साधना से निकले नए संकल्प, मेरी आंखें नम हो रही थीं...चुनाव नतीजों से 24 घंटे पहले PM मोदी ने देशवासियों को लिखी चिट्ठी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कन्याकुमारी दौरा सुर्खियों में रहा। लोकसभा चुनाव नतीजों से 24 घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कन्याकुमारी में साधना से जुड़े अनुभवों पर एक लेख लिखा है। जिसमें उन्होंने स्वामी विवेकानंद से मिली प्रेरणा और लोकसभा चुनाव के दौरान मिले अनुभवों का जिक्र किया है। 

 बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे और वहां विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे का ध्यान लगाया। वो एक जून की शाम वापस दिल्ली लौटे। कन्याकुमारी से दिल्ली लौटते वक्त पीएम मोदी ने ध्यान से जुड़े अनुभवों को लेकर ये लेख लिखा है, जिसे अब सार्वजनिक किया गया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इस लेख में पीएम मोदी ने कन्याकुमारी में हुए अनुभवों को विस्तार से बताया है।

पीएम मोदी ने बताया है कि उनकी तीन दिन की कन्याकुमारी की आध्यात्मिक यात्रा के तमाम सारे अनुभव हैं। उन्होंने एक असीम ऊर्जा का प्रवाह स्वयं में महसूस किया है। पीएम मोदी ने कहा, ’24 के इस चुनाव में, कितने ही सुखद संयोग बने हैं। अमृतकाल के इस प्रथम लोकसभा चुनाव में मैंने प्रचार अभियान 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली मेरठ से शुरू किया। मां भारती की परिक्रमा करते हुए इस चुनाव की मेरी आखिरी सभा पंजाब के होशियारपुर में हुई। संत रविदास जी की तपोभूमि, हमारे गुरुओं की भूमि पंजाब में आखिरी सभा होने का सौभाग्य भी बहुत विशेष है। इसके बाद मुझे कन्याकुमारी में भारत माता के चरणों में बैठने का अवसर मिला। उन शुरुआती पलों में चुनाव का कोलाहल मन-मस्तिष्क में गूंज रहा था। रैलियों में, रोड शो में देखे हुए अनगिनत चेहरे मेरी आंखों के सामने आ रहे थे। माताओं-बहनों-बेटियों के असीम प्रेम का वो ज्वार, उनका आशीर्वाद…उनकी आंखों में मेरे लिए वो विश्वास, वो दुलार…मैं सब कुछ आत्मसात कर रहा था। मेरी आंखें नम हो रही थीं…मैं शून्यता में जा रहा था, साधना में प्रवेश कर रहा था।’

PM मोदी ने कहा, कुछ ही क्षणों में राजनीतिक वाद-विवाद, वार-पलटवार...आरोपों के स्वर और शब्द अपने आप शून्य में समाते चले गए। मेरे मन में विरक्ति का भाव और तीव्र हो गया...मेरा मन बाह्य जगत से पूरी तरह अलिप्त हो गया। इतने बड़े दायित्वों के बीच ऐसी साधना कठिन होती है, पर कन्याकुमारी की भूमि और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा ने इसे सहज बना दिया। मैं सांसद के तौर पर अपना चुनाव भी काशी के मतदाताओं के चरणों में छोड़कर यहां आया था। इस विरक्ति के बीच, शांति और नीरवता के बीच, मेरे मन में भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए, भारत के लक्ष्यों के लिए निरंतर विचार उमड़ रहे थे। कन्याकुमारी के उगते हुए सूर्य ने मेरे विचारों को नई ऊंचाई दी, सागर की विशालता ने मेरे विचारों को विस्तार दिया और क्षितिज के विस्तार ने ब्रह्मांड की गहराई में समाई एकात्मकता का निरंतर एहसास कराया। ऐसा लग रहा था, जैसे दशकों पहले हिमालय की गोद में किए गए चिंतन और अनुभव पुनर्जीवित हो रहे हों। 

साथियो, कन्याकुमारी का यह स्थान हमेशा से मेरे मन के अत्यंत करीब रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी...यह हर देशवासी के अंतर्मन में रची-बसी हमारी साझी पहचान है। कन्याकुमारी संगमों के संगम की धरती है। हमारे देश की पवित्र नदियां अलग-अलग समुद्रों में जाकर मिलती हैं और यहां उन समुद्रों का संगम होता है। और यहां एक और महान संगम दिखता है-भारत का वैचारिक संगम! यहां विवेकानंद शिला स्मारक के साथ ही संत तिरुवल्लूवर की विशाल प्रतिमा, गांधी मंडपम और कामराजर मणि मंडपम हैं। महान नायकों के विचारों की ये धाराएं यहां राष्ट्र चिंतन का संगम बनाती हैं। इससे राष्ट्र निर्माण की महान प्रेरणाओं का उदय होता है। जो लोग भारत के राष्ट्र होने और देश की एकता पर संदेह करते हैं, उन्हें कन्याकुमारी एकता का अमिट संदेश देती है।

साथियो, स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था-एवरी नेशन हैज अ मैसेज टू डिलीवर, अ मिशन टू फुलफिल, अ डेस्टिनी टू रीच। भारत हजारों वर्षों से इसी भाव के साथ सार्थक उद्देश्य को लेकर आगे बढ़ता आया है। भारत की स्वतंत्रता से अन्य देशों को भी प्रेरणा और बल मिला, उन्होंने आजादी प्राप्त की। अभी कोरोना के कठिन कालखंड का उदाहरण भी हमारे सामने है, जब गरीब और विकासशील देशों को लेकर आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं, लेकिन भारत के सफल प्रयासों से तमाम देशों को हौसला और सहयोग मिला। आज भारत का गवर्नेंस मॉडल दुनिया के कई देशों के लिए एक उदाहरण बना है। 

PM ने लिखा, सिर्फ 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना अभूतपूर्व है। प्रो-पीपल गुड गवर्नेंस, आकांक्षी जिला, आकांक्षी प्रखंड जैसे अभिनव प्रयोगों की आज विश्व में चर्चा हो रही है। गरीब के सशक्तीकरण से लेकर लास्ट माइल डिलीवरी तक, समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को प्राथमिकता देने के हमारे प्रयासों ने विश्व को प्रेरित किया है। भारत का डिजिटल इंडिया अभियान आज पूरे विश्व के लिए एक उदाहरण है कि हम कैसे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल गरीबों को सशक्त बनाने में, पारदर्शिता लाने में, उनके अधिकार दिलाने में कर सकते हैं। भारत में सस्ता डाटा आज सूचना और सेवाओं तक गरीब की पहुंच सुनिश्चित करके सामाजिक समानता का माध्यम बन रहा है। विश्व टेक्नोलॉजी के इस डेमोक्रेटाइजेशन को शोध दृष्टि से देख रहा है और बड़ी वैश्विक संस्थाएं कई देशों को हमारे मॉडल से सीखने की सलाह दे रही हैं।

जी-20 की सफलता के बाद से विश्व भारत की भूमिका को और अधिक मुखर होकर स्वीकार कर रहा है। आज भारत को ग्लोबल साउथ की एक सशक्त और महत्वपूर्ण आवाज के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। भारत की ही पहल पर अफ्रीकन यूनियन जी-20 ग्रुप का हिस्सा बना। साथियो, नए भारत का यह स्वरूप हमें गर्व और गौरव से भर देता है, लेकिन यह 140 करोड़ देशवासियों को उनके कर्तव्यों का एहसास भी करवाता है। अब एक भी पल गंवाए बिना हमें बड़े दायित्वों और बड़े लक्ष्यों की दिशा में कदम उठाने होंगे। हमें नए स्वप्न देखने हैं। हमें भारत के विकास को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में देखना होगा, और इसके लिए जरूरी है कि हम भारत के अंतर्भूत सामर्थ्य को समझें।

21वीं सदी की दुनिया आज भारत की ओर बहुत आशाओं से देख रही है। वैश्विक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए हमें कई बदलाव भी करने होंगे। हमारे रिफॉर्म 2047 के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप भी होने चाहिए। इसीलिए मैंने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का विजन सामने रखा। रिफॉर्म का दायित्व नेतृत्व का होता है। उसके आधार पर ब्यूरोक्रेसी परफॉर्म करती है और फिर जब जनता इससे जुड़ जाती है, तो हम ट्रांसफॉर्मेशन होते हुए देखते हैं। भारत को विकसित भारत बनाने के लिए हमें श्रेष्ठता को मूल भाव बनाना होगा। हमें स्पीड, स्केल, स्कोप और स्टैंडर्ड्स, चारों दिशाओं में तेजी से काम करना होगा। 

