अलीपुर अग्निकांड: फैक्ट्री का मालिक भी हादसे की भेंट चढ़ा, 8 मृतकों की हुई पहचान


नई दिल्ली: दिल्ली के अलीपुर इलाके में गुरुवार शाम पेंट फैक्ट्री में आग लगने की घटना में 11 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में फैक्ट्री के मालिक 62 वर्षीय अशोक जैन की भी जान चली गई. हादसे के वक्त वह फैक्ट्री के अंदर ही मौजूद थे. 

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार अशोक जैन को जब उन्हें निकाला गया तो वह कुर्सी पर बैठे हुए अवस्था में मिले.

पुलिस के मुताबिक, 11 मृतकों में से आठ लोगों की पहचान हो चुकी है. मृतकों में अशोक कुमार जैन पुत्र ओमप्रकाश जैन, राम सूरत सिंह पुत्र मुखलाल सिंह, विशाल गौंड पुत्र कैलाश गौंड, अनिल ठाकुर पुत्र राम बाबू ठाकुर, पंकज कुमार पुत्र कनौजी लाल, शुभम पुत्र राजू, मीरा पुत्री जयचंद निवासी विजय पाल और बृज किशोर पुत्र देवता प्रसाद शामिल हैं. 

वहीं, अभी भी तीन मृतकों का पहचान होना बाकी है. पुलिस लगातार शिनाख्त के लिए पूछताछ कर रही है.

फैक्ट्री में पेंट बनाने और रिफिलिंग का काम होता था: अलीपुर इलाके में जिस फैक्ट्री में आग लगी थी उसमें पेंट बनाने और रिफिलिंग का काम होता था. जिस वक्त आग लगी उसके करीब आधे घंटे पहले ही 15 चाय फैक्ट्री में भेजी गई थी. फैक्ट्री के अंदर अभी तक 11 लोगों की मौत की खबर है. जबकि इस घटना छह लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है.

अग्निकांड के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान: अलीपुर अग्निकांड के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने अलीपुर का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने मुआवजे की घोषणा की. मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपए और मामूली घायलों को 20 हजार रुपए. नुकसान की भरपाई के लिए पॉलिसी के अनुसार आंकलन किया जाएगा.

कई किलोमीटर तक देखा गया था गुबार: गुरुवार शाम करीब पांच अलीपुर में स्थित पेंट की फैक्ट्री(जिसे गोदाम के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था) में भीषण आग लग गई थी. फैक्ट्री के बाद आग ने आसपास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया. पहले इसकी चपेट में आने से छह लोगों की मौत की बात सामने आई थी, जिसकी संख्या बाद में बढ़कर 11 हो गई.

स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के दौरान धुंए का गुबार कई किलोमीटर तक देखा गया. फैक्ट्री के पास ही स्थित नशामुक्ति केंद्र व आसपास की दुकानों सहित कई वाहन भी आग की चपेट में आ गए. आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग ने काफी देर तक कूलिंग का काम किया.

नया पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के उत्तर पश्चिमी इलाके में अगले पांच दिनों तक होगी झमाझम बारिश


मौसम विभाग ने एक बार फिर अलर्ट जारी किया है। 17 फरवरी को नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसकी वजह से गरज, चमक के साथ देश के उत्तर पश्चिमी इलाके में अगले पांच दिनों तक झमाझम बारिश होगी। इससे एक बार फिर तापमान नीचे गिरने वाला है।  

मौसम विभाग ने बताया है कि पंजाब-हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 19 और 20 फरवरी को ओलावृष्टि भी देखने को मिल सकती है। 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 18 से 20 फरवरी तक ठिठुरन बढ़ाएंगी। इस मौसम चक्र से जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुज्जफराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड प्रभावित होंगे।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुज्जफराबाद और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में 18 से 20 फरवरी तक जबरदस्त बारिश होगी। वहीं 20 फरवरी को उत्तराखंड में झमाझम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुज्जफराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई इलाकों में बहुत ही खतरनाक बारिश होने जा रही है।

18 फरवरी को जम्मू में बर्फबारी होगी। 18 व 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होगी। वहीं उत्तराखंड में 18 से 20 फरवरी को बर्फबारी होगी। ऐसे में यहां भी तापमान में गिरावट आएगी। इसके कारण एक बार फिर से ठिठुरन बढ़ जाएगी।

