शैलेश नितिन त्रिवेदी को मिली कांग्रेस वार रूम की जिम्मेदारी, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजू घनश्याम व प्रवीण साहू को भी अहम जिम्मा

रायपुर- विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गयी है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वार रूम तैयार कर लिया है। वार रूम के लिए कांग्रेस ने नियुक्ति कर दी है। कांग्रेस सीनियर लीडर शैलेश नितिन त्रिवेदी को वाररूम का चेयरमैन बनाया गया है। वहीं धनश्याम राजू तिवारी और प्रवीण साहू को – चेयरमैन बनाया गया है। ये नियुक्ति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के आदेश पर हुई है।

नवा रायपुर होगा राम मय, सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक सभी चौक चौराहों में 22 तारीख तक बजेगा राम भजन और राम धुन

रायपुर-   अयोध्या में 22 जनवरी के भव्य कार्यक्रम की तैयारी हेतु , कैबिनेट मंत्री ओ पी चौधरी ने नवा रायपुर अटल नगर के सभी चौक पर श्री राम जी के भजन एवं भक्ति गीत प्रसारण के निर्देश अटल नगर प्राधिकरण को दिए हैं। उन्होंने आम जानता कि सुविधा एवं आस्था के लिए 22 जनवरी को होने वाले भव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण नवा रायपुर में लगे बड़े LED स्क्रीन पर भी LIVE दिखाए जाने हेतु सीईओ नवा रायपुर को निर्देशित किया ।

उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल अन्तर्गत नवा रायपुर स्मार्ट सिटी में 20 चौक चौराहों पर आम जानता कि सुविधा एवं जानकारी प्रदाय करने हेतु स्पीकर सिस्टम इनस्टॉल किए गए है । इसके अतिरिक्त 7 जगह भव्य बड़े साइज के LED स्क्रीन भी इनस्टॉल किए गए हैं।

वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने नवा रायपुर के लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है, इस से नवा रायपुर के लोगों को अयोध्या में होने वाले भव्य कार्यक्रम से जुड़ने का मौका मिलेगा ।

प्रबोधन कार्यक्रम में बोले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला- विधायकों का सौभाग्य है कि उन्हें CG विधानसभा का सदस्य बनने का मिला मौका

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के 2 दिवसीय प्रबोधन सत्र का शुभारंभ हो चुका है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत सहित अन्य विधायक भी मौजूद रहे.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, छत्तीसगढ़ प्रदेश सौंदर्य, आध्यात्मिक शांति का प्रतीक रहा है. प्रदेश छोटा है, लेकिन यहां विविधता है. यहां का लोकाचार पूरे देश को प्रभावित करता है. विधायकों का सौभाग्य है कि, यहां की विधानसभा का सदस्य बनने का मौक़ा मिला है. मुझे विश्वास है कि जनता ने जिस भरोसे से उन्हें चुना है, सभी विधायक उन भरोसे पर खरा उतरेंगे.

आगे उन्होंने कहा, प्रबोधन कार्यक्रम में संसदीय कार्यों को जानते हुए संवैधानिक दायित्वों को निभाते हुए ज़िम्मेदारियों को पूरा कर सकें ये सीखने मिलेगा. इस विधानसभा का सौभाग्य है कि, यहां के अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह जो तीन बार के मुख्यमंत्री रहे उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा. यहां के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय केंद्र में मंत्री रहे हैं, उनके अनुभवों का भी लाभ मिलेगा.

⁠राज्य के विकास के लिए सदन में बनने वाली नीति बनाते समय विधायकों से होने वाली चर्चा होगी. भारत में लोकतंत्र बहुत पुराना है. हमारी कार्यशैली में लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा रहा है. पूरी दुनिया में हमारी संसदीय लोकतंत्र में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ी है. आज़ादी के बाद से अब तक 18 से ज्यादा देश का आम चुनाव और तीन सौ से ज़्यादा विधानसभा के चुनाव हुए हैं. सत्ता का हस्तांतरण सामान्य ढंग से हुआ है.

