वो चित्रकार जिसने सजाया हमारा संविधान, एक नाम जो संविधान की हर पृष्ठ पर है मौजूद, जानिए दिलचस्प बातें

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हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे। हममें से ज्यादातर लोगों को ये पता है कि भारत का संविधान किसने बनाया। लेकिन क्या हमें इस बात की जानकारी है कि हमारा संविधान किसने सजाया? 

29 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान के निर्माण के लिए प्रारूप समिति की स्थापना की गई और इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ. भीमराव अंबेडकर को जिम्मेदारी सौंपी गई। दुनिया भर के तमाम संविधानों को बारीकी से परखने के बाद डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार कर लिया। हम यह जानते हैं कि संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर थे जिनके निर्देशन में भारत का संविधान लिखा गया। लेकिन क्या हम ये जानते हैं कि हमारे संविधान को जिन चित्रों से सजाया गया है, वो किसके निर्देशन में तैयार किया गया।

बता दें कि इसे बनाने वाले थे विख्यात चित्रकार नंदलाल बोस। दरअसल जब संविधान तैयार किया जा रहा था, उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू इन्हें सजाने वाला ढूंढ रहे थे। इसी दौरान प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू शांतिनिकेतन में आए हुए थे। तब उनकी मुलाकात नंदलाल बोस से हुई। यहां नंदलाल बोस कलाभवन के प्राध्यापक के तौर पर काम कर रहे थे। पंडित नेहरू ने उन्हें संविधान को भारतीय चित्रों सजाने का उनसे आग्रह किया, जिन्हें नंदू बोस ने मान लिया।

संविधान को सजाने के लिए 21 हजार रूपये मेहनताना

221 पेज के इस दस्तावेज के हर पन्ने पर तो चित्र बनाना संभव नहीं था।लिहाजा, नंदलाल जी ने संविधान के हर भाग की शुरूआत में 8-13 इंच के चित्र बनाए। संविधान के कुल 22 भाग हैं। इस तरह उन्हें भारतीय संविधान की इस मूल प्रति को अपने 22 चित्रों से सजाने का मौका मिला। इन 22 चिज्ञों को बनाने में चार साल लग गए। इस काम के लिए उन्हें 21 हजार रूपये मेहनताना के तौर पर दिया गया। 

संविधान की सजावट में संस्कृति की छाप

भारत के संविधान को नंदलाल बोस के निर्देशन में शांतिनिकेतन के कलाकारों ने अपने अद्भुत चित्रों से सजाए हैं। इनमें मोहनजोदड़ो, वैदिक काल, रामायण, महाभारत, बुद्ध के उपदेश, महावीर के जीवन, मौर्य, गुप्त और मुगल काल, इसके अलावा गांधी, सुभाष, हिमालय से लेकर सागर आदि के चित्र सुंदर बन पड़े हैं। वास्तव में यह चित्र भारतीय इतिहास की विकास यात्रा हैं। इन चित्रों की की शुरुआत होती है भारत के राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ के शेर से। अगले भाग में भारत की प्रस्तावना लिखी है, जिसे सुनहरे बार्डर से घेरा गया है।

एक चित्रकार को 21 हजार, एक ने ठुकराया हर उपहार

एक तरफ नंनलाल बोस ने अपनी कलाकारी के लिए मात्र 21 हजार रूपये लिए तो वहीं दूसरी तरफ एक दूसरे कलाकार प्रेम बिहारी रायजादा ने मेहनताना ठुकरा दिया था। भारत के संविधान से जुड़ी एक और रोचक जानकारी यह है कि इसकी मूल प्रति टाइपिंग या प्रिंट में उपलब्ध नहीं है। संविधान की मूल प्रति हिंदी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गई है। इसे प्रेम बिहारी रायजादा ने लिखा है। रायजादा ने पेन होल्डर निब से संविधान के हर पन्ने को बहुत ही खूबसूरत इटैलिक अक्षर में लिखा है।सुलेखन यानी कैलिग्राफी प्रेम बिहारी का खानदानी शौक था।

संविधान के हर पृष्ठ पर लिखा अपना नाम

संविधान को बनाने में जहां 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे, वहीं इसे हाथों से लिखने में 6 महीने का समय लगा था। जब प्रेम बिहारी से सरकार ने इस काम को पूरा करने के लिए मेहनताना के बारे में पूछा, तो उनका जवाब बड़ा गंभीर था। उन्होंने कहा, मुझे एक भी पैसा नहीं चाहिए। ना ही कोई महंगा उपहार चाहिए। लेकिन उन्होंने संविधान के हर पृष्ठ पर अपना नाम और अंतिम पृष्ठ पर अपने दादाजी का नाम लिखने की शर्त रख दी, जिसे सरकार ने मान लिया।

