राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर डीआरएम ने दिलाई शपथ
सोनपुर: सोनपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में एक समारोह आयोजित कर 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर डीआरएम विवेक भूषण सूद ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई. शपथ दिलाते हुए कहा कि हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे साथ ही लोकतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इस अवसर पर एडीआरएम टू  समेत सभी शाखा अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे.
एडीएम ने गणतंत्र दिवस समारोह पर होने वाले परेड के पूर्वाभ्यास का किया निरीक्षण
वैशाली: अक्षयवट राय स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित होने वाले परेड का पूर्वाभ्यास कार्यक्रम कराया गया. एडीएम विनोद कुमार ने पूर्वाभ्यास कार्यक्रम का निरीक्षण किया. पूर्वाभ्यास के निरीक्षण के दौरान स्टेडियम में आयोजित परेड में जवानों की आठ टुकड़ियां शामिल हुई. निर्धारित प्रक्रिया( प्रोटोकाल) का अनुपालन करते हुए परेड को पूर्ण किया गया.
       जिला के प्रभारी मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव अक्षयवट स्टेडियम में ध्वजारोहण करेंगें. इस बार स्टेडियम में बड़ी संख्या में झांकियों का प्रर्दशन कराया जाएगा. जिसमें विभागीय नवाचार एवं योजनाओं की प्रस्तुति होगी.इन झांकियों के कारण यातायात सुचारू रहे, इसको लेकर सभी जरूरी निर्देश दिए गए.साथ ही एडीएम ने वहां तैनात अधिकारियों को मुख्य मंच को समय रहते पूर्ण करा लेने, साउण्ड सिस्टम की उत्तम व्यवस्था रखने का के लिए आवश्यक निर्देश दिए. 
           स्टेडियम में सुबह 9:00 बजे ध्वजारोहण का समय निर्धारित हैं. पूर्वाभ्यास कार्यक्रम के अवसर पर जिला भू- अर्जन पदाधिकारी मनोज कुमार, डीएसपी मुख्यालय देवेन्द्र प्रसाद, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा दीपिका कश्यप, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी पदाधिकारी डॉ. उदय कुमार उज्जवल आदि अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
लालगंज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई
वैशाली: अॉल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन प्रखंड कमिटी लालगंज के तत्वाधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती मनाई गई. माननीय प्रबुद्ध किसान बेचन दास की अध्यक्षता एवं किसान नेता उमाशंकर पंडित के संचालन में संपन्न हुआ. सभा को संबोधित करते हुए अॉल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बिहार राज्य कमिटी सदस्य डॉ राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस स्वतंत्रता आन्दोलन के महानायक थे. छात्र जीवन से ही उनके अंदर देश प्रेम व गरीबों की सेवा की प्रबल भावना जग चुकी थी. जब उन्होंने आजादी की लड़ाई में कूदने की ठानी तो परिवार के लोगों ने इसका विरोध किया और नौकरी करने को कहा. परंतु उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार के अधीन नौकरी करते हुए देश का सेवा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा गुलाम भारत को आजाद कराने में सर्वस्व लगा देना ही समय की पुकार हैं और कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पढ़ाई के बाद आइसीएस की परीक्षा पास करने के बाद भी उन्होंने उसे ठुकरा दिया और देश सेवा में लग गए. महात्मा गांधी के विरोध के बावजूद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए. आजादी आंदोलन के गति को तेज करने के लिए जापान जाकर आजाद हिंद फौज का गठन किया और सैनिकों से कहा मैं तीन चीजें दूंगा- भूख, प्यास और मौत. यह जिन्हें स्वीकार हैं वो लाईन में रहे, जिन्हें अस्वीकार हैं वे लाईन से बाहर हो जाए. उन्होंने देश की जनता से आह्वान किया था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा. नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पूंजीवादी शासन व्यवस्था कतई पसंद नहीं था. वे समाजवादी व्यवस्था चाहते थे. परंतु, आजादी आंदोलन में क्रांतिकारी से ज्यादा प्रभाव समझौतावादी धारा के नेताओं का हो गया. जिसके फलस्वरूप भारत में पूंजीवादी शासन व्यवस्था स्थापित हुआ. आजाद भारत में सरकारों द्वारा पूंजीपति परस्त नीतियां बनाई जा रही हैं. नतीजतन गरीब व उनके बच्चे उच्च शिक्षा, चिकित्सा व रोजगार से वंचित हो रहे हैं.
