देवी दरबार में उमड़ी कतार, माता कालरात्रि की जय-जयकार

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। चैत्र नवरात्र के सातवें दिन सोमवार को आदि शक्ति के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की विधि-विधान से पूजा आराधना की गईं। अर्गला स्तुति, कवच और देवी तंत्रोक्ति से गांव और नगर गुंजायमान रहे।

घंट- घड़ियाल व देवी गीतों से पूरा वातावरण देवीमय हो गया। भीषण गर्मी के बाद भी आस्था में भक्त डूबे रहे। दर्शन-पूजन के लिए मंदिरों में कतार लगाकर खड़े रहे। उधर, श्रीराम नवमी की तैयारी के लिए गांव और नगर की हर गली केसरिया रंग से सजाई गई है। देवी मंत्रों की गूंज से पूरा वातावारण भक्तिमय हो गया है। सोमवार को देवी मंदिरों में भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी थी। भोर से लगी भक्तों की कतार दोपहर बाद कुछ कम हुई लेकिन शाम होते-होते एक बार फिर से दर्शन-पूजन शुरू हो गया। पूजन सामग्री से सजी थाल, नारियल, चुनरी के साथ भक्त विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर रहे थे। आदि शक्ति की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर दिखे।

नगर के घोपइला माता मंदिर पर भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन के लिए भक्तों की कतार लगी रही। गोपीगंज स्थित प्राचीन दुर्गामंदिर, काली देवी मंदिर, कबूतरनाथ मंदिर आदि स्थानों पर देवी भक्तों का तांता लगा रहा। महिला-पुरुष दर्शन पूजन कर देवी की स्तुति कर रहे थे। इस दौरान घंट-घड़ियाल के साथ देवी गीतों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा। औराई, महराजगंज, बाबूसराय, ऊंज स्थित देवी मंदिरों में आस्थावानों की भीड़ लगी रही।

300 यूनिट है क्षमता,खून न मिलने पर बाहर जाते हैं लोग,निजी अस्पतालों से लेते हैं खून

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में इन दिनों मात्र आठ यूनिट खून शेष बचा है। इसी खून के सहारे जनपद 18 लाख की आबादी निर्भर है। जरुरत पड़ने पर मरीज को या तो किसी निजी ब्लड बैंक का सहारा लेना होगा या फिर गैर जनपदों में जाना होगा। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल का ब्लड बैंक जिले का एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक हैं। इसमें 300 यूनिट खून रखने की क्षमता है, लेकिन फिलहाल केवल आठ यूनिट खून ही बचा है। जिसमें सबसे अधिक ए पॉजिटिव ग्रुप का तीन यूनिट ब्लड है। जिला चिकित्सालय में रोजाना 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। चिकित्सालय में सबसे अधिक खून की जरूरत प्रसव पीड़ित महिला को पड़ती है।

अस्पताल में एक महीने में करीब 20 से 25 सीजीरियन प्रसव होते हैं। ऐसे में क?ई बार इन महिलाओं को ब्लड की जरूरत पड़ती है। स्वास्थ्य विभाग सभी ग्रुप के एक - एक यूनिट ब्लड इमरजेंसी के लिए अपने पास रखता है। ब्लड को सुरिक्षत रखने के लिए ब्लड बैंक में 150-150 यूनिट के दो फ्रिजर भी है, लेकिन सभी खाली पड़े हुए हैं। खून न होने से मरीजों को जरुरत पड़ने पर महंगे दर में निजी अस्पताल से खून लेना होता है। इसके अलावा तमाम लोग गैर जनपद पहुंचकर खून लेते हैं। दूसरी सरकारी चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों को चिकित्सक पर्जी पर नि:शुल्क ब्लड मिलता है। वहीं निजी अस्पताल के मरीजों को अस्पताल का पर्चा और अधिकृत लेटर जमा करने और 1050 रुपए सरकारी शुल्क जमा करने पर खून मिलता है।

स्वस्थ लोग करें रक्तदान

ब्लड बैंक प्रभारी डॉ अनुपम अग्रवाल ने बताया कि रक्तदान कोई भी कर सकता है। इसके लिए बस 18 से 55 साल की उम्र होनी चाहिए। हां स्वस्थ व्यक्ति ही रक्तदान कर सकता है। बाद में जरुरत पड़ने पर यह खून किसी और को दिया जाता है। रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं होती है। तीन माह के अंतराल पर पुन: रक्तदान किया जा सकता है।

