दिल्ली-NCR में बदला मौसम का मिजाज, धूल भरी आंधी के साथ बूंदाबांदी; झुलसाती गर्मी से मिली राहत




डेस्क: दिल्ली-एनसीआर में शनिवार शाम से ही तेज हवा के साथ धूल भरी आंधी और बूंदाबादी का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। गनीमत रही कि दिल्ली और नोएडा, दोनों जगहों पर शनिवार को पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार नहीं गया है। दिल्ली के कई इलाकों में पारा 45 डिग्री ही दर्ज किया गया है।

आईएमडी ने अपनी वेबसाइट पर जारी आंकड़ों में बताया था कि शनिवार को बादल छाए रहेंगे और धूल भरी आंधी के साथ तूफान आ सकता है। हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई थी। दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी शनिवार सुबह भी जारी रही थी। लेकिन, शाम होते-होते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन, हीटवेव का असर लगातार जारी है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग ने धूल भरी आंधी के साथ तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की है।

कब तक रहेगा हीटवेव का असर?

मौसम विभाग के मुताबिक 3 जून तक हीटवेव का असर देखने को मिलेगा। दिल्ली में शनिवार को दर्ज किए गए आंकड़ों के मुताबिक मुंगेशपुर में अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा पूसा में 40.3, अलीपुर में 43.9, अशोक विहार और बवाना में 43.8 डिग्री, जहांगीरपुरी में 44.4, द्वारका सेक्टर-8 में 44.1, आरके पुरम में 44.9 के अलावा विवेक विहार में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

कल कैसा रहेगा मौसम?

शनिवार को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग ने अलर्ट में कहा है कि रविवार को भी हल्के बादलों के साथ अधिकतम तापमान 45 डिग्री के आसपास बना रहेगा। इस दौरान तेज हवाएं और तूफान के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 3 जून के बाद लोगों को हीटवेव का सामना नहीं करना पड़ेगा। मौसम में भी बदलाव देखने को मिलेगा, जिसके चलते अधिकतम तापमान में कमी आएगी और लोगों को गर्मी से निजात मिलेगी।

गौरतलब है कि एनसीआर में भीषण गर्मी के साथ हीटवेव का कहर जारी है।
अरविंद केजरीवाल को कल करना ही होगा सरेंडर, 5 जून को आएगा फैसला

डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले मामले में सरेंडर करेंगे। कल उनके अंतरिम जमानत की आखिरी तारीख है। वहीं, इस मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट 5 जून को अंतरिम जमानत पर फैसला सुनाएगा। आज अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की मांग पर राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। सीएम केजरीवाल ने खराब सेहत और मेडिकल टेस्ट का हवाला देते हुए 7 दिनों अंतरिम जमानत मांगी। ईडी ने कोर्ट से कहा हमने अपना जवाब दाखिल कर दिया है। SG तुषार मेहता और ASG एसवी राजू वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े।

कानूनी प्रकिया का दुरुपयोग है

SG तुषार मेहता ने ईडी का पक्ष रखते हुए कहा कि कल अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि वो 2 जून को 3 बजे सरेंडर कर रहे है। यह कानूनी प्रकिया का दुरुपयोग है। हम इस आपत्ति दर्ज करवाते है। वहीं, ASG राजू ने भी कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में विस्तृत आदेश पहले ही दे रखा है, तो आखिर कोर्ट को मिसलीड करने की क्या जरूरत है? कोर्ट के समक्ष वो अपने तथ्यों को क्यों छुपा रहे है? ASG ने आगे कहा कि ये अंतरिम जमानत केवल चुनाव प्रचार के लिए था। इनको 2 जून को सरेंडर करना है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने पिछले आदेश में कही भी नहीं कहा कि अरविंद अपनी अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग को लेकर याचिका दाखिल कर सकते हैं। केजरीवाल की ये याचिका स्वीकार नहीं की जानी चाहिए, इसे खारिज किया जाना चाहिए। जहां तक रहा नियमित जमानत का सवाल तो उन्हें हिरासत में होना चाहिए। आज की तारीख में वो हिरासत में नहीं है।

