अबकी बार-400 पार, 80 बनेगा इसका आधार,दिल्ली जाने वालों के लिए सीएम योगी ने खूब बहाया पसीना

लखनऊ। अबकी बार-400 पार, 80 बनेगा इसका आधार। इस नारे के जरिए नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सत्ता सौंपने में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी बड़ी भूमिका का निर्वहन करेगा। इसके साथ यूपी के लखनऊ से दिल्ली जाने की तैयारी करने वालों की संख्या भी काफी रही। इन सभी की उम्मीदों को पंख लगे, इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने खूब पसीना बहाया।योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत उत्तर प्रदेश से चुने गए केंद्र के 12 मंत्रियों को फिर से जिताने की अपील की तो अपने भी चार मंत्रियों का हाथ थामकर उनके 'दिल्ली' जाने का मार्ग भी सरल किया। इसके अलावा राज्यसभा सांसद, भाजपा व सहयोगी दलों के आठ विधायकों और तीन विधान परिषद सदस्यों के लिए भी योगी आदित्यनाथ ने रैली, रोड शो व जनसभा की।

यूपी के आठ विधायक राजग से चुनावी समर में उतरे

लोकसभा चुनाव-2024 के लिए राजग से उत्तर प्रदेश के आठ विधायक चुनावी समर में उतरे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सभी के लिए खूब रैलियां की। योगी सरकार के मंत्री व मैनपुरी से विधायक जयवीर सिंह को मैनपुरी लोकसभा से टिकट दिया गया। इनके लिए योगी ने रोड शो व जनसभा की। वहीं खैर से विधायक व मंत्री अनूप प्रधान वाल्मीकि को हाथरस लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया है। फूलपुर से विधायक प्रवीण पटेल को फूलपुर लोकसभा, गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग को गाजियाबाद लोकसभा, निषाद पार्टी के मझवां से विधायक विनोद कुमार बिंद को भदोही लोकसभा, नहटौर से विधायक ओम कुमार को नगीना लोकसभा, मीरापुर से विधायक चंदन चौहान (रालोद) को बिजनौर लोकसभा और छानबे से विधायक रिंकी कोल (अपना दल एस) को राबर्टसगंज लोकसभा सीट से राजग का प्रत्याशी बनाया गया है। इन सभी के लिए योगी आदित्यनाथ ने कई बार रैली व जनसभा कर इनके दिल्ली जाने का मार्ग सरल किया है।

योगी सरकार के चार मंत्री और तीन एमएलसी भी मैदान में उतरे

योगी सरकार के चार मंत्री भी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरे। इनमें से जितिन प्रसाद को पीलीभीत, जयवीर सिंह को मैनपुरी, अनूप प्रधान को हाथरस और दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से मैदान में उतारा गया। इसमें से जयवीर सिंह व अनूप प्रधान विधानसभा सदस्य हैं, जबकि दिनेश प्रताप सिंह और जितिन प्रसाद विधान परिषद सदस्य हैं। इन दोनों के अलावा भारतीय जनता पार्टी ने सदस्य विधान परिषद साकेत मिश्र को श्रावस्ती लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं राज्यसभा सांसद नीरज शेखर को इस बार भाजपा ने बलिया सीट से प्रत्याशी घोषित किया था। सातवें चरण में बलिया में वोटिंग होगी। यूपी के मुखिया के रूप में योगी आदित्यनाथ ने इन सभी का बखूबी साथ निभाते हुए प्रचार किया।

पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ समेत 12 केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में

भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा कार्यकर्ता और उत्तर प्रदेश के मुखिया के रूप में योगी आदित्यनाथ ने दोनों शीर्षस्थ नेताओं के लिए कई रैली, सम्मेलन व संवाद कार्यक्रम किया। इसके साथ ही अमेठी से स्मृति ईरानी, जालौन से भानु प्रताप सिंह वर्मा, आगरा से प्रो. एसपी सिंह बघेल, वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी को महराजगंज, चंदौली से डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, मीरजापुर से अनुप्रिया पटेल, मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान, लखीमपुर खीरी से अजय मिश्र टेनी, मोहनलाल गंज से कौशल किशोर और फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति फिर से जनता के बीच उतरीं। योगी आदित्यनाथ ने इन सभी केंद्रीय मंत्रियों के लिए भी जनसभा की।