हमें मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ क्वालिटी पर जोर देना होगा, हमें जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट के मंत्र को आत्मसात करना होगा। साथियो, हमें गर्व होना चाहिए कि ईश्वर ने हमें भारत-भूमि में जन्म दिया है। हमें प्राचीन मूल्यों को आधुनिक स्वरूप में अपनाते हुए अपनी विरासत को आधुनिक ढंग से पुनर्परिभाषित करना होगा। हमें पुरानी पड़ चुकी सोच और मान्यताओं का परिमार्जन भी करना होगा। हमें हमारे समाज को पेशेवर निराशावादियों के दबाव से बाहर निकालना है। नकारात्मकता से मुक्ति सफलता की सिद्धि तक पहुंचने के लिए पहली जड़ी-बूटी है। सकारात्मकता की गोद में ही सफलता पलती है।

हम अगले 25 वर्ष केवल और केवल राष्ट्र के लिए समर्पित करें। हमारे ये प्रयास आने वाली पीढ़ियों और आने वाली शताब्दियों के लिए नए भारत की सुदृढ़ नींव बनकर अमर रहेंगे। मैं देश की ऊर्जा को देखकर कह सकता हूं कि लक्ष्य अब दूर नहीं है। आइए, तेज कदमों से चलें...मिलकर चलें, भारत को विकसित बनाएं।

मध्यप्रदेश में भीषण हादसा, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 13 बारातियों की मौत, राष्ट्रपति ने जताया शोक

मध्य प्रदेश में रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया जिसमें, 13 लोगों की मौत हो गई और 15 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पिपलोधीजाद में बारातियों से भरा ट्रैक्टर ट्राली पलट गया। इस दौरान मोके पर चीख पुकार मच गई और 13 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दबने से 13 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 15 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर में राजस्थान के इकलेरा के समीप स्थित मोतीपुरा गांव से तातूडिय़ा परिवार की एक बरात राजगढ़ के पास देहरीनाथ पंचायत के गांव कमालपुर आ रही थी। बाराती ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर मस्ती करते हुए आ रहे थे। इस बीच जैसे ही वे मध्य प्रदेश के राजगढ़ में प्रवेश हुए वैसे ही उनका ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया। रात के अंधेरे में ट्रॉली पलट गई। ट्राली के नीचे दबने के कारण तीन बच्चों और तीन महिलाओं समेत 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, घायलों का उपचार जिला अस्पताल में जारी है। घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना जाहिर की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने ट्वीट किया कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
मतगणना से पहले चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस, काउंटिंग में किसी भी तरह की गलती ना होने का किया दावा
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देश में लोकसभा चुनाव 2024 संपन्न हो चुका है। अब सबको इसके परिणाम का इंतजार है। लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान के बाद चार जून यानी कल मतगणना होगी। इससे पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वोटों की गिनती से एक दिन पहले चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दावा किया है कि इस बार 64 करोड़ से अधिक लोगों ने वोट डाला है। राजीव कुमार ने कहा कि ये इतनी बड़े मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। वहीं, सीईसी राजीव कुमार ने सोशल मीडिया पर चुनाव आयुक्तों को 'लापता सज्जन' कहे जाने वाले मीम्स का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा से यहां थे, कभी गायब नहीं हुए। ईसी ने आगे कहा कि निगेटिव बातों से मतदान कर्मियोंको चोट पहुंचती है। *मतदाताओं का जताया आभार* आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि 642 मिलियन मतदाताओं ने उदासीनता के बजाय कार्रवाई को चुना, संदेह के बजाय विश्वास को चुना और कुछ मामलों में, गोली के बजाय मतपत्र को चुना। हम लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हैं। *उन आम चुनावों में से एक, जिसमें हिंसा नहीं देखी-राजीव कुमार* सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2019 में 540 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे। इसमें भी 39 में से 25 पुनर्मतदान तो सिर्फ दो राज्यों में हुए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है। *आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतों का 90% निपटारा-राजीव कुमार* मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, हमने मनी पॉवर पर शिकंजा कसा। पैसे, फ्रीबीज, शराब समेत अन्य सामान बंटने की बड़ी घटना नहीं हुई। प्रशासन ने मजबूती दिखायी। 4391 करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया। कोई ऐसा नहीं जिसका हेलिकॉप्टर चेक ना हुआ हो। चाहे केंद्रीय मंत्री हो या फिर किसी पार्टी का अध्यक्ष। आचार संहिता उल्लंघन की 495 बड़ी शिकायतें का निपटारा किया गया, जो कुल शिकायतों का 90% है।
वायनाड या रायबरेली, कौन सी सीट जीत रहे राहुल गांधी, जानें क्या कहता है एग्जिट पोल*
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लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग खत्म होने के बाद अब सबकी नजरें नतीजों पर टिक गई हैं। इस बीच तमाम एग्जिट पोल्स के आंकड़े सामने आ गए हैं। जिसके बाद तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं।सभी एग्जिट पोल्‍स में एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है। चुनावी नतीजों के साथ-साथ सबकी नजरें देश के तमाम हॉट सीटों पर भी टिकी हुई हैं, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सीटें भी हैं।कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बार भी दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़े हैं। एक केरल की वायनाड तो दूसरा उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली सीट। ये दोनों हॉट सीटों में शामिल हैं।अधिकांश पोल के नतीजें बता रहे हैं कि राहुल गांधी दोनों सीटें जीत रहे हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, वायनाड सीट पर राहुल गांधी चुनाव जीत सकते हैं। एनी राजा और के. सुरेंद्रन पिछड़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी ने यहां से 4.31 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्‍होंने सीपीआई उम्‍मीदवार पीपी सुनीर को हराया था। इसी तरह, रायबरेली में भी राहुल गांधी को बढ़त हासिल नजर आ रही है। वह यहां बीजेपी प्रत्‍याशी दिनेश सिंह को पिछाड़ते दिख रहे हैं। रायबरेली सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्‍जा रहा है। सोनिया गांधी यहां से लगातार तीन बार सांसद चुनी जा चुकी हैं। इस बार उन्‍होंने यहां से दावेदारी छोड़ दी तो राहुल गांधी को नामांकन के अंतिम दिन प्रत्‍याशी घोषित किया गया। इस सीट के 72 साल के इतिहास में 66 साल कांग्रेस का ही कब्‍जा रहा है। इस सीट से फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू और सोनिया गांधी जीतकर संसद पहुंच चुकी हैं। न्यूज 18 के मेगा एग्जिट पोल के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली सीट से चुनाव जीत सकते हैं। एग्जिट पोल की मानें तो राहुल गांधी कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली को न सिर्फ बचाने में कामयाब रहेंगे, बल्कि अच्छे-खासे मार्जिन से चुनाव जीतने में सफल होंगे। टीवी9 भारतवर्ष, POLSTRAT और PEOPLE’S INSIGHT के एग्जिट पोल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड के बाद अपनी दूसरी सीट यानी रायबरेली से भी चुनाव जीतते हुए दिख रहे हैं। एग्जिट पोल के आंकड़ों की माने तो राहुल गांधी को रायबरेली सीट पर बढ़े अंतर से जीत मिल सकती है। राहुल गांधी को 56 फीसदी से अधिक वोट मिल सकता है। वहीं बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को 33 फीसदी से अधिक वोट मिल सकता है।टीवी9 भारतवर्ष, POLSTRAT और PEOPLE’S INSIGHT के एग्जिट पोल में कांग्रेस तीन सीटें जीतती हुई दिख रही है। यह सीटें हैं- रायबरेली, बाराबंकी और सहारनपुर। रायबरेली से राहुल गांधी, बाराबंकी से तनुज पूनिया और सहारनपुर से इमरान मसूद कांग्रेस प्रत्याशी हैं। एग्जिट पोल में बड़े अंतर से यह तीनों सीटें कांग्रेस जीत रही है, जबकि अमेठी में बीजेपी की स्मृति ईरानी को करीब 2.50 फीसदी की बढ़त है। यानि यहां पर बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर है।
