जयपुर के विश्वकर्मा स्थित एक मकान में लगी भीषण आग, 5 लोगों की दर्दनाक मौत, पूरा परिवार जिंदा जला

जयपुर के विश्वकर्मा स्थित एक मकान में भीषण आग लगने की खबर सामने आई है। आग की चपेट में आने से 5 लोगों की मौत हो गई है। आग इतनी ज्यादा थी कि हादसे में पूरा परिवार ही जिंदा जल गया।

इस घटना पर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने भी शोक जताया है। सीएम ने दुख जताते हुए कहा कि परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति देने तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

सीएम ने कहा कि हमने घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।

आजम खान से मिलने सीतापुर जेल जाएंगे अखिलेश यादव!, लोकसभा चुनाव को लेकर करेंगे चर्चा

जेल में बन्द समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान से मिलाई करने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सीतापुर आ सकते हैं 22 मार्च को सीतापुर जेल में आजम खान से मिलने के लिए आ सकते हैं।

 जानकारी के अनुसार आजम खान से मिलने अखिलेश यादव 22 मार्च 2024, शुक्रवार को सीतापुर आ सकते हैं। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव को लेकर आजम खान से चर्चा कर सकते हैं। रामपुर और कुछ अन्य लोकसभा सीटों को लेकर आजम खान से प्रत्याशी चयन पर सहमति लेने अखिलेश यादव आएंगे।

जो हमें आतंकी हमलों के जख्म देते थे, उनकी हालत आज दुनिया देख रही, राइजिंग भारत समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने देश से साझा की कई जानकारी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि जो हमें आतंकी हमलों के जख्म देते थे, उनकी हालत आज दुनिया देख रही है। नई दिल्ली में एक मीडिया चैनल के कार्यक्रम राइजिंग भारत समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंक के सरगना हों या विकास और शांति का चाहत रखने वाले देश हों, सबने राइजिंग भारत अनुभव किया है। ये नया भारत आतंक के जख्म को नहीं सहता है, बल्कि आतंक के जख्म देने वाले को पूरी ताकत से सबक भी सिखाता है। जो हमें आंतकी हमलों के जख्म देते थे, उनकी क्या हालत है देशवासी भी देख रहे हैं और दुनिया भी देख रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव का मौसम है, चुनाव की सरगर्मी बिल्‍कुल सर पर है। तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। आपकी समिट में भी कई लोगों ने अपने विचार रखे हैं। डिबेट का माहौल बना हुआ है और मैं मानता हूं कि लोकतंत्र की यही खूबसूरती है। देश में भी चुनाव प्रचार धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है। सरकार अपने 10 साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड रख रही है। हम अगले 25 साल का रोडमैप बना रहे हैं और अपने तीसरे टर्म के पहले 100 दिन का प्‍लान भी बना रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि दूसरी तरफ हमारे जो विरोधी हैं। वह भी नए कीर्तिमान बना रहे हैं। आज ही उन्‍होंने मोदी को 104वीं गाली दी है। औरंगजेब कह कर नवाजा गया है। मोदी की खोपड़ी उड़ाने का ऐलान किया गया है। इन सब पॉजिटिव, निगेटिव बातों के बीच दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्‍शन जारी है। 2600 से ज्‍यादा पॉलिटिकल पार्टियां, करीब 97 करोड़ मतदाता, करीब दो करोड़ फर्स्‍ट टाइम वोटर लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्‍सा लेने जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया 21वीं सदी को भारत की सदी कहती है। बड़ी-बड़ी रेटिंग एजेंसी, बडे़-बड़े अर्थशास्‍त्री, बड़े-बड़े जानकार राइजिंग भारत को लेकर बहुत आश्‍वस्‍त हैं। इन लोगों के मन में कोई इफ नहीं है, कोई बट नहीं है, नो इफ नो बट। आखिर ऐसा क्‍यों है? कोई सवालिया निशान नहीं, ऐसा क्‍यों है? ऐसा इसलिए है, क्‍यूंकि पूरी दुनिया आज यह देख रही है, पिछले दस साल में भारत ने कितने बड़े परिवर्तन किए हैं। आजादी के बाद से जो सिस्‍टम बना, जो वर्क कल्‍चर बना, उस सिस्‍टम में ट्रांसफार्मेशन लाना, इतना आसान नहीं था। लेकिन यह हुआ है और यह हम भारतीयों ने ही करके दिखाया है। आज भारत का कांफिडेस लेबल हर भारतीय की बातों में झलकता है। हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं। आज हम आत्‍मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं। लोग चाहे विपक्ष में हों, देश के भीतर हों, या देश के बाहर हों। सब भारत की उपलब्धियां देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सिर्फ दस साल में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना, क्‍या यह ऐसे ही हो गया होगा क्‍या? सिर्फ 10 साल में भारत का 11वें नंबर से 5 पांचवे नंबर की इकॉनोमी बन जाना, क्‍या ऐसे ही हुआ होगा क्‍या? सिर्फ दस साल में भारत का फॉरेक्‍स‍ रिजर्व बढ़कर के 700 बिलियन डॉलर के पार पहुंच जाना, क्‍या ऐसे ही हो गया होगा क्‍या? सिर्फ 10 साल में भारत का एक्‍सपोर्ट 700 बिलियन डॉलर पार कर जाना क्‍या ऐसे ही हुआ होगा क्‍या? और यह तो अभी कुछ भी नहीं है, अभी तो और भी आगे जाना है।

चुनाव से पहले खाता फ्रीज होने से परेशान कांग्रेस, सोनिया, खरगे, राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रोया दुखड़ा

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लोकसभा चुनाव के लिए सियासी जंग जारी है। इस बीच कांग्रेस ने गुरुवार को बैंक अकाउंट फ्रीज करने का मुद्दा उठाया। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के मुद्दे पर जमकर हमले बोले गए। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी को वित्तीय रूप से पंगु बनाने की साजिश हो रही है। ऐसे में संसाधनों का इस्तेमाल एक पार्टी ही कर पा रही है। केंद्र सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनावी चंदों के मुद्दों पर घेरा गया।

राहुल ने रोया दुखड़ा

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते करीब एक महीने पहले फ्रीज कर दिए गए। कांग्रेस को देश की 20% जनता वोट देती है, लेकिन आज हम रेल टिकट नहीं खरीद सकते, हम विज्ञापन नहीं दे सकते, हम अपने उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते। 14 लाख रुपये का मामला है और 200 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया गया है, जिसपर ज्यादा से ज्यादा 10 हजार का जुर्माना लग सकता है। ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक साजिश है, जो हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री कर रहे हैं। 

राहुल गांधी ने आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा है। यह विचार कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, एक झूठ है। भारत के 20% लोग हमारे लिए वोट करते हैं और फिलहाल हम किसी भी चीज के लिए 2 रुपये का भुगतान नहीं कर सकते। यह चुनाव में हमें पंगु बनाने के लिए रचा गया है। भले ही आज हमारे बैंक खाते खोल दिए जाए तो भी भारतीय लोकतंत्र को काफी चोट पहुंचाई जा चुकी है

बीजेपी खेल रही खतरनाक खेल-खड़गे

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं। लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि चुनाव निष्पक्ष रूप से कराया जाए। चुनावों में सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर मुहैया कराया जाए। ईडी, आईटी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों पर किसी का भी नियंत्रण नहीं होना चाहिए। पिछले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद चुनावी बॉन्ड का जो डेटा सबके सामने आया है, उससे देश की छवि को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड के बारे में जो जानकारी या तथ्य सामने आए हैं, वो चिंताजनक और शर्मनाक है। भाजपा को 56 फीसदी चंदा मिला, जबकि कांग्रेस को केवल 11 फीसदी ही चंदा मिला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि इलेक्टोरल बॉन्ड से बीजेपी ने हजारों करोड़ से ज्यादा अपने अकाउंट में भर लिए हैं। दूसरी तरफ साजिशन कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। इसलिए कि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ पाएं। ये बीजेपी का खतरनाक खेल है।

सोनिया गांधी ने क्या कहा?

वहीं, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जो मुद्दा हमने उठाया है वो बहुत अहम है। ये मुद्दा सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। जनता के द्वारा दिए गया पैसा हमसे लूटा जा रहा है। प्रधानमंत्री भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। ये अलोकतांत्रिक है। हालांकि, इन सब चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी हम अपने चुनाव अभियान को जोर-शोर से आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। 

अजय माकन ने खातों को फ्रीज करने के समय पर उठाया सवाल

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, हम अपना प्रचार भी नहीं कर पा रहे हैं। 115 करोड़ इनकम टैक्स ने सरकार को ट्रांसफर करा दिया। ये कहां का लोकतंत्र है। अगर आप (जनता) हमें समर्थन नहीं देंगे तो न लोकतंत्र रहेगा न हम और न आप। कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा, बीजेपी ने हमारे खातों को फ्रीज करके और उनसे जबरन 115.32 करोड़ रुपये निकालकर आम जनता द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिए गए दान को लूटा है। बीजेपी सहित कोई भी राजनीतिक दल आयकर नहीं देता है, फिर भी कांग्रेस पार्टी के 11 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया। क्यों?

अजय माकन ने कहा कि हमारे खातों को फ्रीज करने के समय को देखें। हमें 2017-18 में 199 करोड़ का दान मिला, लेकिन 7 साल बाद, 13 फरवरी 2024 को 210.25 करोड़ का ग्रहणाधिकार चिह्नित किया गया, हमारे बैंक खाते लगभग सील कर दिए गए, और बाद में, 115.32 करोड़ जबरन जब्त कर लिए गए। उन्होंने कहा कि ग्रहणाधिकार इस तरह से चिह्नित किया गया था कि इसने न केवल 210 करोड़ रुपये सील कर दिए, बल्कि कांग्रेस को अपनी जमा राशि 285 करोड़ रुपये का उपयोग करने से भी रोक दिया। इसने मुख्य विपक्षी दल के वित्त को लगभग पंगु बना दिया। । वो भी चुनावों की घोषणा से सिर्फ 3 हफ्ते पहले।

चुनावी माहौल में जुबानी जंग तेज, संजय राउत फिसली जुबान, औरंगजेब से की पीएम मोदी की तुलना

#shivsena_ubt_leader_sanjay_raut_compares_pm_modi_with_aurangzeb 

लोकसभा चुनाव का ऐलान होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। नेताओं का एक दूसरे पर जुबानी हमला भी तेज हो गया है। इसी क्रम में शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मादी की तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से कर दी है।

महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र के बुलढाणा में एक रैली में राउत ने कहा कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र में पैदा हुए थे जबकि औरंगजेब वर्तमान गुजरात में पैदा हुआ था। राउत ने आगे कहा, (गुजरात में) दाहोद नामक एक जगह है जहां मोदी पैदा हुए। औरंगजेब भी वहीं पैदा हुआ था। इसलिए यह औरंगेजेबी प्रवृति गुजरात और दिल्ली से महाराष्ट्र की ओर और शिवसेना और हमारे आत्मसम्मान के खिलाफ बढ़ रही है। यह मत कहिए कि मोदी आये हैं, कहिए कि औरंगजेब आया है। हम उन्हें दफन कर देंगे।

वहीं, भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने राउत पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, शिवसेना (यूबीटी) उन लोगों के साथ खड़ी है, जिन्होंने औरंगजेब का महिमामंडन किया। त्रिवेदी ने कहा, देश के लोग ऐसे सभी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति जितनी नफरत दिखाएंगे, उतना ही लोग उन पर प्यार बरसाएंगे और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को आगामी लोकसभा चुनावों मं 400 सीट का आंकड़ा पार करने में मदद करेंगे। 

इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उद्धव ठाकरे ने बुलढाणा जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी जो लोगों को डराने और पार्टी तोड़ने का काम कर रही है वो औरंगजेब की मानसिकता है।पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस मिट्टी में, छत्रपति शिवाजी, जिजाऊ जैसे महान लोगों ने जन्म लिया। हमरा सौभाग्य है कि हमने भी उसी मिट्टी में जन्म लिया। उसी मिट्टी में खंडोजी खोपडे, सुधाजी पिसाल, पंत जैसे के वारिस भी अब तक पैदा हो रहे हैं।

आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव की हुई ब्रेन सर्जरी, जानिए क्या है वजह और अब कैसी है हालत

#sadhguru_jaggi_vasudev_brain_surgery 

आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव पिछले कुछ दिनों से सिर दर्द से पीड़ित थे। जिसके बाद 17 मार्च को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी ब्रेन सर्जरी की गई है। उन्हें सिर में खून का थक्का जमने की समस्या थी जो जानलेवा साबित हो सकती थी। ऑपरेशन के बाद उनकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है।

अपोलो दिल्ली के न्यूरो सर्जन डॉ. विनीत सूरी ने गुरुवार को हेल्थ बुलेटिन में बताया, 'सद्गुरु के ब्रेन के एक हिस्से में सूजन और ब्लड क्लॉटिंग थी। यह उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती थी। उनका ऑपरेशन 17 मार्च को दिल्ली में हुआ। उनकी हालत में काफी तेजी से सुधार हो रहा है।'

पिछले 4 हफ्ते से सिरदर्द की शिकायत थी

सद्गुरू को कई हफ्तों से तेज सिरदर्द की शिकायत थी। 14 मार्च को एमआरआई जांच में उनके दिमाग में "भारी मात्रा में खून का थक्का" पाया गया। 17 मार्च को उनकी तबीयत तेजी से बिगड़ी, उनके "बाएं पैर में कमजोरी और उल्टी के साथ सिरदर्द" होने लगा। एक और सीटी स्कैन में पता चला कि "दिमाग में सूजन बढ़ गई है और दिमाग एक तरफ खतरनाक ढंग से खिसक रहा है।

ईशा फाउंडेशन के अधिकारियों ने बताया कि सद्गुरु को पिछले 3-4 सप्ताह से सिरदर्द की शिकायत थी। फिर भी वे लगातार काम कर रहे थे। 14 मार्च को उन्होंने दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. विनीत सूरी से परामर्श किया। एमआरआई में पता चला कि उनके सिर के एक हिस्से में खून जमा है। सूजन भी है। इसके बावजूद भी वे मीटिंग करते रहे। 17 मार्च को उनकी तकलीफ काफी बढ़ गई, जिसके बाद उन्हें अपोलो दिल्ली में भर्ती किया गया।

सर्जरी के बाद सद्गुरू का मजाकिया अंदाज

खुद सदगुरु ने भी एक वीडियो जारी कर अपनी सेहत के बारे में बताया। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, 'डॉक्टर्स ने मेरा सिर खोल कर कुछ खोजने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। सिर पूरी तरह खाली था तो उन्होंने फिर से उसे सिल दिया। अब मैं ठीक हूं।

पीएम मोदी ने की सद्गुरु से फोन पर बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मस्तिष्क की सर्जरी कराने वाले आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव से बुधवार को बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सद्गुरू जग्गी वासुदेव से बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव की हुई ब्रेन सर्जरी, जानिए क्या है वजह और अब कैसी है हालत

#sadhgurujaggivasudevbrainsurgery 

आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव पिछले कुछ दिनों से सिर दर्द से पीड़ित थे। जिसके बाद 17 मार्च को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी ब्रेन सर्जरी की गई है। उन्हें सिर में खून का थक्का जमने की समस्या थी जो जानलेवा साबित हो सकती थी। ऑपरेशन के बाद उनकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है।

अपोलो दिल्ली के न्यूरो सर्जन डॉ. विनीत सूरी ने गुरुवार को हेल्थ बुलेटिन में बताया, 'सद्गुरु के ब्रेन के एक हिस्से में सूजन और ब्लड क्लॉटिंग थी। यह उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती थी। उनका ऑपरेशन 17 मार्च को दिल्ली में हुआ। उनकी हालत में काफी तेजी से सुधार हो रहा है।'

