*उप्र में कैरावैन टूरिज्म की शुरूआत पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर की*
लखनऊ। विदेशो में कैरवॉन पर्यटन की लोकप्रियता को देखते हुए उप्र में इसकी शुरूआत का निर्णय लिया गया है। कैरवॉन पर्यटन पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा की अनुभूति कराने के साथ ही घर जैसा वातावरण प्राप्त होगा, इससे उप्र में कैरवॉन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य सरकार निजी टूर आपरेटर को प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए आज उप्र पर्यटन विकास निगम की ओर से पहली बार मोटो होम टूर आपरेटर के सहयोग से कैरावैन टूरिज्म की शुरूआत प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन भवन से हरी झंडी दिखाकर की।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि कैरवॉ टूरिज्म परिवार उन्मुख पर्यटन को बढ़ावा देगी। जहॉ पर ठहरने आदि की पर्याप्त व्यवस्थायें नहीं होगी, वहॉ इसे आसानी से उपयोग में लाया जा सकेगा। कैरवॉ टूरिज्म प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहल है। इसे लोकप्रिय बनाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि उप्र में पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसको देखते हुए पर्यटन के क्षेत्र में नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं।
जयवीर सिंह ने कहा कि वर्तमान में ईको, वन्य जीव, तीर्थ पर्यटन इत्यादि की मांग निरंतर बढ़ रही हैं। ऐसे परिदृश्य में कैरवां टूरिज्म प्रभावी रूप से बढ़ती हुई मांग को पूर्ण कर सकेगा। कैरवां टूरिज्म युवाओं, परिवारों, वरिष्ठ नागरिकों और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों सहित एक विस्तृत श्रंखला को आकर्षित करेगा।
उन्होंने कहा कि काशी, मथुरा, प्रयागराज के बाद अब अयोध्या वैश्विक पर्यटन के रूप में उभरेगा। इससे अयोध्या सहित आसपास के जनपदों की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन आयेगा। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह में ही लगभग 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किये हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश जितना सुंदर है उतना ही अनोखा और आकर्षक भी है। मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के अथक प्रयासों से प्रदेश में पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ा। देशी-विदेशी सभी सैलानी यहां पर्यटन की ओर उन्मुख हुए हैं। प्रदेश में सांस्कृतिक पर्यटन, रोमांच और खेलकूद पर्यटन, सम्मेलन पर्यटन, जल पर्यटन, वन्य प्राणी पर्यटन, धर्म पर्यटन आदि निरंतर विकसित होते जा रहे हैं।
पर्यटन जहां एक ओर सामाजिक और आर्थिक लाभ का स्रोत है और राष्ट्रीय एकता और अंतरराष्ट्रीय मेल मिलाप को बढ़ावा देता है। वहीं दूसरी ओर इससे संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अनेक मौके उपलब्ध कराता है।
कैरवान वैन में छह से आठ पर्यटकों की बैठने-सोने की व्यवस्था है।
इसके अलावा एक ड्राइवर और एक अटेंडेंट रहेंगे। बस में किचन और शौचालय भी है। एक दिन का किराया 50 हजार रुपये है, लेकिन आफर के तहत इस समय 35 हजार रुपये में बुकिंग हो रही है। इसके अलावा ईंधन, जीएसटी और टोल टैक्स अलग से देना होगा। 35 हजार रुपये की बुकिंग में 350 से 400 किलोमीटर तक भ्रमण करने की सुविधा रहेगी। यदि इससे ज्यादा दूरी होगी तो 150 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया होगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा धर्मार्थ कार्य मुकेश मेश्राम ने बताया कि कैरवान वैन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा। इसकी सफलता को देखते हुए इसके विस्तार पर गम्भीरता से विचार किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उप्र में संसाधन एवं क्षमता है। इसका अधिकतम दोहन करते हुए पर्यटन सेक्टर को लोकप्रिय बनाते हुए निवेश, रोजगार तथा राजस्व अर्जन का एक सुनिश्चित जरिया बनाया जायेगा। इस मौके पर पर्यटन विकास निगम के निदेशक एके पाण्डेय एवं मोटो होम टूर ऑपरेटर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
Feb 01 2024, 16:48