चिकित्सक की पत्नी और पुत्र पर धारदार हथियार से हमला, हमलावर फरार

गोरखपुर। गोरखनाथ थाना क्षेत्र के गोरखनाथ ओवर ब्रिज के नीचे एक चिकित्सक के परिवार पर शुक्रवार को दिनदहाड़े धारदार हथियार से एक हमलावर ने हमला कर दिया। इस हमले में चिकित्सक की पत्नी और बेटे गंभीर रूप से घायल हो गए जिनका जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है।

पूरे मामले में जानकारी देते हुए डॉक्टर एके सिंह ने बताया कि उनके घर पर कोई व्यक्ति आया था, जब पत्नी ने पूछा कौन तो उसने अपना नाम रोहन बताया पत्नी सुमन सिंह ने जब दरवाजा खोला तो रोहन कुछ देर बात करने के बाद अचानक झोले में से नारियल काटने वाला हथियार निकाल कर हमला बोल दिया, पत्नी ने अपने पुत्र प्रियांश सिंह को आवाज़ दिया पुत्र के आते ही हमलावर उनपर भी हमला कर दिया और हमला करके फरार हो गया।

डॉ एके सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही वह तुरंत घर पहुंचे पत्नी और बेटे को लेकर जिला चिकित्सालय आए जहां उनका इलाज चल रहा है पूरे मामले की सूचना उन्होंने गोरखनाथ पुलिस को दे दी है फिलहाल आरोपी फरार है। इस पूरे घटना से पूरे क्षेत्र में दशरथ का माहौल है। दिनदहाड़े एक चिकित्सा के परिवार पर इस तरह का हमला होना कहीं ना कहीं चिकित्सकों और आम जनमानस की सुरक्षा पर सवाल उठा रहा है।

दो हजार बन्दियों को जेल रेडियो के माध्यम से जैविक खेती का दिया गया प्रशिक्षण

गोरखपुर।गोरखपुर जिला कारागार में शुक्रवार को जैविक खेती प्रशिक्षण का आयोजन कर बंदियों को जैविक खेती की जानकारी दी गई।इसके लिए पशुपतिनाथ बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से राजू कुमार भारती द्वारा जिला कारागार गोरखपुर के लगभग 2 हजार बन्दियों को जेल रेडियो के माध्यम से जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया गया।इसकी अध्यक्षता जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय ने की।कार्यक्रम का संचालन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने की।

पशुपतिनाथ बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से राजू कुमार भारती द्वारा बताया कि जमीन में कार्बन की मात्रा में वृद्धि कर धीरे-धीरे रासायनिक दुष्प्रभावों को खत्मकर जैविक खेती की तरफ बढ़ाया जा सकता है। जैविक खेती के द्वारा हमारी जमीन की उर्वरता में वृद्धि होगी और हमारे उत्पाद अधिक गुणवत्ता पूर्ण होंगे। गोबर वर्मी कम्पोस्ट, कृषि अवशेषों को गलाकर मिट्ट में मिलाकर हम अपनी जमीन में उर्वरता में वृद्धि कर सकते है।

बंदियों को खेती से अधिक आमदनी करने का तरीका बताया गया।कहा गया कि अपराध की राह में परेशानी ही परेशानी है।अपराध करने से सामाजिक इज्जत खत्म होती है। अपराध करने वाले को जेल में बंद होकर सजा भुगतनी होती है।इससे आर्थिक क्षति व परिवार बर्बाद होता है।अपराध नहीं कर अगर खेती करेंगे तो सभी परेशानियां दूर होगी और सरकारी लाभ भी मिलेगा।और कहा कि सरकार एक से बढ़कर एक योजना चला रही है।उन्होंने बंदियों को खेती करने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करने को कहा।इससे मिट्टी की उर्वरता शक्ति बढ़ता है और इससे उपजे अनाज को खाने से सेहत भी बेहतर रहता है।

जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडे ने बंदियों को जेल को घर की तरह व्यवहार करने को कहा। स्वच्छता के प्रति सभी को गंभीर रहने को कहा।और कहा कि जेल में बंदियों के लिए जो खाना बनता है उससे ठोस अवशिष्ट निकलता है।जो पर्यावरण के लिए घातक है।ऐसी स्थिति में उन्होंने जेल के अंदर जैविक खेती की आवश्कता है।

इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय,जेलर अरूण कुमार कुशवाहा,जेलर नरेश कुमार, उप जेलर विश्वनाथ पाण्डेय,अश्वनी कुमार उपाध्याय,अमिता श्रीवास्तव एवं श्रीमती कृष्णा कुमारी उपस्थित रहे।

पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह ने इंटरनेशनल स्ट्रीट चिल्ड्रेन डे पर स्पर्धा का किया शुभारंभ

गोरखपुर। इंटरनेशन स्ट्रीट चिल्ड्रेन डे पर जब समाज के सभी वर्गों का साथ मिला तो गली मोहल्ले के बच्चों के हौसलों को भी पंख मिल गये। उनके लिए सेफ सोसाइटी संस्था ने सैय्यद मोदी रेलवे स्टेडियम में ‘‘गली बड्डी’’ नाम से शुक्रवार को स्पर्धा का आयोजन किया जिसमें बारह से सोलह वर्ष आयु वर्ग के बच्चों ने अच्छे खिलाड़ी के तौर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज सिंह ने किया। यह आयोजन बेसिक शिक्षा विभाग, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, कंसोर्टियम फॉर स्ट्रीट चिल्ड्रेन, मैरियाट, राबिनहुड, सक्षम, रोटरी क्लब, धर्मांतर प्राइवेट, एजीईएस इंडस्ट्री, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और फायर एंड सेफ्टी विभाग के सम्मिलित सहयोग से किया गया । महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने भी इन खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और पूरे आयोजन की सराहना की।

शुभारंभ सत्र को सम्बोधित करते हुए सीपीआरओ पंकज सिंह ने कहा कि खेलों से बच्चों में न केवल कई गुण विकसित होते हैं, बल्कि यह करियर का भी एक बहुत बड़ा माध्यम बन कर उभरा है। पूर्वांचल के लोगों के रहन सहन और दिनचर्या को देखा जाए तो एथलेटिक्स के लिए यहां अपार संभावनाएं हैं। यह खेल का एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां बहुत पैसे की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए अच्छे प्रशिक्षण की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने स्ट्रीट के बच्चों के लिए किये जा रहे इन प्रयासों और इसमें सेफ सोसाइटी समेत सभी सहयोगी संस्थाओं की सराहना की और कहा कि सम्मिलित सहयोग से इन बच्चों के जीवन की दशा व दिशा को बदला जा सकता है।

दिन भर चली प्रतियोगिताओं में कबड्डी, खो खो और फुटबाल की छह छह टीम ने हिस्सा लिया । तीन अलग अलग श्रेणियों सौ मीटर, दो सौ मीटर और चार सौ मीटर में दौड़ की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गयीं। इस मौके पर प्रतिभागियों ने हाथों में तख्तियां लेकर मतदाता जनजागरूकता का संदेश दिया और लोगों से अपील की कि वह अपने मत का प्रयोग अवश्य करें। प्रतिभागियों ने कहा कि हर एक मत न केवल वोट देने वाले के भविष्य का फैसला करेगा, बल्कि स्ट्रीट चिल्ड्रेन के जीवन की दशा और दिशा को बदलने में भी मददगार साबित होगा ।

कार्यक्रम के आयोजक और सेफ सोसाइटी संस्था के निदेशक वैभव शर्मा ने बताया कि आयोजन में करीब 200 बच्चों ने प्रतिभाग किया है और इन सभी को सम्मानित किया जाएगा । मुख्य रूप से गोरखपुर के अलावा महराजगंज, सिद्धार्थनगर और संतकबीरनगर समेत आसपास के जिलों से बच्चों ने प्रतिभागिता की है। कार्यक्रम का उद्देश्य गली मोहल्ले के जरूरतमंद बच्चों को अपने दृढ़ संकल्प और प्रतिभा को सही दिशा देने के लिए मंच प्रदान करना है।

