गया के मदरसा बरकाते आल ए रसूल में छ: बच्चों की दस्तारबंदी हुई
गया/शेरघाटी। हमज़ापुर स्थित मदरसा बरकाते आल ए रसूल में छ बच्चों की दस्तारबंदी की गई। कार्यक्रम का आग़ाज़ क़ुरआन ए पाक की तिलावत से किया गया। बच्चों ने पैग़म्बर ए इस्लाम हज़रत मुहम्मद की शान में नात पढ़कर महफ़िल को खुशनुमा बनाया।
मदरसा के सदर वारिस अली खान ने बताया की छ बच्चे जिनमें हाफ़िज़ अरबाज़ खान, हाफ़िज़ शाहनवाज़ नूरी, हाफ़िज़ नवाब रज़ा, हाफ़िज़ अदनान, हाफ़िज़ इरफ़ान रज़ा और हाफ़िज़ अशरफ रज़ा ने कुरआन मुकम्मल किया जो वाक़ई ख़ुशी की बात है जिसकी खुशी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया
और उन सभी छ: बच्चों की गुलपोशी एवं दस्तारबंदी की गई। इस कार्यक्रम में कई उलेमा ने शिरकत की जिनमें मुख्य रूप से हज़रत अल्लामा मौलाना उमर रज़ा खान (बरेली शरीफ), हज़रत मौलाना सैय्यद शागिल इमाम कादरी (हैदरबाद), हज़रत मौलाना अज़हरुल क़ादरी (ननापुरी), हज़रत डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन गयावी, शायर ए इस्लाम डॉक्टर अख़्तर परवाज़ हबीबी और ज़्याउर रसूल (औरंगाबाद) शामिल हुए।
इस दौरान उलेमाओं ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में मिलजुल कर रहें और एक दूसरे की मदद करें साथ ही देश की गंगा जमुनी तहज़ीब को मज़बूत करें और अपने किरदार को बेहतर बनाये। मदरसा के सदर वारिस अली खान के द्वारा इन बच्चों की गुलपोशी की गई एवं उन्हें सम्मानित भी किया गया। वारिस अली खान ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वो लोग खुशकिस्मत है जिनके बच्चे आज हाफ़िज़ ए क़ुरआन हुए है।
उन्होंने कहा कि इस दुनियाँ में सबसे खुशनसीब आदमी वो है जिनके मां- बाप ज़िन्दा हैं और वो अपने मां-बाप की खिदमत करते है। मौके पर आमस प्रमुख लड्डन खान, मुख्तार खान, कमर खान, अमजद खान, तसव्वार खान, मुन्नन खान, वसीम अकरम, चांद खान, शाहबाज खान, अली हसन खां उर्फ होदान खान, अतीक खान, शफीक खान, मोजिब खान, हसनैन खान, गुलाम मुर्तजा उर्फ कारू बाबा, दिलवर खान समेत कई लोग शामिल हुए।
मदरसा के नाज़िम मौलाना हलीम हसन कादरी, मौलाना जलाल अहमद साहब,हाफ़िज़ शब्बीर रज़ा (इमाम नूरी मस्जिद) ने इस कार्यक्रम को बेहतर बनाने में अपना योगदान दिया।
रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।
Feb 23 2024, 22:50