दुनिया का एक ऐसा इकलौता देश, जहां मुस्लिम तो है पर नही है एक भी मस्जिद


नयी दिल्ली: दुनिया में सबसे बड़ी आबादी ईसाई धर्म के अनुयायियों की है। फिर वो लोग हैं जो इस्लाम यानी मुस्लिम धर्म को मानते हैं। दुनिया के हर देश में आपको मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग मिल जाएंगे।

इसके साथ ही आप मुस्लिम बस्तियों में मस्जिदें भी देख सकते हैं, जहां मुस्लिम धर्म के लोग दिन में पांच बार नमाज पढ़ने जाते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां मुस्लिम रहते हैं लेकिन उनके नमाज पढ़ने के लिए कोई मस्जिद नहीं है। इतना ही नहीं इस देश में मस्जिद बनाने की इजाजत भी नहीं दी जाती है.

दरअसल, स्लोवाकिया दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां मुस्लिम होने के बावजूद एक भी मस्जिद नहीं है। 

आपको बता दें कि यहां रहने वाले मुस्लिम या तो तुर्क हैं या उगर। ये मुसलमान 17वीं सदी में यहां आकर बस गये थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2010 तक यहां मुसलमानों की आबादी महज पांच हजार के आसपास थी। देश यूरोपीय संघ का आखिरी सदस्य बन गया है. इस देश में मस्जिद बनाने को लेकर विवाद चल रहा है. साल 2000 में स्लोवाकिया की राजधानी में एक इस्लामिक सेंटर के निर्माण को लेकर विवाद हुआ था।

ब्रातिस्लावा के मेयर ने स्लोवाक इस्लामिक वक्फ फाउंडेशन के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया। साल 2015 में यूरोप के लिए शरणार्थियों का पलायन एक बड़ा मुद्दा बना रहा। उस समय स्लोवाकिया ने 200 ईसाइयों को शरण दी, लेकिन मुस्लिम शरणार्थियों के आगमन पर प्रतिबंध लगा दिया। 

इस पर सफाई देते हुए स्लोवाकिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके देश में मुसलमानों के लिए कोई पूजा स्थल नहीं है, जिसके कारण मुसलमानों को शरण देने से देश में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं, हालांकि इस फैसले की यूरोपीय संघ ने भी आलोचना की थी। 

इतना ही नहीं, 30 नवंबर 2016 को स्लोवाकिया ने एक कानून पारित कर इस्लाम को आधिकारिक धर्म का दर्जा देने पर प्रतिबंध लगा दिया। यह देश इस्लाम को धर्म के रूप में स्वीकार नहीं करता। इतना ही नहीं, स्लोवाकिया यूरोपीय संघ का एकमात्र देश है जहां एक भी मस्जिद नहीं है। इतना ही नहीं, स्लोवाकिया ने ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त कानून भी लागू किया है। इस देश में आप सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किसी से बात नहीं कर सकते और ना ही शोर मचा सकते हैं। ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करती है और उनसे भारी जुर्माना वसूला जाता है।

केजरीवाल को झटका, आप के एकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू भाजपा में शामिल, एक विधायक ने भी छोड़ा पार्टी

नई दिल्ली। दिल्ली के गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तगड़ा झटका लगा है। बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के एकलौते लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा नेता विनोद तावड़े ने रिंकू को भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई। सुशील के साथ ही जालंधर ईस्ट से आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगूराल भी बीजेपी में शामिल हुए।

रिंकू ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव में जो विकास के वादे उन्होंने किए थे, उन्हें पूरा करने में पंजाब सरकार ने सहयोग नहीं किया।

इस दौरान पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद रहे। सुशील कुमार रिंकू ‘आप’ के एकमात्र लोकसभा सांसद हैं, ऐसे में इसे आम आदमी पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

सुशील कुमार रिंकू ने ऐसे समय में बीजेपी ज्वाइन की है, जब ‘आप’ ने जालंधर से उन्हें टिकट देने की घोषणा कर दी थी। सांसद रिंकू और विधायक शीतल अंगूराल दोनों ही बुधवार को दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पर मौजूद रहे। 

सुशील कुमार रिंकू पहले कांग्रेस में भी रह चुके हैं। सांसद बनने से पहले वह जालंधर पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव भी जीत चुके हैं।

आम आदमी पार्टी ने उन्हें 2023 में जालंधर लोकसभा सीट के उपचुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। यहां से जीत दर्ज करने के बाद वह पिछले एक साल से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

बताते चलें कि, दिल्ली में समझौते के बावजूद पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं शीतल अंगुराल ने साल 2022 विधानसभा चुनाव में सुशील कुमार रिंकू को हराया था।

शीतल अंगुराल के हाथों मिली इस हार के बाद रिंकू ‘आप’ में शामिल हो गए थे। शीतल अंगुराल जालंधर पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव जीते हैं।

इससे पहले मंगलवार को लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बीजेपी ज्वाइन की थी। बिट्टू का कहना था कि वह पंजाब और केंद्र के बीच के खाई को पाटना चाहते हैं, इसलिए बीजेपी में आए हैं।

बता दें कि, ‘आप’ के इन दोनों नेताओं ने ऐसे समय भाजपा में जाने का फैसला किया है जब कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया है। वह फिलहाल ईडी की रिमांड पर हैं।

पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं, जहां आप और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आप ने अब तक 8 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं, जिनमें रिंकू का नाम भी शामिल था।

ब्रेन सर्जरी के बाद सद्गुरु जग्गी वासुदेव को अस्पताल से मिली छुट्टी, शुभचिंतकों का जताया आभार

दिल्ली : आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव को ब्रेन सर्जरी के बाद बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी ने कहा, "डॉक्टरों ने उनकी रिकवरी और ईलाज पर संतोष जाहिर की है।

मौसम विभाग की और से दी गई जानकारी के अनुसार आज से फिर शुरू होगा बारिश का दौर, अगले 5 दिन तक दिल्ली समेत इन जगहों पर अलर्ट


नयी दिल्ली : मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ पहुंच गया है जिसके असर से बारिश देखने को मिलेगी. इसके अलावा, 29 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो बारिश की गतिविधियों में तीव्रता लेकर आएगा. देशभर के राज्यों में मौसम करवट लेने वाला है।

आज यानी 27 मार्च को देश के अधिकतर हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो जाएगा. अगले पांच दिनों तक देश के अधिकतर राज्यों में गरज के साथ बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।

मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ पहुंच गया है जिसके असर से बारिश देखने को मिलेगी. इसके अलावा, 29 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो बारिश की गतिविधियों में तीव्रता लेकर आएगा.

नई दिल्ली के मौसम का हाल

मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 27 मार्च को नई दिल्ली में न्यूनतम तापमान 19 और अधिकतम तापमान 34 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. इसी के साथ, नई दिल्ली में आज गरज के साथ हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. 

मौसम विभाग की मानें तो नई दिल्ली में 28 और 29 मार्च को भी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी. 30 मार्च को नई दिल्ली में दिल्ली में बादलों का डेरा रहेगा.  

27 मार्च को इन इलाकों में होगी बारिश

मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 27 मार्च को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. वहीं, हिमाचल प्रदेश, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के सुदूर इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. 

दिल्ली में आज बादलों का डेरा, पहाड़ों पर होगी भारी बारिश!

वेस्टर्न डिस्टरबेंस से फिर बदलेगा मौसम! इन राज्यों में होगी भारी बारिश, मैदानी इलाकों में होगा मौसम सुहावना मौसम।

कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, यहां जानिए अपडेट 

28 मार्च को इन इलाकों में बारिश

मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 28 मार्च को हिमाचल प्रदेश में तेज हवाओं के साथ गरज और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है. इसी के साथ, पंजाब, गंगीय पश्चिमी बंगाल में तेज हवाओं के साथ बिजली चमकने की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. वहीं, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हरियाणा और चंडीगढ़ के सुदूर इलाकों में बिजली चमकने के साथ-साथ हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. 

29 मार्च को इन इलाकों में बदलेगा मौसम

मौसम विभाग की मानें तो 29 मार्च को हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां देखने को मिलेगी. इसी के साथ, उत्तराखंड में भी बिजली चमकने के साथ-साथ ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान के कुछ इलाकों में बिजली चमकने के साथ-साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. मौसम विभाग की मानें तो 29 मार्च को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में भारी बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

आज का इतिहास : 27 मार्च 1977 को स्पेन में एक ही रनवे पर आए दो विमान और चली गयी 583 लोगों की जान


नयी दिल्ली : साल 1977 ये वो तारीख है जब दुनिया ने सबसे भीषण विमान हादसा देखा. स्पेन के टेनेराइफ के रनवे पर दो बोईंग 747 विमान आपस में भिड़ गए. इस हादसे में करीब 583 लोगों की जान चली गई.

एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ये हादसा एक बड़े कम्युनिकेशन गैप के चलते हुआ था. जिन दो विमानों में टक्कर हुई थी उनमें एक था – KLM फ्लाइट 4805, जिसने एम्सटर्डम से उड़ान भरी थी, वहीं दूसरी थी Pan Am अमेरिकन फ्लाइट 1736, जो अमेरिका के लॉस एंजिलिस से आ रही थी. दोनों विमानों को एक ही एयरपोर्ट पर जाना था. लेकिन यात्री इलाके में एक छोटे विस्फोट होने के बाद वहां अफरातफरी फैल गई. जिसकी वजह से एयर ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया. इस चलते दोनों विमान एक ही रनवे पर उतरे थे लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी।खराब मौसम के दौरान ही KLM के विमान ने टेकऑफ के लिए रन करना शुरू कर दिया. और अमेरिकी विमान से जा टकराया.

इतिहास के दूसरे अंश में बात 'थिएटर' की करेंगे. आज यानी कि 27 मार्च को दुनिया भर में 'रंगमंच दिवस,' मनाया जाता है. साल 1961 में इंटरनेशनल थिएटर इंस्टिट्यूट ने इस दिन को मनाने की शुरुआत थी. बता दें आज के दिन इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट एक कॉन्फ्रेंस करता है जिसे दुनियाभर के 50 भाषाओँ में अनुवाद कर अखबारों में छापा जाता है. 1962 में फ्रांस के जीन काक्टे ने पहला मैसेज दिया था. वहीं, 2002 में गिरीश कर्नाड ने यह मैसेज दिया.

इतिहास के तीसरे अंश में बात 'वियाग्रा' की करेंगे. 27 मार्च साल 1998 में अमेरिका में पुरुष नपुंसकता को दूर करने वाली फाइजर कंपनी की दवा वियाग्रा को मंजूरी मिली थी. बता दें साल 2012 में कंपनी ने सिर्फ वियाग्रा से 2 अरब अमेरिकी डॉलर कमाए.

देश-दुनिया में 27 मार्च का इतिहास

2008ः अंतरिक्ष यान एंडेवर पृथ्वी पर सफलतापूर्वक सुरक्षित लौटा.

2003ः रूस ने घातक टोपोल आरएस-12 एम बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया.

1933ः जापान ने लीग ऑफ नेशंस (पहले विश्व युद्ध के बाद बनी संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी संस्था) से खुद को अलग कर लिया.

1899ः इतालवी आविष्कारक जी मारकोनी ने फ्रांस और इंग्लैंड के बीच पहला इंटरनेशनल रेडियो प्रसारण किया.

1884ः बोस्टन से न्यूयॉर्क के बीच पहली बार फोन पर लंबी दूरी की बातचीत हुई.

1871ः पहला अंतरराष्ट्रीय रग्बी मैच स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के बीच खेला गया.

1855ः अब्राहम गेस्नर ने केरोसिन (मिट्टी के तेल) का पेटेंट कराया.

1841ः पहले स्टीम फायर इंजन का सफल परीक्षण न्यूयॉर्क में किया गया.

1721: स्पेन और फ्रांस ने मैड्रिड समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.

1668ः इंग्लैंड के शासक चार्ल्स द्वितीय ने बॉम्बे ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंपा था.

हेल्थ टिप्स:सुबह खाली पेट लहसुन की दो कली खाने से सेहत रहेगी बुलंद,बीमारियों से मिलेगी मुक्ति


दिल्ली : सामान्य रूप से लहसुन हमारे किचन की महत्वपूर्ण सामग्री है लेकिन यह हमारी सेहत के लिए भी बड़ा फायदेमंद है। हम देखते हैं कि लहसुन का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए खूब किया जाता है।

लेकिन क्या आपको मालूम है कि खाली पेट लहसुन का सेवन करने से सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं। लहसुन का सेवन करने से आप खुद को कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं।

लहसुन में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और फैट होता है जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाता है। आज हम आपको सुबह खाली पेट लहसुन खाने के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।

सुबह खाली पेट लहसुन खाने के फायदे

रोजाना सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करने से हार्ट से जुड़ी समस्याएं दूर होती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है।

पेट के लिए

अगर आप पेट की समस्या से परेशान हैं तो सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

दांत दर्द के लिए

अगर आप दांत दर्द से परेशान हैं तो लहसुन की एक कली आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इसमें और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं जो दांत दर्द से राहत दिलाने में सहायक है।

ब्लड शुगर

डायबिटीज के मरीजों के लिए सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।

अरविंद केजरीवाल ने जेल जाने के बाद भी नही दिया इस्तीफा, गृह मंत्रालय कर रही मंथन,कैसे पद से हटाया जाए उन्हें


नई दिल्‍ली। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ईडी उनके खिलाफ जांच कर रही है। गृह मंत्रालय भी केजरीवाल के खिलाफ जांच कर रहा है। उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाया जा सकता है।

ईडी के गिरफ्तार करने के बाद भी अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्‍तीफा नहीं दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय केजरीवाल के इस्तीफा नहीं देने के परिणामों की जांच कर रहा है।

कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि केंद्र को उन्हें निलंबित करना पड़ सकता है या पद से हटाना पड़ सकता है, क्योंकि वह एक लोक सेवक हैं। कानूनन मुख्‍यमंत्री भी लोक सेवक ही होता है।

गिरफ्तार किए जाने वाले सरकारी अधिकारियों के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जाती है। गिरफ्तार लोक सेवा के 48 घंटे से अधिक समय पुलिस हिरासत में रहने पर उन्हें तत्काल सेवा से निलंबित करना अनिवार्य है।

गृह मंत्रालय के अरविंद केजरीवाल को निलंबित करने पर आम आदमी पार्टी न्‍यायालय का दरवाजा खटखटा सकती है। कई कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि इस्‍तीफा देना अनिवार्य नहीं है।

केंद्र सरकार या कोई आम आदमी लोकपाल के पास जा सकते हैं। अरविंद केजरीवाल को मुख्‍यमंत्री पद से हटाने की गुहार लगा सकता है। यह भारतीय लोकतंत्र का अब तक अनोखा कारनामा है। अब तक ऐसी स्थिति नहीं आई। कोई भी मुख्‍यमंत्री गिरफ्तार होने के तुरंत बाद इस्‍तीफा दे दिया है।

होलिका दहन के साथ शराब के नशे में एक शख्स ने आग में लगा दी छलांग, अस्पताल में भर्ती


गाजियाबाद :होली के रंग तो बिखरे लेकिन अनेक लोगों ने अपने अंग तक जला लिए। शराब के नशे में धुत्त 39 वर्षीय भगवान दास खुद को होलिका दहन के साथ जलने पर आमदा हो गए।

संजय नगर स्थित गुलधर के पास रविवार देर रात को जब होलिका दहन हो रहा था तो शराब के नशे में पहुंचे भगवान दास ने घोषणा की कि मैं भी होलिका दहन के साथ जलूंगा।

आसपास खड़े लोगों ने इसका विरोध किया और अनुरोध किया कि ऐसा मत करो, यह जान के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वह नहीं माना और तेजी से होलिका दहन में कूद गया।

लोगों आग से खींचकर निकाला

जलती आग में उसके कूदते ही बुरी तरह से झुलस गया। बड़ी मुश्किल से उसे आग से लोगों ने खींचकर निकाल लिया और संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कर दिया।

इमरजेंसी में तैनात इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर गौरव कुमार ने प्राथमिक उपचार के बाद हालात बेहद खराब देखते हुए भगवान दास को तुरंत सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

रविवार देर रात को ही इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस भी सतर्क हो गई और इस पूरे मामले की जांच कर रही है। इसके साथ ही आईसीयू में भर्ती भगवान दास की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

पहचानिए इस 51 साल की एक्ट्रेस को जो कभी आईएएस बनने का सपना देखी, फिर की होटल में काम, आज जी रही है एक कुंवारी मां की जिंदगी

 

नयी दिल्ली : ऐसे कई सफल एक्टर हैं, जिन्होंने छोटे पर्दे से सिल्वर स्क्रीन पर कदम रखा है. बॉलीवुड में शाहरुख खान, विद्या बालन और सुशांत सिंह राजपूत ये चुनिंदा वो नाम हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन शोज से की थी. बाद में उन्हें फिल्मों में मौका मिला और वे स्टार सेलिब्रिटी बन गए. इस एक्ट्रेस ने IAS अफसर बनने का सपना देखा था, लेकिन गुजारे के लिए उन्होंने होटल में भी काम किया. 51 की हो चुकी ये हसीना कुंवारी मां है. कौन है ये एक्ट्रेस चलिए आपको बताते हैं। 

आम हो या खास सफलता का स्वाद चखने के लिए इंसान को मेहनत तो करनी पड़ती हैं. हिंदी सिनेमा हो या साउथ सिनेमा, ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्होंने टीवी से अपने करियर की शुरुआत की और बड़े पर्दे का रुख किया. किसी को सफलता अपने संबंधों पर मिल गई तो कोई सालों तक मेहनत करता रहा.

 टीवी से बॉलीवुड का रुख करने वाली एक एक्ट्रेस. टीवी पर जो संस्कारी बहू बनकर लोगों को लुभाती रही. लेकिन, उनके लिए ये सफर बिलकुल भी आसान नहीं था. कई चुनौतियों का सामना करते हुए, धीरे-धीरे वह एक्ट्रेस आगे बढ़ीं.

आमिर खान की ऑनस्क्रीन पत्नी बनकर इस एक्ट्रेस ने खूब तालियां बटौरीं, ये कोई और नहीं बल्कि टीवी से बॉलीवुड का रुख करने वाली साक्षी तंवर हैं, जिनको आज भी लोग टीवी की दुनिया की रॉकस्टार कहते हैं. साक्षी कभी आईएएस बनने का सपना देखती थीं, लेकिन फिर कैसे इस इंजस्ट्री में आ गईं।

आईएएस बनने का सपना देख होटल में काम करने के दौरान दिए गए ऑडिशन ने उनकी जिंदगी बदल दी. ग्लैमर की दुनिया में उन्होंने कदम रखा और टेलीविजन इंडस्ट्री ने उन्हें चमका दिया.

साक्षी तंवर लेडी श्री राम कॉलेज, नई दिल्ली से ग्रेजुएट हैं. 1990 में उन्होंने अपना प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स पूरा किया था. उस समय वह एक फाइव स्टार होटल में सेल्स ट्रेनी के तौर पर काम करती थीं. एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनकी पहली सैलरी 900 रुपये थी और उन्होंने उन पैसों से एक साड़ी खरीदी थी. कॉलेज में साक्षी तंवर ड्रामेटिक सोसायटी की सचिव और अध्यक्ष थीं. 1998 में, उन्होंने दूरदर्शन के फिल्मी गीत कार्यक्रम 'अलबेला सुर मेला' के लिए ऑडिशन दिया और उन्हें एंकर के रूप में मौका मिला।

टीवी की दुनिया में कदम रखने के बाद उन्होंने अपने डेब्यू के बाद से ही अच्छी प्रतिष्ठा हासिल की. 'कहानी घर घर की' में 'पार्वती' की भूमिका में वह नजर आई थी. यह सीरियल टेलीविजन पर काफी लंबे समय तक चला. भारी सफलता मिलने के बाद लोगों ने उन्हें 'पार्वती' कहना ही शुरु कर दिया था. उनके अन्य लोकप्रिय धारावाहिक 'कुड्डम', 'देवी', 'बड़े अच्छे लगते हैं'.

'बड़े अच्छे लगते हैं' में राम कपूर के साथ उनकी केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया. एकता कपूर का सीरियल 'बड़े अच्छे लगते है' एक रोमांटिक ड्रामा . इस कॉन्सेप्ट को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. शो में राम कपूर और साक्षी तंवर के 17 मिनट लंबे किस सीन ने भी खूब विवाद मचाया था.

साल 2006 में उन्होंने 'ओ रे मनवा' से फिल्मों में कदम रखा था. इस फिल्म में उन्होंने संध्या का किरदार निभाया था. यह पहली फिल्म दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रही. इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन साक्षी को बॉलीवुड में बड़ा ब्रेक आमिर खान की फिल्म 'दंगल' से मिला. 'दंगल' ने दुनिया भर में 2000 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया. इसमें आमिर की पत्नी, गीता फोगाट और बबीता फोगाट की मां का किरदार निभाया था.

'दंगल' की सफलता के बाद साक्षी तंवर ने अक्षय कुमार के साथ 'मोहल्ला अस्सी' और 'सम्राट पृथ्वीराज' जैसी बॉलीवुड फिल्मों में काम किया. ये दोनों फ्लॉप हो गए. बाद में ओटीटी पर आई वेब सीरीज 'माई' में भी काम किया. इसमें वह अपनी बेटी के हत्यारों को ढूंढने की कोशिश करती एक मां की भूमिका में नजर आईं,एन।एफ जिसको खूब सराहा गया.

साक्षी ने अपने करियर में 20 टीवी सीरियल्स, 9 फिल्मों और 4 वेब सीरीज में नजर आ चुकी हैं. साक्षी को लगातार करियर में सफलता मिल रही है. लेकिन, सफल करियर होने के बाद भी उन्होंने शादी न करने का फैसला किया. लेकिन एक मां बनने के लिए वह तैयार हो गईं. साल 2018 में उन्होंने एक बेटी को गोद लिया और मां बनने रे अपने सपने को पूरा किया. उनकी बेटी का नाम दित्या है. 51 साल एक्ट्रेस एक सिंगल मदर हैं.

आतंकी संगठन आईएस खुरासान द्वारा मास्को पर आतंकी हमला के पीछे क्या है कारण ,इस हमले में 90 लोग मारे गए 145 घायल हुए


नई दिल्ली। 22 मार्च की रात रूस की राजधानी मॉस्को बम और 

गोलीबारी से दहल उठा। क्रोकस सिटी हॉल कॉन्सर्ट स्थल में हुए हमले में चारों तरफ केवल आग धधक रही थी।

 गोलियों की आवाज के बीच डरे हुए स्थानीय लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। इस हमले में कम से कम 90 मारे गए और 145 लोग घायल हुए है।

इन बम धमाकों के पीछे आतंकी संगठन आईएस (इस्लामिक स्टेट) खुरासान का हाथ है। व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की है। दरअसल, हमले के कुछ ही घंटों बाद इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। बता दें कि यह समूह अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत या आईएसआईएस-के ( ISIS-K) है। 

आखिर क्यों आईएसआईएस-के ने इस हमले को अंजाम दिया और क्या है यह आतंकवादी समूह? वहीं, यह कैसे संचालित होता है? आइये यहां सब जानें।

ISIS-K/आईएसआईएस-के कब आया? 

ISIS-K आतंकवादी समूह की स्थापना 2015 में पाकिस्तानी तालिबान के असंतुष्ट सदस्यों द्वारा की गई थी। अमेरिकी हवाई हमलें और अफगान कमांडो की छापेमारी के कारण इस समूह के कई नेता मारे गए। इस दौरान समूह ने 2021 तक अपने सैनिकों की संख्या लगभग 1,500 से 2,000 तक कर दिया था। 2021 में ही अफगानिस्तान की सरकार गिर गई और तालिबान ने यहां कब्जा कर लिया।

अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान को बनाया है अपना शिकार

इस दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी होने लगी इसी समय

 आईएसआईएस-के ने अगस्त 2021 में काबुल में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आत्मघाती बम विस्फोट किया, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक और 170 से अधिक नागरिकों की मौत हो गई। इस हमले के बाद आईएसआईएस-के अंतरराष्ट्रीय विषय बन गया।

तालिबान अफगानिस्तान में ISIS-K के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ रहा है। अब तक, तालिबान की सुरक्षा सेवाओं ने समूह को क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए कई कड़े कदम उठाए है पूर्व तालिबान लड़ाकों को बड़ी संख्या में भर्ती करने से भी रोका है।

6 माह के भीतर बिना किसी चेतावनी के हमले कर सकता है 

अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल ई. कुरिल्ला ने गुरुवार को एक हाउस कमेटी को बताया कि आईएसआईएस-के छह महीने से भी कम समय में विदेशों में अमेरिकी और पश्चिमी हितों पर बिना चेतावनी के हमला करने की क्षमता और इच्छा रखता है।

जनवरी में अपने आधिकारिक टेलीग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट में, आईएसआईएस-के ने कहा कि उसके समूह ने ईरान के करमान में बम हमला किया था जिसमें 84 लोगों की मौत हो गई थी। आईएसआईएस-के ने ईरान में हुए पिछले कई हमलों की जिम्मेदारी ली है और अब इस समूह ने मॉस्को में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।

पुतिन की जमकर करते है आलोचना

न्यूयॉर्क स्थित सुरक्षा परामर्श फर्म सौफान ग्रुप के आतंकवाद विरोधी विश्लेषक कॉलिन पी. क्लार्क ने बताया कि आईएसआईएस-के पिछले दो सालों से रूस को निशाना बनाने की योजना बना रहा था। यह समूह अक्सर अपने प्रचार में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर वी. पुतिन की आलोचना करता है। आईएसआईएस-के अफगानिस्तान, चेचन्या और सीरिया में मॉस्को के हस्तक्षेप का हवाला देते हुए क्रेमलिन पर मुस्लिमों का खून होने का आरोप लगाता रहा है।