छिटपुट बारिश से लेकर मध्यम बारिश का भी पूर्वानुमान जारी किया है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 19 से 21 फरवरी तक बारिश होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 19 से 22 फरवरी तक बारिश होगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्यप्रदेश में 20 से 22 फरवरी तक बारिश होगी।

उत्तर राजस्थान में 19 से 20 फरवरी तक बारिश होगी। मौसम विभाग ने बताया है कि पंजाब में 18 से 20 फरवरी तक 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चलेंगी। वहीं हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर राजस्थान में 19 और 20 फरवरी को तेज हवाएं चलेंगी।

बच्चो के आंखो में लगा चश्मा हटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये 5 चीजें,आंखो की रोशनी हो जाएगी तेज


दिल्ली:- आज कल बच्चे फोन,कंप्यूटर, लैपटॉप, टीवी पर ज्यादा समय बिताने लगे है जिससे कम उम्र में ही आंखो की रोशनी कम पड़ जाती है और जल्दी चश्मा लग जाता है। बिना चश्मे के उनको देखने में दिक्कत होती है. इतनी कम उम्र से ही चश्मा लगने का मतलब है कि उनको ताउम्र इसे लगाना पड़ेगा।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर के आप उनके इस चश्मे को हटा सकते हैं. तो आइए जानते हैं वो फूड आइटम्स को चश्मा हटाने में मदद कर सकते हैं.

गाजर

गाजर में विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और चश्मा हटाने में मदद कर सकती है. इसलिए अपने बच्चों की डाइट में गाजर को शामिल करें. आप इसका जूस बनाकर या क्रिएटिव तरीके से इसे बच्चों को खिला सकते हैं. 

खुबानी

खुबानी एक ऐसा फल है जो खाने में टेस्टी होने के साथ ही कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इस फल में विटामिन ए, पोटैशियम, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और लाइकोपीन पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद कर सकता है. इसलिए इसे अपने बच्चे की डाइट में जरूर शामिल करें. 

संतरा

संतरे में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. इसके साथ ही यह विटामिन ए का भी एक अच्छा सोर्स है. इसका सेवन आंखों की रोशनी बढ़ाने और चश्मा उतारने में मदद कर सकता है.

पपीता

पपीते में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है. आप बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने और चश्मा हटाने के लिए इस फल को डाइट में शामिल कर सकते हैं.

लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने बंगाल के मुख्य सचिव, पुलिस अधिकारियों को किया तलब


नई दिल्ली : लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य सुकांत मजूमदार की शिकायत पर गुरुवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों को तलब किया. मजूमदार ने दुर्व्यवहार, क्रूरता और गंभीर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है.

लोकसभा सचिवालय के नोटिस के अनुसार, समिति ने मुख्य सचिव भगवती प्रसाद गोपालिका, पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार, उत्तर 24 परगना के जिलाकारी शरद कुमार द्विवेदी, बशीरहाट के पुलिस अधीक्षक हुसैन मेहदी रहमान और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पार्थ घोष को 19 फरवरी को अपने समक्ष पेश होने के लिए कहा है.

पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और बालुरघाट से लोकसभा सदस्य मजूमदार ने विशेषाधिकार समिति को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य में सुरक्षाकर्मियों द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार, क्रूरता और गंभीर चोट पहुंचाए जाने को लेकर विशेषाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया.

राज्य के संदेशखाली में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प में मजूमदार घायल हो गए थे. भाजपा कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा महिलाओं पर कथित अत्याचार किए जाने को लेकर इन दिनों आंदोलन कर रहे हैं. बुधवार को सुकांत मजूमदार को संदेशखाली जाते समय रोका गया था. दल का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों के साथ मजूमदार की तीखी नोकझोंक हुई थी. इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई शुरू हो गई और मजूमदार हाथापाई के बीच फंसकर बेहोश हो गए थे.