⁠छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के साथ ही यहां की समृद्धि बढ़ी है. सरकार किसी की भी हो विधानमंडल एक ऐसा मंच है, जहां किसी भी दल का विधायक चाहे सत्तापक्ष का हो या विपक्ष का अपने क्षेत्र की बात को मज़बूती से रखता है. जनता की भावनाओं को रखता है. गर्भगृह में आकर सदस्यों का निलंबन होना यहां की अच्छी परंपरा है. जब सामूहिक हित की बात हो तो सभी दलों को एक समूह में काम करने की ज़रूरत है. देश में जब ऐसे विषय आते हैं, हम सामूहिकता के साथ खड़े होते हैं. सर्व सम्मति से फ़ैसले लेते हैं. विधान मंडल के भीतर प्रदेश के विभिन्न मुद्दों पर बेहतर चर्चा हो.

विधानसभा के अध्यक्ष से भी आग्रह करता हूं कि जितनी भी महत्वपूर्ण चर्चा है उसका डिजिटलाइजेशन कर दें. दो दिनों तक जो प्रबोधन कार्यक्रम चलेगा उस पर डिटेल में चर्चा होगी. नये पुराने सभी विधायकों से आग्रह करता हूं कि, सदन में ज़्यादा से ज्यादा बैठे. मेरा मानना है कि, जो विधायक सदन में ज्यादा देर तक बैठता है वह अपनी बात प्रभावी ढंग से रख पाता है. मेरा यह भी मानना है कि हम नई तकनीक के ज़रिए अपनी क्षमता को बढ़ाये।

केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया श्री महामाया मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान में हुए शामिल

रायपुर- भारत सरकार के केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज 20 जनवरी को राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित महामाया मंदिर में दर्शन कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया श्री महामाया मंदिर परिसर में झाड़ू और पोछा लगाकर स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। स्वच्छता अभियान में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और रायपुर सांसद सुनील सोनी भी उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के 500 सालों के संघर्ष की गाथा पर आधारित हिंदी फिल्म 695 के पोस्टर का विमोचन भी किया। महामाया मंदिर ट्रस्ट के सचिव व्यास नारायण तिवारी ने सभी आगुन्तकों को चुनरी ओढ़ाकर सम्मान किया और महामाया माता जी वाला चांदी का सिक्का स्मृति स्वरूप भेंट किया। इस अवसर पर बॉलीवुड अभिनेता अशोक सामर्थ्य सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

डीडी सिंह के खिलाफ लगातार मुखर हो रहे राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, अब इन जिलों के अफसरों ने की हटाने की मांग, सीएम को लिखा पत्र

रायपुर-   सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की कमान संभाल रहे संविदा अधिकारी डीडी सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. उन्हें हटाने के लिए पूर्व विधायक रामदयाल उइके ने मोर्चा खोला ही हुआ है. अब राज्य प्रशासनिक सेवा के अलग-अलग जिलों के अफसर भी उनकी नियुक्ति रद्द कर नियमित अफसर को सामान्य प्रशासन विभाग का कमान सौंपने की मांग को लेकर लामबंद होने लगे हैं.

छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की सूरजपुर, जांजगीर-चांपा, बलरामपुर-रामानुजगंज, बेमेतरा, जशपुर, मुंगेली, सक्ती, रायपुर, नारायणपुर इकाई ने सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर डीडी सिंह को हटाने की मांग की है.

बता दें कि इससे पहले भी बस्तर इकाई के पदाधिकारी समेत गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, महासमुंद, कवर्धा, बिलासपुर, कांकेर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कोंडागांव, गरियाबंद और रायगढ़ इकाई के पदाधिकारियों ने डीडी सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी.

नक्सलवाद पर पिछली सरकार काम्प्रोमाइज्ड रही : एलडब्ल्यूई की बैठक के पहले उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का बयान, अमित शाह की अगुवाई में कल होगी बैठक

रायपुर- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 21 जनवरी को रायपुर में वामपंथ उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) की समीक्षा करेंगे. इस समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, डीजीपी अशोक जुनेजा समेत राज्य पुलिस और अर्ध सैनिक बलों के आला अधिकारी मौजूद होंगे.

लंबे समय बाद हो रही इस बैठक को लेकर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार कांप्रोमाइज्ड रही. सरकार ने इस पर काम नहीं किया. समाज में इस विषय को लेकर बहुत दर्द है. नये सिरे से इस पर समीक्षा की जाएगी. नई शुरुआत करेंगे. केंद्रीय गृहमंत्री समीक्षा करने आ रहे हैं.

उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, नक्सलवाद के मुद्दे पर हम सिर्फ पुलिसिंग ही नहीं बल्कि हर पक्ष में नये तरीके से रणनीति बनाएंगे. जो नौजवान भटक गए हैं उन्हें फिर से मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास करेंगे. अंदर जो कैंप है उसके सहारे ही स्कूल चल रहे हैं. जंगल के अंदर राशन दुकान चल रही है. मूलभूत जरूरतें कैंप के होने की वजह से ही पूरी हो पा रही है.

उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, जहां कैंप नहीं है वहां स्थिति ऐसी नहीं है. अंदर का व्यक्ति बाहर नहीं आ पा रहे, रोज़गार नहीं कर पा रहे, सड़कें नहीं बन रही, कोई बीमार हो तो अस्पताल तक नहीं आ पा रहे, बच्चे नहीं पढ़ पा रहे हैं.

मंत्री रामविचार नेताम का निर्देश, इन विद्यार्थियों को टेलीविजन स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा प्रभु श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह

रायपुर-   आदिम जाति विकास मंत्री राम विचार नेताम के निर्देश पर 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान प्रदेश के सभी आश्रम-छात्रावासों और कार्यालयों में शंखध्वनि और घंटानाद और आरती पूजन किया जाएगा। संध्या बेला दीप प्रज्जवलित कर दीपोत्सव मनाया जाएगा। इस संबंध में मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर स्थित आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा राज्य के सभी जिलों के सहायक आयुक्तों को पत्र जारी कर दिया गया है।

गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में आयोजित श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में प्रभु श्री राम के बाल रूप विग्रह को श्री राम जन्म भूमि पर बन रहे भूतल के गर्भग्रह में विराजित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.

सहायक आयुक्तों को निर्देशित किया गया है कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन पहले 21 जनवरी को विभाग के आश्रम, छात्रावास, प्रयास/एकलव्य विद्यालय एवं कीड़ा परिसर सहित अन्य सभी कार्यालयों और भवन परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। 22 जनवरी के दिन सवेरे 11 बजे से दोपहर 1 बजे के मध्य आश्रम-छात्रावासों व कार्यालयों में टेलीविजन/एल.ई.डी. स्कीन लगाकर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को दिखाये जाने को कहा गया है।

पत्र में कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान आश्रम, छात्रावास, प्रयास/ एकलव्य विद्यालय एवं कीड़ा परिसर सहित अन्य सभी कार्यालयों में शंखध्वनि, घंटानाद, आरती, प्रसाद वितरण किया जाए और सायंकाल के बाद दीप प्रज्जवलित कर रोशनी, आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव की जाए।

उप राष्ट्रपति के मुख्य अतिथ्य में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का 38वां स्थापना दिवस सम्पन्न

रायपुर-   उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 38वें स्थापना दिवस को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे किसान खुशहाल होंगे तो देश खुशहाल होगा। किसानों के लिए खेती-किसानी आजीविका का साधन ही नहीं अपितु देश की इकॉनामी को गति प्रदान करने, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक विकास का आधार है। अन्नदाताओं का अभिनंदन करते हुए करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकी को अपनाकर, किसानों को सहयोग प्रदान कर, आने वाली पीढ़ियों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने की। अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और कृषि मंत्री राम विचार नेताम भी समारोह में उपस्थित थे। उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ ने इस मौके पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई धान की इम्यूनोबूस्टर एवं कैंसर रोधी नवीन किस्म ‘संजीवनी’ से निर्मित तीन उत्पादों संजीवनी इंस्टैन्ट, संजीवनी मधु कल्क तथा संजीवनी राइस बार का लोकार्पण किया। उन्होंने ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि दर्शिका 2024 का विमोचन भी किया। इसके पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विश्वविद्यालय परिसर में कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं कृषि मंत्री रामविचार नेताम के साथ विश्वविद्यालय परिसर में मौलश्री का पौधा रोपा। कार्यक्रम के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंदेल ने अतिथियों का स्वागत किया।

उप राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों का आव्हान करते हुए कहा कि आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसमें किसानों का योगदान अतुलनीय है। कृषि के क्षेत्र में विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों के योगदान से इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। 2047 तक विकसित भारत का निर्माण केवल सपना नहीं हमारा लक्ष्य है। इसे हासिल करने में कृषि के विकास में कृषि वैज्ञानिकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आज स्टार्टअप के लिए नई संभावनाएं और बेहतर विकल्प हैं।

उप राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने में आपकी भूमिका एक सैनिक की तरह है। आप किसानों को कृषि उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग और कृषि उत्पादों में वेल्यू एडिशन के लिए प्रोत्साहित करें। हमारे किसान भी खेती किसानी में ड्रोन टेक्नालॉजी का उपयोग करें। इसके लिए भी उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। आज भारत तेजी से विकास कर रहा है। आपके योगदान से विकास की यह रफ्तार और तेज होगी।

उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए वृक्षारोपण, खेती में आधुनिक तकनीक के उपयोग, खेती में सौर ऊर्जा के उपयोग, जल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक आदिवासी बहुल और प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न राज्य है। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन संसाधनों का पूरा लाभ यहां के लोगों को मिले। उन्होंने कहा कि ’इंडिया इज साईनिंग स्टार इन ग्लोबल इकानॉमी’ है। इसमें किसानों सहित सभी का योगदान हैं। सरकार की योजनाओं और बेहतर नीतियों ने इस उपलब्धि में उत्प्रेरक का काम किया है।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों के लिए यह अमृत काल है। अब कृषि दूध, सब्जी, तिलहन आदि के केवल उत्पादन तक सीमित नही है। उत्पादनों का प्रसंस्करण कर वेल्यू एडिशन के क्षेत्र में बेहतर विकल्प उपलब्ध हो रहे हैं। उन्होंने सभी को स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्व का अग्रणी देश बनाने में हमारे युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर विकसित भारत के निर्माण का अभियान शुरू किया गया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा पूरे देश में आयोजित की जा रही है। लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। हमारे देश में युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है। युवाओं में अपार क्षमता है वे इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पीढ़ियों से कृषि छत्तीसगढ़ का मुख्य व्यवसाय रहा है, जो हमारे समुदायों को बनाए रखता है और हमारी संस्कृति का पोषण करता है। हमारे राज्य की समृद्ध कृषि विरासत पर हम सभी को गर्व है। छत्तीसगढ़ कृषि-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार के एक रोमांचक युग का गवाह बन रहा है। स्टार्टअप और कृषि-उद्यमी उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र के नवप्रवर्तक किसानों और सरकार के साथ सहयोग करें ताकि उनके नवाचार जनता तक पहुंचें।

उन्होंने विद्यार्थियों और कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि स्टार्टअप्स के साथ सहयोग करें, अपना ज्ञान किसानों के साथ साझा करें, और आईजीकेवी के कार्यक्रम के माध्यम से उपलब्ध संसाधनों का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। इससे कृषि न केवल उत्पादक होगी बल्कि टिकाऊ, लचीली और समावेशी भी होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं जो स्वतंत्र भारत के साथ-साथ गणतंत्र भारत के अमृत काल के साक्षी बने। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई धान की इम्यूनिटी बूस्टर किस्म संजीवनी काफी उपयोगी साबित होगी। उन्होंने स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि वैज्ञानिकों और उद्यमियों की सहभागिता से हम किसानों के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों का आव्हान करते हुए कहा कि कृषि और प्रदेश के कृषकों के विकास के लिए विशेष रणनीति बनाएं। श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा कृषि क्षेत्र के विकास को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने हमेशा नवाचारों, अनुसंधानों और उद्यमिता के विकास को प्रोत्साहित और प्रेरित किया है। राज्य सरकार भी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से इसके लिए प्रतिबद्ध है। हम कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से अपने प्रदेश में कृषि विकास को नयी ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय ने कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है। विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 160 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं एवं 100 से अधिक उन्नत कृषि तकनीकों का भी विकास किया गया है। उत्तर में बलरामपुर से लेकर दक्षिण में सुकमा तक कृषि महाविद्यालय, अनुसंधान केन्द्र एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का मजबूत नेटवर्क विश्वविद्यालय के पास है। इस नेटवर्क की सहायता से विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कृषि-विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने छत्तीसगढ़ के लोगों को खुशहाल जीवन की गारंटी दी है। उनकी गारंटी समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए है। इन गारंटियों को पूरा करने की शुरूआत हमने कर दी है। मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालते ही दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक आयोजित कर प्रधानमंत्री आवास योजना के 18 लाख हितग्राहियों के आवास निर्माण की स्वीकृति देने का निर्णय लिया गया। मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए हम किसानों से 3100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी कर रहे हैं। खरीदे जा रहे धान का भुगतान वर्तमान में समर्थन मूल्य के हिसाब से किया जा रहा है, शीघ्र ही किसानों को अंतर की राशि का भुगतान भी कर देंगे।

उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन, सुशासन दिवस के अवसर पर 12 लाख किसानों के बैंक-खातों में दो साल के धान के बकाया बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए अंतरित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हम खेतिहर मजदूरों को भी प्रतिवर्ष 10,000 रूपये आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे। महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। जिसमें उन्हें 12,000 रूपये प्रतिवर्ष प्राप्त होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान करते हुए कहा कि आप अपनी शिक्षा एवं कौशल का उपयोग नए उद्यमों की स्थापना करने के लिए करें। स्व-रोजगार अपनाकर आप स्वयं आय अर्जित कर सकते हैं एवं अन्य लोगो को भी रोजगार दे सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति, वैज्ञानिकों, अधिकारियों-कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी, वैज्ञानिक, छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है - लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला


रायपुर-  जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है। वो विधानसभा में अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है और इस तरह से अपने क्षेत्र का बेहतर प्रतिनिधित्व कर पाता है। यह बात छत्तीसगढ़ विधानसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विधायकों के दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में कही। श्री बिरला ने इस मौके पर कहा कि सदन संविधान का मंदिर है अतएव सदन के भीतर गरिमापूर्ण आचरण बहुत जरूरी है। विधानसभा के नियमों और संसदीय परंपराओं की जितनी गहराई से जानकारी होगी, अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने में आपको उतना ही लाभ होगा। केवल अपने क्षेत्र की समस्याएं न रखें अपितु राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए पूरे प्रदेश से जुड़े मुद्दे विधानसभा में रखें। श्री बिरला ने कहा कि पूर्व में विधानसभा में हुई कार्यवाही का अध्ययन भी विधायकों के लिए काफी उपयोगी होता है। दस्तावेजों का डिजिटलीकरण बहुत उपयोगी है। पुरानी बहसों को सुनने से मुद्दों की समझ गहरी होती है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ छोटा राज्य है लेकिन अपने नवाचारों से और नई परंपराओं से यह प्रदेश देश भर में आदर्श राज्य के रूप में स्थापित हो सकता है। विधानसभा के सदस्य के रूप में इसमें आप सभी की अहम भूमिका हो सकती है। छत्तीसगढ़ की प्रशंसा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गहरी विविधता है। यह छोटा राज्य जरूर है लेकिन अपने लोकाचारों के मामले में, संस्कृति के मामले में बेहद समृद्ध है। इस राज्य के आगे बढ़ने की बहुत सी संभावनाएं हैं। आप सभी दूसरे राज्यों के नवाचारों का भी अध्ययन करते रहें। उनके विधायकों से बात करें, जो अच्छी पद्धति हैं उसे अपने यहां लागू करने का प्रयास भी करते रहें।

इस मौके पर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि आदरणीय ओम बिड़ला जी के मार्गदर्शन में तथा प्रधानमंत्री श्री मोदी के निर्देश पर हम उत्तरप्रदेश को पेपरलेस विधानसभा बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर पाए हैं। प्रबोधन और सीखने के लिए सारी उम्र कम है। हमेशा सीखते रहिये।

लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने भी उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम से विधानसभा के सदस्यों को विधानसभा की प्रक्रिया समझने में काफी मदद मिलेगी। यहां दृष्टांतों की भी जानकारी दी जाएगी ताकि वे अपने कार्यकाल में इनके माध्यम से प्रभावी कार्य कर सकें। श्री सिंह ने लोकसभा में किये गये नवाचारों की जानकारी दी और कहा कि इस तरह की परिपाटियों को विधानसभा में भी अपनाना चाहिए।

स्वास्थ्य बेहतर नहीं होने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उनका संदेश विधायकों को बताया। उन्होंने कहा कि इस बात की गहरी खुशी है कि आज प्रबोधन कार्यक्रम के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी उपस्थिति दी है। प्रबोधन के माध्यम से विधायकों को अगले पांच सालों में विधानसभा में कुशलता से कार्य करने में मदद मिलेगी। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि भगवान श्रीराम के ननिहाल में आये सभी अतिथियों का मैं अभिनंदन करता हूँ। यह दो दिवसीय कार्यक्रम विधायकों के लिए काफी उपयोगी होगा। नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से विधायकों को काफी कुछ सीखने मिलता है। प्रबोधन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आये हैं। हम उनका अभिनंदन करते हैं। कार्यक्रम के शुरूआत में विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने विस्तार से प्रबोधन कार्यक्रम की जानकारी दी।

उप राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विकास प्रदर्शनी का किया अवलोकन

रायपुर-   उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर लगायी गई। विकास प्रदर्शनी में कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र के विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान धमतरी जिले के बगरूम नाला गांव से आईं प्रेमबाई कुंजाम और मिलन बाई उइके ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके समूह की महिलाएं नगरी दुबराज सुगंधित चावल का उत्पादन करती हैं। जिसका मूल्य 120 रूपये प्रति किलोग्राम है।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अलसी के डंठल से बने छत्तीसगढ़ लिलेन कपड़े में विशेष रूचि दिखायी। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. के. पी. वर्मा ने बताया कि अलसी के डंठल जो अब तक बिलकुल भी उपयोगी नहीं थे अब इनसे ’वेस्ट टू वेल्थ’ अभियान के तहत कपड़ों का निर्माण किया जा रहा है। उपराष्ट्रपति ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय की प्रदर्शनी में लगे मूंगफली छिलाई यंत्र को अपने हाथों से संचालित किया एवं इसकी प्रशंसा भी की।

बस्तर जोन से लगाए गए लघु धान्य फसलों की प्रदर्शनी के निरीक्षण के दौरान उप राष्ट्रपति ने उत्सुकतावश फसलों की जानकारी ली। कृषि विज्ञान केंद्र कांकेर से आये डॉ. राहुल साहू ने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके साथ स्व सहायता समूह की 500 महिलाएं जुड़ी हुई हैं जो कोदो, कुटकी, रागी जैसी लघु धान्य फसलों का उत्पादन एवं प्रसंस्करण कर अपना जीवन यापन कर रही हैं। कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया जिले के द्वारा लगाए गए स्टाल में उप राष्ट्रपति ने करमा जीराफुल चावल की जानकारी ली तथा साथ ले जाने की भी इच्छा जाहिर की।

जेनेटिक्स एन्ड प्लांट ब्रिडिंग विभाग के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने उप राष्ट्रपति को कृषि विश्व विद्यालय में अनुसंधान से निर्मित चावल संजीवनी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह चावल इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है साथ ही कैंसररोधी है। उन्होंने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को विश्वविद्यालय में अनुसंधान से निर्मित धान के अन्य प्रजातियों और बौनी किस्म की फसलों की भी जानकारी दी।

कृषि महाविद्यालय जगदलपुर के सदस्यों ने इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित केरा बस्तर नारियल की जानकारी देते हुए उप राष्ट्रपति को बताया कि यह प्रजाति छत्तीसगढ़ जैसे गैर परम्परागत क्षेत्र में उत्पादित की गयी है।

उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने स्टाल निरीक्षण के दौरान सीजी रायगढ़ हल्दी के द्वारा बनाये गए उत्पाद हल्दी पंचांग का भी अवलोकन किया। हल्दी पंचांग हल्दी के पांच अंगों जड़, कंद, पत्ता, पुष्प और तना से बना स्वत्व और चूर्ण है। जिसका उपयोग त्वचा और रक्तवाहिनी के रोगों के उपचार में किया जाता हैं।

मनोहर गौशाला के मैंनेजिंग ट्रस्टी पदम डाकलिया ने उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ को कामधेनु सौम्या का छायाचित्र, गोबर से बने भगवान गणेश की प्रतिमा, गोबर से बने दीये, गोबर से बनी चटाई और गोबर से बने मनके की माला भेंट किया। उन्होंने उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ को बताया कि उनके पास अद्वितीय 27 लक्षणों से युक्त एक मात्र कामधेनु गाय है। उन्होंने अब तक 75 हजार किसानों को गौमूत्र एवं जैविक पदार्थों से बने निःशुल्क फसल अमृत का वितरण किया है। श्री डाकलिया ने उप राष्ट्रपति को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गोबर से बनी चटाई भेंट की थी। उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने श्री डाकलिया के गौ सेवा एवं किसान हितैषी कार्यों की सराहना की।