आज से गेहूं खरीद प्रारंभ, 48 घंटे के अंदर गेंहू खरीद का किया जाएगा भुगतान

लखनऊ । पहली मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद प्रारंभ होगी, जो 15 जून तक चलेगी। सरकार ने 2275 रुपये प्रति कुंतल गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि इस दौरान किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने चाहिए। गेहूं की बिक्री हेतु किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना अनिवार्य है। साथ ही सीएम ने निर्देश दिया है कि गेहूं खरीद का 48 घंटे के अंदर भुगतान किया जाए।

विभाग की ओर से किसानों से अनुरोध किया गया है कि गेहूं को ओसाकर, मिट्टी, कंकड़, धूल आदि को साफकर अच्छी तरह से सुखाकर ही क्रय केंद्र पर बिक्री के लिए लेकर जाएं। इस वर्ष बटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण कराते हुए गेहूं की बिक्री की जा सकेगी। गेहूं खरीद के लिये किसानों का खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल fcs .gov in पर पहली जनवरी 2024 से ऑनलाइन पंजीयन शुरू है। अब तक 109709 किसानों ने पंजीयन करा लिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अग्निशमन सुरक्षा कवच के सुदृढ़ीकरण के लिए 38 अग्निशमन केंद्रों का किया लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ । संकट के समय अग्निशमन सेवाओं की भूमिका से सभी भलीभांति परिचित हैं। इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 1944 में प्रदेश में विभाग का गठन किया गया। वर्ष 1944 से 2017 के बीच 73 वर्षों में केवल 288 फायर स्टेशन स्थापित किये गये जबकि पिछले 7 वर्षों में 71 नए फायर स्टेशन स्थापित किए गये। आज हम प्रदेश में तेजी के साथ तहसील स्तर पर एक-एक फायर स्टेशन स्थापित करने की दिशा में अग्रसर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश पूरे देश में ऐसा राज्य होगा, जहां तहसील स्तर पर फायर स्टेशन होंगे।

हमने कानून व्यवस्था में व्यापक रिफॉर्म के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है। साथ ही उनके आधुनिकीकरण के लिए समयबद्ध तरीके से कार्यक्रम आगे बढ़ाए गए हैं। उसी का परिणाम है कि प्रदेश में आज अग्निशमन विभाग प्रदेश की इमरजेंसी सेवाओं में एक बेहतरीन सेवा प्रदान करने के लिए अपने आप को तैयार कर रहा है। हमने विभाग की सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए अब तक लगभग 1400 करोड़ रुपये दिये हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित अग्निशमन सुरक्षा कवच के सुदृढ़ीकरण के लिए 38 अग्निशमन केंद्रों का लोकार्पण/शिलान्यास एवं 35 अग्निशमन वाहनों के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम में कही। इस दौरान सीएम योगी ने विभाग की ओर से लगाई गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और अधिकारियों से अग्निशमन उपकरणों की जानकारी हासिल की।

7 वर्षों में उठाये गये कई महत्वपूर्ण कदम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्षों में विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। साथ ही समयबद्ध तरीके से विभाग में अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके परिणाम सभी के सामने हैं। पहले अक्सर उद्यमी एनओसी को लेकर शिकायतें करते थे।हमने उसमें कई बदलाव कर उसे सरल किया। यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि फायर टेंडर के रिस्पांस टाइम को कम से कम करने पर जोर होना चाहिये ताकि जन-धन की हानि को कम से कम किया जा सके। पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी सुधार भी हुआ है। यही वजह है कि 33,000 से अधिक अग्नि दुर्घटनाओं में 3,780 जनहानि को रोका गया। साथ ही 5000 से अधिक पशुओं के साथ ही 150 करोड़ रुपये की संपत्ति को नष्ट होने से बचाया गया।

इसके अलावा विभाग तेज लू के दौरान फसलों में आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने के लिए सदैव खड़ा रहता है। इसे ही ध्यान में रखते हुए हमने आपात सेवाओं का उच्चीकरण करने का कार्य किया है। इस दिशा में न केवल अग्निशमन सेवाओं के आधुनिकरण बल्कि प्रदेश में एसडीआरएफ के गठन की कार्रवाई को भी पूरा किया गया है। आज एसडीआरएफ की छह कंपनियां काम कर रही हैं। साथ ही साथ प्रदेश के अंदर स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन करते हुए महत्वपूर्ण इमारतों और संस्थाओं की सुरक्षा के दायित्व को पूरा किया है। इन प्रयासों काे आगे बढ़ाते हुए प्रदेशवासियों, निवेशकों और टूरिस्ट के विश्वास को और मजबूत करना है। इसी के तहत पहले चरण में जनपद स्तर और दूसरे चरण में तहसील स्तर पर एक से डेढ़ वर्ष में फायर स्टेशन स्थापित हो जाएंगे।

लोगों को करें प्रशिक्षित, मदद के लिए करें प्रेरित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभाग रिस्पांस टाइम को कम करता है तो कॉमन मैन के मन में विभाग और शासन के प्रति विश्वास मजबूत होगा। उसके लिए सहायता को पहुंचाना हमारा दायित्व है। हमें स्कूल और कॉलेज में बच्चों के प्रशिक्षण के लिए भी प्रयास करना चाहिए, उनकी काउंसिलिंग को भी कार्यक्रम का हिस्सा बनाना चाहिए, क्योंकि सामान्य दिनों में केवल विभाग के भरोसे ही रहकर नहीं बल्कि घटना घटित होते ही बचाव शुरू हो यह महत्वपूर्ण है। बचाव के लिए हम लोगों को पहले से ही तैयार करें।

अग्निकांड के लिए कौन-कौन सी लापरवाही जिम्मेदार होती हैं, कैसे हम जनधन की हानि को रोक सकें, इसके प्रति लोगों को पहले से तैयार कर सकें तो घटना के बाद जब तक सहायता पहुंचती है तब तक लोग स्वयं भी अपने स्तर पर बचाव अभियान की शुरुआत कर सकते हैं। हर घटना हमारे लिए एक सबक होनी चाहिए और फिर उस सबक को लोगों तक पहुंचाना चाहिए, ताकि लापरवाही से बचा जा सके। सीएम ने कहा कि कहीं कोई दुर्घटना होती है तो अक्सर लोग वहां पर फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी करते रहते हैं। उस समय हमें सबसे पहले वहां पर लोगों को बचाना चाहिए, राहत कार्यों में भाग लेना चाहिए। हमें इन सभी चीजों से अपने आप को तैयार करना होगा। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, महानिदेशक अग्निशमन एवं आपात सेवा अविनाश चंद्र आदि शामिल हुए।

पिछले सात वर्ष में प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या दोगुनी हुई: सीएम योगी

लखनऊ। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्ष में प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या दोगुनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मेहनत की वजह से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में 2014 के सापेक्ष कमी आई है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के अनुसार 2014 में प्रदेश में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख थी, जो घटकर 167 पर आ गई है। वहीं शिशु मृत्यु दर 2014 में जो 48 हजार प्रति लाख थी, जो घटकर 38 हजार हो गई है। सीएम योगी ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार महिला स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से हॉट कुक्ड मील उपलब्ध करा रही है।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया

सीएम योगी ने बुधवार लोकभवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में 3,077 नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। साथ ही 173 करोड़ रुपए की लागत से 31 जनपदों में 1,459 आंगनबाड़ी केंद्र भवनों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एनएम और आशा वर्कर ने संक्रमित लोगों की सेवा की। इन फील्ड वर्कर्स से कोरोना संक्रमितों की स्क्रीनिंग करने के साथ ही उन्हें दवा उपलब्ध कराने का कार्य किया था। यही वजह रही की प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को रोकने में सरकार को सफलता मिली।

सात वर्ष में प्रदेश की तस्वीर बदली

सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नहीं होती है। इसके पीछे उत्तर प्रदेश के फील्ड कर्मियों की मेहनत है, जिनका कार्य आज देश में मॉडल बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री यशोदा मईया की तरह हैं, जिस तरह से लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण का पालन माता यशोदा ने किया था। उसी तरह से प्रदेश के प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री हजारों बच्चों का पालन कर रही हैं। सीएम योगी ने कहा यह वही उत्तर प्रदेश है, वही विभाग हैं, वही लोग हैं, लेकिन पिछले सात वर्ष में प्रदेश की तस्वीर बदली है। हर क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आया है, जो किसी से छुपा नहीं है।

पहले चरण में ऐसे 204 ऐसे केंद्र विकसित किए जाएंगे

डबल इंजन की सरकार प्रदेश के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र और महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से हर एक विकासखंड स्तर पर क्वालिटी रेसिपी केंद्र विकसित कर रहे हैं। पहले चरण में ऐसे 204 ऐसे केंद्र विकसित किए जाएंगे। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही उत्तर प्रदेश के अंदर गुणवत्तापूर्ण भोजन और पोषाहार मिल पाएगा। इससे प्रदेश सुपोषण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ जाएगा।

बचपन को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी पर

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि बचपन को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी इन्हीं पर है। अगर बचपन स्वस्थ होगा तो जवानी स्वस्थ होगी और जवानी स्वस्थ होगी तो समाज उसकी प्रतिभा और उसकी क्षमता का भरपूर लाभ ले पाएगा।कार्यक्रम में महिला कल्याण बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य, महिला कल्याण बाल विकास राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला सहित गणमान्य लोग एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहीं।

यूपी में एक से तीन मार्च के मध्य तेज हवाओं,गरज-चमक एवं ओलावृष्टि के साथ बारिश की संभावना

लखनऊ। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। इसके कारण एक से तीन मार्च के मध्य तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय के अनुसार कानपुर का मौसम 29 फरवरी को साफ और गर्म रहेगा। दिन के दौरान तापमान 15 से 29 डिग्री सेल्सियस और रात के दौरान 14 से 18 डिग्री के बीच रहेगा। हवा की औसत गति नौ किलोमीटर प्रति घंटा है और 34 किलोमीटर प्रति घंटा तक के झोंके हैं।

29 फरवरी के लिए बारिश या हिमपात की कोई भविष्यवाणी नहीं है। अनुमान है कि कानपुर में एक मार्च को थोड़ा बादल और गर्म मौसम रहेगा। दिन के दौरान तापमान 16 और 31 के बीच रहेगा और रात में यह 15 और 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। हवा की औसत गति छह किलोमीटर प्रति घंटा है और 29 किलोमीटर प्रति घंटा तक के झोंके हैं। एक मार्च के लिए दृष्टिकोण वर्षा की कम संभावना दर्शाता है। देश भर में मौसम प्रणाली डॉ. पांडेय ने बताया कि मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल में उत्तर-पूर्व-दक्षिण-पश्चिमी गर्त के रूप में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ, औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, जो देशांतर 45 डिग्री पूर्वी एवं अक्षांश 28 डिग्री उत्तर और देशांतर 68 डिग्री पूर्वी तथा अक्षांश 40 डिग्री उत्तर के बीच चल रहा है।

हरियाणा और उससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर है। पूर्वोत्तर अरब सागर से लेकर गुजरात के मध्य भागों से होते हुए पूर्वी राजस्थान तक एक ट्रफ निचले स्तर पर बनी हुई है। एक ट्रफ उत्तर-पूर्व बिहार से उत्तर-पूर्व बांग्लादेश पर बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है। एक अन्य ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से कोंकण होते हुए मध्य महाराष्ट्र तक फैली हुई है।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह: दूल्हा हुआ लेट तो दुल्हन ने जीजा से रचाई शादी

लखनऊ । यूपी के झांसी जिले में एक अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है। जिसे जानने के बाद आप भी अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे और कहेंगे कि ऐसा भी हो सकता है। यहां पर एक दुल्हन के कारनामे की खूब चर्चा हो रही है। हुआ यूं कि शादी समारोह में दुल्हा आने में देरी कर दिया तो दुल्हन ने अपनी जीजा से ही शादी रचा डाली। यह भेद जब शादी समारोह खत्म हो गया तब जाकर खुला।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत की जा रही थी शादी

बता दें की झांसी के पॉलिटेक्निक मैदान पर मंगलवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह समारोह चल रहा था। जिसमें एक जोड़ा कुछ संदिग्ध दिख रहा था। इसका कारण था लड़के और लड़की की उम्र में बड़ा अंतर। जब जानकारी इकट्ठा की गई तो पता चला कि झांसी के बामौर निवासी खुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी। समारोह में उनका रजिस्ट्रेशन नम्बर 36 पर किया गया था। विवाह समारोह में जब दूल्हा वृषभान नहीं पहुंचा तो खुशी की शादी उसके जीजा दिनेश से हो गयी।

शादी के बाद दुल्हन ने मिटाया सिंधूर, तब खुला राज

इस मामले में अब जब दिनेश पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि विभाग के कुछ लोगों के कहने पर वह दूल्हे की जगह बैठा था। खुशी ने भी कहा कि दूल्हा नहीं पहुंचा तो उसे कुछ तो करना ही था सो उसने अपने ही जीजा से शादी कर ली। समारोह में मौजूद लोगों ने अब यह कहना शुरू कर दिया कि विवाह योजना के तहत मिलने वाले सामान के लालच में यह शादी की गयी है। शादी समारोह खत्म होने के बाद जब दुल्हन ने सिंदूर मिटा दिया तब यह राज खुला कि दुल्हा नहीं पहुंचा तो पैसा पाने के लिए जीजा से शादी कर लिया।

विभाग के मंत्री ने जांच करने के लिए दिया आदेश

समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने बताया कि हर व्यक्ति का आधार कार्ड चेक करने के बाद ही उन्हें शादी में बैठने के लिए अनुमति मिलती है। जीजा-साली की शादी के मामले में उन्होंने कहा कि अगर कोई शिकायत प्राप्त होगी तो जांच की जाएगी।इस प्रकरण में समाज कल्याण विभाग के राज्य सलाहकार समिति के सदस्य चौधरी संतराम पेंटर ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना में झांसी में कई अनियमितताओं का मामला संज्ञान में आया है। इस संबंध में विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जायेगा।

भगवान बुद्ध के अनुयायी होने का मतलब विश्वशांति की गारंटी है:उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि तथागत बुद्ध के दिखाए गए अहिंसा, प्रेम व करूणा के मार्ग से विश्व शांति एवं राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है।

भगवान बुद्ध करुणा के अवतार के रूप में विश्व पटल पर स्वीकार्य हैं।डबल इंजन सरकार तथागत बुद्ध से जुड़े स्थानों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है।श्री केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित संस्थान के स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस अवसर पर "बौद्ध अनुशीलन में पंचशीलन" विषय पर आयोजित परिचर्चा में, जहां भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन व आदर्शो पर विस्तार से प्रकाश डाला, वहीं भगवान बुद्ध के आदर्शो को जीवन्त व कालजयी बनाये रखने के लिए डबल इंजन सरकार द्वारा किये गए उल्लेखनीय व सकारात्मक कार्यों की विस्तार से चर्चा की।

उप मुख्यमंत्री ने तथागत भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन के प्रचार -प्रसार, और उनकी प्रेरक स्मृतियों की याद ताजा बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धताओं का बखान करते हुए, इस सन्दर्भ में सरकार द्वारा प्रदेश,देश व दुनिया में किये कार्यों का भी वर्णन किया।

इस अवसर पर उन्होंने "धम्मपदं"

नामक पुस्तक का विमोचन भी किया और खुशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन भी किया।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या, मथुरा व काशी की तरह भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों का विकास किया जा रहा है।भगवान बुद्ध शान्ति व अहिंसा के पुजारी थे।मोदी के नेतृत्व में भगवान बुद्ध के सपनों के अनुरूप भारत का निर्माण हो रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मन्त्री ने कहा है कि देश में युवा, महिलायें, गरीब व किसान चार जातियां हैं मौर्य ने कहा कि सबको साथ लेकर चलने के लिए भगवान बुद्ध के आदर्शों को अपनाना ही होगा, और इन्हीं आदर्शो को आत्मसात करते हुए सरकार द्वारा सबका साथ- सबका विकास,- सबका -सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूल मंत्र को अपनाते हुए सबको सम्मान और सबको उचित स्थान दिये जाने का कार्य किया जा रहा है ।

कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयायी होने का मतलब विश्व शांति की गारण्टी है। कहा कि भगवान बुद्ध के दिखाए गए मार्ग से प्रेरणा लेते हुए भारत नि:स्वार्थ भाव से बिना किसी भेदभाव के अपने यहां भी और पूरे विश्व में, कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमन्त्री ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में कहा था, कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है।

हम भारतवासियों ने सदैव विश्व को शान्ति, सद्भावना तथा सामाजिक समरसता का सन्देश दिया है। भगवान बुद्ध की निर्वाण स्थली कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाया गया। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में इण्डिया इंटरनेशनल सेंटर फार बौद्ध कल्चरल ऐंड हेरिटेज सेन्टर बनाया जा रहा है। कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान शोध, शिक्षण कार्य , प्रकाशन, बौद्ध स्थलों के संरक्षण, संगोष्ठी, सेमिनार, निबंध, भाषण, पेंटिग प्रतियोगिताये आदि आयोजित कर बौद्ध धर्म की नींव मजबूत कर रहा है।

उप मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के उल्लेखनीय कार्यों तथा केंद्र व प्रदेश सरकार की परियोजनाओं के बारे में प्रबुद्ध जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व के कोने कोने में लगभग सभी देश शान्ति एवं सद्भावना के संदेश तथा भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन व उनकी प्रासंगिकता को पुनर्स्थापित कर रहे हैं।

इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य व डा० आम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष डा० लाल प्रसाद निर्मल, कार्यकारी अध्यक्ष हरगोविंद बौद्ध व अन्य प्रबुद्ध जनों ने सम्बोधित किया।

सीएम योगी ने 57 जनपदों में साइबर क्राइम थानों और 18 मंडलों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन थानों का किया शुभारंभ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश आज निवेश का सबसे बड़ा गंतव्य बनकर उभरा है। जिस राज्य में लोग कभी आने से भी कतराते थे, उसे लेकर आज देश-दुनिया का व्यवहार बदला है। उत्तर प्रदेश पर आज मां लक्ष्मी की कृपा छप्पर फाड़कर बरस रही है तो इसके पीछे यूपी पुलिस का योगदान सबसे अहम है। प्रदेश को लेकर बदले परसेप्शन के पीछे यूपी पुलिस की मेहनत हर कोई महसूस कर सकता है। ये बातें बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में यूपी पुलिस के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से जुड़ी 144 परियोजनाओं के शुभारंभ और लोकार्पण के दौरान कही। सीएम ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि दंगाइयों की हमदर्द पिछली सरकारों ने दंगाइयों के लिए काल कहे जाने वाले पीएसी बलों की कंपनियों को समाप्त करने की कोशिश की थी।

दंगाइयों के लिए 'काल' पीएसी बल को खत्म करना चाहती थीं पिछली सरकारें

लोकभवन में अयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों को निशाने पर लेते हुए कहा कि उस वक्त दंगाइयों को गले लगाने का कार्य किया गया। हर कोई जानता है कि उत्तर प्रदेश का पीएसी बल दंगाइयों के लिए काल है, मगर पिछली सरकारों ने पीएसी की 54 कंपनियों को ही खत्म करने का काम किया था, जिसे हमने पुनर्गठित किया। सीएम ने कहा कि यूपी में जल्द ही स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यूपी के अंदर एसडीआरएफ का गठन, जोनल रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब, यूपी में फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट, एसएसएफ का गठन किया गया।

मंदिर की सुरक्षा का दायित्व एसएसएफ ही उठा रही

उन्होंने बताया कि अयोध्या श्रीरामलला के मंदिर की सुरक्षा का दायित्व एसएसएफ ही उठा रही है। सीएम योगी ने यूपी पुलिस के व्यवहार में आए बदलाव की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म में अगर आप किसी से शिष्टाचार से बात करते हैं तो उसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति समाज विरोधी, राष्ट्रविरोधी और पेशेवर माफिया के लिए होना चाहिए। कॉमन मैन के लिए संवेदनशीलता और त्वरित न्याय देने का प्रयास होना चाहिए।

सभी 1523 थानों में साइबर सेल का गठन किया गया

सीएम योगी ने बताया कि यूपी देश का पहला राज्य हो गया है, जिसके पास सभी 75 जनपदों में साइबर थाने होंगे। 18 जनपदों में पहले बनाये गये थे, शेष 57 का आज शुभारंभ हो रहा है। इसके साथ ही सभी 1523 थानों में साइबर सेल का गठन किया गया है। अब साइबर क्राइम से जुड़े मामले के लिए जोन और रेंज स्तर पर नहीं जाना होगा, बल्कि थानों पर ही साइबर सेल में शिकायत सुनी जाएगी। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग द्वारा प्रदेश की जनता और पुलिस कार्मिकों को जोड़ते हुए 2310 करोड़ की परियोजनाओं के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में पुलिसबल के इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ बनाने का जो काम 2017 से शुरू हुआ है वह तेज गति से जारी है।

पुलिस की आत्मा पुलिस लाइन में होती है: सीएम

सीएम योगी ने कहा कि यही प्रदेश था जहां कोई आना नहीं चाहता था। यूपी की नौजवनों प्रदेश से बाहर अपनी पहचान बताने से डरते थे। प्रदेश में नये जनपद तो बना दिये गये थे मगर पुलिस लाइनों का ही गठन नहीं किया गया था। पुलिस की आत्मा पुलिस लाइन में होती है, जनपदों में पुलिस लाइन ही नहीं बनाई गई थी, जैसे किसी इंसान के शरीर से आत्मा निकाल ली गई हो। हमारे पुलिसबल को भी ऐसे ही छोड़ दिया गया था।

पुलिसकर्मियों को टूटे पलंग पर सोने के लिए मजबूर किया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आप प्रदेश के बड़े महानगरों को छोड़कर किसी भी छोटे जनपद में चले जाएं वहां जो सबसे ऊंची बिल्डिंग आपको दिखेगी वह हमारे पुलिस के जवानों की बिल्डिंग होगी। सीएम योगी ने कहा कि पुलिसकर्मियों को टूटी पलंग, जर्जर भवनों में रहने के लिए मजबूर किया गया। जो पुलिसकर्मी पूरे दिन या पूरी रात ड्यूटी करके अपने बैरक लौटता था उसके लिए आराम करने की मुकम्मल व्यवस्था भी 2017 से पहले तक पिछली सरकारें नहीं दे सकीं।

पुलिस इन्फ्रास्ट्रक्चर को और किया जा रहा मजबूत

आज हर जनपद की पुलिस लाइन में, यहां तक कि हर थाने में या तो हाईराइज बिल्डिंग में हॉस्टल उपलब्ध करा दिया गया है, या जहां नहीं बना है तो वहां भी निर्माण प्रक्रियाधीन है। एक जवान जो 8 से 12 घंटे ड्यूटी करता है, जो कभी कभी 24 घंटे भी प्रदेश की जनता की सेवा करता है, हमारा दायित्व है कि हम उसकी आवश्यकताओं की पूर्ति हर हाल में करें। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 6 साल में सरकार ने लगभग 20 हजार करोड़ रुपए केवल पुलिस इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए खर्च किये हैं।

सबसे ज्यादा निवेश धरातल पर उतारने वाला प्रदेश बन गया है यूपी

सीएम योगी ने कहा कि पहले हमारे सामने चैलेंज था कि कर्फ्यू ग्रस्त, दंगाग्रस्त, माफियाओं से त्रस्त प्रदेश में जहां न व्यापारी सुरक्षित थे न बेटियां, जहां महीनों कर्फ्यू लगा होता था और जहां कोई आना नहीं चाहता था। आबादी में सबसे बड़ा लेकिन अर्थव्यवस्था के मामले में 6ठें-7वें नंबर पर भी हमारा प्रदेश नहीं था। यूपी आज देश का सबसे अग्रणी अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। आज हमारा यूपी सवार्धिक 10 लाख 24 हजार करोड़ रुपए के निवेश को जमीनी धरातल पर उतारने वाला प्रदेश बन चुका है। यूपी के परसेप्शन को बदलने में हमारी पुलिस की बड़ी भूमिका है।

पहले मेरिट नहीं पिक एंड चूज के आधार पर होते थे प्रमोशन

सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में पुलिसकर्मियों का प्रमोशन मेरिट आधारित न होकर पिक एंड चूज पर आधारित होती थी, यानी जो पसंद है उसे प्रमोशन दे दो। यही हाल भर्तियों में भी था। हमने 1,60,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती पारदर्शी ढंग से बिना भेदभाव के की। साथ ही डेढ़ लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को प्रमोशन भी दिया। हमने ये सुनिश्चित किया कि हर जनपद से यूपी पुलिस के जवान भर्ती हो। हमने पुलिसकर्मियों के स्किल ट्रेनिंग की भी व्यवस्था की।

पैरामिलट्री फोर्स को ट्रेनिंग देने की क्षमता भी हमारे पास होगी

2017 तक जितनी क्षमता थी आज उससे तीन गुना ज्यादा क्षमता हमारे पास है। कुछ ही समय में हम हर जनपद में पीएएसी वाहिनी में ट्रेनिंग की अतिरिक्त क्षमता विकसित करेंगे। इसके बाद देश के अन्य राज्यों और पैरामिलट्री फोर्स को ट्रेनिंग देने की क्षमता भी हमारे पास होगी।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, डीजी साइबर क्राइम सुभाष चंद्र, एडीजी डॉ एन रविन्द्र सहित प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे। इसके अलावा सभी 75 जनपदों में वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े जनप्रतिनिधिगण एवं पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे।

2310 करोड़ की इन परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण

लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2310 करोड़ रुपए से अधिक के 144 परियोजनाअेां का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 21 पुलिस थानों, दो पुलिस लाइन, दो पीएसी वाहिनी, दो यूपी एसटीएफ वाहिनी तथा 35 पुलिस थानों पर मेडिकल कक्ष का शिलान्यास किया गया। वहीं 3 थानों के प्रशासनिक भवन, 3 थानों के आवासीय भवन, 3 पुलिस चौकी के प्रशासनिक भवन, 34 पुलिस थानों पर हॉस्टल/बैरक/विवेचना कक्ष, 6 पुलिस लाइन में हॉस्टल, 5 एटीएस फील्ड यूनिट कार्यालय के साथ ही 7 अन्य विविध विषयक निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया। इसके अलावा 75 जनपदों के 1523 पुलिस थानों में साइबर सेल, 57 जनपदों में साइबर क्राइम पुलिस थाने, 18 मंडल मुख्यालयों पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाने, 8 जनपदों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई तथा प्रयागराज और कुशीनगर में पर्यटन थाने का शुभारंभ किया।

बसपा नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली सपा में शामिल

लखनऊ । राज्यसभा चुनाव में झटका खाने के बाद सपा फिर से आजमगढ़ के किले को मजबूत करने में जुट गई है। बुधवार को बसपा नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली सपा में शामिल हो गए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैंने किसी लोभ-लालच में यह फैसला नहीं लिया है। मैंने सोच समझकर यह निर्णय लिया है। आज देश के जो हालात हैं उसके लिए यह एक जरूरी निर्णय है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर हिंदू समाज के लोगों का अहसान है। मेरे 90 फीसदी दोस्त हिंदू हैं। मैं सोच भी नहीं सकता है कि हिंदू-मुसलमान को लड़ाया जा सकता है।

उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से कहा कि मैं जिंदगी भर सपा में ही रहूंगा और पीडीए को मजबूत करने का काम करूंगा। इस मौके पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार बढ़ता जा रहा है। लोग सपा में आ रहे हैं। 2024 के चुनाव में एक तरफ वो लोग है जो संविधान को खत्म कर रहे हैं और दूसरी तरफ वो हैं जो संविधान बचाने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले कभी समुद्र मंथन हुआ था अब संविधान मंथन होगा।

ईंट से सिर में प्रहार कर युवक की हत्या, क्षेत्र में सनसनी

लखनऊ । कानपुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां के रेलबाजार थाना क्षेत्र स्थित शांति होटल के पास बुधवार भोर में एक युवक की सिर में ईंट से प्रहार करके हत्या कर दी गई। पुलिस ने परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी। हालांकि अब तक हत्या कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। युवक की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।

अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी लाखन सिंह यादव ने बताया कि बुधवार भोर में रेलबाजार थाने की पुलिस को सूचना मिली कि शांति होटल के पास इमरान नाम के युवक को कुछ लोगों ने ईंट से प्रहार करके घायल कर दिया और फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, पुलिस की सूचना पर परिजन भी बदहवास हालत में पहुंचे।

परिवार के लोगों ने कुछ संदिग्ध लोगों पर हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दी है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई में जुट गई है। संदिग्धों की तलाश में पुलिस टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।एडीसीपी पूर्वी लाखन सिंह यादव ने बताया कि हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची थी और वैज्ञानिक साक्ष्य भी जुटाए गए हैं, जांच की जा रही है।

राज्यसभा चुनाव : उप्र में भाजपा के आठों उम्मीदवार चुनाव जीते

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए मंगलवार को हुए मतदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आठों उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं। सपा के तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन चुनाव हार गए हैं।

राज्यसभा की 10 सीटों के लिए भाजपा ने आठ और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा था। मतगणना के बाद भाजपा के सभी आठों और सपा के दो उम्मीदवार चुनाव जीते हैं। मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग की वजह से सपा के तीसरे उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव नतीजे आते ही भाजपा में उल्लास का माहौल है।

ये रहे प्रथम वरीयता के मत

भाजपा उम्मीदवार

अमरपाल मौर्य - 38 मत,तेजवीर सिंह - 38 मत,नवीन जैन - 38 मत,आरपीएन सिंह - 37 मत, साधना सिंह - 38 मत, सुधांशु त्रिवेदी - 38 मत, संगीता बलवंत - 38 मत, संजय सेठ - 29 मत मिले।

सपा उम्मीदवार

जया बच्चन - 41 मत, राम जी लाल सुमन - 40 मत, आलोक टंडन - 19 मत (चुनाव हारे)।