दिल्ली के केमिकल गोदाम में भीषण आग लगने से 3 लोगों की मौत, सर्च ऑपरेशन में निकाले गए शव


दिल्ली। अलीपुर क्षेत्र में बृहस्पतिवार शाम करीब छह बजे एक केमिकल गोदाम में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग आसपास के दुकानों में भी फैल गई। हादसे के समय इस गोदाम में कुछ लोग काम कर रहे थे, जो अंदर ही फंस गए।

तीन शव निकाले गए

करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाए जाने के बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान अभी तक तीन शव निकाले जा चुके हैं। बाकी अंदर फंसे लोगों की तलाश जारी है। यहां गोदाम में आग लगते ही आस पास के रिहायशी इलाके में अफरातफरी मच गई। आस पास के लोग तुरंत वहां से भागकर अपनी जान बचाई।

आग की चपेट में आई दुकानें

कुछ ही देर में आग ने भयावह रूप ले लिया और आस पास के पांच दुकानों और गाड़ियों को अपने चपेट में ले लिया। आग की चपेट आने से आसपास की पांच दुकानें जल गई हैं, चार से पांच घरों में भी भी आग फैल गई। घरों में मौजूद लोग समय रहते बाहर निकल गए। घरों में रहने वाले करीब तीन से चार लोग झुलस गए हैं।

आग पर पाया काबू

घायलों का इलाज नरेला के राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में चल रहा है। शवों को बाबू जगजीवन राम अस्पताल के शवगृह में भेज दिया गया है। आग के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। अभी भी सर्च आपरेशन जारी है। दमकल अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम 5.25 बजे पुलिस व दमकल विभाग को एच ब्लॉक दयाल मार्किट अलीपुर स्थित केमिकल गोदाम में आग लगने की जानकारी मिली

घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची दमकल की 22 गाड़ियों की मदद से दमकल कर्मियों ने तीन घंटे में आग पर काबू पा लिया। सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन लोगों के शव यहां से निकाले गए हैं। बाकी अन्य की तलाश जारी है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन स्मारक सिक्के किये जारी ,ये राम मंदिर, भगवान बुद्ध और एक सींग वाले गैंडे पर है आधारित

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान तीन स्मारक सिक्के जारी किए। इनमें अयोध्या के राम मंदिर की थीम पर आधारित सिक्के के साथ ही भगवान बुद्ध और एक सींग वाले गैंडे पर आधारित सिक्का शामिल है। राम मंदिर की थीम पर आधारित सिक्के की एक ओर राम लला और दूसरी ओर राम मंदिर की तस्वीर है।

एसपीएमसीआइएल से क्या बोलीं वित्त मंत्री?

उन्होंने इस दौरान सिक्यूरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कोरपोरेशन आफ इंडिया (एसपीएमसीआइएल) के कार्यक्रम में उपस्थित कर्मियों को संबोधित भी किया। उन्होंने एसपीएमसीआइएल के कर्मचारियों से कहा कि वे भारत की विकसित देश की यात्रा में प्रासंगिक बने रहने के तरीकों पर आत्मनिरीक्षण करें।

डिजिटल युग मं आत्मनिरीक्षण जरूरीः वित्त मंत्री

सीतारमण ने कहा कि आप डिजिटल युग में कार्य कर रहे हैं। इसलिए आपको आत्मनिरीक्षण करना होगा कि ऐसा आपके पास भविष्य के लिए क्या होगा। यह मैं आप पर छोड़ता हूं कि आप कैसे इसे लेकर बदलाव करेंगे। आप किस तरह एक विकसित भारत और नए डिजिटल भारत के साथ सामंजस्य बिठाएंगे जो हर क्षेत्र में तकनीक की मदद से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एसपीएमसीआइएल की ई-पासपोर्ट ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम जीवन को आसान बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

किसानों का तीसरे दिन भी उपद्रव, पंजाब में चार घंटे रोकी ट्रेन; टोल प्लाजा कराया फ्री


नई दिल्ली। विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली कूच पर अड़े पंजाब के किसानों ने हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू और दाता सिंहवाला में गुरुवार को तीसरे दिन भी उपद्रव किया। हरियाणा की तरफ से बनाए गए बैरिकेड को तोड़ने के लिए आगे बढ़े प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।दातासिंहवाला में पथराव कर रहे छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर लिया।

