तीसरे दिन पूजी गई मां चंद्रघंटा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को मां दुर्गा की आराधना देवी के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा के रूप में हुई। इस दौरान जिले के देवी मंदिर गुलजार रहे। दर्शन-पूजन को लेकर आस्था का सैलाब पूरे दिन उमड़ा रहा। इस दौरान देवी के जयकारा व घंटा-घड़ियाल से मंदिर के साथ आस-पास का क्षेत्र गूंजता रहा। तीसरे दिन विधि विधान से मां चंद्रघंटा का पूजन-अर्चन हुआ।

मंदिरों के अलावा घरों में भी रखे गए कलश की पूजा धूप,दीप व नैवेद्य के साथ सविधि हुई। इस दौरान प्रमुख मंदिरों पर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए थे।ज्ञानपुर के घोपइला स्थित दुर्गा मंदिर, बाबा हहिरनाथ स्थित देवी मंदिर, गोपीगंज के दुर्गा मंदिर, काली महाल स्थित काली देवी मंदिर सहित जनपद के अन्य देवी मंदिरों में सुबह से ही मां के दरबार में मत्था टेकने की मानो होड़ सी मच गयी थी।

शेरावाली के जयकारे से गूंजते प्रमुख देवी मंदिरों में दर्शनार्थियों का तांता सुबह-शाम लगा रहा। इसके साथ ही भदोही, चौरी, सुरियावां, औराई व सीतामढ़ी में भी कई स्थानों पर देवी के दर्शन-पूजन को भीड़ लगी रही।

अकीदत से अदा की गई ईद-उल-फितर की नमाज:देश में अमन-चैन की मांगी दुआ, गले मिलकर एक दूसरे को दी मुबारकबाद

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही में ईद-उल-फितर की नमाज अदा की गई। ईदगाहों व मस्जिदों पर सुबह से ही लोगों की भीड़ दिखी। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस तैनात रही। बड़ों के साथ ही बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सभी ईदगाहों व मस्जिदों पर सुबह से ही नमाजियों की भीड़ दिखी। समुदाय के लोगों ने नमाज अदा कर अमन चैन की दुआ की। नमाज अदा करने के बाद सभी ईदगाहों एवं मस्जिदों में रोजा, नमाज,सदका - ए फित्र,जकात,नेक काम की रब की बारगाह में कबूलियत तथा मुल्क में अमन की दुआ की गई। मुल्क की तरक्की एवं खुशहाल के लिए दुआएं की गई।

नमाज के बाद एक - दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। लोगों ने कब्रिस्तान पहुंचकर अपने - अपने पूर्वजों की मगाफिरत के लिए फातिमा पढ़कर दुआएं मांगी। उसके बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर रुख कर लिए। फिर मिलने - मिलाने का दौर शुरू हुआ। जो देर रात तक जारी रहा। घरों में पहुंचकर सभी ने लजीज सेव‌ई के साथ व्यंजनों का लुत्फ उठाया।नमाज अदा करने के बाद लोग कैंप पहुंचकर डीएम व एसपी से मुलाकात की।

जहां पर दोनों ही अधिकारियों द्वारा सभी को ईद - उल- फितर पर्व की बधाई दी। नगर में सभी ईदगाहों एवं मस्जिदों में ईद - उल - फिचर की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई।

भदोही से विनोद बिंद को भाजपा ने बनाया उम्मीदवार, रमेश बिंद का काटा टिकट

नितेश श्रीवास्तव,भदोही ।लोकसभा सीट से डॉ. विनोद बिंद को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में पार्टी द्वारा रमेश बिंद का टिकट काट दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी ने वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया समेत लगभग सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

डॉ. विनोद कुमार बिंद अपने समर्थकों के साथ दिसंबर 2022 में वाराणसी और जून 2023 में भदोही के टोल प्लाजा पर हुए विवाद को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। दोनों ही मामलों में विनोद के समर्थकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए थे।

2022 के विधानसभा चुनाव में मिर्जापुर के मझवां से समाजवादी पार्टी से टिकट मांग रहे डॉ. विनोद कुमार बिंद को असफलता मिली थी। सपा के लिए उन्होंने लंबे समय तक प्रचार भी किया था। आखिरी समय में उन्होंने निषाद पार्टी का दामन थामा था और फिर एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज किए थे।

बुलेट रानी के नाम से मशहूर राज लक्ष्मी मंदा ने भाजपा के लिए निकाली मोटर सायकिल यात्रा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाहने वाले ने मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए साध्वी राजलक्ष्मी मंदा ने एक बार फिर तमिलनाडु से दिल्ली तक की बुलेट यात्रा शुरू करके सोमवार को भदोही में प्रवेश किया है । पीएम मोदी को वोटिंग करने का आह्वान करते हुए देश के कई राज्यों में भ्रमण कर रही हैं।

यह यात्रा 65 दिनों तक 15 राज्यों से होकर यहां आई है। राजलक्ष्मी मंदा 21 हजार किलोमीटर की यात्रा बुलेट से तय कर दिल्ली में पहुंचेंगी।यात्रा के दौरान राजलक्ष्मी लोगों से बेहतर भारत के निर्माण के लिए मोदी के पक्ष में मतदान करने का संकल्प ग्रहण करा रही हैं। इस यात्रा को मिशन मोदी 2024 का नाम दिया गया है।

राजलक्ष्मी मंदा ने 2019 में भी नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की अपील के साथ बुलेट यात्रा निकाली थीं। जो चेन्नई से शुरू होकर दिल्ली पहुंची थीं। यात्रा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री के कार्यशैली से बेहद प्रभावित हैं। उनके नेतृत्व में भारत का भविष्य उज्ज्वल और समृद्धशाली बन रहा है। भगवान भोलेनाथ की भक्त राजलक्ष्मी मंदा सनातन धर्म के प्रति समर्पित हैं।

लगातार सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने अयोध्या श्रीराम मंदिर के लिए 613 किलोग्राम कांस्य का घंटा भेंट किया था। विशाल घंटे को रामरथ से लेकर वो खुद रामेश्वरम से अयोध्या पहुंची थीं। इसके साथ ही वो नौ टन वजन के नौ फीट ऊंचा शिवलिंग ट्रक पर रखकर 12 ज्योतिर्लिंग ले गई और उसे उत्तर प्रदेश के काशी प्रयाग के मध्य सुंदरवन में स्थापित किया। इसके साथ ही सुंदरवन को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित कर रही हैं। जहां पर एक विशाल शिवलिंग आकार का मंदिर भी बनाया जाएगा। राजलक्ष्मी मंदा ने अपने अदम्य साहस का भी प्रदर्शन करते हुए महिला दिवस पर कमर में बेल्ट बांधकर लोडर ट्रक खींच कर अदभुद करनामा किया था जो एक रिकार्ड है और गिनीज बुक में दर्ज है।

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव विडियो बड़ी एलईडी स्क्रीन पर सुंदरवन में प्रसारित कराया गया इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने लाइव प्राण प्रतिष्ठा देखा। गौरतलब हो की राजलक्ष्मी मंदा सुंदरवन तीर्थ क्षेत्र की महंत हैं और उन्हे यहां मां राजलक्ष्मी के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

ईद की खरीदारी को उमड़े लोग, दुकानें हुई गुलजार

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। खुशियों का त्योहार ईद करीब आते ही बाजारों में रौनक छा गई है। खरीदारों की भीड़ से दुकानें गुलजार हो गई है। खासकर सेव‌ई , कपड़ा और सौंदर्य की दुकानों पर खासी भीड़ रही है। सोमवार को शहर और कस्बों की प्रमुख बाजारों में देर रात तक खरीदारी चलती रही।

हालांकि दोपहर में तीखी धूप के कारण दुकानों से भीड़ दिखी। लेकिन देर शाम से फिर से खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी। ईद के त्योहार को लेकर शहर, कस्बों और गांवों की मुस्लिम बहुल मोहल्लों और बस्तियों में खासा उत्साह का माहौल है। घरों में ईद मनाने की तैयारियां तेज हो गई है। ईद पर दस्तरखान पर सजने वाले लजीज व्यंजनों की रेसिपी भी महिलाओं ने तैयार कर ली है।

ईद को लेकर युवा और बच्चे काफी उत्साहित हैं। बच्चों को ईद पर मिलने वाली (ईदी त्योहारी) का बेसब्री से इंतजार है। वहीं, बाजार भी इस मौके को भुनाने में जुटा है। बाजार में एक से बढ़कर एक आधुनिक डिजाइन के कपड़े, सौन्दर्य प्रसाधन के सामान ,सेव‌ई और टोपियों की दुकानों पर दिनभर ग्राहकों की भीड़ लग रही है।

शहर के कटरा बाजार, अजीमुल्लाह चौराहा, चांदनी मार्केट,अम्बरनीम ,गजिया, स्टेशन रोड बाजार समेत गोपीगंज, ज्ञानपुर, खमरिया, घोसिया, सुरियावां,औराई,चौरी, दुर्गागंज, जंगीगंज ऊंज बाजार में भीड़ रही।

*पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, पहले गला घोंटा फिर कुएं में फेंकी लाश; पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही - गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के पूरेरजई गांव में पति ने ही अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर शव कुएं में फेंका था। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी पति ने सारे राज उगल दिए। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया। चार अप्रैल को घर के सामने ही कुएं में महिला का शव बरामद हुआ था।पूरेरजई गांव निवासी पवन श्रीवास्तव की पत्नी वंदना सिन्हा (29) गत 28 मार्च को घर से गायब हो गई थी। परिवार वाले खोजबीन के बाद शांत हो गए। चार अप्रैल को सुबह घर के सामने ही स्थित कुएं में दुर्गंध आने पर आसपास के लोगों ने देखा तो शव उतराया मिला। जिसकी शिनाख्त वंदना के रूप में की गई।

पुलिस एवं अग्निशमन विभाग की टीम ने शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम में रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण गला दबाने से बताया गया।उसके बाद पुलिस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दिया।

इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने महिला के पति पवन श्रीवास्तव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो आरोपी पति ने आनाकानी किया, लेकिन पुलिस सख्त हुई तो उसने सारे राज उगल दिए।पति ने पत्नी की हत्या की बात कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि सभी साक्ष्य पवन के खिलाफ मिले। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।

बताते चलें कि गोपीगंज का इलाका क्राइम जोन बन चुका है। बीते दो महीने के भीतर तीन लाश कुएं से बरामद हो चुकी है। पहले हिस्ट्रीशीटर, उसके बाद मजदूर और एक महिला की लाश मिली। हिस्ट्रीशीटर और महिला की मौत का खुलासा तो पुलिस ने कर दिया, लेकिन अब तक मजदूर के मामले में पुलिस के हाथ खाली ही दिख रहा है।

*87 स्कूल वाहनों का फिटनेस फेल, एआरटीओ प्रवर्तन ने भेजा नोटिस*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में 87 छोटे-बड़े स्कूल वाहनों का फिटनेस फेल हो गया है। एआरटीओ प्रवर्तन ने स्कूल संचालकों को फिटनेस दुरूस्त कराने का नोटिस दिया है। निरीक्षण में कमी मिलने पर पंजीयन निलंबित करने की चेतावनी दी।

जिले में कुल 535 स्कूल वाहनों का एआरटीओ में पंजीयन है। इसमें से 87 वाहन विभाग के तय मानक के अनुरूप नहीं है। विभाग ने ऐसे वाहनों का पंजीयन निलंबित करने का अल्टीमेटम स्कूल संचालकों को दिया है। कहा कि मार्च में इनका फिटनेस फेल था, जिसको सही करा लिया जाए। नया शिक्षा सत्र शुरू होने पर अगर बिना सुधार के वाहन बाहर निकलेंगे तो कार्रवाई होगी।

एआरटीओ प्रवर्तन शारदा मिश्रा ने कहा कि स्कूली वाहनों की जांच लगातार की जाती है। मार्च में 87 वाहनों के फिटनेस सही नहीं मिले। इसमें सुधार के लिए नोटिस दिया गया था। स्कूल वाहनों के लिए मानक तय किए जाते हैं। जांच करने के बाद से ही रोड पर चलने की अनुमति मिलेगी।

*760 मरीज पहुंचे ओपीडी, 50 से अधिक डायरिया पीड़ित, गर्मी मौसम में खान-पान पर विशेष ध्यान देने की डॉक्टरों की सलाह*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- ‌अप्रैल में ही गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। तापमान 40 के आसपास पहुंचते ही लोग बेहाल होने लगे हैं। गर्मी के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ज्ञानपुर स्थित महाराज चेत सिंह जिला चिकित्सालय में शनिवार को 760 मरीज ओपीडी में पहुंचे। इनमें 50 से अधिक डायरिया के पीड़ित रहे। 15 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। चिकित्सकों ने खान-पान पर विशेष ध्यान देने और गर्मी से बचने की सलाह दी।जैसै-जैसे तापमान बढ़ता गया वैसे-वैसे मरीजों की संख्या बढ़ती गई।

चिकित्सकों के मुताबिक वैसे तो सभी तरह की मरीज आए लेकिन पेट दर्द, पेट में मड़ोर, उल्टी-दस्त, डायरिया के मरीजों की संख्या 50 से अधिक अधिक रही। जिनकी स्थिति ठीक रही उन्हें दवा देकर छोड़ दिया गया, लेकिन 15 मरीज ऐसे मिले, जिन्हें पानी चढ़ाने की और अन्य इलाज की जरूरत महसूस हुई तो उन्हें भर्ती कराया गया। सामान्य दिनों में यहां पांच सौ से छह सौ तक ओपीडी होती है, लेकिन गर्मी ज्यादा होने से मरीजों की संख्या 760 तक पहुंच गई। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी बहुत ज्यादा है। इसमें सावधानी की जरूरत है। खासकर बच्चों के प्रति अभिभावक कतई लापरवाही न बरतें।

चिकित्सक बताते हैं कि फास्ट फूड का सेवन गर्मी के दिनों में नहीं करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा उससे बचने की कोशिश करें। खुले में रखकर दुकानदार बेचते हैं, दिन भर उस पर धूल-मिट्टी बैठती है। घर पर बना पौष्टिक भोजन करें, साथ ही थाली में सलाद और हरी सब्जी जरूर रखें। आगामी दिनों में गर्मी और बढ़ेगी। कहीं से सफर करके आने पर तत्काल पानी नहीं पीना चाहिए। उल्टी-दस्त के मरीजों को ग्लूकोज, ओआरएस आदि लेना चाहिए। इससे उन्हें कमजोरी का एहसास नहीं होगा। जिला चिकित्सालय के डॉ. आशुतोष सिंह ने बताया कि इन दिनों गर्मी से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या ज्यादा है। उल्टी-दस्त, पेट में दर्द, बार-बार बुखार आने, थकान महसूस होने, चक्कर आने की शिकायतें आ रही हैं। ऐसे में धूप से बचें, पौष्टिक भोजन करें। बासी खाना कतई न खाएं।

*भदोहीःज्ञानपुर नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने के लिए छठवीं बार प्रस्ताव, डीएम ने प्रमुख सचिव को लिखा पत्र*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज और पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, खमरिया, घोसिया, नई और सुरियावां शामिल है। जिला मुख्यालय स्थित ज्ञानपुर नगर पंचायत सबसे छोटी नगर पंचायत है, लेकिन कलेक्ट्रेट समेत 15 से अधिक विभाग इसकी सीमा से बाहर हैं। इससे वीआईपी के आने, साफ-सफाई संग अन्य व्वस्थाओं को बेहतर करने के लिए कर्मचारियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अब डीएम विशाल सिंह ने प्रमुख सचिव नगर निकाय को पत्र लिखकर ज्ञानपुर नगर पंचायत को पालिका घोषित करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा कि ज्ञानपुर नगर के आसपास के गांव को नगर में समाहित करते हुए पालिका घोषित किया जाए। इससे कांशीराम आवास, विकास भवन, कलेक्ट्रेट, पुलिस कार्यालय सरपतहां समेत अन्य सरकारी दफ्तर भी नगर में आ जाएंगे। इससे नगर पालिका कर्मचारियों को काम करने में सुविधा मिल सके।

अफसरों ने भेजे प्रस्ताव

नगर पंचायत ज्ञानपुर को नगर पालिका परिषद बनाए जाने के लिए पहली बार 10 सितंबर 2008 को प्रस्ताव भेजा गया था। उसके बाद डेढ़ दशक में नगर पंचायत अध्यक्ष के अनुरोध पर डीएम की तरफ से चार बार प्रस्ताव शासन को भेजा गया, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। 2008 में पहले प्रस्ताव के बाद 2012 में तत्कालीन डीएम सुरेंद्र सिंह, 2017 में डीएम विशाख जी और 2019 और 2020 में डीएम राजेंद्र प्रसाद ने प्रस्ताव शासन को भेजा था। पांच बार जिलाधिकारियों की तरफ से पत्र भेजने के बाद भी शासन ने अमल नहीं किया। अब डीएम विशाल सिंह ने पत्र भेजकर पालिका बनाने की मांग की है।

पालिका में इन गांवों को किया जाएगा शामिल

जोरई, लखनो, जोतरातदत्त, रघुपुर, काशीरामपुर, मिल्की, गोपीपुर देहाती, चकटोडर देहाती, चकदल्लू, जद्दूपुर, गिरधरपुर, ज्ञानपुर देहाती, पूरेरजा, बालीपुर देहाती, ददरहां, केशवपुर सरपतहां, भुड़की, भिदिउरा और कंसापुर शामिल है। इन गावों को पालिका परिषद में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है।

ये सरकारी दफ्तर नगर पंचायत से है बाहर

जिलाधिकारी का दफ्तर एवं आवास, एसपी का दफ्तर एवं आवास, दीवानी न्यायालय, सौ शैय्या अस्पताल, बीएसए दफ्तर, नवोदय विद्यालय, डायट, विकास भवन, संभागीय परिवहन अधिकारी का दफ्तर, उद्योग केंद्र, प्रभागीय वनाधिकारी आदि का कार्यालय नगरीय क्षेत्रों से बाहर हैं।

ज्ञानपुर जिला मुख्यालय स्थित नगर पंचायत है। इसको नगर पालिका में शामिल कराना जरूरी है। इसके लिए प्रमुख सचिव नगर विकास को पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। विशाल सिंह, डीएम।

आदि शक्ति के दर्शन मात्र से भर जाती है गोद

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। नगर के पूर्वी छोर पर स्थित प्राचीन एवं भव्य घोपइला देवी मंदिर का अपना धार्मिक, पौराणिक एवं एतिहासिक महत्व रखता है। इस मंदिर का आस-पास के क्षेत्र में धार्मिक महात्म्य है। लोगों की आस्था और श्रद्धा के प्रतीक इस मंदिर में शारदीय और वासंतिक नवरात्र तथा सावन के अलावा पूरे वर्ष भी लोगों के दर्शन- पूजन का सिलसिला चलता रहता है।खुद में ऐतिहासिकता, पौराणिकता और धार्मिकता समेटे इस मंदिर का महात्म्य कुछ अलग ही है।

राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक डा. राजकुमार पाठक बताते हैं कि पुरानी बाजार निवासी मुंशी दीप नारायण श्रीवास्तव को कोई संतान नहीं थे। काफी दिनों तक संतान को लेकर परेशान रहे। इसी बीच किसी महात्मा ने उन्हें तालाब और मां दुर्गा का मंदिर बनवाने के लिए सलाह दे दिया। बताया कि मुंशी दीप नारायण द्वारा सर्वप्रथम 1913 में तालाब की खुदाई शुरू कराया। इसी के साथ ही भव्य मंदिर का निर्माण भी कराया। 1924 में आदि शक्ति का मंदिर बनकर तैयार हो गया। इसके पश्चात मां दुर्गा के आशीर्वाद से उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। जिनका नाम भी उन्होंने दुर्गा प्रसाद रखा था। इसके बाद से ही घोपइला देवी मंदिर का महात्म्य दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है।मान्यता है कि मां घोपइला देवी के दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

मंदिर के अंदर विराजमान मातारानी का जो भी सच्चे मन से दर्शन कर लेता है, उसकी सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। अब तक जो भी महिलाएं मातारानी की आराधना की हैं उनकी खाली गोद भर गई तो आंगन में किलकारियां गूंजने लगी।