और सटीकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। फाइल ट्रैकिंग सिस्टम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सिस्टम दस्तावेजों की सुरक्षा, सटीक ट्रैकिंग, समय की बचत और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। रियल-टाइम ट्रैकिंग के माध्यम से फाइलों की वर्तमान स्थिति का पता चलता है और उच्च सुरक्षा सुनिश्चित होती है कि केवल अधिकृत व्यक्ति ही फाइलों तक पहुंच सकें। इसके अतिरिक्त, यह प्रणाली कागजी कार्यों में कमी लाकर पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस और विस्तृत रिपोर्टिंग सुविधाओं के साथ, फाइल ट्रैकिंग सिस्टम ऑडिट और निरीक्षण के समय अत्यंत उपयोगी साबित होता है। नोटिफिकेशन सिस्टम की मदद से फाइलों के स्थानांतरण या बदलाव की जानकारी संबंधित व्यक्ति को तुरंत मिल जाती है, जिससे कार्यप्रणाली में सुधार और पारदर्शिता बढ़ती है। इन सब विशेषताओं के कारण, फाइल ट्रैकिंग सिस्टम किसी भी संस्थान या संगठन के लिए अत्यावश्यक हो गया है।हाल ही में के.एन.आई.टी सुलतानपुर में एक उन्नत फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया। यह परीक्षण के.एन.आई.टी के निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय और प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ । इस परियोजना में कुल छः छात्रों का योगदान रहा, जिनमें चार एमसीए अंतिम वर्ष के छात्र मृणाल कुमार, अभय सिंह, अविनाश कुमार वर्मा और हरीश कुमार शामिल थे, और एमसीए प्रथम वर्ष के द्वान शिवम राय और भानु प्रताप सिंह भी इस टीम का हिस्सा थे। इस नवीन प्रणाली के सफल परीक्षण के बाद, उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरे कैम्पस में लागू किया जाएगा। कैसे काम करता है फाइल ट्रैकिंग सिस्टम ? फाडल ट्रैकिंग सिस्टम के तहत, प्रत्येक दस्तावेज को एक अद्वितीय आईडी (Unique ID) दी जाती है। जब भी फाइल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जाता है, तो सिस्टम में इसकी स्थिति को अद्यतन किया जाता है। यह प्रणाली न केवल फाइल के स्थान की जानकारी देती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस समय पर फाइल किसके पास थी। नए फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के लागू होने से कैम्पस में दस्तावेज प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार देखाने को मिला है, और इसके प्रमुख विशेषताएँ निम्न है- रियल टाइम ट्रैकिंग, उच्च सुरक्षा, दक्षता में वृद्धि, पेपर रहित कार्य, कुशलता एवं समय की बचत , कर्मचारी सहयोग, पर्यावरणीय स्थिरता, नियमित अपडेट एवं विस्तृत रिपोर्टिंग। हमने हाल ही में अपने निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय, प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव एवं प्रोफेसर अन्नू के मार्गदर्शन में इस फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। उनकी उत्कृष्ट नेतृत्व और तकनीकी विशेषज्ञता के परिणामस्वरूप, यह परीक्षण अत्यंत सफल रहा। वर्तमान में, यह प्रणाली कैंपस के लिए आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई है, लेकिन परीक्षण के सफल परिणामों के बाद, इसे जल्द ही सभी के लिए उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है। निदेशक श्री आर. के. उपाध्याय ने कहा, "यह प्रणाली हमारे प्रशासनिक कार्यों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी। हम इसके सफल परीक्षण से बेहद उत्साहित है और जल्द ही इसे पूरे कैम्पस में लागू करने की योजना बना रहे हैं।" प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव ने कहा, " इस सिस्टम के माध्यम से हम न फाइलों की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे, बल्कि हमारे प्रशासनिक कार्यों में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।" । फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के बाद, हमारे कैंपस का प्रशासनिक विभाग अब इस प्रणाली को और अधिक उन्नत बनाने के लिए काम कर रहा है। भविष्य में, इस प्रणाली में अतिरिक्त फीचर्स जोड़े जाने की योजना है, जिससे इसकी कार्यक्षमता और भी बढ़ सके। इस सफल परीक्षण के बाद जल्द ही फाइल ट्रैकिंग सिस्टम को पूरे कैम्पस में लागू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक तैयारियाँ की जा रही हैं।फाइल ट्रैकिंग सिस्टम का सफल परीक्षण हमारे कैम्पस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम उम्मीद करते हैं कि इस प्रणाली के पूर्ण कार्यान्वयन से कैम्पस के सभी सदस्य लाभान्वित होंगे और प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा।