प्रमुख अविश्वास प्रस्ताव प्रकरण पर डीएम आज करेंगें सुनवाई.
पटेढ़ी बेलसर, वैशाली: प्रखंड प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव प्रकरण पर हाईकार्ट पटना ने 19 तारीख को आदेश जारी किया था. इस आदेश के आलोक में डीएम यशपाल मीणा 24 जनवरी को सुनवाई करेंगें. दरअसल बीते 19 जनवरी को प्रखंड कार्यालय में वर्तमान प्रमुख के विरूद्ध लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा एवं मत विभाजन होना तय था लेकिन एन वक्त पर पटना हाईकोर्ट ने प्रमुख द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए पूरी प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी तथा इस मामले में डीएम को अग्रेतर कार्यवाही के लिए अधिकृत किया था.इसके लिए 24 जनवरी को डीएम ने प्रमुख, उपप्रमुख व सभी पंचायत समिति सदस्यों को 2 बजे डीएम कार्यालय में उपस्थित रहने को कहा हैं.इसके लिए डीएम कार्यालय से प्रमुख सहित सभी सदस्यों को पत्र भेजा गया हैं.
बिहार में इतने लाख बढ़ गए मतदाता, 7.50 करोड़ के पार वोटर्स की संख्या, चुनाव आयोग ने जारी की लिस्ट
बिहार: बिहार में होने वाले  लोकसभा चुनाव के मद्देनजर  मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन सोमवार को हुआ. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों की अंतिम मतदाता सूची जारी की गई हैं. राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या बढ़कर अब 7 करोड़ 64 लाख 33 हजार 329 हो गयी हैं. आयोग के निर्देश पर राज्य की मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन 27 अक्टूबर 2023 को किया गया था.
    राज्य में कुल 28 लाख 95 हजार 191 मतदाताओं का नाम जोड़ा गया. अंतिम मतदाता सूची में 18-19 वर्ष के 7 लाख 79 हजार 360 मतदाता बढ़े हैं. वहीं 20-29 वर्ष के मतदाताओं की संख्या में सर्वाधिक 14 लाख 60 हजार 841 की वृद्धि हुई हैं
    आयुवर्ग                        मतदाता
18-19वर्ष                        926422
20-29 वर्ष                     16061649
30-39 वर्ष                      20023414
40-49 वर्ष                    16364751
50-59 वर्ष                   11037804
60-69 वर्ष                    6943665
70-79 वर्ष                    3625208
80 वर्ष व ऊपर             1450416

         राज्य में 16 लाख 85 हजार 844 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं इनमें वैसे मतदाताओं के नाम शामिल हैं, जिनके नाम की एक बूथ में ही दोहरी प्रविष्टि हुई, समान फोटो या डुप्लीकेट नाम का उल्लेख पाया गया था.
        मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद जारी अंतिम मतदाता सूची में 4 करोड़ 29 हजार 136 पुरूष मतदाता, 3 करोड़ 64 लाख एक हजार 903 महिला मतदाता और थर्ड जेंडर की संख्या 2290 हो गयी हैं. प्रति एक हजार पुरूष मतदाताओं पर महिला मतदाताओं की संख्या राज्य में 1 लाख 67 हजार 469 हो गयी हैं.
    लोकसभा चुनाव को देखते हुए मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सोमवार को डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इवीएम मोबाइल वैन रवाना किया. पटना जिले के सभी 14 विस क्षेत्र में इस वैन के माध्यम से लोगों को ईवीएम और वीवीपैट के बारे में जानकारी दी जाएगी.