एग्जिट पोल में पीएम मोदी की वापसी की संभवना से डरा पाकिस्तान, जानें क्या कहा
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भारत में आम चुनाव के लिए अंतिम चरण की वोटिंग शनिवार को हुई। वोटिंग के खत्म होते ही एग्जिट पोल आया।लगभग सभी एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 350 सीटों से ज्यादा जीत सकती है।एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आने के बाद एक तरफ चीन ने भारत के साथ रिश्तों में सुधार होने की उम्मीद जताई है। वहीं, पाकिस्तान खौफ खा रहा है।पाकिस्तान ने आशंका जताई है कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के खिलाफ और आक्रामक नीति अपनाएंगे। भारत में एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आने के बाद से साफ है कि पाकिस्तान नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से खुश नहीं है। पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज चौधरी के अनुसार, नरेंद्र मोदी का ट्रैक रिकॉर्ड देखने से पता चलता है कि वे चुनावी घोषणा पत्र में कही बातों को लागू करते हैं। इसलिए, इस बार वह भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रयास करेंगे और पाकिस्तान के प्रति आक्रामक नीति अपनाएंगे। वहीं, पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट की हेडलाइन रखी, 'टीवी एग्जिट पोल में आम चुनाव में भारतीय पीएम मोदीकी जीत की जात का अनुमान लगाया है' इसने एग्जिट पोल के आंकड़े लिखते हुए यह बताया कि एग्जिट पोल सही नहीं हो सकता। डॉन ने लिखा, 'भारत में एग्जिट पोल का रेकॉर्ड खराब है, क्योंकि उनके चुनाव नतीजे अक्सर गलत होते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि बड़े और विविधता वाले देश में उनका सही होना एक चुनौती है।' इसने आगे लिखा, 'मंगलवार को नतीजे घोषित होने पर मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण भारत के बहुसंख्यक विश्वास के आक्रामक चैंपियन वाली उनकी छवि है। वहीं, चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर बयान दिया है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने नरेंद्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने पर भारत-चीन की दोस्ती की संभावना जताई है।ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में लिखा, 19 अप्रैल को शुरू हुए आम चुनाव शनिवार को समाप्त हो गए। भारतीय मीडिया ने रविवार को बताया कि भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की 12 एग्जिट पोल में बड़ी जीत की भविष्यवाणी की गई है। एग्जिट पोल से पता चलता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आ सकते हैं। ऐसे में चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि मोदी की समग्र घरेलू और विदेश नीतियां निरंतरता जारी रहेंगी, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को जारी रखने की उम्मीद है।
भारत में मोदी सरकार के लगातार तीसरे टर्म की संभावनाओं पर चीन की नजर, जानें ग्लोबल टाइम्स ने क्या कहा
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मंगलवार को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने वाले है। जिसके बाद ये पता चल जाएगा कि भारत में किस पार्टी की सरकार बन रही है। हालांकि, नतीजों से पहले अधिकांश एग्जिट पोल ने ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ की भविष्यवाणी कर दी है। एग्जिट पोल की मानें तो भारत में तीसरी बार मोदी सरकार आ रही है।तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर चीन भी नजर बनाए हुए है। इस बीच चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर बयान दिया है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने नरेंद्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने पर भारत-चीन की दोस्ती की संभावना जताई है। ग्लोबल टाइम्स को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुखपत्र माना जाता है। कम्युनिस्ट पार्टी के रणनीतिकार जो बातें सार्वजनिक रूप से नहीं कह पातें, अक्सर उन्हें सरकारी मीडिया के जरिए बोलते हैं। ऐसे में ग्लोबल टाइम्स के विचारों को भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जोड़कर देखा जाता है। ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में लिखा, 19 अप्रैल को शुरू हुए आम चुनाव शनिवार को समाप्त हो गए। भारतीय मीडिया ने रविवार को बताया कि भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की 12 एग्जिट पोल में बड़ी जीत की भविष्यवाणी की गई है। एग्जिट पोल से पता चलता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आ सकते हैं। ऐसे में चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि मोदी की समग्र घरेलू और विदेश नीतियां निरंतरता जारी रहेंगी, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को जारी रखने की उम्मीद है। सिंघुआ यूनिवर्सिटी में रणनीति संस्थान के निदेशक कियान फेंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि नरेंद्र मोदी भारत के लिए पहले से तय घरेलू और विदेश नीति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। भारत आने वाले समय में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा तेजी से काम करेगा।कियान ने कहा, तीसरी बार सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से भारत के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने का प्रयास जारी रखेंगे। भारत को अग्रणी शक्ति बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के लिए मोदी सरकार और तेजी से काम करेगी। चीन-भारत संबंधों को लेकर चीनी विशेषज्ञों ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ने की उम्मीद कम है। ग्लोबल टाइम्स में पीएम मोदी की तरफ से हाल ही में दिए गए बयान की भी चर्चा हुई, जब मोदी ने कहा था कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सहारा रेगिस्तान से तप रही धरती, पिछले 120 वर्षों में सबसे भीषण गर्मी झेल रहा उत्तर भारत

