Aurangabad

Jan 23 2024, 10:16

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़ा सैलाब, दर्शन के लिए मंदिर के बाहर जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

#ram_mandir_darshan_started

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आज वो पहली सुबह है, जब रामभक्त मंदिर में जाकर अपने आराध्य का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। रामलला की पूजा करने और दर्शन करने के लिए श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्त सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गए थे। रामलला आज से आम श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। सभी भक्तों के लिए नव्य राम मंदिर के द्वार खुल गए हैं।

सोमवार, 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होते ही रामभक्तों का बरसों का इंतजार खत्म हो गया और आज से हर आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेगा। रामलला के दर्शन सुबह 8 से रात 10 बजे तक होंगे। नए मंदिर में सुबह 3:30 से 4:00 बजे पुजारी मंत्र से रामलला को जगाएंगे, फिर मंगला आरती होगी। 5:30 बजे शृंगार आरती व 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। दोपहर में मध्याह्न भोग आरती होगी। फिर उत्थापन, संध्या आरती व भगवान को सुलाते वक्त शयन आरती होगी। पहला मौका होगा जब रामलला की भोग-सेवा सभी मानक पद्धतियों से होगी। 40 दिन तक रोज रामलला का शेष अभिषेक होगा। 60 दिन तक कलाकार स्वरांजलि देंगे।

बता दें कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा में 7000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। राम मंदिर करोड़ों रामभक्तों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर में भगवान राम की 51 इंच की मूर्ति स्थापित की गई है, जिसे मैसूर के शिल्पकार अरुण योगीराज में तैयार किया है। मूर्ति में भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों, भगवान हनुमान जैसे हिंदू देवताओं और अन्य प्रमुख हिंदू धार्मिक प्रतीकों की नक्काशी भी शामिल है।

Aurangabad

Jan 23 2024, 09:46

*अयोध्या में श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा : राजधानी पटना में दिनभर रामनवमी तो शाम को रहा दिवाली जैसा उल्लास*

डेस्क : बीता कल 22 जनवरी देश के लिए बड़ा दिन रहा। 500 साल का इंतजार खत्म हुआ और अयोध्या में एकबार फिर श्रीराम अपने जगह पर लौटे। पूरे देश में हर्ष और उत्सव का माहौल व्याप्त है। इधर राजधानी पटना में अयोध्या में निर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पुण्य अवसर पर लोगों के नेत्र सजल थे और कंठ से निकल रहा हर स्वर भाव से भरा हुआ। सुबह रामनवमी सा नजारा रहा, दोपहर में दशहरे का उत्सव तो शाम ढलते दिवाली मनती रही। भगवान राम अयोध्या में ही नहीं, पटना के रामभक्तों के मन में विराज चुके थे।

इस पावन मौके पर पटना के श्रीराम भक्तों की दिनचर्या ही बदली रही। सुबह नींद से जगे तो उस सर्वार्थसिद्धि योग के पल की प्रतीक्षा थी जिस पल भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होनी थी। सुबह सुबह मंदिरों में भक्तों तांता लगा रहा। छोटे बच्चे नहा-धोकर नए कपड़ों में सजे थे। बड़े बुजुर्ग पूजा पाठ में जुटे थे। कई लोग व्रत और उपवास पर रहे। महावीर मंदिर, राजवंशी नगर मंदिर, खाजपुरा मंदिर व राजधानी के कई मंदिरों के आगे भगवान राम के भक्त लड्डू बांट रहे थे। भजन, कीर्तन का दौर दिन भर चलता रहा।

दोपहर बाद सड़कों पर उमड़ी भक्तों की भीड़ 

सोमवार को अचानक राजधानी का मौसम भी सुधर गया। धूप निकल चुकी थी और कोहरा छंट चुका था। रामलहर के आगे शीतलहर फीका पड़ चुका था। भक्तों की टोली रामनाम का ध्वज लेकर सड़कों पर आ गई। जय हनुमान, जय सीताराम की गूंज हर जगह सुनाई देने लगी। सबके कदम थिरक रहे थे। रामधुन में पटना रम चुका था। डाकबंगला चौराहा सहित शहर के कई चौराहों पर रंगोली सजी थी। वाहनों पर भी भगवान राम और रामभक्त हनुमान के ध्वज तने थे। माथे पर चंदन तिलक से लिखे श्रीराम विराजे थे।