*दिलों और जहन से क्यों नही जा रही सांसद मेनका की याद,जानें क्या रही वजह*
सुलतानपुर लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी प्रदेश सरकार में मंत्री रहे रामभुआल निषाद व युवा व्यवसायी उदराज वर्मा चुनाव मैदान में थे लेकिन कड़ी टक्कर में केवल मेनका और रामभुआल निषाद ही थे। लेकिन यह भी दूसरे स्थान पर पैठ बनाए हुए थे। लेकिन इसके पीछे स्वयं इसके जिम्मेदार वही और कुछ उनके कार्यकर्ता ही रहे। जिसके कारण कही न कही परिणाम आने के साथ ही भाजपा का हैट्रिक का सपना भी टूट गया। सुलतानपुर लोकसभा सीट से भाजपा से पूर्व मंत्री मेनका गांधी को सपा से पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद ने करारी शिकस्त जरूर दी है। इस सीट से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी रामभुआल 43 हजार से अधिक मतों से विजयी हुए। लेकिन यह हार नही लोगों के दिलों से जा रही,रहा बड़ा सवाल ? लोग बेरोजगारी,महंगाई,शिक्षा और स्वास्थ्य से जूझ रहे थे,इसके साथ साथ जनपद में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया था। जिसका खामियाजा सुल्तानपुर सांसद को भुगतना पड़ा। हां एक बात यह जरूर है कि यहां की जनता आज भी सांसद मेनका गांधी को याद करती है,हारने की अब चाहे जो भी वजह रही हो,चाहे उनके पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की कमी रही हो,या फिर उनकी ही भरी सभा में बोलना,फटकारना या फिर बेइज्जत करना। लेकिन यह बात सत्य है कि लोगों की दिलों में आज भी वह एक छाप छोड़ गई है। जो लोग हर चौराहा,हर नुक्कड़ पर और तो और चाय की दुकानों पर मेनका की चर्चाएं सुनने को मिल जाती है। क्योंकि वर्षों से लोग देखते आए है कि सांसद मेनका गांधी दिल्ली से सुल्तानपुर और फिर सुल्तानपुर से दिल्ली का आना जाना लगा रहता था,फिर हर विधानसभा में चौपाल में सामिल होना,उससे पहले सुबह से ही जानता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनना और उसका समाधान भी करना। ऐसा सांसद पहली बार देखने को मिला था,अब आगे ईश्वर जाने कि अगला सांसद कैसा और क्या..... एक कहावत आप ने जरूर सुना होगा,कि करता कोई और है भरता कोई और है....खैर सुलतानपुर लोकसभा सीट से भाजपा की हैट्रिक का सपना जरूर अधूरा रह गया। अब वजह चाहे जो भी रही हो.......
*विश्व हिंदू महासंघ ने रोपे पौधे, दिया खास संदेश*
विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति जी के निर्देश पर सुल्तानपुर जनपद के जिला अध्यक्ष डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह के नेतृत्व में संरक्षक व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के शुभ जन्म दिवस व विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गनपत सहाय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय व श्री सीताकुण्ड धाम पे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अंग्रेज सिंह राणा की विशिष्ट उपस्थिति में हरिशंकरी के पौधों का रोपण करते हुए मुख्यमंत्री जी को बधाई प्रेषित की साथ ही साथ आम जनमानस से यह अपील की कि सभी अपने विशेष दिवस यथा शुभ जन्म दिवस,वैवाहिक वर्षगांठ, व्यापारिक प्रतिष्ठान के उद्घाटन आदि मौकों पर यथासंभव जितने पौधों कि आप वृक्ष बनने तक देखभाल कर सकें रोपण करें, इससे आपके उस दिवस की यादगार तो रहेगी ही साथ ही आप पर्यावरणीय संतुलन में भी अपना बहुमूल्य योगदान देंगे। इस वर्ष बढ़ते तापमान ने हम सभी को प्रकृति के साथ बहुत ज्यादा छेड़छाड़ न करने की चेतावनी दी है,,कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. अंग्रेज सिंह राणा, जिलाध्यक्ष डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,डॉ अजय कुमार मिश्र,डॉआलोक तिवारी,डॉ विनय पाण्डेय,डॉ.रवीन्द्र शुक्ल,अरविन्द द्विवेदी,दिनेश दूबे,लक्ष्मीनारायण शुक्ल,अंशू श्रीवास्तव,विकास शर्मा,आरिफ़,नन्दलाल विश्वकर्मा,रामअचल सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