डेस्क: उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहा है। यहां कई जगह तापमान 50 डिग्री के आसपास पहुंच गया है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों में लू के चलते कई लोगों को जान गंवानी पड़ी हैं वहीं दूसरे ओर पूर्वोत्तर में बाढ़ व भूस्खलन ने लाखों लोगों को प्रभावित किया। जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल गर्मी के मौसम में तापमान ‘‘चिंताजनक है, हालांकि आश्चर्यजनक नहीं है।’’ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर में सिविल इंजीनियरिंग और पृथ्वी विज्ञान विभाग के विक्रम साराभाई चेयर के प्रोफेसर विमल मिश्रा ने बताया, ‘‘यह पिछले 120 वर्षों में उत्तर भारत के लिए सबसे भीषण गर्मी हो सकती है। इतने बड़े क्षेत्र में जो घनी आबादी वाला भी है, तापमान कभी इतना अधिक, 45-47 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं रहा है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।’’ मिश्रा के अनुसार, ‘‘अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान के समान तापमान कम से कम तीन या चार डिग्री तक अधिक है।’’ 

पश्चिम एशिया बहुत तेजी से गर्म हो रहा 

आईआईटी मुंबई में पृथ्वी प्रणाली के वैज्ञानिक रघु मुर्तुगुडे ने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन, अल-नीनो और जनवरी 2022 में टोंगा के हुंगा टोंगा ज्वालामुखी विस्फोट से निकले जलवाष्प का मिलाजुला प्रभाव है। अल-नीनो की स्थिति में समुद्र के सतह का तापमान बढ़ता है जिससे विश्व का मौसम प्रभावित होता है। मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया बहुत तेजी से गर्म हो रहा है क्योंकि रेगिस्तान ‘ग्लोबल वार्मिंग’ के दौरान उष्मा को अवशोषित कर लेता है - गर्म वायुमंडल अधिक आर्द्र होता है और जल वाष्प एक ग्रीनहाउस गैस है।’’ उन्होंने कहा कि इस उष्मा के कारण अरब सागर के ऊपर की हवाएं गर्मियों में और मानसून के दौरान भी उत्तर की ओर मुड़ जाती हैं। ये हवाएं अरब सागर को बहुत तेजी से गर्म कर रही हैं और दिल्ली में अधिक आर्द्रता वाली हवाएं ला रही हैं, जिससे ‘हीट इंडेक्स’ बढ़ रहा है। 

दिल्ली में कंक्रीट के स्ट्रक्चर से हालात और बिगड़े

मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘हालांकि, दिल्ली में कंक्रीट के ढांचों ने स्थिति को और भयावह कर दिया है। शहरों में कंक्रीट और डामर से बनी सतह दिन में उष्मा को अवशोषित कर लेती है और शाम को तापमान गिरने पर इसे वायुमंडल में मुक्त कर देती है। यह उष्मा अंतरिक्ष में नहीं जाती, बल्कि इमारतों के बीच ही रहती है और रात के समय वातावरण को ठंडा होने से बाधित करती है।’’ 

