जेल अदालत सह विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन जेल में बंदियों को दी गई कानून की जानकारी

कोडरमा
जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के तत्वाधान में रविवार को मंडल कारा कोडरमा में विधिक जागरूकता शिविर सह लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिवांगी प्रिया जेएम फर्स्ट क्लास उपस्थित थी। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि पैसे के अभाव में कोई भी बंदी न्याय से वंचित नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा कि गरीबों असहायों की मदद के लिए डालसा हमेंशा ततपर है। एलएडीसी अरुण कुमार ओझा ने कहा कि आप सभी अपने आचरण और व्यवहार में सुधार करें। यहां से निकलने के उपरांत सामान्य नागरिक जीवन जीने का प्रयास करें। अपनी गलतियों से सबक लेकर आगे गलती न करने का प्रण ले। बंधिया की ओर से बाद निष्पादन के निमित्त एक भी आवेदन नहीं आने के कारण, मौके पर एक भी मामले का निष्पादन नहीं हो सका। वही शिविर में उपस्थित बंदियों को उनके केस से संबंधित जानकारी दी गई । जीस बंदी का केस पैरवी हेतु कोई भी अधिवक्ता नहीं थे , वैसे बंदियों को बंदी आवेदन भेजने को कहा गया। वैसे बंदी जिन्हें न्यायालय द्वारा सजा सुनाई गई है और वह अपना अपील उच्च न्यायलय में दाखिल करने में असमर्थ है या नहीं कर सका है । पहचान की गई। मौके पर डिप्टी एलएडीसी राजेंद्र मंडल जेलर अभिषेक कुमार, एलएडीसी अरुण कुमार ओझा, एलएडीसी ललन चौधरी, नयालयकर्मी संतोष कुमार सिंह, राजीव कुमार आदि उपस्थित थे।
दुष्कर्म कर हत्या करने के आरोपी को कठोर आजीवन कारावास

मात्र 4 माह कार्य दिवस में त्वरित सुनवाई करते हुए सुनाई गई सजा

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दितीय अजय कुमार सिंह की आदालत ने सुनाई सजा

20000 र जुर्माना भी लगाया जुर्माना की राशि

नहीं देने पर 1 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी

लगभग 18 वर्ष तक आरोपी फरार रहा था पुलिस उसे 28 जुलाई 2023 को गुजरात से गिरफ्तार कर लाई थी


कोडरमा
यूव़ती से दुष्कर्म कर हत्या किए जाने के एक मामले की मात्र 4 माह कार्य दिवस में त्वरित सुनवाई करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय अजय कुमार सिंह की अदालत ने शनिवार को आरोपी मुकेश कुमार 39 वर्ष, पिता -रक्षा सिंह, शिवपुर, सतगावा जिला- कोडरमा निवासी को 302 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही ₹20000 जुर्माना लगाया। जुर्माना की राशि नहीं देने पर 1 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। वहीं अदालत में 376 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए 10 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई एवं ₹20000 जुर्माना लगाया जुर्माना की राशि नहीं देने पर 1 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। वहीं न्यायालय ने 449 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए 5 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई एवं ₹10000 जुर्माना लगाया । जुर्माना की राशि नहीं देने पर 6 माह अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। सभी सजाऐ साथ-साथ चलेंगी। मामला वर्ष 2005 का है । इसे लेकर सतगावा थाना कांड संख्या 10/ 2005 एवं ST- 93/2007 दर्ज किया गया था। अभियोजन का संचालक लोक अभियोजक पीपी श्रीमती एंजेलिना वारला ने किया। इस दौरान सभी 8 गवाहों का परीक्षण कराया गया । लोक अभियोजक पीपी एंजेलिना वारला ने कार्रवाई के दौरान अपराध की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय से अभियुक्त को अधिक से अधिक सजा देने का आग्रह किया। वहीं बचाव पक्ष की ओर से एल ए डीसी डिप्टी चीफ किरन कुमारी ने दलीलें पेश करते हुए बचाव किया। अदालत ने सभी गवाहों और साक्षयो का अवलोकन करने के उपरांत अभियुक्त को दोषी पाते हुए सजा मुकर्रर की और जुर्माना लगाया। बताते चले कि न्यायालय ने 15 फरवरी को आरोपी को दोषी उठहराया था। इसे लेकर करिता देवी ने सतगावा थाना में मामला दर्ज कराया था थाना को दिया आवेदन में कहा था कि 4 मार्च 2005 को रात्रि में अपने कमरे में सोई थी । करीब 4:30 बजे सुबह में बचाओ बचाओ की आवाज पर नींद खुली और आवाज की ओर दौड़ कर ग ई तो देखा कि एक युवक उसके ननद के कमरे से निकल रहा है । उसे वह पीछे से पकडने का प्रयास की। चेहरा देखा तो बगल का मुकेश कुमार पिता रक्षा सिंह था । उसने मुझे धक्का देकर छत की ओर भागा और छत पर से भाग गया। उसके बाद वह ननद के कमरे में गई तो उसे जमीन पर चित मृत पाया। सलवार का नारा खुला हुआ था । उन्होंने पड़ोसी मुकेश कुमार पर ही दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाया था।
दलित शोषण मुक्ति मंच का प्रतिनिधिमंडल एसपी से मिलकर सौंपा ज्ञापन खरखार मामले में दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग

कोडरमा
दलित शोषण मुक्ति मंच का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पुलिस अधीक्षक कोडरमा से मिलकर खरखार में हुए दलितों के ऊपर अत्याचार मामले में बाकी अभियुक्तों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. प्रमुख मांगों में अभियुक्तों के द्वारा पीड़ित दलित परिवार के ऊपर किए गए झूठा मुकदमा वापस लेने, अभियुक्तों के ऊपर से हटाए गए धारा को फिर से लगाने, पिड़ीता सुनीता देवी को मुआवजा देने, पिड़ीत परिवार को सुरक्षा देने सहित अन्य मांगें शामिल है. पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिहं ने त्वरित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया और तुरंत नवलशाही थाना प्रभारी को फोन कर अभियुक्तों को अभिलम्ब गिरफ्तारी करने को कहा. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे दलित शोषण मुक्ति मंच के जिलाध्यक्ष दिनेश रविदास ने कहा कि जिला पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण घटना के डेढ़ महीने बीत जाने के बावजूद दलितों पर हमला करने वाले सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. जल्द ही मुख्य अभियुक्त सहित बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगें. प्रतिनिधिमंडल में दलित शोषित मुक्ति मंच के अध्यक्ष दिनेश रविदास, पासवान जनकल्याण समिति के जिलाध्यक्ष बाला लखेंदर पासवान, राजकुमार पासवान, सीटू के राज्य सचिव सदस्य संजय पासवान, समाजसेवी डा कैलाश प्रसाद, बामसेफ के राजकुमार पासवान, राजू पासवान एवं दीपन पासवान शामिल थे. ।
बाल अधिकारों से सम्बंधित कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन
कोडरमा
जिले के डोमचांच प्रखण्ड के ग्राम गरायडीह पंचायत लरियाडीह में जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फॉउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बाल अधिकारों से संबंधित कानूनों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में शामिल लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार रंजीत कुमार ने बताया की बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए अनेक कानून बनाएं गए हैं। जिसे आप सभी तक पहुँचाना हम सभी का दायित्व है l बच्चों के लिए बेहतर वातावरण निर्माण के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार हर समय उपलब्ध है आप सभी को जब कभी भी बच्चों से संबंधित क़ानूनी सहायता की जरूरत महसूस हो आप लोग बेझिझक जिला विधिक सेवा प्राधिकार से सम्पर्क करें। आगे भी ऐसे कानूनी जागरूकता कार्यक्रम नियमित अंतराल मे, DLSA, जिला प्रशासन एवं KSCF चलाती रहेगी। प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को लोक अदालत मे आकर अपनी समास्यों का निवारण कर सकते है। DLSA के अधिवक्ता अरुण कुमार ओझा ने कहा की बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित कराने, बाल विवाह, बाल मजदूरी जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने हेतु मिशन वात्सल्य के तहत ग्राम पंचायत मे संगठन के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। बाल पंचायत की मुखिया संतोषी कुमारी ने कहा कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है, जिसमें शामिल पंडित, मौलवी, पादरी, नाई, साउंड व टेंट वाले एवं बाल विवाह में शामिल सभी लोगों को जुर्माना एवं सजा हो सकती है। बाल विवाह को लोगों में जागरूकता लाकर एवं इससे जुड़े कानूनों का पालन करवाकर ही समाप्त किया जा सकता है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के परियोजना अधिकारी दीपक राणा ने पोकसो, बाल विवाह, बाल मजदूरी, आदि कानूनों के बारे मे विस्तार से बताया साथ ही KSCF के द्वारा जिले भर मे बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित कराने के लिए किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया l कानूनी जागरूकता शिविर का संचालक KSCF सहायक परियोजना अधिकारी चंदन कुमार ने कियाl बाल अधिकारों से संबंधित कानूनी जागरूकता शिविर में DLSA से रंजीत कुमार,अरुण कुमार ओझा, वार्ड सदस्य गजमतिया देवी (गरायडीह), रिंकी देवी (खरीडीह), सरिता देवी, बबिता देवी, सलाहकार समिति से शंकर यादव, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाॅउंडेशन से दीपक राणा, चंदन कुमार, अनिल कुमार, दशरथ कुमार, ज्योती कुमारी, सुमन देवी व बाल मित्र ग्राम गरायडीह, बेहराडीह, खैरीडीह, कुकरिया थमाई, झरीटांड, बसधरवा, रतिथमाई, बदडीहा के पंचयात प्रतिनिधि, ग्रामीण व बच्चे शामिल थे।
टीकाकरण सत्र आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण

कोडरमा
नियमित टीकाकरण एवं मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम को लेकर जिला आरसीएच पदाधिकारी डाॅ. कुलदीप कुमार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जयनगर अंतर्गत टीकाकरण सत्र आंगनबाड़ी केन्द्र कन्द्रपडीह, खेशकरी, मस्जिद मुहल्ला का निरीक्षण किया गया। वहीं उन्होंने उपस्थित एएनएम, सहिया तथा सेविका को नियमित टीकाकरण की स्थिति में सुधार लाने, सभी लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच तथा स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्ता परक बनाए रखने से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं को लेकर निदेशित किया। वहीं उन्होंने टीकाकरण सत्र स्थल पर ए0एन0एम0 द्वारा मैत्री शिशु स्वास्थ्य रजिस्टर में उपलब्ध कराए गए ट्रैकिंग प्रपत्र में गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की समस्त सूचनाओं भरने, टीकाकरण सत्र में समस्त सेवाएं देने के उपरांत वर्क प्लान सेट में सेवाओं को अद्यतन करने हेतु निर्देश दिया एवं वैक्सीन तथा लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराई गई है या नहीं उसकी भी जानकारी प्राप्त किया। वहीं उन्होंने आंगनबाडी में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि टीकाकरण के उपरांत लाभार्थी को कम से कम 30 मिनट तक सत्र स्थल पर रोक कर रखना आवश्यक है।
टीकाकरण सत्र आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण

कोडरमा
नियमित टीकाकरण एवं मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम को लेकर जिला आरसीएच पदाधिकारी डाॅ. कुलदीप कुमार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जयनगर अंतर्गत टीकाकरण सत्र आंगनबाड़ी केन्द्र कन्द्रपडीह, खेशकरी, मस्जिद मुहल्ला का निरीक्षण किया गया। वहीं उन्होंने उपस्थित एएनएम, सहिया तथा सेविका को नियमित टीकाकरण की स्थिति में सुधार लाने, सभी लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच तथा स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्ता परक बनाए रखने से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं को लेकर निदेशित किया। वहीं उन्होंने टीकाकरण सत्र स्थल पर ए0एन0एम0 द्वारा मैत्री शिशु स्वास्थ्य रजिस्टर में उपलब्ध कराए गए ट्रैकिंग प्रपत्र में गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की समस्त सूचनाओं भरने, टीकाकरण सत्र में समस्त सेवाएं देने के उपरांत वर्क प्लान सेट में सेवाओं को अद्यतन करने हेतु निर्देश दिया एवं वैक्सीन तथा लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराई गई है या नहीं उसकी भी जानकारी प्राप्त किया। वहीं उन्होंने आंगनबाडी में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि टीकाकरण के उपरांत लाभार्थी को कम से कम 30 मिनट तक सत्र स्थल पर रोक कर रखना आवश्यक है।
झारखंड ताईक्वांडो संघ के तत्वाधान में मॉडर्न पब्लिक स्कूल
कोडरमा/झुमरी तिलैया
छात्र-छात्राओं के लिए एक दिवसीय बेल्ट ग्रेडिंग परीक्षा का आयोजन किया गया । जिसमें करीब 50 खिलाड़ियों ने भाग लिया और इस बेल्ट ग्रेडिंग के परीक्षक अशोक कुमार, साउथ कोरिया से प्राप्त ब्लैक बेल्ट पांचवा डान, ने लिया। इस बेल्ट ग्रेडिंग में बेल्ट पाने वाले खिलाड़ी रेड बेल्ट अभिनव आयुष, आरव चौधरी, ब्लू बेल्ट श्रव्या शाहा, रचिता राज ग्रीन-वन बेल्ट रक्षित राज, चारवी जैन, सारांश अग्रवाल, अमन अग्रवाल, कुलदीप यादव, आरव केसरी, ग्रीन बेल्ट लेवेश अग्रवाल, अमोली मोदी, माहीका सिंघानिया, आदया कुमारी राकेश, हरप्रीत कौर, देवांशी अग्रवाल, समृद्धि सेठ, रोहन खान, सकक्षम कुमार पहाड़ी, आरुष कश्यप, मोहम्मद अयान, रूहान खान, अर्पित सोनी वही येलो बेल्ट सौम्योदित्या सरकार, मान्या सिंह, अनामिका राज, प्रतिक राज, आराध्या बक्शी, दिव्यांशु कुमार,आर्यन कुमार शर्मा, गुंजन कुमारी, कृष कुमार, हरसील छबड़ा, अभिनव गुप्ता, एवं फहद आलम ने बेल्ट ग्रेडिंग की परीक्षा पास की। इस बेल्ट ग्रेडिंग का आयोजन कोडरमा जिला ताइक्वांडो संघ के नेतृत्व में किया गया था जिसके मुख्य प्रशिक्षक एवं राष्ट्रीय रेफरी प्रवीण कुमार जोशी एवं प्रवीण कुमार ने कई दिनों से परीक्षा की तैयारी बच्चों को कराई थी। बेल्ट ग्रेडिंग में उत्तीर्ण हुए सभी खिलाड़ियों को बेल्ट, सर्टिफिकेट, बधाई पत्र और चॉकलेट देकर मॉडर्न पब्लिक स्कूल के प्राचार्य शैलेंद्र कुमार ने सम्मानित करते हुए कहा की ताइक्वांडो में मॉडर्न पब्लिक स्कूल के बच्चे काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और भविष्य में आशा करते हैं कि यह बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना प्रदर्शन करते हुए विद्यालय का नाम रोशन करेंगे। वहीं निर्देशिका श्रीमती संगीता शर्मा ने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए बताया की हमारे विद्यालय की सभी बच्चे एवं बच्चियों को ताइक्वांडो की मुफ्त प्रशिक्षण लगातार 25 वर्षो से दी जा रही है जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चियों को समाज की कुरीतियों से बचाना और उन्हें मजबूत करना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षिका तनुश्री सरकार, सुप्रीत कौर, सत्येंद्र कुमार, प्रदीप कुमार इत्यादि की काफी सराहनीय भूमिका रही।
चोरी का छड़ लदा एक पिकअप वैन जब्त, चालक हिरासत में
कोडरमा
तिलैया पुलिस ने झुमरी से छड़ लदा एक पिकअप वैन को जब्त करते हुए चालक को हिरासत में लिया है। वाहन में करीब 10 क्विंटल छड़ लदा था। चालक की पहचान सिमरकोल रजौली निवासी बुधन राजवंशी पिता प्रयाग राजवंशी के रूप में हुई है। फिलहाल  प्राथमिककी दर्ज की गई है। पुलिस इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। संभावना जताया जा रहा है। वाहन में चोरी का छड़ करमा में बन रहे निमार्णाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए परिसर के बाहर रखा गया था, जिसे आसपास के लोगों के सहयोग से चोरी की BR27 G5893 इस संबंध में तिलैया थाने में कांड संख्या 26/24 के तहत गई थी।
औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद एतिहासिक मोदी सरकार की उलटी गिनती शुरू _ ऐक्टू