*पर्यावरण एक आर्केस्ट्रा की तरह है- प्रो दिनेश कुमार त्रिपाठी*
(पर्यावरण दिवस पर समाजशास्त्र विभाग में संगोष्ठी )

सुलतानपुर,राणा प्रताप पी जी कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में संगोष्ठी को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डी के त्रिपाठी ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस 2024 का थीम है -'भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता' इसका फोकस 'हमारी भूमि' नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर केंद्रित कर किया गया है। यह एक ऐसा दिन है जिस दिन हम पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाते हैं और इसे संरक्षित करने की आवश्यकता के बारे में बताते हैं। इसके अलावा, हरित पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण की वकालत करना आवश्यक है। यह काफी सरल है क्योंकि जब हम आज पर्यावरण का संरक्षण करेंगे, तो आने वाली पीढ़ियाँ एक स्वस्थ जीवन जी सकेंगी। हम इतने स्वार्थी नहीं हो सकते और अपने लिए सभी संसाधनों का उपयोग नहीं कर सकते। विश्व पर्यावरण दिवस लोगों को उन मुद्दों के बारे में जागरूक करने का सही अवसर है जिनका हम सामना कर रहे हैं और इसे बचाने में कोई कैसे योगदान दे सकता है। हमेशा याद रखें कि प्रकृति ने हमें जो उपहार और आशीर्वाद दिए हैं, वे अमूल्य हैं। सभी के बेहतर भविष्य और जीवन के लिए उन सभी को संरक्षित करना बहुत ज़रूरी है। हमेशा याद रखें कि पर्यावरण संरक्षण के छोटे-छोटे कदम बड़े लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करेंगे। जंगलों से लेकर समुद्रों और मिट्टी से लेकर हवा तक प्रकृति के सभी संसाधनों को हमें संरक्षित करना चाहिए। पर्यावरण आर्केस्ट्रा के वाद्य यंत्रो सा एक दूसरे से जुड़ा है , एक सुर मिलाने पर मधुर संगीत के रूप में स्वास्थ्यवर्धक पर्यावरण मिलेगा। एक वाद्य यंत्र में खराबी से पर्यावरण दूषित हो असंतुलित होगा। अपने से जुड़े लोगों के जन्मदिन पर पौधे गिफ्ट करें उसे सुरक्षित रखने का आश्वासन ले। मानव एक दिन में बहुत पेड़ काट सकता हैं पर उसी रूप में उसको एक दिन में पुनः तैयार नही कर सकता।
हम सबको पर्यावरण को बचाना और समृद्ध करना चाहिए। संगोष्ठी का संचालन डॉ संतोष अंश ने किया। संगोष्ठी के बाद विद्यार्थियों द्वारा विविध प्रकार के पौधे कॉलेज को दान किये गए और इन्हें कैम्पस में लगाया गया। इस अवसर पर बृजेश सिंह,डॉ अखिलेश सिंह, डॉ शालिनी सिंह, डॉ नीतू सिंह, डॉ वीना सिंह, डॉ अंजना सिंह, डॉ मंजु ठाकुर, डॉ हीरालाल यादव,विष्णु पाल, अभिषेक सिंह के साथ एम ए समाजशास्त्र के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
*भरथुवा के नितिन ने लहराया परचम*
सुलतानपुर,दोस्तपुर ब्लॉक के भरथुवा निवासी अधिवक्ता प्रदीप मौर्य के भतीजे नितिन मौर्य ने नीट परीक्षा में 98.85 प्रतिशत लाकर जिले का परचम लहराया है।आल इंडिया में उनकी कटेगरी रैकिंग 11820 है. उनके पिता मिश्रीलाल एमपी के सीधी में जेपी सीमेंट में इंजिनियर है. नितिन की शिक्षा फैक्ट्री के स्कूल में हुई उसके बाद दो साल से चचेरे भाई ज्ञान प्रकाश मौर्य के साथ रहकर स्वमेव तैयारी कर रहे थे. नितिन का कहना है कि उनके और भाई भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे वे सफल हुए तो प्रेरणा मिली. उन्होंने अपनी सफलता को माता पिता गुरुजनो के साथ पूरे परिवार का सहयोग व उत्साहवर्धन बताया है।
*सगी बहनों ने लहराया परचम,एक साथ क्वालीफाई की नीट की परीक्षा.....*