चार घंटे रोकी ट्रेनें

भाकियू (एकता उगराहां) और भाकियू (एकता डकोंदा धनोरा) के कार्यकर्ताओं ने पंजाब में चार घंटे तक रेल ट्रैक जाम रखा। सात जगहों पर रेल ट्रैक पर धरने के कारण 28 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ। चार ट्रेनें रद कर दी गईं। 12 ट्रेनों को रूट बदल कर चलाया गया।

टोल प्लाजा कराया फ्री

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पंजाब में तीन घंटे तक टोल प्लाजा फ्री करा दिया और शुक्रवार को बंद का आह्वान किया है। इस संगठन का पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में प्रभाव है।

केंद्रीय मंत्रियों की बैठक के बाद ही फैसला

किसान संगठनों का कहना है कि चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों की बैठक के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। हरियाणा में भी अब कुछ संगठनों ने बैठक करके पंजाब के किसानों को समर्थन देने का फैसला लिया है। इधर, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और दिल्ली की सीमाएं सील होने की वजह से 13 हजार से अधिक इंडस्ट्री का कारोबार सीधे रूप से हो प्रभावित रहा। एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का माल अटक गया है।

दाता सिंहवाला सीमा पर लगे सफेद झंडे

दातासिंहवाला हरियाणा-पंजाब सीमा पर भी शांति रही। सुबह पहले पुलिस की ओर से सफेद झंडा लहराया गया और इसके बाद किसानों ने भी सफेद झंडा लहराकर संघर्ष विराम का संदेश दिया।

राजस्थान में दिखाई देने लगा किसान आंदोलन का असर

जयपुर संवाददाता के अनुसार, किसानों के विरोध का असर राजस्थान में भी दिखने लगा है राजस्थान से पंजाब जाने वाली दो ट्रेनों को रद करने के साथ ही एक ट्रेन का मार्ग बदला गया है पंजाब और हरियाणा सीमा से सटे श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं अलवर जिलो में रोडवेज व निजी बसों का संचालन प्रदेश की सीमा से बाहर नहीं किया जा रहा है।

ऐसे में आम लोगों को तीनों जिलों से पंजाब व हरियाणा की तरफ जाने के लिए पैदल ही यात्रा करनी पड़ रही है। कांग्रेस के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किसानों से उनका अधिकार छीना जा रहा है। कांग्रेस अहिंसक आंदोलन का समर्थन करती है हम किसान आंदोलन के साथ रहेंगे।

*15 फरवरी 2024 से शुरू होने वाला CBSE बोर्ड की परीक्षा भी किसान आंदोलन से प्रभावित,बोर्ड ने जारी किया एडवाइजरी*

नई दिल्ली: दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं गुरुवार, 15 फरवरी 2024 से शुरू हो रही हैं. दिल्ली में ट्रैफिक कि स्थिति को देखते हुए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों, अभिभावकों और छात्रों के लिए एक सलाह पत्र जारी किया है.

 जिसमें सभी छात्रों को सुबह 10.00 बजे या उससे पहले अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.

दिल्ली में मौजूदा स्थिति के यातायात संबंधी समस्याएं होने कि संभावना है. इसके कारण परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में देरी हो सकती है. इसलिए,सभी छात्रों को सलाह दी जाती हैं कि वे अपने घरों से जल्दी निकलें ताकि वे CBSE द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार समय पर परीक्षा केंद्र पहुंच सकें.

CBSE के सलाह पत्र में आगे लिखा है कि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए विद्यार्थी अगर मेट्रो सेवाओं का उपयोग करेंगे तो जाम से बच सकते हैं. मेट्रो कि सभी सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं. इसके अलावा CBSE ने पूरे भारत और दूसरे देशों में रह रहे सीबीएसई के सभी छात्रों से भी अनुरोध किया जाता है कि वे स्थानीय परिस्थितियों, यातायात, मौसम की स्थिति, दूरी आदि को ध्यान में रखते हुए सुबह 10.00 बजे या उससे पहले परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए अपनी यात्रा की योजना बनाएं. 

