स्वास्थ्य विभाग और जीविका की विभागीय समन्वय से सफलता : 22 हजार जीविका दीदी ने किया फाइलेरियारोधी दवा का सेवन
गया। जिला में फाइलेरियारोधी दवा सेवन अभियान को जीविका स्वयं सहायता समूहों की दीदी का साथ मिला है. जीविका दीदी अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग का कदम से कदम मिला कर साथ दे रही हैं. दीदीयों द्वारा स्वयं दवा का सेवन कर ग्रामीणों को भी दवा सेवन के लिए प्रेरित किया गया है.
अब तक 22 हजार जीविका दीदी ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया है. उनके द्वारा आमजन को प्रेरित किये जाने के बाद वह भी नि:संकोच दवा सेवन के लिए आगे आ रहे हैं. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीसीआई द्वारा जिला के विभिन्न प्रखंडों में हाथीपांव रोग की गंभीरता तथा बचाव के लिए फाइलेरियारोधी दवा सेवन को लेकर जीविका दीदी का उन्मुखीकरण किया गया.
उन्मुखीकरण के बाद समूह की महिलाओं ने स्वयं दवा का सेवन किया है और दूसरों को भी दवा के सेवन स्वास्थ्य कर्मियों को समक्ष ही कराने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रहीं हैं.
आर्थिक संपन्नता के साथ गांव भी बने रोगमुक्त
पीसीआई के जिला मोबिलाजेशन कॉर्डिनेटर अमित कुमार ने बताया स्वयं सहायता समूह से जुड़ी दीदी अपने गांव—समाज में आर्थिक संपन्नता लाने के साथ इसे रोगमुक्त बनाने में जुटी हैं. ऐसा ही हाथीपांव रोग के उन्मूलन को लेकर है. विभिन्न प्रखंडों में जीविका दीदी के फाइलेरियारोधी दवा सेवन अभियान पर उन्मुखीकरण किये जाने के बाद 22 हजार दीदी ने दवा का सेवन किया है. जीविका दीदी अपने परिवार और ग्रामीणों को दवा सेवन कराने में आशा दीदी की मदद कर रही हैं.
स्वास्थ्यकर्मियों के समक्ष ही योग्य लाभार्थियों को दवा का सेवन कराया जा रहा है. जीविका की हेल्थ एंड न्यूट्रिशन मैनेजर ने बताया कि जिला में जीविका की सभी स्वयं सहायता समूह की दीदी को हाथीपांव की गंभीरता और इससे बचाव के लिए दवा सेवन के महत्व के बारे में बताया गया. इसके बाद जीविका दीदी अपने—अपने क्षेत्र में लोगों को दवा का सेवन कराने में स्वास्थ्य विभाग की मदद कर रही हैं.
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Feb 16 2024, 11:31