सुल्तानपुर,लहरो से डरकर नौका पार नही होती,कोशिश करने वालों की हार नहीं होती उक्त कथन को चरितार्थ करते हुए नगर पंचायत कादीपुर की दो सगी बहनों ने एक साथ नीट की परीक्षा क्वालीफाई करके क्षेत्र का नाम रोशन किया है। नीट की परीक्षा में बेहतरीन अंको के साथ सफलता प्राप्त करने वाली दोनो बेटियो को रिजल्ट आते ही बधाई देने वालो को तांता लगा रहा। इस मौके पर बेटियो के मामा रोशन सिंह ने बताया की बेटी अदिति सिंह पुत्री राम कुमार सिंह ने (स्वास्थ्य अधिकारी) 671 अंक और अपर्णा सिंह पुत्री संजय सिंह (रिटायर्ड फौजी,वर्तमान अध्यापक) 683 अंक प्राप्त करते हुए परिवार वा क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस दौरान दोनों बेटियों को वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.संजीव पांडेय,आलोक सिंह मास्टर,रोशन सिंह मास्टर,श्वेता सिंह अध्यापक,सत्य प्रकाश दुबे,पूर्व अध्यक्ष विजय भान सिंह मुन्ना,दीपक सिंह,राघवेंद्र सिंह पिंटू,अश्वनी सिंह सोनू,डॉ.अशोक चौरसिया, डॉ आशीष बंगाली आदि ने मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं प्रदान की है।
*भरथुवा के नितिन ने लहराया परचम*
सुलतानपुर,दोस्तपुर ब्लॉक के भरथुवा निवासी अधिवक्ता प्रदीप मौर्य के भतीजे नितिन मौर्य ने नीट परीक्षा में 98.85 प्रतिशत लाकर जिले का परचम लहराया है।आल इंडिया में उनकी कटेगरी रैकिंग 11820 है. उनके पिता मिश्रीलाल एमपी के सीधी में जेपी सीमेंट में इंजिनियर है. नितिन की शिक्षा फैक्ट्री के स्कूल में हुई उसके बाद दो साल से चचेरे भाई ज्ञान प्रकाश मौर्य के साथ रहकर स्वमेव तैयारी कर रहे थे. नितिन का कहना है कि उनके और भाई भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे वे सफल हुए तो प्रेरणा मिली. उन्होंने अपनी सफलता को माता पिता गुरुजनो के साथ पूरे परिवार का सहयोग व उत्साहवर्धन बताया है।
*राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत पौधारोपण का आयोजन किया गया*
हौसला प्रसाद पीजी कॉलेज के गोविंदपुर शरिफपुर गोसाईगंज में पर्यावरण के पूर्व दिवस पर राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत पौधारोपण का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का नेतृत्व विद्यालय के प्रबंधक अवधेंद्र कुमार सिंह भोला किया ।इस मौके पर उपस्थित अवधेंद्र कुमार सिंह भोला ने बताया कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधे जरूरी हैं। ये हमें जीवन के लिए आक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं। धरा को हरा-भरा करने एवं जीवन को बचाने के लिए सबको पौधारोपण का संकल्प लेने की जरूरत है।आशा तिवारी ने बताया किपेड़-पौधे पशु-पक्षियों के प्राकृतिक आवास हैं। मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से अनेकों पशु-पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं। वहीं पेड़ों की कटाई से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है।कटका क्लब के अध्यक्ष सौरभ मिश्र ने बताया कि एक पेड़ सैकड़ों जिंदगियां बचाने में सक्षम होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अज्ञानता और स्वार्थ के चलते पेड़ों की कटाई कर देते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।पौध रोपण में इंद्र प्रकाश तिवारी अशोक यादव, पुष्पा सिंह, डॉक्टर रेनू सिंह, राम बहोर गौतम, आदि लोग उपस्थित रहें।
प्रत्येक परीक्षार्थी की सीट पर शीतल जल की व्यवस्था - प्रो डी के त्रिपाठी

सुलतानपुर। राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जयेष्ठ मंगल के शुभ अवसर पर विद्यार्थियों हेतु शर्बत वितरण का आयोजन किया गया।

शर्बत वितरण कार्यकय का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रबंधक बालचंद्र सिंह एडवोकेट एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डी के त्रिपाठी द्वारा महाविद्यालय के निकट स्थित हनुमानजी के मंदिर में पूजन एवं भोग लगाने से हुआ। प्रबंधक बालचंद्र सिंह ने बताया कि इस समय विश्वविद्यालय की परीक्षा चल रही है , तीनो मीटिंग के परीक्षार्थियों हेतु शीतल शर्बत की व्यवस्था की गई है।

प्राचार्य प्रो डी के त्रिपाठी ने बताया कि महाविद्यालय में विश्वविद्यालय की परीक्षा के साथ वायबा एवं प्रयोगात्मक परीक्षा चल रही है, इस हेतु शर्बत के साथ शीतल जल की व्यवस्था कर्मचारियों द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी की सीट पर ही समय समय पर सुलभ करायी जा रही है । इस अवसर डॉ मंजू ठाकुर, डॉ नीतू सिंह,डॉ अंजना सिंह , डॉ हीरालाल यादव, डॉ संतोष अंश, मैडम शिवानी पाण्डेय, विनय सिंह, धीरेन्द्र मिश्रा, समर बहादुर सिंह, राम साल मिश्रा, राजेश शर्मा, राजेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे। यहाँ हजारों विद्यार्थियों ने शर्बत पिया।