प्रधान ने आरक्षित पशुचर भूमि पर बुवाई गेहूं की फसल, कहाँ जायें अवारा पशु?
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अयोध्या- एक तरफ छुट्टा जानवरों से परेशान किसान घर परिवार को छोड़कर दिन रात खेतों की रखवाली कर रहे हैं और सरकार के सख्त निर्देशों के बाबजूद जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम प्रधान गौशालाओ के निर्माण में रूचि नहीं लें रहे हैं वहीं दूसरी ओर सदियों से पंचायतों में अवारा पशुओ के लिए आरक्षित भूमि पर खेती कराई जा रही है।
ताज़ा मामला रुदौली तहसील के जखौली ग्राम पंचायत का है जहाँ अवारा पशुओ को चरनेऔर घूमने के लिए लगभग 2.9 हेक्टेयर (29 बीघा) पशुचर भूमि रिजर्व है परन्तु जिम्मेदारों नें अधिकतर भूमि पर खुद कब्ज़ा करवा रखा है इसी ग्राम में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नें स्वयं पशुचर की भूमि में गेहूं के फसल की खेती करवा रखी है, जखौली रेलवे क्रॉसिंग के बगल गाटा संख्या 1149 का रकबा 322 एअर सहित पशुचर भूमि के अनेक गाटों पर गेहूं की फसल लहलहा रही है ऐसे में बेज़ुबान अवारा पशुओं को किसानों की फसल की ओर रुख करने के अलावा कोई जगह नहीं है बचती है यदि इंसान पशुओं हेतु रिजर्व जमीनों पर अतिक्रमण न करता तो समस्याए इतनी विकराल न होती और यदि जिम्मेदार खुद चकमार्गो और पशुचर की भूमि पर लाठी और राजनीति की ताकत के बल पर कब्ज़ा करेगा तो स्थिति और भयावह होंगी जिसकी मुख्यमंत्री पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत संख्या 40017724007144 द्वारा ग्रामवासी संतोष कुमार सिंह ने बताया।
Feb 17 2024, 19:57