क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी व थाना चिनहट की संयुक्त पुलिस टीम के साथ मुठभेड़ में शातिर लुटेरा अपराधी गिरफ्तार

लखनऊ। राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय कालेज मटियारी के पास शुक्रवार की सुबह पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस दौरान गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया, जिसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका साथी पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। जिनकी तलाश पुलिस विभाग द्वारा जारी है। इनके द्वारा लूट की योजना बनाई जा रही थी। जिसे पुलिस ने विफल कर दिया है। गिरफ्तार बदमाश के कब्जे से एक तमंचा व कारतूस बरामद किया है। घायल बदमाश अभी जेल से छूटकर आया था।

घायल बदमाश को अस्पताल में कराया भर्ती

डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम में बदमाशों की सूचना मिली कि इलाके में बैठे दो बदमाश डकैती और हत्या की साजिश रच रहे हैं। इंस्पेक्टर चिनहट और क्राइम टीम पहुंची तो बदमाश भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी की कोशिश की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। उसका साथी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बदमाश को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया।

ढाई माह पहले जेल से छूटकर आया था घायल बदमाश

बदमाश की पहचान राकेश ऊर्फ छोटू के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पहले चिनहट इलाके में जिम चलाने वाले अर्पित के यहां ड्राइवर का काम करता था। जिम संचालक ने मार्च महीने में छोटू को हटा दिया था। इसी बात से नाराज होकर उसने अर्पित के यहां डकैती और हत्या की साजिश अपने साथी के साथ रच रहा था। पुलिस रिकार्ड में आरोपित के खिलाफ 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह ढाई माह पहले एक मामले में जेल से छूट कर आया है। पुलिस अब उसके फरार साथी रणजीत की तलाश में है। पुलिस द्वारा जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिय जाएगा।

लखीपुर खीरी में तूफान में मचाई तबाही, कई जगह गिरे बिजली के खंभे व पेड़, पांच की मौत


लखनऊ । यूपी में जहां एक तरफ भीषण गर्मी पड़ने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। ऐसे में समय में लखीमपुर खीरी में गुरुवार की रात आंधी और तूफान में जमकर तबाही मचाई। यहां पर कई स्थानों पर बिजली के खंभे व पेड़ के गिरने से पांच लोग घायल हो गए और कई घायल हो गए है। आंधी इतनी तेज थी कि लोगों के घरों के टीनशेड उड़कर दूर जा गिरे।

तूफान के चलते कार पर गिरा पेड़

जानकारी के लिए बता दें कि जिले के फूलबेहड़ क्षेत्र के अंन्देश नगर के पास तूफान के चलते पेड़ कार पर गिर गया। हादसे में कार चला रहे घनश्याम गिरी की मौत हो गई। वह पत्नी और बच्चों के साथ कार से रिश्तेदारी से घर लौट रहे थे। पत्नी व दो बच्चे गंभीर रूप से घायल  हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गिरे पेड़ को हटवाकर कार निकाली और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घायल महिला और उसके दो बच्चों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। फरधान थाना क्षेत्र के गांव लोन पुरवा में पक्की दिवार गिरने से 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई है।