मिश्रा ने कहा कि इस तरह की अत्यधिक उष्मा सार्वजनिक स्वास्थ्य, बिजली, पानी की आपूर्ति और अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव डालती है। विभिन्न अध्ययनों ने लंबे समय तक रहने वाली लू की स्थिति को अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने, समयपूर्व बच्चों का जन्म और गर्भवती महिलाओं में गर्भपात जैसे प्रतिकूल परिणामों से जोड़ा है। अध्ययन में जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में मुद्रास्फीति में वृद्धि और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट का भी अनुमान लगाया गया है। 

दिल्ली में 29 मई को मौसम विभाग के मुंगेशपुर केंद्र पर 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था और शहर में बिजली की मांग 8,302 मेगावाट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, मौसम विभाग ने शनिवार को कहा था कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुंगेशपुर स्थित स्वचालित मौसम विज्ञान केंद्र (एडब्ल्यूएस) द्वारा 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान सेंसर में गड़बड़ी के कारण दर्ज किया गया था।

 आईएमडी ने कहा कि मौसम संबंधी अनुमान लगाने के लिए स्थापित ऐसे उपकरणों की जांच की जाएगी। वहीं, सफदरजंग मौसम केंद्र में दर्ज किया गया उस दिन का अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस था, जो 79 साल का उच्चतम तापमान है। इसने 17 जून 1945 को दर्ज किए गए 46.7 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 

नॉर्थ ईस्ट में छह लाख लोग प्रभावित

इस सप्ताह असम और मणिपुर में अचानक बाढ़ आई और मिजोरम और मेघालय में चक्रवात ‘रेमल’ के कारण भूस्खलन हुआ। इससे कम से कम छह लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘रेमल चक्रवात, (अल-नीनो प्रभाव के कारण) बंगाल की खाड़ी से आने वाली उष्मा के कारण स्थल पर लंबे समय तक बना रहा। चक्रवात के कारण बहुत अधिक वर्षा हुई।’’

 अमेरिका स्थित वैज्ञानिकों के स्वतंत्र समूह ‘क्लाइमेट सेंट्रल’ के विश्लेषण से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में वसंत ऋतु की अवधि कम हो रही है, और सर्दियां तेजी से गर्मियों जैसी स्थितियों में बदल रही हैं। शोधार्थियों के अनुसार, देश के कई उत्तरी क्षेत्रों में वसंत ऋतु अब देखने को नहीं मिल रही है।

चुनावी रिजल्ट से पहले भाजपा की बड़ी तैयारी? पीएम मोदी के आवास पर चल रही अहम बैठक

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू हुई और एक जून को खत्म हुई। इस बार लोकसभा के चुनाव सात चरणों में संपन्न हुए हैं जिसमें आखिरी चरण का मतदान शनिवार को समाप्त हुआ है। वोटिंग खत्म होते ही एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं जिसमें भाजपा नीत एनडीए फिर से जीत हासिल कर सकती है और तीसरी बार नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वोटिंग खत्म होते ही प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं। एग्जिट पोल के अनुमान के बाद रविवार को पीएम आवास पर भाजपा की अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही बीएल संतोष मौजूद हैं।

पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक

देश भर में हीटवेव की वजह से देश में बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। हीटवेव की वजह से कई लोगों की जान भी चली गई है। मैदानों में ही नहीं, पहाड़ी इलाकों में भी भीषण गर्मी देखी जा रही है। दूसरी तरफ पानी की समस्या से भी लोग परेशान हैं। ऐसे में हीटवेव की स्थिति और मानसून की शुरुआत की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी ने छुट्टी वाले दिन यानी की रविवार को भी एक समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने इसे लेकर कई दिशा निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री ने अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर पहले ही कह दिया था कि वे 100 दिन का एजेंडा तय कर चुके हैं।एग्जिट पोल के नतीजे से भाजपा उत्साहित है और पीएम मोदी भी अपने पहले से तय किए गए एजेंडे को पूरा करने के लिए आज से ही काम शुरू दिया है।

इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में शुरू हुआ राष्ट्रपति चुनावों का दौर, जानें किन दावेदारों ने किया नामांकन

