*जिलाधिकारी नितीश कुमार ने दिया निर्देश*
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अयोध्या।जिलाधिकारी नितीश कुमार के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में आई0 जी0 आर0 एस0 पोर्टल पर प्राप्त हो रही शिकायतों के नियत समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापरक निस्तारण कराये जाने के सम्बन्ध में जनपद स्तरीय/विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की ।
बैठक एडीएम प्रशासन ने बताया कि आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर सी0एम0सन्दर्भ, सी0एम0हेल्पलाइन, जिलाधिकारी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, आॅनलाइन, मण्डलायुक्त/आईजी/डीआईजी, पी0जी पोर्टल, उप मुख्यमंत्री राज्यपाल/मंत्री, शासन/राजस्व परिषद्/निदेशालय, आर्थिक मदद, अवैध भूमि कब्जा, मुख्य सचिव, महिला हेल्प डेस्क के अतिरिक्त आॅनलाइन प्रथम स्तर, द्वितीय स्तर, तृतीय स्तर एवं चतुर्थ स्तर व सी0 एम0 हेल्पलाइन प्रथम स्तर, द्वितीय स्तर, तृतीय स्तर, चतुर्थ स्तर व इस माह से उक्त के साथ-साथ साधारण डाक के सन्दर्भ प्राप्त हो रहे है।
उन्होंने सभी प्रकार के शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण कराने के सम्बन्ध में समस्त अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आनलाइन प्राप्त हो रहे सभी संस्करणों के सन्दर्भो को मार्किग नियमित समय से करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारीगण पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होने वाले शिकायतों को प्रत्येक दिन देखेंगे। सम्बन्धित अधिकारीगण अपने-अपने यूजर आई0 डी0 को लागिन कर प्राप्त, किन्तु अनमार्क के मेन्यू में जाकर सर्च करा लें। यदि शिकायत उनके कार्यालय से सम्बन्धित है तो वे अपने कार्यालय स्तर पर लंबित रखेंगे अथवा अपने अधीनस्थ को ट्रांसफर करेंगे।
किसी भी अधिकारी के पास अनमार्क सन्दर्भ नहीं रहना चाहिए। शिकायतों का निस्तारण अनिवार्य रूप से गुणवत्तापरक होना है जिससे फीडबैक के माध्यम से सी-श्रेणी सन्दर्भ न आये। डिफाल्टर के स्थान पर लंबित सूची सर्च करायी जाय तथा समय सीमा के भीतर सन्दर्भो को गुणवत्तापरक निस्तारित किया जाय। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में शिकायतों के निस्तारण के समय देरी व गुणवत्ता में कमी न होने पाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकरण में असंतोष जनक फीडबैक प्राप्त होने पर पुनः अपलोड की गयी आख्या के असंतोषजनक होने की स्थिति में नियमानुसार उच्चाधिकारी द्वारा अधीनस्थ अधिकारी का स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाय एवं अधीनस्थ अधिकारी से प्रकरण की गुणवत्ता परक निस्तारण कराकर संशोधित आख्या प्राप्त कर पोर्टल में अपलोड की जाये। जांच के दौरान यदि राजस्व/विकास विभाग एवं पुलिस की आवश्यकता पड़ती हो, तो सम्बन्धित उप जिलाधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी/क्षेत्राधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करके प्रकरण का नियमानुसार निराकरण करायें । बैठक में आईजीआरएस पटल सहायक कौशल श्रीवास्तव द्वारा एजेंडा प्रस्तुत किया गया तथा पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण की विस्तृत एवं तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।
बैठक में पीडी डीआरडीए, एक्सईएन सिंचाई सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
Feb 09 2024, 19:46