तेज आंधी में गिरी पक्की दीवार

इसी प्रकार से हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव इमलिया में रात आठ बजे के करीब आई आंधी के दौरान गांव में विशाल नीम का पेड़ गिर गया। पेड़ के नीचे गांव निवासी तौले राम का 35 वर्षीय पुत्र विनोद कुमार समेत कुछ लोग बैठे थे। आंधी में नीम पेड़ ढह गया, जिसके नीचे दबकर विनोद कुमार की मौत हो गई। वहीं अन्य लोग बाल-बाल बच गए। गोला थाना क्षेत्र के गांव विलासपुर ग्राम पंचायत तेंदुआ में तेज आंधी आने से पक्की दीवार  गिर जाने से 75 वर्षीय फूलमती पत्नी शिवराम की मौके पर मौत हो गई। घटना से उनके परिवार में कोहराम मच गया। उधर, थाना हैदराबाद के गांव बेलवा में आंधी तूफान के कारण दीवार से दबकर विकास ( 36 वर्ष) पुत्र हरद्वारकी मृत्यु हो गई है। आंधी से सबसे ज्यादा नुकसान आम की फसल को हुआ है।
अमेठी में बंद फाटक पर खड़ी छह गाड़ियों को तेज रफ्तार कंटेनर ने मारी ठोकर, एक परिवार के तीन बच्चों की मौत
लखनऊ/अमेठी। यूपी के अमेठी जिले में भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के  लखनऊ-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार की रात क्रॉसिंग बंद होने के कारण खड़ी छह गाड़ियों को लखनऊ से आ रही एक तेज रफ्तार कंटेनर ने ठोकर मार दी। जिससे एक कार में सवार चार लोग घायल हो गए। इलाज के दौरान एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

कमरौली थाना क्षेत्र के लखनऊ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात में करीब तीन बजे बीएचईएल गेट के सामने स्थित रेलवे क्रॉसिंग बंद था। इसके कारण कई गाड़ियां क्रासिंग पर खड़ी थी। इसी बीच लखनऊ की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कंटेनर ने कई गाड़ियों को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि हुंडई कार, डीसीएम, पिकअप, थार समेत सात गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई।

टक्कर से एक कार सवार चार बच्चे अदनान (11) पुत्र जुल्फिकार, फातिमा (13) पुत्री शकील, आफरीन (14) पुत्री मंजूर और फारिस (8) पुत्र बबलू गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद मची चीख पुकार के बाद पुलिस व स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर इलाज के दौरान अदनान, फातिमा और आफरीन निवासी नटॉली पारा बाजार थाना बल्दीराय जिला सुल्तानपुर की मौत हो गई, जबकि फारिस का इलाज चल रहा है। वहीं एक परिवार के तीन बच्चों की मौत की खबर पर परिवार में कोहराम मच गया है।
नशे के रूप में कप को पश्चिमी बंगाल भेजने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

लखनऊ । यूपी एसटीएफ ने सील गोदाम का ताला तोड़कर कफ सिरप (फेन्साडिल) गायब करने वाले दो आरोपियों को  गिरफ्तार किया है। इस गोदाम से कफ सिरप को अवैध ढंग से अलग-अलग राज्यों में सप्लाई किया जाता था। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम  पवन गुप्ता पुत्र गया नाथ गुप्ता निवासी आलमनगर, शैलेन्द्र आय्या पुत्र मेढ़ई लाल आर्या, निवासी जानकीपुरम लखनऊ है। इनके कब्ज से चार मोबाइल, एक आधार कार्ड आैर एक हजार नकद बरामद किया है।

*काफी दिनों ने एसटीएफ को थी इनकी तलाश*

विगत काफी दिनों से विभिन्न प्रकार के कफ सिरप व अन्य दवाओं को नशे के रूप में प्रयोग करने के लिए इसका अवैध भण्डारण व बिहार, झारखण्ड, आसाम, पश्चम बंगाल व बांग्लादेश में सप्लाई होने की रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्पेशल टॉस्क फोर्स लखनऊ व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, यूपी  की संयुक्त जांच समिति का गठन किया गया था। इसी क्रम में पुलिस उपायुक्त एसटीएफ लाल प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम जानकारी एकत्र कर रही थी। मिली जानकारी के अनुसार, आठ अप्रैल को एसटीएफ व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की संयुक्त टीम ने ट्रक चालक फरीदाबाद के संतोष कुमार यादव को गिरफ्तार कर 52 पेटी फेन्साडिल कफ सिरप बरामद किया था।

*सील गोदाम को तोड़कर माल गायब कर दिया था*

पूछताछ में चालक ने सरोजनीनगर के ट्रांसपोर्ट नगर से कफ सिरप को लोड करने की बात कुबूली थी। गोदाम को खाद्य विभाग की टीम ने सील कर दिया था। सील गोदाम को तोड़कर माल गायब कर दिया गया था। मामले में बुधवार को एसटीएफ ने तालकटोरा के पवन गुप्ता और जानकीपुरम के शैलेंद्र आर्य को ठाकुरगंज से गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से चार मोबाइल, एक आधार कार्ड और एक हजार रुपये मिले हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लालच में आकर कुछ लोगों के साथ मिलकर कफ सिरप को जाली ई-वे बिल व चालान बिल्टी के जरिये मंगवाकर पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश में सप्लाई करते हैं। इससे काफी मुनाफा होता है।गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना सुशांत गोल्फ सिटी मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
सातवें चरण के चुनाव के लिए आज रवाना होगी पालिंग पार्टियां
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की 13 सीटों और दुद्धी (अजजा) विधानसभा उप चुनाव के लिए शुक्रवार को पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी।

सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को समय से पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के निर्देश दिए गए हैं। रिणवा ने बताया कि सातवें चरण में महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव (अजा), घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर व राबर्ट्सगंज (अजा) लोकसभा क्षेत्रों में वोट पड़ेंगे। सभी मतदान कर्मिकों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी।
आजम खां को 10 साल की सजा
लखनऊ/रामपुर । डूंगरपुर के एक और मामले में सपा नेता आजम खां को कोर्ट ने झटका दिया है। कोर्ट ने गुरुवार को आजम खां को 10 साल की सजा 14 लाख जुमार्ना की सजा सुनाई है। सुनवाई के दौरान सपा नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सीतापुर जेल से जुड़े।

सपा नेता आजम खां के खिलाफ 2019 में डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने बस्ती को खाली कराने के नाम पर लूटपाट, चोरी, मारपीट समेत अन्य धाराओं में गंज थाने में 12 मुकदमे दर्ज कराए थे। इनमें से तीन मुकदमों में फैसला आ चुका है। दो मामलों में सपा नेता बरी हो चुके हैं, जबकि एक मामले में उन्हें सात साल की कैद की सजा सुनाई जा चुकी है।

सपा नेता आजम खां फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं। इस मामले में बुधवार को कोर्ट ने आजम खां व ठेकेदार बरकत अली को दोषी करार दिया था। गुरुवार को दोनों को सजा सुनाई गई।
प्रचंड गर्मी के मौसम को देखते हुए हरे चारे में मौजूद विष से पशुओं को बचाएं पशु पालक

लखनऊ/कानपुर। गर्मी के मौसम में पशुओं के लिए हरा चारा नितांत आवश्यक है। लेकिन इस तपती गर्मी में इस समय हरे चारे के रूप में ज्वार एवं बाजरे की फसल मौजूद है।जिसमें हाइड्रोसायनिक नामक अम्ल होता है जो पशु को नुकसान करता है। ऐसे में यह चारा बहुत सावधानी से पशुओं को खाने के लिए दें। यह जानकारी गुरुवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. शशिकांत ने दी।

दम घुटने से पशुओं की हो जाती है मौत

उन्होंने बताया कि इस जहरीले अम्ल का निर्माण हरे चारे में मौजूद साइनोजेनिक ग्लूकोसाइड के कारण होता है, इन ग्लूकोसाइड पर चारे अथवा रूमेन में मौजूद एंजाइम की क्रिया से हाइड्रोसायनिक अमल बनता है जो जहर होता है।पशुपालन वैज्ञानिक ने बताया कि साइनाइड विषाक्त में ऑक्सीजन के वाहक एंजाइम प्रभावित होने के कारण शरीर के ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिससे दम घुटने से पशु की मृत्यु हो जाती है। ऐसे कई पौधे एवं चारे हैं जिनके सेवन से साइनाइड विषाक्तता हो सकती है, किंतु इसमें साइनाइड की मात्रा 500 पी पी एम हरे चारे में एवं 200 पी पी एम सूखे चेहरे में सुरक्षित रहता है, परंतु यह मात्रा जब हरे चारे में 600 पी पी एम से ज्यादा हो जाता है तो पशु के लिए खतरनाक साबित होता है।

