ईद आज, चांद रात का बाज़ार चहल पहल व रोशनी से रहा गुलज़ार
गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान का 30 रोज़ा पूरा हो गया। रोजेदारों ने रोज़ा, नमाज़, सदका व खैरात के जरिए अल्लाह तआला को राज़ी करने की भरपूर कोशिश की। अब अल्लाह के बंदे ईद की ख़ुशी मनायेंगे। जब बंदा 29 या 30 दिन का रोज़ा पूरा कर लेता है तो अल्लाह तआला उसे ख़ुशी मनाने का हुक्म देता है। ईद की रात को ईनाम की रात भी कहते हैं।
बुधवार की शाम रोजेदारों ने मुकद्दस रमज़ान का 30वां रोज़ा अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए खोला। इसके बाद अपने-अपने घरों की छतों से ईद के चांद का दीदार किया।
चांद के दीदार की दुआ पढ़ी। उलमा-ए-अहले सुन्नत ने ईद के चांद की औपचारिक घोषणा कर मुबारकबाद पेश की। ईद-उल-फित्र का त्योहार अल्लाह का तोहफ़ा है जो गुरुवार को अमनो अमान के साथ मनाया जाएगा। मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी, नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर, मुफ्ती मेराज अहमद कादरी, मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी, मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, हाफिज सैफ अली, हाफिज अशरफ रज़ा, मौलाना दानिश रज़ा, कारी मोहम्मद अनस रजवी, हाफिज रहमत अली निजामी, मौलाना महमूद रज़ा कादरी, कारी शराफत हुसैन कादरी, एफबी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मोहम्मद आज़म, नवेद आलम, खुर्शीद अहमद मून, हाफिज अयाज अहमद, मुनाजिर हसन आदि ने भी ईद की मुबारकबाद पेश की है।
चांद रात में लोगों ने एक दूसरे को ईद मुबारक कहा। मुबारकबाद देने का सिलसिला पूरी रात चलता रहा। लोगों ने एक दूसरे को फोन व सोशल मीडिया के जरिए भी ईद की मुबारकबाद पेश की। विदेश में रह रहे परिजनों ने भी मुबारकबाद पेश की। फेसबुक, वाह्ट्सएप, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर आदि पर लोग विभिन्न संदेशों के जरिए ईद की मुबारकबाद पेश करते दिखे।
मस्जिदों में दस दिनों के एतिकाफ पर बैठे रोजेदारों ने अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए एतिकाफ मुकम्मल किया। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में तो खुशियां ही खुशियां नज़र आईं। हर घर के बच्चे चहकते दिखे। सभी ईद का स्वागत करते नज़र आए।
रहमतनगर, तुर्कमानपुर, नखास, जाफरा बाजार, चक्शा हुसैन, गोरखनाथ, रसूलपुर, रेती, उर्दू बाजार, इलाहीबाग, खूनीपुर, मियां बाजार आदि क्षेत्रों में तो एक ख़ुशी, रोशनी व चहल पहल की नई ऊर्जा देखने को मिली।
रात में ईद की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया। चांद रात के इंतजार कर रहे बाज़ार में ख़ुशी की नई चमक दिखी।
शाह मारूफ, नखास, रेती, घंटाघर, गोरखनाथ, जाफरा बाज़ार, गीता प्रेस रोड, उर्दू बाजार में तो भीड़ उमड़ पड़ी। सारी दुकानें रात भर खुली रही और हर दुकान पर भीड़ नज़र आई। फुटपाथ पर दुकानें सजीं व भीड़ से पटी दिखी।