किस ग्रुप के कितने ब्लड

एक पॉजिटिव - 3 यूनिट

बी पॉजिटिव - 1 यूनिट

ओ पॉजिटिव -1 यूनिट

एबी पॉजिटिव- 2 यूनिट

ओ निगोटिव - 1 यूनिट

वर्जन

ब्लड बैंक आने वाले मरीजों को आवश्यकतानुसार ब्लड दिया जाता है। अगर लोग रक्तदान करें तो इतनी कमी न हो , फिर भी जरुरतमंदों को आवश्यकतानुसार देने ब्लड का प्रयास होता है।

डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला चिकित्सालय

*विधि-विधान से पूजीं गईं माता कात्यायनी*

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। चैत्र नवरात्र के छठे दिन रविवार को आदि शक्ति मां कात्यायनी की विधि-विधान से पूजी गईं। देवी पाठ एवं मंत्रों से गांव और नगर गुंजायमान रहे। प्रचंड गर्मी के बाद भी माता रानी के दर्शन पूजन को मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।

मंदिरों में घंट-घड़ियाल व देवी गीतों से पूरा वातावरण देवीमय हो गया।

भगवती दुर्गा देवताओं के कार्य सिद्ध करने के लिए महर्षि कात्यायन के आश्रम में प्रकट हुईं और कात्यायनी के नाम से विख्यात हुईं। इनका स्वरूप भव्य, दिव्य और स्वर्ण के समान चमकीला है। माता की चार भुजाओं में दाहिने ओर के ऊपर वाला हाथ अभय मुद्रा में नीचे वाला वर मुद्रा में है। बायीं तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल पुष्प सुशोभित है और वाहन शेर है। माता के इस स्वरूप का दर्शन मात्र से सुख समृद्धि मिलती है। मौसम के तल्ख तेवर से नौ दिन का व्रत रखने वालों की साधना कठिन होती जा रही है।

बावजूद इसके भक्तों की आस्था देखते बन रही। रविवार को देवी मंदिरों में भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी रही। पूजन सामग्री से सजी थाल, नारियल, चुनरी के साथ भक्त विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर रहे थे। आदि शक्ति की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर रहे। नगर के घोपइला माता मंदिर में भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही। गोपीगंज स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर, काली देवी मंदिर, कबूतरनाथ मंदिर आदि स्थानों पर देवी भक्तों का तांता लगा रहा। महिला-पुरुष दर्शन पूजन कर देवी की स्तुति करते रहे। इसी तरह औराई, महराजगंज, बाबूसराय, ऊंज और सीतामढ़ी आदि क्षेत्रों में स्थित देवी मंदिरों में आस्थावानों की भीड़ लगी रही।

*20 से 25 फीसदी तक बढ़े फलों के दाम*

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। फलों के दामों में लगी आग के चलते देवी भक्तों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चैत्र नवरात्र की शुरुआत से ही फल विक्रेताओं द्वारा दाम में 20 से 25 फीसदी का इजाफा कर दिया गया है।

विवशता में देवी भक्तों अधिक दाम अदा कर फलों को खरीदना पड़ रहा है। इन दिनों फलों का सीजन चल रहा है। इसके बावजूद भी चैत्र नवरात्र को देखते दामों में अधिकांश देवी भक्तों पूरे नौ दिन तक व्रत रहते हैं। इस दौरान उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के फलों का सेवन किया जाता है। इसके साथ ही माता रानी के दर्शन पूजन को पहुंचने लोग अंगूर, संतरा, केला, नारियल, चुनरी आदि चढ़ाते हैं। फल विक्रेताओं के अनुसार , नवरात्र में फलों की बिक्री दो से ढाई गुना तक बढ़ जाती है।‌

ज्ञानपुर में फल दुकान सजाने वाले सुरेश कुमार यादव ने बताया कि सेब 140 रुपए किलो बिक रहा है। जबकि अंगूर 80, संतरा 90, अनार सौ,केला 70 रुपए दर्जन,आम डेढ़ सौ रुपया किलो, पपीता 40 रुपया किलो, नारियल 40 रुपए पीस कंदा 30 रुपए किलो बिक रहा है। बता दें कि नवरात्र के पूर्व अनार सेब सौ रुपए, नारियल 30 रुपए पीस, अंगूर 50 रुपए,व संतरा 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा था।

*सौ शैय्या अस्पताल ज्ञानपुर में लगी आग, 18 एम्बुलेंस जलकर राख,फायर ब्रिगेड ने घंटों मशक्कत के बाद पाया काबू*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही‌।भदोही के सौ शैय्या अस्पताल ज्ञानपुर के परिसर में खड़ी निष्प्रयोज्य एम्बुलेंस में अचानक आग लग गई। जिससे वहां हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड ने घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि आग लगने से तब तक कुल 18 एम्बुलेंस जलकर राख हो गए थे।