       वहीं फरवरी में चुनाव आयोग की टीम बिहार दौरे पर आ सकती हैं. यह टीम बिहार में चुनावी तैयारियों का पूर्ण विवरण एकत्र करेगी और अपनी समीक्षा रिपोर्ट आयोग को देगी. इस समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर ही राज्य की 40 सीटों के चरणवार चुनाव कार्यक्रमों का निर्धारण किया जाएगा
130 मजिस्ट्रेट और 600 पुलिसकर्मियों की संवेदनशील स्थानों पर हुई तैनाती
हाजीपुर, वैशाली: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जिले के मठ- मंदिरों में होने वाले कार्यक्रम पर जिला प्रशासन शांति व्यवस्था और विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलर्ट हैं. जिले के 130 चिहिन्त संवेदनशील स्थानों पर 130 मजिस्ट्रेट और 600 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई. मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार संवेदनशील स्थलों पर पूरी सर्तकता मूलक कदम उठाए गए हैं.               डीएम यशपाल मीणा एवं पुलिस अधीक्षक रविरंजन कुमार ने विधि व्यवस्था संधारण और सुरक्षा को लेकर संयुक्त आदेश निर्गत किए हैं. सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्षों को अपने स्तर से विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बरकरार रखने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. नगर परिषद क्षेत्र में गश्ती दल दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई हैं. एसडीएम और एसडीपीओ को विधि व्यवस्था संधारण के सभी जरूरी निर्देश दिए गए हैं.
      22 जनवरी को वैशाली जिले में भी अधिकांश मंदिरों में पूजा-अर्च़ना के साथ- साथ विभिन्न कलश यात्रा, शोभायात्रा निकालने एवं यज्ञ तथा अष्टयाम करने की संभावना हैं. डीएम ने सभी पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र के छोटे- बड़े सभी आयोजनों पर पूरी निगरानी रखने का निर्देश दिया हैं. अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी पूरी स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के साथ- साथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि अपने क्षेत्र की सभी आयोजनों एवं शोभायात्रा इत्यादि का सूची एकत्रित रखेंगें.
         डीएम ने लोगों से धर्म सम्प्रदाय की टिप्पणी से बचने की अपील की हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनावश्यक टिप्पणी से बचें, फॉरवार्ड मैसेज को आगे न बढ़ाए.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व अराजक तत्वों पर जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस द्वारा कड़ी निगरानी की जा रही हैं.
          पुलिस अधीक्षक ने कहा हैं कि पुलिस पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के साथ- साथ सभी मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र के विभिन्न धार्मिक स्थल के साथ-साथ आयोजन स्थल का भी लगातार भ्रमण करते रहेंगे. इसके अलावा सोशल मीडिया यथा फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप ग्रुप पर भी लगातार निगरानी रखेंगें. यदि कोई अफवाह फैलता है उसे तुरंत जांच करते हुए कार्यवाई करें एवं अफवाह फैलता हैं उसे तुरंत जांच करते हुए कार्यवाई करें एवं अफवाह का खंडन भी तुरंत करें. जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष 06224-260220 पर स्थापित किया गया हैं. जिस पर जानकारी दी जा सकती हैं. जिला नियंत्रण कक्ष में पदाधिकारी एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई हैं. दो दिनों तक यानी 23 जनवरी तक कंट्रोल रूम कार्यरत रहेगा.
रामलला के ससुराल से अयोध्या भेजे गए 251 भार; सोने चांदी के बर्तन, कपड़े समेत 125 गिफ्ट
वैशाली: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 12 जनवरी को ही वैशाली जिले के पातेपुर स्थित राम- जानकी मठ से 251 भार भेजा गया. मां जानकी मठ से 251 भार भेजा गया. मां जानकी की जन्म स्थली पुनौरा धाम सीतामढ़ी से भार पहुंचा. मिथिला परंपरा के अनुसार लड़के के ससुराल पक्ष के लोग अपने यहां से नवीन गृह प्रवेश के दौरान भार के रुप में मिष्ठान आदि भेजते हैं.           परंपरा के अनुसार सोना चांदी, कांसा का बर्तन, वस्त्रम, मिठाई, पकवान आधा दर्जन किस्म से अधिक के फल, अनाज समेत श्रृंगार सामाग्री बिछावन आदि 125 प्रकार की वस्तुओं के साथ 251 भार भगवान सीता-राम के दरबार अयोध्या तीर्थ में ले जाया गया.