शुभारंभ सत्र के दौरान समाजसेवी ब्रजेश मणि मिश्रा, अचिंत्य लाहिड़ी, शिक्षाविद डॉ अनुभूति दूबे, डॉ दिव्या रानी सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी जेपी सिंह, बेसिक शिक्षा विभाग से रीना सिंह, राज आई हॉस्पिटल से डॉ डीडी द्विवेद्वी, सक्षम से प्रभात वर्मा, योगेश पांडेय, मैरियाट से प्रसाद राम और ड्रिस्ट्रिक्ट योगा एसोसिएशन से डॉ विनय मल्ल प्रमुख तौर पर मौजूद रहे । मीडिया पार्टनर लाउडस्पीकर 90 एफएम के प्रतिनिधिगण के अलावा कार्यक्रम के दौरान सेफ सोसाइट संस्था से शैलेंद्र चतुर्वेदी, ब्रजेश, सौरभ आदि ने विशेष सहयोग प्रदान किया

सड़क हादसे में पिता पुत्र घायल,मकान के विवाद में बाइक सवारों ने मारी पिता पुत्र को टक्कर

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के आमी नदी छताईं पुल के पास अपनी बाइक से आ रहे पिता पुत्र को पीछे से आ रहे बाइक सवारों ने ओवर टेक करते हुए अपने पैर से मारकर गिरा दिया हादसे में पिता पुत्र घायल हो गए।

खजनी थाने के नगर पंचायत उनवल के निवासी जयप्रकाश निगम अपने बेटे अभिषेक निगम के साथ बरहुआं स्थित अपने दूसरे मकान से उनवल की ओर जा रहे थे। रास्ते में छताईं आमी नदी का पुल पार करने के बाद पीछे से आ रहे बाइक सवार ने उन्हें पैर से मारकर गिरा दिया। चलती बाइक से सड़क पर गिरते ही पिता पुत्र घायल हो गए।

खजनी थाने में दी गई नामजद तहरीर में जयप्रकाश निगम ने बताया है कि उनके गीडा थाना क्षेत्र के बरहुआं में स्थित मकान में किराए पर रहने वाले व्यक्ति ने जानबूझ कर जान से मारने की नीयत से बाइक से पीछा करते हुए उन्हें अपने पैर से धक्का मारकर गिरा दिया और धमकी देते हुए पुनः गोरखपुर की ओर भाग गए।

पीड़ित ने बताया कि आरोपित ने हेलमेट पहना हुआ था इसलिए चेहरा दिखाई नहीं दिया जबकि पीछे बैठे दूसरे व्यक्ति ने गमछे से अपना चेहरा पूरी तरह से छिपा लिया था। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजने के साथ ही पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।

पानी के लिए तरस रहे खजनी के लोग, शो पीस बनी पानी की टंकी और टोंटियां

खजनी गोरखपुर।कस्बे और आसपास के आधा दर्जन गांवों के लोग पीने के शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं। बीते कई हफ्तों से सरकारी पानी की सप्लाई के लिए लगी टोंटियां शो पीस बनीं लोगों के मुंह चिढ़ा रही हैं।

कस्बे और आसपास के गांवों में हर घर नल योजना के तहत लगाई गई सरकारी पानी की टोंटियों में सुबह-शाम लगभग 3 से 4 घंटे तक पानी के सप्लाई की व्यवस्था की गई है। पानी की इस व्यवस्था पर आम जनता और जलपान की दुकानें चलाने वाले छोटे व्यापारियों की दिनचर्या टिकी हुई है।

अब लोगों को घरों और दुकानों के लिए नियमित रूप से रोज़ पानी ख़रीद कर पीना सभी की मजबूरी बन गई है। खजनी कस्बे और आसपास के चौराहों पर जलपान की दुकानें चलाने वाले दुकानदार अब रोज़ाना अपनी खपत के अनुसार 2-4 डिब्बे फिल्टर आर.ओ का पानी ख़रीदते हैं।

जलपान की दुकान और होटल चलाने वाले मुकुंद मोदनवाल, राजू, राजकुमार, महेश, रामप्रसाद, बंटी,

प्रदीप, दीपक आदि ने बताया कि गर्मी आ गई है दुकान में यदि पीने के लिए साफ पानी न दिया जाए तो दुकानों पर जलपान और नाश्ते के लिए ग्राहक ही नहीं आएंगे। सप्लाई का पानी नहीं आ रहा है इसलिए पानी खरीदना मजबूरी हो गई है। रूद्रपुर गांव के ओमप्रकाश, सुधीर, विकास, अंकित, मनोज, संजय खुटभार गांव के विजय, रामू, अमरनाथ, संतोष, शिवकुमार आदि ने बताया की पानी आता भी है तो बहुत ही धीमा होता है एक बाल्टी पानी भरने में 10 मिनट का समय लग जाता है अब घर में पीने के लिए भी रोज़ पानी ख़रीदना पड़ रहा है। हांथी के दांत की तरह शो पीस बनी हुई है 32 हजार लीटर छमता की पानी की टंकी महीने में 20 दिन पानी आता ही नहीं।

पिकअप से कुचल कर 3 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत

खजनी गोरखपुर।अपने घर के बाहर लघुशंका कर रहे 3 वर्षीय बच्चे की अज्ञात पिकप वाहन से कुचले जाने के कारण घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।थाना क्षेत्र के नंदापार गांव में अपने घर के बाहर दरवाजे के पास लघुशंका कर रहे तीन वर्षीय मासूम बच्चे की तेज रफ्तार पिकअप गाड़ी से कुचले जाने के कारण मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची खजनी पुलिस ने पंचनामे के बाद बालक का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। परिवारीजन बच्चे के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे।

गीडा थाना क्षेत्र के जैतपुर बाजार कस्बे में रहने वाले अरविंद शर्मा एक मकान नन्दापार गांव में हैं।अरविंद की पत्नी सीता शर्मा अपने 3 वर्षीय बच्चे चीकू को घर के बाहर दरवाजे के पास लघुशंका करा रही थी उसी दौरान तेजी से जैतपुर की ओर जा रही पिकअप चीकू को रौंदते हुए निकल गई।

घटना से परिजनों में कोहराम मच गया लोग रोने बिलखने लगे,आस पड़ोस के लोगों में जिसने भी सुना सभी ने मौके पर पहुंचकर शोक संतप्त परिजनों को दिलाशा देने का प्रयास किया किन्तु उन्हें रोता बिलखता देख कर सभी की आंखें नम हो गई। दर्दनाक हादसे की जैतपुर बाजार कस्बे समेत आसपास के क्षेत्र में हर जुबान पर चर्चा का विषय बनी हुई है।

खुदा को नज्र की ईद की नमाज पारंपरिक रूप में मनाई ईद

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र में ईद-उल-फितर का पर्व पारंपरिक रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सबेरे नए कपडों में सजे लोग ईद की नमाज के लिए मस्जिदों, ईदगाहों पर पहुंचे। इस दौरान मस्जिदों के बाहर मेला लगा, जिसमें बच्चों के साथ पहुंचे लोगों ने खरीदारियां कीं। नमाज के बाद लोगों ने खैरात तकसीम की और गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। लोगों ने ईद की मीठी सिवईयां खिलाकर ईदी बाँट कर अपनी ख़ुशियों का इजहार किया।

हाजी आबाद खां, हाजी शहाबुद्दीन, मुर्तजा हुसैन, मुल्ला इद्रीश आदि ने बताया की नमाज़ के बाद खुदा से नेकी की राह पर चलने और अमन तथा खुशहाली के लिए दुआऐं माँगी हैं। मुस्लिम परिवारों के सभी घरों में ईद की मीठी सिवईयां व पकवान बनाए गए और सौगात दी गई।

रूद्रपुर खजनी की मस्जिद में स्थान की कमी के कारण लोगों को मस्जिद के बाहर बैठ कर भी नमाज अता करनी पड़ी। सिकरीगंज, महदेवा बाजार, नगर पंचायत उनवल, बढनी, हरनहीं, भैंसा बाजार,सतुआभार,आशापार, रकौली, खजुरी, सोनबरसा,मुरदेवां बाजार आदि स्थानों पर भी ईद के दौरान खूब चहल-पहल रही। इस दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा।

भारत व नेपाल के बीच और मजबूत होंगे शैक्षिक-सांस्कृतिक संबंध

गोरखपुर। भारत व नेपाल के बीच समग्र शैक्षिक-सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर तथा नेपाल के लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय ने एक साझा पहल की है। गुरुवार को दोनों विश्वविद्यालयों के बीच इसे लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता करार (एमओयू) हुआ।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और नेपाल के लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुबर्ण लाल बज्राचार्य ने एमओयू पर हस्ताक्षर कर इसका आदान-प्रदान किया।

एमओयू के अनुसार दोनों विश्वविद्यालय शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रम के साथ ही शोध और नवाचार की दिशा में मिलकर काम करेंगे। एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुबर्ण लाल बज्राचार्य ने कहा कि भारत और नेपाल के सांस्कृतिक अंतरसंबंध मानव सभ्यता और संस्कृति के इतिहास जितने ही प्राचीन हैं। दोनों देशों की साझी सांस्कृतिक विरासत है और इसे आपसी शैक्षिक कार्यक्रमों से संरक्षित और संवर्धित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ और महात्मा बुद्ध भारत-नेपाल के आपसी रिश्ते की मजबूत कड़ी हैं। महायोगी गुरु गोरखनाथ आज भी नेपाल की जनता की आस्था के केंद्र बिंदु हैं। जबकि महात्मा बुद्ध का दर्शन नेपाल के रग-रग में समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्विद्यालय गोरखपुर के साथ शैक्षणिक गतिविधियों को और प्रतिष्ठत करने के उद्देश्य से किया गया कार्य दोनो देशों के रिश्ते को और प्रगाढ़ करेगा।

इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने अपने नेपाली समकक्ष का स्वागत करते हुए कहा कि यह दो विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू तो है ही, दो देशों की साझा सांस्कृतिक को एक साथ मिलकर बचाने, बढ़ाने और जीने का अभियान है। उन्होंने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कार्य करेंगे ही, साथ ही दोनों देशों के बीच संबंधों की डोर मजबूत किए रहने के प्रति भी अपनी महती भूमिका निभाएंगे।

तकनीकी, नवाचार और नए उभरते क्षेत्रों में आपसी सहयोग एवं सहभाग का आदर्श मानक स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि आज दोनो देशों के मध्य शैक्षणिक गतिविधियों के साथ साझी संस्कृति का भी मिलन हो रहा है।

इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रदीप कुमार राव ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्विद्यालय गोरखपुर ने शैक्षणिक गतिविधियों को अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के उद्देश्य से यह एमओयू किया है। आपसी समन्वय से महायोगी गोरखनाथ विश्विद्यालय व लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय नेपाल शिक्षा, स्वास्थ और संस्कृति के क्षेत्र में नया इतिहास रचेंगे। नेपाली प्रतिमंडल के बसंत आचार्य (कैंपस प्रमुख, मेट्रो कॉलेज डांग) ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) से बौद्ध दर्शन, साहित्य, शिक्षा, इतिहास, पुरातत्व और संस्कृति के क्षेत्रों में शिक्षण और अनुसंधान के लिए लिए दोनो विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित होंगे।

एमओयू के आदान-प्रदान के मौके पर लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता मानविकी व समाजिक विज्ञान डाॅ. हरि शरण छाकुन, निदेशक अंतराष्ट्रीय संबंध डॉ. कुमार खड़का, सिटी कैंपस बेलवास के बद्री प्रसाद गौतम, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिष्ठाता डॉ. राजेंद्र भारती, उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ.विमल दूबे, प्राचार्य महंत अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कालेज डॉ. रोहित श्रीवास्तव, गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की उप प्राचार्य प्रिंशी जार्ज आदि की उपस्थिति रही।

मुंशी प्रेमचंद की ईदगाह पर नमाजियों ने शिद्दत के साथ अदा की ईद की नमाज

गोरखपुरः यूपी के गोरखपुर में नमाज के हम आपको लेकर चलते हैं ऐसी ईदगाह पर जहां पर लगने वाले मेला को देखकर मुंशी प्रेमचंद ने कालजयी कहानी ‘ईदगाह’ लिखी थी. हम आपको लेकर चलते हैं ऐसी ईदगाह पर जहां लोग हजारों की संख्‍या में नमाज अदा करने के लिए आते हैं. यहां नार्मल स्‍कूल में अध्‍यापन के दौरान ही मुंशी प्रेमचंद ने ‘ईदगाह’ कहानी लिखी थी।

हम पहुंचे हैं गोरखपुर के बेतियाहाता नार्मल स्‍कूल के पास स्थित हजरत मुबारक खां शहीद ईदगाह पर. जहां ईद के दौरान लगने वाले मेला में 4 साल का हा‍मिद अपने दोस्‍तों की तरह खिलौना खरीदने की बजाय दादी अमीना के लिए 3 पैसे का चिमटा खरीद लिया था. इस पर उसके दोस्‍तों ने हामिद का मजाक उड़ाया. तो उसने उन्‍हें तर्क देकर समझाया था. हामिद के माता-पिता नहीं थे।

हामिद को जो ईदी मिली थी, तो उसी ईदी में मिले 3 पैसे का हामिद ने चिमटा खरीद लिया था. क्‍योंकि चूल्‍हे पर रोटियां सेंकते समय उसकी दादी की उंगलियां जल जाया करती थी. मुंशी प्रेमचंद की ये कहानी आज भी लोगों को प्रेरणा देती है।

ईद आज, चांद रात का बाज़ार चहल पहल व रोशनी से रहा गुलज़ार

गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान का 30 रोज़ा पूरा हो गया। रोजेदारों ने रोज़ा, नमाज़, सदका व खैरात के जरिए अल्लाह तआला को राज़ी करने की भरपूर कोशिश की। अब अल्लाह के बंदे ईद की ख़ुशी मनायेंगे। जब बंदा 29 या 30 दिन का रोज़ा पूरा कर लेता है तो अल्लाह तआला उसे ख़ुशी मनाने का हुक्म देता है। ईद की रात को ईनाम की रात भी कहते हैं।

बुधवार की शाम रोजेदारों ने मुकद्दस रमज़ान का 30वां रोज़ा अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए खोला। इसके बाद अपने-अपने घरों की छतों से ईद के चांद का दीदार किया।

चांद के दीदार की दुआ पढ़ी। उलमा-ए-अहले सुन्नत ने ईद के चांद की औपचारिक घोषणा कर मुबारकबाद पेश की। ईद-उल-फित्र का त्योहार अल्लाह का तोहफ़ा है जो गुरुवार को अमनो अमान के साथ मनाया जाएगा। मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी, नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर, मुफ्ती मेराज अहमद कादरी, मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी, मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, हाफिज सैफ अली, हाफिज अशरफ रज़ा, मौलाना दानिश रज़ा, कारी मोहम्मद अनस रजवी, हाफिज रहमत अली निजामी, मौलाना महमूद रज़ा कादरी, कारी शराफत हुसैन कादरी, एफबी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मोहम्मद आज़म, नवेद आलम, खुर्शीद अहमद मून, हाफिज अयाज अहमद, मुनाजिर हसन आदि ने भी ईद की मुबारकबाद पेश की है।

चांद रात में लोगों ने एक दूसरे को ईद मुबारक कहा। मुबारकबाद देने का सिलसिला पूरी रात चलता रहा। लोगों ने एक दूसरे को फोन व सोशल मीडिया के जरिए भी ईद की मुबारकबाद पेश की। विदेश में रह रहे परिजनों ने भी मुबारकबाद पेश की। फेसबुक, वाह्ट्सएप, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर आदि पर लोग विभिन्न संदेशों के जरिए ईद की मुबारकबाद पेश करते दिखे।

मस्जिदों में दस दिनों के एतिकाफ पर बैठे रोजेदारों ने अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए एतिकाफ मुकम्मल किया। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में तो खुशियां ही खुशियां नज़र आईं। हर घर के बच्चे चहकते दिखे। सभी ईद का स्वागत करते नज़र आए।

रहमतनगर, तुर्कमानपुर, नखास, जाफरा बाजार, चक्शा हुसैन, गोरखनाथ, रसूलपुर, रेती, उर्दू बाजार, इलाहीबाग, खूनीपुर, मियां बाजार आदि क्षेत्रों में तो एक ख़ुशी, रोशनी व चहल पहल की नई ऊर्जा देखने को मिली।

रात में ईद की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया। चांद रात के इंतजार कर रहे बाज़ार में ख़ुशी की नई चमक दिखी।

शाह मारूफ, नखास, रेती, घंटाघर, गोरखनाथ, जाफरा बाज़ार, गीता प्रेस रोड, उर्दू बाजार में तो भीड़ उमड़ पड़ी। सारी दुकानें रात भर खुली रही और हर दुकान पर भीड़ नज़र आई। फुटपाथ पर दुकानें सजीं व भीड़ से पटी दिखी।

दुकानदारों ने चांद रात में काफी रियायत भी दे रखी थी। छूट का माल बेहद कम दामों में आदि आवाज़ें बार-बार कानों से टकरा रहीं थीं। पुरुष, महिला, युवा, बच्चे, बुजुर्ग सभी थे बाज़ार में। सभी की एक ख़्वाहिश थी कि चांद रात में कुछ न कुछ जरूर खरीदी जाए।

शाह मारूफ, रेती, उर्दू बाजार तो पूरी रात अमीनाबाद बना रहा। भीड़ इस कदर की चलना मुश्किल हो रहा था। यहां सजी कई दर्जन दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। कहीं कुर्ता पायजामा, टोपी, इत्र, रुमाल बिक रहा था तो कहीं रेडीमेड बच्चों के कपड़े। महिलाओं की जरुरतों के लिए भी यहां सब चीजें मौजूद थीं। महिलाओं का हुजूम चूड़ी, ज्वैलरी, चप्पल की दुकानों व दुपट्टा गली में नज़र आया। लिपिस्टिक, नेल पॉलिश से लेकर कड़ा, ब्रेसलेट्स, पर्स सभी मिल रहा था। शीशे के बेशुमार आइटम बिक रहे थे। लोग गिलास कटोरी, दस्तरख़्वान ज्यादा खरीद रहे थे। बच्चे नौजवान पर्स, चश्मा, बेल्ट आदि की दुकानों पर नज़र आ रहे थे। जूता चप्पल की दुकानें भरी पड़ी थी। जाफरा बाज़ार में भी खूब भीड़ उमड़ी।

सेवई की खरीदारी नखास, उर्दू बाजार, जाफरा बाजार आदि जगहों से जमकर हुई। वहीं खोवा भी खूब बिका। खोवा मंडी के अलावा नखास, जाफरा बाजार, इलाहीबाग, खोखर टोला आदि जगहों पर खोवा बिक रहा था। मेवा भी खूब बिका।

इसी तरह मटन व चिकन शॉप पर मीट खरीदने वालों की लाइन नज़र आई। मीट के साथ कलेजी फेफड़ा भी खूब बिका। त्योहार की वजह से मीट का रेट दुकानदारों ने बढ़ा दिया था उसके बावजूद खरीदारी में कोई कमी नज़र नहीं आई। पूरी रात मीट बिकता रहा। लोग ग़रीब मुसलमानों में सदका-ए-फित्र भी पहुंचाते दिखे। कपड़ा लेने के लिए दर्जियों के यहां भीड़ उमड़ पड़ी। दर्जियों की दुकानें देर रात तक खुली रही।

वहीं अकीदतमंदों ने चांद रात में खूब इबादत भी की। नमाज़ पढ़ी।तिलावत-ए-कुरआन भी किया। ईद की रात के बहुत से फजाइल हदीस में आए हैं इसलिए बहुत से लोग जागकर इबादत कर मुकद्दस संवारने की दुआ करते रहे।

गुरुवार की सुबह सबसे पहले चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में 6 बजकर 55 मिनट पर ईद की नमाज़ अदा की जाएगी। ईद की आखिरी नमाज़ सुन्नी जामा मस्जिद सौदागर मोहल्ला बसंतपुर में सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर अदा की जाएगी। सभी ईदगाहों व मस्जिदों में तैयारियां मुकम्मल हैं। साफ-सफाई पूरी हो चुकी है।

एतिकाफ में बैठने वाले 18 लोगों का चांद रात में हुआ सम्मान

दावते इस्लामी इंडिया की ओर से दस दिन का एतिकाफ काजी जी की मस्जिद इस्माईलपुर में पूरा हो गया।

चांद रात को एतिकाफ में बैठने वाले 18 लोगों हाजी तजम्मुल हुसैन, डॉ. अजहरुद्दीन, डॉ. अजीमुद्दीन, मो. तौसीफ, मो. वलीउल्लाह, मो. मुदस्सिर, मो. नूर, मो. इरफ़ान, मो. अनस, मो. अफरोज, मो. शारिक, मो. अल्तमश, मो. फरहान, मो. तौसीफ, मो. तौकीर, मो. रैयान को फूल मालाओं व तोहफों से नवाजा गया। अलविदाई कलाम पढ़ा गया। मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। इन सबकी सरपरस्ती वसीउल्लाह अत्तारी व सैयद इब्राहीम अत्तारी ने की। एतिकाफ में कुरआन, नमाज़ के साथ तमाम शरीअत के बातें सिखाई गईं। अहकामे शरीयत को समझाया गया।