शाम ढलते ही रंगीन रोशनी से जगमगा उठा पटना 

शाम ढलते घर, अपार्टमेंट, चौक-चौबारे रंगीन रोशनी से जगमगा उठे। हमारे राम आए हैं, प्रभु श्रीराम आए हैं के संकीर्तन के बीच घरों के बच्चे, महिलाएं बुजुर्ग दीयों को सजाने में लगे थे। आसमान आतिशबाजियों से पटा था। महिलाएं मंगल गान गा रही थीं। घरों में पकवान बन रहे थे। मन से लेकर खान-पान तक मधुरता बनी रही।

Aurangabad

Jan 23 2024, 09:45

*शीतलहर की चपेट में बिहार के 15 शहर, सोमवार को 5.5 डिग्री रहा राजधानी पटना का तापमान*

डेस्क : पूरा बिहार इन दिनों कड़ाके के ठंड की चपेट में है। भीषण ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पटना सहित प्रदेश के 15 शहर सोमवार को भीषण शीत दिवस और शीत दिवस की चपेट में रहे। वहीं सूबे के 24 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया गया। इसी वजह से लोगों को सुबह और शाम के वक्त हाड़ कंपकंपाने वाली ठंड का एहसास हुआ। 

इस सीजन में पहली बार सोमवार को पटना का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके चलते शीतलहर जैसे हालात रहे। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 4.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ गया और 20 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ मोतिहारी सबसे गर्म शहर रहा। पटना और गया में घना कोहरा भी छाया रहा। 

वहीं पश्चिम चंपारण के बाल्मीकि नगर में हल्के से मध्य स्तर की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के कुछ शहरों में शीत दिवस जैसी स्थिति बन सकती है। कोहरा भी छाए रहने की संभावना है।

Aurangabad

Jan 22 2024, 19:57

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने की प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की घोषणा, 1 करोड़ घरों पर लगेगा रूफटॉप सोलर

#pm_modi_announces_pradhan_mantri_suryoday_yojana 

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पीएम मोदी दिल्ली वापस आ गए।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” का ऐलान किया, जिसके अंतर्गत 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाए जाएंगे। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।

अयोध्या के राम मंदिर में अभूतपूर्व आयोजन के बाद दिल्ली लौटते ही पीएम मोदी ने पहले बड़े फैसले की जानकारी सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों के घरों को रोशन करने के लिए प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत एक करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगवाने का निर्णय लिया है। इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।

उन्होंने लिखा, “सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं। आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो।

इससे पहले पीएम मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को एक नए युग के आगमन का प्रतीक करार दिया है और लोगों से अगले 1000 वर्षों के मजबूत, भव्य और दिव्य भारत की नींव बनाने का आह्वान किया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद ‘सियावर रामचंद्र की जय’ और ‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अवसर केवल जीत का नहीं बल्कि विनम्रता का है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर समृद्ध और विकसित भारत के उदय का गवाह बनेगा। प्रधानमंत्री ने संतों, नेताओं, उद्योगपतियों, फिल्मी सितारों, कवियों, साहित्यकारों और खिलाड़ियों की एक चुनिंदा सभा को संबोधित करते हुए कहा, हमें आज से, इस पवित्र समय से अगले 1,000 साल के भारत की नींव रखनी है। मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर हम सभी देशवासी इस पल से समर्थ, सक्षम, भव्य, दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं।

Aurangabad

Jan 22 2024, 19:48

*जदयू को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता डॉ. सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का किया एलान*