केवल उन्ही छात्रों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी जो सुबह 10.00 बजे परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेंगे. इसके बाद किसी भी छात्र को परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

CBSE ने अपने सलाह पर में सभी स्कूलों से अनुरोध किया है कि वे अभिभावकों और छात्रों की मदद करें और उनका मार्गदर्शन करें. छात्रों इस सलाह का ध्यान रखें ताकि सभी परीक्षा के दिनों में समय से पहले या समय पर पहुंच कर सुगम तरीके से परीक्षा दे सकें.गौरतलब है कि इस साल भारत और विदेश के 26 देशों से 39 लाख से अधिक विधार्थी CBSE की परीक्षा देंगे. दिल्ली में 877 परीक्षा केंद्रों से 5,80,192 छात्र बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होंगे.

*स्वामीनाथन आयोग के सिफारिश को लागू करने से कांग्रेस ने 2010 में ही कर दिया था इनकार, आज किसान कर रहे हैं आंदोलन*

नई दिल्ली। आंदोलनकारी किसानों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आश्वासन दिया है कि जब केंद्र में उनकी सरकार बनेगी तब एमएसपी की मांग पूरी की जाएगी, लेकिन सच यह भी है कि वर्ष 2010 में जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तब स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को खारिज कर दिया गया था।

आयोग ने अपनी रिपोर्ट भी कांग्रेस के कार्यकाल में ही वर्ष 2006-7 में सौंपी थी। वर्ष 2010 में राज्यसभा में भाजपा सांसद प्रकाश जावडेकर के संबंधित एक प्रश्न पर केंद्र सरकार की तरफ से जवाब देते हुए कृषि मंत्रालय में तत्कालीन खाद्य एवं उपभोक्ता मामले के राज्यमंत्री केवी थामस ने कहा था कि इससे एमएसपी एवं उत्पादन लागत के बीच का संतुलन बिगड़ सकता है।

क्या थी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें?

जावडेकर ने पूछा था कि क्या सरकार ने किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है? इसपर जवाब देते हुए थामस ने कहा था कि आयोग की सिफारिशों को सरकार ने स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने तर्क दिया था कि एमएसपी की सिफारिश कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) के मानकों के साथ जरूरतों के आधार पर विचार करते हुए की जाती है। 

आयोग ने कृषि लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत की वृद्धि करने का सुझाव दिया है। इससे बाजार की व्यवस्था खराब हो सकती है।

सुप्रीम कोर्ट में कथित अमानवीय स्थितियों से संबंधित मामले में दायर आवेदन में बताया गया कि बंगाल की जेलों में चार साल में 62 बच्चों ने लिया जन्म

 नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी गई है कि पिछले चार वर्षों में बंगाल की जेलों में 62 बच्चों का जन्म हुआ और जेल जाने से पहले ही यह महिला कैदी गर्भवती थीं। जेलों में अमानवीय स्थितियों के मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता गौरव अग्रवाल न्याय मित्र के रूप में कोर्ट की सहायता कर रहे हैं।

उन्होंने अदालत को बताया कि उन्हें पुलिस अधिकारियों द्वारा पश्चिम बंगाल में हिरासत में रहते हुए महिला कैदियों से पैदा हुए बच्चों के संबंध में जानकारी मिली थी। 

कोर्ट के निर्देश के लिए दायर एक आवेदन में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकांश महिला कैदी उस समय पहले से ही गर्भवती थीं जब उन्हें जेलों में लाया गया था।

कुछ मामलों में महिला कैदी पैरोल पर बाहर गई थीं

कुछ मामलों में महिला कैदी पैरोल पर बाहर गई थीं और उम्मीद से वापस लौट आईं। गौरव अग्रवाल ने जेलों में प्रचलित कथित अमानवीय स्थितियों से संबंधित एक मामले में आवेदन दायर किया। उन्होंने कहा कि जेलों या महिलाओं के लिए बैरक में सुरक्षा उपायों को समझने के लिए उन्होंने राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के जेल अधिकारियों के साथ चर्चा की।

कोर्ट ने महिला कैदियों के गर्भवती होने के आरोपों पर संज्ञान लिया था

सुप्रीम कोर्ट ने नौ फरवरी को पश्चिम बंगाल की जेलों में महिला कैदियों के गर्भवती होने के आरोपों पर संज्ञान लिया था। इसके बाद कोर्ट ने गौरव अग्रवाल को इस पर गौर करने और एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था।