सीएम नीतीश कुमार का औरंगाबाद में आयोजित पीएम मोदी की सभा में एनडीए का साथ छोड़ने का पुराना दर्द छलका
औरंगाबाद: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का औरंगाबाद में शनिवार को आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में एनडीए का साथ छोड़ने का पुराना दर्द छलका। करीब 18 माह बाद एनडीए के साथ आने के बाद प्रधानमंत्री के साथ मंच शेयरिंग के दौरान अपना दर्द बयां करते हुए राजद का नाम लिए बगैर कहा कि पहले उनके साथ काम नही होता था। अब काम हो रहा हैं।कहा कि अब कहीं नहीं जाएंगे।
आपको(एनडीए और पीएम) को छोड़कर कही नही जाएंगे। अबकी बार 400 पार का आह्वान करते हुए कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में एनडीए मोदी जी के नेतृत्व में 400 से अधिक सीटें जीतेगी। साथ ही आश्वस्त किया कि अब हम इधऱ-उधर होने वाले नहीं हैं।
अब हम आप ही के साथ रहेंगे। उन्होने कहा कि आज हम पीएम मोदी का अभिनंदन करते हैं। आज आप पधारे, पहले भी आए थे। इधर हम ही गायब हो गए थे। अब फिर हम आपके साथ हैं। हम आपके साथ ही रहेंगे। हम आश्वस्त करते हैं कि अब इधर-उधर होने वाले नहीं हैं। हम अब आप ही के साथ रहेंगे। हम बस यही चाहते हैं कि यहां वाला सब काम हो जाए। हम लोग तो 2005 से ही एक ही साथ हैं। हम लोग साथ मिलकर लगातार काम किए है। गौरतलब है कि यह पहला मौका है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाक़ात लगभग 18 महीनों के बाद पीएम मोदी से हुई है। इससे पहले प्रधानमंत्री जुलाई 2022 में बिहार आए थे।
उस वक्त भी बिहार में एनडीए की ही सरकार थी लेकिन उसके बाद पीएम बिहार नहीं आए थे। बिहार की सियासत में आज की मोदी-नीतीश की मुलाक़ात काफी अहम मानी जा रही है। वही पीएम मोदी ने बिहार की योजनाओं में डबल इंजन वाली सरकार का जिक्र भी किया। उन्होंने मगही भाषा से अपनी बात की शुरूआत की।
कहा कि मोदी की गारंटी है। काम का शुभारंभ भी हम करते हैं, उद्घाटन भी और जनता को लोकार्पण भी। यहां के लोग बनारस-कोलकाता एक्सप्रेस-वे की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यहां विकास की गंगा बह रही है। हम बिहारवासियों को बधाई देते है। कहा कि बिहार की धरती पर मेरा आना कई मायनों में खास है। देश ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है। यह सम्मान पूरे बिहार का सम्मान है। कुछ दिन पहले ही अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई है।
इससे सबसे ज्यादा खुशी माता सीता की धऱती पर ही मनाई जाएगी। बिहार आनंद में डूबा है। बिहार के लोगों ने काफी उत्सव मनाया। रामलला को उपहार भेजे। कहा कि
बिहार में एक बार फिर से डबल इंजन की सरकार ने रफ्तार भी पकड़ ली है। अब बिहार पूरे उत्साह में है और आत्म विश्वास से भरा हुआ है। आपके चेहरों की चमक से बिहार को लूटने का सपना देखने वालों के चेहरे पर हवाईयां उड़ रही है।
एनडीए की शक्ति बढ़ने के बाद परिवारवादी राजनीति हाशिए पर जाने लगी है। परिवारवादी राजनीति की एक और विडंबना है, मां-बाप से विरासत में पार्टी और कुर्सी तो मिल जाती है लेकिन मां-बाप के सरकारों के काम का एक बार भी जिक्र करने की हिम्मत नहीं पड़ती है। यही परिवारवादी पार्टियों की हकीकत है।
मोदी ने कहा कि हम तो सुने हैं कि इनके दल के बड़े-बड़े नेता भी चुनाव लड़ने को तैयार ही नहीं हैं। सब भाग रहे हैं, ये लोग लोकसभा चुनाव लड़ने से भाग रहे है। राज्यसभा की सीटें तलाश रहे हैं। मोदी ने कहा इसी विश्वास के लिए बिहार की जनता को धन्यवाद करने के लिए वह बिहार आए है। एक दिन में इतने व्यापक स्तर पर विकास का यह आंदोलन गवाह है कि डबल इंजन की सरकार में बदलाव कितनी तेजी से होता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 हजार करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया।
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेंद विश्वनाथ अर्लेकर, दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी एवं विजय सिंहा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
Mar 05 2024, 13:04