डेस्क : जदयू को आज बड़ा झटका लगा है। जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जदयू से इस्तीफा देने सम्बंधी पोस्ट में लिखा है, ‘ॐ, श्री गणेशाय नमः।।आज पूरा भारतवर्ष राममय है। जय श्री राम के उद्घोष से, गीत-संगीत से सर्वत्र हर्षोल्लास है। जिनके नाम के जयकारे मात्र से हम भारतवासी स्वयं को धन्य अनुभव कर रहे है। मैं अकिंचन भी उन प्रभु श्री राम के समक्ष नतमस्तक हूँ।

आज के पावन दिन प्रभु श्री राम जी के आदर्शों का अनुसरण करते हुए प्रभु श्री राम जी के आदेश से मैं अपनी जदयू की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रवक्ता पद से त्यागपत्र को सार्वजनिक करता हूँ। आगे कर्तव्य पथ का दिशा निर्देश प्रभु श्री राम करेंगे। जय श्री राम !’

वहीं जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भेजे इस्तीफा में डॉ सुनील ने लिखा है। ‘मैं डॉ. सुनील कुमार सिंह व्यक्तिगत कारण से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ प्रदेश प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी के सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री बिहार, श्री नीतीश कुमार जी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा जी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह जी, पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह जी (दादा) के मार्गदर्शन में काम करने का और बहुत कुछ सीखने का मौका मिला।

कोविड 19 जैसे विषम काल के समय चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के बैनर तले समाज सेवा करने का मौका मिला। टीकाकरण शिविर, जागरूकता अभियान, निःशुल्क टेली कंसल्टेशन, वेबिनार, जागरूकता रथ सहित अनको काम किया जिस से राज्य की जनता को लाभ मिला। पार्टी के बैनर तले इस पुनीत कार्य को हम कभी भूल नहीं सकते। पार्टी के सभी प्रवक्ता गण, नेता और कार्यकर्ता का प्यार और साथ देने के लिय शुक्रिया। पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर काम किया, मेरे लिए सुखद अनुभव रहा।‘

Aurangabad

Jan 22 2024, 16:48

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने तोड़ा 11 दिन का उपवास

#pm_modi_broke_his_11_day_fast

अयोध्या राम मंदिर का उदघाटन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी समेत संत समाज की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान संपन्न हो चुका है। इस दौरान गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में यह अनुष्ठान पुरा हुआ है। जैसे ही अनुष्ठान पूरा हुआ पीएम मोदी ने अपना उपवास तोड़ा। महंत गोविन्द देव गिरि ने उनका उपवास तोड़ा है।

आपको बता दें कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी यम नियमों का पालन कर रहे थे। जिसके तहत वो 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान पर थे। अपने विशेष अनुष्ठान के तहत पीएम मोदी यम-नियम का कठोरता से पालन कर रहे थे। पीएम प्राण प्रतिष्ठा के यजमान के अति आवश्यक नियमों का विशेष ध्यान रख रहे थे। फर्श पर सोते थे, आहार सिर्फ नारियल पानी 12 जनवरी से शुरू हुए उनके यम-नियम अनुष्ठान अब पूरा हो चुका है। ऐसे में इन 11 दिनों तक पीएम मोदी ने अन्न नहीं खाया। यह नियम कठोर तपस्या के समान होते हैं, जिसके तहत पीएम मोदी उपवास पर थे और वो सिर्फ दिन में 2 बार नारियल पानी ही पीते थे। साथ ही जमीन पर फर्श पर सोते थे।

राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान हो गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख भागवत, और सीएम योगी आदित्यनाथ यजमान बने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस भव्य और दिव्य समारोह का साक्षी पूरा देश बना। इस दौरान अयोध्या में समारोह स्थल पर बॉलीवुड, क्रिकेट और उद्योग जगत के साथ तमाम सेक्टर्स से जुड़े दिग्गज मौजूद रहे. इस पल को देश दुनिया भर से लोगों ने लाइव देखा है।

Aurangabad

Jan 22 2024, 15:54

औरंगाबाद अयोध्या में रामलला के विराजमान होने पर शहर से लेकर गांव-गांव हुआ राममय

औरंगाबाद : मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या में नवनिर्मित भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होते ही शहर से लेकर गांव तक रामभक्ति की गंगा-यमुना बह रही है। 

औरंगाबाद में भी शहर से लेकर हर गांव राममय है। शहर और गांव की गलियों में जय श्रीराम के जयघोष गूंज रहे है। हर मंदिर में आकर्षक तरीके से सजे धजे है। मंदिरों में भक्तों का सैलाब सा उमड़ा है। सभी मंदिर हवन, कीर्तन और वैदिक मंत्रों से गुंजायमान हो रहे है। कही राम कथा हो रही है। कही सुंदरकांड का पाठ हो रहा है। कही रामचरितमानस का पाठ हो रहा है। कही जागरण हो रहा है। कही कीर्तन हो रहा है। भगवान को भोग लग रहा है। प्रसाद बंट रहा है। गाजे-बाजे, ढ़ोल-नगाड़े के साथ राम, लक्ष्मण, जानकी और हनुमान की झांकी के साथ भव्य और आकर्षक जुलूस निकले है। 

जगह-जगह जुलूस में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ी हैं। रामभक्त जोश में है पर होश में है। एहतियात के तौर पर सर्वत्र सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध है। चप्पे-चप्पे पर दंडाधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात है। संघ परिवार से जुड़े संगठनों के नेता कार्यकर्ता भी मंदिरों में पूजा अर्चना करते और भव्य शोभा यात्रा और जुलूस में शामिल दिख रहे है। 

जुलूस में कई जगह मुस्लिम समुदाय के लोग भी दिल खोलकर शामिल नजर आए। 

वही स्थानीय बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह के आवास पर रामकथा पाठ का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता और नगरवासी शामिल हुए। साथ ही शहर के पंचदेव मंदिर में भी भाजपा के युवा नेता और रेडक्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष पूजा अर्चना आयोजित हुई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु और भक्तों ने भाग लिया। 

वही भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गोपाल शरण सिंह औरंगाबाद सदर प्रखंड के नौगढ़ और जम्होर स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी में आयोजित विशेष पूजा अर्चना में शामिल हुए। भक्ति भाव से उन्होने षोडशोपचार तरीके से रामजानकी की पूजा अर्चना की। 

पूजा अर्चना के बाद उन्होने कहा कि पांच सौ साल के लंबे इंतजार के बाद वह शुभ घड़ी आई है, जब रामलला अपनी जन्मभूमि में स्थित भव्य मंदिर में विराजमान हुए है। यह ऐतिहासिक क्षण है। हम सनातनियों के लिए गौरव का पल है। रामलला के विराजमान होने से हम सभी सनातनि गौरवान्वित है। आज हम सब खुद को हिंदु और सनातनी कहने में गर्व कहने का अनुभव कर रहे है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूर और दिव्य दृष्टि तथा कुशल नेतृत्व से संभव हो सका है। मोदी है तो मुमकिन है। आने वाले दिनों में मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरू बनेगा। 

आशय यह कि रामलला के विराजमान होने पर सर्वत्र श्रीराम भक्ति की अलौकिक धार्मिक और आध्यात्मिक छटा बिखर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Jan 22 2024, 15:29

प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय ने किया पदभार ग्रहण

औरंगाबाद: आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में न्यायधीश सत्य भूषण आर्या ने परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पद के पदभार ग्रहण किया। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि पटना हाईकोर्ट ने दरंभगा के एडीजे सत्य भूषण आर्या को पदोन्नति करते हुए औरंगाबाद के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश बनाया है। 

आपको मालूम कि परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रहे पुनीत कुमार गर्ग को छपरा के जिला जज बन जाने से 8 नवंबर 2023 से परिवार न्यायालय पदरिक्त था। 

परिवार न्यायालय में 1500 से अधिक पारिवारिक वाद लंम्बित हैं, पदभार ग्रहण कर न्यायधीश ने परिवार न्यायालय के

न्यायिक क्रियाकलापों और वादों का जायज़ा लिया और समय पर वाद में पैरवी करने की अधिवक्ताओं और अधिवक्ता लिपिक को हिदायत दी।

नये प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सत्य भूषण आर्या के पदभार ग्रहण करने पर जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद और अधिवक्ता संघ औरंगाबाद के अधिवक्ताओ ने शुभकामनाएं प्रकट करते हुए बधाई दी ।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Jan 22 2024, 14:51

सदियों की प्रतिक्षा के बाद हमारे राम आ गए, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी

#ayodhyarammandiropeningpran_pratishat

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसी के साथ रामभक्तों का 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। वो अब टेंट में नहीं रहेंगे। वो भव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि गर्भगृह में साक्षी बनकर आपके सामने खड़ा हूं। ये क्षण आलौकिक है। उन्होंने कहा कि ये क्षण पवित्र है। प्रभु राम का हम सबपर आर्शीवाद है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य विराजमान होते हैं। मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। मैं सबको प्रणाम करता हूं। मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं। मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य नहीं कर पाए।

हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे-पीएम मोदी

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।

अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा-पीएम मोदी

लंबे वियोग से आई आपत्ति का अंत हो गया। त्रेता युग में तो वह वियोग केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। भारत के तो संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।

Aurangabad

Jan 22 2024, 13:47

राम मंदिर आंदोलन की वो दो नायिकाएं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मिलीं तो गले लगकर रो पड़ी, जानें आंसू के पीछे की कहानी

#sadhvi_ritambhara_get_emotional_after_she_hugged_uma_bharti

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। आज के दिन का सपना देश के लाखों लोगों ने देखा था। इसके लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले लोग इस दौरान श्रीरामलला की धरती पर मौजूद हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी पहुंची हैं। साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती ने अपने सपने को भव्य राम मंदिर के रूप में साकार होता देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों एक दूसरे को गले लगकर खूब रोईं। दोनों की तस्वीरें सामने आईं हैं। 

आज अयोध्या में राम मंदिर परिसर के भीतर जब उमा भारती और साध्‍वी ऋतंभरा ने एक दूसरे से मुलाकात की तो यह पल भावुक कर देने वाला था। साध्‍वी ऋतंभरा और उमा भारती ने एक दूसरे को गले लगाया। इस दौरान साध्‍वी ऋतंभरा रोने लगीं।90 के दशक में दोनों ने राम मंदिर आंदोलन को एक अलग स्वरूप दिया था। राम के मुद्दे को घर-घर तक पहुंचने में दोनों की बड़ी भूमिका थी।  

राम मंदिर के लिए जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देने की बात हो या फिर कारसेवा करने का काम रहा हो, दोनों साध्‍वी पीछे नहीं रहीं।6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में लाखों कारसेवक पहुंचे थे तो उनके बीच साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती के भाषणों का प्रभाव था। लोग बार- बार उग्र हो गए। लाखों कारसेवक जब उग्र हो गए। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अशोक सिंघल जब कारसेवकों को नियंत्रित करने में विफल हो गए। उस समय उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और आचार्य धर्मेंद्र ने मंच से कारसेवकों को कंट्रोल किया। 

राम मंदिर आंदोलन के दौरान उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा के भाषणों ने अलग माहौल बनाया। दोनों नेताओं के भाषण के ऑडियो कैसेट उस समय बनाए जाते थे। हिंदू वर्ग के बीच इन कैसेटों को बांटा जाता था। विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ता गुपचुप तरीके से इन कैसेटों को लोगों को पहुंचाते थे। उनके भाषणों का ऐसा प्रभाव था, जिसने हिंदुओं को राम के प्रति आकर्षित किया। लोगों में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक अलग भावना पैदा हुई।