साइनोजेनिक ग्लूकोसाइड की मात्रा हो जाती है अधिक

साइनाइड की मात्रा विभिन्न मौसमों में पौधों के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न होती है। मुख्यतः ज्वार, बाजरा चारी आदि चारों में कभी-कभी कुछ विशेष परिस्थितियों में साइनोजेनिक ग्लूकोसाइड की अधिक मात्रा होने के कारण इसके सेवन में पशुओं की मृत्यु हो जाती है।डॉ शशिकांत ने बताया कि चारे में विष की मात्रा उसकी अवस्था, मृदा में नाइट्रोजन की उपस्थिति, किसान द्वारा बुवाई के समय चारे की वृद्धि के लिए दी गई यूरिया या अन्य खाद एवं पानी की कमी आदि कारकों पर निर्भर करती है।

चारे में साइनाइड की मात्रा बढ़ जाती है: डॉ. शशिकांत

विशेष रूप से पानी की कमी के कारण जिन पौधों की वृद्धि रुक गई हो, पत्तियां सूख कर मुरझा गई हो वह पीली पड़ गई हो, ऐसे चारे में साइनाइड की मात्रा बढ़ जाती है।

डॉक्टर कांत ने कहा हरे चारे के अभाव में भूखे पशु यह चारा देखते ही लालच बस इसे खा लेते हैं जानकारी के अभाव में पशुपालक भी मुरझाई हुई एवं अविकसित ज्वार, बाजरा एवं चरी को हरे चारे के अभाव में देने लगते हैं, इसके कारण पशु की मृत्यु हो जाती है।

जाने जहरीले युक्त चारा खाने के बाद पशुओं का लक्षण

डॉ. शशिकांत ने जानकारी देते हुए बताया कि साइनाइड युक्त चारे के अचानक अधिक सेवन के 10 से 15 मिनट बाद ही पशु में विषाक्त के कारण प्रकट होने लगते हैं जिसमें - पशु बेचैन होने लगता है, उसके मुंह से लार गिरने लगती है, सांस लेने में कठिनाई होने लगती है तथा पशु मुंह खोलकर सांस लेता है, मांसपेशियों में ऐंठन व दर्द होने लगता है, अत्यंत कमजोरी की वजह से पशु लड़खड़ा कर जमीन पर गिर जाता है, पशु अपने सर को पेट की ओर घूमांकर रखता है, मुंह से कड़वे बादाम जैसी गंध आती है, रक्त का रंग चमकीली लाल हो जाता है, मृत्यु के समय दम घुटने जैसी कराह एवं पीड़ा होती है।

जाने कैसे करें उपचार

डॉ.कान्त ने बताया कि साइनाइड विषाक्तता के लक्षण प्रकट होते ही पशु को सोडियम नाइट्राइट 3 ग्राम एवं सोडियम थायोसल्फेट 15 ग्राम 200 मिलीलीटर पानी में घोलकर नसों द्वारा चिकित्सा से परामर्श के बाद देना चाहिए, सोडियम थायोसल्फेट 30 से 60 ग्राम मुंह से देना चाहिए, साइनाइड ग्रस्त पशु को ज्यादा पानी पिलाना चाहिए, चरागाहों में चरने के लिए ले गए पशुओं को कम बढ़ी हुई ज्वार व चरी की फसल नहीं खाने दें, अच्छी सिंचाई की गई ज्वार व चारी ही पशुओं को हरे चारे के रूप में दें लेकिन ध्यान रहे कि दो से चार बार बारिश होने के बाद ही बड़ी फसल पशुओं को खिलाएं, साइनाइड ग्रस्त चारे को हे के रूप में संरक्षित कर सकते हैं, साइनाइड ग्रस्त चारे को कुछ समय तक सूखने के बाद उसमें शीरा मिलकर साइलेज के रूप में खिलाने से भी विष का प्रभाव कम हो जाता है, छोटे मुरझाए हुए पीले वह सुख कर ऐंठे हुए पौधे को चारे के रूप में उपयोग नहीं करें।