कर्तव्य पथ पर आज रचेगा इतिहास, गणतंत्र दिवस पर पहली बार तीनों सेना की महिला टुकड़ी परेड में हो रही हैं शामिल

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देश भर में आज गणतंत्र दिवस का उत्साह है। देश की राजधानी दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में काफी कुछ नया देखने को मिलेगा। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार तीनों सेना- थल सेना, वायुसेना और जल सेना की महिला सैनिक शामिल होंगी। मेजर जनरल सुमित मेहता ने बताया कि इस बार तीनों सेना की महिला टुकड़ियां शामिल होंगी।

इस साल के गणतंत्र दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है जिसकी वजह से परेड में महिलाओं का अब तक का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा। इस साल पहली बार तीनों सेनाओं की एक महिला टुकड़ी भी मार्च करेगी। केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों में भी महिला कर्मी शामिल होंगी। परेड में 48 महिला अग्निवीर भी हिस्सा ले रहीं है। गणतंत्र दिवस समारोह परेड कैप्टन शरण्या राव थल सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी, जिसमें फ्रांस के राष्ट्रिय दिवस में पीएम मोदी के साथ अतिथि के तौर पर शामिल रहीं स्क्वॉड्रन लीडर सुमिता यादव भी हिस्सा ले रही हैं। गणतंत्र दिवस परेड में स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर भारतीय वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी।

फ्रांस से एक मार्चिंग दस्ता और एक बैंड दल आया

परेड में भाग लेने के लिए फ्रांस से एक मार्चिंग दस्ता और एक बैंड दल भी भारत आया है।75वें गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल भी शिरकत करेगा। इस फ्रांसीसी दल में छह भारतीय भी हिस्सा बनने वाले हैं। इनमें सीसीएच सुजन पाठक (हेड कॉर्पोरल), सीपीएल दीपक आर्य (कॉर्पोरल), सीपीएल परबीन टंडन (कॉर्पोरल), गुरवचन सिंह (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर), अनिकेत घर्तिमागर (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर) और विकास डीजेसेगर (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर) शामिल हैं। 

दरअसल, फ्रांस में विदेशी सेना की एक कोर होती है जिसका नाम 'फ्रेंच फॉरेन लीजन' है। 1831 में स्थापित की गई फ्रेंच फॉरेन लीजन को फ्रेंच सेना का एक अभिन्न अंग माना जाता है। फ्रांसीसी मार्चिंग दल के कमांडर कैप्टन नोएल लुइस ने कहा कि यह विशिष्ट सैन्य कोर विदेशियों के लिए फ्रांसीसी सेना में कुछ शर्तों के साथ सेवा करने का मौका देता है। वर्तमान में इसमें लगभग 9,500 अधिकारी और सेनापति हैं। इस कोर में दुनियाभर से लगभग 140 देशों के लोग हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि

बता दें कि इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस के दिन मुख्य अतिथि होंगे। यह छठी बार है, जब कोई फ्रांसीसी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बने हैं। साथ ही दूसरी बार फ्रांसीसी दल गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा ले रहा है। वहीं, इस बार 13,000 विशेष अतिथियों को बुलाया गया है।

अधिवक्ताओ के हक के लिए हर कदम साथ रहेगा -परिषद


आज़ जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद में अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण परिषद शाखा औरंगाबाद का विचार गोष्ठी जिला विधिक संघ के कार्यसमिति होल में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष सत्येन्द्र दुबे और संचालन शाखा सचिव मनोज कुमार मिश्रा ने किया, सर्वप्रथम अयोध्या में

रामलला मंदिर के सफलतापूर्वक भव्य उद्घाटन पर हर्ष व्यक्त करते हुए एक दूसरे को बधाई दी गई, उसके बाद जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद में 13 फरवरी को होने वाली चुनाव की चर्चा करते हुए कहा गया है कि सुझबुझ के साथ कर्तव्यनिष्ठ उम्मीदवार को जिताना है

 जो बार को मजबूत करें और अधिवक्ता हित से समझौता न करें, महिला अधिवक्ता ज्योति कुमारी को औरंगाबाद शाखा महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है 