आपको बता दें कि इन दिनों तापमान बढ़ गया है। साथ ही लोगों में धूम्रपान एक शौक भी बढ़ गया है। आशंका है जा रही है कि परिसर में किसी अज्ञात व्यक्ति के बीड़ी या सिगरेट पीकर फेंक देने से आग लगने की घटना हुई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि परिसर में कुल 20 एम्बुलेंस खड़ी थी। जिनमें से 9 एम्बुलेंस 3 महीने पहले निष्प्रयोज्य घोषित कर दी गई थी। साथ ही 9 एम्बुलेंस खराब अवस्था में पहले से खड़ी थी। शनिवार को अज्ञात कारण से आग लग गई। जिससे 18 एम्बुलेंस जलकर खाक हो गई। आग लगने से क्षेत्र में अफरा-तफरी का मा हौल बना हुआ था। लोगों ने इसकी सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने दल बल के साथ घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

*मरीजों के लिए राहत भरी खबर, अब सीएचसी पर ही होगी 17 प्रकार की जांच*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ही मरीजों को 17 प्रकार की जांच की सुविधा मिलेगी। इससे उन्हें मुख्यालय एवं निजी अस्पतालों की तरफ रूख नहीं करना पड़ेगा। डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी समेत अन्य जांच की सुविधाएं सीएचसी पर ही मिलेंगी। सचिव स्वास्थ्य विभाग ने जूम मीटिंग में सीएमओ को दो से ढाई महीने में व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया है।

भदोही जिले में कुल छह सीएचसी है। डीघ, गोपीगंज, भानीपुर, औराई, भदोही, सुरियावां। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर करीब 12 से 13 लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलता है। लेकिन सीएचसी पर सीबीसी को छोड़ कर अन्य जांच नहीं हो पाती है। पिछले दिनों जूम मीटिंग में सीएमओ को शासन से निर्देश मिला कि सभी सीएचसी पर बेसिक जांच की व्यवस्था की जाए। इसमें अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्सरे, सीबीसी, ईसीजी, शुगर, बीपी, वजन, डेंगू, मलेरिया, टीबी आदि सहित कुल 17 प्रकार की जांच की जाएगी। इसमें से कुछ जांच गोपीगंज और औराई सीएचसी पर हो रही है। सुरियावां में पिछले आठ साल से डिजिटल एक्स-रे मशीन धूल फांक रही है। भानीपुर और डीघ में डिजिटल एक्सरे मशीन इंस्टाल न होने से इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। सीएमओ डॉ. एसके चक ने बताया कि पिछले दिनों जूम मीटिंग में शासन से निर्देश मिला है कि सभी सीएचसी पर बेसिक जांच कराने की व्यवस्था की जाए।

नहीं लगाना पड़ेगा 20 किमी का चक्कर

गोपीगंज को छोड़कर अन्य सीएचसी से जिला मुख्यायल की दूरी करीब 20-22 किलोमीटर है। वहां पर बेसिक जांच की व्यवस्था न होने पर मरीजों को मुख्यालय या किसी अन्य जनपद का रुख करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, आगामी दिनों में सीएचसी पर ही सारी जांच की व्यवस्था उपलब्ध होगी। गर्मी, बारिश के दिनों में डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड की जांच कराने के लिए बड़ी संख्या में मरीज जिला चिकित्सालय पहुंचते हैं।

*भदोही जिला चिकित्सालय में लगेगी 24 लाइटें, दूधिया रोशनी से जगमगाएगा अस्पताल परिसर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाला जिला चिकित्सालय का पूरा परिसर अब दूधिया रोशनी जगमगाएगा। परिसर में 24 लाइटें लगाई जाएंगी। इससे इमरजेंसी, सीएमएस कार्यालय समेत अन्य वार्ड में आने-जाने वाले लोगों को परेशानी नहीं होगी। इसके लिए बिजली के पांच पैनल लगाए जाएंगे।जिला चिकित्सालय में रोजाना 800-900 मरीजों की ओपीडी होती है। इन्हें चिकित्सक जांचकर दवा उपलब्ध कराते हैं। दिन में तो दिक्कत नहीं होती, लेकिन इमरजेंसी में आने वाले मरीज और प्रसव कक्ष में आने वाली महिलाओं और उनके तीमारदारों को परेशान होना पड़ता है। जिला अस्पताल के मुख्य गेट और इमरजेंसी के अलावा अन्य स्थानों पर प्रकाश की सुविधा नहीं है।

अमूमन चिकित्सालय में बिजली व्यवस्था गड़बड रहती है। इसे दूर करने के लिए पांच बिजली के पैनल अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं। बिजली शार्ट करने पर पैनल से बिजली कट जाएगी, जिससे अस्पताल के उपकरण सुरक्षित होंगे। उपकरण चलते ही पुराने केबल लोड़ नहीं ले पाते। पुराने केबल होने के कारण कई उपकरणों के चलने में दिक्कत होती थी। सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिला चिकित्सालय में संसाधनों का विस्तार किया जा रहा है। पुराने बिजली के केबल कई जगह से टूट चुके हैं। इन्हें बदला जा रहा है। इसके बाद पूरे परिसर में करीब 24 से अधिक लाइटें लगाई जाएंगी। इससे परिसर में रात के समय अंधेरा नहीं रहेगा।

*नवरात्र के पांचवें दिन आदि शक्ति के पांचवें स्वरूप की पूजा, विधि-विधान से पूजी गईं मां स्कंदमाता*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- चैत्र नवरात्र के पांचवें दिन आदि शक्ति के पांचवें स्वरूप मां स्कंदमाता विधि-विधान से पूजी गईं। इस दौरान देवी पाठ एवं मंत्रों से गांव और नगर गुंजायमान रहे। गर्मी और उमस के बाद भी आदि शक्ति की एक झलक पाने के लिए देवी भक्त बेताब दिखे। घंटा- घड़ियाल की गगनभेदी आवाज से पूरा वातावरण भी देवीमय हो गया है। हालांकि, देवी मंदिरों पर सुरक्षा का इंतजाम एवं साफ- सफाई न होने से भक्तों को भारी दिक्कत उठानी पड़ी।

मौसम के तल्ख तेवर से देवी भक्तों की दिक्कत बढ़ गई है। नौ दिनों तक अनुष्ठान एवं व्रत रहने वाले भक्त प्यास से व्याकुल हैं। बावजूद इसके भक्तों की आस्था इस पर भारी पड़ रही है। शनिवार को देवी मंदिरों में भक्तों की सुबह से ही लंबी कतार लगी रही। पूजन सामग्री से सजी थाल, नारियल, चुनरी के साथ भक्त विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर रहे थे। आदि शक्ति की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर दिखे।

नगर के घोपइला माता मंदिर पर भोर से ही आदि शक्ति के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही। गोपीगंज स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर, काली देवी मंदिर, कबूतरनाथ मंदिर आदि स्थानों पर देवी भक्तों का ताता लगा रहा। इसी तरह औराई, महराजगंज, बाबूसराय, ऊंज और सीतामढ़ी आदि क्षेत्रों में स्थित देवी मंदिरों में आस्थावानों की भीड़ लगी रही।

25 स्वास्थ्य केंद्रों पर 75 बेड किए आरक्षित, हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, दोपहर में चल रही गर्म हवाएं

नितेश श्रीवास्तव , भदोही। अचानक बढ़े तापमान ने आम लोगों साथ स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ा दी है। हीट वेव से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अभी से अलर्ट मोड पर आ रहा है। जिले में स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 75 बेड इसके लिए आरक्षित किए गए। मौसम विभाग के अनुसार, दोपहर के समय 22 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवाएं चल रही है। इस तरह के मौसम में लापरवाही लोगों को बीमार कर सकती हैं। अस्पताल में इन दिनों मरीजों की भीड़ भी बढ़ी है।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने हीट वेव से बचाव के लिए सभी चिकित्सालयों में बेड आरक्षित करने, स्वास्थ्य केंद्रों के वार्डों में कूलर,पंखा लगाने के निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय ज्ञानपुर और महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही में 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं। भानीपुर ,डीघ, गोपीगंज, सुरियावां, भदोही, औराई सीएचसी पर 4-4 बेड और 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 2-2 बेड आरक्षित हैं। इसके बाद 38 एंबुलेंस 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। जिले के 25 स्वास्थ्य केंद्रों पर 78 बेड लू बीमारी से बचाव को लेकर आरक्षित हैं। साथ ही 102 ,108 की 38 एंबुलेंस 24 घंटे अलर्ट मोड़ पर रहेगी।

दूषित पानी से मच्छरों का प्रकोप

नितेश श्रीवास्तव , भदोही। नगर निगम के बालीपुर मुहल्ले में जमा दूषित पानी से नागरिकों का जीना मुहाल हो गया है। गंदा पानी एकत्रित होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। गंदे पानी से उठ रहा दुर्गंध नागरिकों के मुसिबत बन गया है। शाम ढलते ही मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ जाता है कि घर के बाहर बैठना तक दुभर हो जाता है। बेहतर पानी निकासी व्यवस्था न होने से नागरिकों को दिक्कत झेलना पड़ रहा है। घास व कचरा के बीच जमा पानी सड़ गया है। मच्छरों के डंक से लोग मलेरिया, टाइफाइड व बुखार की चपेट में न आ जाएं यह चिंता सताए जा रही है।