लोकसभा : चंदौली में 40 साल से नहीं खुला कांग्रेस का खाता,बस एक बार चिघाड़ा हाथी

लखनऊ। पूर्वांचल की अहम संसदीय सीट चंदौली पर पिछले दस साल से भाजपा काबिज है। 2024 के चुनाव में भाजपा जीत की हैट्रिक की तैयारी में है। वहीं सपा और बसपा के सामने इतिहास दोहराने की चुनौती है। कांग्रेस पिछले चार दशक से जीत का सूखा झेल रही है। बता दें, 2024 के चुनाव में सपा-कांग्रेस को गठबंधन है। ये सीट सपा के खाते में है। बसपा अकेले मैदान में है। *चंदौली में बसपा ने अब तक 9 चुनाव लड़े* चंदौली में बसपा ने अब तक 9 चुनाव लड़े और उसे सिर्फ 1 बार जीत का स्वाद चखने का अवसर मिला। 1989 के चुनाव में बसपा ने यहां पहली बार किस्मत आजमाई। अपने पहले चुनाव में बसपा के जगन्नाथ कुशवाहा 15.32 फीसदी वोट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। 1991 में बसपा के छविनाथ मौर्य 19.51 फीसदी वोट शेयर के साथ तीसरे रहे। 1996 में बसपा के हेमन्त कुमार कुशवाहा और 1998 में शशि कान्त राजभर तीसरे स्थान पर रहे। 1999 के आम चुनाव में कमला राजभर हाथी की टिकट पर मैदान में उतरी। उन्हें 26.03 फीसदी वोट मिले। कमला तीसरे स्थान पर रही। *चंदौली सीट का इतिहास,पहले दो चुनाव में साइकिल हुई पंचर* चंदौली संसदीय सीट पर अब तक 16 चुनाव हो चुके हैं। भाजपा यहां 5 बार, कांग्रेस 4 बार, समाजवादी पार्टी 2 बार और बसपा, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय लोकदल, जनता पार्टी और जनता दल 1-1 बार यहां जीत दर्ज कर चुके हैं। यहां की जनता ने सभी दलों को मौका दिया है। इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने का गौरव भाजपा के खाते में है।चंदौली में सपा ने अपना चुनाव 1996 में लड़ा। इस चुनाव में सपा के कैलाश नाथ सिंह यादव दूसरे स्थान पर रहे। चुनाव भाजपा के आनन्द रत्न मौर्य ने जीता। आनन्द रत्न मौर्य को 189,179 (32.14 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं कैलाश यादव के खाते में 158,028 (26.85 प्रतिशत)वोट आए। 31 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से आनन्द ने ये चुनाव जीता। 1998 के चुनाव में सपा के जवाहर लाल जायसवाल को भाजपा के आनन्द रत्न मौर्य के हाथों हार का सामना करना पड़ा। *1999 में साइकिल ने पकड़ी रफ्तार* 13वीं लोकसभा के चुनाव में सपा की साइकिल ने यहां रफ्तार पकड़ी और जवाहर लाल जायसवाल दिल्ली पहुंचे। जवाहर लाल को 265,412 (36.52 प्रतिशत) वोट मिले। दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के आनन्द रत्न मौर्य को 191,883 (26.41 प्रतिशत) वोट मिले। चुनाव में 55.07 फीसदी वोटिंग रिकार्ड हुई। 2004 के चुनाव में बसपा के हाथी ने साइकिल को पछाड़कर दिल्ली का टिकट कटा लिया। 2009 में दोबारा दौड़ी साइकिल,2004 में बसपा को मिली जीत* 15वीं लोकसभा के लिए साल 2009 में हुए चुनाव में दूसरी बार यहां सपा की साइकिल दौड़ी। सपा प्रत्याशी राम किशुन यादव ने बसपा के कैलाश नाथ यादव को मात्र 459 वोट से शिकस्त दी। राम किशुन को 180,114 (26.85 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं बसपा प्रत्याशी को 179,655 (26.78 प्रतिशत) वोट प्राप्त हुए। इस चुनाव में 18 प्रत्याशी मैदान में थे। कुल 6 लाख 70 हजार 891 वोटरों ने अपना मताधिकार का प्रयोग इस चुनाव में किया। इस जीत के बाद 2014 और 2019 के चुनाव में सपा की साइकिल यहां दौड़ नहीं पाई। दोनों चुनाव भाजपा के डॉ.महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने जीते।पहले पांच चुनाव में हार के बाद आखिरकार 2004 के आम चुनाव में बसपा के कैलाश नाथ सिंह यादव को जीत नसीब हुई। कैलाश नाथ ने सपा के आनन्द रत्न मौर्य को 1669 मतों के अंतर से शिकस्त दी। 2004 और 2009 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन में ये सीट सपा के खाते में थी। इसलिए बसपा ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा। *40 साल पहले आखिरी बार जीती कांग्रेस* चंदौली सीट पर हुए 16 चुनाव में कांग्रेस 4 बार जीती है। यहां उसे आखिरी जीत 1984 के आम चुनाव में नसीब हुई। तब के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी चन्दा त्रिपाठी ने जीत का झंडा गाड़ा था। इसके बाद 1989 के चुनाव में कांग्रेस यहां दूसरे नंबर पर रही। 1991, 96 और 98 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी चौथे स्थान पर रहे। तीनों चुनाव में उसकी जमानत जब्त हुई। 1999 के चुनाव में कांग्रेस चुनाव मैदान में उतरने की हिम्मत नहीं कर पाई। 2004 में कांग्रेस ने चुनाव में उतरने की हिम्मत तो दिखाई लेकिन वो चौथे नंबर से ऊपर उठ नहीं पाई। 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी शिवेन्द्र कुमार तीसरे और 2014 में तरूण पटेल चौथे स्थान पर रहे। 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा। गौरतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस सपा का गठबंधन है। ये सीट सपा के खाते में है।
राजधानी में बिजली कटौती को लेकर लोगों में आक्रोश , कई स्थानों पर आक्रोशित लोगों ने उपकेंद्रों का किया घेराव

लखनऊ । यूपी की राजधानी में बिजली कटौती कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। जिसकी वजह से राजधानी के कई स्थानों पर बवाल भी बढ़ता जा रहा है। बुधवार रात बिजली गुल होने से नाराज लोगों ने प्रियदर्शिनी और गहरू उपकेंद्रों का घेराव किया। इसके साथ ही सीतापुर रोड जाम कर रात तीन बजे तक प्रदर्शन, हंगामा किया।प्रियदर्शिनी उपकेंद्र के 10 हजार उपभोक्ता पूर्व अफसरों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं।

यहां अतिरिक्त 33 केवी लाइन बनाई गई होती तो यह स्थिति न आती। बुधवार रात एक बजे फॉल्ट के चलते उपकेंद्र की बिजली गुल हो गई। इससे गर्मी से बेहाल लोग डेढ़ बजे सीधे उपकेंद्र पहुंचे और नारेबाजी, गाली-गलौज और मारपीट पर अमादा हो गए। यह देख एसडीओ, जेई आदि कर्मचारी भाग निकले। पकड़ में आए ऑपरेटर से लोगों ने अभद्रता की।

पुलिस की सुरक्षा में उपकेंद्र पहुंचे मुख्य अभियंता सुनील कपूर, अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार को भी लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों ने पुरनिया फ्लाईओवर से उतरने वाले रास्ते को बंद कर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर लोग तीन बजे लौटे। बिजली चालू करने की कसरत बुधवार सुबह सात बजे तक चली। मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता देर रात तक उपकेंद्र पर डटे रहे। बिजनौर और सरवननगर गांव में बुधवार रात नौ बजे लो वोल्टेज की समस्या आई। लोगों ने कई बार गहरू उपकेंद्र पर इसकी शिकायत की, पर समस्या दूर नहीं की जा सकी।

इसके बाद रात 11 बजे अचानक पूरी सप्लाई ही ठप हो गई। इससे गुस्साए लोग उपकेंद्र पहुंचे और हंगामा करने के साथ कंट्रोल रूम में घुसकर सारे फीडर बंद कर दिए। इससे चंद्रावल, नटकुर, कासिमखेड़ा, सरैया, शाहपुर मझिगवां, नूरनगर भदरसा, माती व कमलापुर सहित कई गांवों की सप्लाई ठप हो गई। कर्मचारियों ने सरोजनीनगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लाठी फटकारकर प्रदर्शनकारियों को भगाया। रात करीब दो बजे सप्लाई चालू हुई।