पिछले 4 हफ्ते से सिरदर्द की शिकायत थी

सद्गुरू को कई हफ्तों से तेज सिरदर्द की शिकायत थी। 14 मार्च को एमआरआई जांच में उनके दिमाग में "भारी मात्रा में खून का थक्का" पाया गया। 17 मार्च को उनकी तबीयत तेजी से बिगड़ी, उनके "बाएं पैर में कमजोरी और उल्टी के साथ सिरदर्द" होने लगा। एक और सीटी स्कैन में पता चला कि "दिमाग में सूजन बढ़ गई है और दिमाग एक तरफ खतरनाक ढंग से खिसक रहा है।

ईशा फाउंडेशन के अधिकारियों ने बताया कि सद्गुरु को पिछले 3-4 सप्ताह से सिरदर्द की शिकायत थी। फिर भी वे लगातार काम कर रहे थे। 14 मार्च को उन्होंने दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ. विनीत सूरी से परामर्श किया। एमआरआई में पता चला कि उनके सिर के एक हिस्से में खून जमा है। सूजन भी है। इसके बावजूद भी वे मीटिंग करते रहे। 17 मार्च को उनकी तकलीफ काफी बढ़ गई, जिसके बाद उन्हें अपोलो दिल्ली में भर्ती किया गया।

सर्जरी के बाद सद्गुरू का मजाकिया अंदाज

खुद सदगुरु ने भी एक वीडियो जारी कर अपनी सेहत के बारे में बताया। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, 'डॉक्टर्स ने मेरा सिर खोल कर कुछ खोजने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। सिर पूरी तरह खाली था तो उन्होंने फिर से उसे सिल दिया। अब मैं ठीक हूं।

पीएम मोदी ने की सद्गुरु से फोन पर बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मस्तिष्क की सर्जरी कराने वाले आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव से बुधवार को बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सद्गुरू जग्गी वासुदेव से बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

अरूणाचल प्रदेश को लेकर अमेरिका का बड़ा बयान, बताया भारत का हिस्सा, चीन को लगेगी मिर्ची

#arunachal_pradesh_is_an_integral_part_of_india_america_gave_a_big_statement 

भारत के अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपनी नज़र गड़ाए हुए है। आए दिन चीन की तरफ से किए जाने वाले दावों से ये बात साफ होती है। अपने मानचित्र में ड्रैगन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अरूणाचल दौरे के बाद चीन ने फिर वही पुराना राग अलापा। चीन के इस दावे पर अमेरिका बिफर गया है। अमेरिका ने चीन के इस दावे को एक सिरे से नकार दिया है और दो टूक सुनाते हुए कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का क्षेत्र है और वो इसे भारत के क्षेत्र के तौर पर ही मान्यता दे रहा है।

अमेरिकी अधिकारी ने दिया दो टूक जवाब

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बुधवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा,अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य या असैन्य घुसपैठ या अतिक्रमण के माध्यम से क्षेत्रीय दावे करने के किसी भी एकपक्षीय प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं। भारत ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के क्षेत्रीय दावों को बार-बार खारिज किया है और कहा है कि राज्य देश का अभिन्न अंग है। भारत ने क्षेत्र को मनगढ़ंत नाम देने के बीजिंग के कदम को भी खारिज कर दिया है और कहा है कि इससे वास्तविकता में कोई बदलाव नहीं आएगा।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन को दिया करारा जवाब

इससे पहगले मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसने चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के हालिया बयानों का संज्ञान लिया है जिनमें अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र पर बेतुके दावे किए गए हैं, जिनका कोई मतलब नहीं निकलता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। किसी भी दूसरे देश का भारत के हिस्से पर किसी तरह का कोई हक जताना पूरी तरह से गलत है।