और अधिक से अधिक महिला अधिवक्ताओं को शाखा से जुड़ने के लिए प्रचार प्रसार करने को कहा गया है आज अधिवक्ता राजीव रंजन सिंह, कमलेश कुमार सिंह, मुकेश कुमार दुबे, अरविंद कुमार सिंह, प्रीतम चंद्र, आशीष शेखर, अभिजीत कुमार ने अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद शाखा औरंगाबाद के

सदस्यता ग्रहण किया और संगठन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया इस अवसर पर उपस्थित थे वरीय अधिवक्ता धर्मराज शर्मा, अरूण कुमार तिवारी,रामाशीष शर्मा, रंजन दुबे, प्रदीप कुमार सिंह, मिथलेश सिंह, नीरज कुमार श्रीवास्तव, सतीश कुमार स्नेही, उदय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे,अगली बैठक कि तिथि 10/02/2024

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर डीएम ने मतदाता जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

औरंगाबाद: आज दिनांक 25 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री के द्वारा समाहरणालय परिसर से स्काउट एंड गाइड के बच्चों के माध्यम से मतदाता को जागरूक करने के लिए मतदाता जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गयाl 

इस अवसर अपर समाहर्ता ललित रंजन भूषण, उप विकास आयुक्त अभयेन्द्र मोहन सिंह, डीटीओ शैलेश कुमार, सदर एसडीओ विजयंत, डीएलओ सच्चिदानंद सुमन, सभी वरीय उपसमाहर्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली तथा जिले के अन्य अधिकारी मौजूद रहेl

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बड़े भाई और छोटे भाई के कामकाज को देखकर जननायक की आत्मा दुखी हो रही होगी : नेता प्रतिपक्ष

डेस्क : जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से ठीक एक दिन पहले केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न देकर बिहार की राजनीति मे तहलका मचा दिया है। प्रदेश की सत्ताधारी जदयू और राजद इसे अपनी मांग पूरी होने की बात करते हुए श्रेय लेने मे जुटी है। वहीं बीते बुधवार को जदयू की ओर से भव्य तरीके से जननायक की शताब्दी समारोह मनाया गया।

इधर बीजेपी विधायक व बिहार विधान सभा मे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने जदयू और राजद पर हमला बोला है। कहा है कि अपराधी, भ्रष्टाचारी एवं वंशवादियों को सत्ता से हटाने के बाद ही भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को सच्ची श्रदांजलि दी जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर प्रधानमंत्री ने बिहार का गौरव बढ़ाया है। लेकिन जीवनपर्यंत कर्पूरी ठाकुर को अपमानित करने वालों में क्रेडिट लेने की होड़ मच गई है। कर्पूरी ठाकुर के सच्चे अनुयायी वही होंगे जो भ्रष्टाचार मुक्त और अपराध मुक्त शासन का संकल्प लेंगे।

बड़े भाई और छोटे भाई के कामकाज को देखकर जननायक की आत्मा दुखी हो रही होगी। ये पिछड़ों और अति पिछड़ों को वोट की राजनीति के लिए दुरुपयोग कर रहे हैं। इनको वास्तविक विकास से कोई लेना-देना नहीं है। बिहार सरकार के जातीय सर्वे ने इनकी पोल खोल दी है। 94 लाख परिवार 6000 प्रतिमाह से कम आमदनी में है। देश में सबसे ज्यादा गरीब बिहार में है।

बिहारवासियों को अभी ठंड से नही मिलेगी निजात, मौसम विभाग ने जारी किया यह अलर्ट

डेस्क : राजधानी पटना समेत पूरा बिहार इनदिनों भंयकर ठंड की चपेट मे है। भीषण ठंड ने लोगो का जीना मुहाल कर रखा है। पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं मौसम विभाग ने अभी इससे निजात नही मिलने का अलर्ट जारी किया है।

बीते बुधवार को भी कड़ाके की ठंड रही और पूरा प्रदेश कोहरे की चादर में लिपटा रहा। धूप न निकलने से पटना सहित 14 जिलों में कनकनी है। तीन शहरों में शीत दिवस तो 11 शहरों में गंभीर शीत दिवस की स्थिति बनी हुई है। एक हफ्ते तक कड़ाके की ठंड और कोहरे से राहत की उम्मीद नहीं है।

मौसम विभाग ने 22 जिलों के लिए 26 जनवरी तक भीषण शीतदिवस और 16 जिलों के लिए शीत दिवस का अलर्ट जारी किया है। 

राज्य के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान दस डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। 29 जनवरी तक लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

पटना में नहीं निकली धूप

पटना में लगातार दूसरे दिन धूप नहीं निकलने से ठंड की स्थिति में बढ़ोतरी देखी गई। दानापुर व आसपास के इलाके में सुबह दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही।

पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, नवादा, पटना, गया, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, भभुआ, बक्सर, सारण, सीवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, भोजपुर और औरंगाबाद में भीषण शीत दिवस का रेड अलर्ट किया है। साथ ही अन्य 16 जिलों में शीत दिवस की स्थिति है।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान, पूरे देश मे लागू होना चाहिए कर्पूरी ठाकुर का आरक्षण फार्मूला

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पूरे देश में कर्पूरी फॉर्मूले पर पिछड़ों-अति पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार पिछड़ों-अति पिछड़ों को जोड़कर आरक्षण दिया था। उन्होंने पहली बार 1978 में पिछड़ा वर्ग के लिए 8 फीसदी व अति पिछड़ा के लिए 12 आरक्षण दिया। आज भी अति पिछड़ों में अधिक गरीबी है। उन्हें अवसर मिलना चाहिए।

सीएम नीतीश कुमार बीते बुधवार को वेटनरी कॉलेज मैदान में जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने कभी परिवार को आगे नहीं बढ़ाया। उन्हीं से प्रेरणा लेकर मैंने भी अपने परिवार के किसी व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ाया। कर्पूरी ठाकुर के देहावसान के बाद ही उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर को आगे बढ़ाया। लेकिन आज तो लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। हम तो कर्पूरी ठाकुर जी के कार्यों को ही आगे बढ़ा रहे हैं। चाहते हैं कि सब लोग भाईचारे के साथ रहेें।

सीएम ने कहा कि मेरा विश्वास काम करने में है। राज्य के हित में काम करता रहता हूं। राज्य के हित के लिए जो भी करना होगा, करेंगे। 

कहा कि मैं 2005 से ही काम कर रहा हूं। हर क्षेत्र में काम किया। चाहे सात निश्चय हो या फिर जल-जीवन-हरियाली का काम हो, बिहार में काफी काम हो रहा है। हर घर बिजली पहुंचायी गयी है। हर घर तक नल का जल पहुंच रहा है। हर घर तक पक्की नाली तो टोलों तक सड़क बनायी गयी है। 

नीतीश कुमार ने कहा कि हमने जाति आधारित गणना करवायी। इस आधार पर आरक्षण का दायरा 50 से बढ़ाकर 65 किया। एससी का आरक्षण 20 फीसदी, एसटी का दो फीसदी, अति पिछड़ी जाति का 25 व पिछड़ा वर्ग के लिए 18 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसी आधार पर 94 लाख गरीब परिवारों को उद्यम के लिए दो-दो लाख देने की योजना भी बनायी गयी। जीविका समूह के माध्यम से चलाई जा रही सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत दी जाने वाली एक लाख की राशि को बढ़ा दो लाख किया गया। 

हमारी इच्छा थी कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना होती। फिर इस आधार पर योजना बनती।

जिलापदाधिकारी के अध्यक्षता में तकनीकी विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं का प्रगति का किया गया समीक्षा बैठक

श्री श्रीकान्त शास्त्री(भा0प्र0से0) जिलापदाधिकारी के अध्यक्षता में तकनीकी विभागों द्वारा कार्यान्वित योजनाओं का प्रगति

का समीक्षा किया गया। समीक्षा के क्रम में विभिन्न कार्यकारी एजेसियों द्वारा कार्यान्वित नव चयनित योजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराने हेतु निदेश दिया गया । 

BMSICL द्वारा कार्यान्वित अपूर्ण योजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराने हेतु निदेश दिया गया। कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, औरंगाबाद एवं दाउदनगर को यह निदेश दिया गया कि उनके क्षेत्रान्तर्गत पड़ने वाली सभी टूटी हुई सड़को को यथाशीघ्र नियमानुसार मरम्मति कराना सुनिश्चित करेंगे।

 इसके साथ ही कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र भवन,

अभियंत्रण संगठन कार्य प्रमंडल, औरंगाबाद द्वारा कराए जा रहे पंचायत सरकार कब्रिस्तान घेराबन्दी एवं सामुदायिक विकास (CSR) मद से कार्यान्वित योजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण कराने का भी निदेश दिया गया तथा आकांक्षी जिला कार्यक्रम योजनान्तर्गत

कार्यान्वित आँगनवाडी जीर्णोद्धार योजनाओं को भी गुणवत्तापूर्ण कार्यान्वयन यथाशीघ्र पूर्ण कराने हेतु निदेश दिया गया। शेष सभी अभियंतागण को कार्यान्वित योजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीत्तर पूर्ण कराने का निदेश दिया गया। बैठक में निम्न पदाधिकारियों द्वारा भाग लिया गया:-

जिला योजना

 पदाधिकारी,कार्यपालक अभियंता स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, कार्य प्रमंडल,कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल औरंगाबाद

एवं दाउदनगर, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, पथ प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता नगर विकास प्रमंडल,

कार्यपालक अभियंता सोन उच्च स्तरीय नहर प्रमंडल , कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता उत्तर कोयल नहर प्रमंडल, औरंगाबाद एवं मदनपुर / प्रबंधक

परियोजना, BMSICL, औरंगाबाद, कार्यपालक अभियंता, बटाने शीर्ष कार्य प्रमंडल, अम्बाl

ऋण स्वीकृति एवं भुगतान शिविर का किया गया आयोजन

 जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनायें यथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP-1&2) एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMEME) के लाभुकों के लिए ऋण स्वीकृति एवं भुगतान शिविर का आयोजन विकास भवन सभाकक्ष समाहरणालय परिसर, औरंगाबाद में पूर्वाह्न 11.00 बजे से किया गया। शिविर का उद्घाटन उप विकास आयुक्त श्री अभ्येन्द्र मोहन सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

कार्यक्रम में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र मो० अपफान, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री उपेन्द्र चतुर्वेदी, बैंकों के क्षेत्रीय प्रबंधक (R.M). S.B.I. D.B.G.B. उद्योग विभाग के सहायक निदेशक श्री प्रशांत कुमार, बैंकों के वरीय पदाधिकारी एवं जिला समन्वयक, उद्योग विभाग के पदाधिकारी तथा कर्मी, जिला संसाधन सेवी के साथ बड़ी संख्या में लाभुक भाग लिये। शिविर में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत कुल 31 (इकतीस) लाभुकों

को 3,05,27,000/- (तीन करोड़ पाँच लाख सताईस हजार रू०) मात्र का ऋण स्वीकृति पत्र एवं कुल 13 लाभुकों को 76,90,000/- (छिहतर लाख नब्बे हजार रू०) का ऋण वितरण किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के तहत कुल 20 लाभुकों को 98,16,519 /- (अठानवे लाख सोलह हजार पाँच सौ उन्नीस रू०) ऋण स्वीकृति पत्र एवं कुल 14 लभुकों को 63,38,219 /- (तिरेसठ लाख अड़तीस हजार दो सौ उन्नीस रू०) का ऋण वितरण किया गया।

सभी बैंक अधिकारी द्वारा अश्वासन दिया गया कि उक्त दोनों योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति इस माह के अंत तक कर ली जायेगी। शिविर में लाभुकों ने भी अपने अनुभव बताये और संकल्प लिए कि वे अपना उद्यम सफलता पूर्वक चलायेगें और समय पर ऋण की किस्त चुकायेगें। अतः में महाप्रबंधक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ शिविर का समापन किया गया।

अफीम तस्कर को दस साल की हुई सज़ा और तीन लाख जुर्माना

आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे वन सह एनडीपीएस स्पेशल कोर्ट पंकज मिश्रा ने मुफ्फसिल थाना कांड संख्या -195/20 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन बंदी अभियुक्त गौतम कुमार पांडे गुलनी गुरूआ गया को एनडीपीएस एक्ट के तीन धाराओ में दस -दस साल की सजा और तीन -तीन लाख जुर्माना सुनाया है

जुर्माना न देने पर छः माह अतिरिक्त साधारण कारावास होगी,

स्पेशल पीपी परवेज अख्तर ने बताया कि अभियुक्त घटना के समय से ही जेल में बंद हैं पटना हाईकोर्ट ने दो बार उसकी जमानत याचिका नामंजूर किया था

अभियुक्त को 18/01/24 को दोषी ठहराया गया था आज एनडीपीएस एक्ट के धारा -18बी,25,29 में सज़ा सुनाई गई है

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक सूर्यवंश कुमार दरोगा ने 17/10/20 को प्राथमिकी में बताया था कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर अभियुक्त गौतम कुमार पांडे गुलनी गुरूआ गया को बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया था उसके बाइक के डिकी से तीन किलो दो सौ ग्राम अफीम बरामद किया गया था,

औरंगाबाद से धीरेंद्र