दुकानदारों ने चांद रात में काफी रियायत भी दे रखी थी। छूट का माल बेहद कम दामों में आदि आवाज़ें बार-बार कानों से टकरा रहीं थीं। पुरुष, महिला, युवा, बच्चे, बुजुर्ग सभी थे बाज़ार में। सभी की एक ख़्वाहिश थी कि चांद रात में कुछ न कुछ जरूर खरीदी जाए।
शाह मारूफ, रेती, उर्दू बाजार तो पूरी रात अमीनाबाद बना रहा। भीड़ इस कदर की चलना मुश्किल हो रहा था। यहां सजी कई दर्जन दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। कहीं कुर्ता पायजामा, टोपी, इत्र, रुमाल बिक रहा था तो कहीं रेडीमेड बच्चों के कपड़े। महिलाओं की जरुरतों के लिए भी यहां सब चीजें मौजूद थीं। महिलाओं का हुजूम चूड़ी, ज्वैलरी, चप्पल की दुकानों व दुपट्टा गली में नज़र आया। लिपिस्टिक, नेल पॉलिश से लेकर कड़ा, ब्रेसलेट्स, पर्स सभी मिल रहा था। शीशे के बेशुमार आइटम बिक रहे थे। लोग गिलास कटोरी, दस्तरख़्वान ज्यादा खरीद रहे थे। बच्चे नौजवान पर्स, चश्मा, बेल्ट आदि की दुकानों पर नज़र आ रहे थे। जूता चप्पल की दुकानें भरी पड़ी थी। जाफरा बाज़ार में भी खूब भीड़ उमड़ी।
सेवई की खरीदारी नखास, उर्दू बाजार, जाफरा बाजार आदि जगहों से जमकर हुई। वहीं खोवा भी खूब बिका। खोवा मंडी के अलावा नखास, जाफरा बाजार, इलाहीबाग, खोखर टोला आदि जगहों पर खोवा बिक रहा था। मेवा भी खूब बिका।
इसी तरह मटन व चिकन शॉप पर मीट खरीदने वालों की लाइन नज़र आई। मीट के साथ कलेजी फेफड़ा भी खूब बिका। त्योहार की वजह से मीट का रेट दुकानदारों ने बढ़ा दिया था उसके बावजूद खरीदारी में कोई कमी नज़र नहीं आई। पूरी रात मीट बिकता रहा। लोग ग़रीब मुसलमानों में सदका-ए-फित्र भी पहुंचाते दिखे। कपड़ा लेने के लिए दर्जियों के यहां भीड़ उमड़ पड़ी। दर्जियों की दुकानें देर रात तक खुली रही।
वहीं अकीदतमंदों ने चांद रात में खूब इबादत भी की। नमाज़ पढ़ी।तिलावत-ए-कुरआन भी किया। ईद की रात के बहुत से फजाइल हदीस में आए हैं इसलिए बहुत से लोग जागकर इबादत कर मुकद्दस संवारने की दुआ करते रहे।
गुरुवार की सुबह सबसे पहले चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में 6 बजकर 55 मिनट पर ईद की नमाज़ अदा की जाएगी। ईद की आखिरी नमाज़ सुन्नी जामा मस्जिद सौदागर मोहल्ला बसंतपुर में सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर अदा की जाएगी। सभी ईदगाहों व मस्जिदों में तैयारियां मुकम्मल हैं। साफ-सफाई पूरी हो चुकी है।
एतिकाफ में बैठने वाले 18 लोगों का चांद रात में हुआ सम्मान
दावते इस्लामी इंडिया की ओर से दस दिन का एतिकाफ काजी जी की मस्जिद इस्माईलपुर में पूरा हो गया।
चांद रात को एतिकाफ में बैठने वाले 18 लोगों हाजी तजम्मुल हुसैन, डॉ. अजहरुद्दीन, डॉ. अजीमुद्दीन, मो. तौसीफ, मो. वलीउल्लाह, मो. मुदस्सिर, मो. नूर, मो. इरफ़ान, मो. अनस, मो. अफरोज, मो. शारिक, मो. अल्तमश, मो. फरहान, मो. तौसीफ, मो. तौकीर, मो. रैयान को फूल मालाओं व तोहफों से नवाजा गया। अलविदाई कलाम पढ़ा गया। मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। इन सबकी सरपरस्ती वसीउल्लाह अत्तारी व सैयद इब्राहीम अत्तारी ने की। एतिकाफ में कुरआन, नमाज़ के साथ तमाम शरीअत के बातें सिखाई गईं। अहकामे शरीयत को समझाया गया।
Apr 12 2024, 18:52