9 मार्च को पीएम मोदी के दौरे से चीन को लगी थी मिर्ची

बता दें कि कि चीनी रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग ज़ियाओगांग ने बयान जारी करते हुए कहा था कि ज़िज़ांग का दक्षिणी भाग (तिब्बत का चीनी नाम) चीन का इलाका है और बीजिंग इस अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं देता ये भारत ने अवैध रूप से स्थापित कर रखा है जिसका चीन विरोध करता है। बता दें कि चीन ने इस क्षेत्र का नाम जंगनांग रखा है। चीन का ये बयान तब आया था जब बीती 9 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था और 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इससे अरुणाचल के सीमांत क्षेत्रों में सैनिकों की आवाजाही सुलभ होगी

केजरीवाल ने फिर खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा, बोले- जांच के लिए तैयार, लेकिन गिरफ्तार न करने के मिले भरोसा

#arvind_kejriwal_filed_a_petition_in_delhi_high_court_and_demand_ed_not_take_strict_action 

शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। यही वजह है कि उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है।अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की है। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ आज इस मामले की सुनवाई करेगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की राडार पर हैं। केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार 21 मार्च को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। बता दें कि ईडी अब तक केजरीवाल को 9 समन भेज चुकी है लेकिन वह एक बार भी पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए हैं। हालांकि, केजरीवाल ने इस मामले में एक बार फिर से दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दिल्ली सीएम ने अपनी याचिका में कहा है कि वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन उनकी मांग है कि ईडी को उन्हें गिरफ़्तार करने से रोका जाए। 

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ईडी के सभी समन को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन बुधवार को अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से फौरी राहत नहीं मिली थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा। वहीं, सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केजरीवाल के वकील वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि सीएम पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने क्यों नहीं पेश हो रहे हैं। सिंघवी ने जवाब दिया कि उन्हें आशंका है कि ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाए तो मुख्यमंत्री पेश होने के लिए तैयार हैं। पीठ ने पूछा आप देश के नागरिक हैं, समन केवल नाम के लिए है। आप पेश क्यों नहीं होते। पीठ ने वरिष्ठ वकील से पूछा ईडी द्वारा सामान्य प्रथा क्या है और क्या यह पहले समन पर ही लोगों को गिरफ्तार कर लेती है।

राहुल गांधी पर पीएम मोदी का तंज, बोले-'कुछ को बार-बार करना पड़ता है लॉन्च'

#pmmoditauntatrahul_gandhi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भारत मंडपम में 'स्टार्टअप महाकुंभ' में शामिल हुए। यहां पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जोरदार तंज कसा। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि स्टार्ट-अप तो बहुत लोग लॉन्च करते हैं, लेकिन राजनीति में कुछ को बार-बार लॉन्च करने की जरूरत पड़ती है।

पीएम मोदी भारत मंडपम में चल रहे 'स्टार्टअप महाकुंभ' को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘कई लोग, खासकर राजनीति में, कभी-कभी कई बार स्टार्टअप ‘लॉन्च’ करने की कोशिश करते हैं। आपके और उनके बीच अंतर यह है कि आप प्रयोगात्मक हैं आप एक लॉन्च की विफलता के बाद नए विचारों को आजमाते हैं।

पीएम मोदी का यह तंज राहुल गांधी की हाल ही में संपन्न उनकी भारत जोड़ो यात्रा के संदर्भ में माना जा रहा है। बता दें कि 2023 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की थी। जिसके बाद इस साल इम्फाल से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा रहे।

पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा?

उन्होंने कहा कि आज जब देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में मुझे लगता है कि इस स्टार्टअप महाकुंभ का बहुत महत्व है। बीते दशकों में हमने देखा है कि भारत ने कैसे आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत आज अगर ग्लोबल स्टार्टअप स्पेस के लिए नई उम्मीद, नई ताकत बनकर उभरा है, तो इसके पीछे एक सोचा समझा विजन रहा है। भारत ने सही समय पर सही निर्णय लिए हैं। सही समय पर स्टार्टअप्स को लेकर काम शुरू किया।

पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि बीते दशकों में भारत ने आईडी और सोफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं। मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने और एक अप्रैल, 2024 से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया।