कासगंज : फांसी के फंदे पर लटका मिला विवाहिता का शव,जांच को पहुंची फॉरेंसिक टीम, पुलिस ने पति को हिरासत में लिया

लखनऊ । कासगंज के सदर कोतवाली क्षेत्र में विवाहिता का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। सुबह पुलिस को जानकारी दी गई। फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने मौके पर निरीक्षण किया। विवाहिता के पति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।मोहल्ला मोहन स्थित गली कायस्थान निवासी अनिकेत गुप्ता की 28 वर्षीय पत्नी कोमल का शव सोमवार की सुबह बंद कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। सुबह जब वह काफी देर तक कोमल कमरे से नहीं निकली तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने दरवाजा खोलकर देखा तो अवाक रह गए। जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम बुलाई गई। जांच पड़ताल हुई। पुलिस ने पति अनिकेत गुप्ता को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। विवाहिता के मायके पक्ष को जानकारी दे दी। बताया जाता है कि विवाहित के मायके पक्ष के लोग दिल्ली में निवास करते हैं। उनके दोपहर तक कासगंज पहुंचने की संभावना है। पुलिस ने शव का पंचायत नामा भरकर औपचारिकता पूरी कर ली हैं।

वर्दी में हर्ष फायरिंग करना दारोगा को पड़ा भारी, मुकदमा दर्ज

लखनऊ । मैनपुरी जनपद के किशनी थाना क्षेत्र में एक दारोगा को वर्दी में हर्ष फायरिंग करना भारी पड़ गया। मामले में वीडियो वायरल होने पर जनपद के पुलिस कप्तान ने संज्ञान लिया और दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

मैनपुरी के किशनी में मूलरूप से रहने वाले श्याम सिंह पुलिस विभाग में एसआई पद पर कार्यरत है। इन दिनों एसआई की तैनाती औरैया जनपद में है। बीते दिनों वह अपने गांव किशनी के कुसमरा पहुंचे। यहां पर चल रही भागवत कथा के दौरान दारोगा ने वर्दी में लाइसेंसी राइफल से हर्ष फायरिंग की। इसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया। मामले ने तूल पकड़ लिया। प्रकरण का मैनपुरी पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लिया। इसके बाद हर्ष फायरिंग करने वाले दरोगा के खिलाफ किशनी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में किशनी थाना पुलिस ने बताया कि जांच कर दारोगा के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।

यूपी में अभी तक कांग्रेस ने नहीं घोषित किया उम्मीदवार, बसपा ने दिए सर्वाधिक अल्पसंख्यक

लखनऊ। देशभर में लोकसभा के चुनाव की घोषणा हो चुकी है और सभी पार्टियां अपना-अपना उम्मीदवार घोषित करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक यूपी में कांग्रेस ने अपना कोई उम्मीदवार नहीं घोषित किया है। जबकि भाजपा, सपा और बसपा ने कई उम्मीदवारों की घोषण कर दी है।भाजपा 51 सीटों पर, सपा ने 36 सीटों तथा बसपा ने नौ सीटों पर उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार चुकी है तो वहीं कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार कब घोषित किया जाएगा इसका लोग इंतजार कर रहे है।

जानकारी के लिए बता दें कि उप्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बनने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा था। धरना-प्रदर्शन और प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाजा बुलंद करने का सिलसिला भी बढ़ गया। पिछले दिनों सपा से गठबंधन के पूर्व कांग्रेस यह कहती रही कि गठबंधन होते ही उम्मीदवार तय हो जाएंगे, लेकिन प्रदेश में गठबंधन के बाद कांग्रेस के खाते में 17 लोकसभा क्षेत्र आये और उस पर भी आज तक उम्मीदवार तय नहीं हो सके। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा बढ़ती जा रही है।

वहीं बसपा ने अपने नौ उम्मीदवार उतारे हैं। इसमें से पांच उम्मीदवार अल्पसंख्यक वर्ग से हैं। अभी बसपा भी कांग्रेस और सपा के उम्मीदवारों का इंतजार कर रही है। उनके उम्मीदवारों की लिस्ट पूरी होते ही बसपा भी अपने पत्ते खोलना शुरू कर देगी। उधर भाजपा अपने फुल फार्म में आकर मैदान में खेल रही है। जहां उसके उम्मीदवार अभी मैदान में नहीं हैं, वहां भी प्रचार की गति तेज हो गयी है।

बीजेपी ने अभी तक की 51 सीटों पर ज्यादातर उन्हीं प्रत्याशियों को मौका दिया जो 2019 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं। लखनऊ से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह चुनाव मैदान में हैं। सपा ने उनके सामने पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा को उतारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से लड़ेंगे। डिंपल यादव मैनपुरी और शिवपाल सिंह यादव बदायूं सीट से सपा उम्मीदवार हैं।

गोरखपुर संसदीय सीट से भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रहे रवि किशन को दोबारा बीजेपी ने मौका दिया है। उनके सामने सपा ने भी भोजपुरी अभिनेत्री काजल निषाद को उतारा है। पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान को टिकट मिला है। सपा ने उनके सामने हरेंद्र मलिक को उतारा है। गौतमबुद्ध नगर सीट से डॉ महेश शर्मा को बीजेपी ने लगातार चौथी बार मौका दिया है। इसी तरह मथुरा सीट से भी ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी को लगातार तीसरी बार उतारा गया है।

भाजपा सूत्रों की मानें तो उप्र के शेष बची सीटों पर भाजपा ज्यादा उलटफेर करेगी। इसमें कई सासंदों के टिकट कट सकते हैं तो कई के लोकसभा क्षेत्रों में बदलाव भी किया जा सकता है। इस कारण भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की धड़कने भी बढ़ी हुई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा को दी श्रद्धांजलि

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि पर रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री योगी ने योजना भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, प्रयागराज की सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र आदि मौजूद रहे।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्हें याद करते हुए लिखा कि प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि के अवसर पर विनम्र श्रद्धांजलि एवं उनकी स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन।..

आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराने को लेकर पुलिस ने कसी कमर: डीजीपी

लखनऊ । लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम जारी होने के साथ ही प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराने को लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली है। पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर सभी पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षकों को भेज दिया है। साथ ही कार्ययोजना के मुताबिक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं। जिसमें अवैध शराब की बिक्री, अवैध शस्त्र के कारोबार, लाइसेंसी शस्त्रों की दुकानों के सत्यापन के लिए अभियान चलाने, सोशल मीडिया की निगरानी के साथ ही कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया है।

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक मतदाताओं को किसी प्रकार का प्रलोभन दिए जाने, शराब या पैसा बांटे जाने के बारे में गोपनीय तरीके से सूचना एकत्र कर दोषियों के साथ ही माफिया और सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी पुलिस कमिश्नरों के साथ ही जिले के पुलिस कप्तानों को मतदान से पहले, मतदान और मतगणना के दिन और ईवीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस बल का पुख्ता प्रबंध करने की रणनीति अभी से तैयार करने को कहा गया है।

पुलिस मुख्यालय की ओर से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सकुशल चुनाव संपन्न कराने के साथ ही आचार संहिता का विधिक तरीकों से पालन कराने के लिए चेकलिस्ट का बुकलेट तैयार कर सभी जिलों को भेजने का फैसला किया गया है। साथ ही आबकारी, आयकर, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ ही जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक निर्वाचन संबंधी सभी कार्यक्रमों व गोष्ठियों के आयोजन के लिए प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। वहीं, रोड शो, प्रचार, वाहनों के उपयोग, ध्वनि विस्तारक यंत्रों आदि का उपयोग निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक कराने की अनुमति दी जाएगी।पुलिस मुख्यालय की कार्ययोजना के मुताबिक मतदान के दिन बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। बूथों पर पुलिस के अलावा पीएसी, अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। साथ ही स्टेटिक सर्विलांस और फ्लाइंग स्क्वायड की टीम भी भ्रमण करती रहेंगी।

यूपी विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव की घोषणा

लखनऊ। केंद्रीय चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की रिक्त हुईं चार विधानसभा सीटों पर शनिवार को उपचुनाव की घोषणा कर
दी। इन चार सीटों में लखनऊ पूर्वी, दुद्धी, ददरौली और गैसड़ी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

दददौली विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण 13 मई को मतदान होगा। लखनऊ पूर्व विधानसभा सीट पर 20 मई को मतदान होगा। गैसड़ी में 25 मई को और दुद्धी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में 01 जून को मतदान होगा। मतगणना 04 जून को होगी।

उल्लेखनीय है कि लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट भाजपा विधायक आशुतोष टंडन उर्फ़ गोपाल जी के निधन के कारण रिक्त हुई है। दुद्धी सीट भाजपा विधायक रामदुलार गोंड के दुष्कर्म के एक मामले में 25 वर्ष की सजा के चलते रिक्त हुई है। ददरौली विधानसभा सीट भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन और गैंसड़ी सीट सपा विधायक शिव प्रताप यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है।
सपा ने आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव समेत छह सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार
लखनऊ,। समाजवादी पार्टी (सपा) ने देश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के ठीक बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवारों को एलान कर दिया। सपा के गढ़ रहे इटावा संसदीय सीट से जितेन्द्र दोहरे को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं आजमगढ़ की सीट पर परिवारवाद फिर से दिखा है। यहां से धर्मेन्द्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।

इसी तरह से गौतमबुद्ध नगर से डॉ महेन्द्र नागर, मिश्रिख सीट से मनोज कुमार राजवंशी, सुल्तानपुर से भीम निषाद और जालौन लोकसभा सीट से नारायण दास अहिरवार को चुनाव मैदान में उतारा है।
तीन से चार चरणों में पूरा होता लोकसभा चुनाव तो बेहतर होता: मायावती

लखनऊ। केंद्रीय चुनाव आयोग ने देशभर में 19 अप्रैल से 01 जून तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराने की शनिवार को घोषणा कर दी है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने इसका स्वागत किया है। हालांकि इस देश के लोगों को हर चुनाव की तरह इस चुनाव का भी बेसब्री से इंतजार था।

मायावती ने कहा है कि वैसे तो आयोग द्वारा घोषित चुनावी कार्यक्रम फाइनल है, जिसके अनुसार यह चुनाव कुल मिलाकर सात चरणों में लगभग ढाई महीनों में पूरा होगा। उनका मानना है कि यदि यह चुनाव कम से कम समय अर्थात् तीन या चार चरणों में पूरा होता तो यह बेहतर होता। इससे देश के समय व संसाधन दोनों के लाभ के साथ ही चुनावी खर्च कम करना भी संभव होता। साथ ही चुनावी माहौल को लगातार तनावपूर्ण जातिवादी व सांप्रादायिक बने रहने सहित अन्य और भी कई समस्याएं इससे दूर होने की संभावना है।

इतना ही नहीं बल्कि चुनाव के खचीर्ले व लम्बे समय तक खींचे जाने से खासकर गरीबों, उपेक्षितों व कमजोर तबकों के तन-मन-धन से चलने वाली पार्टी बसपा को धनवान पार्टियों से सही और ईमानदार तरीके से मुकाबला करना लगातार बहुत मुश्किल होता जा रहा है।

मायावती ने कहा कि देश में लोकतंत्र की जमीनी मजबूती के लिए चुनाव का पहली नजर में ही स्वतंत्र व निष्पक्ष होना बहुत जरूरी है। इसकी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने के लिए निर्वाचन आयोग से बहुत सारी उम्मीदें लोगों को हैं।

ऐसे में आयोग को यह पूर्ण रूप से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के क्रम में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को पूरी सख्ती से साथ रोकने के साथ ही विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को समान चुनावी अवसर प्रदान करने के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता रीढ़ का काम करता है, जिसका भी सही एवं सख्ती से पालन होना बहुत जरूरी है।

मायावती ने कहा कि कुल मिलाकर जन संतोष के अनुसार पूरी तरह से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराकर लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने की शक्ति व संवैधानिक जिम्मेदरी निर्वाचन आयोग में निहित है। वह अपने दायित्व पर पूरी तरह से खरा उतरेगा, इसकी देश को आशा है। इसके साथ देशवासियों से अपील है कि लोकतंत्र के इस सेक्युलर त्योहार में खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा ले और अपनी सर्वजन हितैशी पार्टी एवं सरकार को चुने।
लोस चुनाव : उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होगा मतदान, पश्चिमी उप्र में कुछ लोकसभा क्षेत्रों के चुनावी चरण में हुआ बदलाव

लखनऊ। केंद्रीय चुनाव आयोग ने देशभर में 19 अप्रैल से 01 जून तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराने की शनिवार को घोषणा की। उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर मतदान भी सात चरणों में होंगे। सभी चरणों में डाले गए मतों की गणना 04 जून को होगी। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श चुनाव आचार संहिता भी प्रभावी हो गई है। उत्तर प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण में 08 सीटों, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 08, 07 मई को तीसरे में 10, 13 मई को चौथे चरण में 13 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं 20 मई को पांचवें चरण में 14 सीटों, 25 मई को छठे चरण में 14 और 01 जून को सातवें चरण में 13 सीटों पर वोटिंग होगी। बता दें कि प्रदेश में पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी सात चरणों में ही चुनाव होंगे।

इस बार भी पश्चिमी उप्र से ही चुनाव की शुरूआत होगी। पिछली बार 11 अप्रैल को प्रथम चरण का चुनाव था, जबकि इस बार 19 अप्रैल को होगा। इस बार भी उप्र के आठ लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण में चुनाव होगा, लेकिन पिछली बार पहले चरण में मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर में चुनाव पहले चरण में हुए थे। इस बार इन लोकसभा क्षेत्रों का चुनाव दूसरे चरण में होगा। उसकी जगह उस बार दूसरे चरण और तीसरे चरण में हुए चुनाव नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत को पहले चरण में कर दिया गया है। पिछली बार और इस बार के लोकसभा क्षेत्रों के चरणवार चुनावों में कुछ अंतर है। उसको ऐसे समझा जा सकता है।

पिछली बार पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को हुआ था, सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर शामिल थे। इस बार पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा और इसमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं।वहीं दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल को हुआ था, जिसमें नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी शामिल रहे। इस बार दूसरे चरण का चुनाव 26 अप्रैल को होगा और इसमें अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा शामिल हैं। पिछली बार तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल को हुआ था, जिसमें मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत शामिल थे।

इस बार तीसरे चरण का चुनाव सात मई को होगा, जिसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली शामिल हैं। वहीं चौथे चरण का चुनाव पिछली बार 29 अप्रैल को हुआ था, जिसमें शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फरुखार्बाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर शामिल थे। इस बार यह चुनाव 13 मई को होगा, जिसमें शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फरुखार्बाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच शामिल हैं। वहीं पांचवें चरण के चुनाव पिछली बार छह मई को हुए थे, इस बार 20 मई को होंगे। पिछली बार इस चरण में फैजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा शामिल थे। वहीं इस बार पाचवें चरण में मोहन लालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा शामिल हैं।

छठें चरण के चुनाव पिछली बार 12 मई को हुए थे, जिसमें सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल थे। इस बार छठें चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डोमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव पिछली बार 19 मई को हुए थे,उसमें जो जिले शामिल थे, इस बार भी सातवें चरण में एक जून को होने वाले चुनाव में शामिल हैं। सातवें चरण के चुनाव में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिजार्पुर, रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं।

कांशीराम दलितों, पिछड़ों, शोषितों एवं वंचितों के मसीहा थे : अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को प्रदेश मुख्यालय में कांशीराम के जन्मदिवस पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। उन्होंने कहा कि कांशीराम दलितों, पिछड़ों, शोषितों एवं वंचितों के मसीहा थे।

इस अवसर पर इन्द्रजीत सरोज, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, आर.के. चौधरी एवं जावेद आब्दी, अरविन्द कुमार सिंह, शाहिद मंजूर, रफीक अंसारी, अतुल प्रधान, अमिताभ बाजपेयी, कमाल अख्तर, फहीम अहमद, योगेश वर्मा, उदयवीर सिंह, डॉ0 राजपाल कश्यप, लीलावती कुशवाहा आदि प्रमुख नेताओं ने भी श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया।