लोकसभा चुनाव में अब तक 283 सीटों के चुनाव में भाजपा 43 सीटों पर बढ़त देख हताश होगी - राजेश ठाकुर
रांची : लोकसभा चुनाव में अपने निश्चित हार को देखकर प्रधानमंत्री बौखला गए हैं और पहले से भी ज्यादा झूठ बोलना शुरू कर दिए। उक्त बातें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर कांग्रेस भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही।
उन्होंने कहा कि हमें लग रहा था कि प्रधानमंत्री झारखंड में आने से पहले अडानी- अंबानी के यहां छापे मरवा कर आएंगे लेकिन वह सिर्फ इधर-उधर की बात करने ही झारखंड आए थे। बेरोजगारी भय, भूख,भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री बात नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री चतरा में जहां चुनावी सभा करने आए थे वहां के सांसदों ने 10 वर्षों में कोई कार्य नहीं किया। जिससे उन्होंने जनता के भय से सांसद का चेहरा बदल दूसरे को टिकट दिया।
राजेश ठाकुर ने कहा मोदी जी अपने सांसदों द्वारा किए गए कार्यों को नहीं बता सकते क्योंकि उन्होंने अपने सांसदों को रिजेक्ट कर दिया और यह मान लिया कि उनके सांसदों ने कोई कार्य नहीं किया है।
ठाकुर ने कहा मोदी जी को इलेक्ट्रॉल बांड पर बातें करनी चाहिए कोविशील्ड पर बातें करनी चाहिए, कि सिर्फ चंद रूपयों के लिए मोदी जी ने देश की जनता के जीवन से खिलवाड़ किया है। जब राहुल गांधी इस मामले में बोलते थे तब मोदी जी उनका मजाक उड़ाते थे आज वह बातें सच साबित हो रही है। जब झारखंड की हमारी सरकार कोविड में जीवन भी और जीविका पर कार्य कर रही थी तब मोदी जी वैक्सीन लगवा कर इलेक्ट्रोल बांड के माध्यम से चंदा ले रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी अब जिस तरह की बातें कर रहे हैं उसे लगता है कि अब तक हुए 283 सीटों के चुनाव में सिर्फ 43 सीटों पर उन्हें बढ़त दिख रही है उससे वह हताश है इस कारण उन्हें हिंदुस्तान -पाकिस्तान, शमशान- कब्रिस्तान की बातें करनी पड़ रही हैं ताकि वोटो का ध्रुवीकरण किया जा सके।
उन्होंने राजधानी रांची में भाजपा के द्वारा उरांव और महतो जैसे लोगो को टोपी पहनाकर अल्पसंख्यक घोषित किए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री पूरे देश को टोपी पहनाने निकले हैं तो यहां के नेताओं को क्या जरूरत है की टोपी पहनाकर बताने की अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं।
देश के चुनिंदा लोगों ने राहुल गांधी के साथ मोदी जी को डिबेट करने को कहा है और राहुल गांधी तैयार हैं तो मोदी जी को भी डिबेट करना चाहिए। उन्हें राहुल गांधी का सामना करना चाहिए ताकि पता चल सके कि आप मुद्दों पर बात करना चाहते हैं या मुद्दों से भड़काना चाहते हैं।
May 12 2024, 20:58