कोडरमा
केंद्र सरकार की मजदूर किसान और देश विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनो और संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा आहूत देशव्यापी औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद के समर्थन में आज ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन, ऐक्टू और किसान महासभा से जुडे मज़दूर किसानों ने विशाल रैली निकाला। कंपनियों से यारी देश से गद्दारी नही चलेगी। मजदूरों को गुलाम बनाने वाली लेबर कोड वापस लो, अन्नदाता किसानों पर दमन बंद करो। किसानों से किए वायदे पुरा क्यों नहीं मोदी सरकार जवाब दो के नारे लिखी तख्तियों और झंडे लिए बड़ी संख्या में मजदूर किसनों ने श्रम कल्याण कार्यालय से रैली निकाली जो झूमरी तिलैया मेन रोड, झंडा चौक होते हुए महाराणा प्रताप चौक पहुंचा जहां रैली सभा में तब्दील हो गई। कोडरमा समेत पुरे राज्य में ओद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद असरदार रहा । हड़ताल से कोयला,लोह अयस्क, बॉक्साइड, और ओद्योगिक संस्थानो में उत्पादन और ट्रांसपोर्ट बाधित रहा । ग्रामीण बंद के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन भी प्रभावित रहा। इंटक से जुड़े मजदूर भी रैली निकाल कर महाराणा प्रताप चौक पहुंचे जहां एनएच 31 पर सड़क जाम कर संयुक्त रुप से सभा किया गया । सभा को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू के प्रदेश सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा कि अन्नदाता किसानों के ऊपर द्रोण से आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां चलाकर मोदी सरकार ने साबित कर दिया है वे किसानों के साथ नहीं बल्कि कंपनियों के साथ खड़ी है। लम्बे संघर्षों से मिली मज़दूरों के अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा के कानूनी आधिकारों को खत्म करने के लिए ही श्रम कानूनों को खत्म कर चार लेबर कोड लाई है। गुलामों और बेरोजगारों की फौज खड़ा कर देश के मज़दूर किसान और मानदेय कर्मी महिलाओ की जिन्दगी को नरक बनाने वाली मोदी सरकार की असलियत को समझती है।हड़ताल और ग्रामीण बंद एतिहासिक रहा ।औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद से मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरु हो गई है, अखिल भारतीय किसान महासभा के मुन्ना यादव ने कहा कि किसानों कि सच यह नहीं है कि मोदी जी किसानों को समझा नहीं पाए बल्कि देश के किसान मोदी जी की करतूतों को समय से पहले समझ गए। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू कर दोगुनी आय की गारंटी नहीं हुई तो मोदी जी को अच्छे दिन के बजाए बुरा दिन देखना होगा। ऐक्टू के कोडरमा जिला सचिव विजय पासवान ने कहा कि देश के सार्वजानिक उपक्रमों को अपने चहेते कंपनियों के हाथों बेच रही है। मजदूर किसानों से ज्यादा मोदी सरकार को अडानी अंबानी जैसे कंपनियों के हितों की चिंता है। देश की संपत्ति को बेचना देशभक्ति नहीं बल्की देश के साथ गद्दारी है। मजदूरों किसानों के साथ वायदा खिलाफी की कीमत मोदी सरकार को चुकानी पड़ेगी। ऐक्टू कोडरमा जिला अध्यक्ष तुलसी राणा ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार की गंगोत्री है। ढिबरा मजदूरों का रोजगार छिनकर इनके पेट पर लात मारने वाली कोडरमा सांसद को भी मोदी सरकार के पाप का प्रकोप झेलना पड़ेगा। एनएच 31 पर सड़क जाम कर कर की सभा की अध्यक्षता संदीप कुमार ने किया। सभा को स्कीम वर्कर के नेता राजेन्द्र मेहता, किसान नेता अशोक यादव, शंभू स्वर्णकार, भागीरथ सिंह घटवार,अधिवक्ता ईश्वरी राणा बबन मेहता, राजेंद्र यादव शैरू निशा, समेत कई नेताओ ने संबोधित किया। हड़ताल और ग्रामीण बंद के द्वारा उपायुक्त कोडरमा के माध्यम से दस सूत्री मांगपत्र माननीय प्रधानमन्त्री को प्रेषित किया गया जिसमें मजदूरों के आधिकारो, सामाजिक सुरक्षा और कानूनी अधिकारों को समाप्त करने के लिए निर्मित चार लेबर कोड वापस लेने , महंगाई पर नियंत्रण के लिए आवश्यक वस्तुओं में जीएसटी समेत केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती करने ,काम के अधिकार को मौलिक अधिकार घोषित कर रोजगार सृजन कर मजदूरों को नियमित काम और बेहतर मजदूरी की गारंटी करने , शहरी मजदूरों के लिए भी रोजगार गारंटी कानून बनाने , किसानों को बीज ,उर्वरक सिंचाई सुविधा हेतु बिजली पर पर्याप्त सब्सिडी देने एवं किसानों के उत्पाद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी कि गारंटी करने, न्यू मोटर व्हीकल एक्ट और आईपीसी सीआरपीसी में किए गए कठोर संशोधन को वापस लेने , खाद्य सुरक्षा के लिए जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था को मज़बूत कर बिना कटौती के सभी गरीबों को पर्याप्त राशन और आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता की गारंटी करने , सभी मजदूरों को राष्ट्रीय मूल्य सूचकांक के तहत 26000 रूपये न्यूनतम मासिक वेतन की गारंटी करने एचईसी समेत सार्वजनिक उपक्रमो को निजी कंपनियों के हाथों बेचने की साजिश बंद करने करने की मांगें शामिल है। मीडिया प्रभारी कोडरमा
आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के प्रकोष्ठ में न्यायिक पदाधिकार

कोडरमा
झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के तत्वावधान में आगामी 09 मार्च 2024 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के प्रकोष्ठ में न्यायिक पदाधिकारियों के साथ एक बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार, विरेन्द्र कुमार तिवारी ने की । प्रधान जिला जज ने उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों से आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन की दिशा में आवश्यक पहल करने की अपील की तथा अपने अपने न्यायालय से राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन योग्य मामलों को चिन्हित कर सम्बंधित पक्षकारों को नोटिस निर्गत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जहाँ एक ओर मामलों के निष्पादन से विभाग को राजस्व की वसूली करने में सहायता होती है वहीं दूसरी ओर न्यायालय से मुकदमों का बोझ कम होता है । उन्होंने न्यायिक पदाधिकारियों से  अपने स्तर से भी पक्षकारों को सूचित करने तथा उनको अपने मामलों का निष्पादन राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से कराने के प्रति जागरुक करने की भी अपील की । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता में सभी न्यायिक पदाधिकारियों की भूमिका अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है । इस अवसर पर न्यायिक पदाधिकारियों ने भी राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता के सम्बन्ध में  अपने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये ।  मौंके पर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय सैयद सलीम फातमी, जिला जज प्रथम गुलाम हैदर, जिला जज द्विर्तीय अजय कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रताप चंद्रा, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिषेक प्रसाद, अवर न्यायाधीश तृतीय गौतम कुमार, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी कंचन टोप्पो, ,न्यायाधीश प्रभारी प्रशांत कुमार वर्मा, मुन्सिफ मो. दानिश नवाज, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शिवांगी प्रिया आदि मौजूद थे।