बेगूसराय के किसान ने उपजाया खपली गेहूं:, नवपाषाण कालीन गेहूं खपली का आज क्रॉप कटिंग किया
बेगूसराय के किसान इन दिनों पारंपरिक ही नहीं, प्रगतिशील खेती में नई उपलब्धि हासिल कर रहे हैं। इसी प्रगतिशील खेती की कड़ी में प्राचीन काल के खपली किस्म का गेहूं उपजाया गया है। छौड़ाही प्रखंड के एकंबा पंचायत के किसान सलाहकार अनीश कुमार के आधा एकड़ में लगे नवपाषाण कालीन गेहूं खपली का आज क्रॉप कटिंग किया गया।
क्रॉप कटिंग के दौरान मंझौल अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गौरव कुमार और छौड़ाही के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार उपस्थित थे। 50 वर्ग मीटर में क्रॉप कटिंग की गई, जिसमें 14 किलो गेहूं का वजन आया। इसे हेक्टर में कन्वर्ट किया जाए तो 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से उत्पादन हुआ।
सामान्य गेहूं जहां बाजार में 2500 रुपए क्विंटल तक बिकती है, वहीं खपली गेहूं करीब 12 हजार रुपए क्विंटल बिक जाता है। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गौरव कुमार ने बताया कि खपली गेहूं प्रोटीन, खनिज, विटामिन और आहार फाइबर से भरपूर होता है। इसका काम जीआई उन लोगों के लिए वास्तव में आकर्षक विकल्प बनाता है, जिन्हें मधुमेह और हृदय संबंधी समस्या है।
वजन कम करने में भी मदद करता है। ग्लूटेन की मात्रा नियमित संस्करण की तुलना में कम है, इसलिए इसे ग्लूटेन-मुक्त गेहूं भी कहा जाता है। किसान सलाहकार अनीश कुमार नित्य नए प्रयोग करते रहते हैं। खपली गेहूं न केवल आहारीय फाइबर से भरपूर है, बल्कि स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक एंटी-ऑक्सीडेंट और प्रोटीन से भी भरपूर है।
मौके पर अधिकारियों ने कहा कि अनीश ने जन-जन के लिए उपयोगी और स्वस्थ्यवर्धक इस गेहूं का उत्पादन कर कमाल कर दिया है। सभी किसानों को इनसे प्रेरित होकर अगले सीजन में खपली गेहूं की खेती करनी चाहिए। मौके पर किसान सलाहकार अमरेंद्र कुमार, प्रदीप दास, सुनील कुमार मेहता, कृषि समन्वयक पवन कुमार, अरविंद मोहन, स्थानीय किसान संकेत कुमार एवं बुट लाल सिंह आदि उपस्थित थे।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Apr 15 2024, 20:27