डेस्क: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का निधन हो जाने के बाद अब देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। ईरान के संविधान के मुताबिक किसी मौजूदा राष्ट्रपति की मौत हो जाने पर 50 दिनों के अंदर चुनाव कराना जरूरी होता है। ऐसे में अब ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का दौर शुरू हो गया है। ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया है।

बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक हेलीकॉप्टर हादसे में गत माह मौत हो गई थी। इसके बाद वहां राष्ट्रपति चुनाव कराए जा रहे हैं। अहमदीनेजाद के नामांकन से सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई दबाव में आएंगे। वजह साफ है कि अहमदीनेजाद ने 85-वर्षीय सर्वोच्च नेता को खुली चुनौती दी थी और 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की उनकी कोशिशों को अधिकारियों ने विफल कर दिया था।

28 जून को होना है चुनाव

अहमदीनेजाद ने ऐसे वक्त में अपना नामांकन दाखिल किया है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तेहरान के परमाणु कार्यक्रम, रूस को हथियार देने और असंतुष्टों पर कार्रवाई को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ‘एसोसिएटिड प्रेस’ के पत्रकारों ने तेहरान में देखा कि अहमदीनेजाद गृह मंत्रालय पहुंचे और चुनाव लड़ने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की। उनके आने से पहले उनके समर्थकों ने नारे लगाए और ईरानी झंडे लहराए। देश में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। अहमदीनेजाद 2005 से 2013 के बीच दो कार्यकाल के लिए देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। 

खामेनेई ने अपने करीबी मोहम्मद मोखबर को बनाया है कार्यवाहक राष्ट्रपति

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो जाने के बाद ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रईसी के निधन की पुष्टि होने के बाद ही शोक संदेश जारी करते हुए यह घोषणा कर दी थी। जल्द ही मोखबर भी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों नेताओं के बीच माना जा रहा है।

काउंटिंग से पहले चुनाव आयोग पहुंचे इंडिया गठबंधन के नेता, EC के सामने रखी ये मांग

डेस्क : एग्जिट पोल के बाद और काउंटिंग से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल की ओर से चुनाव आयोग से यह कहा गया कि वे मतगणना की प्रक्रिया के दौरान सख्त निगरानी रखें। काउंटिंग नियमों को तहत हो। नियमों को पर्यवेक्षक लागू कराए। साथ ही पोस्टल बैलेट की काउंटिंग को लेकर भी विपक्षी नेताओं ने अपनी बात आयोग के सामने रखी। इंडिया गठबंधन प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी , डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव , नासिर हुसैन, सलमान खुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे।

नियमों के तहत काउंटिंग की मांग

चुनाव आयोग के सामने अपनी बात रखने के बाद सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने बताया, आयोग से हमने कहा कि नियमों के तहत काउंटिंग हो, पर्यवेक्षक इन नियमों को लागू कराएं। मतगणना की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग हो और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो। मशीन से जो डेटा आए उसे कंफर्म किया जाए। येचुरी ने कहा कि ईवीएम को जब सील किया जाता है तो उसे वेरिफाई करने के लिए काउंटिंग एजेंट होते हैं, काउंटिंग के दौरान उसे रीकंफर्म किया जाए। 

पोस्ट बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम की गिनती

वहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम गठबंधन के नेता तीसरी बार एक साथ चुनाव आयोग आए हैं। पोस्टल बैलेट चुनाव के परिणाम को बदल देती है, चुनाव आयोग का प्रावधान है की पोस्टल बैलेट की गिनती पहले की जाएगी। हमारा भी यह कहना है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो। लेकिन पोस्टल बैलेट का परिणाम पहले घोषित हो उसके बाद ईवीएम का रिजल्ट आना चाहिए।

काउंटिंग के दौरान सख्त निगरानी

वहीं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, 'हमने मतगणना प्रक्रिया के दौरान बहुत सख्त निगरानी रखने का अनुरोध किया और उन्होंने हमें संतोषजनक उत्तर दिया। हमने किसी नियम पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन सुनिश्चित किया कि उनका पालन किया जाए और ईमानदारी से पालन किया जाए। बैठक बहुत आशाजनक रही।'