        गाजे- बाजे के बीच महंत विश्वमोहनदास ने भार अयोध्या पहुंचाया. पातेपुर महंत बाबा विश्वमोहन दास ने बताया कि मिथिला संस्कृति की परंपरा रही हैं कि बेटी  के ससुराल में जब कोई शुभ कार्य होता हैं तो इस अवसर पर कुछ संदेश मायके से भेजा जाता हैं. इसी परंपरा के अनुसार मिथिलांचल से अयोध्या के लिए भार भेजा गया था. 22 जनवरी को अयोध्या तीर्थ में रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा का कार्यक्रम का आयोजन होगा.
दो बच्चे की मां प्रेमी संग भागी, प्राथमिकी दर्ज हुआ.
चेहरा कलां, हाजीपुर: दो बच्चे की मां के मायके का बहाना बना प्रेमी संग फरार होने का मामला प्रकाश में आया हैं. प्रेमी द्वारा पति को जान से मारने की धमकी मोबाइल पर दी जा रही हैं. इस मामले में कटहरा ओपी क्षेत्र के मथना माल गांव से निवासी मो. चांद ने बताया कि बीते 11 जनवरी को गांव से मजदूरी कर घर लौटा तो देखा कि दरवाजा बंद है. आस पास के लोगों से पूछा तो पता चला कि पत्नी मुन्नी खातुन अपने दोनों बच्चे के साथ मायके खाजेचांद छपड़ा गांव चली गई हैं ससुराल में फोन किया तो बताई कि दो तीन दिन में चली आऊंगी. जब 14 जनवरी को ससुराल खाजेचांद छपड़ा गांव पहुंचा तो पता चला कि गोरौल थाना क्षेत्र हुसेना बुजुर्ग निवासी मुलन्दर महतो के पुत्र राजेश कुमार के साथ मुन्नी खातुन दो बच्चों के साथ भाग गई हैं. पूछने जाने पर ससुराल के सभी लोग मिलकर गाली गलॉज एवं मारपीट करते हुए भगा दिया. इस मामले में कटहरा ओपी क्षेत्र के मथना माल निवासी मो. चांद ने अपने ससुराल पक्ष समेत प्रेमी राजेश कुमार को आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई हैं. मुन्नी खातुन को भगाने में मेरी सास सफ़ीना खातुन और पत्नी बहन नन्ही खातुन का पूरा सहयोग रहा हैं.
पटना-गया- बोधगया में बनेंगें 5 स्टार होटल; रेडिसन, अंबुजा, ताज ग्रुप बिहार टूरिज्म नीति से उत्साहित
बिहार: पर्यटन नीति से देश के बड़े होटल समूह ताज, रेडिसन, अंबुजा, इंटर ग्लोब और मे फेयर और अन्य की बिहार में दिलचस्पी बढ़ी हैं. राजधानी में इन होटल समूह के प्रतिनिधियों ने पर्यटन विभाग केअधिकारियों के साथ हुई बैठक में इसकी संभावनाएं तलाशी हैं. जिन शहरों में बड़े होटल समूह ने दिलचस्पी दिखाई हैं उसमें पटना, गया-बोधगया शामिल हैं.
           पटना में राज्य सरकार ने तीन जगह बांकीपुर बस स्टैंड, पाटिलपुत्रा अशोका होटल और सुल्तान पैलेस फाइव स्टार होटल के लिए चिहिन्त भी कर रखी हैं इन तीनों जगहों की जमीन पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की जा चुकी हैं.
            कैबिनेट की स्वीकृति के बाद इन जगहों पर फाइव स्टार होटल बनाने की यह पहली औपचारिक बैठक थी. बैठक में बड़े होटल समूह के अलावा राज्य और बाहर के अन्य होटल संचालक भी शामिल हुए. पर्यटन विकास निगम के एमडी नंदकिशोर ने होटल समूह के प्रतिनिधियों को बताया कि पटना में फाइव स्टार खोलने के अवसर मौजूद हैं.
     राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक राजगीर आते हैं. विदेशी पर्यटकों की बात करें तो सबसे ज्यादा गया, बोधगया, राजगीर और पटना की हवाई कनेक्टिविटी भी हैं. गया से कई देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय विमान भी उपलब्ध हैं. इसलिए बड़े होटल समूह की प्राथमिकता में यही दोनों शहर हैं.
       होटल संचालकों को बैठक में पर्यटन नीति कि विस्तार से जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि राजधानी पटना में फाइव स्टार होटल खोलने में सरकार मदद करेगी. राजगीर, पटना, गया-बोधगया तीनों जगहों पर पीपीपी मोड में होटल खोलने के लिए पर्यटन नीति के तहत अनुदान का लाभ भी दिया जाएगा. ब्याज सहित अन्य छूट का लाभ भी उन्हें मिलेगा. पर्यटन विभाग के प्रस्ताव पर होटल व्यवसायी काफी उत्साहित दिखे. होटल प्रतिनिधियों ने सुझाव देते हुए कहा कि ज्यादा जमीन रहने पर फाइव स्टार के साथ फोर स्टार होटल भी अलग से बना सकते हैं. होटल समूह के सुझाव के साथ सरकार के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा. वहां से स्वीकृति के बाद इन समूह के प्रतिनिधियों के साथ अगली बैठक होगी.
16 साल से कम उम्र के स्टूडेंट्स नहीं जा सकेंगें कोचिंग, वरना 1 लाख का जुर्माना होगा कोचिंग पर, सरकार का बड़ा फैसला
बिहार, हाजीपुर,: सरकार ने निजी संस्थानों के लिए नई गाईडलाइंस जारी करते हुए आदेश दिया हैं कि 16 साल से कम उम्र वाले विद्यार्थी कोचिंग नहीं जा सकते. सरकार ने कहा हैं कि आदेश की अवहेलना करने वालों पर एक लाख रूपये तक का जुर्माना वसूला जाएगा, कोचिंग सेंटर का रजिस्ट्रेशन रद्द भी हो हैं सकता हैं. माना जा रहा हैं कि पिछले कुछ समय से कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं सामने आने के बाद सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं.
         मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देश के अनुसार कोचिंग संस्थान 16 साल से कम उम्र के विद्यार्थियों को अपने यहां दाखिल नहीं कर सकेंगें और अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे भी नहीं कर सकेंगें. यह कदम दिशानिर्देशों के जरिए एक कानूनी ढांचे को स्थापित करके बेतरतीब तरीके से बढ़ रहे निजी संस्थानों को रोकने के लिए हैं.
           कोचिंग संस्थान कोचिंग की गुणवत्ता या उसमें दी जाने वाली सुविधाओं या ऐसे कोचिंग संस्थान या उनके संस्थान में पढ़ें छात्र द्वारा प्राप्त परिणाम के बारें में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी दावे को लेकर कोई भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर सकते हैं या प्रकाशित नहीं करवा सकते, जो अनैतिक कदाचार या किसी भी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो. कोई भी संस्थान तब तक पंजीकृत नहीं होगा जब तक कि वह इन दिशानिर्देश की आवश्यकता को पूरा न कर लें.
        दिशानिर्देश में कहा गया हैं,"कोचिंग संस्थानों की एक तनावपूर्ण स्थितियों में छात्रों को निरंतर सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप के लिए एक विभाग स्थापित करना चाहिए. उस विभाग का सक्षम अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा सकते हैं कि कोचिंग संस्थान द्वारा तनावग्रस्त छात्र की मदद के लिए परामर्श प्रणाली विकसित करें.
       दिशानिर्देश में कहा गया हैं कि विभिन्न पाठ्यक्रमों का शुल्क पारदर्शी और तार्किक होना चाहिए और फीस की रसीद दी जानी जरूरी हैं. इसमें साफ किया गया हैं कि अगर छात्र बीच में ही पाठ्यक्रम छोड़ता हैं तो उसकी बची हुई अवधि की फीस लौटाई जानी चाहिए.
       केन्द्र ने कहा हैं कि कोचिंग संस्थानों पर दिशानिर्देश का उल्लंघन करने पर एक लाख जुर्माना लगाया जाना जाएगा या अत्यधिक शुल्क वसूलने पर उनका पंजीकरण रद्द कर दिया जा सकता हैं. कोचिंग संस्थानों की उचित निगरानी के लिए सरकार ने दिशानिर्देश के प्रभावी होने के तीन महीने के भीतर 
नए और मौजूदा कोचिंग संस्थानों का पंजीकरण करने का प्रस्ताव दिया हैं. दिशानिर्देशों के मुताबिक, राज्य सरकार कोचिंग संस्थान की गतिविधियों की निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगें.