लोकसभा चुनाव : गड़बड़ी हुई तो डीएम व कप्तान जिम्मेदार: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार
लखनऊ। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को यहां कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व है। निर्वाचन आयोग शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान यदि कोई गड़बड़ी होती है तो उसके लिए जिलाधिकारी और जिला पुलिस प्रमुख जिम्मेदार होंगे। कड़ी कार्रवाई भी होगी। चुनाव आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और जिला पुलिस प्रमुखों को सख्त निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों की तीन दिन तक समीक्षा करने के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार आज पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से सम्पन्न कराना आयोग की प्राथमिकता है। सभी राजनीतिक दलों को बराबर का अवसर मिलेगा। अधिकारियों को निष्पक्ष तरीके से काम करने का निर्देश दिया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोकसभा चुनाव में धन और बाहुबल का प्रयोग नहीं होगा। सभी चुनावी खर्च चेक के माध्यम से होंगे। डिजिटल पेमेंट पर सख्त नजर रहेगी। बैंकों की कैश वैन भी शाम पांच बजे के बाद नहीं चलेंगी। इसके लिए आरबीआई से कहा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 30 जिलों की सीमा नौ राज्यों से लगती हैं। साथ ही प्रदेश के सात जिलों की सीमा पड़ोसी देश नेपाल से लगती है। सीमाओं पर निगरानी के विशेष इंतजाम रहेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव में 85 साल से ज्यादा उम्र और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले लोग अपने घर से मतदान कर सकेंगे। चुनाव कार्य में लगे कर्मियों को पोस्टल बैलेट से मतदान करने का अधिकार रहेगा।
मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था रहेगी। लंबी कतार वाले पोलिंग बूथों पर कुर्सी की भी व्यवस्था रहेगी। राजीव कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 15.29 करोड़ है। इसमें 7.15 करोड़ महिला मतदाता हैं। सौ वर्ष से अधिक उम्र वाले मतदाताओं की संख्या 31 हजार है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुछ मतदान केंद्र महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बनाए जाएंगे। मल्टीस्टोरी भवनों में अलग से बूथ बनाए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि लोकसभा चुनाव में आधुनिक तकनीक का सर्वाधिक प्रयोग किया जाएगा। आयोग इस बार के चुनाव में तीन एप ला रहा है। एक एप से मतदाता चुनाव में होने वाले प्रलोभन, शराब और रुपये बांटने के बारे में सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकते हैं। दूसरा एप वोटर हेल्पलाइन है, जिसके माध्यम से मतदाता अपनी जानकारी ले सकता है। तीसरा एप ह्यनो योर कैंडिडेटह्ण है। इसके माध्यम से मतदाता अपने उम्मीदवार के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेगा।
Mar 02 2024, 21:40