ASG राजू ने आगे कोर्ट में दलील दी कि केजरीवाल को अंतरिम जमानत इसलिए मिली है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी, वह यहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश के एक्स्टेंशन की मांग कर रहे हैं। SC से उन्हें सिर्फ ये छूट मिली थी कि वो नियमित ज़मानत के लिए निचली अदालत जा सकते है, पर इसका मतलब ये नहीं कि वो यहां अंतरिम ज़मानत की मांग करने लगे। उनकी 7 दिनों की अंतरिम जमानत की मांग सुनवाई लायक नहीं है। अरविंद ने इस कोर्ट को इस बाबत अपनी याचिका में नहीं बताया कि उन्होंने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी लेकिन रजिस्टार जरनल ने जल्द सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने इस तथ्य को अदालत से छुपाया। अरविंद जिस टेस्ट को लेकर 7 दिनों की अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग कर रहे है, दरअसल उसके जरिए अदालत को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है।

सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया

इसके बाद SG तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि अरविंद केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना है। क्या ये अदालत सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मोडीफाई कर सकती है। मेरी जानकारी के मुताबिक नहीं, ये केवल सुप्रीम कोर्ट ही कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी तब भी इनकी तरफ से तारीख को बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन अदालत ने मना कर दिया था। अरविंद ने कल जनता के सामने कहा कि वो 2 जून को सरेंडर करेंगे। ये बात उन्होंने अपनी वकील से भी छुपाई। अरविंद मेडिकल टेस्ट कराने की बजाए लगातार रैलियां कर रहे थे। इसका मतलब है कि वो बीमार नहीं है। 7 KG वजन कम होने का दावा गलत है, जेल में अरविंद का वजन एक किलो बढ़ गया था।

याचिका सुनवाई योग्य भी है या नही?

इसके बाद कोर्ट ने अरविंद के वकील को बहस करने को कहा। अदालत ने कहा कि पहले ये तय करेंगे कि अरविंद केजरीवाल की याचिका सुनवाई योग्य भी है या नही? इसके बाद अरविंद केजरीवाल के वकील एन हरिहरन ने कहा कि क्या ईडी यह सुझाव देना चाह रही हैं कि जो व्यक्ति बीमार है या जिसकी मेडिकल कंडीशन खराब है, उसे कोई उपचार नहीं मिलेगा? यह मेरा अनुच्छेद 21 का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने हमें जमानत अर्जी दाखिल करने की छूट दी थी, उसी आधार पर हमने नियमित और अंतरिम जमानत मांगी है।

हरिहरन ने आगे कहा कि मैं 1994 से शुगर का मरीज हूं, पिछले 30 साल से मेरा शुगर डाउन रहता है। मैं 54 यूनिट इंसुलिन रोज लेता है। मेरा स्वास्थ्य सही नहीं है। अपने स्वास्थ्य का इलाज करवाना मेरा अधिकार है। सारी रिपोर्ट हमने कोर्ट के समक्ष रखी है। आर्टिकल 21 मुझे जीने का अधिकार देता है। मेरी मेडिकल कंडीशन सही नही है। ऐसे में ईडी का कहना कि मेरी याचिका सुनवाई योग्य नही है यह गलत है। ये अदालत जमानत पर विचार कर सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट को इस बात का अहसास है और इसीलिए उन्होंने मुझे जमानत के लिए इस अदालत में जाने की छूट दी है। सुप्रीम कोर्ट को इस बात का अहसास है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मैं किसी भी तरह के उपाय से वंचित रह जाऊंगा।

इनका वजन बढ़ा है- ASG राजू

इस पर ASG राजू ने कहा कि अरविंद देश के अलग अलग हिस्सों में प्रचार कर रहे है। यहां कह रहे है कि स्वास्थ्य का मसला है। ये सुप्रीम कोर्ट में भी स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मांग सकते थे। इनका वजन कम हुआ है ये गलत बात है, जबकि इनका वजन बढ़ा है। अरविंद केजरीवाल अदालत को गुमराह कर रहे है। उनकी जांच एक घंटे या उससे भी कम समय में हो सकती है। ये जांच कई दिनों तक नहीं चलती है। अरविंद की खून की जांच नही कराई है केवल यूरिन की जांच कराई है। अरविंद कह रहे है मेरी स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन आप देखिए वो लगातार चुनाव प्रचार कर रहे है। कई कई घंटों का चुनाव प्रचार कर रहे है।

आगे एएसजी राजू ने कहा कि उनका (केजरीवाल) कहना है कि उनका कीटोन लेवल बढ़ गया है। कीटोन लेवल बढ़ने का एकमात्र कारण सिर्फ़ किडनी ही नहीं है। अगर यूरीन के रास्ते में संक्रमण है तो यह बढ़ सकता है। उन्हें किडनी की बीमारी नहीं है। किडनी की बीमारी मे डायलिसिस की ज़रूरत होती। यह सब उनकी कल्पना है। यह सब झूठ है। हम अरविंद को जेल में हर तरह की चिकित्सा सुविधा देंगे और अगर एम्स ले जाने की जरूरत हुई तो वहा भी ले जायेंगे। केजरीवाल जांच में देरी करके कोर्ट को धोखा देना चाहते है। उन्होने अर्जी दाखिल करने में भी देरी की। उन्होंने कहा कि होल्टर परीक्षण के लिए सात दिन लगते हैं। यह बिल्कुल चौंकाने वाला तथ्य है। अगर कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार है तो वह इस तरह से प्रचार नहीं कर सकता। अगर केजरीवाल वाकई बीमार है तो हम उनका अच्छे से खयाल रखेंगे।

'मनगढ़ंत कारण बता रहा है'

ASG राजू ने कहा कि उन्होंने पूरे भारत में प्रचार किया लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ। जो व्यक्ति बीमारी का बहाना बनाकर, मनगढ़ंत कारण बता रहा है, उसे अंतरिम जमानत नहीं दी जा सकती। इस पर एसजी मेहता ने कहा कि यह कोई बहुत असामान्य बात नहीं है। भारत में लगभग 50% लोग शुगर की बीमारी से पीड़ित हैं। चुनाव प्रचार 29 मई को खत्म हो गया। 25 मई को उनका टेस्ट हुआ। जमानत मिलने के दिन से लेकर 25 मई तक क्या हुआ, इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं है। यह काल्पनिक बात है कि उनका वजन अचानक कम हो गया है। वैसे भी 5 फीट 5 इंच वाले व्यक्ति के लिए 64 किलोग्राम वजन सामान्य है।

टेस्ट के लिए 7 दिन क्यों- कोर्ट

इसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल के वकील हरिहरन से पूछा कि इन सभी टेस्ट में कितना समय लगता है और 7 दिन का क्या औचित्य है। कोर्ट ने आगे फिर पूछा कि Holter टेस्ट के बारे में भी पूछा कि टेस्ट के लिए 7 दिन क्यों? इस पर हरिहरन ने कहा कि होल्टर टेस्ट कराना है, फिर PET-CT और कई अन्य टेस्ट कराने है।

सामने आया अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी का नजारा, कुछ इस तरह मुखौटे में दिखे मेहमान*

डेस्क: देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के परिवार में एक बार फिर जश्न का माहौल है। मार्च के बाद अब एक बार फिर अंबानीज ने अपने छोटे बेटे अनंत अंबानी और होने वाली बहू राधिका मर्चेंट के लिए ग्रैंड प्री-वेडिंग का आयोजन किया है। इस बार ये पार्टी जामनगर में नहीं बल्कि इटली में क्रूज पर रखी गई है। ये पार्टी 29 मई से शुरू है जो कि आज 1 जून को खत्म होगी। हालांकि इस बार पार्टी से अब तक अंबाजीन की न तो कोई तस्वीर सामने आई है न कोई वीडियो। हालांकि कुछ सेलेब्स की झलक सामने आई है, इसके वाला थीम्ड पार्टी की झलकियां भी लगातार सामने आ रही है। इसी बीच अब हाल ही में हुए 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी की भी कुछ झलकियां सामने आ गई है, जो कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। ऐसा था 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी का नजारा वायरल हो रहे एक तस्वीर में आप देख सकते हैं कि क्रूज पर सितारों की महफिल नजर आ रही है, जो हाथ में जाम थामे आसमान के नीचे पार्टी का मजा लेते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस दौरान सबने अपने चेहरे पर मुखौटा भी पहना हुआ है। बता दें कि मास्करेड बॉल पार्टी ऐसी पार्टी है, जिसमें आप लोगों के चेहरे नहीं देख सकेंगे। ये पार्टी काफी मजेदार होती है। वहीं इस पार्टी की कुछ झलकियां शनाया कपूर और औरी ने भी शेयर की है। इस पार्टी के लिए शनाया ने एक व्हाइट कलर का साटन गाउन पहना था, जिसमें वह काफी खूबसूरत दिख रही थीं। इसके अलावा, हमें पार्टी से ओरी की भी एक झलक मिली है, जो 'मास्करेड बॉल' में ब्लैक-टोन्ड कोट-पैंट पहने फेस पर कलरफुल स्टोन-स्टडेड मास्क पहने नजर आए। ओरी के इस लुक से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी में शामिल हुए बाकी मेहमानों का लुक भी कुछ ऐसा ही रहा होगा।
सामने आया अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी का नजारा, कुछ इस तरह मुखौटे में दिखे मेहमान

डेस्क: देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के परिवार में एक बार फिर जश्न का माहौल है। मार्च के बाद अब एक बार फिर अंबानीज ने अपने छोटे बेटे अनंत अंबानी और होने वाली बहू राधिका मर्चेंट के लिए ग्रैंड प्री-वेडिंग का आयोजन किया है। इस बार ये पार्टी जामनगर में नहीं बल्कि इटली में क्रूज पर रखी गई है। ये पार्टी 29 मई से शुरू है जो कि आज 1 जून को खत्म होगी। 

हालांकि इस बार पार्टी से अब तक अंबाजीन की न तो कोई तस्वीर सामने आई है न कोई वीडियो। हालांकि कुछ सेलेब्स की झलक सामने आई है, इसके वाला थीम्ड पार्टी की झलकियां भी लगातार सामने आ रही है। इसी बीच अब हाल ही में हुए 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी की भी कुछ झलकियां सामने आ गई है, जो कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। 

ऐसा था 'ले मास्करेड बॉल' पार्टी का नजारा

वायरल हो रहे एक तस्वीर में आप देख सकते हैं कि क्रूज पर सितारों की महफिल नजर आ रही है, जो हाथ में जाम थामे आसमान के नीचे पार्टी का मजा लेते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस दौरान सबने अपने चेहरे पर मुखौटा भी पहना हुआ है। बता दें कि मास्करेड बॉल पार्टी ऐसी पार्टी है, जिसमें आप लोगों के चेहरे नहीं देख सकेंगे। ये पार्टी काफी मजेदार होती है। वहीं इस पार्टी की कुछ झलकियां शनाया कपूर और औरी ने भी शेयर की है। 

इस पार्टी के लिए शनाया ने एक व्हाइट कलर का साटन गाउन पहना था, जिसमें वह काफी खूबसूरत दिख रही थीं। इसके अलावा, हमें पार्टी से ओरी की भी एक झलक मिली है, जो 'मास्करेड बॉल' में ब्लैक-टोन्ड कोट-पैंट पहने फेस पर कलरफुल स्टोन-स्टडेड मास्क पहने नजर आए। ओरी के इस लुक से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी में शामिल हुए बाकी मेहमानों का लुक भी कुछ ऐसा ही रहा होगा।

अनाचार-दुराचार में लिप्त लोग आध्यात्मिक आराधना के महत्व को नहीं समझेंगे', PM मोदी के ध्यान की आलोचना पर भड़के CM योगी

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान लगभग सम्पन्न ही गया। इस चरण में यूपी की भी 13 सीटों पर वोट डाले गए। शनिवार प्रातः मतदान आरम्भ होने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में अपना वोट डाल कर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए गर्मी में मतदान के प्रति उत्साह दिखाने के लिए मतदाताओं का आभार जताया। मुख्यमंत्री योगी ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो कन्याकुमारी में पीएम मोदी की ध्यान साधना की आलोचना कर रहे हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'जो लोग भोग में लिप्त हैं, अनाचार-दुराचार में लिप्त हैं वे लोग आध्यात्मिक आराधना के महत्व को नहीं समझ सकते। आध्यात्मिक आराधना को समझने के लिए भारत और भारत जैसा मन चाहिए। भारत के सनातन मूल्यों और आदर्शों के प्रति निष्ठा का भाव चाहिए।' उन्होंने कहा, 'जिनके मन में भारत के प्रति आस्था का भाव नहीं है, भारत के सनातन मूल्यों एवं आदर्शों की धज्जियां उड़ाना जिन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य समझ लिया था एवं जिनके कारनामों से जनता उनको बार-बार ठुकराई है वो लोग मोदी जी के इस ध्यान साधना एवं राष्ट्र आराधना का मखौल भले ही उड़ा सकते हैं किन्तु जनता जनार्दन अपने नेता के समर्थन में और उनके पूरे कार्यक्रमों के साथ जु़ड़ी हुई है। हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि मोदीजी का ध्यान साधना कार्यक्रम भी राष्ट्र आराधना का हिस्सा है तथा इसका लाभ भी देश को प्राप्त होगा।'

 मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'लोकतंत्र के महापर्व के अंतिम चरण में आज यूपी की 13 सीटों पर मतदान हो रहा है। पिछले ढाई महीने से ज्यादा वक़्त से देश के अंदर आम जन की अकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जनता जनार्दन की अपेक्षा के अनुरूप विभिन्न दलों ने जनता के सामने अपने-अपने मुद्दे रखे। आज 57 सीटों पर वोटिंग हो रही है। मौसम की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी मतदाताओं ने जो उत्साह दिखाया है। मैं उनका आभार जताता हूं।'

सारा अली खान-सारा तेंदुलकर से नहीं, इस खूबसूरत अभिनेत्री से शादी करने वाले हैं शुभमन गिल?

भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी शुभमन गिल अपनी शानदार बल्लेबाजी के साथ ही अपने गुड लुकिंग स्टाइल और स्मार्टनेस के लिए भी जाने जाते हैं, यही कारण है कि आए दिन उनसे जुड़ी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चाओं का विषय बनी रहती है। शुभमन गिल ने बल्लेबाजी के साथ ही अपनी खूबसूरती से भी लोगों का दिल जीत है। युवा भारतीय क्रिकेटर लंबे समय से अपनी लव लाइफ को लेकर चर्चाओं का विषय बने हुए हैं पिछले कई समय से उनका नाम क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर के साथ चर्चाओं का विषय रहा है इतना ही नहीं बीच में उनका नाम बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान के साथ में भी चर्चाओं में रहा हैं, लेकिन कभी शुभमन गिल ने दोनों को लेकर ऑफीशियली कोई भी बयान जारी नहीं किया ना ही सारा तेंदुलकर और सारा अली खान ने अपनी ओर से इस इन खबरों को लेकर कोई जवाब दिया। फिलहाल भारतीय टीम T20 वर्ल्ड कप के लिए अमेरिका गई हुई है इस बीच शुभमन गिल एक बार फिर अपने लव लाइफ को लेकर सुर्खियां बटोरते हुए नजर आ रहे हैं लंबे समय से सारा-सारा से नाम जुड़ने के बाद अब शुभ मंगल का नाम टीवी एक्ट्रेस रिद्धिमा पंडित के साथ में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। हालांकि इस रिश्ते को लेकर भी शुभमन दिल ने कोई जानकारी साझा नहीं की है लेकिन सोशल मीडिया पर आप दोनों के रिश्ते को लेकर जमकर चर्चाएं चल रही है जबकि दोनों की उम्र में 9 साल का अंतर देखने को मिलता है शुभमन गिल 24 साल के हैं और अभिनेत्री 33 साल की हैं। खबरें तो यहां भी चल रही है कि शुभ मंगल जल्द ही रिद्धिमा पंडित से शादी करने वाले हैं। सोशल मीडिया पर जाम का सुर्खियां बटोरने वाली अभिनेत्री में आप चल रही इन खबरों को लेकर बड़ा बयान जारी किया है और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जिस तरह से सोशल मीडिया पर खबरें चल रही है पूरी रूप से गलत है। फिलहाल उनका शादी करने का कोई मूड नहीं है इन खबरों में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। अभिनेत्री के बयान से यह साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर चल रही शुभमन गिल और रिद्धिमा पंडित की खबरें गलत है।
क्या मोदी के बाद शिवराज सिंह चौहान बन सकते है देश के प्रधानमंत्री? डिटेल में पढ़िए, सत्ता के गलियारे में क्यों उठा यह सवाल, कितनी है सच्चाई

लोकसभा चुनाव के लिए 6 चरण की वोटिंग हो चुकी है। आज सातवें और आखिरी चरण में 8 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इसके नतीजे 4 जून को आएंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार किसकी सरकार बनती है। परंतु दिलचस्प बात ये है कि, अगर भाजपा सत्ता में आई तो प्रधानमंत्री कौन बनेगा। ये सवाल इसलिए उठा क्योंकि साल 2019 में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि 75 साल के ऊपर के सभी नेताओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल 75 साल के हो जाएंगे। हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा था कि मोदी जी जवाब दीजिए क्या आप 75 के बाद भी प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे या नहीं? और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए उनके उत्तराधिकारी के रूप में कार्यभार संभालने का रास्ता साफ कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा था कि, इसी के तहत आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा को रिटायर किया गया. न जाने कितने लोगों की टिकटें काटी गईं। अब बड़ा सवाल ये है कि यदि मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे तो भारत का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? हालाँकि अमित शाह ने ये बात साफ कर दी है कि, 75 साल में रिटायरमेंट का भाजपा के संविधान में कोई जिक्र नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही अपनी तीसरी टर्म पूरी करेंगे। लोगों के मन में ये सवाल भी है कि यदि मोदी पीएम नहीं बनेंगे तो क्या मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है? मध्य प्रदेश की जनता के लाडले शिवराज सिंह चौहान का राजनीतिक इतिहास बहुत ही शानदार रहा है। वे चार बार मध्य प्रदेश, के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं और लोगों के दिलों में उनकी अलग ही छवि है। इस बार विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था। शिवराज की महत्वाकांक्षी लाडली बहना जैसी कई योजनाओं ने मध्य प्रदेश की जनता के दिलों में शिवराज के प्रति अलग ही छवि बना ली है। शिवराज सिंह का राजनीतिक इतिहास 1972 में 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए 1990 में बुधनी विधानसभा से पहली बार विधायक बने। 1992 में भाजपा के प्रदेश महासचिव नियुक्त किए गए। 1993 से 1996 तक श्रम तथा कल्याण समिति के सदस्य बने। 1996 में 11वीं लोकसभा में विदिशा से दूसरी बार संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। 1999 में विदिशा से चौथी बार लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए। 2000 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। 2005 में बीजेपी मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2019 में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए। इसके अलावा शिवराज सिंह चौहान केंद्र में कई विशेष समितियों के सदस्य तथा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पहली बार उन्होंने मध्य प्रदेश में 2005 में सीएम पद की शपथ ली थी, इसके बाद वे चार बार मध्य प्रदेश के सीएम पद को सुशोभित कर चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान चार बार मुख्यमंत्री रहे हैं। यानी सबसे लंबे कार्यकाल वाले। शिवराज सिंह चौहान अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं रहें हैं तो अब उनकी आगे की राह क्या होगी?
पुणे पोर्श दुर्घटना: पुलिस ने आरोपी की मां को गिरफ्तार किया

पुणे शहर की पुलिस ने शनिवार सुबह 19 मई को पोर्श दुर्घटना में शामिल किशोर की मां को दुर्घटना के बाद नाबालिग  के रक्त के नमूने बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी। 19 मई को पुणे के कल्याणीनगर इलाके में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों की मौत हो गई थी। पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा, "हमने रक्त के नमूने के मामले में मां को गिरफ्तार किया है।" पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि 19 मई को दुर्घटना के बाद किशोर के बदले गए रक्त के नमूने मां के थे या नहीं। पुलिस के अनुसार, किशोर की मां कथित तौर पर सासोन जनरल अस्पताल में रक्त के नमूने में हेराफेरी में शामिल थी, जिसमें पहले से ही दो डॉक्टर और एक अस्पताल कर्मचारी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

नवीनतम गिरफ्तारी के साथ, मामले में अब तक परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में मुख्य आरोपी 17 वर्षीय नाबालिग पहले से ही निरीक्षण गृह में है, जबकि उसके पिता और दादा 14 दिन के न्यायिक हिरासत में हैं। 

पुणे शहर पुलिस विभाग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ड्राइवर को गलत तरीके से बंधक बनाने और दुर्घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए उसे धमकी देने में कथित भूमिका के लिए मां की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि वे ड्राइवर गंगाधर हेरिक्रब के अपहरण के मामले में उसकी जांच करना चाहते हैं। किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) ने नाबालिग को दी गई जमानत रद्द कर दी और उसे 5 जून तक निगरानी गृह में भेज दिया। पुलिस का दावा है कि 17 वर्षीय किशोर नशे की हालत में लग्जरी कार चला रहा था, जब यह घातक दुर्घटना हुई।

लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस की करवाई की काफी आलोचना की थी जिसमे की नाबालिग से निबंध लिखाया गया था , लोगों ने कहा की किसी जान लेने जैसा गमगीन अपराध करने की बाद सज़ा के तौर पर प्रशासन निबंध लिखवा कर कैसे इसकी पुस्टि कर सकती है , जिसके बाद खून के सैंपल बदलने का आरोप सामने आया और परिवार को हिरासत में लिया गया।

*कन्याकुमारी में पीएम मोदी की साधना खत्म, 30 मई की शाम से थे ध्यान में लीन
डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान साधना कन्याकुमारी में समाप्त हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकानंद रॉक मेमोरियल में , उसी जगह पर ध्यान लगाया था, जहां स्वामी विवेकानंद ने साधना की थी. आज सुबह सूर्योदय के समय ‘सूर्य अर्घ्य’ देने के बाद पीएम मोदी ने तीसरे और अंतिम दिन अपनी ध्यान साधना शुरू की थी और दोपहर को समाप्त किया. ‘सूर्य अर्घ्य’ आध्यात्मिक अभ्यास से जुड़ी एक परंपरा है, जिसमें भगवान सूर्य को जल अर्पित कर उन्हें नमन किया जाता है. प्रधानमंत्री ने एक लोटे से समुद्र में सूर्य को जल अर्पित किया और माला जपी. मोदी भगवा वस्त्र पहने हुए थे और उन्होंने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की. वह अपने हाथों में ‘जाप माला’ लेकर मंडपम के चारों ओर चक्कर लगाते दिखे. कन्याकुमारी सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए मशहूर कन्याकुमारी सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्यों के लिए मशहूर है और मेमोरियल तट के पास एक छोटे-से टापू पर स्थित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई की शाम को विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान साधना शुरू की थी. पीएम मोदी की साधना पर द्रमुक और कांग्रेस का कटाक्ष प्रधानमंत्री के प्रवास के मद्देनजर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता एवं जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने आरोप लगाया कि पर्यटकों को उस क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है, जिससे स्थानीय व्यवसाय पर गंभीर असर पड़ा है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दावा किया कि इसके अलावा, इस क्षेत्र को जहाजों और विमानों के लिए निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में ध्यान लगाते हुए मोदी की वीडियो और तस्वीरें जारी करने के लिए भाजपा पर कटाक्ष किया. कांग्रेस नेता ने पोस्ट में कहा, कितनी जगह पर कितने वीडियोग्राफर खड़े थे! स्वामी विवेकानंद मौन हैं.

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान साधना कन्याकुमारी में समाप्त हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकानंद रॉक मेमोरियल में , उसी जगह पर ध्यान लगाया था, जहां स्वामी विवेकानंद ने साधना की

एग्जिट पोल 2024: नरेंद्र मोदी की हैट्रिक या कांग्रेस की वापसी ? पोलस्टर्स करेंगे अनुमान।

2024 के लोकसभा चुनावों के लिए उत्सुकता से प्रतीक्षित एग्जिट पोल परिणामों का करेंगे अनुमान। एग्जिट पोल के प्रकाशन पर चुनाव आयोग का प्रतिबंध, जो 19 अप्रैल, 2024 से लागू है, आज शाम 6:30 बजे हट जाएगा। इसके बाद, विभिन्न मीडिया संगठन अपने एग्जिट पोल के निष्कर्षों को तुरंत जारी करेंगे, जो इस उच्च-दांव वाले चुनावी युद्ध के संभावित परिणामों की प्रारंभिक झलक पेश करेंगे। एग्जिट पोल मतदाताओं के मतदान केंद्र से निकलने के तुरंत बाद किए जाने वाले सर्वेक्षण होते हैं। इन पोल का उद्देश्य आधिकारिक परिणाम आने से पहले चुनाव के परिणाम की भविष्यवाणी करना है।

कांग्रेस ने टेलीविजन चैनलों पर किसी भी लोकसभा एग्जिट पोल बहस में भाग नहीं लेने के अपने फैसले की घोषणा की है। कांग्रेस प्रवक्ता और मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा कि मतदाताओं ने अपना वोट डाल दिया है और उनका फैसला सुरक्षित है, उन्होंने कहा कि पार्टी को “टीआरपी के लिए अटकलों और झगड़े में शामिल होने का कोई कारण नहीं दिखता है।” भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दावा किया कि कांग्रेस का यह निर्णय इस बात की "स्पष्ट पुष्टि" है कि विपक्षी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में हार मान ली है। एक्स पर एक पोस्ट में, नड्डा ने मतदाताओं से शनिवार को मतदान के सातवें और अंतिम चरण में अपना वोट बर्बाद न करने का आग्रह किया, उन्होंने तर्क दिया कि कांग्रेस आमतौर पर तब बाहर हो जाती है जब उसे अनुकूल परिणामों की उम्मीद नहीं होती है, लेकिन अगर उसे लगता है कि उसके पास एक बाहरी मौका भी है, तो उसे चुनाव लड़ने में कोई संकोच नहीं होता।

भाजपा का चुनावी रुख 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में एक रैली के साथ अपने व्यापक लोकसभा अभियान का समापन किया। 16 मार्च को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से, मोदी ने 206 जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जो 2019 के चुनावों के दौरान उनके 145 कार्यक्रमों से अधिक है। 76-दिवसीय अभियान अवधि के दौरान, उन्होंने सभी पाँच दक्षिणी राज्यों का दौरा किया, जहाँ भाजपा की स्थिति को उन क्षेत्रों में सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया गया जहाँ उसे पहले बहुत कम सफलता मिली थी। रैलियों, रोड शो और 80 मीडिया साक्षात्कारों के माध्यम से मोदी के अथक अभियान ने भाजपा के प्राथमिक वोट-प्राप्तकर्ता के रूप में उनकी भूमिका को उजागर किया। उनके प्रयासों का प्रभाव 4 जून को सामने आएगा, जब चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

कांग्रेस का चुनावी रुख 

लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए जोरदार अभियान के तहत, पार्टी नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने 100 से अधिक जनसंपर्क कार्यक्रमों में भाग लिया। राहुल गांधी ने सातवें चरण के मतदान के लिए प्रचार के अंतिम दिन पंजाब में प्रचार किया, जबकि प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में रोड शो का नेतृत्व किया। खड़गे ने 100 से अधिक रैलियों, 20 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और 70 से अधिक मीडिया इंटरैक्शन में भाग लिया। राहुल गांधी ने 107 रैलियों और प्रमुख कार्यक्रमों में भाग लिया, और प्रियंका गांधी ने 108 सार्वजनिक बैठकों और रोड शो में भाग लिया, और कई मीडिया साक्षात्कार दिए। प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि उन्होंने 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में प्रचार किया। 

एग्जिट पोल कितने सटीक साबित हुए। 

एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए, और हाल के वर्षों में गलत भविष्यवाणियों के उल्लेखनीय उदाहरण सामने आए हैं। हालांकि, 2019 और 2014 के भारतीय आम चुनावों के एग्जिट पोल ने समग्र भावना को लगभग सटीक रूप से पकड़ लिया।

2019 में, एग्जिट पोल ने एनडीए के लिए औसतन 306 सीटें और यूपीए के लिए 120 सीटों की भविष्यवाणी की। एनडीए के लिए वास्तविक परिणाम काफी अधिक थे, जिसने 352 सीटें जीतीं (जिसमें अकेले भाजपा ने 303 सीटें हासिल कीं), जबकि यूपीए ने केवल 93 सीटें जीतीं (जिसमें कांग्रेस को 52 सीटें मिलीं)। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए 352 सीटों की भविष्यवाणी की थी, जबकि न्यूज 24-टुडेज चाणक्य ने भी भाजपा की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की थी।

2019 के लोकसभा चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें जीतीं, जो 2014 की तुलना में 21 ज़्यादा थीं, जबकि कांग्रेस पार्टी 52 सीटों पर सिमट गई। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और वाईएसआरसीपी ने 23-23 सीटें जीतीं, उसके बाद ममता बनर्जी की टीएमसी ने 22, शिवसेना ने 18, जेडी(यू) ने 16, बीजेडी ने 12, बीएसपी ने 10, एसपी ने 5, एनसीपी ने 5 और सीपीआई(एम) ने 3 सीटें जीतीं।

इस बार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के लिए 400 से ज़्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है, जबकि भाजपा का लक्ष्य 370 से ज़्यादा सीटें जीतना है।